बिहार के हाजीपुर में बड़ा हादसा : हाई-वोल्टेज तार की चपेट में आने से 8 कांवरियों की मौत, छह लोग गंभीर रूप से झुलसे*


डेस्क -: बिहार के हाजीपुर से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां बिजली का करंट के चपेट में आने से 8 कांवरियों की मौत हो गई है। वहीं 6 गंभीर रुप से झुलस गए है। घायल सभी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के संबंध में बताया गया है कि कि हाजीपुर के औद्योगिक थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव में (नाइपर के सामने) बीते रविवार की रात करीब 1140 बजे हाई-वोल्टेज तार की चपेट में आने से 8 कांवरियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए। कांवरियों का जत्था पहलेजा घाट से गंगाजल भरने और बाबा हरिहरनाथ का जलाभिषेक करने के लिए निकला था। हादसे में मृत कांवरिए जेठुई गांव के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि कांवरियों का जुलूस गांव से करीब 500 मीटर दूर बढ़ा। एक ट्रॉली पर डीजे और माइक रखा हुआ था, जिससे 11 हजार वोल्ट का तार सट गया। इससे करंट फैल गया और इसकी चपेट में कांवरिए आ गए। एसडीपीओ ओम प्रकाश ने बताया कि डीजे ट्राली में बांधकर ले जाने के दौरान 11 हजार वोल्ट के तार में माइक सट गया, जिससे ट्राली में करंट फैल गया और आठ लोगों की मौके पर मौत हो गई। इस हादसे में झुलसे लोगों में दो ज्यादा गंभीर हैं। कांवरियों का जत्था हर साल पहलेजा घाट से जल भरकर बाबा हरिहरनाथ पर जलाभिषेक के लिए जाता है। हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग के अफसरों और कर्मियों को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर हंगामा किया और हाजीपुर-जंदाहा मार्ग को जामकर कर दिया। मौके पर पांच थानों की पुलिस और दमकल मौजूद थी। रात करीब पौने दो बजे समझाने-बुझाने के बाद ग्रामीण माने, फिर सभी आठ शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। कई शव बुरी तरह झुलस गए हैं। आक्रोशित लोगों का कहना था कि जैसे ही तार में डीजे सटा और करंट लगा, बिजली विभाग को फोन किया गया, लेकिन फोन नहीं उठाया। यदि समय पर फोन उठ जाते तो करंट की चपेट में आने वाले युवकों को बचाया जा सकता था।
बड़ी खबर : सरयू राय जदयू में हुए शामिल, पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने पार्टी की दिलाई सदस्यता*

डेस्क : बीते कई दिनों से झारखंड के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने आखिरकार जनता दल यूनाइटेड का दामन थाम लिया। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनका पिछले कई दशकों से व्यक्तिगत संबंध रहा है। मुझे विश्वास है की सरयू राय के आने से झारखंड में पार्टी को मजबूती मिलेगी। इस मौके पर बिहार सरकार के मंत्री एवं जदयू के झारखंड प्रदेश प्रभारी डॉ अशोक चौधरी, मंत्री श्रवण कुमार, राज्यसभा सांसद सह जदयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो, विधान पार्षद संजय गांधी और प्रदेश महासचिव मनीष कुमार मौजूद थे। बताते चलें कि सरयू राय बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल रहे है। लेकिन बीते कुछ वर्ष पहले जब उन्हें पार्टी से किनारा किये जाने लगा तो बीजेपी से अलग हो गए। साथ ही वर्तमान समय में वे बीजेपी के कट्टर विरोधी के तौर पर जाने जाते है। पिछले दिनों सरयू राय ने पटना में मुख्यमंत्री आवास में सीएम नीतीश से मुलाकात की थी। जिसके बाद इसकी संभावना जताई जा रही थी की वे जदयू में शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है की झारखण्ड में अक्टूबर नवम्बर में विधानसभा चुनाव कराये जाने की संभावना जताई जा रही है। जिसमें सरयू राय की अहम् भूमिका होगी।
औचक निरीक्षण के दौरान स्कूल की व्यवस्था देखकर गरम हुए मंत्री जनक राम, विद्यालय प्रबंधन को दिया यह सख्त अल्टीमेटम*

