*जिला व सीएचसी की संयुक्त मलेरिया टीम द्वारा दो गावों में जांच 52 लोग मिले वायरल बुखार से पीड़ित*
*गावँ में सुअरबाड़ा देख जिला मलेरिया अधिकारी ने जतायी नाराजगी हटाने के दिये निर्देश*

*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) बुखार फैलने की सूचना पर दो गावों में पहुची स्वाथ्य विभाग की जिला व सीएचसी मलेरिया टीम ने 52 संदिग्ध मरीजो की जांच की जिसमे सभी मरीज वायरल बुखार से ग्रसित मिले टीम द्वारा बुखार से पीड़ित लोगों को दवा वितरित की गयी। शुक्रवार बुखार की सूचना पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार व सीएचसी के पर्यवेक्षक अरुण कुमार शुक्ल की संयुक्त टीम सेजखुर्द पहुंची जहां 35 बुखार के मरीज मिले 25 की जांच की गयी जांच में सभी वायरल बुखार से पीड़ित मिले। गावँ में सुअरबाड़ा देख जिला मलेरिया अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये गावँ के बाहर बाड़ा बनाने को कहा उन्होंने मच्छरदानी व फुल कपड़े पहनने को कहा समय समय पर गावँ की सफाई व पानी जमा वाले स्थान पर जला मोबीआयल डालने को कहा। इलाके हदीरा में बुखार के 17 मरीज मिले दस लोगो की जांच की गयी यहां भी सभी वायरल बुखार से पीड़ित मिले।

बुखार से पीड़ित सभी मरीजों को दवा वितरण की गयी। इस दौरान मलेरिया इंस्पेक्टर सौरभ पांडे, फाइलेरिया इंस्पेक्टर आरएन शुक्ला, पर्यवेक्षक अरुण शुक्ला, अखिलेश्वर, एलटी सुभाष पटेल व अनूप मौजूद रहे।
*स्वतंत्रता दिवस एकता और अखंडता के प्रति एकजुट रहने की देता है प्रेरणा : शशांक त्रिवेदी*
*विधायक की अगुवायी में शिक्षकों ने निकाली तिरंगा बाइक रैली*

*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) 78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को विकास खंड के परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त शिक्षकों द्वारा विधायक शशांक त्रिवेदी की अगुवायी में तिरंगा बाइक रैली निकाली गई। शुक्रवार को कस्बे में स्थित बीआरसी केंद्र से शिक्षकों द्वारा तिरंगा बाइक रैली निकाली गयी। रैली की अगुवायी क्षेत्रीय विधायक शशांक त्रिवेदी द्वारा की गयी । रैली बीआरसी से शुरू होकर मुख्य चौराहे, पथरी, बरगावां तिराहा, जल्लापुर चौराहे से होकर पिसावां पहुंची।

इस दौरान शिक्षकों ने वंदे मातरम, भारत माता की जय का उद्घोष किया। विधायक शशांक त्रिवेदी ने यात्रा का शुभारंभ और समापन कर सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुये कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं है, बल्कि यह हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की बलिदान की भी याद दिलाने वाला दिन है और यह हमें देश की एकता और अखंडता की दिशा में प्रयास करके एकजुट रहने की प्रेरणा भी देता है। इस मौके बीईओ अवनीश कुमार, एआरपी अभय सिंह, पुष्कर सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष अश्वनी सिंह, मंत्री राधेश्याम यादव, अमित त्रिवेदी, आरएसएम कार्यकारी अध्यक्ष संजीव रावत, सुशील कुमार, सिद्धार्थ मिश्रा, हिमांशु सिंह, अतुल सिंह, विजय मिश्र, संजय कुमार, आदित्य प्रताप, संदीप कुमार, अखिलेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
*मनरेगा मजदूरों ने रैली निकाल बीडीओ को सौंपा ज्ञापन*
*संगतिन किसान मजदूर संगठन के बैनर तले सैकड़ो मजदूरों ने भरी हुंकार*

