*फाइलेरिया उन्मूलन माह का शुभारंभ, 10 अगस्त से 2 सितंबर तक चलेगा अभियान*

आरएन सिंह

सीतापुर- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिसवां में फाइलेरिया उन्मूलन माह का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक निर्मल वर्मा ने कुया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि फाइलेरिया को जड़ से समाप्त करने के लिए 10 अगस्त से 2 सितंबर तक फाइ लेरिया उन्मूलन माह के रूप में मना रही है। इसमें स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर प्रत्येक जन को दवा की खुराक देंगे हमें निश्चित होकर दवा खाना है। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए दवा की खुराक लेनी आवश्यक है। उन्होंने कहा सामुदायिक केंद्र के माध्यम से मरीजों को भरपूर चिकित्सा सुविधा दी जा रही है गरीबों की जांच के लिए हेल्थ एटीएम भी लगाया गया है इसके अलावा जांच और दवाइयां की व्यवस्था स्वास्थ्य केंद्र पर की गई है जिसका लाभ हमें उठाना चाहिए और झोलाछाप डॉक्टर से बचना चाहिए।

इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर अमित कपूर ने बताया की दवा खिलाने के लिए 319 टीमों तथा 64 सुपरवाइजर लगाए गए हैं जो इस कार्य में सहयोग कर लोगों को दवा खिलाने का काम करेंगे। इसके साथ ही गांव में प्रधानों का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्वयंसेवी संस्था पीसी तथा सी फॉर्म भी इसमें सहयोग कर रही हैं।

उन्होंने बताया फाइलेरिया मच्छर के काटने से होता है। इसके कीटाणु शरीर में धीरे-धीरे रोग को जन्म देते हैं। जिसे रोगी जान नहीं पता है और शरीर के किसी स्थान पर सूजन आ जाती है। जिससे फील पांव बन जाता है। इसके लिए वर्ष में एक बार दवा खानी आवश्यक है। इस दवा का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। 1 वर्ष से कम आयु के बच्चे गर्भवती महिलाएं अथवा गंभीर रोगों से पीड़ित व्यक्ति को दवा नहीं लेनी है। कार्यक्रम में डॉक्टर सुमित मल्होत्रा शिवानी सिंह विपिन यादव महिला चिकित्सक भाजपा के नगर अध्यक्ष पंकज गुप्ता एवं मेडिकल स्टाफ मौजूद था।

मंडी में किसानों के लिए बैठने और शीतल जल की व्यवस्था की जाए : दिनेश प्रताप सिंह

सीके सिंह(रूपम),सीतापुर। प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने गुरुवार को सीतापुर में मंडी परिषद और उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में जनहित, किसान हित और राज्य हित को ध्यान में रखते हुए आवश्यक निर्देश जारी किए गए।

अधिकारियों को यह निर्देश दिये कि जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए किसानों के हित में काम करें।

बैठक में उपस्थित मंडी सचिवों को निर्देश दिया गया कि वे अपने क्षेत्र के निर्वाचित विधायकों से नियमित संवाद बनाए रखें। यह भी निर्देश दिये कि मंडी परिषद द्वारा किए गए कार्यों में विधायकों की सहमति सुनिश्चित हो और उनके निर्देशन में ही कार्यों को अंजाम दिया जाए। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मंडी परिषद द्वारा निर्मित सड़कों की मरम्मत और अन्य आवश्यक कार्य विधायकों की सहमति से शीघ्र कराए जाएं।

निर्वाचित जनप्रतिनिधियों द्वारा मंडी परिषद की सेवाओं, सक्रियता, आचरण, और व्यवहार के प्रति संतोष का प्रमाण हर हालत में सुनिश्चित किया जाए।

उद्यान मंत्री ने सभी मंडियों में प्रवेश द्वार के पास एक स्वागत व विश्राम गृह के निर्माण के निर्देश दिए गए। यदि कोई भवन का हिस्सा इस उद्देश्य के लिए उपयुक्त हो तो उसे किसानों के स्वागत और सुविधा के लिए आरक्षित किया जाए।

