बोकारो में जिला परिषद अध्यक्ष पद पर विवाद गहराया, डीसी को दिया ज्ञापन
बोकारो - जिला परिषद एक बार फिर अपने विवादों की वजह से चर्चा में है। अध्यक्ष सुनीता देवी बनाम उपाध्यक्ष बबीता कुमारी के बीच का यह जंग अविश्वास प्रस्ताव तक आ गया है। बोकारो जिला परिषद के सदस्य अब परेड करने लगे हैं। उपायुक्त बोकारो के समक्ष इनका परेड चर्चा में आ गया है।बोकारो जिला परिषद एक बार फिर अपने विवादों की वजह से चर्चा में है। बबीता कुमारी के नेतृत्व में आज जिला परिषद के कई सदस्यों ने परिषद की अध्यक्ष सुनीता देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है। उपायुक्त बोकारो विजय यादव के समझ सदस्यों का परैड कराया और और अध्यक्ष पर मनमानी करने का आरोप लगाया। यह भी दावा किया गया की 26 लोग इस अविश्वास प्रस्ताव के साथ खड़े हैं। उपायुक्त को अपने प्रस्ताव की प्रति देकर यथा समय जिला परिषद के इस विवाद पर एक्शन लेने का आग्रह किया गया। बोकारो जिला परिषद में 31 सदस्य हैं। इनमें 12 सदस्य जिला परिषद की अध्यक्ष सुनीता देवी के साथ खड़े होकर सुनीता देवी का समर्थन कर रहे हैं। विरोधियों ने 26 लोगों का हस्ताक्षर का पत्र उपायुक्त को दिया है, जबकि 12 लोग अध्यक्ष के साथ खड़े हैं। अगर इनकी संख्या जोड़ दी जाए तो 38 होती है जबकि जिला परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 31 है। इस हालत में जिला परिषद के अध्यक्ष के साथ खड़े परिषद के सदस्य अविश्वास प्रस्ताव पर ही सवाल उठाते हैं, और उन्हें आश्चर्य होता है कि जब 12 लोग यहां पर हैं ,तो 31 सदस्यीय जिला परिषद में 26 लोगों का हस्ताक्षर पत्र में कैसे हो गया।सवाल यह उठाया जा रहा है कि गड़बड़ झाला है । उपाध्यक्ष और अध्यक्ष के बीच विवाद नया नहीं है जब चुनाव हुआ था उस वक्त बबीता कुमारी और सुनीता देवी एक दूसरे के खिलाफ अध्यक्ष पद के दावेदार थे। सुनीता देवी अपनी रणनीति की वजह से चुनाव जीत गई और अध्यक्ष बन गई। बबीता कुमारी को अध्यक्ष पद के चुनाव में पराजय का मुंह देखना पड़ा था। जिला परिषद की वर्तमान अध्यक्ष सुनीता देवी कहती हैं कि उनकी कार्यशैली और जनता का मिलता समर्थन कई लोगों के पेट में दर्द कराने लगा है और वे लोग साजिश रचने लगे हैं। बोकारो जिला परिषद का विवाद अब कहां जाकर थमेगा अभी नहीं पता चल रहा लेकिन विवाद के पीछे कहीं ना कहीं जिला परिषद से निकलने वाले निर्माण कार्य का ठेका है जिस पर सब की नजर रहती है। कायदे से काम हो तो उनका भी काम बने और काम में अगर बाधा आ रही है तो विवाद की वजह भी यही बतायी जा रही है। अब यह देखने लायक बात होगी की जिला परिषद का यह विवाद आगे चलकर थमता है या और गहराता है। वैसे चर्चा है कि विवाद को देखते हुए डैमेज कंट्रोल की भी कोशिश शुरू हो गई है।लोगों को मनाने समझाने और रिझाने के लिए उनके दिलों का टटोलने का काम शुरू हो गया है।
Jul 31 2024, 14:39