सीएएस में विनेश फोगाट की अपील पर सुनवाई आज, देश के जाने-माने ये वकील करेंगे पैरवी
#vinesh_phogat_plea_against_olympic_disqualification
पहलवान विनेश फोगाट ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थी। हर तरफ उनकी जीत का जश्न मनाया जा रहा था, विनेश फोगाट ने क्यूबा की युसनेलिस गुजमैन जैसी उस खिलाड़ी को हराया जिन्हें आज तक कोई हरा पाने में कामयाबी हासिल नहीं कर पाया था।जिसके बाद पूरा भारत उस एक मैच का इंतजार कर रहा था, जिसमें विनेश फोगाट गोल्ड के लिए मुकाबला करने वाली थी। हा लांकि इससे पहले पूरे देश के सपनों पर पानी फिर गया। पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश फोगाट ने महिला रेसलिंग के 50 किग्रा वर्ग के फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ बुधवार को खेल पंचाट (सीएएस) में अपील की और मांग की कि उन्हें संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। सीएएस ने विनेश की अपील को स्वीकार कर लिया है और इस मामलें में अब फैसला आज आएगा।
विनेश फोगाट 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल रेसलिंग कैटगरी के फाइनल मुकाबले में पहुंच गई थी, मैच से कुछ ही देर पहले उन्हें अयोग्य ठहरा दिया गया। उनको अयोग्य ठहराने के पीछे वजह बताई गई कि विनेश फोगाट का वजन नियम से ज्यादा है। उनका वजन करीब 100 ग्राम ज्यादा था, ऐसे में नियम के कारण वह सेमीफाइनल जीतने के बाद भी गोल्ड मेडल से चूक गईं। विनेश फोगाट ने वजन कम करने के लिए हर मुमकिन कोशिश की लेकिन उनका वजन 100 ग्राम फिर भी ज्यादा पाया गया। विनेश ने इस फैसले पर आपत्ति जताई और सीएएस में संयुक्त सिल्वर मेडल देने की मांग की।
क्या है सीएएस?
जब किसी भी खेल में जब कोई विवाद होता है तो खिलाड़ी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में अपनी याचिका दायर करता है। विनेश फोगाट ने भी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में अपनी याचिका दायर की है। इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) एक स्वतंत्र संस्था है जो खेल जगत में हुए किसी भी विवाद के निपटारे के लिए काम करती है, इस कोर्ट में ही खिलाड़ी, कोच किसी भी तरह की फैसले पर आपत्ति या और भी किसी तरह के विवाद होने पर अपील कर सकते हैं। सीएएस का गठन साल 1984 में किया गया। इस कोर्ट का हेड ऑफिस स्विट्जरलैंड में है।
देश के जाने-माने वकील हरीश साल्वे करेंगे फोगाट की पैरवी
देश के जाने-माने वकील हरीश साल्वे शुक्रवार को पेरिस ओलंपिक से पहलवान विनेश फोगाट की पैरवी करेंगे। भारत सरकार (जीओआई) ने विनेश को सपोर्ट करने के लिए सुनवाई से पहले वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे को उनका वकील नियुक्त किया है। साल्वे ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें खेल पंचाट में फोगाट का प्रतिनिधित्व करने के लिए आईओए द्वारा नियुक्त किया गया है।





स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) मॉड्यूल का आतंकी गिरफ्तार किया है। आतंकी की पहचान रिजवान अली के रूप में हुई है। रिजवान दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला है। इस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तीन लाख रुपए का इनाम रखा हुआ था। एनआईए ने पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल में उसकी अहम भूमिका के लिए रिजवान पर 3 लाख रुपये का इनाम रखा था, जिसकी विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के लिए जांच चल रही थी। पुणे पुलिस की हिरासत से भागने के बाद से वह पकड़ से बचता रहा था। पुलिस ने शुक्रवार को उसे गिरफ्तार किया। उसके पास से कई हथियार बरामद किए गए। पुलिस के मुताबिक, आतंकी रिजवान अली के बारे में एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई और उसे पुलिस ने दिल्ली के बायोडायवर्सिटी पार्क के पास गंगा बक्श मार्ग के पास से गुरुवार रात में लगभग 11 बजे गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से .30 बोर की एक स्टार पिस्टल और तीन कारतूस बरामद हुए। इस संबंध में एक एफआईआर दर्ज की गई है। पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल के कई सदस्यों को पुणे पुलिस और एनआईए ने पहले भी गिरफ्तार किया था। एंटी टेरर एजेंसी ने इस साल मार्च में जो सप्लीमेंट्री चार्जशीट फाइल की थी, उसमें तीन अन्य आरोपियों के साथ रिजवान अली का नाम भी शामिल था। एनआईए ने पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल केस में कुल 11 पर आरोप लगाए हैं। यह मामला महाराष्ट्र के पुणे में हथियारों, विस्फोटकों, रसायनों और आईएसआईएस से संबंधित साहित्य की जब्ती से जुड़ा है। यह गिरफ्तारी भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा देश में आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Aug 09 2024, 14:09
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