ओमान के पास समंदर में तेल टैंकर पलटा, 13 भारतीयों समेत 16 लापता

#13_indians_among_16_crew_members_missing_after_oil_tanker_sinks_off_oman 

ओमान के पास एक तेल टैंकर समुद्र में पलट गया है। इसके चालक दल के 16 सदस्य लापता हैं, जिसमें 13 लोग भारतीय हैं।देश के समुद्री सुरक्षा केंद्र ने तेल टैंकर डूबने की सूचना के एक दिन बाद मंगलवार को कहा है कि अभी तक लापता लोगों का पता नहीं लगा है।उन्हें खोजने की कोशिश की जा रही है। इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन भी लॉन्च किया गया है।

ओमानी सेंटर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, प्रेस्टीज फाल्कन के चालक दल में 13 भारतीय नागरिक और तीन श्रीलंकाई शामिल थे। केंद्र ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि जहाज डूबा हुआ है और उल्टा है। इससे यह पुष्टि नहीं हुई कि जहाज स्थिर हो गया था या तेल या तेल उत्पाद समुद्र में लीक हो रहे थे।

समुद्री सुरक्षा केंद्र के मुताबिक, प्रेस्टीज फाल्कन नाम का तेल टैंकर दुबई के हमरिया पोर्ट से रवाना हुआ था। इस पर कोमोरोस का झंडा लगा हुआ था। यह यमन के अदन पोर्ट जा रहा था। डुक्म के पोर्ट टाउन के पास रास मद्रकाह से करीब 46 किमी दूर दक्षिण-पूर्व में तेल टैंकर पलट गया। क्रू मेंबर्स की तलाश में दो दिनों से सर्च और रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।

वहीं भारतीय क्रू सदस्यों को ढूंढने के लिए इंडियन नेवी ने अपने युद्धपोत आईएनएस तेग और निगरानी के लिए एयरक्राफ्ट पी-8I भेजा है। वॉरशिप ओमानी वेसल्स के साथ अदन पोर्ट के पास सर्च ऑपरेशन में शामिल है। 15 जुलाई को मामले की सूचना मिलने के तुरंत बाद भारतीय नौसेना ने युद्धपोत को ओमान के लिए भेज दिया था।

नीति आयोग की नई टीम का ऐलान, शाह-राजनाथ सहित 15 केंद्रीय मंत्री सदस्य, शिवराज और नड्डा को भी मिली जगह

#nda_government_reconstituted_niti_aayog 

केंद्र की मोदी सरकार ने नीति आयोग का पुनर्गठन किया है। नई सरकार बनने और मंत्रिपरिषद में कुछ नए मंत्रियों को जगह मिलने के बाद आयोग का पुनर्गठन किया गया है। आयोग के उपाध्यक्ष और पूर्णकालिक सदस्यों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आयोग के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। इसमें चार पूर्णकालिक सदस्यों के अलावा भाजपा और एनडीए के सहयोगी दलों के 15 केंद्रीय मंत्रियों को पदेन सदस्य या विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान को आयोग का पदेन सदस्य और स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

राष्ट्रपति भवन की तरफ से मंगलवार की देर रात इससे जुड़ा नोटिफिकेशन जारी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयोग के अध्यक्ष और इकोनॉमिस्ट सुमन के बेरी उपाध्यक्ष बने रहेंगे। इसके अलावा साइंटिस्ट वी के सारस्वत, एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट रमेश चंद, बाल रोग विशेषज्ञ वी के पॉल और मैक्रो-इकोनॉमिस्ट अरविंद विरमानी पूर्णकालिक सदस्य बने रहेंगे। 

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चार पदेन सदस्य होंगे। सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, भारी उद्योग मंत्री एच डी कुमारस्वामी और एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी नीति आयोग में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं।

इनके अलावा विशेष आमंत्रित सदस्यों में पंचायती राज मंत्री लल्लन सिंह, सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार, नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार राव इंद्रजीत सिंह शामिल हैं।

फिर टारगेट पर ट्रंप! रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के पास चाकू लेकर घूम रहा था शख्स,यूएस पुलिस ने किया ढेर

#trump_narrowly_escaped_again_a_man_was_waving_a_knife_outside_the_convention_center

