विभाजन विभीषिका दिवस के अवसर पर कटिहार रेल मंडल में फोटो गैलरी का हुआ आयोजन

कटिहार:  विभाजन विभीषिका दिवस के अवसर पर कटिहार रेल मंडल में फोटो गैलरी आयोजित कर विभाजन के विभीषिका को याद किया गया। 

भारत के कई रेलवे स्टेशन के साथ-साथ कटिहार रेल मंडल के छह स्टेशनों पर विभाजन के दर्द से जुड़े फोटो के माध्यम से देश के लोगों तक उस एहसास को जिंदा रखने की एक कोशिश किया गया है। 

 कटिहार से श्याम

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर कांग्रेस ने एक दिवसीय धरना का किया आयोजन, सांसद तारिक अनवर भी रहे मौजूद

कटिहार : जिले के सदर प्रखंड कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रखंड कार्यालय परिसर में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। कटिहार कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव की मौजूदगी में सदर प्रखंड अध्यक्ष निरंजन कुमार पोद्दार की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस धरना प्रदर्शन का संचालन किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप विश्वास ने किया। 

सदर प्रखंड कांग्रेस कमेटी ओर से आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से कटिहार सांसद तारिक अनवर, मनिहारी विधायक मनोहर प्रसाद सिंह, कोढ़ा से पूर्व विधायक सुनीता देवी के अलावा कई दिग्गज नेता शामिल हुए। 

इस धरना प्रदर्शन में कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील कुमार यादव ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए। कांग्रेस पार्टी बीते कई वर्षों से लगातार मांग कर रही है और इस मुद्दे पर आवाज बुलंद कर रही है।  

सुनील कुमार यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब लगातार इस मुद्दे को लेकर तब तक आवाज बुलंद करेगी जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाता है। 

कांग्रेस से कटिहार सांसद तारीक अनवर ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाना बिहार वासियों के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि बिहार के बंटवारे के बाद बिहार में ना तो उद्योग है ना ही कल कारखाने हैं जो भी आय का श्रोत था वह झारखंड में जा चुका है। इसलिए कांग्रेस पार्टी मांग कर रही है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए मगर इस मुद्दे पर सिर्फ टालमटोल किया जा रहा है। 

तारीक अनवर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब भाजपा से अलग होते हैं तब उन्हें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले यह मुद्दा याद आता है। मगर वर्तमान में बिहार में जो सरकार चल रही है। उसमें बीजेपी के साथ मिलकर नीतीश कुमार सरकार चला रहे हैं। उन्हें अभी मुद्दे पर अवश्य आवाज उठानी चाहिए और केंद्र सरकार पर दबाव बनाना चाहिए। मगर अफसोस है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी के सामने नतमस्तक हो चुके हैं, जो दुखद है।

कटिहार से श्याम

कटिहार में भाजयूमो ने निकाला तिरंगा यात्रा, पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भी रहे शामिल

कटिहार : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "हर घर तिरंगा अभियान" के आह्वान पर पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी के तरफ से तिरंगा यात्रा निकाला जा रहा है। 

इसी कड़ी में कटिहार जिले में भी भारतीय जनता युवा मोर्चा के तरफ से तिरंगा यात्रा निकाला गया। यह तिरंगा यात्रा शहर के महत्वपूर्ण मार्ग से गुजरा और इस दौरान सभी लोगों से अपने घर पर तिरंगा फहराने की अपील की गई। 

इस तिरंगा यात्रा मे पूर्व डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद एवं एमएलसी अशोक अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कटिहार से श्याम

शहीद दिवस के मौके शहीद स्तंभ पर सांसद तारिक अनवर ने माल्यार्पण कर शहीदों को किया नमन

कटिहार - शहीद दिवस के मौके पर नगर निगम कार्यालय के समीप शहीद स्तंभ पर सांसद तारिक अनवर ने माल्यार्पण कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील कुमार यादव के अलावे कांग्रेस से जुड़े नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। संसद के माल्यार्पण करने के पश्चात मौजूद कांग्रेस नेताओं के द्वारा बारी-बारी से शहीद स्तंभ पर माल्यार्पण शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उन्हें नमन किया। 

