मखाना किसानों का छलका दर्द उत्पादन का फायदा उठा लेते हैं बिचौलिया


मखाना उत्पादन प्रसंकरण मूल्यसंवर्धन एवं विपणन विषय पर पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया । इस मौके पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दुनिया राम सिंह मुख्य अतिथि थे । मौके पर बड़ी संख्या में मखाना किसान भी मौजूद थे । जिन्होंने सेमिनार में मखाना उत्पादन और बाजार को लेकर अपनी अपनी बात रखी । वही इस मौके पर सभी किसानों को पूर्व में किये गए प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी दिया गया मौके पर सब और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर दुनिया राम सिंह ने कहा कि मखाना किसानों के साथ जो समस्या है उसे सुनने के बाद भारत सरकार और बिहार सरकार के पास अपनी बातें रखूंगा । उन्होंने कहा कि मखाना किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पाता है इसके लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य होना चाहिए । जबकि मखाना निकालने के लिए मशीन भी बनाया जा रहा है जिससे लागत में कमी आएगी। साथ ही कुछ ऐसी दवा का भी अनुसंधान किया जा रहा है जिससे मखाना किसानों को फायदा होगा । वही किसान ने भी कहा कि उनके उत्पाद का उचित मूल्य बिचौलिया ले जाते हैं जिससे उन्हें लाभ नहीं हो पता है । जिस पर ध्यान देने की जरूरत है ।
बहुचर्चित तनिष्क शोरूम लूट कांड में दो और मास्टरमाइंड गिरफ्तार



बहुचर्चित तनिष्क शोरूम लूट कांड की पड़ते अब खुलने लगी है । पूर्णिया पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाकर साक्ष्य के आधार पर छापेमारी शुरू की थी जिसमें सरसी के कुख्यात जेल में बंद बिट्टू सिंह , पश्चिम बंगाल की पुलिस द्वारा रिमांड पर ले गए सुबोध सिंह और वैशाली के प्रिंस का नाम सामने आया था । इसी कडी में आज पूर्णिया एसपी ने वैशाली के बिदुपुर से कुंदन कुमार और मालदा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है । मालदा से गिरफ्तार व्यक्ति ने अपराधियों को संरक्षण देने का काम किया था । वही पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि डायमंड जरित सोने की अंगूठी भी बरामद की गई है । साथ ही अपराध में प्रयोग किए गए तीन बाइक को भी पुलिस ने जप्त किया है । उन्होंने कहा कि जल्द ही अपराध में संलिप्त सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिवार नियोजन पखवाड़ा का हुआ समापन



परिवार नियोजन पखवाड़ा का हुआ समापन, अधिकारियों द्वारा सामान्य दिनों में भी सुविधा जारी रखने का लिया संकल्प -11 जुलाई से 31 जुलाई तक जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चलाया गया परिवार नियोजन पखवाड़ा, लोगों को दिया गया विभिन्न सुविधाओं का लाभ -परिवार नियोजन के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्थायी और अस्थायी सुविधा उपलब्ध -अस्पताल से परिवार नियोजन का लाभ उठाने पर लाभार्थी को मिलेगा सहयोग राशि पूर्णिया, 01 अगस्त जिले के सभी प्रखंडों में 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े का आयोजन करते हुए चिन्हित योग्य दंपत्तियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा परिवार नियोजन के सभी स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ उपलब्ध कराया गया है। 01 अगस्त के बाद से भी सभी योग्य दंपतियों को नजदीकी अस्पताल के माध्यम से परिवार नियोजन सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीएसआई इंडिया के सहयोग से जिला स्वास्थ्य समिति पूर्णिया द्वारा सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया की अध्यक्षता में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया के साथ साथ सभी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर करते हुए लगातार लोगों को परिवार नियोजन में सहयोग करने का संकल्प किया गया।


