बजट के खिलाफ आज संसद के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन, सदन के अंदर भी बवाल के आसार
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मंगलवार को मोदी सरकार के कार्यकाल कुल 11वां बजट पेश हुआ। तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट था। अंतरिम बजट से इतर इस बार का बजट सबको साधने वाला रहा। मिडिल क्लास, महिलाएं गरीब और रोजगार के लिए भटक रहे यवाओं के लिए काफी घोषणाएं की गईं। इसके अलावा सोना-चांदी, मोबाइल फोन जैसी चीजों को सस्ता कर दिया गया है। हालांकि इस बार के बजट से विपक्ष निराश है। आज बजट के विरोध में उसने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। विपक्ष का कहना है कि गठबंधन बचाने के लिए बजट लाया गया, गैर बीजेपी राज्यों को कुछ नहीं मिला है।
आम बजट 2024 के विरोध में आज विपक्षी सांसद सुबह सत्र शुरू होने से पहले संसद के एंट्री गेट के पास प्रदर्शन करेंगे। बजट आने के बाद से ही विपक्ष नाखुश है। उसका कहना है कि यह बजट सिर्फ अपने ,सहयोगियों को खुश करने के लिए लाया गया है। विपक्षी शासित राज्यों के लिए इसमें कुछ नहीं है।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों ने मंगलवार को फैसला किया कि वे केंद्रीय बजट में विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों के साथ किए गए ‘भेदभाव और अन्याय’ के खिलाफ बुधवार को संसद के बाहर और भीतर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। बजट पेश होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर विपक्ष दलो के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास ‘10 राजाजी मार्ग’ पर ‘इंडिया’गठबंधन के घटक दलों के सदन में नेताओं की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी, लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई, राकांपा प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक-ओ-ब्रायन और कल्याण बनर्जी, द्रमुक के टीआर बालू, जेएमएम की महुआ माझी, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और संजय सिंह समेत अन्य नेता शामिल हुए।
कांग्रेस को बजट पर 4 घंटे तक बोलने का समय
लोकसभा में बजट पर कांग्रेस को लगभग 4 घंटे का समय बोलने के लिए मिला है। चर्चा की शुरुआत कुमारी शैलजा और शशि थरूर करेंगे। चर्चा में प्रणीति शिंदे भी हिस्सा लेंगी। मंगलवार को कांग्रेस सांसदों के साथ हुई बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि सभी सांसदों को मौका मिलना चाहिए। मैं एक बार स्पीच दे चुका हूं. इसलिए मेरे बोलने की जरूरत नहीं है। राहुल गांधी के मुताबिक, वह चाहते हैं कि पार्टी के सारे सांसद हर मुद्दे पर अपनी राय रखे। कोई एक या दो नेता ही हर मुद्दे पर ना बोले। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी बजट पर बोलने के लिए ज्यादा इच्छुक नहीं हैं। हालांकि, पार्टी चाहती है कि नेता विपक्ष के रूप में वो बोलें।
Jul 24 2024, 10:44