रांची के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया झंडोत्तोलन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

रिपोर्टर जयंत कुमार 

राजधानी रांची के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडोत्तोलन कर झारखंड के शहीदों को याद किया। वही शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। 

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार 15 अगस्त को रांची के शहीद चौक पहुंचे। यहां शहीद स्थल पर ध्वजारोहण किया। ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर इस स्थल स्थल पर राज्य के मुखिया झंडोत्तोलन करते हैं। बता दे कि यहां लगे कदम के पेड़ से 1858 में स्वतंत्रता सेनानी पांडे गणपत राय को सजा दी गई थी, साथ कई स्वतंत्रता सेनानीयो को भी सजा दी गई थी। जिसके बाद से इस स्थान को स्मारक स्थल के रूप में संजो कर रखा गया है। देश आजादी के बाद प्रत्येक वर्ष यहां झंडोतोलन किया जाता है। ऐसे शहीदों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का एक तरीका है। इस मौके पर यहां स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के लोग भी मौजूद थे।

आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करे

आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाना एक निरंतर प्रयास है। हर रिश्ता अनोखा होता है, लेकिन कुछ सामान्य सिद्धांत होते हैं जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं जो आपकी रिलेशनशिप को और भी गहरा बना सकते हैं।

1. खुली और ईमानदार बातचीत

संचार किसी भी रिश्ते की नींव होती है। अपने साथी से खुलकर बात करें, अपनी भावनाओं और विचारों को स्पष्ट रूप से साझा करें। गलतफहमियों से बचने के लिए ईमानदार और साफ-सुथरी बातचीत बहुत जरूरी है।

2. एक-दूसरे का सम्मान करें

किसी भी रिश्ते में सम्मान का विशेष महत्व होता है। एक-दूसरे की भावनाओं, विचारों और सीमाओं का सम्मान करें। इससे रिश्ता और मजबूत बनता है और आप दोनों के बीच का विश्वास बढ़ता है।

3. समय बिताना और ध्यान देना

व्यस्त जीवन में एक-दूसरे के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। एक साथ समय बिताने से आपसी समझ और गहराई बढ़ती है। एक-दूसरे पर ध्यान दें और उनकी जरूरतों को समझें।

4. विश्वास बनाए रखें

एक सफल रिश्ते की नींव में विश्वास का बड़ा योगदान होता है। एक-दूसरे पर विश्वास करें और यह सुनिश्चित करें कि आप अपने साथी के साथ ईमानदार हैं। धोखा या बेईमानी से बचें क्योंकि यह रिश्ते को कमजोर कर सकता है।

5. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें

छोटे-छोटे इशारों से भी प्यार जताया जा सकता है, जैसे कि सरप्राइज गिफ्ट, तारीफ, या सिर्फ एक प्यारा सा मैसेज। ये छोटे-छोटे इशारे रिश्ते को जीवंत और रोमांचक बनाए रखते हैं।

6. समझौता करना सीखें

हर रिश्ते में कभी-कभी मतभेद होते हैं। समझौता करने और अपने साथी के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता रिश्ते को बनाए रखने में मदद करती है। अपने अहंकार को पीछे छोड़कर समझदारी से समस्याओं का समाधान करें।

7. साथ में लक्ष्य तय करें

जब आप और आपका साथी जीवन के लक्ष्यों पर साथ मिलकर काम करते हैं, तो इससे रिश्ते में गहराई और मजबूती आती है। एक-दूसरे के सपनों और महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करें और मिलकर उन्हें पूरा करने की कोशिश करें।

8. समय-समय पर रोमांस को पुनर्जीवित करें

समय के साथ रिश्तों में एकरूपता आ सकती है, लेकिन रोमांस को बनाए रखना बहुत जरूरी है। कभी-कभी डेट पर जाना, साथ में यात्रा करना या कुछ नया करने की कोशिश करना रिश्ते को ताजगी देता है।

9. स्वस्थ स्पेस देना

रिश्ते में स्वतंत्रता और स्पेस का भी महत्व होता है। अपने साथी को उनकी व्यक्तिगत जगह दें और उन पर विश्वास बनाए रखें। स्वस्थ सीमाओं का पालन करने से आप दोनों की व्यक्तिगत पहचान भी बनी रहती है।

