वास्तु के अनुसार घर की साफ-सफाई के दौरान कुछ नियमों का करें पालन,ताकि घर में बन रहे सुख-समृद्धि
वास्तु शास्त्र पंचतत्वों पर आधारित ऐसी विधा है जिसमें जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने और बेहतर ढंग से जीवन जीने के उपाय बताए गए हैं। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बड़ा महत्व होने के साथ ही घर में हर चीज सुव्यवस्थित तरीके से होने पर भी जोर दिया गया है। क्योंकि वास्तु अनुसार घर में मौजूद हर चीज का संबंध घर के सदस्यों की तरक्की, सेहत, धन, मानसिक स्थिति आदि से होता है। ऐसे में वास्तु के अनुसार घर की साफ-सफाई के दौरान कुछ नियमों का पालन किया जाना जरूरी है ताकि घर में सुख-समृद्धि बनी रहे।
घर के कोने भी साफ करें
घर में मौजूद सभी कोनों की सफाई रखना भी जरूरी होता है। वास्तु के मुताबिक घर की उत्तर दिशा, ईशान कोण और वायव्य कोण आदि को बिल्कुल साफ तथा खाली रखना चाहिए क्योंकि इन स्थानों को धन के देवता कुबेर का वास माना गया है।
इस समय न करें सफाई
वास्तु शास्त्र कहता है कि कभी भी घर में सूर्यास्त के समय या ब्रह्म मुहूर्त में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। क्योंकि माना जाता है कि इस समय झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी रूष्ट हो जाती हैं। लेकिन अगर किसी कारणवश आपको ब्रह्म मुहूर्त या सूर्यास्त के समय झाड़ू लगानी पड़ जाए तो कचरा हमेशा सुबह ही फेंकना चाहिए। रात में सफाई करने के बाद कूड़े का ढेर बनाकर उसे एक तरफ कर दें।
पोंछा के पानी ने नमक डालें
वास्तु शास्त्रियों का मानना है कि घर में मौजूद वास्तु दोष से मुक्ति पाने के लिए हफ्ते में एक दिन तो पोंछे के पानी में समुद्री नमक डालकर पोंछा लगाना चाहिए। पानी में नमक डालकर पोंछा लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। परंतु इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि ये कार्य गुरुवार के दिन करने की मनाही है।
बाथरूम की साफ सफाई भी है आवश्यक
पूरे घर के साथ-साथ बाथरूम-टॉयलेट आदि को भी साफ-सुथरा रखना बहुत जरूरी होता है। वहीं घर के बाथरूम में कभी जाले न लगने दें और बाथरूम या टॉयलेट के वास्तु दोष को दूर करने के लिए आप एक कटोरी में नमक भरकर बाथरूम में रख दें। साथ ही हर सप्ताह इस कटोरी के नमक को बदलते रहें।
छत पर कबाड़ इकट्ठा ना करें
वास्तु के मुताबिक घर की बालकनी और छत पर टूटी-फूटी चीजें या कबाड़ इकट्ठा नहीं करना चाहिए क्योंकि माना जाता है कि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता आती है।
Jul 30 2024, 17:08