झारखंड के मौसम:झारखंड में 21 जुलाई को कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना,येलो अलर्ट जारी*

झारखंड डेस्क झारखंड: बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मौसम में बदलाव होने की संभावना है.जिसके कारण झारखंड में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री तापमान बढ़ेगा . झारखंड का अधिकतम तापमान भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया है कि 18 और 19 जुलाई को झारखंड में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा होने की संभावना है. उन्होंने यह भी कहा कि अगले 3 दिन में अधिकतम तापमान धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेंटीग्रेड तक बढ़ सकता है. इसके बाद बारिश होगी और फिर तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी. *झारखंड में 21 जुलाई को कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना,येलो अलर्ट जारी* मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि 21 जुलाई को झारखंड के दक्षिण-पश्चिमी भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग की ओर से इस संबंध में येलो अलर्ट जारी किया गया है. राज्य के दक्षिण-पश्चिमी भागों में राजधानी रांची से सटे गुमला, खूंटी, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम जिले आते हैं. इन सभी 4 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी मौसम विभाग की ओर से दी गई है. *झारखंड के इन 4 जिलों में होगी भारी बारिश* गुमला सिमडेगा पश्चिमी सिंहभूम खूंटी *रांची में छाये रहेंगे बादल, वर्षा होने की भी संभावना* झारखंड की राजधानी रांची में कल के मौसम की बात करें, तो आसमान में बादल छाए रहेंगे. हल्के दर्जे की वर्षा हो सकती है. अधिकतम तापमान में 1 डिग्री की वृद्धि होगी, लेकिन न्यूनतम तापमान 24 डिग्री बना रहेगा. 19 जुलाई को भी उच्चतम तापमान में 1 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इसके बाद 20 जुलाई को तापमान में 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी. 21 जुलाई को फिर 2 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी. इस तरह राजधानी रांची का अधिकतम तापमान 18 जुलाई को 31 डिग्री सेंटीग्रेड, 19 जुलाई को 32 डिग्री सेंटीग्रेड, 20 जुलाई को 30 डिग्री सेंटीग्रेड और 21 जुलाई को 28 डिग्री सेंटीग्रेड रहने का अनुमान है. न्यूनतम तापमान 18 और 19 जुलाई को 24 डिग्री सेल्सियस और 20 एवं 21 जुलाई को 23 डिग्री सेल्सियस रहेगा, ऐसा मौसम विभाग का अनुमान है. झारखंड में अब तक सामान्य से 48 फीसदी कम बरसा है मानसून. इस सीजन झारखंड में 188.1 मिलीमीटर वर्षा हुई है. धालभूमगढ़ में हुई सबसे ज्यादा 29.6 मिलीमीटर वर्षा मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान झारखंड में कई जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई. मानसून की गतिविधि इस दौरान कमजोर रही. पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ में सबसे ज्यााद 29.6 मिलीमीटर वर्षा हुई. सबसे अधिक उच्चतम तापमान 35 डिग्री सेंटीग्रेड गोड्डा में रिकॉर्ड किया गया. रांची में सबसे कम न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया. यहां का न्यूनतम पारा 24 डिग्री सेंटीग्रेड रहा.
बिहार के बाद झारखंड में भी मुहर्रम जुलूस में लहराया फिलिस्तीन का झंडा, VHP और बजरंग दल ने की ये मांग


डेस्क: बिहार के दरभंगा, नवादा और मोतिहारी के बाद झारखंड के दुमका में भी मुहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीन का झंडा लहराया गया. मुहर्रम पर निकले अखाड़े के दौरान कुछ युवकों द्वारा फिलिस्तीन का झंडा लहराये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है. सूचना का सत्यापन किया जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इसे राष्ट्रद्रोह करार दिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

दुमका जिले के दुधानी में टॉवर चौक के पास मुहर्रम पर एक युवक फिलिस्तीन का झंडा लहराता दिखा. बाद में शिवपहाड़ से टीन बाजार व टाटा शोरूम से टीन बाजार के बीच भी एक डीजे गाड़ी में सवार युवक को फिलिस्तीन का बड़ा झंडा लहराते देखा गया. दिनभर सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होता रहा. हालांकि इस मामले में पूछे जाने पर एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि वायरल वीडियो को लेकर ऐसी जानकारी उन्हें भी मिली है. सूचना का सत्यापन किया जा रहा है.

मुहर्रम जुलूस के दौरान दुमका के दुधानी टावर चौक एवं मुहर्रम जुलूस में डीजे के ऊपर शहर के विभिन्न स्थानों पर फिलिस्तीन का झंडा लहराये जाने को विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने राष्ट्रद्रोह का मामला करार दिया है और इसकी निंदा की है. दुमका जिला प्रशासन और भारत सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द इस पर कड़ी कार्रवाई करें और फिलिस्तीन का झंडा लहराने वाले लोगों को चिन्हित कर सख्त से सख्त सजा दी जाए. इसके साथ ही जिस अखाड़े में यह किया गया है, उन सभी पर मुकदमा दर्ज किया जाए.

जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल यह कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता कि जिस देश में हम रहते हैं, उस देश से गद्दारी करके किसी दूसरे देश का झंडा फहराया जाए. दोनों संगठनों द्वारा कहा गया है कि ऐसे कृत्य से देश के अंदर आंतरिक सुरक्षा भी कम होती है और भारत में आतंकवादी गतिविधियां भी बढ़ती हैं. उन्होंने मांग की है कि दुमका जिला प्रशासन इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करे अन्यथा बजरंग दल सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगा.

हजारीबाग में मुहर्रम के जुलूस के दौरान पत्थरबाजी, वाहनों में तोड़फोड़, पुलिसकर्मी समेत दर्जनों लोग घायल

डेस्क: हजारीबाग जिले के बड़कागांव के नयाटांड़ में 17 जुलाई को दोपहर 1:00 मोहर्रम के जुलूस के दौरान दो समुदाय बातों ही बातों में आपस में भीड़ गए . इसी बीच पत्थरबाजी हो गई. वहीं दूसरे के घरों में घुसकर मारपीट करने का भी मामला प्रकाश में आया है. घटना के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए. इस बीच दोनों ओर से हो रही पत्थर बाजी में कुछ ग्रामीणों के अलावा दो से तीन पुलिस कर्मी की भी घायल होने की खबर है. घटना को लेकर उपायुक्त नैंसी सिन्हा, एसपी अरविंद कुमार सिंह, एसडीओ शैलेश कुमार समेत वरीय पुलिस पदाधिकारी प्रशासन की टीम कैंप कर रही है .ताकि क्षेत्र में शांति बना रहे. पुलिस प्रशासन घटना में शामिल शरारती तत्वों को चिन्हित कर रही है.

इस घटना से बाद मौके पर हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने बुधवार को बड़कागांव के सोनपुरा गांव का दौरा कर स्थिति से अवगत हुए. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन के द्वारा की गई कार्रवाई को आपबीती सुनाई .लोगों ने पुलिस के द्वारा आंसू गैस छोड़ने से लेकर लाठी चार्ज करने तथा लोगों को चोट लगने की बातों को विस्तार रूप से सांसद को जानकारी दी. इस दौरान घायल भोला दांगी ने सांसद के समक्ष आपबीती बताई और पुलिस द्वारा पिटाई करने का आरोप लगाया. सांसद ने लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने एवं क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है.

बड़कागांव थाना में गैर कानूनी तरीके से धरना प्रदर्शन करने को लेकर कांड संख्या 193 /24 दर्ज किया गया है.जिसमें 16 नामजद एवं 150 से लेकर 200 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है. वहीं विश्रामपुर में पैकवाहों के साथ मारपीट करने मामले को लेकर कांड संख्या 191/ 24 दर्ज किया गया है. जिसमें एक नामजद और 20 से 25 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है.

