कोलकाता रेप-मर्डर मामले में भाजपा नेता के खिलाफ केस, BJP के पूर्व सांसद पर लगे ये आरोप

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर से रेप-मर्डर मामले की जांच सीबीआई के हाथों में है. इसी बीच कोलकाता पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज की है. इसमें एक मामला गलत जानकारी फैलाने के लिए है तो दूसरा पीड़िता की पहचान उजागर करने के लिए. इन दोनों मामलों में कोलकाता पुलिस ने दो डॉक्टर्स और बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी को पूछताछ का नोटिस भेजा है.

कोलकाता पुलिस ने पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में कथित तौर पर भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में डॉ. सुबर्ण गोस्वामी और डॉ. कुणाल सरकार को पूछताछ के लिए बुलाया है. हालांकि, सुबर्ण गोस्वामी का दावा है कि उन्हें अब तक कोई नोटिस नहीं मिला है. अगर मिलेगा तो वह पूछताछ में शामिल होंगे. वहीं, डॉ कुणाल सरकार ने स्वीकार किया है कि उन्हें आज सुबह कोलकाता पुलिस से नोटिस मिला है. वह कल पुलिस मुख्यालय में पेश होंगे क्योंकि वह आज किसी काम से बाहर हैं. 

कोलकाता पुलिस ने बीजेपी पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पीड़िता की पहचान उजागर की और जांच के बारे में गलत जानकारी साझा की. उन्हें आज दोपहर 3 बजे तक पेश होने के लिए कहा गया है. बता दें कि 8-9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत हुई थी. सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात ग्रेजुएट रेजिडेंट डॉक्टर का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया. वह बेहोशी की हालत में सेमिनार हॉल में मिली था. उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे.

निर्भया की मां आशा देवी का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा, 'घटना को बीते एक हफ्ते से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि लड़की के साथ किसी एक शख्स ने मारपीट की है या उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है...एक डॉक्टर के साथ इतना घिनौना अपराध तब हुआ है जब वह अस्पताल में ड्यूटी पर थी. जब अस्पताल के अंदर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं तो हम आम महिलाओं और लड़कियों के बारे में क्या सोच सकते हैं. सभी आरोपियों को तुरंत पकड़ा जाना चाहिए.उन्हें तुरंत सजा मिलनी चाहिए.'

आगरा में होते-होते बचा कोलकाता जैसा कांड! अस्पताल में फाड़ दिए नर्स के कपड़े, फिर जबरदस्ती करने की कोशिश की

 कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और फिर उसकी हत्या किए जाने का मामला अभी थमा भी नहीं है. इस बीच उत्तर प्रदेश के आगरा में कोलकाता जैसा ही कांड होते-होते बचा गया. आगरा के जिला अस्पताल से एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने स्टाफ नर्स और स्वास्थ्य कर्मचारियों को हिलाकर रख दिया है. आरोप है कि जिला अस्पताल की एक स्टाफ नर्स और महिला कर्मचारी को एक मरीज के रिश्तेदारों और अटेंडेंट्स ने पकड़ लिया. पहले नर्स के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई और फिर महिला कर्मचारी के कपड़े तक फाड़ दिए और उसे खींच कर ले जाने की कोशिश की जाने लगे.

मरीज के रिश्तेदारों और अटेंडेंट्स ने जब पीड़ित को पकड़ा तो उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया. चीखने-चिल्लाने की आवाज लगाने पर बाकी स्टाफ मौके पर पहुंच गया. इसके बाद नर्स और महिला स्टाफ की जान बच पाई. पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है. घटना सामने आने के बाद लोगों का कहना है कि अगर समय पर बाकी स्टाफ मौके पर नहीं पहुंचता तो आगरा के जिला अस्पताल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज जैसी घटना हो सकती थी. घटना के विरोध में जिला अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ और स्वास्थ्य कर्मचारी काम छोड़कर हड़ताल पर चले गए. हड़ताल पर गए स्वास्थ्य कर्मचारियों ने फिलहाल अपनी हड़ताल वापस ले ली है.