10. एक-दूसरे को स्वीकार करें

हर इंसान की कुछ खामियां होती हैं, और रिश्ते में यह समझना जरूरी है कि आप एक-दूसरे को उसी रूप में स्वीकार करें। बदलाव की कोशिश करने के बजाय, साथी की अच्छाइयों को महत्व दें और उनकी कमजोरियों को समझें।

निष्कर्ष

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप इन बातों का ध्यान रखें और अपने साथी के साथ एक सकारात्मक और संतुलित रिश्ता बनाए रखें। प्यार, सम्मान, और समझदारी से हर रिश्ता और भी खूबसूरत बनता है।

अब देवघर और बासुकीनाथ मंदिर का हेलीकॉप्टर से करें दर्शन, मात्र खर्च होंगें इतने, सेवा शुल्क से हुई शुरू*


देवघर : शिव भक्तों के लिए एक अच्छी खुशखबरी सामने निकल कर आ रही है. जी हां अब भक्त जमीन से ही नहीं बल्कि आसमान से भी देवघर का बाबा बैद्यनाथधाम और बासुकीनाथ धाम का कर सकेंगे दर्शन. दरअसल, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केदारनाथ और माता वैष्णोदेवी की तर्ज पर अब देवघर में भी हवाई परिभ्रमण के द्वारा बैद्यनाथ मंदिर और बासुकीनाथ मंदिर का दर्शन कराया जाएगा. यह सेवा आज यानी (11 अगस्त) से शुरू हो रही है. इसके लिए देवघर के हथगढ़ मैदान को चुना गया है. जहां से यात्रियों को बैठाकर हेलीकाप्टर उड़ान भरने वाली है. *हवाई दर्शन के लिए बनाया गया है पैकेज* अगर आप भी अपने परिवार के साथ हवाई मार्ग से बाबा बैद्यनाथ और बासुकीनाथ का दर्शन करना चाहते हैं तो त्यार हो जाइए. आज से देवघर के हथगढ़ मैदान से हवाई परिक्रमा आकाशिय सेवा चालू हो रही है. इसके लिए पैकेज वयवस्था की गयी है. जिसके माध्यम से तीर्थंस्थल और कुछ पर्यटन स्थल घुमाया जाएगा. *कितने से शुरुआत हो रही है पैकेज* अगर आप अभी हवाई मार्ग से बाबा बैद्यनाथ और बासुकीनाथ का दर्शन करना चाहते हैं, तो पैकेज सिस्टम के द्वारा दर्शन कर सकते हैं. पैकेज की शुरुआत 4200 प्रति व्यक्ति से की जा रही है. इसमें आपको 7-10 मिनट तक हवाई परिभ्रमण कर देवघर बाबा मंदिर का दर्शन कराया जाएगा. वही 4200 रुपए प्रति व्यक्ति मे भी आपको 7-10 मिनट तक बासुकिनाथ मंदिर का हवाई परिभ्रमण कराया जाएगा. वहीं आप देवघर से त्रिकुट हवाई मार्ग के द्वारा दर्शन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 5500 प्रति व्यक्ति की कीमत चुकानी होगी. इसमें आपको 10 से 15 मिनट तक हवाई परिभ्रमण कराया जाएगा. वहीं यात्री अगर देवघर से बासुकीनाथ हवाई मार्ग के द्वारा जाना चाहते हैंं, तो उसके लिए 6500 रुपए प्रति व्यक्ति का कीमत चुकाना होगा. देवघर से बासुकीनाथ का यह रेट एकतरफा है यानी 6500 रुपए में सिर्फ आपको देवघर से बासुकीनाथ ले जाया जाएगा. वही अगर आप एक घंटे के लिए चार्टड सेवा बुक करना चाहते हैं तो 04 सीट वाला तो उसके लिए आपको 1लाख 25 हजार की कीमत चुकानी होगी. *ऐसे कर सकते हैं बुक* यह हवाई परिक्रमा आकाश के दर्शन की सेवा आज से देवघर के हथगढ़ मैदान से शुरू होने वाली है. अगर आप भी इस सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो देवघर के हथगढ़ मैदान में काउंटर बना हुआ है. जहां से आप आराम से बुकिंग करवा सकते हैं. बुकिंग संबंधी सहायता के लिए नंबर जारी किया गया है. 7488660031, 7209107111, 7903689638 के जरिये बुकिंग के लिए सहायता ले सकते हैं.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा बनाये जा रहे देवघर-बासुकिनाथ फोरलेन सड़क ने जगायी उम्मीद, इस क्षेत्र का होगा काया-कल्प