माल्यार्पण के पश्चात सांसद ने शहीदों को याद करते हुए उनके जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा आज इन्हीं वीर शहीदों की देन है। जो हम आजाद भारत में रहते हैं। देश को आजादी दिलाने के लिए इन शहीदों ने अपने सीने पर गोली खाई थी। इन शहीदों के द्वारा किए गए कार्य को लोग कभी भूल नहीं सकते। यह सभी शहीद आजादी में अहम भूमिका निभाई थे। जिसे देश आज भी याद करता है। 

इस अवसर पर दिलीप विश्वास,मनी पासवान, इश्तियाक आलम,राजेश रंजन, निक्कू सिंह, कुमार गौरव, शहनवाज खान,प्रितम चक्रवर्ती, सहित कांग्रेस से जुड़े नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कटिहार से श्याम

जिस महिला पर लगा था पुरुष होने का आरोप ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर रच दिया इतिहास

पेरिस ओलंपिक में अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है.उन्होंने महिला बॉक्सिंग की वेल्टरवेट कैटगरी के फाइनल मुकाबले में चीन की बॉक्सर और 2023 की वर्ल्ड चैंपियन यांग लियू को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से हरा दिया. इमान खेलीफ गोल्ड मेडल जीतने वाली अल्जीरिया की पहली महिला बॉक्सर हैं. उनके अलावा केवल होसीन सोलटानी ने पुरुष कैटेगरी में अल्जीरिया के लिए गोल्ड मेडल जीता है. ये अल्जीरिया के ओलंपिक इतिहास का 7वां गोल्ड मेडल है.प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी को हराने के बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. उनका जमकर विरोध हुआ था. यहां तक की उन्हें डिस्क्वालिफाई करने की मांग होने लगी थी.

मुश्किल था पेरिस ओलंपिक का सफर

इमान खेलीफ के लिए पेरिस ओलंपिक का सफर बेहद मुश्किल भरा रहा है. उनके लिए गोल्ड मेडल जीतना इतना आसान नहीं था. पूरे ओलंपिक के दौरान उन्हें पुरुष बताकर जमकर ट्रोल किया गया. उनका खूब विरोध हुआ, यहां तक उन्हें डिस्क्वालिफाई करके बाहर निकाले जाने की भी मांग हुई. इन सभी चीजों को सहते हुए खेलीफ अपने मुकाबलों पर ध्यान देती रहीं. हालांकि, फाइनल में उन्हें खूब समर्थन मिलते देखा गया. बाउट के दौरान कई फैंस उनके नाम के नारे लगाकर चीयर कर रहे थे.

खेलीफ ने जीत के बाद हवा में पंच मारा और अल्जीरिया के झंडे के साथ विक्ट्री लैप लगाते हुए सभी को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद कहा. इस दौरान वो काफी इमोशनल दिखीं. खेलीफ ने कहा कि ओलंपिक चैंपियन बनना उनका 8 सालों कासपना था, जो पूरा हो चुका है. इतना ही नहीं अपने ऊपर हुए हमलों और नफरतों को लेकर भी उन्होंने बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें लेकर हुए विरोध ने इस जीत को स्पेशल बना दिया है. खेलीफ ने भविष्य में इस तरह के हमले नहीं होने की उम्मीद जताई.

कबाड़ बेचकर बनीं बॉक्सर

इमान खेलीफ के लिए बॉक्सिंग का सफर संघर्षों से भरा रहा है. खेलीफ का जन्म 1999 में अल्जीरिया के तियरेत में हुआ. 25 साल की बॉक्सर को शुरुआती दौर में फुटबॉल खेलने का शौक था, लेकिन बाद में उन्होंने बॉक्सिंग को करियर बनाने का फैसला किया. खेलीफ ने जब बॉक्सिंग की शुरुआत की थी, तब ट्रेनिंग के लिए उन्हें बस के जरिए दूसरे गांव में जाना पड़ता था. उस वक्त खेलीफ बहुत गरीब थीं और बस से यात्रा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते थे. इसलिए वो कबाड़ बेचकर अपने लिए पैसे का इंतजाम करती थीं. इतना ही नहीं उनके पिता को लड़कियों का बॉक्सिंग करना बिल्कुल पसंद नहीं था. फिर भी खेलीफ ने हार नहीं मानी और सारी परेशानियों के बीच अपने खेल को जारी रखा.

