* डीडीयू मंडल *अभियान जारी रखते हुए ट्रेनों में हुई सघन टिकट चेकिंग*
आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल द्वारा बिना टिकट यात्रा पर नियंत्रण सहित यात्री जागरूकता हेतु निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में मंडल के वरीय मंडल वाणीज्य प्रबंधक द्वारा दिनांक 14.08.2024 को पूर्व निर्धारित टिकट चेकिंग प्रोग्राम के आलोक में डीडीयू से बक्सर के बीच गाड़ी 19483, 12391 एवं 12331 में गहन टिकट जाँच की गई। परिणाम स्वरूप 179 यात्री जो की बिना टिकट/ अनियमित पाये गये थे उनसे जुर्माने के रूप में ₹ 85475 रेलवे राजस्व की वसूली की गई। प्रातः 08.00 से 16.00 बजे के बीच चले टिकट जांच अभियान में वाणिज्य अधिकारी , निरीक्षक, पर्यवेक्षक व सुरक्षाकर्मी शामिल रहे l ट्रेनों में सघन जांच की गई एवं बिना टिकट/अनियमित टिकट पर यात्रा करने वालो को नियमित टिकट लेकर चलने हेतु प्रेरित किया गया l सेक्शन के सभी स्टेशनों पर टिकट लेने वालों की बढ़ोतरी देखी गई l डीडीयू मंडल
*औरंगाबाद नहर में अनियन्त्रित गिरा कार मासुम सहित पांच लोगों की मौत*
औरंगाबाद में अनियंत्रित होकर कार पलटकर नहर में डूब जाने से चालक समेत 5 की मौत हो गयी है । घटना दाउदनगर थाना क्षेत्र के चमन बिगहा के पास मेन सोन केनाल नहर की है । मृतको में 4 पटना के बताए जा रहे हैं जबकि एक कि पहचान कार चालक के रुप मे हो सकी है । सभी मृतको का शव पुलिस की निगरानी में बाहर निकलवा लिया गया है और आवश्यक प्रक्रिया के बाद सभी को पोस्टमार्टम के लिये भेजा जायेगा ।मौके पर पहुंचे दाउदनगर के एसडीपीओ ऋषि राज ने बताया कि पूरे घटना की पड़ताल की जा रही है और मृतको के परिजनों से संपर्क साधा जा रहा है ।
औरंगाबाद मूकबधिर बच्चों के लिए होगा कैंप का आयोजन
औरंगाबाद बाल श्रवण योजना अंतर्गत जिले में 13 अगस्त को एक कैंप का अयोजन होने जा रहा है. इस कैंप का उद्देश्य पांच साल तक के बच्चों को जिन्हें जन्म से ही सुनने और बोलने की समस्या है उनका अर्ली इंटरवेंशन तथा स्क्रीनिंग के माध्यम से पहचान कर पूर्ण इलाज निशुल्क उपलब्ध कराना है, जैसे कि कोकलियर इंप्लांट लगाना आदि. सुनने और बोलने की समस्या से बच्चों में होने वाले समग्र विकास में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो सके उसके लिए सरकार का एक सकारात्मक प्रयास है. जिला स्वास्थ्य समिति औरंगाबाद के द्वारा आयोजित इस कैंप का अयोजन रेड क्रॉस भवन मे होगा. जिसमे पटना से सहयोगी संगठन "प्रनिधान" ईएनटी हेड नेक क्लीनिक के दक्ष सेवा प्रदाता भी भाग लेंगे.