        इस दौरान डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, डीपीएस डॉ सुधांशु शेखर, डीएमई आलोक कुमार, डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जिला सलाहकार, पीएसआई इंडिया जिला मैनेजर मयंक राणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। 11 जुलाई से 31 जुलाई तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को दिया गया विभिन्न सुविधाओं का लाभ : सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस (11 जुलाई) के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11 जुलाई से 31 जुलाई तक सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन सेवा पखवाड़े का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से चिन्हित योग्य दंपत्तियों को विशेष रूप से परिवार नियोजन के अस्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ उपलब्ध कराया गया है। इस दौरान स्थायी सुविधा के रूप में दंपत्तियों को विशेष रूप से पुरूष नसबंदी के साथ साथ महिला बंध्याकरण करवाया गया। इसके साथ साथ परिवार संपूर्ण नहीं करने वाले दंपत्तियों को दो बच्चों के बीच में अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थायी सुविधा के रूप में अंतरा सुई, छाया, माला एन, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां व कंडोम उपलब्ध कराई गई जिसका ज्यादा से ज्यादा लोगों द्वारा लाभ उठाया गया। 31 जुलाई से पखवाड़ा का समापन हो गया है लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगे भी इच्छुक दंपत्तियों को परिवार नियोजन सुविधा का लाभ उपलब्ध कराने में आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने का शपथ लिया गया है। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा शपथ पत्र बनाकर उसमें हस्ताक्षर किया गया है। लोगों को भी परिवार नियोजन के सुविधा का लाभ लेने के लिए अपने नजदीकी अस्पताल से संपर्क करते हुए उपलब्ध सुविधा का लाभ उठाना चाहिए। अस्पताल से परिवार नियोजन का लाभ उठाने पर लाभार्थी को मिलेगा सहयोग राशि : डीसीएम संजय कुमार दिनकर ने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी सुविधा का लाभ उठाने पर संबंधित लाभार्थियों के साथ साथ उनके उत्प्रेरक को सहयोग राशि भी उपलब्ध कराई जाती है।

       अस्पताल में पुरूष नसबंदी कराने पर लाभार्थी को 3000 रुपया तथा उसके उत्प्रेरक को 400 रुपया सहयोग राशि के रूप में दिया जाता है। महिला बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को 2000 रुपया तथा उत्प्रेरक को 300 रुपया दिया जाता है। अस्पताल में प्रसव उपरांत महिला बंध्याकरण कराने पर लाभार्थी को 3000 रुपया तथा उसके उत्प्रेरक को 400 रुपया सहयोग राशि उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों के रूप में प्रसव या गर्भपात उपरांत कॉपर टी लगाने पर लाभार्थी को 300 रुपये तथा उत्प्रेरक को 150 रुपये तथा गर्भनिरोधक सुई अंतरा उपयोग करने पर लाभार्थी तथा उत्प्रेरक को 100 रुपये सहयोग राशि में रूप में उपलब्ध कराई जाती है। इच्छुक दंपत्तियों द्वारा नजदीकी अस्पताल से परिवार नियोजन सुविधा के साथ साथ सहयोग राशि का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी आशा फैसिलिटेटर एवं आशा दीदी अपने क्षेत्रों में आने वाले परिवार नियोजन के लाभार्थियों को निकटम स्वस्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन की सेवा दिलवाना सुनिश्चित करने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी को आवश्यक निर्देश दिया गया है।
पप्पू यादव ने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से की बनमनखी में डीआरएम कार्यालय खोलने की मांग