पीड़ित कर्मचारी रामवती ने घटना के बाद बताया अपनी आपबीती सुनाई है और बताया है कि मरीज के अटेंडेंट्स ने कपड़े फाड़ दिए. इसके बाद जबरदस्ती करने की कोशिश की गई. बताया जा रहा है कि आगरा जिला अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड में एक महिला मरीज के पास बैठे अटेंडेंट्स में पुरुष भी शामिल थे. रात के लगभग 11 बजे जब उनसे बाहर जाने को कहा गया तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया और विरोध पर मारपीट पर उतर आए. उन्होंने जिला अस्पताल की महिला कर्मचारियों पर दो बार हमला किया. पहली बार हंगामा और मारपीट की. इसके बाद वो अपने और साथियों के साथ आए, जिसमें महिलाएं भी थीं. उन्होंने महिला कर्मचारियों के कपड़े फाड़ दिए और फिर खींच कर ले जाने लगे.

बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 8-9 अगस्त की रात को पीजी सेकेंड ईयर का छात्रा और ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई. घटना के बाद लेडी डॉक्टर का शव अस्पताल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह मिला था. इस घटना के बाद देशभर के लोगों में गुस्सा है. इसके बाद देशभर के डॉक्टरों की हड़ताल और विरोध-प्रदर्शन जारी है.

प्रदीप मिश्रा ने निकाली 11 KM लंबी कांवड़ यात्रा, उमड़ा शिव भक्तों का सैलाब, श्री शिवाय नमस्तुभ्यम से गूंज उठा सीहोर, पहुंचे इतने लाख लोग

 अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के नेतृत्व में शनिवार को सीहोर जिला मुख्यालय पर शिवभक्तों का सैलाब उमड़ा है। कांवड़ यात्रा के लिए देश के अलग-अलग प्रांतों से श्रद्धालु आए। पंडित प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में सुबह नौ बजे से कांवड़ यात्रा शुरू हुई, जो 11 किलोमीटर चलकर कुबेरेश्वर धाम पहुंचेगी। कांवड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालु बोल बम व श्री शिवाय नमस्तुभ्यम के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी।

बता दें, प्रतिवर्ष पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा कांवड़ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इस बार भी पंडित मिश्रा द्वारा कांवड़ यात्रा निकाली जा रही है। कांवड़ यात्रा जिला मुख्यालय के सीवन नदी घाट से प्रारंभ होकर कुबेरेश्वर धाम पहुंची। कांवड़ यात्रा में शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग प्रांतों से श्रद्धालु पहुंचे। पंडित प्रदीप मिश्रा की कांवड़ यात्रा के लिए करीब 450 किलोमीटर दूर अमरावती से करीब पांच से अधिक कांवड़ यात्री पैदल चलते हुए सीहोर पहुंचे। कावड़ यात्रा सुबह नौ बजे शहर के सीवन नदी तट से प्रारंभ, जो जगदीश मंदिर, कोतवाली चौराहा, मेन रोड, इंदौर नाके, सोया चौपाल होते हुए धाम पहुंची। कावड़ यात्रा में करीब पांच लाख श्रद्धालु शामिल हुए।

शिव भक्तों में कावड़ यात्रा को लेकर इतना उत्साह है कि एक दिन पूर्व शुक्रवार को ही कुबेरेश्वरधाम पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु देश के कोने-कोने से पहुंच गए थे। शुक्रवार को श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान शिव की पूजना अर्चना की गई। कुबेरेश्वधाम पर आने वालों के कारण रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड सहित अन्य स्थानों पर भीड़-भाड़ नजर आ रही है। कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट नजर आया। कलेक्टर प्रवीण कुमार सिंह, एसपी मयंक अवस्थी ने दो से तीन बार कुबेरेश्वर धाम व सीवन नदी घाट पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। आयोजन को लेकर सीहोर सहित बाहर के जिलों से भी पुलिस बुलाई गई। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात हैं। कलेक्टर प्रवीण के निर्देशों पर सीवन नदी घाट पर मोटर बोट एवं अन्य संसाधनों के साथ एसडीआरएफ की टीम एवं अन्य अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। सीवन नदी घाट पर फायर ब्रिगेड, क्रेन की उपलब्धता एवं अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए थे। 

नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस विकास राठौर के निर्देश पर नपा ने सीवन नदी से जल लेने के लिए सीवन नदी पुल के एक छोर से दूसरे छोर तक दोनों ओर पाइप लाइन डालकर प्रत्येक 5-5 फिट की दूरी पर नल लगाए गए हैं, ताकि कांवड़ यात्रियों को घाट पर उतरने की जरूरत नहीं पड़ी और आसानी से जल लेकर कांवड़ यात्रा में शामिल हुए।

वहीं, यात्रा के आयोजन पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि कांवड़ यात्रा को लेकर विठलेश सेवा समिति सहित क्षेत्रवासियों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां की थी। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के सभी समाज के लोगों ने यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए पोहा, नाश्ता, पेयजल, भोजन आदि की निशुल्क व्यवस्था की। यात्रियों के लिए 10 क्विंटल शुद्ध घी का हलवा, 30 क्विंटल से ज्यादा फलहारी खिचड़ी का इंतजाम किया गया है।वहीं शहर के शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में भीश्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है।

सीहोर जिले के ग्राम अमलाह में कुबेरेश्वर धाम जाने वाले श्रद्धालु तीन किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम में फस गए हैं। आज यानी शनिवार को पंडित प्रदीप मिश्रा की कावड़ यात्रा में शामिल होने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। इस कारण ग्राम अमलाह में 3 किलोमीटर का जाम लग गया है। प्रशासन ने ग्राम आमलाहा से धामंदा होते हुए भाउखेड़ी से होटल क्रिसेंट चौराहे तक रोड को डायवर्ट किया है। भोपाल से आने वाले यात्रियों को भी क्रिसेंट चौराहे से इछावर रोड पर भाउखेड़ी होते हुए अमलाह में हाईवे पर मिलाया गया है। जबकि इंदौर से आने वाले यात्रिओं के लिए अमलाह से भाऊखेड़ी होते हुए क्रिसेंट चौराहे पर मिलाया गया है।

देहरादून आईएसबीटी पर खड़ी रोडवेज बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म, दो बस ड्राइवर समेत पांच लोग गिरफ्तार

डेस्क: देहरादून आईएसबीटी पर किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी अजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बस के कर्मचारी किशोरी को दिल्ली से देहरादून लेकर आये थे। इसी बस में पांच लाेगों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। 

आरोपी दो बस ड्राइवर, एक कंडक्टर, एक कैशियर और एक सफाई कर्मचरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उत्तराखंड से अनुबंधित बस को भी बरामद कर कब्जे में ले लिया है।

आरोपियों में धर्मेंद्र कुमार(32) पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, देवेंद्र(52) पुत्र फूलचंद निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर, हरिद्वार, रवि कुमार(34) पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना - नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, यूपी, राजपाल(57) पुत्र स्व. किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार और राजेश कुमार सोनकर(38) पुत्र लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, देहरादून शामिल हैं।

बता दें कि आईएसबीटी पर किशोरी 13 अगस्त की शाम को बदहवास हालत में मिली थी। सहमी किशोरी ने मौके पर कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी काउंसलिंग कराई गई, तो घटना का खुलासा हुआ। काउंसलिंग में पता चला कि किशोरी के साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। किशोरी पंजाब की रहने वाली है। वह उस समय पंजाब से दिल्ली फिर मुरादाबाद ओर फिर देहरादून पहुंची थी। पटेलनगर इंस्पेक्टर केके लुंठी ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

कुवैत के क्राउन प्रिंस से मिले डॉ. एस जयशंकर, फोटो शेयर कर लिखी खास बात

डेस्क : विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को एक दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे और इस दौरान वह भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर कुवैत के नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। जयशंकर के देश में आगमन पर कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या ने उनका स्वागत किया। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करके कहा, ‘‘नमस्ते कुवैत। गर्मजोशी के साथ स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या का धन्यवाद करता हूं।

 

