अगले साल इंग्लैंड दौरे पर जाएगी टीम इंडिया,बीसीसीआई ने किया शेड्यूल का ऐलान

भारतीय क्रिकेट टीम अगले साल इंग्लैंड दौरे पर जाएगी जहां वो इस टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी. बीसीसीआई ने टेस्ट सीरीज के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. भारत-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच लीड्स में 20 जून से खेला जाएगा वहीं आखिरी टेस्ट 31 जुलाई को होगा.

 टीम इंडिया इसके अलावा बर्मिंघम, लॉर्ड्स, मैनचेस्टर, ओवल में भी टेस्ट मैच खेलेगी. इसके अलावा महिला टीम भी इंग्लैंड के दौरे पर जाएगी, जहां वो पांच टी20 और तीन वनडे मैच खेलेगी. भारत-इंग्लैंड महिला टीम की टी20 सीरीज 28 जून से 12 जुलाई तक चलेगी, वहीं वनडे सीरीज के मुकाबले 16, 19 और 22 जुलाई को होंगे.

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का शेड्यूल

पहला टेस्ट, 20-24 जून, हेडिंग्ले

दूसरा टेस्ट, 2-6 जुलाई, बर्मिंघम

तीसरा टेस्ट, 10-14 जुलाई, लॉर्ड्स

चौथा टेस्ट, 23-27 जुलाई, मैनचेस्टर

पांचवां टेस्ट, 31 जुलाई-4 अगस्त, ओवल.

भारतीय महिला टीम का इंग्लैंड दौरे पर शेड्यूल

पहला टी20, 28 जून, नॉटिंघम

दूसरा टी20, 1 जुलाई, ब्रिस्टल

तीसरा टी20, 4 जुलाई, लंदन

चौथा टी20, 9 जुलाई, मैनचेस्टर

पांचवां टी20, 12 जुलाई, बर्मिंघम.

पहला वनडे, 16 जुलाई, साउथैंप्टन

दूसरा वनडे, 19 जुलाई, लॉर्ड्स

तीसरा वनडे, 22 जुलाई, चेस्टर ली स्ट्रीट

17 सालों से इंग्लैंड में नहीं जीती टीम इंडिया

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इंग्लैंड दौरा किसी बड़े इम्तेहान से कम नहीं है. इंग्लैंड में टीम इंडिया पिछले 17 सालों से टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. इंग्लैंड में आखिरी बार टेस्ट सीरीज में जीत 2007 में मिली थी. पिछले दौरे पर टीम इंडिया जीत के करीब जरूर आई थी. 2021-22 इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी. भारत पिछली सीरीज में 2-1 से आगे था लेकिन आखिरी टेस्ट में उसे हार मिली और सीरीज ड्रॉ हो गई. इसके अलावा टीम इंडिया ने आईपीएल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों फाइनल इंग्लैंड में ही गंवाए हैं तो ऐसे में साफ है कि रोहित और गंभीर की जोड़ी के लिए ये दौरा आसान नहीं रहने वाला.

पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा अब लुसैन डाइमंड लीग में आएंगे नजर

ठीक 3 साल पहले यही वक्त था, जब कोविड महामारी की निराशा और दुख के बीच पूरे भारत की जुबान पर सिर्फ एक ही नाम था. मीडिया पर एक ही शख्स का चेहरा बार-बार नजर आ रहा था. देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे कार्यक्रमों में वो शख्स फूल मालाओं से लदा नजर आ रहा था. चेहरे पर खुशी और मुस्कुराहट लेकर थकान को छुपाते हुए सबको खुश कर रहा था. अब 3 साल बाद एक बार फिर वो शख्स देश के लिए खुशी की वजह बना लेकिन उस चेहरे में वो खुशी नहीं दिखी, बल्कि थोड़ी निराशा के साथ दृढ़ निश्चय भी नजर आया- 3 साल पुरानी स्थिति को 4 साल बाद दोहराने का संकल्प. इसी संकल्प के साथ ये शख्स सिर्फ 14 दिनों के अंदर फिर से खुद को बेहतर बनाने और साबित करने उतर रहा है. नाम है- नीरज चोपड़ा. पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने के बाद नीरज अब लुसैन डाइमंड लीग में नजर आएंगे.