*पूर्व विधायक रफीगंज सह जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह बने बीस सूत्री के उपाध्यक्ष, जदयु नेताओं में हर्ष*
औरंगाबाद जदयु जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह को जिला बीस सूत्री कार्यक्रम समिति के उपाध्यक्ष.बनाए जाने पर औरंगाबाद जदयु नेताओं में हर्ष व्याप्त है।बधाई देने वालों जदयु नेताओं का तांता लगा रहा। जानकारी हो कि बिहार सरकार के मंत्रिमंडल समन्वय समिति ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर औरंगाबाद जिला बीस सूत्री कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष पद के लिए प्रौवेधीकी विभाग लघु जल संसाधन आपदा प्रबंधन विभाग एवं औरंगाबाद जिला के प्रभारी मंत्री संतोष कुमार सुमन को तथा उपाध्यक्ष पद के लिए बीजेपी के जिला अध्यक्ष मुकेश शर्मा तथा जिला जदयु के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह के नाम की सूची जारी किया है। पूर्व विधायक नबीनगर श्री वीरेंद्र कुमार सिंह, प्रदेश सचिव सह पूर्व प्रत्याशी ओबरा सुनिल यादव,जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह , जदयू मुख्य प्रवक्ता औरंगाबाद राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू,जिला उपाध्यक्ष सूर्यबंश सिंह , पप्पू ज्वाला सिंह, जिला उपाध्यक्ष ओंकार नाथ सिंह ,जिला उपाध्यक्ष सत्येंद्र चंद्रवंशी , जिला उपाध्यक्ष संजय पटेल , जिला महासचिव नागेंद्र सिंह, प्रखंड अध्यक्ष दाउदनगर दीपक पटेल, प्रखंड अध्यक्ष रफीगंज सुनील वर्मा, प्रखंड अध्यक्ष मदनपुर प्रवीण कुमार सिंह, प्रखंड अध्यक्ष देव बृजेश सिंह, प्रखंड अध्यक्ष ओबरा विनोद पटेल, महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मंजरी सिंह, जिला महासचिव संजय राणा सिंह, जिला महासचिव धर्मेन्द्र वर्मा, बांदरी सिंह, जिला महासचिव अशोक सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष जाहिद हसन आजाद,प्रखंड अध्यक्ष औरंगाबाद राकेश सिंह, जिला कोषाध्यक्ष उदय कुमार सिंह,बारुण प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र कुमार, कुटुंबा प्रखंड अध्यक्ष विजय वर्मा,प्रमोद सिंह, मुकेश पटेल, अजय वर्मा, रामनुज सिंह, नगर अध्यक्ष औरंगाबाद एमडी मुजेफर कादरी, महादलित प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष विजय दस, जदयू नबीनगर प्रभारी रंजीत सिंह, जदयू नेता अरविंद कुमार पासवान सहित अन्य लोगों ने बधाई दिए हैं। साथ ही जिले में निश्चित रूप से बहुत कुछ बेहतर होने की उम्मीद जताई। जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा एवं सम्राट चौधरी के प्रति आभार व्यक्त किया गया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय
इन तीन उद्देश्य को लेकर ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र संकलन कार्यक्रम के तहत 9 लाख राखियों के साथ औरंगाबाद पहुंचा सेवानिवृत फौजियों का एक दल*
* औरंगाबाद : तिरंगा, सिपाही और मेरा देश उद्देश्य को लेकर ऑपरेशन सिपाही रक्षा सूत्र संकलन कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ से सेवानिवृत फौजियों की एक टीम 9 लाख राखियों के साथ आज शुक्रवार को औरंगाबाद के क्षत्रिय नगर स्थित सनसिक्युरिटी एजेंसी के कार्यालय पहुंची। जहां एजेंसी के संचालक मनोज कुमार सिंह एवं सेवानिवृत फौजियों ने उनका जमकर स्वागत किया और इस कार्यक्रम की सराहना की। रक्षा सूत्र संकलन अभियान का नेतृत्व कर रहे छत्तीसगढ़ से यहां पहुंचे सेवानिवृत फौजी महेंद्र प्रताप सिंह राणा ने बताया कि रक्षा बंधन के दिन सेना के जवानों के मोरल बढ़ाने और सैनिकों के प्रति देश की बहनों की भावनाओं को एक सूत्र में जोड़ने के लिए यह कार्यक्रम चलाया गया है। इस कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से 9 लाख राखियों को संग्रहित कर औरंगाबाद आया और यहां से भी पांच सौ राखियां प्राप्त हुई। सभी राखियां लेकर टीम औरंगाबाद से पटना, बलिया, अयोध्या, लखनऊ, आगरा, मथुरा होते हुए सेना