भोजुपरी गायक भरत शर्मा व्यास की तबियत धनबाद जेल में बिगड़ी,सीने में दर्द के बाद कराया गया अस्पताल में दाखिल


झारखंड डेस्क

धनबाद : भोजपुरी के नामचीन गायक भरत शर्मा व्यास धनबाद जेल में आयकर के मामले में बंद हैं.अचानक सीने में दर्द और बेचैनी के कारण उन्हें शनिवार को धनबाद मंडल कारा से शहीद निर्मल महतो कालेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) में भर्ती कराया गया है। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत थी। यहां चिकित्सकों ने उनकी जांच की।

भोजपुरी के प्रसिद्ध गायक भरत शर्मा का ब्लड प्रेशर 180 के ऊपर जा रहा है। उन्हें लगातार बेचैनी और घबराहट महसूस हो रही है। 

धनबाद कोर्ट में समर्पण के बाद तबीयत खराब होने पर भरत शर्मा को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के कार्डियक केयर यूनिट में भर्ती कराया गया है।

बेड नंबर 13 में भर्ती भरत शर्मा को सीने में दर्द है। भरत शर्मा के लिए कराए गए ईसीजी रिपोर्ट भी नॉर्मल नहीं आया है। इलाज कर रहे हैं डॉक्टरों की मानें तो इसमें कुछ गड़बड़ी है। इसके लिए आज रविवार को डॉक्टर विभिन्न प्रकार के पैथोलॉजी जांच कराएंगे। इधर कार्डियक केयर यूनिट के बाहर पुलिस प्रशासन का पहरा है। 

आज होगी लिपिड प्रोफाइल समेत कई जांच

भरत शर्मा का आज लिक्विड प्रोफाइल, किडनी प्रोफाइल समेत अन्य पैथोलॉजी जांच कराए जाएंगे। जांच के बाद आगे स्थिति का आकलन किया जाएगा। डॉक्टर के अनुसार भरत शर्मा ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। ऐसे में उन्हें संबंधित दवाई दी जा रही हैं। उनकी निगरानी के लिए उनके घर वाले भी अस्पताल पहुंचे हैं। 

मेडिकल बोर्ड होगा गठित, की जाएगी जांच

सभी रिपोर्ट आ जाने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से मेडिकल बोर्ड गठित किया जाएगा। इसमें मेडिसिन, सर्जरी, पैथोलॉजी समेत अन्य विभाग के विशेषज्ञ शामिल रहेंगे। मेडिकल रिपोर्ट की जांच के बाद मंडल कारा प्रबंधन को इसकी सूचना दी जाएगी। 

अस्पताल के बाहर जुट रहे शुभचिंतक

भरत शर्मा की भर्ती होने की सूचना के बाद कई शुभचिंतक भी वार्ड के आसपास घूम रहे हैं। इधर पुलिस प्रबंधन में बाहरी लोगों को अंदर आने पर निषेध कर दिया है। फिलहाल घर के लोग ही उनके साथ हैं। 

आयकर विभाग का चल रहा मामला

भोजपुरी गायक भरत शर्मा ने आयकर विभाग के तीन मामलों में शुक्रवार को धनबाद कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद आर्थिक अपराध की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता कुमारी ने उन्हें तीन मामलों में न्यायिक हिरासत में लेकर शुक्रवार को ही जेल भेज दिया था।

 भरत शर्मा तीनों मामलों में सजायाफ्ता हैं।

इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने धनबाद सिविल कोर्ट में आयकर विभाग के तीन मामलों में आत्मसमर्पण किया था। आर्थिक अपराध की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता कुमार की अदालत ने उन्हें तीनों मामलों में न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। वे तीनों मामलों में सजायाफ्ता हैं।

झारखंड HC ने सरेंडर करने का दिया था आदेश

उन्होंने इसी वर्ष 27 जून को झारखंड हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट ने उन्हें निचली अदालत में आत्मसमर्पण कर सरेंडर सर्टिफिकेट दाखिल करने का आदेश दिया था।