देवघर : देवघर-बासुकिनाथ फोरलेन सड़क केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा बनाया जा रहा है.यह सड़क

सिर्फ कांवरियाें व यात्री वाहनों के लिए नहीं, बल्कि दर्जनों गांवों को भी मुख्य सड़क से जोड़ने जा रही है.  

यह फाेरलेन वैसे गांवों की मुख्य सड़क बनने जा रही है, जहां आवागमन का कोई कच्ची सड़क भी सही ढंग से नहीं थी. फोरलेन के किनारे मोहनपुर प्रखंड में करीब दो दर्जन ऐसे गांव है, जहां के लोग पगडंडियों के सहारे अपने गांव से निकलकर मुख्य सड़क आते थे. 

मोहनपुर प्रखंड के मनसाराय कुरैवा, हिरणटांड, बाराडीह, ठाढ़ीकल्होड़िया, रुपैयडीह, कोठिया जनाकी, छोटा जनाकी, बाराकोला, हरकट्टा, रांगा, बाराटांड़, पत्तरबोनमा, लतासारे, मलघाघर सहित दो दर्जन गांव है, जहां से फोरलेन गुजर रही है. कभी इन गांवों तक चार पहिया वाहन भी नहीं पहुंच पाती थी. अब इन गांवों के लोगों को 100 कदम भी नहीं चलना पड़ेगा व सीधे फोरलेन पर पहुंच जायेंगे.

 इन गांवों सबसे खराब स्थिति मनसराय कुरैवा व हिरनाटांड़ राय टोला की थी. एक तरफ देवघर-दुमका रेल लाइन व दूसरी तरफ जोरिया रहने दोनों गांव की स्थिति टापू की तरह हो गयी थी. रेलवे अंडर पास से गुजरने के बाद भी लंबी दूरी तक पगडंड़ियों के सहारे लोगों आना-जाना करना पड़ता था.

यह फोरलेन सड़क के किनारे विकसीत होंगे क्षेत्र,खुलेंगे रोजगार के रास्ते

हिरणाटांड़ के ग्रामीण कामदेव राय ने कहा कि हमलोगों ने कभी सोचा भी नहीं था कि हमारे घर से पास से इतनी चौड़ी सड़क गुजरेगी. बरसात के दिनों में अब हमलोग कीचड़ व पगडंडी नहीं, बल्कि फोरलेन से चलेंगे. कामदेव ने कहा कि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने इस फोरलेन से कई गांवों के लिए रोजगार का केंद्र खोल दिया है. मनसराय कुरैवा गांव के शंकर राय ने कहा कि गांव तक चारपहिया वाहन लाने में बहुत परेशानी होती थी. अब यह फोरलेन सिर्फ सड़क ही नहीं, बल्कि हमलोगों को रोजगार का साधन उपलब्ध करा दिया. जिन-जिन गांवों से फोरलेन गुजर रही है, उन गांवों के किनारे जिन ग्रामीणों की जमीन है वे अब अपनी जमीन पर लाइन होटल, चाय-नाश्ते की दुकान सहित अन्य रोजगार के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है.

देवघर-गोड्डा डीएमयूट्रेन का परिचालन शुरू ,,,


 मोहनपुर-हंसडीहा-गोड्डा नईरेलखंड पर बुधवार 6 मार्च से देवघर-गोड्डा के बीच पहली 03786/03785 देवघर-गोड्डा डीएमयूट्रेन का परिचालन शुरू हो गया. भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने धर्मपत्नी अनुकांत दुबे सहित डीआरएम चेतनानंद सिंह ने पूर्वाह्न 10:30 बजे देवघर स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में ट्रेन को हरी झंडी दिखायी. पहली ट्रेन पर सवार होकर सांसद सपरिवार गोड्डा के लिए रवाना भी हो गए.

रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार ट्रेन सप्ताह में 6 दिन देवघर-गोड्डा के बीच रविवार को छोड़कर चलेगी. 03786 देवघर-गोड्डा डेमूपैसेंजर स्पेशल का नियमित परिचालन 7 मार्च से शुरू हो गया है. देवघर से 10:35 बजे चलकर उसी दिन 12:40 बजे यह गोड्डा पहुंचेगी. ट्रेन गोड्डा से 12:50 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन 15:15 बजे देवघर पहुंचेगी.

डेमू पैसेंजर स्पेशल ट्रेन मार्ग में दोनों दिशाओं में मोहनपुर, खरियाडीह, हरलाटांड़, ककनी, हंसडीहा, गंगवारा, पोड़ैयाहाट, कठौन स्टेशनों पर रुकेगी. ट्रेन परिचालन शुरू होने से देवघर, गोड्डा, दुमका सहित संसदीय क्षेत्र के अलावा संताल परगना प्रमंडल के लोगों को काफी सहूलियत होगी. आमलोगों के लिए ट्रेन परिचालन होली के पूर्व बड़ी सौगात मानी जा रही है.

देवघर रेल लाइन पर संसदीय क्षेत्र की पहली ट्रेन है. वहीं गोड्डा से 13वीं ट्रेन है. के पर रेल मंडलके मुख्य परियोजना प्रबंधक गति शक्ति यूनिट के मुकेश कुमार मीणा समेत शेषाद्री दुबे, रेडक्रॉस सोसाईटी के चेयरमैन जितेश राजपाल, भाजपा कार्यकर्तादेवता पांडेय, मुकेश पाठक, ललन सिंह, डॉ. रवींद्र सिंह, सपन कुमार, अमित दुबे, ललन दुबेसमेत बड़ी संख्या मेंलोग उपस्थित थे.

अपडेट: गणतंत्र दिवस पर सीएम सोरेन का युवाओं से आह्वान- आप हमारा साथ दें हम मिलकर करेंगे राज्य का पुननिर्माण


(झारखंड डेस्क)

गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झंडोत्तोलन के अवसर पर राज्य के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि युवा शक्ति अपनी रचनात्मक और सकारात्मक ऊर्जा का उपयोग झारखंड के नवनिर्माण में करें।

 उन्होंने कहा कि अगर युवाओं का साथ मिला, तो हमसब मिलकर झारखंड को एक समृद्ध, खुशहाल और विकसित राज्य बनाने में जरूर सफल होंगे। गणतंत्र दिवस समारोह में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार की उपलब्धियों और चलाई जा रही विकास योजनाओं की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों से अपने वादों को पूरा करते हुए उनकी सरकार ने अबुआ आवास योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत 2027 तक राज्य सरकार अपनी निधि से करीब 20 लाख परिवारों को तीन कमरों का मकान उपलब्ध कराएगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में बीस लाख योग्य परिवारों को इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा।

झारखंड को सशक्त करने के लिए गांव को मजबूत करना होगा

सीएम ने कहा कि झारखंड तभी सशक्त होगा, जब हमारा गांव मजबूत होगा। इसी ध्येय से हमारी सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कई योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है। सीएम ने आगे कहा कि मजबूत इरादे और बुलंद हौसलों के साथ उनकी सरकार ने लाखों राज्य कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन योजना शुरू की है। 35 लाख जरूरतमंदों को पेंशन, 20 लाख अतिरिक्त लोगों को राशन और 57 लाख से अधिक लोगों को सरकार वर्ष में दो बार वस्त्र प्रदान कर रही है। साथ ही झारखंड आंदोलनकारी की पहचान कर उनके आश्रितों को और परिजनों को पेंशन और सम्मान देने की योजना चलाई जा रही है। गरीब और वंचित वर्ग के युवा आज विदेश में शिक्षा ले रहे हैं. योजनाओं की गठरी बनाकर गांव-गांव और पंचायत-पंचायत लाखों जरूरतमंदों के द्वार तक सरकार पहुंच रही है।