मंडियों में आने वाले किसानों के लिए उचित बैठने की व्यवस्था और शीतल जल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि किसान यह महसूस करें कि मंडी उनकी है। उन्होंने मंडियों में बने किसानों के उपयोग के चबूतरों पर अवैध अतिक्रमण को रोकने के निर्देश दिए गए। इन चबूतरों का उपयोग केवल किसानों के लिए सुरक्षित रखा जाए। साथ ही मंडियों में अस्थाई अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाने और मंडी के वातावरण को स्वच्छ एवं सुगम बनाए रखने पर जोर दिया। इसके साथ ही मंडियों में साफ-सफाई के लिए उस ठेकेदार को ही नियुक्त किया जाए, जिसके पास आवश्यक उपकरण और मैनपावर की सुविधा हो। इससे मंडियों का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ बना रहेगा।

सभी पात्र लोग फाइलेरिया से बचाव की दवा जरूर खाएं: सीएमओ

सीके सिंह(रूपम),सीतापुर। जिले में 10 अगस्त से दो सितंबर तक फाइलेरियारोधी दवा का सेवन कराए जाने के लिए सर्वजन दवा (आईडीए) अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को लेकर गुरुवार को शहर के एक होटल में मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरपाल सिंह ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि इस अभियान के तहत आइवरमेक्टिन, डाईइथाईल कार्बामजीन(डीईसी) और एल्बेंडाजोल की गोलिया खिलाई जाएंगी।

फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है जिसे सामान्यत: हाथी पांव के नाम से जाना जाता है। इसके मुख्य लक्षण पैरों व हाथों में सूजन (हाथीपांव), पुरुषों में हाइड्रोसील (अंडकोश का सूजन) और महिलाओं में ब्रेस्ट में सूजन है। उन्होंने बताया कि इस बार 42.46 लाख लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का लक्ष्य है। फाइलेरिया रोधी दवा एक साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित को छोड़कर सभी को करनी है। अभियान को सफल बनाने के लिए 3,735 टीमें और 719 पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। इसके अलावा एसीएमओ, सीएचसी अधीक्षक, स्वयंसेवी संस्था पाथ मॉनिटरिंग और सुपरविजन करेंगी।

डिप्टी सीएमओ एवं आरकेएसके कार्यक्रम के नोडल अफसर डॉ. राजशेखर ने बताया कि आईडीए अभियान सीतापुर शहरी क्षेत्र सहित मिश्रिख और ऐलिया ब्लॉक को छोड़कर पूरे जिले में चलेगा। इन तीनों क्षेत्रों में 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन कर एक से 19 साल के 3.56 लाख बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा एल्बेन्डाजोल खिलाई जाएगी। जो बच्चे उस दिन दवा नहीं खा पाएंगे, उन्हें 14 अगस्त को यह दवा खिलाई जाएगी।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. दीपेंद्र वर्मा ने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा सेवन के बाद कुछ ,व्यक्तियों में जी मितलाने, चकत्ते पड़ना, चक्कर आना और उल्टी आने की समस्या हो सकती है। इससे घबराने के जरूरत नहीं है। फाइलेरियारोधी दवा सेवन के बाद शरीर में फाइलेरिया परजीवियों के खत्म होने के कारण इस तरह के लक्षण होते हैं। जिला मलेरिया अधिकारी जीतेंद्र कुमार ने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन बहुत जरूरी है, क्योंकि फाइलेरिया का संक्रमण होने के बाद फाइलेरिया के लक्षण 10 से 15 साल बाद दिखाई देते हैं और तब तक हम जाने अनजाने रोग के प्रसार में सहयोग करते रहते हैं।

फाइलेरियारोधी दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित हैं बस इस बात का ध्यान रखें कि दवा खाली पेट नहीं खानी है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में सहयोगी संस्थाए भी सहयोग कर रहीं है जैसे सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से जनपद में प्रचार प्रसार तथा फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफार्म के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मियों व कोटेदार, प्रधान जैसे हितधारकों के साथ मिलकर समुदाय में जन जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रहीं हैं। साथ ही प्रोजेक्ट कंसर्न आॅफ इंडिया (पीसीआई) संस्थाओं द्वारा समुदाय में फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के लिए सभी हितधाराको को जागरूक किया जा रहा है।

कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. कमलेश चंद्रा ने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने फाइलेरिया से बचाव की दवा स्वयं खाने और दूसरों को यह दवा खिलाने का संकल्प लिया। इस मौके पर माइक्रोबायलॉजिस्ट डॉ. आरके सिंह, आरकेएसके के जिला समंवयक शिवाकांत, डीएचआईओ केएन मिश्रा, पाथ संस्था के देवेंद्र सिंह, पीसीआई की अंशू मिश्रा, सीफार के देवेंद्र सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

फाइलेरिया रोगियों ने सुनाई आपबीती

कार्यशाला में फाइलेरिया रोगी नेटवर्क के सदस्य रमाकांत पांडे और ररिता देवी ने सभी से फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने की अपील करते हुए कहा कि अज्ञानतावश उन लोगों ने फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन नहीं किया जिसके कारण वह इस बीमारी के साथ जी रहे हैं। आप लोग ऐसी गलती न करें। जब घर बैठे फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जा रही है तो इसका सेवन जरूर करें और फाइलेरिया जैसी लाइलाज बीमारी से बचें। फाइलेरिया पूजा देवी ने कहा कि व्यक्ति को पता ही नहीं होता है कि वह फाइलेरिया से पीड़ित है और अनजाने में वह दूसरों को संक्रमित करता है। इसलिए फाइलेरियारोधी दवा का सेवन जरूर करें।

संदिग्ध परिस्थित में अधेड की मौत भाई ने तीन लोगों पर लगाया आरोप

शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) संदिग्ध परिस्थित में अधेड की मौत मृतक के भाई ने भांजे व बहन बहनोई पर गला दबा कर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है पुलिस ने शव को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है |

सकरन थाना क्षेत्र के बेलवा बसहिया गांव निवासी रामसेवक (55) पुत्र मुन्ना की संदिग्ध परिस्थिति में बुधवार की रात करीब 11 बजे मौत हो गयी थी मृतक के कोई संतान न होने के कारण वह अपने भांजे मोहित निवासी हलीमनगर थाना थानगांव को अपने यहां रखे हुए था मृतक के भाई सुरेश का आरोप है कि जमीन के लालच में उसके भांजे मोहित बहनोई रामचन्द्र बहन उर्मिला ने रात में गला दबा कर रामसेवक की हत्या कर दी सुरेश ने घटना की तहरीर पुलिस को दी है पुलिस ने शव का पंचायतनामा भरकर उसे पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है |

थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया मृतक बीमार था जिसका इलाज चल रहा था मृतक के भाई आरोप लगा रहे है शव को पीएम के लिए भेजा गया है रिपोर्ट आने पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी |

पानी के विवाद में बहू को पीटा बहू ने दी तहरीर

शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) थाना क्षेत्र में नल से पानी लेने के विवाद में ससुर व सास ने मिलकर बहू की पिटाई कर दी बहू द्वारा मामले की तहरीर पुलिस को दी गयी है |सकरन थाना क्षेत्र के मुन्नूपुरवा गांव निवासी नीता यादव घर के बाहर लगे नल में पानी लेने गयी थी नीता की सास साबित्री ससुर नन्हू व ननद पूना ने पानी लेने से मना करते हुए गाली गलौज करने लगे जब नीता ने इसका बिरोध किया तो तीने ने मिलकर लाठी डंडों से उसे मारा पीटा शोर सुनकर मौके पर आये ग्रामीणों ने बीच बचाव किया नीता ने तीनों लोगों के बिरूद्ध पुलिस को तहरीर दी है |थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया तहरीर मिली है जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी |

कीचड़ व जलभराव की समस्या से जूझ रहे सकरन वासी

शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) कस्बे के अधिकतर मार्गों पर भरा बरसात का पानी जल निकासी की समुचित ब्यवस्था न होने पर एकत्रित हुए पानी से उठ रही दुर्गंध से बीमारियां फैलने की आशंका ग्रामीणों ने जलभराव की समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग की |

