प्लास्टिक कचरे से बीमारियों को दावत दे रही चोक होती नालियां,सरकार के प्लास्टिक बैन का आदेश नहीं मान रहे लोग
खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत उनवल सहित सभी कस्बे बाजारों में प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए पाॅलिथिन (प्लास्टिक) बैन का कोई असर नहीं है। ठेले खोमचों पर चाट चाऊमीन बेचने वाले हों या फल, सब्ज़ी, किराना और कपड़े के व्यापारी सभी पाॅलिथिन की बनी थैलियों का खुलेआम बे-रोकटोक उपयोग कर रहे हैं। साथ ही सभी मांगलिक आयोजनों में जलपान की दुकानों पर हर तरफ सस्ते प्लास्टिक ग्लास और दोने का उपयोग हो रहा है। बेतहाशा बढ़ती गर्मी, स्वच्छ पेयजल की समस्याओं और सूखे की मार झेल रहे लोग भी प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों से अनजान बने हुए हैं। तहसील क्षेत्र के खजनी,हरनहीं, सिकरीगंज, महदेवां बाजार, बेलघाट, कुरी बाजार, कटघर, छताईं, सतुआभार,रकौली,खजुरी, भैंसा बाजार आदि घनी आबादी वाले सभी कस्बे बाजारों तथा गांवों के खेतों,नालियों तथा तालाबों में हवा के साथ उड़ते पाॅलीथिन का कचरा, डंपिंग ग्राउंड में प्लास्टिक के कचरे का लगा अंबार और उनसे उठती दुर्गंध प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए पाॅलिथिन पर प्रतिबंध के आदेश का माखौल उड़ा रहे हैं।
ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी के तेजी से बढ़ते तापमान के कारण आज आकस्मिक प्राकृतिक आपदाओं का सामना पूरी दुनियां कर रही है।
क्षेत्र के सेवानिवृत्त शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष भक्तराज राम त्रिपाठी, एडवोकेट महेश प्रसाद दूबे, दीपक मिश्रा, डॉक्टर अरूण शर्मा ने बताया की प्लास्टिक के बढ़ते प्रयोग से वातावरण विषाक्त हो रहा है। बरसात में नालियां चोक हो जा रही हैं। बड़े शहरों में सख्ती के कारण इसके प्रयोग में कुछ कमी आई है, लेकिन देहात में इसका उपयोग बढ़ गया है। सरकार के रोक का कोई असर नहीं है, हर तरफ धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल हो रहा है।
खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी ने बताया कि हमेशा गंदगी से बीमारियां फैलती ही हैं, वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए पौधरोपण के साथ ही प्लास्टिक के बढ़ते कचरे से भी बचना चाहिए।
Aug 01 2024, 19:53