मुख्यालय नई दिल्ली पहुंचेगी और वहां से राखियों को देश के अलग अलग हिस्से में तैनात इंडियन आर्मी, एयर फोर्स, नेवी एवं पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को भेजी जाएगी ताकि रक्षाबंधन के दिन किसी भी सैनिक को बहन की कमी महसूस न हो और उन्हे यह एहसास हो कि पूरे देश में उनकी बहन है और उनके रक्षा की कामना कर रही हैं। इस कार्यक्रम में तेजनारायण सिंह, उपेन्द्र सिंह, कारू सिंह, अभिषेक सिंह, अनिल सिंह, भूत पूर्व सैनिक देवबली सिंह, सुरेंद्र जी, मुन्ना सिंह, अक्षय सिंह,सुरेंद्र मनोज सिंह सहित इत्यादि मौजूद रहे।


औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय
*औरंगाबाद खुले में शौच तथा स्कूल में बच्चों की अनुपस्थिति पर निकली गई जागरूकता रैली*
दाउदनगर प्रखंड के मध्य विद्यालय कनाप मे बुधवार को पिरामल फाउंडेशन के सहयोग द्वारा एक रैली का आयोजन किया गया। पिरामल फाऊंडेशन के गांधी फेलो राहुल ने विद्यालय पहुंचकर खुले में शौच और बच्चों की स्कूल अनुपस्थिति की समस्या को लेकर विद्यालय के अध्यापकों के साथ एक बैठक की जिसमे ये निर्णय लिया गया कि हम सब जागरूकता के माध्यम से ही विद्यालय तथा गांव को स्वस्थ तथा शिक्षा के प्रति और बेहतर कर सकते हैं । बैठक के बाद एक जागरूक रैली का आयोजन करवाया गया । जोकि समाज में फैल रही बुराई, गंदगी को रोकने और बीमारियों से बचने के लिए बहुत जरूरी था। यह आमतौर पर देखा गया है कि खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग खुले में शौच करते हैं जो की घनी गंदगी और बीमारियों को निमंत्रण देता है। इन सब बुराइयों को रोकने के लिए इस जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। स्वच्छता के साथ-साथ स्कूल में बच्चों की अनुपस्थिति पर भी लोगों को जागरूक किया गया। विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस रैली को सफल बनाने के लिए मध्य विद्यालय कनाप के प्रधानअध्यापक श्री सियाराम पासवान अन्य शिक्षक सुदर्शन त्रिपाठी, निशिकांत, महेश पासवान, अतीश कुमार, मीनावती कुमारी, अनुराधा कुमारी, निषात खानम, कमलेश रजक, द्वारिका रजक, मोसरेत खानम समेत विद्यालय परिवार शामिल था।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय
*औरंगाबाद सड़क दुर्घटना वाद के पीड़िता को व्यवहार न्यायालय ने दिया मृतक के परिजनों को 10 लाख का मुआवजा*
औरंगाबाद  जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष श्री अशोक राज के द्वारा नगर थाना काण्ड संख्या 592 /22 के मृतिक उतम कुमार , पिता – स्व रामचंद्र सिंह - ग्राम- मिसिर करमा , थाना- रिसियप , जिला- औरंगाबाद के मृतक के पत्नी किरण देवी को 10 लाख का मुआवजा प्रदान किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, श्री सुकुल राम द्वारा बताया गया कि दिनांक 13.07.2024 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना वाद संख्या 16 /24 को समझौते के आधार पर निस्तारण कराया गया था। उक्त घटना के सम्बन्ध में सचिव ने बताया कि नगर थाना काण्ड संख्या 592 /22 के मृतिक उतम कुमार , पिता – स्व रामचंद्र सिंह, - ग्राम- मिसिर करमा , थाना- रिसियप , जिला- औरंगाबाद को दिनांक 19-09-2022 को ट्रक संख्या आर जे 21 जी बी 6171 द्वारा माँ मुंडेश्वरी टावर के पास एन एच 02 पर उनके मोटर साईकिल संख्या जे एच 10 ए एल 7274 को धक्का मारने से मृत्यु हो गया था| चेक प्रदान करते समय जिला जज के द्वारा पीड़िता को बताया गया कि चेक से सम्बन्धित राशि को परिवार के कल्याण में लगाये और इसका ज्यादा से ज्यादा सद्पयोग करें, जिससे कि परिवार का भविष्य संवारने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। राष्ट्रीय लोक अदालत वादों का निस्तारण सुलह के आधार पर कराने का एक सशक्त माध्यम है जिसमें सम्बन्धित को त्वरित न्याय प्राप्त होता है और बीमा कम्पनी या पक्षकार से समझौते के उपरान्त प्राप्त चेक को पीड़ित को तत्काल प्रदान किया जाता है।