13 जून 2018 को भरत शर्मा को आर्थिक अपराध के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने आयकर विभाग से फर्जी दस्तावेज के आधार पर टीडीएस का भुगतान लेने संबंधी तीन मामलों में अलग-अलग दो वर्ष का कठोर कारावास व दस हजार रुपये का जुर्माने की सजा सुनाई थी।

झारखंड की सत्ता में पुनर्वापसी भाजपा के लिए है बड़ी चुनौती,इस से निपटने के लिए भाजपा का मुहिम होगा कितना सफल..?पढ़िये पूरी खबर...!

 विनोद आनंद

भाजपा झारखण्ड विधानसभा चुनाव को लेकर मिशन मोड में है. सत्ता में वापसी उसके लिए पार्टी के सामने बहुत बड़ी चुनौती है. क्योंकि भाजपा ने जो दाव चली थी झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को प्रभावहीन बनाने के लिए वह उल्टा पड़ गया. 

हेमंत सोरेन को जेल से निकलने और ईडी का कोर्ट द्वारा फजीहत होने के बाद हेमंत सोरेन को जनता से सहानुभूति मिली है और बीजेपी के प्रति लोगों में यह धारना बन गयी है कि ईडी और सी बी आई भाजपा के इशारे पर काम कर रही है.

इन सब माहौल के बीच जो ख़बरें छन कर आ रही है कि भाजपा द्वारा कराये गए अंदरूनी सर्वे का रिपोर्ट भी झारखंड में संतोष जनक नहीं है.

 ऐसे हालात में भाजपा कैसे जनता को अपने पक्ष में इन कुछ महीने में करे और कैसे झारखण्ड में सत्ता में उनकी वापसी हो यह सबसे बड़ा टास्क हर नेता और भाजपा कार्यकर्ताओं के पास है.

बड़े नेताओं का आगमन

भाजपा कार्यकर्ताओं का हौसला बढाने और जानता के मन को टटोलने के लिए झारखण्ड में बड़े नेताओं का आना जाना लगा हुआ हैं. भाजपा आदिवासी वोट को साधने के लिए इस बार ज़ी तोड़ मेहनत की जा रही है.

इसलिए आदिवासी के बड़े चेहरे को वोट में उताड़ने की तैयारी भी की गयी है. उन्हें जनता के बीच जाने का निर्देश दिया गया है.

साथ हीं आदिवासी नेताओं से बैठक कर उसे चुनावी टिप्स भी दिया जा रहा है. अभी गृह मंत्री अमित शाह का झारखण्ड दौरा के पीछे भी यही उद्देश्य है.आने वाले दिनों में और कुछ बड़े नेता झारखण्ड में आ सकते हैं और कार्यकर्ताओं से बात करेंगे.साथ हीं जनता से रूबरू होंगे.

सीएम चेहरा घोषित करने से परहेज

भाजपा के झारखण्ड प्रदेश संघठन में अंदरूनी कलह से निपटने लिए अभी सीएम चेहरा सामने लाने से भी भाजपा  परहेज, कर रही है.

 क्योंकि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद झारखंड बीजेपी में अंदरूनी कलह बढ़ी है. इसका प्रभाव झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में न पड़े और झारखंड में बीजेपी की सरकार बने इसके लिए पार्टी खास रणनीति पर काम कर रही है.हालांकि इस संबंध में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनिमेष कुमार सिंह कहते हैं किबाबूलाल के नेतृत्व में जब चुनाव लड़ने की घोषणा हुई है तो निश्चित रूप से मुख्यमंत्री का चेहरा भी बाबूलाल को रखने का पार्टी जरूर सोचेगी. इसके अलावे इस बार सीटों के लक्ष्य को सार्वजनिक भी नहीं करने का निर्णय लिया गया है. 