पप्पू यादव ने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से की बनमनखी में डीआरएम कार्यालय खोलने की मांग ।ग्रुप सी – डी में भर्ती, कोरोना के समय बंद ट्रेनों का परिचालन, सामान श्रेणी के डब्बों को बढाने की भी मांग की 01 अगस्त : पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने केन्द्रीय बजट 2024-25 के संदर्भ में रेल मंत्रालय के समक्ष कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। सदन के माध्यम से रेल मंत्री अश्विन वैष्णव के समक्ष रेल सुरक्षा, कर्मचारियों की नियुक्ति, ट्रेन सेवाओं की बहाली और कई नई रेल परियोजनाओं के प्रस्ताव पेश किए। पप्पू यादव ने रेल मंत्री का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि वर्तमान में 12 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन पिछले 10 सालों से 5 हजार कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया धीमी गति से चल रही है। ग्रुप ए, बी, और सी में हजारों पद खाली हैं, जिससे रेलवे संचालन और सुरक्षा प्रभावित हो रही है। उन्होंने ग्रुप सी और डी के पदों पर त्वरित नियुक्ति का आग्रह किया। इसके अलावा उन्होंने मधेपुरा, सहरसा और बनमनखी के बीच डीआरएम जोनल ऑफिस खोलने और पूर्णिया में कोच फैक्ट्री स्थापित करने की भी मांग की। सांसद ने कोरोना काल में बंद हुई महत्वपूर्ण ट्रेन सेवाओं, जैसे हमसफर एक्सप्रेस को पुनः शुरू करने की मांग की। सहरसा और सीमांचल के बच्चों के लिए अलीगढ़ जैसी जगहों पर पढ़ाई के लिए यह ट्रेन महत्वपूर्ण है। उन्होंने बुजुर्गों और पत्रकारों को रेलवे भाड़े में मिलने वाली 50 प्रतिशत रियायत को पुनः शुरू करने की अपील की, जिसे 4 साल पहले बंद कर दिया गया था। नेशनल स्तर पर स्पोर्ट्स खेलने वाली अपनी बेटी का जिक्र करते हुए जेनरल डब्बों में होने वाली परेशानी को भी दूर करने का आग्रह किया। उन्होंने महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा, बाथरूम की साफ-सफाई और किचन की व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने लोकल ट्रेनों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताई। सांसद ने पूर्णिया, कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल से बाहर जाने वाले मजदूरों के लिए जनरल डिब्बों की संख्या बढ़ाने की मांग की, ताकि वे बेहतर यात्रा कर सकें। उन्होंने परीक्षा देने वाले बच्चों को 75 प्रतिशत रियायत दर पर टिकट देने का आग्रह किया, ताकि वे अपनी शिक्षा में बिना आर्थिक बाधाओं के आगे बढ़ सकें। कई नई रेल लाइनों और परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें कुरसेला से सहरसा, सहरसा से वैशाली तक रेल सेवा, नवगछिया से नेपाल बॉर्डर तक रेलमार्ग, सुल्तानगंज से देवघर तक रेलमार्ग और मनिहारी से कटिहार-पूर्णिया के बीच पुल की मांग शामिल है। इन सभी बिंदुओं पर सांसद पप्पू यादव ने रेल मंत्रालय का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अनुरोध किया कि इन मांगों को प्राथमिकता दी जाए ताकि क्षेत्र की रेल सेवाओं में सुधार हो सके और आम जनता को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
स्थानीय प्रशासन की लचर हालत से अपराधियों का मनोबल चरम पर : पप्पू यादव


शोक संदेश सांसद पप्पू यादव ने कसबा नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अवधेश प्रसाद यादव की हत्या जताया शोक कहा – स्थानीय प्रशासन की लचर हालत से अपराधियों का मनोबल चरम पर 01 अगस्त : कसबा नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष अवधेश प्रसाद यादव की हत्या पर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने गहरा शोक व्यक्त किया है। अवधेश प्रसाद यादव की हत्या अपराधियों ने उनके घर के पास गोली मारकर कर दी। इस दुखद घटना पर सांसद पप्पू यादव ने कहा, "हम इस दुख की घड़ी में उनके परिजनों के साथ हैं। इस तरह की आपराधिक घटना काफी चिंताजनक है और इस पर शीघ्र अंकुश लगाने की आवश्यकता है।" उन्होंने स्थानीय प्रशासन की लचर हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अपराधियों का मनोबल चरम पर है। सांसद पप्पू यादव ने जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई की मांग की और कहा कि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जानी चाहिए। सांसद पप्पू यादव ने ईश्वर से प्रार्थना की कि वह अवधेश प्रसाद यादव की आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति दें।
बेखौफ बदमाशों ने कसबा के पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अवदेश यादव को गोली मार कर हत्या कर दी


