दुमका : पेट्रोल पंप के बाहर कंटेनर की चपेट में आये दंपति की मौत, कंटेनर जब्त, चालक फरार


दुमका : जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के इंदरबनी पेट्रोप पंप के पास कंटेनर की चपेट में आने से बाइक सवार दंपति की मौत हो गई। घटना शुक्रवार की देर शाम की है। हादसे के बाद भाग रहा चालक कंटेनर को मसानजोर के समीप छोड़कर भाग गया जिसे मसानजोर पुलिस ने जब्त कर लिया है।

दंपति की मौत के बाद नाराज लोगों ने दुमका-सिउड़ी मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस लोगाें को समझा बुझाकर शव कब्जे में लेने का प्रयास कर रही है।

शव की पहचान मृतक 59 वर्षीय बाबूराम हेम्ब्रम और पत्नी बसंती सोरेन के रूप में हुई है। बाबूराम शिकारीपाड़ा के सरायदाहा गांव का रहने वाला था और मसलिया के प्लस टू विद्यालय में शिक्षक था। बताया जाता है कि विद्यालय से आने के बाद शिक्षक पत्नी बसंती सोरेन के साथ कहीं जा रहे थे। उन्होंने पेट्रोल पर बाइक में तेल भरवाया। तेल लेने के बाद जैसे ही पंप से बाहर सड़क की ओर आए, तभी मसानजोर की ओर जा रहे कंटेनर ने बाइक में टक्कर मार दी। पहिया के नीचे आने के बाद भी चालक दंपति को रौंदता हुआ भाग निकला। हादसे के बाद लोगों ने दुमका - सिउडी मुख्य मार्ग को जाम कर आवागमन बाधित कर दिया। सूचना मिलते ही शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी हरि प्रसाद साह मौके पर पहुंचे। 

ग्रामीणों ने बताया कि चालक मसानजोर की भागा है। थाना प्रभारी से सूचना मिलने के बाद मसानजोर पुलिस ने सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया। पुलिस को देखकर चालक वाहन छोड़कर भाग गया। शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी का कहना है कि लोगाें को शांत कराकर शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया जा रहा है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 3 का कटा सीजर, एक हाइवा जब्त, 42 हजार फाइन, डीटीओ ने चलाया सघन वाहन जाँच अभियान

दुमका : जिला परिवहन पदाधिकारी के नेतृत्व में शुक्रवार को काठीकुण्ड प्रखंड के सामने सघन वाहन जाँच अभियान चलाया गया। इस दौरान करीब एक सौ से अधिक वाहनों की जाँच की गयी। जाँच के दौरान बिना लाइसेंस के चल रहे एक हाइवा गाड़ी को जब्त कर लिया गया जबकि तीन वाहनों का कागजात के अभाव में सीजर काटा गया। डीटीओ जयप्रकाश करमाली ने बताया कि जाँच की प्रक्रिया करीब दो घंटे तक चली। इस दौरान विभिन्न वाहनों से करीब 42 हजार रूपये का फाइन भी काटा गया। 

उन्होंने कहा कि कई वाहन चालक के पास कागजात की कमी थी। वाहन चालकों को स्पीड पर नियंत्रण और पूरी कागजात के साथ सड़क पर वाहनों के परिचालन का सख्त निर्देश दिया गया है। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार, काठीकुण्ड थाना प्रभारी सहित विभागीय कर्मी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुँचा नया ट्रांसफार्मर, रविवार तक जलापूर्ति सेवा बहाल होने की संभावना


दुमका : उपराजधानी दुमका में पानी की किल्लत से रविवार तक निजात मिलने की संभावना है। बीते चार दिनों से शाहरवासियों को लगातार पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। कुरुवा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में मौजूद ट्रांसफार्मर के जल जाने की वजह से शहरी जलापूर्ति योजना ठप हो गयी है।

 लोग पानी के लिए हलकान है और इधर से उधर भटकना पड़ रहा है। शुक्रवार की सुबह नया ट्रांसफार्मर आने से जलापूर्ति सेवा की रविवार तक बहाल होने की उम्मीद जतायी जा रही है। शुक्रवार को नये ट्रांसफार्मर को इनस्टॉल करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिसमें करीब 24 घंटे तक का वक्त लगने की संभावना है। उसके बाद जलापूर्ति सेवा को बहाल करने में कुछ घंटों का समय लगेगा। 