*सड़क दुर्घाना में सिपाही परीक्षार्थी छात्रा की मौत,विरोध में सड़क जाम,पुलिस पब्लिक के बीच हाथापाई नोकझोक*
औरंगाबाद। औरंगाबाद में ट्रक की चपेट में आने से बिहार पुलिस सिपाही भर्ती लिखित परीक्षा में सम्मिलित होने रोहतास से आ रही एक परीक्षार्थी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई वहीं इस घटना में उनके पति घायल हो गए। मृतिका की पहचान रोहतास जिला के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के घोसी कला गांव निवासी संजय पासवान के 30 वर्षीय पत्नी अनीता देवी के रूप में की गई है। इस घटना में संजय पासवान बुरी तरह से जख्मी हो गए हैं। घटना के बाद पहुंचे परिजनों ने बताया कि अनीता बीते रात्रि अपने मायके काराकाट थाना क्षेत्र के जोरावरपुर में में चली गई थी। आज सुबह औरंगाबाद के राम लखन सिंह महाविद्यालय में परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए बाइक के माध्यम से अपने पति के साथ दाउदनगर होते हुए औरंगाबाद जा रहे थी। इसी बीच खेरा खेरी भरथौली के समीप सामने से आ रही ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे अनीता की घटनास्थल पर ही मौत हो गई एवं संजय पासवान की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद मृतिका के पुत्री 15 वर्षीय अर्चना कुमारी, 12 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार, 10 वर्षीय पुत्र अनुराग कुमार सहित अन्य परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुट गई है। सिपाही परीक्षार्थी छात्रा की मौत,विरोध में सड़क जाम,पुलिस पब्लिक के बीच हाथा पाई नोक औरंगाबाद। घटना के संबंध में मृतिका अनिता देवी पति संजय पासवान के साथ बिहार पुलिस का लिखित परीक्षा देने रामलखन सिंह यादव कॉलेज औरंगाबाद आ रही थी। दुर्घटना खैरी मोड के समीप कार ने चकमा दिया जिससे रोड पर गिर गई। पीछे से कंटेनर आई और चढ़ा कर पार कर गई। मौके पर ही महिला की मौत हो गई। सूचना पर 112 की पुलिस और मुफस्सिल थाना की पुलिस एक साथ घटना स्थल पर पहुंची। 112 टीम में रहे पुलिस पदाधिकारी ने घटनास्थल का फोटो ले रही थी। तभी मुफसिल थाना की पुलिस के जवानो ने 112 टीम के पुलिस पदाधिकारी के साथ फोटो लेने से मना करने को लेकर हाथापाई कर दिया। इसे देख स्थानीय लोग उग्र हो गाएं और मुफसील थानाध्यक्ष अशोक कुमार के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इसके बाद मामला काफी उग्र हो गया। वही खैरी खैरा मंजुराही लखानी खाप भारथोली शरीफ सहित आसपास के सैंकड़ो की संख्या में ग्रामीण पहुंच गएं और पुलिस के साथ मुआवजे को लेकर सड़क जाम कर नोक झोंक करना शुरू कर दिया। स्थिति को बिगड़ते देख परीक्षामान डीएसपी मनीषा देवी नगर थाना जम्होर थाना क्यूआर्टी की स्पेश्ल टीम के साथ दल के साथ घटनास्थल पर पहुंची। मृतका की पति संजय पासवान को समझाते हुए कहा की मामला रोड हादसा से संबंधित है। सरकार के द्वारा जो भी नियमानुसार मुआवजा दिया जाना है। उसे हर हाल में निर्धारित समय सीमा के अंदर दिलवा दिया जाएगा। तब जाकर तीन घंटे बाद पुलिस ने शव को सड़क से उठाकर पोस्मार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दिया। इधर बताते चले की मृतिका के दो लड़का एक लड़की है। यही नहीं इस संबंध डीएसपी मनीषा देवी से पूछा गया की पुलिस पब्लिक के बीच मारपीट नोकझोक करने की घटना समाने आई है। उन्होंने बताया की यह मेरे संज्ञान में नही है। लेकिन यह पता चला है कि 112 पुलिस पदाधिकारी टीम के साथ नोक झोंक की घटना होने की सूचना मिली है। इसकी जांच कराई जा रही है और जो लोग कानून को हांथ में लिए हैं ऊनपर कानूनी कारवाई की जाएगी।
*शर्मनाक..! बिहार में रेल पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर दो शवों को सोन नदी में फेंक दिया*