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के दो दिन बाद सोमवार रात को रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में नजर आए। इस दौरान उनके दाहिने कान पर सफेद पट्टी बंधी हुई थी। उनकी पार्टी का यह राष्ट्रीय सम्मेलन विस्कॉन्सिन राज्य के मिलवाउकी शहर स्थित फिसर्व फोरम में आयोजित किया गया था। यहां पुलिस ने कन्वेंशन के पास चाकू लेकर घूम रहे एक शख्स को गोली से उड़ा दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस व्यक्ति को पुलिसकर्मियों ने गोलियों का निशाना बनाया, वह चाकू लेकर झगड़ा कर रहा था। जिस पर पांच पुलिसकर्मियों ने उसे गोली मार दी। 

मिल्वौकी में चल रहे रिपब्लिकन पार्टी के नेशनल कन्वेंशन में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद हैं। ट्रंप पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ था, जिसके बाद रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मिल्वौकी के प्रमुख जेफरी नॉर्मन ने एक समाचार सम्मेलन में कहा कि कोलंबस, ओहियो पुलिस विभाग के पांच सदस्यों ने उस शख्स पर गोली चलाई, जिसके दोनों हाथों में चाकू था। उसने पुलिस के आदेशों को मानने से इनकार कर दिया और पुलिसके गोली चलाने से पहले एक निहत्थे आदमी पर हमला कर दिया।

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक मारा गया संदिग्ध एक बेघर इंसान था, जो मानसिक रूप से परेशान था। मौके पर मौजूद गवाहों ने आठ गोलियां चलने की आवाज सुनी और कुछ ने कहा कि उस शख्स को पीठ में गोली मारी गई क्योंकि वह सुरक्षा बलों से भागने का प्रयास कर रहा था।

बता दें कि इस कन्वेंशन में ही पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर आधिकारिक मुहर लगी। साथ ही इस कन्वेंशन में उपराष्ट्रपति पद के लिए पार्टी की तरफ से जेडी वैंस के नाम पर भी सहमति बनी। 

वहीं, इस घटना के बाद एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इससे पहले ट्रंप (78) पर शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान 20 वर्षीय एक हमलावर ने कई गोलियां चलाईं थीं। इस हमले में वह जख्मी हो गए और उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से पर चोट आई थी।

फिर टारगेट पर ट्रंप! रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के पास चाकू लेकर घूम रहा था शख्स,यूएस पुलिस ने किया ढेर

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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के दो दिन बाद सोमवार रात को रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में नजर आए। इस दौरान उनके दाहिने कान पर सफेद पट्टी बंधी हुई थी। उनकी पार्टी का यह राष्ट्रीय सम्मेलन विस्कॉन्सिन राज्य के मिलवाउकी शहर स्थित फिसर्व फोरम में आयोजित किया गया था। यहां पुलिस ने कन्वेंशन के पास चाकू लेकर घूम रहे एक शख्स को गोली से उड़ा दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस व्यक्ति को पुलिसकर्मियों ने गोलियों का निशाना बनाया, वह चाकू लेकर झगड़ा कर रहा था। जिस पर पांच पुलिसकर्मियों ने उसे गोली मार दी। 

मिल्वौकी में चल रहे रिपब्लिकन पार्टी के नेशनल कन्वेंशन में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद हैं। ट्रंप पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ था, जिसके बाद रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मिल्वौकी के प्रमुख जेफरी नॉर्मन ने एक समाचार सम्मेलन में कहा कि कोलंबस, ओहियो पुलिस विभाग के पांच सदस्यों ने उस शख्स पर गोली चलाई, जिसके दोनों हाथों में चाकू था। उसने पुलिस के आदेशों को मानने से इनकार कर दिया और पुलिसके गोली चलाने से पहले एक निहत्थे आदमी पर हमला कर दिया।

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक मारा गया संदिग्ध एक बेघर इंसान था, जो मानसिक रूप से परेशान था। मौके पर मौजूद गवाहों ने आठ गोलियां चलने की आवाज सुनी और कुछ ने कहा कि उस शख्स को पीठ में गोली मारी गई क्योंकि वह सुरक्षा बलों से भागने का प्रयास कर रहा था।