नगर परिषद के विशेष कार्यपालक पदाधिकारी शितांशु खालको के मुताबिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में मौजूद ट्रांसफार्मर में आयी खराबी की वजह से जलापूर्ति सेवा ठप हो गयी है। शुरुआती दौर में ट्रांसफार्मर में आयी तकनीकी खराबी को दुरुस्त करने का प्रयास किया गया लेकिन असफल रहा। 

अब नये ट्रांसफार्मर के इनस्टॉल के बाद ही जलापूर्ति सेवा बहाल होगी। कहा कि फिलहाल टेंकर से पानी की आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है। नगर परिषद को सूचना देकर लोग इस व्यवस्था का लाभ ले सकते है। 

इधर, जलापूर्ति योजना के ऑपरेशन और मैंटनेन्स से जुड़े संवेदक अशोक राउत का कहना है कि प्लांट में विकल्प के तौर पर एक अन्य ट्रांसफार्मर रहना चाहिए ताकि चालू ट्रांसफार्मर में किसी तरह की खराबी आने के बाद विकल्प के तौर पर मौजूद ट्रांसफार्मर को चालू किया जा सके लेकिन विकल्प के तौर पर मौजूद ट्रांसफार्मर की मरम्मति के बाद उसे संबंधित संवेदक द्वारा अब तक चालू नहीं किया गया और प्लांट में यूँ ही पड़ा हुआ है।

 इस संबंध में नगर परिषद को पूर्व में ही सूचना दी जा चुकी है। जिस ट्रांसफार्मर में खराबी आयी है वो जलापूर्ति योजना के चालू होने के बाद से ही चल रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल नया ट्रांसफार्मर प्लांट तक पहुँच चुका है जिसकी इनस्टॉल की प्रक्रिया एक्सपर्ट के द्वारा शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि बास्कीचक में इंटेक वेल और कुरुवा में मौजूद ट्रीटमेंट प्लांट में लगी कई उपकरणों को बदलने या मरम्मति की जरूरत है चूंकि ये काफी पुराने और जर्जर हो चुके है। 

अगर समय रहते इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो आनेवाले दिनों में कभी भी समस्या उत्पन्न हो सकती है। 

गौरतलब है कि शहरी जलापूर्ति योजना पर शहर की एक बड़ी आबादी निर्भर है। कुरुवा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के समीप एक अन्य जलापूर्ति योजना निर्माणाधीन है हालांकि धीमी गति से चल रही उक्त योजना के निर्माण कार्य पूरा होने में वक्त लग सकता है। फिलहाल शहरी जलापूर्ति योजना ही शहर की एक बड़ी आबादी की प्यास बुझा रहा है लेकिन इस योजना का समय रहते जीर्णोद्धार नहीं किया गया तो कभी भी समस्या उत्पन्न होने पर लोगों को लंबे समय के लिए पानी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है लेकिन जनहित से जुड़े इस गंभीर मुद्दे पर ना तो विभाग गंभीर है और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : भाजपा में किचकिच जारी, अब नयी कमेटी के गठन की उठ रही मांग, जिलाध्यक्ष की कार्यशैली पर कार्यकर्ता ही उठा रहे सवाल


 

दुमका : भाजपा द्वारा जिला कमेटी और मंडल अध्यक्षों की जारी सूची के बाद उठा विवाद थम नहीं रहा। पार्टी जिलाध्यक्ष के कार्यशैली को लेकर लगातार सवाल उठाये जा रहे है। पार्टी में गुटबाजी भी जारी है लेकिन पार्टी का शीर्ष नेतृत्व किसी तरह की गुटबाजी की बात मानने से इंकार करता रहा है। 

बुधवार को जामा प्रखंड के बारापलासी हाईस्कूल मैदान में पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता लक्ष्मण प्रसाद साह की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में जिलाध्यक्ष के साथ साथ जिला कमेटी के कुछ पदाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाया गया और उन्हें हटाने की मांग की गयी। बैठक में जामा मंडल अध्यक्ष को लेकर भी सवाल उठाया गया।