डेस्क : बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा बड़ी रकम खर्च की जा रही है। बावजूद इसके स्कूलों की स्थिति में व्यापक सुधार नहीं आ रहा है। आए दिन आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राएं इसकी शिकायत करते रहते है। एक ऐसा ही मामला पुलिस जिला बगहा से सामने आया है। जहां बिहार सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम द्वारा औचक निरीक्षण के दौरान आवासीय राजकीय अंबेडकर अनुसूचित जाति –जनजाति प्लस टू विद्यालय, चौतरवा की व्यवस्था में कई खामियां पाई गई। जिसपर मंत्री ने स्कूल प्रबंधन की जमकर क्लास लगाते हुए व्यवस्था में सुधार करने का अल्टीमेटम दिया है। मिली जानकारी के अनुसार मंत्री जनक राम को छात्रावास में रह रहे छात्रों से शिकायत मिली थी कि उन्हें समय पर भोजन नहीं दिया जाता। साथ ही मेन्यू के मुताबिक उन्हें पौष्टिक खाना नहीं खिलाया जाता है। इस शिकायत के बाद अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम आज रविवार की सुबह-सुबह ही स्कूल पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने स्कूल की व्यवस्था में कई खामियां पाई। वहीं उन्होंने ऑन दी स्पॉट छात्रों से शिकायतें सुनी और उसके बाद विद्यालय प्रबंधन की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने स्कूल प्रबंधन को व्यवस्ता में सुधार लाने की सख्त हिदायत दी और और विद्यालय प्रबंधन को 15 दिन का अल्टीमेटम दे दिया। इस दौरान उन्होंने हेडमास्टर को नसीहत देते हुए कहा कि आप इतने स्मार्ट हैं बच्चों को भी स्मार्ट बनाकर रखना चाहिए। अब तक उनको ड्रेस नहीं दिया गया जबकि 15 जुलाई तक यूनिफार्म दे देना चाहिए था।
शर्मनाक : बहू के साथ गंदा काम करने की कोशिश कर रहा था ससुर, बेटे ने रंगे हाथ पकड़ किया यह हाल*

डेस्क : ससुर का बहू के साथ संबंध बाप-बेटी वाला होता है। लेकिन कभी-कभी लोग इस रिश्ते को तार-तार कर डालते है। एक ऐसी ही घटना भागलपुर जिले से सामने आई है। जहां मानवता शर्मसार होती दिखी। जिले के नाथनगर प्रखंड क्षेत्र की एक पंचायत में पिता समान ससुर ने अपनी छोटी बहू के साथ गलत करने की कोशिश की। कई दिनों से गलत नजर रखने और हरकत करने वाला ससुर आखिरकार अपने बेटे के हाथों ही इसकी सजा पाई। पीड़ित बहू के मुताबिक, प्रतिदिन ससुर उसे छेड़ते थे और अकेला पाकर गलत करने की कोशिश करते थे। पैसे गहने दिलाने और घर में सूखी रखने का प्रलोभन देते थे। जब वह नहाने जाती थी तो ससुर उसका इंतजार करते रहते थे और उसी क्रम में बाथरूम में घुस जाते थे। कई बार इसकी शिकायत उसने पति से की, लेकिन पति मानने को राजी नहीं हुए। बीते शनिवार सुबह जब वह नहाकर अपने कमरे में कपड़े बदलने गई, उसके ससुर आ गए और गलत करने की कोशिश की। इसी बीच पति भी घर आ गए और कमरे में आते उन्होंने पिता की हैवानियत भरी हरकत देखी। बेटे को देखकर वृद्ध पिता भागने की कोशिश करने लगा। खदेड़कर बेटे ने अपने पिता को पकड़ा और ग्रामीणों को इकट्ठा किया। इसके बाद ग्रामीणों ने सारी सच्चाई जानकर ससुर की जमकर पिटाई की। इसी बीच सूचना पाकर नाथनगर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और भीड़ से वृद्ध को बचाकर थाना लायी। नाथनगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन सिंह ने कहा कि महिला द्वारा लिखित शिकायत मिली है। मारपीट की घटना में घायल हुए वृद्ध को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
बड़ी खबर : अपने ही संसदीय क्षेत्र में बुरे फंसे केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, गाड़ी छोड़कर बाइक पर सवार हो पड़ा भागना*