बेखौफ बदमाशों ने कसबा के पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अवदेश यादव को गोली मार कर हत्या कर दी । कसबा नगर परिषद के पूर्व चेयरमेन अवधेश यादव को घर के सामने अपराधियों ने गोली मारकर सनसनी फैला दी। जिसकी पूरी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई । देख सकते हैं कि किस तरह अपराधी पीछे पीछे आता है और अचानक गोली मारकर फरार हो जाता है । गोलीबारी के बाद हथियार लहराते हुए बदमाश भाग निकला। घटना की सूचना मिलते ही कसबा थाने की टीम पहुंची और मामले की छानबीन शुरु कर दी। स्थानीय लोगों ने आनन फानन में निजी हॉस्पिटल मैक्स सेवन में अवधेश यादव को भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान अवधेश यादव की मौत हो गई। पूर्णिया के डीएडपी विमलेंदु कुमार गुलशन ने बताया कि छापामारी चल रही है और जल्द ही अपराधी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा । उन्होंने कहा कि किसने और क्यों गोली मारी है। इसके पीछे की वजह क्या रही इन सारे बिंदुओं की जांच चल रही है ।
बेऊर जेल में रची थी तनिष्क लूट कांड की साजिश,पढ़े पूरी खबर


पूर्णिया के लाइन बाजार में दिनदहाड़े तनिष्क ज्वैलरी शोरूम में हुई करोड़ो की डकैती मामले का आज पूर्णिया पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि अबतक पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में अभिमन्यु सिंह, राहुल श्रीवास्तव, अपराधी चुनमुन झा के भाई आनंद झा और बमबम यादव शामिल हैं। उनके पास से दो देसी कट्टा, तीन बाइक, तीन कारतूस ,चार मोबाइल और जला हुआ कपड़ा व सामान का अवशेष बरामद हुआ है । एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने कहा कि 26 जुलाई को तनिष्क में सात अपराधियों ने 3 करोड़ 70 लाख रुपए के हीरे और सोने के जेवरात की डकैती की थी । उसमें मुख्य सरगना नालंदा निवासी सुबोध सिंह, वैशाली का प्रिंस और पूर्णिया सरसी के कुख्यात अपराधी बिट्टू सिंह ने बेउर जेल में इस डकैती की साजिश रची थी। उन्होंने बाहर के अपराधियों को हायर किया था। इन अपराधियो को अररिया के एक लाज में एक डॉक्टर गोपाल झा के यहां भाडा पर कमरा लेकर एक.माह तक रखा था। वहां से पूर्णिया आकर उसने कई दिनों तक रैकी की थी। लंबे समय तक रैकी के बाद अपराधियों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि सुबोध सिंह नालंदा जिला का है और वह देश का सबसे बड़ा सोना लूट कांड का माफिया है । वह अब तक कई राज्यों में अरबो रुपए के आभूषण की डकैती कर चुका है । फिलहाल वह बंगाल पुलिस के रिमांड पर है। वहीं सरसी निवासी अनिकेत सिंह उर्फ बिट्टू सिंह का बेउर जेल में उनसे संपर्क हुआ था। वहीं पर सुबोध सिंह , प्रिंस और बिट्टू सिंह ने इस लूट कांड की साजिश रची थी। डकैती के बाद सभी अपराधी बंगाल और नेपाल की ओर फरार हो गया है। एसपी ने कहा कि एसटीएफ और जिला पुलिस की 10 टीमें अलग-अलग जगह पर छापामारी कर रही है। उम्मीद है जल्द ही इन लोगों की भी गिरफ्तारी हो जाएगी । उन्होंने कहा कि अररिया के पलासी थाना के मजलिसपुर निवासी चुनमुन झा समेत सभी डकैतों की पहचान कर ली गई है। चुनमुन झा मास्क लगाकर डकैती में शामिल था। उसके अलावा अन्य अपराधी जो बाहर के थे वह बिना मास्क लगाए हुए थे। सभी के गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है ।
कोलकाता से गायब महिला को जिस्मफरोशी के बाजार से पुलिस ने किया बाहर