 बैठक को संबोधित करते हुए मंडल उपाध्यक्ष सरबिंद कुमार ने कहा कि जिलाध्यक्ष गौरवकांत, जिला महामंत्री मनोज पांडे एवं पूर्व जिलाध्यक्ष निवास मंडल के द्वारा संगठन पर कब्जा कर लिया गया है और मनमानी तरीके से जामा मंडल अध्यक्ष को लगातार तीन बार से पद में बनायें रखा गया हैं, यह जमीनी कार्यकर्ताओं का अपमान है। वहीं मंडल महामंत्री रामयश कुमार ने कहा कि मामले की प्रदेश अध्यक्ष से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखित रूप से अवगत करायेंगे।

वहीं उन्होंने कहा कि नयी कमेटी का गठन किया जाय जिससें आने वाले विधनसभा चुनाव में मजबूती के साथ पार्टी तैयार होकर चुनाव लड़े और विधानसभा चुनाव में पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सके। वहीं उन्होंने कहा कि जबतक दुमका और जामा मंडल के संगठन में बदलाव नहीं हो जाता तबतक जगह जगह विरोध जारी रहेगा। बैठक के दौरान दुमका जिलाध्यक्ष, महामंत्री एवं मंडल अध्यक्ष को हटाने की मांग की गई। 

मौके पर इंद्रकांत यादव, नरेश मरिक, संजय कुमार जोशी, पानेशल टुडू, घोलटन खिरहर, सुनील कुमार, सनत मुसूप, सुजीत राउत,जयकांत कुमार, सौदागर कुंवर, हेमलाल हेम्ब्रम, प्रेमनाथ कुंवर, पुलिस मुर्मू, फुटो देवी, अशोक हेम्ब्रम, राजेश मुर्मू, रूस्तम मुसुप आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : पुलिस व श्रम विभाग की पहल से तमिलनाडु से 11 मजदूरों की सकुशल वापसी, ऑटो रिक्शा चालक ने बना लिया था बंधक


दुमका : दुमका पुलिस और श्रम विभाग के संयुक्त प्रयास और एक संस्था की मदद से तमिलनाडु के सेलम में फंसे 11 मजदूरों की सकुशल घर वापसी हो गयी है। बुधवार को सभी मजदूर एल्लेपी एक्सप्रेस से धनबाद पहुंचे जहां     श्रम अधीक्षक रमेश कुमार सिंह सभी को लेकर दुमका पहुंचे।

 दुमका पहुंचते ही पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने इन मजदूरों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। मजदूरों ने बताया कि उन सभी को दो ऑटो रिक्शा चालक ने बंधक बना लिया था और छोड़ने के एवज में पैसे की मांग कर रहा था। दोनों ऑटो चालक ने उनके सारे रूपये- पैसे और मोबाइल छीन लिया और उनके साथ मारपीट भी की गयी। घर से फोन पे पर पैसे मंगवाने का लगातार दवाब भी दिया।

एसपी श्री खेरवार ने उन सभी को श्रम विभाग में खुद का निबंधन कराने की जानकारी दी और कहा कि वे कहीं भी काम करनें जाएं, पहले उसके बारे में पुख्ता जानकारी जरूर प्राप्त कर लें। मजदूरों ने बताया कि सेलम स्टेशन में उतरने के बाद उन्हें जिस व्यक्ति के संपर्क से कपड़े के मिल में काम के लिए पहुंचना था, उस शख्स ने टेम्पो चालक से बात करा देने को कहा था, ताकि वह उनको सही जगह तक आराम से पहुंचा सके। ऐसे में इन मजदूरों के साथ गये मुंशी बास्की ने टेम्पो चालक से उस शख्स की बात करा दी। इसके बाद दो टेम्पाे में वे ग्यारह लोग सवार हो गये। चालीस-पचास किमी दूर ले जाने के बाद वीरान जगह पर उन्हें दोनो टेम्पो चालकों ने बंधक बना लिया था।

इन युवकों ने बताया कि देर शाम उन सभी में से दो के मोबाइल को उनलोगों ने वापस किया तथा मारपीट कर छोड़ दिया। एक मजदूर के परिजन ने किसी अनहोनी की आशंका से 15 हजार रूपये भी भेज दिया था। अनजान शहर में सभी मजदूर इतने डर-सहम गये कि किसी तरह की शिकायत भी वहां की पुलिस से नहीं कर सकें।