*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां ( सीतापुर ) विकास क्षेत्र के सैकड़ों मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर संगतिन किसान मजदूर संगठन के बैनर तले रैली निकाल कर खण्ड विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा उन्होंने समस्याओं के निस्तारण का अस्वासन दिया। सोमवार विकास क्षेत्र के सैकड़ो मनरेगा मजदूर अपनी समस्याओं को लेकर संगतिन किसान मजदूर संगठन की जिला प्रमुख ऋचा सिंह की मौजूदगी में नलकूप विभाग के गेस्ट हाउस परिसर में एकत्रित होकर बैठक किया।

जिसके बाद मनरेगा मजदूरों ने नेरी मार्ग, मुख्य चौराहा, हरदोई मार्ग, से रैली निकालते हुये ब्लाक परिसर पहुचें जहां अपनी मांगों को लेकर मजदूरों ने जमकर नारेबाजी की जिसके बाद खण्ड विकास अधिकारी अमित यादव को ज्ञापन सौंपा गया। संगठन की प्रमुख ऋचा सिंह ने बताया कि 2006 में आये मनरेगा कानून से मजदूरों की जिंदगी में काफी सुधार आया था। लेकिन इस समय मनरेगा के कानूनी प्रावधानो का नियमित उल्लंघन किया जा रहा है जिसके चलते मजदूर से लेकर किसान सभी परेशान हैं। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत केवाईसी का विरोध करते हुये कहा इस प्रक्रिया के तहत लोगों में बहुत भय व्याप्त है इसे रोकना चाहिये। उन्होंने मनरेगा के बकाया मजदूरी व सामग्री का तुरंत भुगतान हो सौ दिन का रोजगार मिले। मजदूरों द्वारा काम की डिमांड के पन्द्रह दिन में काम मिले कार्य पूर्ण होने के पन्द्रह दिनों के भीतर भुगतान हो भुगतान में देरी होने पर भत्ता मिले भत्ते में देरी पर मुआवजा मिले। कार्य के दौरान मजदूरों का समय निर्धारित हो या खंती नाप कर मिले दोनो प्रणाली नही होनी चाहिये। कई ग्राम पंचायतों में समय से मास्टररोल नही निकल पा रहे हैं। ग्राम पंचायत में काम ना होने पर दूसरी ग्राम पंचायत में काम मिलना चाहिए।

पांच किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर निर्धारित मजदूरी के अलावा दस प्रतिशत किराये का भुगतान हो। लेखपाल समय समय पर मनरेगा कार्यो की माप करे। नये जॉब कार्ड बनाये जायें उनमें तकनीकी खामियों को दूर किया जाना चाहिये। छुट्टा जानवर व बंदरो से फसल बचाने की मजबूत व्यवस्था की जाये। खण्ड विकास अधिकारी अमित यादव ने कहा संबधित अधिकारी व कर्मचारियों को पत्राचार कर समस्याओं का निदान किया जायेगा।
*आर्द्रभूमि पृथ्वी के जलवायु को नियंत्रित करने में निभाता है महत्वपूर्ण भूमिका*
*आर्द्रभूमि संरक्षण कार्यक्रम के तहत ससुरदीपुर में रोपे गये पौध*

*कृष्णपाल  ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) विकास खण्ड के अंतर्गत ससुरदीपुर गावँ में आर्द्रभूमि संरक्षण कार्यक्रम के दौरान वन विभाग व प्रधान द्वारा पौध रोपण किया गया इस दौरान ग्रामीणों को जागरूक करते हुये वन दरोगा राहुल यादव ने कहा आर्द्रभूमि पृथ्वी के जलवायु को नियंत्रित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह जल शुद्धिकरण और पारिस्थितिकी को संतुलित करती हैं। आर्द्रभूमि, टिकाऊ विकास हासिल करने और जलवायु परिवर्तन के ख़िलाफ़ लड़ाई, दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वन दरोगा बिनीत कुमार सक्सेना ने कहा आर्द्रभूमियों को अक्सर एक बेकार व दलदली क्षेत्र के रुप में देखा जाता है।

लेकिन ये आर्द्रभूमियाँ जलवायु परिवर्तन से निपटने में बेहद महत्वपूर्ण होती हैं। आर्द्रभूमियाँ प्राकृतिक स्पंज की तरह हैं और अतिरिक्त पानी सोखती हैं। यह कार्यक्रम पर्यावरण में आर्द्रभूमि के महत्व और भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया है।