अरशद नदीम से हारे नीरज चोपड़ा

टोक्यो ओलंपिक 2020 में जैवलिन थ्रो का गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज से पेरिस 2024 में भी इस सफलता को दोहराने की उम्मीद थी. इतिहास खुद को दोहराता जरूर है लेकिन कभी-कभी उसमें वक्त लगता है और इस बार ऐसा ही हुआ. नीरज चोपड़ा ने एक बेहतरीन थ्रो किया, जो टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाने वाले थ्रो से भी ज्यादा था लेकिन इस बार गोल्ड मेडल नहीं मिल पाया क्योंकि पाकिस्तान के अरशद नदीम ने हैरतअंगेज प्रदर्शन करते हुए 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड पर कब्जा कर लिया

अपनी आदत के मुताबिक, नीरज हालांकि खाली हाथ घर नहीं लौटे और 89.45 मीटर के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया. ये अपने आप में ऐतिहासिक था क्योंकि वो ओलंपिक में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने. देश में भी थोड़ी निराशा तो थी लेकिन सिल्वर मेडल और नीरज की सफलता ने फिर से खुशी का मौका जरूर दिया. नीरज हालांकि इस दौरान अपने निराशा को चाहकर भी नहीं छुपा पा रहे थे. वो इस बार गोल्ड से चूक गए थे और पिछले 9 मुकाबलों में उनसे हारने वाले अरशद ने आखिरकार पहली बार नीरज पर जीत दर्ज करने में सफलता हासिल की थी.

चोट को भी भूलकर डाइमंड लीग में हिस्सा लेंगे

टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश लौटने वाले नीरज का जोरदार स्वागत हुआ था और उन्होंने कई सम्मान कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था, विज्ञापन शूटिंग की थी और सबके साथ जश्न मनाया था और फिर बचे हुए साल में कोई इवेंट नहीं खेला था. इस बार नीरज ऐसा नहीं कर रहे हैं. पेरिस में सिल्वर जीतने के बाद वो अभी तक भारत भी नहीं लौटे और वहां से जर्मनी चले गए थे, जहां वो अपनी ग्रोइन इंजरी के बारे में डॉक्टर से सलाह ले रहे थे. सर्जरी की आशंका के बीच नीरज ने स्विट्जरलैंड के लुसैन में डाइमंड लीग राउंड में हिस्सा लेने का फैसला किया. ओलंपिक फाइनल के बाद ये उनका पहला इवेंट है. हालांकि, इसमें अरशद नदीम हिस्सा नहीं लेंगे लेकिन पेरिस के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एंडरसन पीटर्स और याकब वादलेच समेत कई बड़े दावेदार रहेंगे.

सिर्फ गोल़्ड ही नहीं, ये कसक भी बाकी

पेरिस में नीरज ने सिल्वर जरूर जीता और इसकी निराशा जरूर उनके चेहरे पर थी कोई भी समझ सकता है कि इस निराशा की दूसरी वजह उनका प्रदर्शन भी था. फाइनल में नीरज के 6 में से सिर्फ एक ही थ्रो वैध माना गया, जिसने मेडल जितवाया. बाकी 5 थ्रो या तो फाउल थे या खराब थ्रो के कारण जबरन ही फाउल किया. साथ ही 90 मीटर के मार्क को एक बार फिर भेदने में वो नाकाम रहे, जिसकी कसक उनके बयानों में भी साफ दिखाई दी. इसी 90 मीटर की तलाश और एक बार फिर सबसे ऊपर रहते हुए जीत दर्ज करने की आदत को बरकरार रखने के लिए नीरज डाइमंड लीग के इस लुसैन लेग में हिस्सा ले रहे हैं.

ये दिग्गज क्रिकेटर अब नहीं खेल पाते स्पिन ?,कोच टेन डेशकाटे ने दिया चौंकाने वाला बयान

टीम इंडिया के पास एक से बढ़कर एक बल्लेबाज हैं. इस टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल जैसे बल्लेबाज हैं जो कि तकनीकी तौर पर काफी ज्यादा मजबूत हैं. हालांकि टीम इंडिया के नए असिस्टेंट कोच का मानना है कि ये खिलाड़ी स्पिन के खिलाफ संघर्ष करते नजर आते हैं. बात हो रही है टेन डेशकाटे की जो हाल ही में असिस्टेंट कोच बने हैं और उन्होंने ये बात मानी कि टीम इंडिया के खिलाड़ी स्पिनर्स के खिलाफ पहले के मुकाबले संघर्ष करते हैं. डेशकाटे ने कहा कि कभी स्पिनर्स के खिलाफ भारतीय बैटिंग काफी मजबूत थी लेकिन अब इसके प्रदर्शन में गिरावट आई है.