मामले में एसपी ने बताया कि सूचना के बाद इन मजदूरों से संपर्क साधा गया और इनके वापसी के उपाय किये गये। एसपी ने बताया कि जिस खाते में पैसे लिए गये थे, उसके आधार पर पुलिस पड़ताल कराएगी। साथ ही श्रम विभाग से समन्वय कर उनका पंजीकरण कराया जाएगा। 

गौरतलब है कि एक साड़ी कंपनी में काम करने के लिए सभी मजदूर बीते 22 अगस्त को तमिलनाडु के लिए रवाना हुए थे लेकिन 25 अगस्त को इन सभी के तमिलनाडु पहुँचने के बाद बंधक बनाये जाने की सूचना आयी जिसके बाद सभी मजदूर के परिजन जामा के समाजसेवी राजू पुजहर के नेतृत्व में जाकर एसपी से मिले और मजदूरों के सकुशल वापसी की गुहार लगायी।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : संप की 7 लाख 32 हज़ार 906 महिलाओं के बैंक खाते में 73 करोड़ 29 लाख रुपए हस्तांतरित, बीपीएल परिवारों का बकाया बिजली बिल होगा माफ
दुमका : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर राज्यभर की महिलाओं में जो उत्साह एवं खुशी देखने को मिल रहा है, वह अदभुत है। उन्होंने कहा कि महिलाओं का ये उत्साह हमें हर मुसीबतों तथा चुनौतियों से लड़ने की ताकत देता है। आपकी उम्मीदों और भरोसे से हम हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेन मंगलवार को जामा प्रखंड के  पांजनपहाड़ी मैदान में झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत संताल परगना प्रमंडल स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधी आबादी को जो मजबूत और सशक्त करेगा, वही राज्य आगे बढ़ेगा। राज्य के विकास के लिए महिलाओं की भागीदारी हर हाल में जरूरी है।  यही वजह है कि हमारी सरकार आधी आबादी को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।  हमारी सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर रही है ।
सीएम श्री सोरेन ने समारोह का विधिवत उदघाटन के बाद संप के सभी छह जिलों दुमका सहित देवघर, गोड्डा, साहेबगंज, जामताड़ा और पाकुड़ के सात लाख 32 हज़ार 906 महिलाओं के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से 73 करोड़ 29 लाख रुपए  हस्तांतरित किया। इस अवसर पर सीएम ने गरीबी रेखा से नीचे रहनेवाले परिवारों का बिजली बकाया बिल माफ करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से चार वर्ष पहले कई ऐसे गांव थे, जहां के लोगों ने कभी ब्लॉक ऑफिस तक नहीं देखा था। डीसी- एसपी ऑफिस के बारे में जिन्हें कोई जानकारी तक नहीं  थी। उनके दरवाजे पर आज पूरी सरकार पहुंच रही है। जिन गांवों में जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। जहां आवागमन की कोई सुविधा नहीं है, वहां आज बीडीओ- सीओ,  डीसी- एसपी से लेकर विभागों के  सचिव पहुंच कर आपकी समस्याओं को न सिर्फ सुन रहे हैं बल्कि उसका समाधान कर रहे हैं । कहा कि  जिन समस्याओं का निदान तत्काल संभव नहीं है, उसकी जानकारी सरकार तक पहुंचा रहे हैं ताकि उस दिशा में ठोस कदम उठाया जा सके। सरकार की योजनाओं से कोई वंचित नहीं रहे, इसी सोच के साथ कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को मजबूत किए बगैर राज्य मजबूत नहीं बन सकता है। यही वजह है कि हमारी सरकार रांची हेडक्वार्टर की बजाय गांव- देहात से चल रही है। "आपकी योजना- आपकी सरकार- आपके द्वार" कार्यक्रम के तहत गांव-गांव टोले -टोले में शिविर लगाकर सरकार की योजनाओं से समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी जोड़ने का काम किया गया। यह कार्यक्रम निरंतर चलेगा। हमारा प्रयास आपकी हर समस्या का समाधान करना है
सीएम ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आई है। विशेषकर आज मौसम में जिस तरह का बदलाव देखने को मिल रहा है, उसमे किसानों को पारंपरिक खेती के अलाव वैकल्पिक कृषि के लिए आगे  आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बाड़ी योजना और मुख्यमंत्री पशुधन योजना जैसी अनेकों योजनाएं हैं, जिससे जुड़कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार  ने इस राज्य और यहां के आदिवासी- मूलवासी, दलित, पिछड़े,अल्पसंख्यक, किसान- मजदूर, बूढ़े- बुजुर्ग,महिला युवा समेत हर वर्ग- तबके के लिए जो कार्य किए हैं, उसने विकास का नया आयाम गढ़ा है। आज राज्य का कोई भी बूढ़ा बुजुर्ग पेंशन से वंचित नहीं है। किसानों के दो लाख रुपए तक के लोन माफ किए गए हैं। बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए हैं। यहां के बच्चे पढ़- लिख कर आगे बढ़ें, गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत उन्हें आर्थिक सहयोग किया जा रहा है। बच्चियों की पढ़ाई आर्थिक तंगी से छूटे नहीं, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना से जोड़ा गया है। इसी तरह की अनेकों योजनाएं हैं जो राज्य  वासियों को आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त कर रही है।
मुख्यमंत्री ने  संताल परगना प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में 7 लाख 32  हज़ार 906 लाभुकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 73 करोड़ 29 लाख 6 हज़ार रुपए सम्मान राशि के रूप में हस्तांतरित कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और मजबूत कदम बढ़ाया।  इनमे दुमका की 1 लाख 58 हज़ार 724, देवघर जिले की  50 हज़ार 152, साहिबगंज जिले की 1 लाख 20 हज़ार 78,  गोड्डा जिले की  1 लाख 58 हज़ार 289, पाकुड़ जिले की 1 लाख 20 हज़ार 110 और जामताड़ा जिले की 1 लाख 25 हज़ार 543  बहन- बेटियां शामिल  हैं। कार्यक्रम में मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बेबी देवी, मंत्री हफीजुल हसन,मंत्री दीपिका पांडेय, मंत्री इरफान अंसारी, सांसद नलिन सोरेन, विधायक  प्रदीप यादव, विधायक  बसंत सोरेन, विधायक बादल, विधायक दिनेश विलियम मराण्डी, विधायक कल्पना सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, प्रमंडलीय आयुक्त लाल चंद दादेल तथा  संताल परगना प्रमंडल अंतर्गत आने वाले जिलों के  उपायुक्त एवं  पुलिस अधीक्षक समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : सीएम मईया सम्मान योजना के तहत प्रमंडल स्तरीय सम्मान समारोह का सीएम ने किया उदघाटन
7 लाख 32 हजार महिला लाभुकों को मिलेगा फायदा दुमका : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका के पंदन पहाड़ी मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना के तहत संताल परगना प्रमण्डलीय स्तरीय सम्मान समारोह का विधिवत उदघाटन किया।