 इस दौरान प्रधान पंकज कुमार शुक्ला ने पीपल, पाकड़, जामुन, आदि पौध रोपित किये। इस मौके पर वन कर्मियों के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे
*भैंस बांधने जा रहे युवक की तालाब में डूबने से मौत*
*थानाक्षेत्र के महतनिया गावँ का मामला*

*कृष्णपाल  ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के अंतर्गत सुबह भैंस को बांधने जा रहे युवक को भैस तालाब में खींच ले गयी जिसके चलते डूबने से उसकी मौत हो गयी सूचना पर पहुची पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पीएम के लिये भेज दिया। थानाक्षेत्र के महतनिया निवासी रंजीत पुत्र रमाकांत उम्र 25 वर्ष रविवार सुबह चार बजे भैस को खोल कर चारा के लिये दूसरी जगह बांधने जा रहा था। भैंस की जंजीर उसके हांथ में लिपटी थी। उसी दौरान भैंस घर के पीछे स्थिति तालाब में युवक को खींच ले गयी तालाब गहरा होने के कारण डूबने से उसकी मौत हो गयी। सुबह करीब सात बजे परिजनों ने युवक का शव तालाब में उतराता हुआ देखा जिसकी सूचना पुलिस को दी मौके पर पहुची फॉरेन्सिक टीम व पुलिस ने शव को तालाब से निकलवाया जिसके बाद पंचनामा भरकर शव को पीएम के लिये भेज दिया। थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि युवक की तालाब में डूबने से मौत हुयी है शव को पीएम के लिये भेजा
*ओवरलोड के चलते ट्रांसफार्मर खराब एक सप्ताह से अंधेरे में सात सौ की आबादी*
*रखते ही खराब हुआ दूसरा ट्रांसफार्मर ग्रामीणों ने अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर ना रखे जाने पर दी आंदोलन की चेतावनी*

*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) विधुत उपकेंद्र पिसावां के अंतर्गत बराहमऊ खुर्द गावँ में रखा 25 केवीए ट्रांसफार्मर ओवरलोड के चलते एक सप्ताह पूर्व खराब हो गया था । जिसके बाद से गावँ की सात सौ की आबादी अंधेरे में गुजर बसर कर रही थी। काफी शिकायत के बाद विधुत विभाग द्वारा दूसरा ट्रांसफार्मर रखवाया गया था। लेकिन दूसरा ट्रांसफार्मर भी रखते ही खराब हो गया। जिसके चलते ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला रविवार को ग्रामीणों ने हंगामा काटते हुये अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर रखने की मांग की बताते चलें इलाके के बराहमऊ खुर्द में रखा 25 केवीए ट्रांसफार्मर पांच अगस्त की दोपहर को ओवरलोड के चलते खराब हो गया था जिसके बाद से गावँ की सात सौ की आबादी अंधेरे में गुजर बसर कर रही थी। काफी प्रयास के बाद नौ अगस्त को दूसरा ट्रांसफार्मर रखा गया।

बिजली कर्मचारी ट्रांसफार्मर रखने के बाद गर्म होने की बात कहते हुये बगैर सप्लाई चालू किये वापस चले गये। दस अगस्त को सप्लाई चालू करते ही दूसरा ट्रांसफार्मर भी खराब हो गया। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया रविवार को हंगामा काटते हुये ग्रामीणों ने अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर रखने की मांग की ग्रामीण फेरूलाल, मुन्ना, सुखदेव, प्रकाश, सुभाष, सुशील, पुतान, निजाबू, राकेशपाल, राजबहादुर, सर्वेश, रिंकू, रामप्रसाद, मनेसुर, आदि ने हंगामा करते हुये कहा कि अगर विभाग द्वारा अधिक क्षमता का ट्रांसफार्मर नही रखा गया तो हम लोगों को आंदोलन के लिये विवश होना पड़ेगा।
*फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता के लिये जन भागीदारी जरूरी : सीएचसी अधीक्षक*
*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) कस्बे में स्थित सीएचसी पर फाइलेरिया उन्मूलीकरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सीएचसी के सभी अधिकारी कर्मचारी सहित करीब डेढ़ सौ लोगों को दवा खिलायी गयी। इस दौरान अधीक्षक अवनीश कुमार ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता के लिये जन भागीदारी जरूरी है। फाइलेरिया के प्रसार को कम करने के लिए 10 अगस्त से ट्रिपल ड्रग थेरेपी के तहत आइवर मेक्टिन, डीइसी व एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी, जिससे हजारों लोग लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये 26 बूथ व 214 टीमें बनायी गयी है जिनके द्वारा घर घर जाकर दवा खिलानी होगी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया का प्रभाव 15 वर्ष बाद होता है जो कि हाथी पांव व हाइड्रोसील के रूप में उभरता है। तीन वर्ष तक दवा खाने से फाइलेरिया होने की संभावना खत्म हो जाती है। 17 दिन तक चलने वाले इस अभियान के दौरान सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बूथ लगाकर दवा का सेवन कराया जाएगा।