दरवाजे पर पहुंचकर समस्या का समाधान कर रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जरूरतमंद को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना कार्यक्रम भी सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सरकार आपके दरवाजे पर पहुंचकर जनता की समस्या का समाधान कर रही है. विगत 3 वर्षों में यह कार्यक्रम पूरे राज्य में संचालित हुआ है और इस प्रकार के कार्यक्रम के माध्यम से राज्य और समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं और सेवाएं सफलतापूर्वक पहुंच रही है।

बेरोजगारी खत्म करना सरकार का संकल्प

बेरोजगारी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बेरोजगारी खत्म करना हमारी सरकार का महत्वपूर्ण संकल्प है. यह एक बड़ी समस्या है. यह सबके जीवन के साथ जुड़ाव विषय है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने माध्यमिक शिक्षक, सहायक अभियंता, निम्न वर्गीय लिपिक, चिकित्सक, पंचायत सचिव, सहायक लोकअभियोजक, चिकित्सा पदाधिकारी सहित कई तरह की नौकरियां प्रदान की।

प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर बनाकर जीने पर बल दिया

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर जीने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन से जुड़ी हमारी समृद्ध परंपरा और प्रकृति के साथ सामंजस्य से बनकर जीने की हमारी जीवन शैली, संपूर्ण मानव जाति को जीने की सच्ची राह दिखाती है। संवैधानिक आदर्श और मूल्यों के अनुरूप हमें अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए प्रगतिशील सोच के साथ विकास की राह पर हमें आगे बढ़ना होगा।

अलग-अलग विभागों की निकाली गई झांकियां

दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा झंडोत्तोलन के बाद एक दर्जन विभागों की आकर्षक झांकियां निकाली । इसमें स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना जनसंपर्क विभाग, पुलिस विभाग, पेयजल स्वच्छता विभाग, खादी ग्रामोद्योग, ग्रामीण विकास अभिकरण और वन विभाग की झांकियां प्रमुख रही. इसमें पर्यटन विभाग को प्रथम पुरस्कार मिला। जबकि द्वितीय पुरस्कार जिला ग्रामीण विकास अभिकरण को और तीसरा स्थान वन विभाग को प्राप्त हुआ।

रांची में राज्यपाल और दुमका में मुख्यमंत्री ने किया झंडोत्तोलन,सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राजधानी में हाई अलर्ट


(झारखंड डेस्क)

रांची: गणतंत्र दिवस के मौके पर झारखंड की राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन झंडोतोलन किया वहीं, राज्य की उप राजधानी दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झंडा फहराया। गणतंत्र दिवस को लेकर राजधानी रांची समेत पूरा राज्य अलर्ट मोड पर है और सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं।

डीएसपी कोतवाली के नेतृत्व में चलाए गए चेकिंग अभियान

इसी सुरक्षा के तहत 24 जनवरी की देर रात शहर के विभिन्न होटलों में चेकिंग अभियान चलाया गया। डीएसपी कोतवाली के नेतृत्व में चलाए गए चेकिंग अभियान में पुलिस विभिन्न होटलों में पहुंची और रजिस्टर के जरिए गेस्ट की जानकारी इकट्ठा की गई। सिटी एसपी ने आदेश दिया है कि हर दिन होटल और लॉज की चेकिंग होनी चाहिए। इनमें ठहरने वाले लोगों का सत्यापन किया जाए।

 उन्होंने कहा है कि होटल और लॉज में लोगों को बिना आईडी के ठहराने पर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

सुरक्षा के लिहाज से कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं

दरअसल, पुलिस सुरक्षा के लिहाज से कोई भी कोताही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। इसीलिए शहर के विभिन्न होटलों में पुलिस में जाकर तमाम गेस्ट के डॉक्यूमेंट वेरिफाई किया। साथ ही होटल के मैनेजर और वहां ठहरे लोगों से भी पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार, सभी धार्मिक और संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जाएगी। साथ ही सीसीटीवी कैमरे (CCTV) से पूरे शहर में निगरानी की जाएगी। 

बता दें कि गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। भारत में संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसलिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोल कर फहराया जाता है। गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के दिन दिल्ली के राजपथ पर झंडा फहराया जाता है

रांची में राज्यपाल और दुमका में मुख्यमंत्री ने किया झंडोत्तोलन,सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राजधानी में हाई अलर्ट


(झारखंड डेस्क)

रांची: गणतंत्र दिवस के मौके पर झारखंड की राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन झंडोतोलन किया वहीं, राज्य की उप राजधानी दुमका में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झंडा फहराया। गणतंत्र दिवस को लेकर राजधानी रांची समेत पूरा राज्य अलर्ट मोड पर है और सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं।

डीएसपी कोतवाली के नेतृत्व में चलाए गए चेकिंग अभियान

इसी सुरक्षा के तहत 24 जनवरी की देर रात शहर के विभिन्न होटलों में चेकिंग अभियान चलाया गया। डीएसपी कोतवाली के नेतृत्व में चलाए गए चेकिंग अभियान में पुलिस विभिन्न होटलों में पहुंची और रजिस्टर के जरिए गेस्ट की जानकारी इकट्ठा की गई। सिटी एसपी ने आदेश दिया है कि हर दिन होटल और लॉज की चेकिंग होनी चाहिए। इनमें ठहरने वाले लोगों का सत्यापन किया जाए।

 उन्होंने कहा है कि होटल और लॉज में लोगों को बिना आईडी के ठहराने पर संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

सुरक्षा के लिहाज से कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं

दरअसल, पुलिस सुरक्षा के लिहाज से कोई भी कोताही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। इसीलिए शहर के विभिन्न होटलों में पुलिस में जाकर तमाम गेस्ट के डॉक्यूमेंट वेरिफाई किया। साथ ही होटल के मैनेजर और वहां ठहरे लोगों से भी पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार, सभी धार्मिक और संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जाएगी। साथ ही सीसीटीवी कैमरे (CCTV) से पूरे शहर में निगरानी की जाएगी। 

बता दें कि गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। भारत में संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसलिए हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोल कर फहराया जाता है। गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के दिन दिल्ली के राजपथ पर झंडा फहराया जाता है

देशभर में आज 75वें गणतंत्र दिवस की धूम, पीएम मोदी ने देशवासियों को दी बधाई


देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। हमेशा की तरह, सभी की निगाहें वार्षिक गणतंत्र दिवस परेड पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर भारत की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित की जाएगी। इस साल की परेड के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों हैं।

कर्तव्य पथ पर 10.30 बजे शुरू होगी परेड

गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा को लेकर ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। दिल्ली पुलिस के जवान बैरिकेडिंग कर आने-जानेवाली हर गाड़ी की चेकिंग की जा रही है। कर्तव्य पथ पर 10.30 बजे शुरू परेड होगी। सुरक्षा के लिए 8 हजार जवान तैनात किए गए हैं।

दिल्ली में जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त

गणतंत्र दिवस को लेकर दिल्ली में जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। दिल्ली की सभी सीमाओं को परेड खत्म होने तक सील कर दिया गया है। जमीन पर सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री के हथियारबंद जवानों को तैनात कर दिया गया है। कई मार्गां पर नाकाबंदी कर दी गई है।दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने बताया कि 'कार्यक्रम की जगह यानी कर्तव्य पथ को सुरक्षा के लिहाज से जोन में बांटा गया है। कई वीआईपी और आम जनता की सुविधा का ध्यान रखा गया है और सुरक्षा में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। खुफिया एजेंसी, दिल्ली पुलिस केंद्रीय एजेंसियों को कई तरह की सूचनाएं मिली हैं और इन सभी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हमारी जनता से अपील है कि वह पुलिस के निर्देशों का पालन करें और जितना हो सकें सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।

गणतंत्र दिवस के अवसर पर आज 80 जवानों को मिलेगा गैलेंट्री अवॉर्ड, 6 को कीर्ति चक्र-16 शौर्य चक्र से नवाजे जाएंगे


नयी दिल्ली : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 80 जवानों के लिए गैलेंट्री अवॉर्ड का ऐलान किया. इनमें 12 वे जवान शामिल हैं जो मरणोपरांत इस वीरता पुरस्कार से नवाजे जाएंगे.