- : बिहार में पोस्टमार्टम के बाद अज्ञात शवों की दुर्गति की जाती है. उन्हें डिस्पोजल नहीं किया जाता बल्कि उसे कुत्तों को खाने के लिए फेंक दिया जाता है. *मानवता को शर्मसार करने वाली यह खबर रोहतास जिले से आई है* रोहतास : बिहार के रोहतास में सोन नदी में एक साथ दो शवों की बरामदगी होने से सनसनी फैल गई. शवों के मिलने के बाद कुछ लोग इसे हत्या तो कुछ आत्महत्या करार दे रहे थे. वहीं पुलिस भी परेशान रही कि आखिर डेड बॉडी आई कहां से? किसी ने हत्या कर फेंक दिया या फिर किसी थाना क्षेत्र से अपराधियों ने वारदात के बाद बॉडी को सोन या नहर में फेंक दिया? जिसके बाद बह कर शव यहां पिलर में आ फंसा. *रोहतास में पोस्टमॉर्टम के बाद दो शवों को पानी में फेंका* : बता दें कि डालमियानगर इलाके के मकराईन के नजदीक सोन पुल के पाया नं. 87 के पास एक प्लास्टिक में लिपटा हुआ एक साथ दो शव पानी में पड़ा मिला. सुबह-सुबह जब स्थानीय लोगों ने देखा तो इसकी सूचना डायल 112 को दी. जिसके बाद डेहरी नगर, डालमियानगर व रेल पुलिस भी मौके पर पहुंची. किसी तरह स्थानीय लोगों की मदद से शव को पानी से निकाला गया. *मौके पर पहुंचे एएसपी शुभांक मिश्रा*. *FSL की टीम भी कर रही है जांच* : पुलिस अधिकारियों व एफएसएल की टीम ने शव को प्लास्टिक के रैपर से बाहर निकलवाया और तफ्तीश की. वहीं मौके पहुंचे एएसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद तुरंत डेहरी नगर थानाध्यक्ष शिवेंद्र कुमार व डालमियानगर थानाध्यक्ष खुशी राज को मौके पर भेजा गया. जहां से शव को किसी तरह से निकाल कर बाहर लाया गया और उसकी जांच की गई. प्रथम दृष्टया में पता चला कि यह दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया हुआ है. अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसमें एक शव भिखारी का है दूसरा शव ट्रैक पर रन ओवर के बाद मिला था. संभवतः दोनों शव यही हो. मामले की जांच की जा रही है. अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. मामले में यूडी केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.''- *शुभांक मिश्रा, एएसपी, डेहरी रोहतास* *लोगों में है गुस्सा* : स्थानीय लोगों का कहना था कि, बिना सामाजिक प्रक्रिया अपनाए हुए दोनों शवों को पानी में फेंक दिया गया. कहते हैं कि बड़े भाग्य के बाद मनुष्य का तन मिलता है लेकिन जिस तरह से पुलिस ने इन लावारिस शवों की दुर्गति की है, यह मानवता को मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है.

*सोन में छोड़ा गया पांच लाख 22 हजार क्यूसेक पानी अचानक फंसे दर्जनों किसान, किया गया रेस्क्यू, सब्जी की खेती बर्बाद*
औरंगाबाद/बारुण. सोन नद में अचानक बाढ़ आ जाने से दर्जनों लोग फंस गये. बहुत से लोग तो तैर कर बाहर निकल गये, लेकिन जिन्हें तैरना नहीं आता था वे फंस गये और टीले पर मदद की राह ताकते रहे. सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार, इंद्रपुरी डैम से अचानक पांच लाख 21 हजार 964 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. डैम में लगे 69 फाटकों को खोल दिया गया. पता चला कि डैम में खतरे के निशान से ऊपर पानी बह रहा था. वैसे डैम के दोनों तरफ यानी पूर्वी और पश्चिमी कैनाल के फाटक को बंद कर दिया गया है, ताकि कैनाल व गांव का नुकसान न हो. इधर, इंद्रपुरी का पानी सोन में पहुंचते ही अफरा-तफरी की स्थिति बन गयी. सोन के टीले पर खेती करने वाले लोगों के साथ-साथ कुछ अन्य लोग फंस गये. प्रशासन को जानकारी मिली कि बहुत से लोग फंसे हुए है, जिन्हें निकालने की जरूरत है. इसके बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया. थानाध्यक्ष कुमार सौरभ की देखरेख में सोन में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया. यही नहीं ड्रोन के माध्यम से टीले की जानकारी ली गयी. जहां-जहां जरूरत महसूस हुई, वहां-वहां अभियान चलाया गया. थानाध्यक्ष ने खुद एक-एक व्यक्ति को बाहर निकलवाया. पुलिस के जवानों ने पूरी तत्परता के साथ अभियान को अंजाम दिया. कुछ वाहन भी टीले पर फंस गये थे, जिसे नाव की मदद से बाहर निकाला गया. जानकारी मिली कि बाढ़ के पानी से कई एकड़ में लगे सब्जी के फसल तबाह व बर्बाद हो गये. निषाद विकास संघ के