सरकारी अस्पतालों के अलावा 27 अगस्त से 29 अगस्त तक सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत सभी सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों में बूथ लगाकर फाइलेरिया से । मॉप-अप राउंड के दौरान छूटे हुए एवं इंकार किये हुए सभी लोगों को दवा का सेवन कराया जाएगा। इस दवा को बांटना नहीं है बल्कि हरेक ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर को उसे अपने सामने ही खिलाना है।

तीनों दवाओं में से एल्बेंडाजोल की गोली को हमेशा चबाकर खाना है। प्रतिकूल प्रभाव से बचने के लिए टीम का गठन किया गया है। जिसमें चिकित्सक और एंबुलेंस हमेशा मौजूद होंगे। इस दौरान डॉक्टर पूर्णिक पटेल, वीसीपीएम दुर्गेश सिंह, कीर्ती प्रकाश, अश्वनी, अखिलेश, प्रिया आदि सीएचसी कर्मचारी मौजूद रहे।
*बकाया मजदूरी ना मिलने पर थाने पहुचे एक दर्जन मजदूर*
*नाला निर्माण में काम करने वाले राजगीर व मजदूरों ने मेट पर लगाया बयालीस हजार हड़पने का आरोप*

*कृष्णपाल ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) थानाक्षेत्र के अंतर्गत नाला निर्माण कार्य की मजदूरी ना मिलने से नाराज राजगीर व एक दर्जन मजदूरों ने थाने पहुचकर मजदूरी दिलाने की मांग की थानाक्षेत्र के बरमहौला निवासी मोनू पुत्र हेतराम व मजदूर सूरज, मेंडीस, सोनपाल, रंकज, कुलदीप, हर्षित सहित करीब एक दर्जन मजदूर थाने पर तहरीर देते हुये बताया कि सीतापुर निवासी ठेकेदार पंकज द्वारा गावँ में नाला निर्माण कराया जा रहा था जिसकी देखरेख गावँ का ही मेट बबलू पुत्र रामू द्वारा की जा रही थी

मजदूरों ने बताया कि नाला निर्माण कार्य पूरा हुये दो माह बीत चुके हैं लेकिन राजगीर व मजदूरों का बकाया करीब बयालीस हजार रुपया मेट बबलू द्वारा नही दिया गया जब कि ठेकेदार के अनुसार मेट को सारा भुगतान किया जा चुका है। सबसे खास बात तो यह है कि अधिकांस मजदूर नाबालिक हैं। जिसमे चार बच्चों के पिता मौजूद नही हैं घर की जिम्मेदारी उन्हीं पर है त्योहारी सीजन होने के कारण परिवार चलाने का संकट खड़ा हो गया है। पुलिस ने आरोपी को थाने बुलाकर आपस मे समझौता करा दिया जिसमें आरोपी द्वारा रक्षाबंधन के पहले अठारह अगस्त को पूरा बकाया भुगतान करने की बात कही गयी जिसपर सभी मजदूर सहमत हो गये।
*कठिन परिश्रम व दृढ़ संकल्प से प्रसन्न होकर ईश्वर करते हैं कल्याण : पं हरेराम शुक्ल*
*बबुरदीपुर के शिव मंदिर पर ध्रुव चरित्र की कथा सुन भावविभोर हुये श्रोता*