आज कुवैती नेतृत्व के साथ अपनी मुलाकातों का बेसब्री से इंतजार है।’’ विदेश मंत्रालय ने यात्रा से पहले एक बयान में कहा कि उनकी यात्रा से दोनों देशों को राजनीतिक मसलों, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा, सांस्कृतिक, वाणिज्य दूतावास समेत भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर बातचीत करने का मौका मिलेगा और आपसी हितों के जुड़े क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान भी होगा।

करीब 2 माह पहले कुवैत की एक इमारत में लगी भीषण आग लग गई थी। इस दुर्घटना में 45 भारतीयों की मौत की घटना के करीब दो माह बाद विदेश मंत्री यहां की यात्रा पर आये हैं। कुवैत के मंगाफ में जून में सात मंजिला इमारत में आग लगने से कम से कम 49 विदेशी कामगार मारे गए थे और 50 अन्य घायल हो गए थे।

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने लिखा, "कुवैत राज्य के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख सबा अल-खालिद अल-सबा अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।

राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री की शुभकामनाएं दीं।" भारत और कुवैत के बीच सदियों पुराना सद्भावना और मित्रता का बंधन है। हमारी समकालीन साझेदारी लगातार बढ़ रही है। हमारे संबंधों को उच्च स्तर पर ले जाने के लिए उनके मार्गदर्शन और अंतर्दृष्टि के लिए उन्हें धन्यवाद।"

झारखंड में सियासी हलचल, तीन विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे चंपई सोरेन, बोले-मैं तो निजी काम से आया हूं

डेस्क: झारखंड में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं उससे पहले वहां सियासी हलचल तेज हो गई है। पूर्व सीएम और जेएमएम नेता चंपई सोरेन के भाजपा ज्वाइन करने की बात सामने आ रही है। चंपई सोरेन तीन विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए हैं। वे एयर इंडिया की फ्लाइट से कोलकाता होते हुए दिल्ली आए हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि मैं तो दिल्ली अपने निजी काम से आया हूं। मेरा तो दिल्ली आना-जाना लगा रहता है। उन्होंने ये भी कहा कि कोलकाता में मेरी किसी से मुलाकात नहीं हुई है। चंपई ने कहा कि मैं जहां था, अभी तो वहीं हूं।

चंपई सोरेन पहले से ही भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में हैं और कहा जा रहा है कि वे किसी भी वक्त भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। हालांकि चंपई सोरेन ने ना तो ये कहा है कि वे भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं और ना ही इसे सिरे से नकारा है। उनसे जब ये सवाल पूछा गया था तो उन्होंने हंसकर बात टाल दी थी और कहा कि देखिये क्या होता है। 

बता दें कि चंपई सोरेन अगर तीन विधायकों के साथ भाजपा में शामिल होते हैं तो इससे हेेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लगेगा।

भाजपा की लॉकेट चटर्जी पर कोलकाता कांड पर गलत सूचना फैलाने का आरोप, आज होगी पूछताछ

कोलकाता पुलिस ने बीजेपी नेता लॉकेट चटर्जी और डॉक्टर कुणाल सरकार और सुबर्नो गोस्वामी को पूछताछ के लिए बुलाया है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बारे में कथित तौर पर गलत सूचना फैलाने के लिए तीनों की जांच की जा रही है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें रविवार दोपहर 3 बजे से पहले पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए कहा है।

डॉ. गोस्वामी ने मीडिया साक्षात्कारों में कई दावे किए, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्होंने कोलकाता के डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी थी और उसमें 150 ग्राम वीर्य, ​​टूटी पेल्विक हड्डी और सामूहिक बलात्कार के सबूत जैसे विवरण पाए गए थे। हालांकि, कोलकाता पुलिस ने इन दावों को झूठा बताया है। उन्होंने पुष्टि की कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसे निष्कर्ष नहीं हैं और कहा कि ये दावे भ्रामक और असत्य थे। इसके अलावा, चटर्जी से कथित तौर पर पीड़िता का नाम और फोटो सोशल मीडिया पर साझा करने के मामले में भी पूछताछ की जा सकती है।