जिलाध्यक्ष रंजीत चौधरी उर्फ नंदी ने बताया कि सोननदी में रोपे गये धान, सब्जी, बागवान, फलदार पौधे सहित अन्य तरह के फसल बर्बाद हो गये. दर्जनों पंपसेट मोटर भी डूब गये. सोननदी में सैकड़ों लोग अपने परिवार के साथ खेती करते है और वही रहते है. उनका एकमात्र जीविकाेपार्जन सोन नदी से ही होता है. बाढ़ से उनलोगों का कपड़ा, अनाज, बाइक आदि पानी में बह गये. कुछ पशुओं को भी बहने की जानकारी मिली है. लोगों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं, पार्षद प्रतिनिधि रौशन चौधरी ने बताया नगर पंचायत बारुण के उनके वार्ड एक के ज्यादतर लोग फंसे हुए थे, जिन्हें फाइवर का नाव बनाकर निकाला गया. पानी में फंसे किसान सिकेंद्र चौधरी, अर्जुन चौधरी, गुड्डू चौधरी, तेतरी देवी, सोनी कुमारी, योगेंद्र कुमार, प्रभु चौधरी, शिवनाथ चौधरी, लालती देवी, सावित्री देवी, लालमुनी चौधरी, देवंती देवी, अजित कुमार के साथ चार वर्षीय मासूम करण कुमार को फाइवर के नाव से सुरक्षित निकाला गया. किसानों ने बताया कि वे लोग सोननदी में खेती कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. बाढ़ आने की सूचना उन्हें नही मिली थी. पहले प्रशासन द्वारा माईक से घूम-घूमकर एनाउंस किया जाता था. इस बार एनाउंस नही हुआ जिसके कारण परेशानी और नुकसान हुआ है. सीओ मंजेश कुमार ने बताया कि रविवार को एनाउंस हुआ था. सोमवार की सुबह पांच बजे इंद्रपुरी डैम के जेई अमित कुमार द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि डैम से पांच लाख 21 हजार 924 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. लगातार जलस्तर में वृद्धि हो रही है. छोटे-बड़े पहाड़ों का पानी आ रहा है, इसलिए अनुमान लगाना कठिन है. वैसे बाढ़ में फंसे लोगों की जानकारी मिलते ही रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ को सूचना दी गयी. इधर, सोन नद में बाढ़ की सूचना मिलते ही औरंगाबाद एसडीएम संतन कुमार सिंह और एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय बारुण सोननदी पुल पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली. पदाधिकारीयों ने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगों को निकाल लिया गया है. कोई हताहत नहीं हुआ है. किसानों की फसले बरबाद हुई है. ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है. प्रशासन बिलकुल मुस्तैद है. लोगों से अपील की गयी है कि सोन नद तट पर बसे लोग सावधान रहे. अभी सोन नदी में कोई भी व्यक्ति न जाएं. बताया कि बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण दक्षिण बिहार की सीमावर्ती इलाकों की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण नीचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. इसी बीच सोन नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है. हालांकि, स्थिति नियंत्रण में है. बताया जाता है कि वहां पर कई मवेशी भी फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने का प्रयास जारी है. सोन में बाढ़ और बाढ़ के बीच आम लोगों को फंसने का मामला नया नहीं है. कुछ वर्षों के गैप के बाद सोन का बाढ़ विकराल रूप लेता है. जानकारी के अनुसार 23 अगस्त 1975 में 14 लाख 48 हजार क्यूसेक पानी इंद्रपुरी बराज से छोड़ा गया था, जिससे आसपास के गांव भी प्रभावित हुए थे. इसके बाद वर्ष 2011 में सात लाख क्यूसेक पानी आया था. इसके बाद 20 अगस्त 2016 में 11 लाख 67 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. आठ वर्ष बाद यानी चार अगस्त 2024 को पांच लाख 21 हजार 964 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. सोन नद के दोनों तट बारुण और डेहरी के तट तक भरपूर लबालब पानी बह रहा है. सोन नद में खेती कर रहे फंसे हुए दर्जनों किसानों को प्रशासन द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया है. इसमें स्थानीय लोगों ने भी भरपूर सहयोग किया.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय