CISF ने पंचेत ओपी क्षेत्र में अवैध कोयला खदान का किया खुलासा,कोयला सिंडिकेट में खलबली,मैनेज कंट्रोल में लगे कोयला तस्कर
धनबाद : धनबाद के निरसा के पंचेत ओपी क्षेत्र में अवैध कोयला खदान का खुलासा हुआ है। बुधवार की दोपहर में बीसीसीएल कोयला भवन की सीआइएसएफ टीम ने सीवी एरिया की दहीबाड़ी कोलियरी के अधिकारियों के साथ कारगिल नामक स्थल में चल रही अवैध कोयला खदान में छापेमारी की। यहां का नजारा देख छापेमारी टीम दंग रह गई।
कोयले के कारोबारियों ने यहां जंगल में कई अवैध खदानें खोल रखे थे। ट्रकों से कोयला निकालने के लिए करीब एक किमी दूर तक कच्ची सड़क बना दी थी। खदान से पानी निकलने और रोशनी करने के लिए बड़े बड़े जनरेटर लगा रखे थे।
खदान में कोयला काटने वाले मजदूरों के लिए बजाप्ता चालनुमा घर बना दिया गया था। खदान के समीप मां काली की तस्वीर लगाकर पूजा भी की गई थी।
सीआइएसएफ की टीम ने जैसे ही छापेमारी की तो काफी संख्या में कोयला कारोबारी पहुंच गए और छापेमारी का विरोध करने लगे। कुछ देर तक दोनों ओर से नोकझोंक हुई। खबर पाकर पंचेत ओपी प्रभारी प्रभात रंजन सदलबाल के साथ पहुंच गए। उन्होंने छापेमारी टीम का सहयोग किया। इसके बाद वहां से एक पिकअप वैन में लदा बड़ा जनरेटर और कोयला खदान में उपयोग होने वाले कई सामानों को जब्त किया गया।
इस दौरान छापेमारी टीम को मैनेज करने के लिए काफी देर तक ड्रामा चलता है। जब बात नहीं बनी तो कोयला कारोबारी वहां से खिसक गए। बाद में सीआइएसएफ ने पंचेत ओपी में एक लिखित शिकायत की है। इधर पंचेत ओपी प्रभारी ने बताया कि घटनास्थल से कोयला बरामद नहीं हुआ है। पुलिस मामले की जांच करने के बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर आगे की कार्रवाई करेगी।
बताया जा रहा हैँ की गोविंदपुर के कुछ लोग संयुक्त रूप से इस अवैध उत्खनन स्थल पर कोयला निकालने के लिए पूरी तैयारियो में जुटे थे। किसी तरह इसकी सूचना सीआईएसएफ को मिली और सीआईएसएफ ने पंचेत पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की और अवैध उत्खनन स्थल से सारा सामान जब्त कर पुलिस के हवाले कर दिया, घटना के बाद से कोयला चोर के इस बड़े सिंडीकेट मे खलबली सी मची हुई हैँ, मैनेज कंट्रोल मे अपनी अपनी पैरवी मे जुट गई हैँ, घटना के बाद से सिंडिकेट की बड़ी बड़ी गाड़िया क्षेत्र मे लगातार गश्त लगा रही हैँ, अब देखना होगा की क्या इस कार्रवाई के बाद सिंडिकेट कितने दिनों तक अपना काम बंद रखती हैं ये तो वक्त ही बतायेगा
कुछ लोगों ने जमीन को बताया रैयती
कुछ लोगों ने अवैध खनन स्थल की जमीन को रैयती बताकर छापेमारी टीम को परेशानी में डाल दिया। कहने लगे कि रैयत खेती के लिए पानी निकाल रहे थे। इसके बाद दहीबाड़ी परियोजना प्रमुख एसके घोष, प्रबंधक सुब्रतो मंडल ने वहां मौजूद भू-संपदा व सर्वे अधिकारियों को जमीन की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति की लूट की छूट किसी को नहीं दी जाएगी।
Jul 18 2024, 10:44