विकास खंड की ग्राम पंचायत सकरन में जल निकासी की समुचित ब्यवस्था न होने के कारण बरसात का पानी कस्बे के भीतर मार्गों पर भर गया है कस्बे के मेन रोड से नेहरू जूनियर हाई स्कूल तक रमेशचन्द्र शुक्ल के घर से प्राथमिक विद्यालय तक शीतला माता मंदिर से श्रीधर भार्गव के घर तक मेन रोड से मिथलेश शुक्ल के घर तक अमीन खां के घर से अय्यूब खां के घर तक बने सीसी मार्गों व खडंजों के किनारे नाली निर्माण न होने की वजह से बरसात का पानी मार्गों पर ही एकत्रित होकर रह जाता है कई दिनों तक ठहराव के कारण पानी से भारी दुर्गंध आने लगती है इसके अलावा मच्छरों का भी प्रकोप फैलने लगता है गांव में सफाई कर्मी द्वारा सफाई न किए जाने से मार्गों के किनारे गंदगी व कूडों के ढेर लगे रहते है ।

ग्रामीणों ने बताया कि मार्गों पर हो रही जलभराव की समस्या की शिकायत प्रधान से लेकर ब्लॉक के अधिकारियों तक की गयी लेकिन ग्रामीणों की इस समस्या का समाधान नही हो सका ग्रामीण सुनील भार्गव,रामचन्द्र यादव,नवनीत शुक्ल,नेवल चौहान,बाबूराम,सुरेश कुमार आदि ने जलभराव की समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग की है |

प्रधान खुद दवा खाकर सर्वजन दवा सेवन अभियान का करें शुभारंभ, डीपीआरओ ने ग्राम प्रधानों को लिखा पत्र

सीके सिंह(रूपम),सीतापुर। आगामी 10 से 28 अगस्त के मध्य सर्वजन दवा सेवन अभियान (आईडीए) चलाया जाएगा । इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाएंगी।

ग्रामीण अंचलों में इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधानों को आगे आना होगा। इस आशय की जानकारी देते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी निरीश चंद्र साहू ने बताया कि इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का शुभारंभ सभी ग्राम प्रधान स्वयं दवा खाकर करें। इसके बाद अपने परिवारीजन, आस-पास के लोगों व गांव के अन्य बाशिंदों को दवा खाने के लिए प्रेरित करें।

जिला पंचायत राज अधिकारी ने इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि सभी ग्राम प्रधान इस अभियान का प्रचार-प्रसार अपने गांव में डुग्गी पिटवाकर और दीवार लेखन करा कर करें।

उन्होंने सभी एडीओ से यह अपील भी की है कि वह फाइलेरिया बीमारी से संबंधित मैसेज वाट्सएप ग्रुप में अपलोड करें। उन्होंने कहा कि सभी लोग स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सामने फाइलेरिया से बचाव की दवा खाएं, साथ ही में परिवार के सदस्यों और आस-पास के लोगों को भी यह दवा खाने के लिए प्रेरित करें क्योंकि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है और इससे बचने का एकमात्र उपाय समय पर फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करना है ।

जिससे कि समय रहते फाइलेरिया के परजीवी पर नियंत्रण पाया जा सके। फाइलेरियारोधी दवा का सेवन एक वर्ष के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। उन्होंने यह भी बताया कि दवा खाली पेट नहीं खानी है। दवा खाने के बाद किसी-किसी को जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आना, सिर दर्द, खुजली की शिकायत हो सकती है, ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है।

यह एक सामान्य प्रक्रिया है। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है।

डीएम ने किया सिधौली तहसील का निरीक्षण, रजिस्ट्रार कानूनगो व पेशकार को प्रतिकूल प्रविष्ट

सीके सिंह(रूपम),सीतापुर। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने तहसील सिधौली का आकस्मिक निरीक्षण व विभिन्न पटलों का निरीक्षण कर दस्तावेजों का अवलोकन करते हुये आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित को प्रदान किये।

