नीट पेपर लीक मामले में अब तक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी, पेपर चुराने और डिस्ट्रीब्यूट करने वालों पर कसा सीबीआई का शिकंजा
#cbi_made_two_big_arrests_in_neet_case_papers
नीट पेपर लीक मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। नीट एग्जाम का पेपर चोरी करने वाले शख्स को पटना से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में उसका एक साथी भी पकड़ा गया है। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने ये गिरफ्तारी की है। नीट पेपर चोरी करने वाले जिन दो लोगों को पकड़ा गया है, उनके नाम पंकज कुमार और राजू सिंह बताया जा रहा है।
सीबीआई ने बिहार की राजधानी पटना से पंकज कुमार उर्फ आदित्य को गिरफ्तार किया, साथ ही इसके अलावा झारखंड के हजारीबाग से राजू सिंह नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक, पंकज ने हजारीबाग में बक्से से पेपर चोरी करके आगे बांटा था। वहीं, राजू सिंह ने पेपर को आगे डिस्ट्रीब्यूट करने में मदद की थी।
आरोप हैं कि मुख्य आरोपी ने झारखंड के हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी के ट्रंक से कथित तौर पर पेपर चुराया था। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इन दो गिरफ्तारियों के साथ ही मेडिकल प्रवेश परीक्षा में लीक, नकल और अन्य अनियमितताओं से संबंधित मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या अब 14 हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पंकज सिविल इंजीनियर है और झारखंड के बोकारो का रहने वाला है। इसी ने हजारीबाग से ट्रंक से पेपर चोरी किया था और आगे बांटा था, जबकि पेपर आगे बांटने में की मदद राजू सिंह नाम के शख्स ने की थी। पंकज पेपर चोरी करने में मास्टरमाइंड है।
इससे पहले हजारीबाग में स्थित ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य और कथित तौर पर नीट परीक्षार्थियों को ठहरने के लिए वह फ्लैट उपलब्ध कराने वाले दो व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया था, जहां से बिहार पुलिस ने जले हुए प्रश्नपत्र बरामद किए थे। बता दे कि सीबीआई ने इस मामले में छह प्राथमिकी दर्ज की है। बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्न पत्र लीक होने से संबंधित है, जबकि गुजरात और राजस्थान में दर्ज प्राथमिकी परीक्षार्थी के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।


 
						
 
 





 उत्तराखंड के बागेश्वर में सुंदरढूंगा ग्लेशियर पर 5,000 मीटर की ऊंचाई पर एक बाबा ने गजब कारनाम दिखाया है। देवी के नाम का इस्तेमाल कर सरकारी जमीन पर गैर-कानूनी तरीके से मंदिर बना लिया है। वहां बने पवित्र जल कुंड को स्वीमिंग पूल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।इस बाबा का नाम योगी चैतन्य आकाश है। उन्होंने दावा किया कि देवी भगवती उनके सपने में आई थीं और पहाड़ों पर 5,000 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर पर्यावरण के प्रति संवेदनशील स्थान पर मंदिर बनाने का आदेश दिया था। अब इस मामले को लेकर माहौल गरमा गया है। स्थानीय लोग इस स्वयंभू बाबा और मंदिर के विरोध में उतर आए हैं।
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   बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चीन के बजाय भारत को 1 बिलियन डॉलर की नदी विकास परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए प्राथमिकता दी है। बांग्लादेश ने तीस्ता नदी से जुड़े अहम प्रोजेक्ट के लिए चीन नहीं, भारत को चुना है। पीएम शेख हसीना ने घोषणा की है कि एक बिलियन डॉलर के इस प्रोजेक्ट को भारत पूरा करेगा।हसीना ने घोषणा की है कि पड़ोसी देश होने के नाते भारत को इस परियोजना पर अधिकार है और वह चाहेंगी कि वह ही इस परियोजना को क्रियान्वित करे।
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   उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के बाद, हिंदू सनातन धर्म के साधु संतों का सर्वोच्च संगठन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद सक्रिय हो गया है। परिषद ने 13 महामंडलेश्वरों एवं संतों को अनुशासन के उल्लंघन की वजह से संत समाज से बाहर निकालने का फैसला लिया है। साथ ही, 112 अन्य साधु संतों को नोटिस जारी कर 30 सितंबर तक लिखित जवाब देने के लिए कहा गया है। अगर संत संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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Jul 16 2024, 19:01
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