*कृष्णपाल ( सीतापुर )*

पिसावां (सीतापुर) बबुरदीपुर में स्थित शिव मंदिर पर चल रही साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित हरेराम शुक्ला ने कथा वाचन कर ध्रुव चरित्र की कथा सुनाई। उन्होंने भक्तराज ध्रुव की कथा के माध्यम से श्रोताओं को भक्ति और दृढ़ संकल्प को विस्तार से समझाया। ध्रुव चरित्र की कहानी सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए और संकल्प और विश्वास के साथ जीवन में आगे बढ़ने की सीख ली।

कथावाचक ने कहा कि राजा उत्तानपाद की सुनीति और सुरुचि नामक दो भार्याएं थीं। राजा उत्तानपाद के सुनीति से ध्रुव तथा सुरुचि से उत्तम नामक पुत्र हुए। सुनीति बड़ी रानी थी, पर राजा उत्तानपाद का प्रेम सुरुचि के प्रति अधिक था। एक बार राजा उत्तानपाद ध्रुव को गोद में लिए बैठे थे, तभी छोटी रानी सुरुचि वहां आई।

अपने सौत के पुत्र ध्रुव को राजा की गोद में बैठे देख कर वह ईर्ष्या से जल उठी। झपटकर उसने ध्रुव को राजा की गोद से खींच लिया और अपने पुत्र उत्तम को उनकी गोद में बिठाते हुए कहा, रे मूर्ख! राजा की गोद में वही बालक बैठ सकता है, जो मेरी कोख से उत्पन्न हुआ है। तू मेरी कोख से उत्पन्न नहीं हुआ है। तुझे इनकी गोद में तथा राजसिंहासन पर बैठने का अधिकार नहीं है।

यदि तेरी इच्छा राज सिंहासन प्राप्त करने की है तो भगवान नारायण का भजन कर। उनकी कृपा से जब तू मेरे गर्भ से उत्पन्न होगा तभी राजपद को प्राप्त कर सकेगा। बालक ध्रुव अल्पकाल में ही उसकी तपस्या से भगवान नारायण उनसे प्रसन्न होकर उसे दर्शन देकर कहा, हे राजकुमार! मैं तेरे अन्तःकरण की बात को जानता हूं। तेरी सभी इच्छाएं पूर्ण होंगी।

समस्त प्रकार के सर्वोत्तम ऐश्वर्य भोग कर अंत समय में तू मेरे लोक को प्राप्त करेगा, इसलिए हमें समझना चाहिए नाम जप व दृढ संकल्प से ईश्वर शीघ्र प्रसन्न होकर हमारा कल्याण करते हैं।
*श्रीमद भागवत कथा श्रवण से पितरों को मिलती है शांति व मुक्ति : पं हरेराम शुक्ल*
*भागवत कथा के प्रथम दिन कथाव्यास ने भागवत महत्त्व की कथा सुनायी*

*कृष्णपाल  ( के डी सिंह )*

पिसावां (सीतापुर) बबुरदीपुर गावँ के पूर्व स्थिति शिव मंदिर पर साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा एवं मानस सन्त सम्मेलन का आयोजन किया गया। कथा के पहले दिन कथा व्यास पं हरेराम शुक्ल ने कथा के पहले दिन भागवत कथा के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण सभी ग्रंथों का सार है। भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है। कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी हैं और आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है। उन्होंने कहा कि गुरु वशिष्ट व महर्षि विश्वामित्र के प्रसंग के माध्यम से श्रोताओं को बताया कि कथा सुनने का फल सभी पुण्यों, तपस्या व सभी तीर्थों की यात्रा के फल से भी कहीं बढ़कर है।

इसे आयोजित कराने तथा सुनने वाले व्यक्तियों-परिवारों के पितरों को शांति और मुक्ति मिलती है। श्रीमद्भागवत कथा के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि भागवत कथा में जीवन का सार तत्व मौजूद है

आवश्यकता है निर्मल मन ओर स्थिर चित्त के साथ कथा श्रवण करने की। भागवत श्रवण से मनुष्य को परमानंद की प्राप्ति होती है उन्होंने बताया मानस सन्त सम्मेलन में दूर दराज से विद्वान वक्ता अपने विचारों को रखेंगे।