13 आईएएस अफसरों की जिम्मेदारियों में किया गया बदलाव, जानिये किसे क्या मिला
लखनऊ । प्रदेश सरकार ने 13 आईएएस अफसरों की जिम्मेदारियों में बदलाव कर दिया। प्रतीक्षा में चल रहीं मिनिष्ती एस को वित्त विभाग में सचिव बनाया गया है। आगरा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और वहां की संभागीय खाद्य नियंत्रक अनिता यादव को प्रतीक्षारत कर दिया गया है।प्रतीक्षारत चल रहे के. विजयेंद्र पांडियन को आयुक्त एवं निदेशक उद्योग, आयुक्त एवं निदेशक हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, उत्तर प्रदेश राज्य वस्त्र निगम लिमिटेड, स्टेट स्पिनिंग कंपनी लिमिटेड, स्टेट यार्न कंपनी लिमिटेड, सहकारी कताई मिल्स संघ लिमिटेड और उत्तर प्रदेश वित्त निगम लिमिटेड का प्रबंध निदेशक बनाया गया है।

ग्रेटर नोएडा की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग को नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग में विशेष सचिव की जिम्मेदारी दी गई है।गोंडा की सीडीओ एम. अरून्मोली को आगरा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष (वीसी) बनाया गया है। अलीगढ़ की सीडीओ व वहां की संभागीय खाद्य नियंत्रक आकांक्षा राणा को विशेष कार्याधिकारी, कुंभ मेला प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी गई।


बहराइच की सीडीओ राम्या आर को विशेष सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ के संयुक्त प्रबंध निदेशक मुकेश चंद्र को बहराईच का सीडीओ, कुशीनगर की संयुक्त मजिस्ट्रेट अंकिता जैन को गोंडा का सीडीओ, प्रतापगढ़ के सीडीओ नवनीत सेहारा को उत्तर प्रदेश सहकारी चीनी मिल्स संघ लिमिटेड का संयुक्त प्रबंध निदेशक, प्रतीक्षारत चल रहे अरविंद सिंह को अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त राजस्व परिषद, बुलंदशहर की संयुक्त मजिस्ट्रेट डॉ. दिव्या मिश्रा को प्रतापगढ़ का सीडीओ और कानपुर नगर की संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रखर कुमार सिंह को अलीगढ़ का सीडीओ बनाया गया है।
एससी-एसटी और ओबीसी के आरक्षण के साथ कोई खिलवाड़ न करें भाजपा, कांग्रेस व अन्य दलः मायावती

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नेशनल कन्फेडरेशन आफ दलित एंड आदिवासी आर्गनाइजेशन के बुधवार को भारत बंद का समर्थन किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एससी-एसटी और ओबीसी को आरक्षण का मिला संवैधानिक हक डा. भीमराव अम्बेडकर के अनवरत संघर्ष का परिणाम है। भाजपा, कांग्रेस व अन्य पार्टियां इसकी अनिवार्यता एवं संवेदनशीलता के साथ कोई खिलवाड़ न करें।

मायावती ने एक्स पोस्ट में कहा कि बसपा का भारत बंद को समर्थन, क्योंकि भाजपा व कांग्रेस आदि दलों के आरक्षण विरोधी षड्यंत्र एवं इसे निष्प्रभावी बनाकर अन्ततः खत्म करने की मिलीभगत के कारण एक अगस्त 2024 को एससी-एसटी के उपवर्गीकरण एवं इनमें क्रीमीलेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध इनमें रोष एवं आक्रोश है। इसको लेकर इन वर्गों के लोगों द्वारा भारत बंद के तहत सरकार को ज्ञापन देकर संविधान संशोधन के जरिए आरक्षण में हुए बदलाव को खत्म करने आदि की मांग जबरदस्त है। एससी-एसटी के साथ ही ओबीसी समाज को भी आरक्षण का मिला संवैधानिक हक इन वर्गों के सच्चे मसीहा डा. भीमराव अम्बेडकर के अनवरत संघर्ष का परिणाम है, जिसकी अनिवार्यता व संवेदनशीलता को भाजपा, कांग्रेस व अन्य पार्टियां समझकर इसके साथ भी कोई खिलवाड़ न करें।
पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा को लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार का मातहतों को कड़ा निर्देश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस-2023 सीधी भर्ती के पदों पर 23, 24, 25 एवं 30 और 31 अगस्त कई जिलों में परीक्षाएं होगी। इन परिक्षाओं को नकलविहिन एवं शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराये जाने के लिए बुधवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने मातहतों को कड़े निर्देष दिए हैं।डीजीपी ने कहा कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों के आवागमन मार्ग पर स्थित सीसीटीवी कैमरों को क्रियाषील करा ले। नये सीसीटीवी कैमरे भी पर्याप्त संख्या में अधिष्ठापित कराये। चिन्हित हॉटस्पॉट्स पर ड्रोन कैमरों से चेकिंग हो।