समारोह में संताल परगना के दुमका सहित सभी छह जिलों के लाभुक मौजूद है। समारोह में संताल परगना की करीब सात लाख 32 हजार लाभुकों को सीएम मईया सम्मान योजना के तहत राशि जारी की जाएगी। हर महिला लाभुक को एक हजार रूपये प्रति महीने दी जाएगी।

मौके पर मंत्री डॉ इरफ़ान अंसारी, सत्यानंद भोक्ता, दीपिका पांडेय, हफीजुल हसन सहित झामुमो सांसद नलिन सोरेन, विधायक कल्पना सोरेन, प्रदीप यादव, बादल पत्रलेख, बसंत सोरेन भी मौजूद है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : बीपी मंडल की 107 वीँ जयंती पर सड़क से सदन तक संघर्ष करने का संकल्प, झारखण्ड पिछड़ा मोर्चा व संप पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने लिया संकल्प

 

दुमका : मंडल आयोग के अध्यक्ष बीपी मंडल की 107 वीं जयंती पर झारखण्ड पिछड़ा मोर्चा और संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने पिछड़ी जाति के संवैधानिक हक़ और अधिकार के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने का एलान किया है। 

पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में रविवार को सिदो कान्हू मुर्मू इंडोर स्टेडियम में मंडल आयोग के अध्यक्ष बीपी मंडल की 107 वी जयंती के अवसर पर पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बीपी मंडल की तस्वीर पर माल्यार्पण एवम् पुष्पगुच्छ अर्पित कर किया गया।