प्रदेश भाजपा को मिला सत्ता में वापसी का टास्क

हर हाल में झारखंड में सत्ता में वापसी का टास्क केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा प्रदेश भाजपा को दिया गया है. इसकी झलकपिछले सफ्ताह भाजपा प्रदेश कार्यालय में हुई मैराथन बैठक में भी दिखी थी. चुनाव प्रभारी बनने के बाद पहली बार झारखंड दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंता बिश्वा सरमा ने जिस तरह से बैठक की है उससे साफ लग रहा है कि बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कितनी चिंतित है.पुरानी गलती से सीख लेकर मिशन मोड में बीजेपी2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था और मुख्यमंत्री का चेहरा भी प्रोजेक्ट किया था. लेकिन जनता ने इसे ठुकरा दिया. हालत यह बनी कि खुद मुख्यमंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र से हार गए. पिछले चुनाव में बीजेपी 65 पार का नारा के साथ चुनाव मैदान में उतरी थी, लेकिन फेल हो गई और महज 25 सीटों पर सिमट गई थी.

लोकसभा चुनाव 2024 में भी बीजेपी को लगा है झटका

वहीं, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी ने देशभर में 400 पार के साथ झारखंड की सभी 14 सीट जीतने का लक्ष्य रखा था. इसमें भी बीजेपी को झारखंड सहित देश के अन्य राज्यों में झटका लगा है. हालांकि बीजेपी नेताओं का मानना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड के करीब 50 विधानसभा क्षेत्र में आगे रहना शुभ संकेत है और इसी बल पर सत्ता परिवर्तन की उम्मीद की जा सकती है.

अपनी स्ट्रेटजी में किया बदलाव

लोकसभा चुनाव में ट्राइबल सीटों पर हार का सामना करने के बाद भाजपा ने अपनी स्ट्रेटजी में बदलाव करना शुरू कर दिया है.आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की नजर ओबीसी वोट बैंक को साधने पर है. इसके अलावे सवर्ण वोट जो बीजेपी की पारंपरिक रही है, वो नाराज न हो इस पर ध्यान दिया जा रहा है. यही वजह है कि ओबीसी का बड़ा चेहरा मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री जो सवर्ण हैं हिमंता बिश्वा सरमा को झारखंड की जिम्मेदारी दी गई है.

शिवराज और हिमंता के लिए झारखंड जीतना है बड़ी चुनौती

 इस साल के अंत में झारखंड में होनेवाले विधानसभा चुनाव को जीतना शिवराज सिंह चौहान और हिमंता बिश्व सरमा के लिए कठिन चुनौती है. वर्तमान राजनीतिक हालात और लोकसभा चुनाव परिणाम स्पष्ट संकेत दे रहा है कि बीजेपी का न केवल ट्राइबल वोट बैंक में कमी आई है, बल्कि सामान्य सीटों पर भी जनाधार में कमी आई है. 2019 की तुलना में 2024 की परिस्थिति और भी खराब है. इसके पीछे कई वजह है. संगठन के अंदर अंदरूनी कलह जो टॉप-टू-बॉटम तक देखी जा रही है. इसे दूर करना दोनों नेताओं के लिए बड़ी चुनौती है.

भ्रष्टाचार के अलावे बीजेपी कोई ऐसा मुद्दा वर्तमान में नहीं बना पा रही है जिसे जनता तक पहुंचाया जा सके. इन सबके बीच इंडिया गठबंधन की ओर से चंपाई सरकार द्वारा लगातार लोकलुभावन घोषणा की गयी थी. जिसका काट बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती है.अब हेमन्त सोरेन उसे पूरा करने के दिशा में का कर रहे हैं.अपने आवास पर वे जनता से रूबरू भी हो रहे हैं उनकी समस्याएं भी सुन रहे हैं.