डेस्क : केन्द्रीय मंत्री व बेगूसराय सांसद आज अपने ही संसदीय क्षेत्र में बुरे फंसे गए। स्थिति यह हो गई की स्वास्थ्य मिशन कर्मियों के हंगामे के कारण उन्हें अपनी गाड़ी छोड़कर बाइक से भागना पड़ा। दरअसल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय के बिशुनपुर रोड स्थित उमर बालिका गर्ल्स स्कूल के पास पार्क के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे, तभी हड़ताली स्वास्थ्य मिशन कर्मियों के विरोध का सामना करना पड़ा। इससे पहले कैंटीन चौक के पास घेराव की कोशिश की गई थी। काफिला के नहीं रुकने पर दर्जनों एएनएम पैदल चलकर उमर बालिका गर्ल्स स्कूल पहुंच गईं और कार्यक्रम खत्म होते ही गिरिराज सिंह के काफिले को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया। वहीं काफी समझाने-बुझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी मंत्री की गाड़ी के रोककर नारेबाजी और हंगामा करते रहे, जिसके बाद गिरिराज सिंह अपनी गाड़ी छोड़कर बीजेपी कार्य समिति की बैठक में शामिल होने के लिए बाइक से निकल गए। हड़ताली कर्मियों ने कहा कि एनएचएम कर्मचारी, सीएचओ, संविदा पर एएनएम ए ग्रेड, फैमिली प्लानिंग काउंसलर कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। बता दें कि, फेस रिकॉग्नाइज्ड अटेंडेंस सिस्टम को तत्काल प्रभाव से खत्म करने, समान काम के बदले समान वेतन देने, राज्यकर्मी का दर्जा देने, विशाखा जजमेंट के अनुरूप महिला कर्मियों की सुरक्षा गारंटी, अशोक चौधरी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा को लागू करने, नियमित वेतन भुगतान करने तथा स्वास्थ्य केंद्रों में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर स्वास्थ्य मिशन कर्मिय हड़ताल पर हैं।
अब सफर के दौरान भी लोग बनवा सकेंगे आधार कार्ड, रेलवे जल्द शुरु करने जा रहा बिहार के इन रेलवे स्टेशनों पर आधार काउंटर

डेस्क : यात्रा के दौरान अब आप आधार कार्ड बनवाने के साथ ही आधार कार्ड को अपडेट भी करा सकेंगे। बिहार के इन रेलवे स्टेशन परिसर आधार काउंटर जल्द खुलने जा रहा है। रेलवे ने इसके लिए योजना तैयार की है। 

पहले चरण में वेस्टर्न रेलवे मध्य प्रदेश के विभिन्न ए-वन ग्रेड स्टेशनों पर आधार काउंटर खोलेगा। यहां सफल होने के बाद देश से सभी रेलवे जोन के स्टेशनों पर काउंटर खुलेंगे। इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने भी पूर्व मध्य रेलने समेत सभी जोन को पत्र भेजा है। इसमें आधार काउंटर के लिए उपयुक्त जगह तय कर रखने को कहा गया है। 

पूमरे के अंतर्गत मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, बापूधाम मोतिहारी, बरौनी आदि स्टेशन ए-वन ग्रेड की श्रेणी में आते हैं। इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने कहा कि यह रेलवे बोर्ड की योजना है। काउंटर खोलने का आदेश अबतक नहीं आया है। तैयारी करने को कहा गया है। 

बताया जाता है कि रेलवे स्टेशन परिसर में खुलने वाले आधार काउंटर पर रेल यात्रियों के साथ आम लोग भी नया आधार कार्ड बनवा सकते हैं या इसमें जरूरत के हिसाब से सुधार करा सकते हैं। इसके अलावा आधार से संबंधित सत्यापन भी इस काउंटर से कराया जा सकता है। मालूम हो कि इन दिनों बच्चों के स्कूल में नामांकन से लेकर वित्तीय लेनदेन तक में आधार कार्ड की अनिवार्यता सरकारी स्तर पर कर दी गई है। आबादी के अनुपात में शहरों में आधार काउंटर की संख्या काफी कम है। इससे काउंटर पर अत्यधिक भीड़ उमड़ती है। इसी को देखते हुए रेलवे ने नई पहल की है।