मोर्चा के संरक्षक दिवाकर महतो ने मोर्चा के बीते वर्षों का संगठन के संघर्ष और उपलब्धियों की लेखा जोखा पेश किया और संगठन के अध्यक्ष असीम मंडल के योगदान को देखते हुए मोर्चा की ओर से उन्हें सम्मानित किया। दिवाकर महतो ने कहा कि झारखंड गठन से पहले बिहार के समय पिछड़े वर्ग के लिए 27 % आरक्षण मिलता था, परन्तु झारखंड अलग राज्य बनने के बाद की सरकार ने संविधान प्रदत्त अधिकारों में कटौती कर 14% कर दिया गया।पुनः रघुवर सरकार के द्वारा पिछड़ों को दो वर्गों में बांटकर ओबीसी 1 को आठ तथा ओबीसी 2 को छह प्रतिशत कर संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया गया।

अध्यक्ष असीम मंडल ने कहा अबिलंब झारखंड राज्य में जाति जनगणना कराकर जनसंख्या के आधार पर समुचित आरक्षण दिये जाने, पंचायत को ईकाई मानकर अनुसुचित क्षेत्र का निर्धारण कर पिछड़े जातियों मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद के अध्यक्ष पदों पर चुनाव लड़ने की अधिकार सुनिश्चित करने तक की लड़ाई सड़क से लेकर से संसद तक किया जायगा।

सभास्थल में जिसकी जितनी संख्या भारी, उनकी उतनी भागीदारी का नारा लगता रहा। प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र यादव ने कहा कि कोलेजियम पद्धति को समाप्त कर समाज के सभी वर्गों को न्यायपालिका में समुचित भागीदारी सुनिश्चित करने, पिछड़ा वर्ग आयोग के अनुसंशा के आलोक में तत्काल पिछड़े वर्ग को 36% आरक्षण देने संबंधी लड़ाई जारी रहेगा।

अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने संबंधी मांगों पर ध्वनि मतों से समर्थन कर अविलंब मांगपत्र सभी स्तरों को भेजने की सहमति बनी। शिक्षाविद अनन्त लाल खिरहर ने बीपी मंडल के जीवन और पिछड़ों के लिए किये गये कार्यों को विस्तार से सभा के समक्ष प्रस्तुत किया।

केन्द्रीय महासचिव रंजित जायसवाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि निकाय एवम् पंचायत चुनाव व्यवस्था में त्रिपल टेस्ट कराकर चुनाव आरक्षण को सामंजित कर पिछड़ों को उचित हक देना होगा।

महासचिव सीताराम मंडल एवं दयामय माजि, अजित मांझी और बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष शिवनारायण दर्वे, डा० हनीफ, अर्जुन पंडित, गौतम दर्वे, राम कुमार दर्वे, सुबल चन्द्र महतो, पूर्व मुखिया प्रमोद मंडल, भीम आर्मी के श्रवण कुमार, निरंजन दास, बिहारी यादव, पवित्र मंडल , जयकांत जायसवाल, अतुल्य पंजियारा, प्रेम यादव, अनिता दास, सीमा गोराय, शाहिना परवीन, सचिन कुशवाहा, अनुसुचित एकता मंच के जितेश दास, प्रमुख मरीक, जयदेव गोराय, राजेश रंजन यादव, अजय मंडल, नवनीत शेखर, सुधाकर मंडल, आसियाना खातुन, सवाना परवीन, गौरी देवी, अम्बिका देवी, अशोक मांझी, राजेन्द्र महतो, नारायण बैध, राजेन्द्र प्रसाद,भीम आर्मी के पवन कुमार, दिलीप दास ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकजुट होकर लंबी लड़ाई लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता जतायी। धन्यवाद ज्ञापन संरक्षक दिवाकर महतो ने किया।