टेन डेशकाटे ने क्या कहा?

टेन डेशकाटे ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय बल्लेबाजों के लिए स्पिन के खिलाफ बैटिंग मजबूत पक्ष रहा लेकिन अब प्रदर्शन में गिरावट आई है. डेशकाटे ने कहा कि वो इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि वो खिलाड़ियों की मदद कर सकें. वो चाहते हैं कि टीम इंडिया के खिलाड़ी एक बार फिर दुनियाभर में स्पिन को सबसे बेहतर ढंग से खेलने वाले खिलाड़ी बनें. टेन डेशकाटे ने स्पिन के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों के गिरते प्रदर्शन की वजह भी बताई. टीम इंडिया के नए असिस्टेंट कोच ने बताया कि पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम का माइंडसेट विदेश में बेहतर प्रदर्शन करना रहा है.

तकनीकी ज्ञान की जरूरत नहीं

टेन डेशकाटे ने आगे कहा कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों को किसी तकनीकी ज्ञान की जरूरत नहीं. वो बस खिलाड़ियों को एक माइंडसेट से खेलने की सलाह देंगे और साथ ही नए आइडिया देना भी उनका काम है. टेन डेशकाटे ने वैसे कुछ गलत नहीं कहा है. टीम इंडिया के खिलाड़ी स्पिनर्स के खिलाफ परेशान नजर आते हैं. विराट कोहली को भी स्पिन के खिलाफ दिक्कतें पेश आई हैं. अब टीम इंडिया को अगली टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश से भिड़ना है जिसके स्पिनर्स भारतीय सरजमीं पर स्पिन फ्रेंडली पिच का फायदा उठा सकते हैं.

दूसरे मैच में ईशान किशन ने कर दी बड़ी गलती,मैदान से जाना पड़ा बाहर

ईशान किशन इस वक्त टीम इंडिया में वापसी करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. ईशान बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी कर रहे हैं. इस टूर्नामेंट के पहले ही मैच में ईशान किशन ने शानदार शतक लगाया था जिसके बाद उनकी टीम को दमदार जीत मिली. लेकिन दूसरे ही मैच में ईशान किशन ने वो गलती कर दी जिसके लिए वो अकसर ट्रोल होते रहते हैं. बुधवार को हैदराबाद के खिलाफ मैच में ईशान किशन सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हुए और उनके आउट होने की वजह बेहद ही खराब शॉट रहा.

ईशान किशन फ्लॉप

ईशान किशन ने हैदराबाद के खिलाफ 11 गेंदों में एक रन बनाया. फ्लॉप होना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, हर खिलाड़ी के साथ ऐसा होता है लेकिन जिस अंदाज में किशन ने अपना विकेट गंवाया वो हैरान करने वाला है. ईशान किशन ने तनय त्यागराजन की गेंद पर विकेट गंवाया. ईशान ने इस खिलाड़ी की गेंद पर स्वीप स्लॉग शॉट खेलते हुए अपना विकेट विरोधी को गिफ्ट में दिया. यहां बड़ी बात ये है कि ईशान किशन ने ये शॉट तब खेला जब उनकी टीम पहले ही पांच विकेट गंवा चुकी थी. ईशान के लिए ये टूर्नामेंट बेहद अहम है. इस टूर्नामेंट में अगर वो रन बनाते हैं तो अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली टी20 सीरीज में उनकी टीम इंडिया में वापसी हो सकती है.

झारखंड की हालत खराब

मैच की बात करें तोझारखंड की टीम बड़ी मुसीबत में फंस गई. ईशान किशन जब आउट हुए तो टीम का स्कोर सिर्फ 145 रन था. वहीं इसके बाद खबर लिखे जाने तक टीम ने 171 रन पर 8 विकेट गंवा दिए थे. झारखंड के लिए सिर्फ ओपनर शरनदीप सिंह ने शानदार पारी खेली. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 151 गेंदों में 78 रन बनाए.

टी20 वर्ल्ड कप में इस्तेमाल हुई पिच पर ICC का आया बड़ा फैसला

टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 को बेहद ही रोमांचक अंदाज में अपने नाम किया था. फाइनल में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को मात दी. हालांकि अब इस टूर्नामेंट के खत्म होने के तकरीबन 2 महीने बाद आईसीसी ने इसमें इस्तेमाल हुई पिच की रेटिंग जारी की है. आईसीसी ने 6 पिच की रेटिंग जारी की है जिसमें से 2 पिच को उसने अच्छा बताया है वहीं भारत और साउथ अफ्रीका के बीच फाइनल में इस्तेमाल हुई पिच को उसने बेहद अच्छी रेटिंग दी है. लेकिन यहां बड़ी खबर ये है कि आईसीसी ने तीन मैचों की पिच पर नाखुशी जताई है.

इन तीन पिच पर सवाल

साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच 3 जून को हुए मुकाबले में इस्तेमाल हुई पिच को आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है. इस मुकाबले में श्रीलंका की टीम सिर्फ 77 रनों पर ढेर हो गई थी. इसके बाद 5 जून को आयरलैंड और भारत के बीच हुए मुकाबले में इस्तेमाल हुई पिच को भी आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है. यहां आयरलैंड की टीम 97 पर ढेर हो गई थी और बड़ी बात ये है कि बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा को भी चोट लगी थी. ये दोनों ही मुकाबले न्यूयॉर्क के नैसो काउंटी में हुए थे. हालांकि आईसीसी ने भारत-पाकिस्तान मैच में इस्तेमाल हुई पिच को सही करार दिया है.

सेमीफाइनल की पिच भी खराब!

टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सेमीफाइनल में इस्तेमाल हुई पिच पर भी आईसीसी ने नाखुशी जताई है. अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका के बीच हुए इस नॉक आउट मैच में दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों को खासी दिक्कत पेश आई थी. अफगानी टीम तो पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 56 रन पर ढेर हो गई. साउथ अफ्रीका ने लक्ष्य एक विकेट खोकर हासिल किया था लेकिन उसके बल्लेबाजों को भी शॉट्स खेलने में दिक्कत पेश आई थी. यही वजह है कि त्रिनिडाड-टोबैगो में खेले गए इस मुकाबले की पिच को भी आईसीसी ने असंतोषजनक करार दिया है.

BCCI का बैंक बैलेंस जानकर उड़ जाएंगे होश, एक IPL से कमाए इतना करोड़

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है, ये तो सब जानते हैं लेकिन कितना पैसा उसके खजाने में है, ये जानने की ख्वाहिश सबकी है. आईपीएल से लेकर अलग-अलग स्पॉन्सर के जरिए भारतीय बोर्ड की कमाई करोड़ों में है. पिछले कुछ सालों में आईपीएल उसकी कमाई का सबसे बड़ा जरिया बनकर उभरा है और इसका असर बोर्ड के खजाने पर भी दिख रहा है. बीसीसीआई ने 2022-23 के अपने फाइनेंशियल स्टेटमेंट रिलीज किए है और इसमें जो रकम सामने आई है, उससे जानकर किसी के भी होश उड़ जाएंगे. बोर्ड के खजाने में पिछले वित्तीय वर्ष के बाद 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बैंक बैलेंस है. वहीं आईपीएल 2023 सीजन से ही बोर्ड ने 11 हजार करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली.

एक IPL सीजन से जबरदस्त कमाई

जाहिर तौर पर आईपीएल से ही बीसीसीआई की सबसे ज्यादा कमाई रही और यहां बोर्ड को कमाई के साथ ही जबरदस्त प्रॉफिट भी हुआ है. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय बोर्ड ने सिर्फ आईपीएल 2023 सीजन से ही 11769 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली, जिसमें साल दर साल (Year on Year) 78 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. बोर्ड की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, उसे आईपीएल 2023 से प्रॉफिट और सरप्लस के रूप में 5120 करोड़ रुपये मिले. ये आईपीएल 2022 की तुलना में 116 फीसदी ज्यादा है, जब उसके पास 2367 करोड़ रुपये सरप्लस में थे.

बीसीसीआई की कमाई में आईपीएल समेत टीम इंडिया के कई स्पॉन्सरों से मिलने वाली रकम की बड़ी भूमिका है लेकिन सबसे ज्यादा पैसा बोर्ड को ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होता है और इसमें आईपीएल की मौजूदा डील (2023-27) सबसे अहम साबित हुई है. बीसीसीआई ने 2022 में आईपीएल के लिए 48390 करोड़ रुपये की ब्रॉडकास्टिंग डील की थी और इसने ही बोर्ड की कमाई को इस ऊंचाई पर पहुंचाया है. इसके चलते आईपीएल 2023 में बीसीसीआई की इस डील से 8744 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जो आईपीएल 2022 में 3780 करोड़ थी. यानी बोर्ड की कमाई में 131 फीसदी का इजाफा हुआ है.

बैंक बैलेंस भी जबरदस्त, और बढ़ेगी कमाई

सिर्फ कमाई ही नहीं, बल्कि आईपीएल में बीसीसीआई के खर्चे भी बढ़े हैं, जो 66 पर्सेंट बढ़कर 6648 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. कुल मिलाकर बैंक में करंट अकाउंट से लेकर एफडी तक भारतीय बोर्ड के पास 16493.2 करोड़ रुपये हैं. सेविंग्स साधनों में बीसीसीआई ने जितनी कमाई की है, उसकी एवज में करोड़ों में जीएसटी भी चुकाया है. बीसीसीआई ने बताया है कि उसने कुल 2038 करोड़ का जीएसटी भरा है.

बीसीसीआई ने अभी 2023-24 से हुई कमाई की रिपोर्ट पेश नहीं की है, जिससे बोर्ड की कमाई के इससे भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है. इतना ही नहीं, अगले कुछ सीजन में ये कमाई और बढ़ जाएगी क्योंकि फिलहाल 10 टीमों वाले टूर्नामेंट में 74 मैच आयोजित हो रहे हैं. बीसीसीआई इसे अगले सीजन में 84 मैच तक करने की योजना बना रहा है और अगर ऐसा होता है तो मीडिया राइट्स से लेकर स्पॉन्सरशिप तक बोर्ड की कमाई में और ज्यादा इजाफा होना तय है.

ईशान किशन कर सकते हैं टीम इंडिया में वापसी,जानें किस सीरीज में

टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन के लिए पिछले कुछ महीने काफी खराब रहे हैं. वह टीम इंडिया में अपनी जगह गंवा चुके हैं और बीसीसीआई की ओर से उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर का रास्ता दिखाया था. लेकिन अब ईशान किशन के अच्छे दिन लौटते हुए नजर आ रहे हैं. इसके पीछे कई वजह हैं. वह जल्द ही टीम इंडिया में वापसी करते हुए नजर आ सकते हैं.

शुरू हुए ईशान किशन के अच्छे दिन

ईशान किशन ने साल 2024 में टीम इंडिया के लिए कोई भी मैच नहीं खेला है और ना ही उन्हें टीम में चुना गया है. वह घरेलू क्रिकेट से भी दूर थे. हालांकि वह अब घरेलू क्रिकेट में लौट आए हैं. ईशान किशन बुची बाबू टूर्नामेंट में झारखंड टीम की कप्तानी कर रहे हैं. उन्होंने अपने दम पर टीम को पहला मैच जिताया है. उन्होंने मध्य प्रदेश के खिलाफ पहली पारी में 107 गेंदों पर 114 रन बनाए, जिसमें 10 छक्के और 5 चौके शामिल रहे. वहीं, दूसरी पारी में 58 गेंदों पर 41 रन बनाकर नाबाद लौटे और टीम को जीत तक पहुंचाया.

बांग्लादेश के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज से पहला ईशान का रन बनाना उनके लिए अच्छे संकेत हैं. इसके अलावा उन्होंने दलीप ट्रॉफी के लिए भी टीम में चुना है. यानी सेलेक्टर्स उन्हें मौका देने के मुड में हैं. अगर ईशान किशन अपनी फॉर्म को आगे भी जारी रखते हैं तो उनकी टीम इंडिया में वापसी हो सकती है. बता दें, बता दें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट के अलावा टी20 सीरीज भी खेली जाएगी. ऐसे में ईशान किशन के पास टीम में वापसी करने का बड़ा मौका है.

टीम इंडिया से क्यों किए गए बाहर?

ईशान किशन ने पिछले साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ बीच दौरे से हटने का फैसला किया था. इसके पीछे की वजह मानसिक थकान बताई थी. इसके बाद वह बीसीसीआई से निर्देश मिलने के बावजूद घरेलू टूर्नामेंट में खेलने नहीं उतरे थे. ऐसे में बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लिया था और उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया गया था. ईशान किशन ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच नवंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. ये टी20 सीरीज थी, जो वनडे वर्ल्ड कप के ठीक बाद खेली गई थी.

विराट कोहली और रोहित शर्मा दिलीप ट्रॉफी में न खेलने पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने जताई नाराजगी

दिलीप ट्रॉफी के लिए टीमो का ऐलान हो गया है. बता दें कि पहले ये बात सामने आई थी कि दिलीप ट्रॉफी में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी भी खेलते हुए नजर आएंगे लेकिन जब टीम का ऐलान हुआ तो ये दिग्गज किसी भी टीम का हिस्सा नहीं थे. कोहली-रोहित के अलावा जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या का नाम टीमों में नहीं था. जिसके बाद बीसीसीआई के अध्य़क्ष जय शाह ने इस बारे में बात की थी और कहा कि, बड़े टूर्नामेंट को देखते हुए उनपर घरेलू क्रिकेट में शामिल होने का दवाब नहीं बनाया गया था. जय शाह ने कहा कि, "उन्हें कोई इंजरी न हो इसके लिए उन्हें घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने के लिए दबाव नहीं डाला जा रहा है." अब इस बात को लेकर सुनील गावस्कर नाराज हो गए हैं. 

पूर्व भारतीय कप्तान गावस्कर ने मिड डे में लिखे अपने कॉलम में कोहली और रोहित के दिलीप ट्रॉफी में न खेलने पर अपनी नाराजगी जताई है.

गावस्कर ने अपने कॉलम में लिखा है. "कोहली और रोहित की उम्र बढ़ रही है. उन्हें फॉर्म में रहने के लिए ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने चाहिए. जब ये दोनों खिलाड़ी अब टी-20 का हिस्सा नहीं हैं तो इन्हें खुद को फिट और फॉर्म में रहने के लिए घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना चाहिए."

पूर्व दिग्गज ने आगे लिखा है, "हालांकि यह समझ में आता है कि जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी को पीठ के साथ सावधानी से संभलने की जरूरत है, लेकिन बल्लेबाजों को बीच में मैच के लिए कुछ समय निकालना चाहिए था. एक बार जब कोई खिलाड़ी किसी भी खेल में मध्य-तीस उम्र के दशक में पहुंच जाता है, तो नियमित प्रतिस्पर्धा उसे खुद को अपने फॉर्म में बनाए रखने में मदद करती है. जब लंबा अंतराल होता है तो मांसपेशियों की याददाश्त कुछ हद तक कमजोर हो जाती है और पहले की तरह आप परफॉर्म नहीं कर पाते हैं. "

बता दें कि रोहित ने आखिरी बार इस साल मार्च में टेस्ट खेला था जबकि कोहली ने जनवरी में. हालांकि, दोनों नियमित रूप से सफेद गेंद वाली क्रिकेट खेल रहे हैं. यह जोड़ी अगले महीने बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से वापसी करेगी. हाल ही में रोहित शर्मा और विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेले थे.

राहुल द्रविड़ के बेटा समित ने एक दमदार पारी खेली और अपनी टीम को मुश्किल हालात से निकाला बाहर

टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने के बाद राहुल द्रविड़ फिलहाल क्रिकेट एक्शन से दूर हैं. उनकी जगह फिलहाल बेटे समित द्रविड़ ने ली है, जो इन दिनों चर्चा के केंद्र में हैं. वैसे तो समित को अभी तक घरेलू क्रिकेट में या फ्रेंचाइजी क्रिकेट में कोई बड़ा मौका तो नहीं मिला है लेकिन वो धीरे-धीरे अपनी पहचान भी बनाने लगे हैं. इन दिनों समित कर्नाटक की टी20 लीग महाराजा टी20 ट्रॉफी में खेल रहे हैं और यहां वो धीरे-धीरे रंग में आते हुए दिख रहे हैं. शुरुआती दो मैचों की नाकामी के बाद तीसरे मैच में समित ने एक दमदार पारी खेली और अपनी टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकाला.

महाराजा ट्रॉफी में समित मैसूरू वॉरियर्स की ओर से खेल रहे हैं. पहले और दूसरे मैच में उनके बल्ले से सिर्फ 7-7 रन ही निकले थे. हालांकि इसमें से दूसरे मैच में उनके एक शॉट ने खूब वाहवाही बटोरी थी. इसमें उन्होंने गेंद की लेंथ को जल्दी ही भांप लिया था और ऊंचा और लंबा शॉट खेलकर छक्का जमा दिया था. उनका ये शॉट हर किसी को पसंद आया. फिर भी वो तब बड़ी पारी नहीं खेल पाए लेकिन इस बार उन्होंने न सिर्फ अच्छे शॉट्स लगाए बल्कि एक दमदार इनिंग भी खेली.

कप्तान के साथ मिलकर टीम को बचाया

मैसूरू का सामना गुलबर्गा मिस्टीक्स से हुआ और पहले बैटिंग मैसूरू की ही थी. टीम ने सिर्फ 18 रन पर अपने दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए थे और स्थिति अच्छी नहीं थी. ऐसे में कप्तान करुण नायर के साथ पारी को संभाला समित ने. दाएं हाथ के बल्लेबाज समित ने कुछ बेहतरीन स्ट्रोक्स लगाए और कप्तान के साथ मिलकर एक जोरदार साझेदारी की. दोनों ने 83 रनों की साझेदारी की और टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया. इसमें समित ने 24 गेंदों में 33 रनों की अहम पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल था. ये उनका इस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा स्कोर भी है.

मैसूरू का बड़ा स्कोर

जहां तक पारी का सवाल है तो समित के आउट होने के बाद भी कप्तान नायर जमे रहे और उन्होंने स्कोर को आगे बढ़ाने का सिलसिला जारी रखा. वो आखिरकार 16वें ओवर में 35 गेंदों पर 66 रन बनाकर आउट हुए. इसके बावजूद टीम ने 196 रनों के बड़ा स्कोर खड़ा किया और इसकी वजह रहे लोअर ऑर्डर के बल्लेबाज जे सुचित, जिन्होंने सिर्फ 13 गेंदों में 40 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 2 चौके और 4 छक्के शामिल थे.

कब होगी मैदान पर मोहम्मद शमी की वापसी,तारीख आई सामने

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच 2023 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान खेला था. इस टूर्नामेंट के दौरान वह चोटिल हो गए थे. जिसके चलते उन्होंने इस साल की शुरुआत में टखने की सर्जरी करवाई थी. वह फिलहाल बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) में अपने रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं. फैंस उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. आखिरी वह मैदान पर कब वापसी करेंगे, इसको लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आ गया है.

शमी की कब होगी मैदान पर वापसी?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद शमी के रणजी ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम बंगाल के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करने की संभावना है. इसके बाद वह न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं. माना जा रहा है कि शमी 11 अक्टूबर को यूपी के खिलाफ बंगाल के शुरुआती रणजी मैच में खेलने उतर सकते हैं. इसके बाद बंगाल को अपना दूसरा मैच 18 अक्तूबर से बिहार के खिलाफ कोलकाता में खेलना है. दोनों मैचों के बीच केवल दो दिन का अंतर है, ऐसे में यह संभावना काफी कम है कि वह दूसरे मैच में भी खेलें.

दूसरी ओर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 19 अक्टूबर से बेंगलुरु में शुरू होगी. दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट मैच खेले जाने हैं और फिर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के बड़े दौरे पर जाने से पहले शमी के न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच खेलने की उम्मीद है. बता दें, शमी ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी मैच वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था, जो 19 नवंबर को अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था.

मोहम्मद शमी ने शुरू की प्रैक्टिस

मोहम्मद शमी ने नेट्स में गेंदबाजी करना शुरू कर दिया है. उन्होंने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह गेंदबाजी करते हुए नजर आए थे. बता दें, शमी ने टीम इंडिया के लिए अभी तक 64 टेस्ट, 101 वनडे और 23 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट में उन्होंने 229 विकेट, वनडे में 195 विकेट और टी20 में 24 हासिल किए हैं. वह टीम के सबसे अहम गेंदबाजों में से एक हैं. ऐसे में उनकी वापसी टीम इंडिया के लिए किसी बड़ी खुशखबरी से कम नहीं है