बड़ी उपलब्धि : बिहार म्यूजियम को पूर्वी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला

डेस्क : बिहार म्यूजियम को पूर्वी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार सहित अन्य पूर्वी राज्य इस श्रेणी में थे।

दरअसल भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने 1 से 3 अगस्त तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में युग युगीन भारत म्यूजियम पर तीन दिवसीय राज्य संग्रहालय सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों की प्रतिनिधि टीमों ने भाग लिया और अपने-अपने संग्रहालयों पर प्रस्तुतियां दी।

बिहार से तीन म्यूजियम बिहार म्यूजियम, पटना म्यूजियम और बोधगया म्यूजियम की प्रस्तुति के लिए का चयन हुआ था। बिहार म्यूजियम के निदेशक राहुल कुमार ने प्रस्तुति दी थी। जिसमें बिहार म्यूजियम को पूर्वी क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला। ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार सहित अन्य पूर्वी राज्य इस श्रेणी में थे।

यह पहली बार है जब मंत्रालय के द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। जिसमें संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन और संयुक्त सचिव मुग्धा सिन्हा उपस्थित थे। इस सम्मेलन में सभी राज्यों के 150 प्रतिभागी मौजूद थे। बिहार से बिहार संग्रहालय के क्यूरेटर अरविंद महाजन और क्यूरेटोरियल एसोसिएट रविशंकर गुप्ता ने राज्य का प्रतिनिधित्व किया।

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का कांग्रेस-राजद पर बड़ा प्रहार, कहा-राहुल गांधी और तेजस्वी यादव संवैधानिक गरिमा के विपरित कर रहे व्यवहार

डेस्क : बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कांग्रेस और राजद पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष की संवैधानिक गरिमा के विपरित व्यवहार कर रहे हैं। वे प्रोपगेंडा फैलाना चाहते हैं।

उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी का एकमात्र लक्ष्य हो चला है बिना किसी तर्क और आधार के वे जनता को गुमराह करने वाली बातें करते हैं। कभी बिना अध्यक्ष की अनुमति के लोकसभा में देवी-देवताओं की तस्वीर ले आते हैं, कभी कोई और फोटो दिखाने की बालहठ करते हैं। 

उन्होंने कहा कि बीते दिन मध्य रात्रि में उन्होंने अपने ऊपर ईडी की जांच की आशंका से जुड़ा ट्वीट कर दिया। उनका हालिया आचरण लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष की गरिमा के अनुकूल नहीं माना जा सकता।

लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल के साथ विपक्षी गठबंधन ने संविधान को खतरे में बता कर एक आधारहीन नैरेटिव गढ़ने का प्रयास किया।

दिल्ली कोचिंग घटना के बाद बिहार का प्रशासन हुआ सतर्क, पटना में अब व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अपार्टमेंट के बेसमेंट की भी होगी जांच

डेस्क : दिल्ली कोचिंग संस्थान की घटना के बाद बिहार में प्रशासन सतर्क हो गया है। खासकर पटना में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पटना जिलाधिकारी के आदेश पर कोचिंग संस्थानों की जांच तो चल ही रही है, लेकिन अब शहर के व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अपार्टमेंट के बेसमेंट की भी जांच होगी। जिला प्रशासन ने निगम से अपने स्तर से जांच करने को कहा है ताकि भविष्य में कोई घटना नहीं हो सके।

अधिकारियों का कहना है कि शहर के कई इलाकों से शिकायत मिली है कि आपदा प्रबंधन के मानक के अनुसार व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अपार्टमेंट नहीं बनाए गए हैं। ऐसी स्थिति में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बेसमेंट में जाने और आने के लिए दो दरवाजे हैं या नहीं, इसे देखा जाना है। प्रवेश और निकास द्वार कैसे बनाये गए हैं, इसकी भी जांच होगी। मौर्या लोक कॉम्प्लेक्स के आसपास कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान में ऐसी शिकायत हैं कि प्रवेश और निकास द्वार एक ही है, ऐसी स्थिति में बड़ा हादसा होने के बाद जानमाल की क्षति हो सकती है। 