राष्ट्रपति भवन से जिन 80 जवानों को वीरता पुरस्कार दिए जाने का ऐलान किया गया है, इनमें छह को कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा इसके अलावा 16 बहादुरों को शौर्य चक्र मिलेगा. 53 जवान सेना मेडल से नवाजे जाएंगे. एक जवान नौसेना मेडल और 4 वायुसेना मेडल से नवाजे जाएंगे.

वीरता पुरस्कारों के साथ राष्ट्रपति ने विशिष्ट सेवा मेडल और युद्ध मेडल का भी ऐलान किया. इसके लिए 311 नाम चुने गए. इनमें 31 को परम विशिष्ट सेवा मेडल, चार को उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 59 नाम अति विशिष्ट सेवा मेडल और 10 युद्ध सेवा मेडल के लिए चुने गए. इनमें 38 सेना मेडल और 10 नौसेना मेडल तथा 14 वायुसेना मेडल दिए जाएंगे. इसके अलावा 130 नाम विशिष्ट सेवा मेडल के लिए घोषित किए गए.

इन्हें मिलेगा कीर्ति चक्र

इस साल छह जवानों को कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा. इनमें सबसे पहला नाम मेजर दिग्विजय सिंह रावत का है, वे 21 बटालियन पैराशूट रेजीमेंट (स्पेशल फोर्स) से हैं. इसमें दूसरा नाम मेजर दीपेंद्र विक्रम का है, जो सिख रेजीमेंट की 4th बटालियन में तैनात हैं. इस सूची में पंजाब रेजीमेंट के आर्मी मेडिकल कॉर्प 26 वीं बटालियनमें तैनात कैप्टन अंशुमान सिंह का नाम भी शामिल है जिन्हें मरणोपरांत इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा. इसके अलावा मेहर रेजीमेंट 21 वीं बटालियन के पवन कुमार यादव को भी कीर्ति चक्र मिलेगा. पैराशूट रेजीमेंट के ही हवलदार अब्दुल मजीद को मरणोपरांत और राष्ट्रीय राइफल्स के 55 बटालियन में शामित पवन कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा.

इन्हें मिलेगा शौर्य चक्र

1- मेजर मानेव फ्रांसिस, 21 वीं बटालियन, द पैराशूट रेजीमेंट (स्पेशल फोर्स )

2- मेजर अमनदीप झाकड़, 4th बटालियन द सिख रेजीमेंट

3- कैप्टन एमवी प्रांजल, 63 कॉर्प्स ऑफ सिग्नल, राष्ट्रीय राइफल्स (मरणोपरांत)

4- कैप्टन अक्षत उपाध्याय, 20 बटालियन, जाट रेजीमेंट

5- नायब सूबेदार संजय कुमार भंवर सिंह, 21 बटालियन, द महर रेजीमेंट

6- हवलदार संजय कुमार, 9 असम राइफल्स सेना

7- राइफलमैन आलोक राव, 18 असम राइफल्स (मरणोपरांत) सेना

8 – श्री परषोत्तम कुमार, सी/ओ 63वीं बटालियन, राष्ट्रीय राइफल्स सेना (सिविलियन)

9- लेफ्टिनेंट बिमल रंजन बेहरा, नौसेना

10- विंग कमांडर शैलेश सिंह, फ्लाइंग (पायलट) वायु सेना

11- फ्लाइट लेफ्टिनेंट हृषिकेश जयन करुथेदथ, फ्लाइंग (पायलट) वायु सेना

12- सहायक कमांडेंट बिभोर कुमार सिंह, 205 कोबरा सीआरपीएफ

13- उप पुलिस अधीक्षक मोहन लाल जम्मू-कश्मीर पुलिस

14- सहायक उप निरीक्षक अमित रैना जम्मू-कश्मीर पुलिस

15- सब इंस्पेक्टर फ़रोज़ अहमद दार जम्मू-कश्मीर पुलिस

16- कांस्टेबल वरुण