क्या बदलेगी बीजेपी के पक्ष में हवा

अभी झारखंड में शनिबार को गृह राज्य मंत्री आये जनता को भी संबोधित किया वहीं प्रदेश भर से आये कार्यकर्ताओं से संवाद कर जनता के बीच जाने का टिप्स दिया । वहीं दोनों प्रभारी हेमन्त विश्व सरमा और शिव राज सिंह चौहान भी लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं.यहां तक जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए सीएम आवास का घेराव करने वाले पुलिस कर्मी पर लाठी चार्ज में घायल पुलिस कर्मी से मिलकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं.साथ हीं अपने एजेंडा पर भी यह नैरेटिव सेट करने के मुहिम में लगे हैं कि मौजूदा सरकारके दौर में लूट खसौट हुआ है.इसके लिए भाजपा के पास पर्याप्त आधार भी है.पिछले कुछ दिनों में ईडी द्वारा छापामारी में  बरामद नोटों से उन्हें प्रमाणित करने का पर्याप्त अवसर है.

अब इन सारे हालात में देखना है कि भाजपा विंधानसभा चुनाव में अपने टास्क को पूरा करते हुए सत्ता में वापसी की चुनौती को कैसे हल करती है.

5 लाख रुपये को 20 करोड़ रुपये बनाने का झांसा देकर 26 लाख का ठगी करने वाले एक मौलवी गिरफ्तार

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झा. डेस्क 

झारखंड के नामकुम में 5 लाख रुपये को 20 करोड़ रुपये बनाने का झांसा देकर एक मौलवी ने 26 लाख रुपये की ठगी कर ली.घटना की जानकारी पुलिस को मिलने पर जांच के दौरान आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

मौलवी के बारे में बताया जा रहा है कि वह रांची के नामकुम का रहने वाला है. पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर को ट्रैक पर लगाकर देर रात गिरफ्तार कर लिया है. उसके साथ पुलिस ने अन्य दो लोगों को भी हिरासत में लिया है.

भुक्तभोगी हैं राजीव कुमार

भुक्तभोगी का नाम राजीव कुमार है. उनकी अपनी दुकान है. दुकान पर ही मौलवी आया हुआ था. तब उसने राजीव को अपने झांसे में ले लिया और कहा कि वह एक लाख रुपये को एक करोड़ रुपये बनाने का काम करता है. इसके लिए वह जंतर-मंतर का सहरा लेता है. राजीव से मौलवी ने ढाई लाख रुपये और ढाई लाख के जेवर लिया और फरार हो गया. इसके बाद मोबाइल उठाना बंद कर दिया. तब मामला थाने तक पहुंचा. थाने पहुंचने पर पता चला कि एक और व्यक्ति से कुछ साल पहले 21 लाख रुपये की ठगी कर चुका था.

5 लाख रुपये को 20 करोड़ रुपये बनाने का झांसा देकर 26 लाख का ठगी करने वाले एक मौलवी गिरफ्तार


झा. डेस्क 

झारखंड के नामकुम में 5 लाख रुपये को 20 करोड़ रुपये बनाने का झांसा देकर एक मौलवी ने 26 लाख रुपये की ठगी कर ली.घटना की जानकारी पुलिस को मिलने पर जांच के दौरान आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. 

मौलवी के बारे में बताया जा रहा है कि वह रांची के नामकुम का रहने वाला है. पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर को ट्रैक पर लगाकर देर रात गिरफ्तार कर लिया है. उसके साथ पुलिस ने अन्य दो लोगों को भी हिरासत में लिया है.

भुक्तभोगी हैं राजीव कुमार

भुक्तभोगी का नाम राजीव कुमार है. उनकी अपनी दुकान है. दुकान पर ही मौलवी आया हुआ था. तब उसने राजीव को अपने झांसे में ले लिया और कहा कि वह एक लाख रुपये को एक करोड़ रुपये बनाने का काम करता है. इसके लिए वह जंतर-मंतर का सहरा लेता है. राजीव से मौलवी ने ढाई लाख रुपये और ढाई लाख के जेवर लिया और फरार हो गया. इसके बाद मोबाइल उठाना बंद कर दिया. तब मामला थाने तक पहुंचा. थाने पहुंचने पर पता चला कि एक और व्यक्ति से कुछ साल पहले 21 लाख रुपये की ठगी कर चुका था.