नगर निगम के अधिकारियों से कहा गया है कि अपार्टमेंट और व्यावसायिक प्रतिष्ठान का नक्शा मानक के अनुसार है या नहीं, इसकी भी जांच करनी है। हालांकि, वर्तमान में नगर निगम, नगर परिषद और रेरा की ओर से अपार्टमेंट या व्यावसायिक प्रतिष्ठान के निर्माण की अनुमति आपदा प्रबंधन मानक के अनुरूप होने पर ही दी जा रही है। लेकिन 10-15 साल पहले शहर में बनाए गए भवनों में कई जगहों पर इसकी अनदेखी की गई है। समय-समय पर निरीक्षण नहीं किया गया जिससे बेसमेंट का निर्माण जैसे-तैसे कर दिया गया है।

बिहार में आरक्षण के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष में तकरार जारी, नेता प्रतिपक्ष के आरोप पर सत्ता पक्ष ने किया यह तीखा पलटवार

डेस्क : बिहार में आरक्षण का मुद्दा अभी कोर्ट में लंबित है। सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए इसकी अगली सुनवाई की तारीख तय कर दी है। बावजूद इसके इस मुद्दे को लेकर पक्ष-विपक्ष में तकरार जारी है। 

बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरक्षण के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार ने आरक्षण की नई सीमा को लागू करने का कोई प्रयास नहीं किया।

तेजस्वी ने प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि वंचित और उपेक्षित वर्गों के कल्याण के लिए जातिगत जनगणना करवाने के लिए राजद ने दशकों तक सड़क से सदन तक कठिन संघर्ष किया है। जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी, तब सिर्फ 17 महीनों में ही उनकी सरकार ने स्वतंत्र भारत में पहली बार किसी राज्य में जाति आधारित गणना करवा इसके आंकड़े प्रकाशित कराए। जातीय गणना के जो आंकड़े आए, उसके आधार पर बिहार में नवंबर में सभी वर्गों के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 75 फीसदी कर दिया गया। पिछले वर्ष दिसंबर में आयोजित पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री के समक्ष भी इसे संविधान की 9वीं अनुसूची में डालने का आग्रह किया गया था, लेकिन आरक्षण विरोधी एनडीए सरकार ने इनकार कर दिया।

डबल इंजन सरकार बनने के आठ महीने बाद भी कोई प्रयास नहीं हुआ है। नई आरक्षण सीमा के अंतर्गत प्रदेश की नियुक्तियों में नौकरी पाने से पिछड़े एवं अतिपिछड़े और एससी-एसटी के लोग वंचित रह जाएंगे।

इधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के इस बयान पर जदयू नेता व बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। बयान जारी कर उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमेशा ईमानदार पहल की। नीतीश कुमार के नेतृत्व में दो-दो बार प्रधानमंत्री के यहां सर्वदलीय बैठक हुई। जाति आधारित गणना नीतीश कुमार की सोच है, इसे ज्ञानी जैल सिंह ने उनके मन में अंकुरित किया।

मंत्री अशोक चौधरी ने पूछा, बिहार में लगातार 15 वर्षों तक लालू यादव की सरकार थी। लेकिन क्या इन 15 वर्षों में जाति आधारित गणना करने के लिए भारत सरकार पर दबाव बनाने का काम या फिर सर्वदलीय बैठक करने का काम लालू सरकार ने किया?

चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की सोच है कि जाति आधारित गणना लोगों के कल्याण के लिए है। उन्होंने राजद पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग कभी भी अनुसूचित जाति और जनजाति के हितैषी नहीं रहे, पंचायती राज व्यवस्था जो अनुसूचित जाति और जनजाति के संवैधानिक अधिकार थे, अपने 15 साल के शासन काल में जिन्होंने उन्हें वो संवैधानिक अधिकार नहीं दे सके, वो आज अनुसूचित जाति और जनजाति के हितों की रक्षा करने की बात कर रहे हैं। केन्द्र की सत्ता में मजबूत स्थिति में होने के बावजूद लालू प्रसाद बिहार को विशेष दर्जा तो दूर विशेष पैकेज तक नहीं दिला सके।