जुलूस मार्ग में रामनवमी जुलूस पर करने की मांग एवं गिरफ्तारी के विरुद्ध में बड़कागांव मुख्य चौक के अलावा दैनिक बाजार ,सांड ,बादम, हरली, विश्रामपुर के अलावा कई गांव में दुकानें बंद रही. बंदी में आवश्यक कार्य हेतु दवा दुकान, वाहन, एम्बुलेंस का संचालन पूर्ण रूप जारी रहा.

सोनपुरा गांव के निवासी भोला दांगी ने माथे में गंभीर चोट आने को लेकर बड़कागांव थाना प्रभारी के नाम बुधवार को आवेदन देकर बड़कागांव सीओ बालेश्वर राम के ऊपर मारपीट करवाने का गंभीर आरोप लगाया है. भोला दांगी ने बताया कि अंचलाधिकारी ने मुझे घर से बुलाकर पुलिस से पिटवाया है. जबकि मैंने सामाजिक स्तर पर प्रशासन को घर में कई प्रकार का सहयोग किया.

अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार के द्वारा बड़कागांव थाना परिसर में 21 जुलाई को दोनों समुदाय की विशेष बैठक बुलाई है . बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लेने की संभावना व्यक्त की जा रही है. एसडीओ ने दोनों समुदाय से क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील लोगों से की है.

पत्थरबाजी में तीन पुलिसकर्मी समेत दर्जनों ग्रामीण घायल हो गए तथा कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया गया. जिसमें मुख्य रूप से इंस्पेक्टर छोटू राम पिता जातरू राम, सुधीर कुमार पिता रामानंद साव, सिपाही शिवम कुमार पांडेय पिता मनोज पांडेय शामिल है.शिवाडीह घायल सभी को हजारीबाग रेफर कर दिया गया है. वहीं आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई. जिसमें से बड़कागांव उप प्रमुख वचन देव कुमार की स्कॉर्पियो एवं एक ओमनी शामिल है.

बोकारो के पेटरबार में सड़क हादसा,बराती से लौट रहे एक मारुती वैन अज्ञात वाहन ने मारी टककर, 2 लोगों की घटना स्थल पर मौत, 3 घायल


झारखण्ड डेस्क 

बोकारो जिले के पेटरबार थाना क्षेत्र में बोकारो-रामगढ़ NH 23 पर आज मंगलवार की सुबह एक बड़ा हादसा हुआ.बारात से लौट रही मारुति वैन को एक अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। घटना में दो लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मारुती वैन में सवार सभी लोग गोला से जारंडीह बाराती गए थे। वहीं सुबह बारात से वापस आने के क्रम में पेटरवार NH 23 बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच के पास यह हादसा हो गया।

घायल तीन लोगों में से एक को बेहतर इलाज के लिए बोकारो BGH रेफर किया गया है, जबकि दो घायलों को RIMS रांची Refer कर दिया गया है।

हादसे के शिकार हुए लोगों के नाम रूपेश नायक, पीयूष स्वर्णकार, उदय कुमार, सन्नी नायक हैं। सभी गोला थाना क्षेत्र के नायक टोला निवासी बताये जा रहे हैं।

हज़ारीबाग़ पुलिस की बड़ी उपलब्धि,6 करोड़ रुपये से अधिक के ब्राउन शुगर के साथ 6 तस्करों को गिरफ्तार


झारखण्ड डेस्क 

झारखंड के हजारीबाग में नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। हजारीबाग पुलिस ने 6 करोड़ रुपये से अधिक के ब्राउन शुगर के साथ 6 तस्करों को गिरफ्तार किया है।

मिली जानकारी के अनुसार एनएच-33 हजारीबाग-बरही पथ स्थित नगवां के समीप लक्ष्मी लाइन होटल के पास से इन्हें पकड़ा गया है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं हजारीबाग पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ये कामयाबी मिली है। सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष ने मीडिया को यह जानकारी दी।