सीएम आवास का घेराव करने जा रहे पारा शिक्षक पर छोड़ा गया आंसू गैस के गोले

समान काम सामान बेतन की मांग को लेकर कर रहे हैं पारा शिक्षक आंदोलन

झा. डेस्क 

झारखंड के रांची मोरहाबादी मैदान में अपनी मांगों को लेकर पारा शिक्षक शनिवार को सीएम आवास का घेराव करने के लिए जा रहे थे. उनको रोकने के लिए उनपर आंसू गैस के गोले छोड़कर हटाने का प्रयास किया गया. इस बीच पुलिस बल भी भारी संख्या में तैनाती की गई थी.

पारा शिक्षकों को बैरिकेट पार करने के पहले ही पुलिस बल की ओर से रोक दिया गया था. पुलिस और पारा शिक्षकों के बीच भिड़ंत होने की भी नौबत आ गई थी.

62 हजार हैं पारा शिक्षक

पारा शिक्षकों की मांग है कि उन्हें समान काम का समान वेतन दिया जाए. उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. पूर्व में जब सरकार बनी थी तब कहा गया था कि तीन माह के भीतर उनकी मांगें मान ली जाएगी, लेकिन आज पूरे साढ़े चार साल हो गए हैं, लेकिन उनकी मांगें आज भी यथावत है.

झारखण्ड में 15 सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ने की का रही है जदयू तैयारी, नितीश कुमार को सौंपी सूची

झा. डेस्क 

जेडीयू झारखण्ड में 15 सीटों पर विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहती है, इसको लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से झारखंड जेडीयू नेताओं ने मुलाकात की और उन 15 विधानसभा सीटों की सूची सौंपी है जिस पर वे चुनाव लड़ना चाहते हैं। जेडीयू नेता चाहते हैं कि झारखंड में एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाए और इसके लिए जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, बीजेपी नेताओं से बातचीत करेंगे।

खीरू महतो ने नीतीश कुमार से की मुलाकात

इससे पहले राज्यसभा सांसद और प्रदेश जेडीयू अध्यक्ष खीरू महतो के नेतृत्व में जेडीयू नेताओं ने नीतीश कुमार से मुलाकात की। इस दौरान निर्दलीय विधायक सरयू राय की पार्टी भारतीय जनतांत्रिक मोर्चा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर भी चर्चा हुई। जेडीयू नेताओं ने फैसला लिया कि सरयू राय की पार्टी के साथ मिलकर ही झारखंड में चुनाव लड़ा जाएगा।

 

पलामू और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की सीटों पर दावेदारी

जेडीयू पिछले दो चुनावों से झारखंड में एनडीए का हिस्सा नहीं रही है। लेकिन इस बार एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव लड़ना चाहती है। इसके लिए संजय झा को बातचीत की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। जेडीयू पलामू और उत्तरी छोटानागपुर की अपनी परंपरागत सीटों पर दावा पेश कर रही है।

आजसू पार्टी के तालमेल तय

दूसरी तरफ बीजेपी झारखंड में आजसू पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने की तैयारी में है। ऐसे में जेडीयू की दावेदारी को बीजेपी कितनी गंभीरता से लेती है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू पार्टी और बीजेपी में तालमेल नहीं हो पाया था।

जयराम महतो की पार्टी से भी तालमेल पर चर्चा

लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से जयराम महतो की पार्टी जेबीकेएसएस के उम्मीदवारों ने कई विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाई है। इसे लेकर बीजेपी की ओर से आजसू पार्टी के साथ ही जेबीकेएसएस नेताओं से भी सीटों के बंटवारे के मसले पर चर्चा की जा रही हैं। ऐसे में बीजेपी विधानसभा चुनाव में जेडीयू के लिए कितनी सीटें छोड़ेगी, इसे लेकर अनुमान लगाना अभी मुश्किल हैं।

बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी की अध्यक्षता में ट्रेनिंग एडवाइजरी कमेटी (टीएसी) की हुई बैठक, प्रशिक्षण कार्यक्रम की की गयी समीक्षा


बोकारो बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक प्रभारी की अध्यक्षता में ट्रेनिंग एडवाइजरी कमेटी (टीएसी) की बैठक की गयी. इसमें बीएसएल के अधिशासी निदेशक, मुख्य महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष तथा मानव संसाधन (ज्ञानार्जन एवं विकास) विभाग के अधिकारी शामिल हुए.