उन्होंने कहा कि जो भी लम्बित प्रकरण है, उनका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाये तथा जनता की समस्याओं को सभी अधिकारी प्राथमिकता के आधार पर सुने एवं गुणवत्तापूर्ण समस्याओं का निस्तारण करें। साथ ही न्यायालय में लंबित विभिन्न दस्तावेजों का अवलोकन कर किया।

उन्होंने तीन व पांच साल पुराने वादों एवं अभिलेखों का भी अवलोकन कर संबंधित को निर्देश दिये कि समय से रिकॉर्ड रजिस्टर में अंकित किया जाये। उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि रजिस्टर अपडेट करायें।

उपजिलाधिकारी की पेशकार अमिता श्रीवास्तव का कार्य संतोषजनक व कार्यों में लापरवाही बतरनें पर स्पष्टीकरण जारी करने के आदेश संबंधित को दिये, यदि कार्यों में सुधार न हो तो दण्डात्मक कार्यवाही की जाये।

धारा 24 का अनुपालन की जानकारी उपजिलाधिकारी से प्राप्त की। निर्णयों को रिकार्ड रजिस्टर में अंकित कर प्रमाणित भी किया जाये। न्यायालय के विभिन्न दस्तावेजों का जिलाधिकारी ने गहनता पूर्वक अवलोकन कर अव्यवस्थित दस्तावेजों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आने वाले वादों को गंभीरता से सुने प्रत्येक पक्षकार को अपना पक्ष रखने का पर्याप्त समय दें तथा सीमांकन आख्या रिकार्ड रजिस्टर में दर्ज न होने पर सुधार के निर्देश संबंधित को दिये। आईजीआरएस पटल का निरीक्षण कर समय से निस्तारण करने के दिए निर्देश देते हुये रजिस्टर का अवलोकन भी किया तथा सुस्त कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया।

नायब तहसीलदार प्रथम, द्वितीय, तृतीय के न्यायालयों का निरीक्षण कर वादों, रिकॉर्ड रजिस्टर का अवलोकन करते हुये लंबित वादों की जानकारी ली। साथ ही वसीयत, बैनामा, दायरा आदि के विभिन्न वादों का रिकॉर्ड रजिस्टर व फाइलों का भी मिलान कराया। रजिस्ट्रार कानूनगो शिव कुमार पेशकार नायब की लचर कार्यप्रणाली पर जिलाधिकारी ने प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश संबंधित को दिये। खतौनी पटल का निरीक्षण कर पोर्टल खुलवाकर ऑनलाइन अवलोकन किया तथा आज कुल प्रिंट हुयी खतौनी की जानकारी ली।

जिलाधिकारी ने अभिलेखागार के निरीक्षण के दौरान विभिन्न परगना अभिलेखों का अवलोकन किया तथा परवाना, गॉर्ड फाइल, कंप्यूटर रजिस्टर आदि का अवलोकन कर व्यवस्थित करने के निर्देश दिये। राजस्व निरीक्षक ठाकुर प्रसाद के लगातार कार्याे में लापरवाही एवं शिथिलता पाए जाने पर पदावनति किये जाने हेतु उपजिलाधिकारी सिधौली को पत्रावली चलाने हेतु निर्देशित किया। अधिष्ठान, राहत, भू आवंटन व सेवापुस्तिकाओं का अवलोकन किया। साथ ही इंक्रीमेंट, वेतन आदि की जानकारी लेकर लम्बित न रखने के निर्देश जिलाधिकारी ने संबंधित को प्रदान किये। रजिस्ट्री कार्यालय का निरीक्षण कर जिलाधिकारी ने सब रजिस्ट्रार को निर्देश दिये कि कार्यालय के दस्तावेजों को व्यवस्थित रखा जाये तथा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। पूर्ति निरीक्षक कार्यालय का निरीक्षण कर सभी दस्तावेजों को अद्यतन करने के साथ व्यवस्थित रखने के निर्देश भी संबंधित को दिये। जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिये कि किसी भी पटल पर प्राइवेट व बाहरी व्यक्ति से कार्य न कराया जाये।

निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नीतीश कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी सिधौली अनिल रस्तोगी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सिधौली रेणुका यादव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

सड़क दुर्घटना में छात्र की मौत

शिवकुमार जायसवाल,सकरन(सीतापुर)- सकरन थाना क्षेत्र के मनकौड़ा गांव के निवासी जितेंद्र पुत्र गुरुदीन उम्र 9 वर्ष, बालिका इंटर कॉलेज शाहपुर में कक्षा 6 में पढ़ता था। 

मंगलवार की सुबह विद्यालय जाने के लिए साइकिल से घर से निकला था। सांडा सकरन मार्ग पर लहसडा गांव के निकट विपरीत दिशा से आ रहे अज्ञात मोटरसाइकिल वाहन की जोरदार टक्कर लगने से छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सांडा चौकी प्रभारी श्यामू कनौजिया मौके पर पहुंच गए थे और उनके द्वारा आवश्यक कार्यवाही शुरू कर दी गई थी।

आशा कार्यकर्ता अपने सामने ही फाइलेरियारोधी दवा खिलाएं: डॉ. मनोज

सीके सिंह(रूपम),सीतापुर। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आगामी 10 अगस्त से सर्वजन दवा सेवन अभियान (आईडीए राउंड) अभियान चलाया जाएगा। इसको लेकर सीएचसी तंबौर में संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में उपस्थित आशा कार्यकर्ता को फाइलेरिया रोग के बारे में जानकारी देते हुए सीएचसी अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है। प्रत्येक आशा को अपने प्लान के अनुसार प्रतिदिन 25 घरों का भ्रमण कर पात्र लोगों को फाइलेरिया की दवा अपने सामने ही खिलानी है। दवा का वितरण कतई नहीं किया जाएगा। यदि किसी घर पर कोई व्यक्ति नहीं मिलता है, तो दूसरे दिन, तीसरे दिन जाकर दवा खिलाएं। इस अभियान में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने बताया कि दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के अलावा यह दवा सभी को खिलाना जरूरी है। यह दवा खाली पेट नहीं खिलाना है। दवा खाने से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा कि यह दवा खाने से शरीर के अंदर मौजूद माइक्रो फाइलेरिया के मरने से कभी-कभी किसी व्यक्ति को सिरदर्द, बुखार, उल्टी हो सकती हैं, लेकिन इससे घबराने की जरुरत नहीं है। कुछ देर में व्यक्ति स्वतः ही ठीक हो जाता है। इस अभियान के दौरान यदि किसी आशा को किसी घर में फाइलेरिया से पीड़ित मरीज मिलता है, तो वह उसकी सूची भी तैयार करेंगी।

बीसीपीएम मोहिनी जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि फाइलेरिया की दवा साल में एक बार प्रत्येक व्यक्ति को खानी चाहिए। अभियान के दौरान दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की एक गोली, छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो और अल्बेंडाजोल की एक गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन और अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। आइवरमेक्टिन की गोली पांच वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को उनकी लंबाई के अनुसार खिलाई जाएगी। अल्बेंडाजोल की गोली लोगों को चबाकर खाना है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को कोई दवा नहीं खिलायी जाएगी।

प्रोजेक्ट कंसर्न ऑफ इंडिया के एसएमसी राजीव गुप्ता ने बताया कि कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। क्यूलेक्स मच्छर घरों के दूषित स्थलों, छतों और आसपास लगे हुए पानी में पाया जाता है। इससे बचाव के लिए लोग घरों के आसपास गंदगी और पानी नहीं जमने दें। घर के आसपास साफ-सफाई रखें। बुखार आना, शरीर में लाल धब्बे या दाग होना, शरीर के किसी भी अंग में सूजन होना इसके लक्षण हैं। ज्यादातर इस बीमारी से ग्रसित लोगों के पांव या हाइड्रोसिल में सूजन हो जाती है। लोग इस बीमारी से सुरक्षित रह सकें इसके लिए सरकार हर साल में एक बार एमडीए अभियान चलाती है। इससे लोगों को जरूरी दवा उपलब्ध होती है, जो इस बीमारी को रोकने में सहायक होती है।