सीबीआई की सहायता पर ध्यान दें: लॉकेट चटर्जी का विरोध

भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने सोशल मीडिया पर कोलकाता पुलिस और ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की और उन पर आरजी कर मामले की पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय सोशल मीडिया पोस्ट की निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने का आरोप लगाया।

हर दिन राज्य भर में लोगों से उनके पोस्ट के बारे में पूछताछ की जा रही है, लेकिन उन सभी को हिरासत में लेने की कोई जगह नहीं है। इस बीच, विरोध प्रदर्शन और मार्च जारी है और प्रशासन उदासीन दिखाई दे रहा है।” उन्होंने प्रशासन से सोशल मीडिया पोस्ट पर सवाल उठाने के बजाय पीड़िता के लिए न्याय को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। “सीबीआई की सहायता करने और सबूतों के साथ छेड़छाड़ से बचने पर ध्यान दें। पीड़ित का परिवार न्याय प्रणाली पर भरोसा कर रहा है, ”उन्होंने कहा।

9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर को मृत पाया गया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। 14 अगस्त को, एक भीड़ आरजी कर अस्पताल परिसर में घुस गई और विरोध स्थल, वाहनों और सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की, जिसके बाद सुरक्षा अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। देश भर में आक्रोश है और सभी न्याय की मांग कर रहे हैं।

कोलकाता रेप-मर्डर केस में आरोपी का होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट, क्या खुलेगा उस दिन राज?

डेस्क: कोलकाता के एमजे कर अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई वीभत्स दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच सीबीआई अपने तरीके से कर रही है। महिला डॉक्टर से रेप और ह्त्या के आरोपी संजय रॉय का सीबीआई ने साइकोलॉजी टेस्ट शुरू किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई के सीएफएसएल के पांच एक्सपर्ट की टीम संजय रॉय का साइकोलॉजीकल टेस्ट कर रही है। 

तो क्या सीबीआई के साइकोलॉजीकल टेस्ट से खुल जाएगा एमजे कर अस्पताल के सेमिनार हॉल के उस 35 मिनट का राज खुल जाएगा। क्या संजय रॉय उगलेगा साइकोलॉजीकल टेस्ट से वारदात का पूरा सच?

दरअसल इस टेस्ट को साइकोलॉजीकल ऑटोप्सी यानी कf अपराधी के दिमाग का साइकोलॉजीकल पोस्टमार्टम करना कहते हैं, जो पांच डॉक्टरों की सीबीआई की सीएफएसएल की टीम ये टेस्ट करने कल कोलकाता पहुंची थी और वो संजय रॉय से इस शर्मनाक घटना से जुड़ी कुछ सवाल करेगी, जिसके लिए बाकायदा सवालों की एक फेहरिस्त तैयार की गई है। इस टेस्ट में संजय रॉय के दिमाग का अध्ययन या यूं कहें कि उसके दिमाग का मनोवैज्ञानिक तरीके से पोस्टमार्टम किया जाएगा।

इस टेस्ट के लिए सीबीआई को किसी तरह से कोर्ट की परमिशन की जरुरत नहीं पड़ती है लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इस टेस्ट के जरिए और इस टेस्ट के निष्कर्ष के बाद आरोपी का कोर्ट की परमिशन से रूरत के हिसाब से ब्रेन मैपिंग, लाई डिडेक्टर, नार्को टेस्ट करवाया जा सकता है।

इस जांच में सीबीआई झूठ पकड़ने के लिए एक उपकरण, लेयर्ड वॉइस एनेलिसिस के जरिए संजय रॉय की आवाज को डाल सकती है और उस वॉइस के जरिये यह पता चल सकता कि आरोपी से जो सवाल पूछे गए उनके जवाब देते वक्त उसकी आवाज इस उपकरण में डालने के बाद बदली, इससे पता चल जाएगा कि क्या वाकई में वो सच बोल रहा है या नही।

वाराणसी से निकली साबरमती एक्सप्रेस के 22 डब्बे पटरी से उतरे, आधी रात को यात्रियों में मचा हड़कंप

वाराणसी से साबरमती जा रही साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे आज शनिवार (17 अगस्त) रात उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास पटरी से उतर गए, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। यह हादसा ट्रेन के कानपुर से रवाना होने के कुछ ही देर बाद हुआ, और भीमसेन के पास पटरी से उतरने की घटना हुई। उत्तर मध्य रेलवे (NCR) के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि यह घटना रात 2:30 बजे हुई। तेज आवाज के बाद जब ट्रेन रुकी तो यात्री सो रहे थे। पुलिस और प्रशासनिक कर्मियों सहित आपातकालीन टीमें घटनास्थल पर मौजूद हैं। सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया और किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "साबरमती एक्सप्रेस (वाराणसी से अहमदाबाद) का इंजन ट्रैक पर रखी किसी वस्तु से टकराया और आज सुबह 02:35 बजे कानपुर के पास पटरी से उतर गया। तेज चोट के निशान देखे गए हैं। साक्ष्य सुरक्षित हैं। आईबी और यूपी पुलिस भी इस पर काम कर रही है।" हालांकि, इस रूट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह सेक्शन कानपुर से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए अहम रूट है। यात्रियों में से एक विकास ने बताया कि, "कानपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने के कुछ ही देर बाद हमने तेज आवाज सुनी और कोच हिलने लगा। मैं बहुत डर गया, लेकिन ट्रेन रुक गई।" रेलवे ने बताया कि दुर्घटना के कारण सात रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं तथा तीन के मार्ग में परिवर्तन किया गया है। भारतीय रेलवे ने कानपुर जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए बसें भेज दी हैं। रेलवे के अनुसार, साबरमती एक्सप्रेस 19168 एक चट्टान से टकराने के बाद पटरी से उतर गई, जिससे इंजन के कैटल गार्ड को काफी नुकसान पहुंचा। भारतीय रेलवे फिलहाल इस घटना की जांच कर रहा है। इस बीच, रेलवे ने संबंधित स्टेशनों के लिए आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं: वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी जंक्शन पर 0510-2440787 या 0510-2440790 पर संपर्क किया जा सकता है। उरई के लिए संपर्क नंबर 05162-252206 है। बांदा के लिए 05192-227543 और ललितपुर जंक्शन के लिए 07897992404 पर संपर्क किया जा सकता है।
400 स्वदेशी हॉवित्जर तोपें खरीदने के लिए भारतीय सेना ने जारी किया टेंडर, 6500 करोड़ की है डील

रक्षा उपकरणों के संबंध में अपनी प्रमुख आधुनिकीकरण योजना के तहत, भारतीय सेना ने शुक्रवार (16 अगस्त) को 400 नए हॉवित्जर (तोपखाने) खरीदने के लिए लगभग 6,500 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया। जारी निविदा के अनुसार, सेना स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (IDDM) श्रेणी की तोपें भारतीय फर्मों से खरीदेगी। शीर्ष रक्षा सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि इस खरीद से रक्षा क्षेत्र में घरेलू कंपनियों को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। पिछले दशक में सेना द्वारा अनेक नई हॉवित्जर तोपें खरीदी गई हैं, जिनमें धनुष, शारंग, अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर (ULH) और के-9 वज्र स्व-चालित तोपें जैसी तोप प्रणालियां शामिल हैं। धनुष तोपें बोफोर्स तोपों का इलेक्ट्रॉनिक अपग्रेड हैं, जबकि शारंग तोपों को 130 मिमी से 155 मिमी कैलिबर में अपग्रेड किया गया है। सातवीं और पांचवीं रेजिमेंट को पहले से ही स्व-चालित तोपों से सुसज्जित किया जा चुका है। 155 मिमी भविष्य में सभी तोपों का मानक कैलिबर होगा, जिसमें स्वचालित सिस्टम और असेंबली होंगी। सूत्रों ने बताया कि दृष्टि प्रणालियों, गोला-बारूद निर्माण, धातु विज्ञान और तोपों की नेटवर्किंग में नई तकनीकों के विकास पर जोर दिया जा रहा है।