 बैठक में पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान मानव संसाधन (ज्ञानार्जन एवं विकास) विभाग द्वारा संपन्न विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम व अन्य महत्वपूर्ण उपलब्धियों के बारे वरीय प्रबंधक मानव संसाधन (ज्ञानार्जन एवं विकास) प्रीति कुमारी ने एक प्रस्तुतिकरण द्वारा जानकारी दी. 

इसके अलावा चालू वित्तीय वर्ष की ज्ञानार्जन एवं विकास संबंधित योजनाओं और प्राथमिकताओं से भी वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया. मुख्य महाप्रबंधक (एमटीआई, रांची) संजय धर ने फ्यूचर रेडी सेल-फ्यूचर रेडी एचआर पर चर्चा की. निदेशक प्रभारी ने सभी पहलुओं की समीक्षा करते हुए ज्ञानार्जन व विकास गतिविधियों को संगठन की आवश्यकताओं के अनुरूप और प्रभावी बनाने पर बल दिया. साथ ही सेल्फ लर्निंग व इम्प्रूवमेंट, गैप एनालिसिस, नॉलेज बैंक सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की. अधिशासी निदेशकों ने भी बैठक में प्रशिक्षण कार्यक्रमों से संबंधित अपने विचार रखे. मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन (ज्ञानार्जन एवं विकास) मनीष जलोटा ने सभी का स्वागत किया. निदेशक प्रभारी ने बीएसएल को हाल ही में प्राप्त विभिन्न पुरस्कारों के लिए संबंधित विभागों और टीम के सदस्यों को बधाई दी. 

इनमें प्रमुख तौर पर नेशनल अवार्ड फॉर मैन्युफैक्चरिंग कम्पेटिटिवेनेस्स 2023-24, ग्रीनटेक इएचएस लीडरशिप अवार्ड तथा समृद्धि मैनेजमेंट एंड बिज़नेस क्विज अवार्ड शामिल थे. बैठक के अंत में महाप्रबंधक मानव संसाधन (ज्ञानार्जन एवं विकास) सुश्री नीता बा ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

शंकर रवानी हत्याकांड को लेकर पुलिस ने जाँच का दायरा बढ़ाया,झारखण्ड के अलावे बिहार में भी दे रहे हैं दबिश


झा. डेस्क 

बोकारो में हुई शंकर रवानी हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए बोकारो पुलिस रेस हो गयी है. बोकारो एसपी पूज्य प्रकाश ने एक एसआइटी टीम गठित की है. टीम में सिटी डीएसपी आलोक रंजन, हरला इंस्पेक्टर अनिल कच्छप, बीएस सिटी इंस्पेक्टर सुदामा कुमार दास, बालीडीह इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह सहित 20 से अधिक पुलिस अधिकारी शामिल है. गुरुवार व शुक्रवार तक दर्जनों युवकों से हरला थाना में पूछताछ की गयी. 

पूछताछ के बाद छोड़ा गया. शुक्रवार को भी घटनास्थल पर जाकर मामले की जांच की गयी. टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों की चार भाग में बांट दिया गया है. पुलिस अधिकारी सूचना के आधार पर लगातार हजारीबाग, रांची, धनबाद सहित बिहार में दबिश डाल रहे हैं. इसके साथ ही जिला की सीमा से लगे सभी चेक पोस्ट पर विशेष चौकसी का निर्देश दिया गया है. साथ ही साथ एसपी के निर्देश पर लगातार विभिन्न थाना में संदिग्धों से पूछताछ चल रही है. हर थाना क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों को विशेष गश्ती करने के साथ-साथ चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है.