राजपत्रित अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेट की संयुक्त रूप से रहेगी ड्यूटी

उक्त परीक्षा के परिप्रेक्ष्य में सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर परीक्षा केन्द्रों का स्वयं एवं प्रशासनिक, पुलिस अधिकारियों के साथ स्थलीय भ्रमण करे। परीक्षा केन्द्रों पर भीड न लगने दे। परीक्षा केंद्रों पर आवश्यकतानुसार पुलिस बल उपलब्धक कराया जाये।डीजीपी ने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर आने जाने के लिए प्रर्याप्त साधन की व्यवस्था करायी जाए। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, टैक्सी स्टैंड, होटल पर भीड़ प्रबंधन और यातायात को बनाये रखने के लिए अभी से तैयारी कर ले। राजपत्रित अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेट की संयुक्त रूप से ड्यूटी लगायी जाये।

परीक्षा केन्द्रों के आसपास ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग प्रतिबंधित

जिन थाना क्षेत्रों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये है, वहॉ यूपी-112 पीआरवी के वाहनों के चार्ट में परीक्षा केन्द्र के आस-पास के महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानां तैनात रहे।परीक्षा के दृष्टिगत असामाजिक तत्वों का चिन्हीकरण करते हुए अभिसूचना विभाग, एसटीएफ तथा जनपदीय पुलिस द्वारा परस्पर उच्च स्तरीय समन्वय स्थापित कर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाये। परीक्षा केन्द्रों के आसपास ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग एवं परीक्षा परिसर में मोबाइल फोन, आईटी गैजेट्स एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री ले जाने पर पूर्णता प्रतिबंध है, इसका सख्ती से पालन कराया जाये।

परीक्षा केंद्रों पर तलाशी के लिए तैनात रहेंगे महिला व पुरुष कर्मी

परीक्षा केन्द्रों के प्रवेश स्थलों पर अभ्यर्थियों की तलाशी में सहयोग के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मी (महिला/पुरुष कर्मी) तैनात किये जाए।सोशल मीडिया सेल व जनपदीय अभिसूचना तंत्र को और अधिक सकिय व सतर्क कर दिया जाय। परीक्षा से सम्बन्धित समस्त अफवाहों व अन्य सोशल मीडिया पोस्ट का तत्काल संज्ञान लेकर अपेक्षित विधिसम्मत कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उपरोक्त निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाय।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अखिलेश यादव और भीम आर्मी ने भारत बंद का किया समर्थन, शांतिपूर्ण आंदोलन की अपील
लखनऊ। समाजवादी पार्टीके राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति आरक्षण मामले में भारत बंद का समर्थन किया है। उनके साथ ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एवं भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी बुधवार को बंदी का समर्थन में कूद गई है।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एससी-एसटी आरक्षण को लेकर दलित और आदिवासी समाज ने भारत बंद के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (एक्स) पर बुधवार को एससी-एसटी आरक्षण को लेकर लिखा कि आरक्षण की रक्षा के लिए जन-आंदोलन एक सकारात्मक प्रयास है। ये शोषित-वंचित के बीच चेतना का नया संचार करेगा और आरक्षण से किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ के ख़िलाफ़ जन शक्ति का एक कवच साबित होगा। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार होता है।

बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने पहले ही आगाह किया था कि संविधान तभी कारगर साबित होगा, जब उसको लागू करने वालों की मंशा सही होगी। सत्तासीन सरकारें ही जब धोखाधड़ी, घपलों-घोटालों से संविधान और संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ खिलवाड़ करेंगी तो जनता को सड़कों पर उतरना ही होगा। जन-आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।