हजारीबाग के सदर एसडीपीओ कुमार शिवाशीष ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में चतरा जिले के पत्थलगड्डा थाना क्षेत्र के बरवाडीह निवासी मो। खालिद (पिता मो युनूस), चतरा सदर थाना क्षेत्र के आजाद मुहल्ला के मो नुरूल्ला (पिता मो जसीमुद्दीन), सिमरिया थाना क्षेत्र के तपसागेडवा गांव के बलराम कुमार (पिता सिद्धार्थ शंकर दांगी), लोहागड्डा के सुरेश दांगी (पिता इंद्रदेव दांगी), बरवाडीह के विजय कुमार दांगी (पिता विशेश्वर दांगी) एवं मो। सलाउद्दीन (पिता मो। रउफ) शामिल हैं।

हजारीबाग पुलिस ने 4080 ग्राम ब्राउनशुगर, एक स्विफ्ट डिजायर कार (जेएच 01 एए-9194), होंडा स्पलेंडर मोटरसाइकिल (जेएच 24 ई 5918), होंडा साइन मोटरसाइकिल (जेएच 13 डी 0868) और छह मोबाइल बरामद किया है। बड़ी मात्रा में ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री होने सूचना पर कार्रवाई की गयी।

एसपी अरविंद कुमार सिंह और उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को सूचना मिली थी कि चतरा जिले से छह तस्कर भारी मात्रा में ब्राउन शुगर लेकर हजारीबाग पहुंचने वाले हैं। एसपी ने एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया।

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स और हजारीबाग की कोर्रा पुलिस खबर मिलत ही नगवां हवाई अड्डे के पास गुप्त रूप से निगरानी रखने लगी। इसी क्रम में एक कार में चार तस्कर और दो मोटरसाइकिल में दो तस्कर लक्ष्मी लाइन होटल के समीप पहुंचे।

इसी बीच पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टीम ने सभी तस्करों को दबोच लिया। एसडीपीओ कुमार शिवाशीष ने कहा कि मुंबई में प्रति किलोग्राम ब्राउन शुगर की कीमत एक करोड़ रुपए है, जबकि विदेशों में ब्राउन शुगर प्रति किलोग्राम डेढ़ करोड़ रुपए है।

एसपीडीपीओ ने बताया कि चतरा के जंगल में तस्कर अफीम में केमिकल्स मिलाकर ब्राउन शुगर बनाते हैं। वहां से वे झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मुंबई, गोवा समेत अन्य राज्यों में बेचते हैं। खूंटी जिले से भी तस्कर अफीम लाकर चतरा जंगल में ब्राउन शुगर बनाते हैं।

झारखण्ड में विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू और जन मोर्चा ने शुरू की एक नए सियासी मोर्चे के गठन की कवायद

झारखण्ड डेस्क 

राजनीती में ना तो कोई दोस्त होता हैं ना दुशमन. इस लिए बिहार और केंद्र में भले हीं जदयू एनडीए घटक का हिस्सा रहा लेकिन बीजेपी ने उन्हें अन्य राज्यों में खास तबज्जो नहीं दिया. यही बजह की झारखण्ड अलग राज्य बनने के बाद जिस जदयू के हिस्से में 5 सीटें थी आज वहां जदयू का वजूद हीं ख़त्म हो गया.कभी भी भाजपा के साथ रहते हुए भी जदयू को झारखण्ड में भाजपा ने जदयू के साथ सीट शेयर नहीं किया.

अब चुकी झारखंड में अगले तीन-चार महीनों में संभावित विधानसभा चुनाव हैं.उसके पहले एक नए सियासी मोर्चे के गठन की कवायद शुरू हुई है.

इस मोर्चे की अगुवाई बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और नितीश के कॉलेज के ज़माने में मित्र रहे झारखण्ड के निर्दलीय विधायक सरयू राय कर सकते हैं.

 नीतीश कुमार झारखंड में अपनी पार्टी की खोई हुई जमीन फिर से हासिल करना चाहते हैं और इसके लिए वह कुछ छोटी पार्टियों और सियासी समूहों को अपने साथ ला सकते हैं.

 सरयू राय 'भारतीय जन मोर्चा' नाम की पार्टी चलाते हैं. रविवार को पटना में नीतीश कुमार और सरयू राय ने झारखंड में सियासी संभावनाओं पर मंथन किया. बैठक के बाद सरयू राय ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू झारखंड में एनडीए फोल्डर से अलग है. उन्होंने भारतीय जन मोर्चा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है.

सरयू राय ने कहा, ''कोशिश हो रही है कि झारखंड में एनडीए और इंडिया गठबंधन से अलग हट कर तीसरा मोर्चा गठित हो. इसका उद्देश्य झारखंड में दोनों गठबंधनों से निराश जनता के बीच एक नया राजनीतिक विकल्प पेश करना है. इसके तहत कई अन्य नेताओं और राजनीतिक संगठनों को साथ लाने पर चर्चा चल रही है.''

2005 के विधानसभा में झारखण्ड में जदयू ने जीती थीं छह सीटें

नीतीश कुमार की पार्टी बीते डेढ़ दशक से झारखंड में अपना जनाधार खोता गया. कारण था चुनावी राजनीती से जदयू को अलग होना.

साल 2000 में जब झारखंड अलग राज्य बना था, तब नीतीश कुमार समता पार्टी के सुप्रीमो थे. यहां उनकी पार्टी के पांच विधायक थे. साल 2003 में नीतीश कुमार ने समता पार्टी की जगह जनता दल यूनाइटेड बनाई. इसके बाद 2005 में झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जदयू का गठबंधन हुआ. बीजेपी ने राज्य की 63 और जदयू ने 18 सीटों पर चुनाव लड़ा. जदयू ने छह सीटें जीतीं.

2009 का विधानसभा चुनाव भी बीजेपी और जदयू ने साथ मिलकर लड़ा, लेकिन 2014 के चुनाव में दोनों पार्टियों की दोस्ती टूट गई. इसके बाद से झारखंड में जदयू की जमीन खिसकती चली गई. अब जदयू एक बार फिर से पुरानी जमीन हासिल करना चाहती है.

 पार्टी की नजर झारखंड में कुर्मी-कोयरी वोटरों पर है. बिहार में इस वोट बैंक पर जदयू की पकड़ मानी जाती है. उसकी कोशिश है झारखंड में उन क्षेत्रों में फोकस रखा जाए, जहां इन दोनों जातियों की खासी आबादी है.

इस बार 12 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है जेडीयू

इधर रांची में जदयू की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई, जिसमें विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई. पार्टी ने 10 से 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का योजना बनया.जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद खीरू महतो ने कहा कि हमने चुनाव लड़ने के लिए राज्य में सीटें चिन्हित कर ली है. इसकी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जा रही है.अब देखना हैं कि जदयू का केंद्रीय नेतृत्व यह चुनाव भाजपा के साथ लड़ती हैं या तीसरा मोर्चा का विकल्प बन सकता है

क्या तीसरे मोर्चा कि बनती हैं संभावना तो जयराम महतो भी हो सकते इसका हिस्सा

इधर कुर्मी, कुशवाहा वोटर को एक जुट कर तीसरे मोर्चे के मुहीम में जदयू और जन मोर्चा की कोशिश होंगी कि राजनीती के रानी क्षेत्र में तेजी से उभड़ते युवा जयराम महतो कि पार्टी को भी अपने पक्ष में करे ताकि इस मुहीम में भाजपा और झारखण्ड मुक्ति मोर्चा को चुनौती दे सके. इस मुहीम को कैसे प्रबंधित किया जाता हैं यह खिरू महतो और सरयू राय पर निर्भर करता हैं.

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रांची के तमाड़ में एक बाराती बस को बिजली की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत,पांच गंभीर रूप से घायल

झा. डेस्क

रांची: सरायकेला जिले से रांची के तमाड़ आई एक बाराती बस बिजली के तार की चपेट में आ गई. इसमें एक नाबालिग समेत 3 बारातियों की मौत हो गई. 5 अन्य घायल हो गए हैं. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना रविवार देर रात की है.सरायकेला जिले के कुचई थाना क्षेत्र के बारूहातु गांव से बाराती बस तमाड़ थाना क्षेत्र के चोगागुटू आ रही थी. 

गांव में प्रवेश करने से पहले ही बस बिजली के तार के संपर्क में आ गई. बस की छत पर बैठे 3 लोगों की वहीं पर मौत हो गई. 5 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये.

करंट लगने के बाद बस पर सवार लोगों में चीख-पुकार मच गयी. तत्काल बस को रोककर उस पर सवार लोगों को सुरक्षित उतारा गया. घायल हुए 5 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया. उनकी गंभीर हालत को देखते हुए सभी को रिम्स रांची रेफर कर दिया गया.

मृतकों की पहचान दिनेश सिंह मुंडा (36), मुंडा मुंडा (25) और जितेन सिंह मुंडा (12) के रूप में हुई है. घायलों के नाम लंबार मुंडा, शंकर मुंडा, सुभाष मुंडा, उपेन मुंडा और चरण मुंडा हैं. बारातियों ने बताया कि इस दुर्घटना की खबर लड़की वालों को हुई, तो वे भी गमगीन हो गए.

बस पर सवार थे 80 से 90 लोग

दोनों पक्षों के बड़े-बुजुर्गों ने बैठकर बात की और तय किया कि शादी नहीं रुकनी चाहिए. इसके बाद किसी तरह से शादी संपन्न कराया गया. लोगों ने बताया कि जिस बस में बाराती आई थी, उस पर 80 से 90 लोग सवार थे. अंदर बस फुल थी. बस की छत पर भी काफी संख्या में लोग बैठे थे.

पहल : मांडर व बहरागोड़ा में खुलेगा ग्राम न्यायालय, रविवार को चीफ जस्टिस व जस् सुजीत नारायण प्रसाद करेंगे उद्घाटन

झा. डेस्क 

रांची : झारखंड के चीफ जस्टिस विद्युत रंजन षाड़ंगी और झालसा (झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार) के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद रविवार को राज्य में दो अलग-अलग जगहों पर ग्राम न्यायालय का उद्घाटन करेंगे. रांची के मांडर और जमशेदपुर के बहरागोड़ा में वे ग्राम न्यायालय का उद्घाटन करेंगे. 

इसके साथ ही जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद के प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक, गुमला जिला के चक्रधरपुर में अनुमंडल न्यायालय का भी उद्घाटन किया जाना है.

क्या है ग्राम न्यायालय

झारखंड में पहला ग्राम न्यायालय कोडरमा जिला के झुमरीतिलैया में हुआ था. ग्राम न्यायालय में 25 हजार रुपये तक के दीवानी मामले और समन ट्रायल (छोटे-मोटे) आपराधिक मामलों की सुनवाई होगी. ग्राम न्यायालय की शुरुआत होने के बाद मांडर प्रखंड के 19 पंचायतों के उक्त मामलों की सुनवाई होगी. ग्राम न्यायालय में जिन पंचायत से जुड़े मामलों की सुनवाई होगी, उसमें मंद्रो, सरबा, बिसहा खटंगा, महुआजाड़ी, कैम्बो,बझीला, कंजिया, मांडर, मलती,टीगोइ अंबाटोली, करगे, बरगडी,ब्राम्बे,मुडमा, सुरसा,नगडा,टांगरबसली,लोयो और झिंझरी पंचायत को शामिल किया गया है. 

फिलहाल दो प्रखंडों में शुरू हो रहे ग्राम न्यायालय के कॉनसेप्ट को भविष्य में अन्य जिलों के प्रखंडों में भी लागू किया का सकता है. इसके लिए छह जगहों का चयन किया गया है. ग्राम न्यायालय के पीछे यह सोच है कि दूर दराज के ग्रामीणों को छोटे मामलों की सुनवाई के लिए सिविल कोर्ट न आना पड़े. ग्राम न्यायालय में IPC की धारा 304A, 310, 318, 323, 334, 337, 338, 341, 342, 343, 345, 346, 353, 354, 355, 356, 357, 358, 403, 417, 421, 422, 423, 424, 427, 434, 447, 448, 451, 453, 461, 465, 482, 483, 486, 489, 489E, 491, 498, 500, 501, 502, 504, 506, 509 और 510 से जुड़े मामलों की सुनवाई होगी.

दूसरी शपथ ग्रहण के बाद सीएम हेमंत सोरेन पहुंचे दिल्ली,आज की पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रोपदी मुरमू से शिष्टाचार मुलाक़ात


झारखण्ड डेस्क 

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं. इस दौरान दोबारा सीएम पद पर शपथ ग्रहण के बाद देश के बड़े नेताओं मिलकर झारखण्ड के विकास और बेहतरी की चर्चा की.

 उन्होंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. प्रधानमंत्री कार्यालय में पीएम मोदी से मुलाकात हुई, जबकि राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट की. हेमंत सोरेन ने दोनों नेताओं को फूलों का गुलदस्ता देकर अभिवादन किया.

हेमंत सोरेन ने ‘एक्स’ पर लिखा- प्रधानमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात

राष्ट्रपति भवन में महामहिम द्रौपदी मुर्मू के साथ मुलाकात के दौरान हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी उनके साथ थीं. हेमंत सोरेन ने सोमवार (15 जुलाई) को सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर ट्वीट करके इसकी जानकारी साझा की. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता ने इन मुलाकातों को शिष्टाचार भेंट बताया. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा- माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से शिष्टाचार मुलाकात हुई.

इसके एक दिन पूर्व उन्होंने सोनिया गांधी से भी मुलाक़ात की तथा झारखंड के परिपेक्षय में सोनिया गाँधी से भी चर्चा की थी.

बाद में उन्होंने ‘एक्स’ पर एक और पोस्ट लिखा-राष्ट्रपति भवन में माननीय राष्ट्रपति आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी से भेंट हुई. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इन दिनों दिल्ली की यात्रा पर हैं. एक दिन पहले ही उन्होंने कांग्रेस की सर्वोच्च नेता सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. उन्होंने मीडिया को बताया था कि जेल से बाहर आने के बाद वह सोनिया गांधी से मिलने आए थे. इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी और गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं.

फिर से पदभार संभालने के बाद पीएम मोदी से पहली मुलाकात

फिर से झारखंड के मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद हेमंत सोरेन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह पहली मुलाकात है. पीएम मोदी से प्रधानमंत्री कार्यालय में उनकी मुलाकात के बारे में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने झारखंड की बेहतरी और विकास के लिए नीतियों और रणनीतिक कदमों पर चर्चा की.

पीएमओ ने भी मुलाकात के बाद ‘एक्स’ पर किया पोस्ट

मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया गया. इसमें कहा गया कि झरखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की.

राज्य में अनुबंध कर्मियों के नियमितिकरण का मुद्दा को लेकर बाबूलाल मरांडी ने सरकार को घेरा, कहा सरकार वादा कर खामोश हैं

झारखण्ड डेस्क 

रांची। झारखंड में अनुबंधित कर्मचारियों का नियमितिकरण एक बड़ा मुद्दा है. पूरे पांच साल तक अनुबंधित कर्मचारियों का दिन आंदोलन प्रदर्शन में गुजरा हैं.अब इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्मा गयी है. भाजपा लगातार हेमंत सोरेन के पुराने VIDEO को पोस्ट कर अनुबंधकर्मियों का हितैषी खुद को साबित करने में लगी हुई है. 

भाजपा के सभा में युवाओं और कर्मचारियों का जिक्र जरूर हो रहा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार फिर संकल्प सभा में अनुंबंधकर्मियों के नियमितिकरण और सहायक पुलिसकर्मियों के मुद्दे पर सरकार की खामोशी पर निशाना साधा.

बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सोरेन ने आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायक पुलिसकर्मियों और राज्य के अनुबंधकर्मियों के समक्ष लंबे चौड़े वादे किए थे, लेकिन आज हेमंत इनकी तरफ देख भी नहीं रहे. सरकार के द्वारा आंदोलनरत कर्मियों के उपर लाठियां भांजी जा रही है। राज्य में कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति और बेलगाम आपराधिक घटनाएं होने के कारण रोजगार के नए अवसर सृजित नहीं हो रहे. भारतीय जनता पार्टी प्रदेश की शांति, सुरक्षा और विकास के लिए कांग्रेस झामुमो की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए संकल्पित है.

ढ़ाई लाख कर्मचारी अनुबंध पर झारखंड में अनुबंधकर्मयों को नियमित करने की राह उतनी आसान नहीं है. जानकारी के मुताबिक जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक में करीब 2 लाख 28 हजार कर्मी अनुबंध पर हैं.

 अनुबंध पर काम करने वालों की संख्या स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास विभाग में सर्वाधिक है. वहीं होमगार्ड से लेकर पुलिस विभाग में भी अनुबंध पर कर्मचारी काम कर रहे हैं.

 झारखंड में दैनिक पारिश्रमिकों के नियमितीकरण के लिए पूर्व में कर्नाटक सरकार और अन्य बनाम उमा देवी के अलावा 10.04. 2006 को पारित आदेश की तिथि को आधार माना गया है. इस तिथि के पूर्व न्यायालयों अथवा न्यायाधिकरण के द्वारा पारित आदेश से आच्छादित मामलों को छोड़कर सृजित पदों के विरुद्ध कार्यरत एवं कम से कम 10 वर्षों की लगातार सेवा करने वाले और नियमित रूप से नियुक्त कर्मियों की सेवा नियमितीकरण पर विचार किया जाने का प्रावधान रखा था. 

बाद में इसे संशोधित करते हुए सर्वोच्च न्यायालय में दायर नरेंद्र कुमार तिवारी एवं अन्य बनाम झारखंड राज्य एवं अन्य में दिनांक 01.08. 2018 को पारित न्यायादेश के आलोक में सरकार ने इसे संशोधन किया था. Also Read - "इंदिरा भी झुकी थीं , हेमंत भी झुकेंगे" हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद भाजपा ने हेमंत सरकार को लिया निशाने पर, कहा..अंत का आगाज ऐसे ही होता है.. कार्मिक विभाग द्वारा 20.06.19 को जारी अधिसूचना के अनुसार न्यायादेश की तिथि आधार मानते हुए सृजित पदों के विरुद्ध कार्य एवं कम से कम 10 वर्षों की लगातार सेवा करने वाले और नियमित रूप से नियुक्त कर्मियों की सेवा नियमितीकरण पर विचार किया जा सकेगा. 

इसके अलावे मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदित सूची के आधार पर उम्मीदवारों की सेवा नियमितीकरण की कार्रवाई नियुक्ति प्राधिकार द्वारा की जाएगी. 10 वर्षों की लगातार सेवा पूरी करने वाले वैसे सभी अनियमित रूप से नियुक्त एवं कार्यरत जो 'झारखंड सरकार के अधीनस्थ अनियमित रूप से नियुक्त एवं कार्यरत कर्मियों की सेवा नियमितीकरण नियमावली 2015' में निर्धारित अन्य सभी शर्तों को पूरा करते हों कि सेवा के नियमितीकरण पर विचार कर लिए जाने तक यह नियमावली प्रभावी माना जाएगा.