की जा रही है सीसीटीवी की जांच

सेक्टर नौ से नयामोड़ की ओर जानेवाले सभी रास्तों पर पुलिस को एक्टिव कर दिया गया है. इस रास्ते पर लगे सभी सीसीटीवी की फुटेज को एसपी एसआइटी टीम के पुलिस अधिकारी खंगाल रहे है. ताकि हत्या में इस्तेमाल की जानेवाली बाइक व कार की पहचान की जा सके. रजिस्ट्रेशन नंबर से अपराधियों की पहचान की जा सके. फिलहाल पुलिसिया जांच जारी है. इसके अलावा बोकारो से बाहर जानेवाले सभी टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी की जांच की जा रही है. हाल के दिनों में जेल से छूटे अपराधियों की भी कुंडली खंगाली जा रही है. एसपी पूज्य प्रकाश ने स्पेशल दस्ते को भी जांच में लगाया है.

पुलिस हत्या कांड को लेकर कई पहलू पर कर रही हैं जाँच

देर रात को मृतक शंकर रवानी के भाई जय प्रकाश रवानी ने हरला थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें राजू दूबे सहित आठ लोगों पर शक जाहिर किया है. पुलिस हत्याकांड में शंकर के आपसी रंजिश के साथ-साथ शंकर द्वारा किये जा रहे धंधे से जुड़े हर परिस्थिति की जांच कर रही है. 

साथ ही साथ शंकर पर दर्ज सभी 11 मामलों पर भी गहराई से गौर कर रही है. केस से जुड़े सभी संदिग्ध पर नजर रख रही है. टीम एक भी संदेह को छोडना नहीं चाह रही है.

आपराधी कार और बाइक से की थी फायरिंग

बता दें कि हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर नौ स्थित कार वॉशिंग सेंटर (हटिया मोड़, रानीपोखर जाने वाले रास्ते) के समीप कार व बाइक सवार अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर शंकर रवानी (36 वर्ष) की हत्या कर दी थी . मौके पर ही मौत हो गयी थी. मौत की पुष्टि करने के बाद अपराधी नयामोड़ होते हुए भाग निकले. घटना गुरुवार सुबह करीब आठ बजे की है. अपराधियों ने 15 राउंड गोली चलायी. पुलिस ने घटनास्थल से 15 खोखा बरामद किया है.

जब एक पांच साल का बच्चा ने सीएम हेमन्त सोरेन को अपना गुल्लक भेंट किया तो उनके आंख से छलक पड़े आंसू, जानिए क्या है पूरा मामला

झा. डेस्क

जब एक पांच साल का बच्चा ने सीएम हेमन्त सोरेन को अपना गुल्लक भेंट किया तो उनके आंख से छलक पड़े आंसू,

 दरअसल सीएम हेमंत सोरेन इन दिनों अपने आवास में हर दिन लोगों की शिकायतों को सुनते हैं और उसका निबटारा करते हैं. लेकिन शुक्रवार को जन सुनवाई के दौरान अलग ही नजारा देखने को मिला. हुआ ये कि गुमला जिले के सुदूर गांव से आई एक मां और उसका बेटा किसी समस्या को लेकर नहीं बल्कि उनसे मिलने आए थे. इस मौके पर उसका बेटा अंश ने अपने मुख्यमंत्री को गुल्लक भेंट किया. जिसमें सिक्कों के ढेर थे. जब मुख्यमंत्री ने गुल्लक भेंट करने का कारण पूछा तो मां ने बताया कि उनका बेटा उनकी जेल से रिहाई के लिए बीते 6 माह से पैसे जमा कर रहा था. बच्चे का प्यार देख मुख्यमंत्री अपने आप को रोक नहीं सके और उनके आंसू छलक पड़े.

