दिल्ली:कोचिंग सेंटर में हुए हादसे को लेकर करोल बाग मेट्रो स्टेशन पर छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन
दिल्ली:- दिल्ली के राजेंद्र नगर की कोचिंग सेंटर में हुआ दर्दनाक हादसा सुर्खियों में हैं. छात्रों में इससे गुस्सा भरा हुआ है. करोल बाग मेट्रो स्टेशन के नीचे बड़ी संख्या में छात्र इकट्ठा हो गए हैं. वे विरोध कर रहे हैं। इस घटना ने छात्रों में गहरा रोष पैदा कर दिया है। करोल बाग मेट्रो स्टेशन (Karol Bagh Metro Station) के पास सैकड़ों की संख्या में छात्र एकत्र हुए और विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने “वी वॉन्ट जस्टिस” के नारे लगाए, वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने का प्रयास किया।
घटना का विवरण
घटना मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में हुई, जब भारी बारिश के बाद राव आईएएस कोचिंग (Rao IAS Coaching) सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया। इस हादसे में यूपीएससी (UPSC) परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की जान चली गई। अग्निशमन विभाग (डीएफएस) के अनुसार, शनिवार शाम करीब सात बजे कोचिंग सेंटर में जलभराव की सूचना मिली थी। जब बचावकर्मी मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने बेसमेंट में पानी भरा पाया और तीन शव बरामद किए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
मध्य दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने कहा, “हमें शनिवार शाम सात बजे एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने की सूचना मिली। कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वहां कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि पूरे बेसमेंट में पानी कैसे भर गया। ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया, जिससे कुछ लोग अंदर फंस गए।”
दिल्ली सरकार का बयान
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने इस घटना को दु:खद बताते हुए कहा कि इसमें दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, “राजेंद्र नगर में एक निजी कोचिंग संस्थान में कुछ अभ्यर्थी पानी भरने के कारण फंस गए और उनमें से तीन की जान चली गई। यह बहुत ही दुखद घटना है। इसकी गहन जांच किए जाने और मामले में सख्त कार्रवाई की जरूरत है। यह सुनिश्चित करना भी हमारी जिम्मेदारी है कि दिल्ली के किसी भी इलाके में ऐसी घटना दोबारा न हो।”
एनडीआरएफ और अग्निशमन विभाग की कार्रवाई
अधिकारियों के मुताबिक, एनडीआरएफ (NDRF) , स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने घटनास्थल से तीन शव बरामद किए। मृतकों में एक छात्र और दो छात्राएं शामिल हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि बचावकर्मी जब मौके पर पहुंचे, तो उन्हें बेसमेंट में पानी भरा हुआ मिला। यह हादसा दिल्ली के कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा की स्थिति पर सवाल खड़ा करता है। छात्रों की मौत ने पूरे शहर में दुख और गुस्से की लहर पैदा कर दी है।
छात्रों की मांग
प्रदर्शनकारी छात्रों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि इस घटना से उन्हें गहरा सदमा लगा है और वे चाहते हैं कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। छात्रों का कहना है कि कोचिंग संस्थानों को छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रशासन और सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया से यह उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकेगा। छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि उनके भविष्य को सुरक्षित और सुरक्षित बनाया जा सके।
Jul 28 2024, 18:35