मौके पर केंद्रीय कमेटी के प्रदीप सिंह, प्रमोद पंडित, अशोक कुमार राउत, अशोक यादव, बिनोद यादव, धनंजय यादव, बिनोद यादव, सुबोध यादव भी मौजूद थे। ईधर, कन्वेंशन सेंटर के प्रशाल में रविवार को झारखंड पिछड़ा मोर्चा दुमका के बैनर तले मंडल आयोगके अध्यक्ष बीदेंश्वरी प्रसाद मंडल की जयंती पर पिछड़ा अधिकार महा सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक सुधीर कुमार मंडल ने की।

कार्यक्रम का शुभारंभ बीपी मंडल के तस्वीर पर सभी लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। सुधीर मंडल ने कहा कि झारखंड राज्य गठन हुए 24 वर्ष बीतने जा रहा है और इन 24 वर्षों में झारखंड राज्य में बारी -बारी से एनडीए और यूपीए ने सरकार बनाई परंतु पिछड़ा वर्ग का किसी भी राजनैतिक दल ने सुधि तक नहीं ली। एकीकृत बिहार के समय में हम पिछड़ी जातियों को 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलता था परंतु राज्य अलग होते ही झारखंड में पिछड़ी जातियों का आरक्षण 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत कर दिया एवं जिला रोस्टर में दुमका सहित 7 जिला में पिछड़ी जाति का आरक्षण शून्य कर दिया गया जो बहुत ही दुर्भाग्य की बात है।

मोर्चा के नेता राधेश्याम वर्मा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जो सरकार पिछड़ा समाज के हित व आरक्षण नहीं देंगे तो उस सरकार को हमलोग उखाड़ फेकना है। वरुण यादव ने कहा कि हमें सभी राजनैतिक दलों से मोहभंग कर पिछड़ा वर्ग के हित के लिए सड़क से लेकर संसद तक एकजुट होकर लड़ाई लड़नी हैं तभी हमलोगों को अधिकार मिलेगा। मंच संचालन जयप्रकाश यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन भीम प्रसाद मंडल ने किया।

कार्यक्रम को प्रेम केशरी, इंद्रकांत यादव, शोभा देवी, गोकुल बिहारी सेन, जगदीश राय, प्रमोद जयसवाल, नंदकिशोर भंडारी, चंद्रकिशोर सिंह, राजीव गुप्ता, शोभानंद ठाकुर, सदानंद बाबा, ओम मांझी, राजेश मंडल, भरत मंडल, संजय मंडल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के बाद कन्वेंशन सेंटर से मुख्य बाजार तक अधिकार रैली निकाली गई। मौके पर संदीप कुमार जय बमबम, तीर्थनाथ मंडल, प्रशांत मंडल, मोहम्मद कलाम कदारी, राजेश कुमार गुप्ता, घनश्याम साह, राजकिशोर भगत, महादेव मंडल, आनंदी राउत, छोटेलाल मंडल, जितेंद्र साह, संजय जयसवाल, गदाधर दास, धन्नजय मंडल, धर्मराज, लक्ष्मी नारायण साह, लंबोदर यादव, सुभाष मंडल, नरसिंह महतो, लक्ष्मी यादव, प्रफुल्ल मंडल, लक्ष्मीनारायण साह, प्रदीप कुमार दर्वे, निर्मल कुमार रक्षित, रामयश यादव, सुनील यादव,मोहन राउत, मुकेश, संदीप, दिपेश, छोटू, रवि, कलावती देवी, चंपा देवी, रूपा देवी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

बड़ी खबर: दुमका : तमिलनाडु में फंसे 11 मजदूर! परिजनों ने लगाया बंधक बनाये जाने का आरोप, एसपी ने सकुशल वापसी का दिया भरोसा

दुमका : झारखण्ड की उपराजधानी दुमका के 11 मजदूरों को तमिलनाडु में बंधक बनाये जाने की सूचना है। मामले में पीड़ित मजदूरों के परिजनों ने रविवार की देर शाम पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार से मिलकर बंधक बनाये गए मजदूरों के सकुशल वापसी की गुहार लगायी है।

 परिजनों का आरोप है कि दुमका एवं आसपास जिले के कुल 11 मजदूरों को तमिलनाडु में बंधक बना लिया गया है और मजदूरों को छोड़ने के एवज में पैसे की मांग की जा रही है। पैसे नहीं देने की सूरत में मजदूरों के साथ मारपीट की जा रही है। परिजन अब तक 25 हजार रूपये भेज चुके है।

एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि मामले की हर पहलु पर जाँच की जा रही है और मजदूरों के सकुशल वापसी का प्रयास किया जा रहा है। एसपी ने कहा कि जिले के अमड़ा पहाड़ी और आसपास के 11 युवक काम की तलाश में तमिलनाडु गए है। उन युवकों को वहाँ रोक लिया गया है और कुछ लोगों द्वारा फोन करके पैसा मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिजनों ने मिलकर शिकायत की है। मामले में विधि सम्मत कार्रवाई कर हर पहलु पर जाँच की जा रही है। 

जानकारी के मुताबिक बीते 22 अगस्त को दुमका के रामगढ़ थाना क्षेत्र के सात और आसपास के जिले के चार मजदूरों को किसी साड़ी कंपनी में काम दिलाने के बहाने गांव के ही एक मैठ (बिचौलिया) द्वारा तमिलनाडु ले जाया गया था। वहाँ फंसे दीपक पहाड़िया के भाई विक्रम पहाड़िया ने कहा कि सभी मजदूर आज ही तमिलनाडु पहुँचे थे लेकिन तमिलनाडु के किस शहर या गांव में मजदूरों को ले जाया गया है, इससे परिजन अनभिज्ञ है।

 बाद में मजदूरों के परिजनों को किसी अंजान शख्स द्वारा फोन करके पैसे की मांग की गयी। परिजनों ने किसी अनहोनी की आशंका से करीब 25 हजार रूपये भेज दिया। बाद में फिर से पैसे की मांग होने लगी तब परिजनों ने एक स्थानीय समाजसेवी राजू पुजहर के सहयोग से एसपी के पास पहुँचे और मजदूरों के सकुशल वापसी की गुहार लगायी। राजू पुजहर के मुताबिक बंधक बनाये गए मजदूरों का फोन छिन लिया गया है और उनलोगों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। किसी अंजान शख्स द्वारा फोन करके पैसे की मांग की जा रही है। पैसे नहीं देने पर मारपीट की धमकी दी जा रही है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा ने सीएम का पुतला फूंका, कहा - सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों का किया हनन


दुमका : राजधानी रांची में बीते शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित युवा आक्रोश रैली के दौरान पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीएम का पुतला फूंका। पार्टी जिलाध्यक्ष गौरव कांत के नेतृत्व में शनिवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने पार्टी कार्यकर्ताओं ने सीएम हेमंत सोरेन का पुतला फूंका। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

जिलाध्यक्ष गौरव कांत ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इशारे पर झारखंड पुलिस ने सबसे पहले रांची में युवा आक्रोश रैली में शामिल होनेवाले युवाओं को रैली में जाने से रोका। बाद में रैली में पहुंचे युवाओं के साथ अत्याचार किया गया। कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करना हर नागरिक का अधिकार है लेकिन हेमंत सरकार ने पुलिस का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया है।उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की नीतियों और तानाशाही रवैये के विरोध में प्रदेशभर में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

मौके पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य निवास मंडल, जिला महामंत्री पवन केसरी, जिला उपाध्यक्ष कृष्ण किशोर प्रसाद, पिंटू साह, मार्शल ऋषिराज टुडू, मीडिया प्रभारी पिंटू अग्रवाल, मीडिया सहप्रभारी नवल किस्कू, जिला मंत्री सोनी हेंब्रम, नगर अध्यक्ष अमित रक्षित, पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज साह, टिंकू गण, ओम केसरी, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष मनोज साह, युवा मोर्चा अध्यक्ष रूपेश मंडल, महिला मोर्चा अध्यक्ष ममता साह, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष श्रीधर दास, सुजीत यदुवंशी, प्रवीण सिंह, गांदो मंडल अध्यक्ष गणपति पाल, मणिलाल गिरी, युवा मोर्चा महामंत्री अमन राज, लंबोदर दास, कार्यालय मंत्री दिनेश सिंह, कमल दास, सुधीरपाल, जितेंद्र पांडे, चंदन यादव, दीपांशु कोचगावे, दिवाकर राणा, जमील अख्तर, बैजनाथ यादव, रूप लाल राय, कुश कुमार पाल, रतन मरांडी, जिया लाल राय, ध्यान मुर्मू, संजय राणा, जिया पाल लाल राणा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)