 शुक्रवार को कांके रोड स्थित सीएम आवास में मुलाकात करने समाजसेवी शांति लकड़ा और उनके पांच वर्षीय पुत्र अंश लकड़ा आए थे. वे गुमला जिले केजारी स्थित सिकरी पंचायत के पगुरा गांव से पहुंचे थे. इस मौके पर जब बालक अंश ने सीएम को गुल्लक भेंट की, तो वह हैरत में पड़ गये. तब अंश की माता शांति लकड़ा ने सीएम को बताया कि अंश को जैसे ही सूचना मिली कि सीएम हेमंत सोरेन जेल गये हैं, तो वह बहुत आहत हुआ.

उसी दिन से वह अपने जेब खर्च के रूप में मिले पैसों में से कुछ पैसे बचाकर गुल्लक में जमा करना शुरू कर दिया. जिससे मुख्यमंत्री को रिहा कराने में मदद की जा सके. जैसे ही बच्चे को उनके जेल से बाहर आने की सूचना मिली वह बहुत खुश था. उसी दिन उनसे मुलाकात करने की इच्छा थी. सीएम यह सुनकर भावुक हो उठे. उन्होंने अंश के जज्बे की सराहना की. शांति लकड़ा ने बताया कि अंश मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपना आदर्श मानता है. सीएम ने बच्चे को आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया.

मुख्यमंत्री आवास घेराव के दौरान लाठी चार्ज में घायल पुलिस कर्मी से भाजपा के झारखंड प्रभारी हेमन्त विश्व सरमा रिम्स में मिले,सरकार का किया आलोचना


झा. डेस्क

रांची : असम के सीएम हिमंतविश्व सरमा शनिवार को रांची के रिम्स अस्पताल में घायल सहायक पुलिस कर्मियों से मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने घायल पुलिसकर्मियों का हाल-चाल जाना. इस दौरान उनके साथ नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी समेत भाजपा के कई नेता मौजूद थे. घायलों से मुलाकात करने के बाद हिमंता विश्व सरमा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि झारखंड में परिस्थिति ठीक नहीं है. हमें स्थिति को सुधारना चाहिए.

क्या बोले झारखंड भाजपा के सह प्रभारी

प्रदेश भाजपा के सह प्रभारी हिमंता विश्व सरमा ने शनिवार को रिम्स जाकर घायल सहायक पुलिस कर्मियों से मुलाकात की. इसके बाद जब अस्पताल परिसर बाहर निकले तो उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि झारखंड में परिस्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है.

 रामनावमी के जुलूस निकलने से रोक दिया जाता है लेकिन उसी रास्ते से मुहर्रम का जुलूस निकालने की अनुमित दे दी जाती है. तो कभी हमारे पार्षद को गोली मार दी जाती है. तो कभी सहायक पुलिस कर्मियों पर लाठियां बरसाई जाती है. हमें स्थिति को सुधरना चाहिए

विधानसभा चुनाव को लेकर क्या बोले

झारखंड में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि माहौल हमारे पक्ष में हैं. लोकसभा चुनाव में भी ये चीज हमें देखने को मिला था. हमें विश्वास है कि हम जीतेंगे.

सीएम आवास का घेराव करने जा रहे पुलिसकर्मियों पर हुआ था लाठीचार्ज

गौरतलब है कि शुक्रवार को सहायक पुलिसकर्मियों पर पुलिस ने सीएम आवास का घेराव करने जा रहे पुलिस कर्मियों पर लाठीचार्ज किया था. इस दौरान पथराव भी देखने को मिला. इस घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गये. जबकि वहां पर खाड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गयी. दरअसल ये सहायक पुलिस कर्मी 2 जुलाई से ही अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. विशेष सत्र के दौरान भी उनका विधानसभा सभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया था. हालांकि घटना से पहले सहायक पुलिस कर्मियों की सरकार के साथ वार्ता भी हुई थीस, जिसमें उनके अनुबंध को एक साल तक बढ़ाने समेत वेतन वृर्द्धि पर सहमति बनी.