2023 से चल रहा पुरुष होने का विवाद

इमान खेलीफ ने 19 साल की उम्र में 2018 AIBA महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में डेब्यू किया था. 2019 के वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में वो पहले राउंड में हारकर बाहर हो गईं. वहीं 2020 के टोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद साल 2023 में खेलीफ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचीं. हालांकि, गोल्ड मेडल मैच से पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया. IBA ने डिसक्वालिफाई करने के पीछे खेलीफ के शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में टेस्टोसटेरोन होने का हवाला दिया था.

बाद में IBA के अध्यक्ष ने यह भी खुलासा किया था कि DNA टेस्ट के दौरान खेलीफ के शरीर में X,Y क्रोमोजोम्स पाए गए थे, जो पुरुषों में होते हैं. हालांकि, एसोसिएशन का टेस्ट भी विवादों में आ गया था. वहीं खेलीफ ने IBA के फैसले को एक बड़ी साजिश भी बताया था. पेरिस ओलंपिक में इटली के खिलाफ क्वार्टर फाइनल हुए मुकाबले के बाद वो एक बार फिर विवादों में आ गईं. इस मुकाबले में उनकी विरोधी एंजेला कारिनी ने 46 सेकेंड के बाद ही खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया था. इसके बाद खेलीफ पर पुरुष होने के आरोप लगाए गए थे. इसके बाद खेलीफ को पूरी दुनिया से नफरतों का सामना करना पड़ा. फिर भी वो हार नहीं मानी और चैंपियन बनने का सपना देखती रहीं और अब उन्होंने गोल्ड मेडल जीत लिया है.

बिहार में फिर गिरा एक निर्माणाधीन पुल, 10 दिन पहले हुई थी ढलाई*

कटिहार : बिहार में पुल-पुलिया गिरने का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। पिछले एक महीने के अंदर 10 से अधिक पूल गिर चुके है। ताजा मामला कटिहार से सामने आया है। जहां एक निर्माणाधीन पुल गिर गया है। मिली जानकारी के अनुसार 10 दिन पहले एक पूल का ढलाई हुआ था और अब यह पूल गिर गया है। करीब दो करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस पुल का निर्माण हो रहा है। ऐसे में पूल के ढलाई के 10 दिन बाद ही पुल गिरने से क्षेत्र में कई तरह की चर्चा है। जिलाधिकारी ने इस बात की अब तक उनके पास आधिकारिक जानकारी नहीं होने की बात कही है। बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिरा है। बिहार में इस तरह के हादसे कई सालों से लगातार हो रहे हैं।सरकारें बदलतीं रहीं मगर पुल गिरने की घटनाएं लगातार सामने आती रहीं. चाहे जदयू-राजद की सरकार हो या जदयू-भाजपा की सरकार। यह सिलसिला लगातार जारी रहता है। कटिहार से श्याम
उप-मुख्य पार्षद शुभम पोद्दार ने कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखकर कर दी बड़ी मांग
बिहार सरकार के पूर्व राज्य मंत्री महेंद्र नारायण का निधन, राजनीतिक गलियारे शोक

कटिहार: बिहार सरकार के पूर्व राज्य मंत्री महेंद्र नारायण यादव का आज दोपहर कटिहार स्थित अपने निज आवास विनोदपुर में निधन हो गया है। वे करीब 87 वर्ष के थे तथा काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 

आज दोपहर उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली है। उनके निधन पर अति पिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य तारकेश्वर प्रसाद ने बताया कि श्री यादव के निधन से कटिहार राजद को काफी नुकसान हुआ है। 

उन्होंने बताया कि पूर्व मंत्री महेंद्र नारायण यादव करीब पांच बार कटिहार जिले के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। जबकि 1997 से लेकर 2000 तक राबड़ी सरकार के मंत्रिमंडल में पथ निर्माण राज्य मंत्री रह चुके थे। वे अपने पीछे चार बेटियों के आलावे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। 

वहीं युवा राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव आशु पांडे ने बताया कि श्री महेंद्र यादव का निधन पार्टी के लिये अपूरणीय क्षति है। जिसकी भरपाई शायद भविष्य में हो सकें। उनके निधन के बाद मिलने वालों की भीड़ उनके आवास पर लगा हुआ है।

कटिहार से श्याम

कटिहार में संविदा एनएचएम कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर,समान काम- समान वेतन की मांग
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