वहीं भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) प्रमुख एवं नगीना से सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने पोस्ट कर लिखा कि आज का ये जनआंदोलन केन्द्र व राज्य सरकारों के लिये स्पष्ट सन्देश है कि अब बहुजन समाज ‘फूट डालो राज करो’ की साजिश को कामयाब नहीं होने देगा।

एक तरफ एससी-एसटी में क्रीमीलेयर खोजते हो। दूसरी तरफ हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में हमारे जजों को गायब कर देते हों। एनएफसी बताकर आरक्षित वर्ग की सीटें खाली छोड़ देते हो। एकल पद बताकर आरक्षण खत्म कर देते हो और अब हमें आपस में लड़ाने की साजिश भी करते हो।

कान खोलकर सुन लो आरक्षण और संविधान विरोधियों धन-धरती और राजपाट में संख्याबल के आधार पर जो हमारा हक बैठता है, अब वो देना ही होगा। मैंने संसद में ललकारा था, आज समाज सड़कों पर ललकार रहा है। बहुत हुआ, अब बहुजनों के अधिकारों पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी तरह का हमला हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

मैं राज्य सरकारों से भी कहना चाहता हूं कि आज बहुजन समाज अपने अधिकारों के लिये मजबूर होकर सड़कों पर आया है, तो राज्य सरकारें भी कानून व्यवस्था मजबूत कर, शांतिपूर्वक आंदोलन में मदद करें, कोई भी सरकार अगर हमारे साथ साजिश करेगी तो उसको भविष्य में अपनी कुर्सी गवानी पड़ेगी मेरे यह शब्द याद रखना। जय भीम, जय भारत, जय मंडल, जय जोहर, जय संविधान।

आगरा में विरोध में निकाली पैदल यात्रा, जमकर की नारेबाजी

ताजनगरी आगरा में एससी-एसटी आरक्षण को लेकर दलित और आदिवासी समाज के भारत बंद के समर्थन में पैदल यात्रा निकाली गई। हाथों में पोस्टर, बैनर, झंडा लेकर भारी संख्या में विरोध करते हुए भीड़ निकली। आरक्षण में उपवर्गीकरण को लेकर जोरदार प्रदर्शन करते हुए दलित समाज के लोग आरक्षण के समर्थन में सड़कों पर उतरे। जिले के धनौली नारीपुरा में निकला जुलूस के दौरान प्रदर्शन कारियों ने जबरन दुकानें बंद कराई।
डीजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया पर रखी जा रही निगरानी, पुलिस अलर्ट

लखनऊ । भारत बंद पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार का कहना है कि भारत बंद को लेकर पुलिस सतर्क है। जरूरत के हिसाब से फोर्स लगाई गई। माहौल खराब करने वालों पर कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही। डीजीपी मुख्यालय से प्रदेश के सभी जिलों की मॉनिटरिंग की जा रही।

उल्लेखनीय है कि भारत बंद को लेकर उप्र पुलिस हाई अलर्ट मोड पर है। प्रदेशभर के पुलिस बाजारों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर मुस्तैदी से तैनात है। इस दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए खुफिया एजेंसियां भी सतर्कता से निगरानी बनाए हुई हैं।
सीएम योगी ने कहा- पद्म विभूषण कल्याण सिंह 'बाबूजी' के संघर्षशील जीवन से प्ररेणा लेने की जरूरत
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व राज्यपाल और मुख्यमंत्री पद्म विभूषण कल्याण सिंह 'बाबूजी' को पुण्यतिथि पर याद कर नमन किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (एक्स) से पोस्ट कर लिखा कि आपका समाज के प्रति संघर्ष हमेशा प्ररेणा के लिए जाना जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी ने अपने पोस्ट में लिखा कि लोकप्रिय राजनेता, श्री राम मंदिर आंदोलन के अग्रदूत, सुशासन के प्रतीक, राजस्थान के पूर्व राज्यपाल व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, 'पद्म विभूषण' श्रद्धेय कल्याण सिंह 'बाबूजी' की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। सेवा, सुशासन, सामाजिक न्याय एवं जन-कल्याण को समर्पित रहा उनका संघर्षशील जीवन हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। श्रद्धेय 'बाबूजी' की पावन स्मृतियों को नमन।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा कि गरीबों, पिछड़ों व वंचितों के अधिकारों के लिए संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले प्रबल संरक्षक, असंख्य कार्यकर्ताओं के प्रेरणा स्रोत, उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान व हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एवं पद्म विभूषण से सम्मानित श्रद्धेय कल्याण सिंह जी ‘बाबूजी’ की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी पुण्यतिथि पर मनाये जाने वाले हिन्दू गौरव दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

इसी तरह उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि असंख्य कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत, उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री एवं पद्म विभूषण से सम्मानित श्रद्धेय कल्याण सिंह जी "बाबूजी" की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि कोटि नमन।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने लिखा कि जननेता, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक, करोड़ों कार्यकताओं के प्रेरणास्रोत, श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रणी नायक, सुशासन के संवाहक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पद्म विभूषण से सुसज्जित श्रद्धेय कल्याण सिंह 'बाबूजी' जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। बाबूजी द्वारा राष्ट्र एवं समाज सेवा के लिए किया गया अद्भुत कार्य हम सभी के लिए सदैव वंदनीय रहेगा।

अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को लेकर सपा-बसपा और भीम आर्मी के कार्यकर्ता उतरे सड़कों पर, हाईवे जाम, निकाला जुलूस

लखनऊ । अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दिए गए फैसले को लेकर यूपी के अलग-अलग जिलों में सपा, बसपा, कांग्रेस और भीम आर्मी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। अंबेडकरनगर में युवाओं ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। बलरामपुर में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और नारेबाजी की। वहीं, झांसी में प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन सौंपा।

डीजीपी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कंट्रोल रूम से खुद तैयारियों को परखा

इस दौरान कानून व्यवस्था को लेकर यूपी डीजीपी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कंट्रोल रूम से खुद तैयारियों को परखा और बंद की आड़ में हिंसा करने की साजिश करने वाले असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। डीजीपी ने बताया कि बंद को शांतिपूर्ण एवं प्रजातांत्रिक तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस मुस्तैद हैं। फिलहाल पूरे प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है और संगठनों के ज्ञापन अधिकारियों द्वारा लिए जा रहे हैं।डीजीपी मुख्यालय द्वारा जिलों को आठ कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल मुहैया कराया गया है। जिलों में भी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे हैं। जो भी उपद्रवी तत्व गड़बड़ी फैलाने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


अंबेडकरनगर: बांदा नेशनल हाईवे जाम कर दिया

अंबेडकरनगर में युवाओं ने बुधवार सुबह नेशनल हाईवे जाम कर दिया। आरक्षण में क्रीमी लेयर तय करने के फैसले पर प्रतिक्रिया के स्वरूप बड़ी तादाद में पहितीपुर बाजार के निकट युवक एकत्र हुए और टांडा से बांदा नेशनल हाईवे जाम कर दिया। इससे बड़ी तादाद में वाहन वहां फंस गए। इसमें एंबुलेंस के साथ ही स्कूली वाहन शामिल रहे। जाम की खबर पर अकबरपुर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और समझा बुझाकर जाम समाप्त कराया। इससे पहले करीब एक घंटे तक वहां मार्ग जाम रहा।

झांसी: भारत बंद के समर्थन में कलेक्ट्रेट पहुंचे कार्यकर्ता

अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हाल में आए फैसले को लेकर भारत बंद के आह्वन पर बसपा, कांग्रेस समेत अन्य दलों के कार्यकर्ता बुधवार को भारी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां सुरक्षा को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। नवाबाद, कोतवाली, प्रेमनगर, सदर बाजार समेत कई थानों का फोर्स भी मौजूद रहा। कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के अंदर पहुंचने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उनको बाहर ही रोक दिया।इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। उधर, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में दोपहर तक बंद बेअसर दिखाई पड़ा। महानगर के प्रमुख बाजार पूरी तरह खुले रहे। मानिक चौक, बड़ा बाजार, इलाइट, सीपरी बाजार समेत सदर बाजार में दुकानें खुली रहीं। यहां लोगों की भीड़ भी दिखाई पड़ी।

बलरामपुर: भारत बंद के समर्थन में भीम आर्मी के पदाधिकरियों ने निकाला जुलूस

आरक्षण मामले को लेकर भारत बंद के आह्वान पर बुधवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शहर में जुलूस निकाला। मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। बहादुरपुर के पास भीम आर्मी के कार्यकर्ता एकजुट हुए। वहां से मांगों के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। भगवतीगंज से होते हुए जुलूस संतोषी माता मंदिर तिराहे के रास्ते से वीर विनय चौराहे से मेजर चौराहा तक निकाला गया। कार्यकर्ताओं ने शहर का भ्रमण किया। बाद में मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। भारत बंद को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं।

अयोध्या: सपा, आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी ने किया प्रदर्शन

अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ कई संगठनों ने प्रदर्शन किया। समाजवादी पार्टी, आजाद समाज पार्टी व भीम आर्मी के प्रदर्शन को संभालने के लिए सिविल पुलिस के साथ सीआरपीएफ सड़क पर उतरी। सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह व सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा ने की रोकने की कोशिश की। समाजवादी पार्टी गुलाबबाड़ी से जुलूस लेकर शहर में निकली तो भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी ने कचहरी गेट पर प्रदर्शन किया। पुलिस व सीआरपीएफ ने बीच में ही रोका जुलूस। तीनों संगठनों ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा को सौपा ज्ञापन। संगठनों का दलित आरक्षण में छेड़छाड़ ना करने की मांग। आजाद समाज पार्टी ने कहा कि फैसला ना हुआ वापस तो दिल्ली में होगा आंदोलन।

सुल्तानपुर: भारत बंद का मिला जुला असर, दुकानदारों से उलझे भीम आर्मी के कार्यकर्ता

सुल्तानपुर में भारत बंद के आह्वान का मिला जुला असर रहा। शहर में अधिकांश दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान खोले। आरक्षण का विरोध कर रहे दलित संगठनों व पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने दुकानें बंद कराने को लेकर नोकझोंक भी की। पुलिस वालों ने किसी तरह उन्हें शांत कराया। भीम आर्मी, बसपा सहित कई दलित संगठन व पार्टियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बुधवार को आवास विकास कॉलोनी में इकट्ठा हुए। आरक्षण के विरोध में नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला गया जो बांसमंडी, कलेक्ट्रेट, दीवानी तिराहा, डीएम आवास होते हुए वापस कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस बीच भीम आर्मी के कार्यकर्ता ज्यादा गुस्से में दिखे और दुकानें बंद कराने के लिए दुकानदारों को धमकाते नजर आए। जुलूस के साथ चल रहे पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव किया, जिसके चलते विवाद बढ़ने नहीं पाया। उनकी इस हरकत से स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। एसपी सोमेन बर्मा ने बताया कि शांतिपूर्ण माहौल रहे, इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया है। उपद्रव करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

आगरा में हाईअलर्ट मोड पर रही पुलिस

आगरा में आरक्षण के उपवर्गीकरण को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इसके विरोध में युवा सड़कों पर उतरे। इस दौरान हजारों की संख्या में दलित युवा हाथों में नीला झंडा लेकर प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान भारत बंद का भी ऐलान किया गया था। भारत बंद को लेकर पुलिस हाई अलर्ट मोड पर रही। ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र के टेड़ी बगिया, पंचकुइया चौराहे सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं ने प्रदर्शन किया।

बरेली में बंद का आह्वान तो बेअसर, कई संगठनों के लोगों ने किया प्रदर्शन

बरेली में 'भारत बंद' का आह्वान तो बेअसर दिखाई दिया, लेकिन आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी समेत तमाम संगठनों के लोगों ने सड़कों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे सैकड़ों प्रदर्शनकारी चौकी चौराहे पर बैठ गए। नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। यहां से कलक्ट्रेट पहुंचे।करीब 30 मिनट तक प्रदर्शन के बाद लोग लौट गए। उधर, शाहजहांपुर और बदायूं में भी आरक्षण पर फैसले के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। लखीमपुर खीरी में रैली निकालकर विरोध जताया गया।

एटा में जबरन दुकानें बंद कराने का किया प्रयास,नारेबाजी करते हुए विरोध जताया

एटा में बुधवार को क्रीमी लेयर आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। बड़ी संख्या में दलित युवा हाथों में नीला झंडा लेकर सड़कों पर उतरे। उन्होंने नारेबाजी करते हुए विरोध जताया। विरोध प्रदर्शन को लेकर भारत बंद का भी आह्वान किया। जबरन दुकानें बंद कराने की कोशिश की।  जिलेभर में जगह-जगह आरक्षण बचाओ के नारेबाजी के साथ दलितों ने प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में जलेसर में जुलूस निकाला गया। जबरन दुकानें बंद कराने की कोशिश की। इसको लेकर व्यापारियों के साथ झड़प भी हो गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम लोग आगरा चौराहा पर खड़े हैं। लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध जता रहे हैं। पुलिस-प्रशासन हमे रोक रहा है।

संभल के चंदौसी में जुलूस निकाल कर आरक्षण के वर्गीकरण का जताया विरोध

चंदौसी शहर में एससी एसटी आरक्षण के वर्गीकरण के विरोध में भारत बंद का मिलाजुला असर दिखाई दिया। बसपा, सपा और भीम आर्मी समेत कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। तहसील पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। सुरक्षा की दृष्टि से कई थानों की पुलिस फोर्स मौजूद रही। बुधवार को एससी एसटी आरक्षण के वर्गीकरण के विरोध में राजनैतिक और एससी एसटी संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया था। जिसको लेकर बुधवार सुबह चंदौसी के खुर्जा गेट पर बड़ी तादाद में बसपा, सपा और भीम आर्मी और आंबेडक युवक संघ के कार्यकर्ता एकत्र हुए। यहां पहले से बड़ी तादाद में पुलिस बल मौजूद था। कार्यकर्ता सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में नारेबाजी करते रहे। इसके बाद यहां से कैथल गेट, बड़ा बाजार, मुरादाबाद गेट, फव्वारा चौक, आजाद रोड, माल गोदाम रोड, बदायूं चुंगी से होते हुए तहसील पहुंचे। यहां मोदी योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। एससी एसटी वर्ग को बांटने की साजिश बताते हुए निर्णय को वापस लेने की मांग की। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम नीतू रानी को दिया। ज्ञापन के बाद कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त किया। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।

लखनऊ समेत आठ जनपदों में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी
लखनऊ। मौसम विभाग ने यूपी के राजधानी लखनऊ समेत आठ से अधिक जनपदों में बुधवार को अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना बताते हुए चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने माैसम काे लेकर जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि बुधवार सुबह मौसम विभाग से प्राप्त ताजा अपडेट के मुताबिक कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, बाराबंकी, हरदोई समेत अन्य कुछ स्थानों पर 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा के गति से हवाएं चलेंगी। इसके साथ आज सुबह से रात तक बारिश हो सकती है। साथ ही मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार है।
इटावा: खड़े ट्रक में पीछे से घुसी कार, हादसे में चार की मौत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद में थाना इकदिल क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाइवे पर दिल्ली से हमीरपुर जा रही कार खड़े ट्रक में पीछे से घुस गई। हादसे में कार सवार एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। वहीं तीन लोग घायल हाे गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल पर कार में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला और उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है। हादसे में मरने वालों में तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने बताया कि थाना इकदिल क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाइवे पर दिल्ली से हमीरपुर जा रही तेज रफ्तार कार खड़े ट्रक में पीछे से जा टकराई। इस भीषण हादसे की सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन कर कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। हादसे में

घायलाें काे आनन-फानन उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है, जहां डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया। शेष तीन घायलों का इलाज जारी है।