कोलकाता से अगवा महिला को सदर थाना की पुलिस ने कटिहार मोड़ स्थित रेड लाइट एरिया से सकुशल बरामद किया है। कोलकाता से अगवा महिला से पूर्णिया में जिस्मफरोशी का गोरख धंधा करवाया जा रहा था। महिला कोलकाता में अपने पति के साथ किराए के एक मकान में रहती थी। महिला पिछले तीन महीने से गायब थी। जिसकी शिकायत उसके पति ने स्थानीय थाने में कर रखी थी।
      दलाल महिला को अगवा कर पूर्णिया के कटिहार मोड़ स्थित रेड लाइट एरिया ले आए थे। पुलिस ने रेड लाइट एरिया के मो चांद नाम के दलाल के घर रेड कर महिला को आजाद कराया और दोबारा से एक नई जिंदगी दी। मामले की जानकारी देते हुए हुए महिला के पति ने बताया कि 3 महीने पहले मेरी बीवी अचानक से कोलकाता स्थित मेरे किराए के मकान से लापता हो गई थी, जिसे बहुत ढूंढा लेकिन वह नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने लोकल पुलिस स्टेशन में पत्नी की गुमशुदगी का मामला भी दर्द कराया था। कुछ दिन पहले पूर्णिया से एक युवक ने उनके मोबाइल पर फोन किया और मुझे जानकारी दी कि तुम्हारी पत्नी ने मुझे तुम्हारा नंबर दिया है और कहा है मेरे पति को बुला दो मुझे रेड लाइट एरिया में लोग जबरन बंधक बनाकर रखा गया था। वे उससे गंदे काम करवाते हैं।
       जिसके बाद महिला के पति ने पूर्णिया रेंज के डीआईजी विकास कुमार से संपर्क किया। डीआईजी के निर्देश मिलते ही सदर थाना की पुलिस हारकर में आई। जिसके बाद पुलिस वालों की मदद से रेड लाइट एरिया के घर में रेड किया गया और फिर मेरी पत्नी को सकुशल बरामद किया गया।
मातृ मृत्यु दर नियंत्रण के लिए पूर्णिया प्रमंडल के सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया गया दो दिवसीय प्रशिक्षण



प्रसव के बाद 42 दिनों में हुई मृत्यु को जोड़ा जाता है मातृ मृत्यु में, अधिकारियों करेंगे समीक्षा -अप्रैल से जून 2024 में पूर्णिया प्रमंडल में दर्ज हुए हैं 17 मातृ मृत्यु -मातृ मृत्यु को रोकने के लिए एएनसी जांच जरूरी, गंभीर महिला की पहचान कर पहुँचाया जाएगा बेहतर चिकित्सा पूर्णिया, 30 जुलाई बिहार में संख्या के आधार पर हर साल 35 लाख महिलाएं गर्भवती होती है और उनसे लगभग 30 लाख से अधिक बच्चों का जन्म होता है।

      गर्भावस्था के बाद से बच्चों के जन्म के बाद तक बेहतर चिकित्सकीय जांच और इलाज नहीं करवाने के कारण हर साल लगभग 03 हजार 750 स्व अधिक गर्भवती महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। बिहार में मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का संचालन किया जा रहा है। संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रमंडलीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्षेत्रीय उपनिदेशक स्वास्थ्य (आरएडी) डॉ सरवन कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमंडल के चारों जिलों के जिला एवं प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होटल आदित्य, खुश्कीबाग पूर्णिया में आयोजित किया गया। इस दौरान यूनिसेफ के राज्य सलाहकार मातृ स्वास्थ्य शेख वाहिद अली और जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद द्वारा सभी अधिकारियों को मातृ मृत्यु नियंत्रण के लिए गंभीर और अतिगंभीर गर्भवती महिलाओं की पहचान करते हुए उन्होंने चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने और प्रसव के बाद मृत्यु होने पर संबंधित महिलाओं की जानकारी एकत्रित करते हुए अन्य लोगों को इससे सुरक्षित रखने के लिए विशेष ध्यान रखने हेतु आवश्यक जानकारी दिया गया।

        इस दौरान आरपीएम कैशर इकबाल, सभी जिले के सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीएमई, डीसीएम, अस्पताल अधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक, प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारी और प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक उपस्थित रहे। प्रसव के बाद 42 दिनों में हुई मृत्यु को जोड़ा जाता है मातृ मृत्यु में, अधिकारियों द्वारा करना है उसका समीक्षा: प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय उपनिदेशक स्वास्थ्य (आरएडी) डॉ सरवन कुमार ने कहा कि मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी प्रखंड में स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किया गया है। इसके अनुसार किसी क्षेत्र में 15 से 49 वर्ष की गर्भवती महिला जिसकी मृत्यु गर्भावस्था के बाद से प्रसव के उपरांत भी 42 दिन बाद तक हो जाती है उन्हें मातृ मृत्यु की श्रेणी में जोड़ते हुए उनका मूल्यांकन करना आवश्यक है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारियों को टीम बनाकर उनका मूल्यांकन करते हुए संबंधित रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना आवश्यक है।
          इसके साथ साथ संबंधित क्षेत्र में ऐसे अवस्था में उपलब्ध गर्भवती महिलाओं की पहचान करते हुए उन्हें चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना चाहिए ताकि आगे से ऐसी अवस्था में गर्भवती महिलाओं की मृत्यु को नियंत्रित किया जा सके। इसके लिए सभी अधिकारियों को अपने क्षेत्र में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है ताकि संबंधित क्षेत्र में मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित रखा जा सके। अप्रैल से जून 2024 में पूर्णिया प्रमंडल में दर्ज हुए हैं 17 मातृ मृत्यु : यूनिसेफ से मातृ स्वास्थ्य के राज्य सलाहकार शेख वाहिद अली ने कहा कि मातृ मृत्यु दर की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोर्टल बनाया गया है जिसमें प्रखंड के साथ साथ जिला राज्य और केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा मूल्यांकन किया जाता है। इसके लिए सभी प्रखंड को संबंधित पोर्टल का आईडी और पासवर्ड दिया गया है। संबंधित अधिकारियों द्वारा अपने क्षेत्र में होने वाले मातृ मृत्यु संबंधित सभी जानकारी स्थानीय आशा और एएनएम से प्राप्त करते हुए उसका सुनिश्चित समय के भीतर मूल्यांकन सुनिश्चित करना आवश्यक है। उसके बाद संबंधित रिपोर्ट पोर्टल पर जोड़ा जाना है जिसे जिला स्तरीय टीम द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। इसके बाद राज्य और केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी उसी रिपोर्ट के आधार पर संबंधित क्षेत्र के स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी का मूल्यांकन किया जाता है। उन्होंने बताया कि अप्रैल से जून 2024 तक में पूर्णिया प्रमंडल में 17 मातृ मृत्यु दर्ज किया गया है जिसमें से अररिया में 03, कटिहार में 08, किशनगंजके 04 और पूर्णिया में 02 मातृ मृत्यु पाया गया है। ऐसे मातृ मृत्यु के बाद संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों द्वारा उसका मूल्यांकन करते हुए उसका रिपोर्ट भी पोर्टल पर जोड़ना आवश्यक है ताकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा उस क्षेत्र में ऐसी मृत्यु को रोका जा सके। मातृ मृत्यु को रोकने के लिए एएनसी जांच जरूरी, गंभीर महिला की पहचान कर पहुँचाया जाएगा बेहतर चिकित्सा : यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद ने बताया कि मातृ मृत्यु दर को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) कराना जरूरी है। इससे गर्भावस्था के दौरान गंभीर गर्भवती महिलाओं की पहचान करते हुए उन्हें बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराई जा सकेगी और मातृ मृत्यु को रोका जा सकेगा।

         उन्होंने बताया कि गंभीर गर्भवती महिलाओं में पोर्टल में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर अप्रैल से जून 2024 में कटिहार में 6.8 प्रतिशत, किशनगंज में 4.0 प्रतिशत, अररिया में 3.7 प्रतिशत और पूर्णिया में 3.6 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को गंभीर अवस्था में पाया गया है जिन्हें चिकित्सकों द्वारा चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए सुरक्षित किया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में अन्य गर्भवती महिलाओं की पहचान करते हुए भी उन्हें नियमित एएनसी जांच करवाने के लिए जागरूक करते हुए चिकित्सकीय जांच करवाना सुनिश्चित करना चाहिए जिससे कि मातृ मृत्यु दर को नियंत्रित किया जा सके।
महिला कॉलेज पूर्णियाँ में चल रहा है छात्र समस्या निवारण दरबार


छात्र जदयू पूर्णियाँ पूर्णियाँ छात्र जदयू पूर्णियाँ की नेत्री अंकिता मंडल के अध्यक्षता में पूर्णियाँ महिला कॉलेज में छात्राओं के लिए लगाया गया छात्र समस्या निवारण दरबार और सैकड़ो छात्राओं के समस्या को सुन कर सभी के समस्या का निवारण त्वरित हुआ। अंकिता मंडल ने कहा की हमारी संगठन के द्वारा लगाया गया छात्र समस्या निवारण दरबार निरंतर अलग अलग कॉलेज में लग रही हैं इसी सिलसिले में आज से पूर्णियाँ महिला कॉलेज में लगी हैं। अंकिता मंडल ने कहा की अगर कोई भी छात्र-छात्राओं को किसी भी तरह के समस्या से परेशानी है तो छात्र समस्या निवारण दरबार में पहुंच कर अपना समस्या को बताएं और निवारण कराएं। वहीं छात्र जदयू नेत्री ज्योति कुशवाहा ने कहा की छात्राओं के समस्या निवारण दरबार सुबह 11 बजे शाम 4 बजे तक लगती हैं हम लोग खुद बैठ कर समस्या को सुनते है और आए हुए समस्या को निवारण कराते हैं, यही मुख्य उद्देश्य हैं। लगातार हमारी संगठन छात्र जदयू पूर्णियाँ छात्रों के लिए संघर्ष और सकारात्मक पहल कर रही हैं छात्र समस्या निवारण दरबार में आए हुए समस्या को समय से निवारण कराने से छात्रों में काफ़ी खुशी हैं। वहीं छात्र जदयू पूर्णियाँ के जिला अध्यक्ष श्री अंकित झा ने कहा की लगातार कारवां बढ़ा रहे हैं, छात्र समस्या निवारण दरबार लगाने से छात्रों में अपने काम को कराने की उम्मीद जगी हैं। बहुत अच्छा लग रहा हैं छात्रों की प्रशंसा सुन के काम करने में हमारी संगठन के सभी साथी को सकारात्मक ऊर्जा मिल रहा हैं। वहीं छात्र जदयू पूर्णियाँ के वरिष्ठ नेता अमन श्रीवास्तव ने कहा की 3 दिन लगातार यह छात्र समस्या निवारण दरबार महिला कॉलेज में लगेगा और छात्राओं के समस्या को सुन के उचित पहल किया जा रहा हैं। वहीं अमन श्रीवास्तव ने कहा की यह दरबार लगाने से छात्रों को काफी सुविधा मिल रही है ऐसा सोच और कार्य हमारी संगठन ही कर रही हैं छात्रों को अगर कोई समस्या है जिनके लिए परेशान है बिंदास हो कर छात्र जदयू द्वारा लगाया गया छात्र समस्या निवारण दरबार में पहुंच जाएं आपके समस्या का निवारण किया जाएगा। वहीं छात्र जदयू पूर्णियाँ के नेता मोनू कुमार ने कहा की छात्र समस्या निवारण दरबार लगाने से छात्रों का बहुत ही अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा हैं और आए हुए उनके समस्या को जल्द से जल्द निवारण भी करा दिया जाता हैं जिससे छात्रों को उम्मीद भी जगी की उनके भी समस्या को सुनने वाला कोई हैं और सुन कर निवारण भी कराने वाला ये उम्मीद और भरोसा जगी है। वहीं साजिम आलम ने कहा है की हमारी संगठन की प्राथमिकता ही है छात्रों के लिए उनके साथ मदद के लिए हमेशा अडिग रहे। वहीं छात्रा सुप्रिया कुमारी ने कहा की मैं अपना समस्या ले कर आई थी बहुत जल्दी समाधान करवा दिया गया बहुत अच्छा लगा की हमलोग के लिए भी कोई सोचने वाला संगठन हैं। वहीं इस कार्यक्रम में अंकिता मंडल, ज्योति कुशवाहा, अंकित झा, अमन श्रीवास्तव, प्रीति कुमारी, नेहा कुमारी, साक्षी कुमारी, खुशी कुमारी, निशा कुमारी, पूजा कुमारी, मोनू कुमार, राजदीप कुमार, सजीम आलम, अनामिका कुमारी, नीतीश गुप्ता, अजीत साह, कौशल कुमार आदि उपस्थित थे।