बता दें कि इस कन्वेंशन में ही पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर आधिकारिक मुहर लगी। साथ ही इस कन्वेंशन में उपराष्ट्रपति पद के लिए पार्टी की तरफ से जेडी वैंस के नाम पर भी सहमति बनी। 

वहीं, इस घटना के बाद एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इससे पहले ट्रंप (78) पर शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान 20 वर्षीय एक हमलावर ने कई गोलियां चलाईं थीं। इस हमले में वह जख्मी हो गए और उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से पर चोट आई थी।

क्या ईरान ने रची डोनाल्ड ट्रंप के हमले की साजिश, यूएस सीक्रेट सर्विस का सनसनीखेज खुलासा

#iran_plot_to_assassinate_trump

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को एक चुनावी सभा में हमला हुआ था। डोनाल्ड ट्रंप पर पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली के दौरान हुए जानलेवा हमले में अब ईरान का एंगल सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि ईरान जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेना चाहता है, इसलिए वह ट्रंप पर जानलेवा हमले की साजिश रच रहा है।

सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले से जुड़े कई लोगों ने बताया कि इस बात का कोई संकेत नहीं है कि थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने शनिवार को पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की हत्या की जो कोशिश की थी, वह इस साजिश से जुड़ा था। क्रुक्स ने ट्रंप पर गोली दागी थी और बाद में सीक्रेट सर्विस के जवानों से उसे मौके पर ही गोली मारकर ढेर करने में कामयाबी हासिल की थी। अमेरिकी अधिकारियों को हाल के हफ्तों में ईरान की ओर से ट्रंप की हत्या की साजिश रचने से जुड़ी जानकारी मिली थी। इस कारण अमेरिकी सीक्रेस सर्विस ने ट्रंप के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी। 

सीएनएन के मुताबिक, ट्रंप का चुनाव प्रचार देख रही उनकी टीम सीक्रेट सर्विस को शनिवार की रैली से पहले खतरे के बारे में पता चल गया था। एक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारी ने CNN को बताया, सीक्रेट सर्विस और ट्रंप अभियान को शनिवार की रैली से पहले खतरे के बारे में पता चल गया था। अधिकारी ने सीएनएन को बताया, सीक्रेट सर्विस को इस खतरे के बारे में पता चला। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) ने सीधे यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस यानी यूएसएसएस से वरिष्ठ स्तर पर संपर्क किया और अधिकारियों को खतरे की जानकारी दी गई। बढ़ते खतरे को देखते हुए सीक्रेट सर्विस ने शनिवार से पहले ही पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की सुरक्षा के लिए संसाधनों और परिसंपत्तियों को बढ़ा दिया था।

अबू सबसे बड़ा सवाल ये है कि खुफिया सूचना के बाद ट्रंप की बढ़ाई गई सुरक्षा के बावजूद कैस उन पर इतना घातक हमला हो गया। यह सूचना शनिवार को पेंसिल्वेनिया में हुई रैली में सुरक्षा चूक के बारे में नए सवाल खड़े करती है। कैसे एक 20 साल का शख्स ट्रंप की रैली के पास की छत पर पहुंचकर गोलियां चलाने में कामयाब रहा, जिससे पूर्व राष्ट्रपति घायल हो गए।

बता दें कि इजरायल के साथ अमेरिका को भी ईरान अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। ट्रंप समेत अन्य रिपब्लिकन ईरान के खिलाफ आक्रामक रहे हैं। इसी कारण लंबे समय वह इसके निशाने पर रहे हैं। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ भी ईरानी हत्या की साजिश का निशाना बने थे।

India

Shocking Details in #Nandyal Rape Case

Shocking Details in Rape Case Nandyal district (Andrapradesh) three boys inspire raped 9 years girl
Shocking Details in #Nandyal Rape Case
बजट से पहले हुई हलवा सेरेमनी, वित्त मंत्री ने कराया सभी का मुंह मीठा, जानें क्या है ये परंपरा*
#halwa_ceremony_before_union_budget_2024
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज केंद्रीय बजट 2024 के लिए 'हलवा सेरेमनी' में हिस्सा लिया। यह रस्म बजट बनाने की प्रक्रिया के अंतिम चरण का प्रतीक है। वित्त मंत्री ने बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल पूरी टीम को हलवा खिलाकर मुंह मीठा कराया। हर साल बजट बनाने की प्रक्रिया 'लॉक-इन' में जाने से पहले यह रस्म निभाई जाती है। देश का बजट पेश होने में एक हफ्ते का समय रह गया है। इस बार व‍ित्‍त मंत्री न‍िर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार देश का बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट है। इससे पहले व‍ित्‍त मंत्री ने 1 फरवरी 2024 को दूसरे कार्यकाल का अंतर‍िम बजट पेश क‍िया था। साल 2024 के लिए बजट तैयार होने की प्रक्र‍िया के अंतिम चरण में मंगलवार को वित्त मंत्रालय यानी नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया। हलवा समारोह को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में नॉर्थ ब्लॉक में आयोज‍ित क‍िया गया। हलवा सेरेमनी में वित्त मंत्रालय के कई अधिकारी भी शामिल हुए। वित्त मंत्री ने खुद अपने हाथों से मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हलवा बांटा।हलवा सेरेमनी को बजट की अंतिम तैयारियों की शुरुआत माना जाता है। इसलिए बजट के कामकाज से जुड़े अधिकारी सख्त निगरानी में रहते हैं, ताकि कोई जानकारी लीक ना हो।वहीं वित्त मंत्री को भी सख्त नियमों का पालन करना होता है। *वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक का दफ्तर बंकर में तब्दील* हलवा सेरेमनी के बाद वित्त मंत्रालय का नॉर्थ ब्लॉक का दफ्तर एक बंकर में तब्दील हो जाता है। यहां काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को ना तो फोन पर बात करने की परमिशन होती है, ना ही वह अपने घर पर कॉल कर सकते हैं और ना ही मोबाइल रख सकते हैं। इतना ही नहीं किसी को भी दफ्तर परिसर से बाहर आने-जाने की भी इजाजत नहीं होती। *बजट पेश होने के बाद ही कोई भी घर जाएगा* अब बजट की तैयारियों में लगे अधिकारी और कर्मचारी यहां तब तक रहेंगे, जब तक कि वित्त मंत्री का संसद में बजट भाषण पूरा नहीं हो जाता। बजट पेश होने के बाद ही वह अपने घर जा सकेंगे। यानी अब ये सभी लोग 23 जुलाई के बाद ही यहां से बाहर जा सकते हैं। सिर्फ किसी बहुत इमरजेंसी की हालत में ही उन्हें घर जाने की अनुमति मिल सकती है, लेकिन उसके लिए भी काफी सख्त निगरानी रखी जाती है। इस बीच अधिकारी या कर्मचारियों को अपने घर पर बात भी करनी होती है, तो वह हाई सिक्योरिटी लैंडलाइन से ही होती है। *कब से चल रही ये परंपरा?* हलवा सेरेमनी की परंपरा आजादी से पहले से चली आ रही है। हलवा सेरेमनी का आयोजन बजट पेश करने की सभी तैयारियां पूरी होने के बाद किया जाता है। इस दौरान व‍ित्‍त मंत्री के अलावा वित्त मंत्रालय के अध‍िकारी और कर्मचारी मौजूद रहते हैं। परंपरा के अनुसार हलवा सेरेमनी का आयोजन नॉर्थ ब्लॉक के नीचे बेसमेंट में बजट प्रेस में क‍िया जाता है। हलवा बनने के बाद बजट की छपाई शुरू होती है। ज‍िस दिन हलवा सेरेमनी के दौरान हलवा बांटा जाता है, उसके बाद बजट प्रकाश‍ित करने वाले कर्मचारी और अधिकारी वहीं पर रहते हैं।
‘परमाणु हथियार हासिल करने वाला पहला इस्लामिक देश हो सकता है ब्रिटेन’, यूएस के उपराष्ट्रपति कैंड‍िडेट जेडी वेंस ने ऐसा क्यों कहा?
#america_vice_president_jd_vance_talks_says_britain_is_the_first_islamist_country_for_weapon
डोनाल्ड ट्रंप के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस ने ब्रिटेन की नई सरकार पर तंज कसा है। जेडी वेंस का कहना है कि लेबर पार्टी के चुनाव जीतने के बाद ब्रिटेन 'वास्तव में पहला इस्लामिक देश बन सकता है जो परमाणु हथियार हासिल करने में कामयाब हो सकता है।जेडी वेंसने अमेरिकी कंजर्वेटिव्स के एक सम्मेलन में ये टिप्पणी की।

जेडी वेंस का यह तंज ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी के ल‍िए था। दरअसल, मई में लैमी ने वेंस को अपना मित्र बताया था। बेंस के साथ अपने गरीबी भरे बचपन की तुलना की थी और उनके साथ रिश्ते सुधारने की उम्‍मीद जताई थी। लेकिन ब्रिटेन में लेबर पार्टी के सत्‍ता में आने पर जो बदलाव होने वाले हैं, उन्‍हें लेकर उन्‍होंने लैमी पर तंज कसा।

द गार्डियन के मुताबिक, वेंस ने कहा, ‘मुझे ब्रिटेन को हराना है। इस महीने की शुरुआत में वेंस परमाणु प्रसार के बारे में एक दोस्त के साथ बात कर रहे थे। दोनों इस बारे में चर्चा कर रहे थे क‍ि परमाणु बमों का प्रसार दुनिया के सबसे बड़े खतरों में से एक है। लेकिन बाइडन प्रशासन को इसकी परवाह नहीं है।

वेंस ने कहा था, पहला सच्चा इस्लामी देश कौन सा है जिसे परमाणु हथियार मिलेगा? शायद यह ईरान है, शायद पाकिस्तान तो नहीं है वेंस ने आगे कहा, शायद यह वास्तव में  ब्रिटेन है क्योंकि ब्रिटेन में लेबर ने हाल ही में सत्ता संभाली है।

ट्रंप ने ओहायो के सीनेटर जेम्स डेविड वेंस (39) को रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना। वेंस 2022 में पहली बार ओहायो से सीनेटर चुने गए थे। बता दें कि 39 साल के जेडी साल 2016 में अपने संस्मरण हिलबिली एलेजी के पब्लिश होने के बाद  चर्चा में आए थे। उन्हें साल 2022 में सीनेट के तौर पर चुना गया था, वेंस 2016 में ट्रंप के कट्टर आलोचक थे। हालांकि, अब वह ट्रंप के सबसे बड़े समर्थकों में से एक हैं।
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नीट पेपर लीक मामले में अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी, पेपर चुराने और डिस्ट्रीब्यूट करने वालों पर कसा सीबीआई का शिकंजा

#cbi_made_two_big_arrests_in_neet_case_papers 

नीट पेपर लीक मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। नीट एग्जाम का पेपर चोरी करने वाले शख्स को पटना से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में उसका एक साथी भी पकड़ा गया है। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने ये गिरफ्तारी की है। नीट पेपर चोरी करने वाले जिन दो लोगों को पकड़ा गया है, उनके नाम पंकज कुमार और राजू सिंह बताया जा रहा है। 

सीबीआई ने बिहार की राजधानी पटना से पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया, साथ ही इसके अलावा झारखंड के हजारीबाग से राजू सिंह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक, पंकज ने हजारीबाग में बक्से से पेपर चोरी करके आगे बांटा था। वहीं, राजू सिंह ने पेपर को आगे डिस्ट्रीब्यूट करने में मदद की थी।

आरोप हैं कि मुख्य आरोपी ने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी के ट्रंक से कथित तौर पर पेपर चुराया था। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा में लीक, नकल और अन्य अनियमितताओं से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या अब 14 हो गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, पंकज सिविल इंजीनियर है और झारखंड के बोकारो का रहने वाला है। इसी ने हजारीबाग से ट्रंक से पेपर चोरी किया था और आगे बांटा था, जबकि पेपर आगे बांटने में की मदद राजू सिंह नाम के शख्स ने की थी। पंकज पेपर चोरी करने में मास्टरमाइंड है।

इससे पहले हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य और कथित तौर पर नीट परीक्षार्थियों को ठहरने के लिए वह फ्लैट उपलब्ध कराने वाले दो व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया था, जहां से बिहार पुलिस ने जले हुए प्रश्नपत्र बरामद किए थे। बता दे कि सीबीआई ने इस मामले में छह प्राथमिकी दर्ज की है। बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्न पत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात और राजस्थान में दर्ज प्राथमिकी परीक्षार्थी के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।