एसएसपी ने बताया कि हादसे में मरने वालों परिवारिक व आपस में रिश्तेदार हैं। मृतकों की पहचान आशू पुत्र मोहनलाल निवासी सदापुरी थाना कंकडखेड़ा मेरठ, शोभारानी पत्नी शिवनारायण, शिवनारायण पुत्र मैयादीन निवाड़ी एचाना थाना महोबा कोतवाली जनपद महोबा, रामावतार पुत्र ग्यासी प्रजापति निवासी पारालदार थाना बिवार जनपद हमीरपुर के रूप में की गई है। वहीं दुर्घटना में एक महिला सुमन समेत दो बच्चे जितेंद्र और राशि घायल हैं, जिनका उपचार डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हादसे की वजह प्रथमदृष्टया चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है।
रक्षाबंधन:16 लाख बहनों ने की नि:शुल्क यात्रा
लखनऊ। रक्षाबंधन के पर्व पर अपने भाइयों की कलाई को सजाने के लिए घरों से निकली 16 लाख से ज्यादा बहनों को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी रोडवेज की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई। पिछले वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने पूरे दिन यानी 18/19 की मध्य रात्रि से 19/20 की मध्य रात्रि तक 24 घंटे परिवहन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा का लाभ उठाया। इस दौरान प्रदेश सरकार ने महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा कराने के लिए 16 करोड़ रुपए से ज्यादा का व्ययभार उठाया। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार विगत कई वर्षों से रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को परिवहन निगम की बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान कर रही है। इस बार भी योगी सरकार ने 24 घंटे यात्रा की सुविधा प्रदान की, जिसका प्रदेश के प्रत्येक जनपद में महिलाओं ने लाभ उठाया। इस दौरान परिवहन निगम की ओर से महिलाओं की सुगम यात्रा के लिए 2,000 अतिरिक्त बसें भी उपलब्ध कराई गईं।

निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि इसके तहत कुल 16,01,649 महिलाओं को निगम द्वारा नि:शुल्क यात्रा कराई गई। इस सुविधा का पूरा व्ययभार निगम द्वारा वहन किया गया, जो कि 16,25,95,910 रुपए रहा। एमडी ने बताया कि इस दौरान चालकों और परिचालकों को प्रोत्साहित करने के लिए 3 हजार रुपए तक का इंसेंटिव प्रदान किया गया, जबकि वर्कशॉप में काम करने वालों को भी 1200 रुपए का इंसेंटिव प्रदान किया गया। सारे ड्राइवर कंडक्टर वर्दी में रहे। कहीं कोई दुर्घटना नहीं हुई। ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में कोई ड्राइवर नशे में नहीं पाया गया। महिलाओं के साथ कहीं कोई अभद्रता की सूचना नहीं मिली है। कर्मचारी पूरी तरह मुस्तैद रहे। महिलाओं को कहीं किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। परिवहन निगम के सभी कर्मचारी पूरे 24 घंटे मुस्तैदी से काम करते रहे। इस क्रम में देखा जाये तो आरएम लखनऊ आरके त्रिपाठी अपनी पूरी टीम संग कैसरबाग, चारबाग, अवध बस स्टेशन और आलमबाग बस टर्मिनल पर यात्रियों से फीडबैक लेते और बसों का इंतजाम कराते दिखे।

2017 से 2024 तक महिलाओं को कराईं एक करोड़ नि:शुल्क यात्राएं

योगी सरकार ने 2017 में प्रदेश की सत्ता संभालते ही महिलाओं के हितों को देखते हुए इस सेवा की शुरूआत कर दी थी। 2017 में पहली बार इस सेवा के माध्यम से 11 लाख 16 हजार 332 महिलाओं ने नि:शुल्क यात्रा की थी। तब प्रदेश सरकार पर 6 करोड़ 8 लाख 13 हजार 105 रुपए का व्यय भार आया था। इसी तरह, 2018 में 11 लाख 69 हजार 226 महिलाओं को नि:शुल्क यात्रा कराने में सरकार ने 7 करोड़ 41 लाख 17 हजार 987 रुपए का खर्च वहन किया। 2019 में 12 लाख 4 हजार 85 महिलाओं ने नि:शुल्क यात्रा की, जबकि सरकार पर 7 करोड़ 68 लाख 37 हजार 8335 रुपए व्यय भार वहन किया।

2020 में 7 लाख 36 हजार 605 महिलाओं ने नि:शुल्क यात्रा की, जिस पर सरकार ने 4 करोड़ 82 लाख 48 हजार 521 रुपए का खर्च किया। 2021 में 9 लाख 63 हजार 466 महिलाओं के नि:शुल्क यात्रा पर सरकार पर 8 करोड़ 90 लाख 98 हजार रुपए का व्यय भार आया। इसी तरह 2022 में 22 लाख 32 हजार 322 महिलाओं की यात्रा के लिए सरकार को 18 करोड़ 98 लाख 34 हजार 421 रुपए का खर्च वहन करना पड़ा। 2023 में 29 लाख 29 हजार 474 महिलाओं ने इस सुविधा का लाभ उठाया और सरकार ने इस पर 27 करोड़ 65 लाख 66 हजार 615 रुपए का व्यय भार आया।