*उद्यान विभाग की नर्सरी में 1000 पौधे हो रहे बर्बाद*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही ।‌उद्यान विभाग की नर्सरी में एक हजार से ज्यादा पौधे बर्बाद हो रहे हैं। उसकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। जबकि उद्यान विभाग हर साल लाखों पौधे रोपकर सुरक्षा का दावा करता है। जिसको लेकर अधिकारी अनजान बने हुए हैं। जिले में वन विभाग की ओर से 12 लाख और उद्यान विभाग की ओर से 66 हजार पौधों लगाने का लक्ष्य है। जिसके लिए दोनों विभागों की नर्सरी में फलदार, छायादार पौधों की नर्सरी की तैयारी की जा रही है। हर साल जिले में बड़ों स्तर पर पौधारोपण अभियान भी आयोजित किया जाता है। लेकिन पौधों की सुरक्षा न होने के कारण उसमें 20 से 25 फीसदी ही बच पाते हैं। विभाग हर साल लगाए जाने वाले पौधे की सुरक्षा व्यवस्था का दावा जरुर करता है। लेकिन क्षतिग्रस्त ट्री गार्ड और देखरेख न होने से पौधे सुरिक्षत नहीं रह पाते हैं। दूसरी तरफ वन विभाग की नर्सरी में ही तैयार किए जा रहे पौधे सुरिक्षत नहीं रख पा रहा है। सरपतहां स्थित ज्ञानपुर रेंज कार्यालय में करीब 600 से 700 पौधों की नर्सरी देखरेख न होने के कारण सूख चुके हैं। इन दिनों नर्सरी की सफाई हो रही है। इस कारण खराब पौधे छांटकर अलग किए गए हैं। ममता यादव जिला उद्यान अधिकारी
*हरी सब्जियों के दाम छू रहे आसमान* *हरी धनिया और लहसुन के दाम में बेतहाशा वृद्धि*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। इस साल प्रकृति की मार का असर आम आदमी की थाली पर देखने को मिल रहा है। पहले गर्मी व लू के कारण सब्जियों के दामों में आग लगी थी। अब बारिश के कारण महंगाई चरम पर है। इसके कारण आम से पौष्टिक भोजन गायब हैं। हरि सब्जियों के दामों में कमी लाने को दूसरे प्रांतों से उसे मंगाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। ज्ञानपुर के सब्जी विक्रेता गुलाब यादव ने बताया कि इन दिनों आलू 35 रुपए किलो, प्याज 50 रुपए, टमाटर 80 ,लाल आलू 40 रुपए, अदरक दो सौ रुपए, लहसून दो सौ,भिडी 50 रुपए, नेनुआ 30 रुपए,लौकी 40, मूली 60 हरी धनिया तीन सौ रुपए,खीरा 40 रुपए, गाजर 80 रुपए, शिमला मिर्च 170 रुपए, बैंगन 40 रुपए किलो बिक रहा है। बताया कि मंडी में अधिक दाम पर सब्जियों को खरीदा जा रहा है। एक दिन में न बिकने पर वह बारिश के कारण खराब हो जा रही है।
*बारिश में कभी भी गिर सकते हैं 19 स्कूलों के जर्जर भवन*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के परिषदीय स्कूलों में पठन - पाठन का काम चल रहा है। साथ ही मानसून की आमद हो गई है। ऐसे में बच्चों के माता-पिता की चिंताएं बढ़ गई है। कालीन नगरी में 19 स्कूलों के भवन जर्जर हालात में पड़े हैं। उन्हें ध्वस्त कर नया बनाने की प्रक्रिया नीलामी समेत अन्य कारणों से अटकी हुई है। इन भवनों में बच्चों को पढ़ाया जाता है। ऐसे में बड़े हादसों से इनकार नहीं किया जा सकता है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि भवनों को चिन्हित कर लिया गया है। उसकी नीलामी कराकर ध्वस्त का काम होगा।
*उल्टी, पेट दर्द संग टाइफाइड के बढ़े मरीज*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मौसम की बेरुखी से मरीजों में अचानक वृद्धि हो गई है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में रात में भी पेट दर्द, उल्टी, दस्त, हृदय और सुगर रोगी इलाज को आते रहे। इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे रहे मरीजों को इंजेक्शन लगाने के साथ पानी चढ़ाने के लिए वार्ड में भर्ती होते रहे। इन दिनों मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है। मंगलवार को चिलचिलाती धूप में पड़ते ही लोगों के सिर में दर्द होने लग रहा है। सुबह आसमान में मेघ का काब्जा बना तो थोड़ा राहत था। दस बजे के बाद धूप ने रौंद्र रुप धारण कर लिया। फिर क्या था घर से बाहर लोग धूप में पड़ते ही व्याकूल हो जा रहे थे। चिपचिपी गर्मी संग धूप का प्रकोप लोगों को बीमार कर दे रहा। जिला अस्पताल में दोपहर 12 बजे तक दो दर्जन से ज्यादा मरीज इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे। इसमें उल्टी,पेट दर्द, हृदय रोगी और बुखार से पीड़ित मरीज पहुंचे। वार्ड में उपस्थित चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी इंजेक्शन लगाने के साथ पानी चढ़ाने नजर आए।



जिला अस्पताल के वरिष्ठ फीजिशियन डॉक्टर प्रदीप कुमार ने बताया कि इन दिनों बच्चों और वृद्धों की सेहत का खास ख्याल रखना होगा। मच्छरों का प्रकोप बारिश से बढ़ गया है। ऐसे में सर्दी, बुखार और टाइफाइड बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। बीमारी से बचाव को खास एहतियात बरतना जरूरी है। आम तौर पर गर्मी और बारिश बच्चे इस बीमारी की चपेट में फंसते हैं। जिस स्थान पर गंदगी होता है। यहां संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही पानी दूषित होने से टाइफाइड का संक्रामक हो सकता है। टाइफाइड के बैक्टीरिया मानव शरीर की ब्लड काफी तेजी से फैलता है।
*शहर और गांवों से निकाले जाएंगे 450 ताजिए*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। मुहर्रम पर जिलेभर में 450 ताजिया निकलेंगे। ये देर शाम कर्बला ठंडे किए जाएंगे। पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस एवं प्रशासन ने तैयारी कर ली है। जिले को तीन जोन और 12 सेक्टरों में बांटने के साथ ही दो कंपनी पीएसी,700 से अधिक निरीक्षक,उप निरीक्षक, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई गई है। संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की जाएगी। सोनभद्र और मिर्जापुर से भी करीब 100 पुलिसकर्मी आए हैं। जिले की सात निकायों संग ग्रामीण क्षेत्रों में मुहर्रम मनाया जाता है। सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो शहर से लेकर गांव तक कुल 450 ताजिया निकाले जाएंगे। इसमें भदोही से ही अकेले 100 ताजिया निकलेंगे। भदोही संग, खमरिया, घोसिया, माधोसिंह, गोपीगंज में मुस्लिम बंधुओं की आबादी अधिक होने से 50 फीसदी से अधिक ताजिया यहीं से निकलते हैं। ऐसे में पुलिस एवं प्रशासन की ओर से इन नगरों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि भदोही, घोसिया, खमरियां, गोपीगंज में दो कंपनी पीएसी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। संवेदनशील स्थान होने से यहां ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जाएगी।



घोसिया - माधोसिंह इलाके में रहेगी विशेष नजर

मुहर्रम को लेकर पुलिस प्रशासन घोसिया और माधोसिंह में विशेष नजर रहेगी। पिछले दिनों वहां जुलुस निकालने जाने के समय फिलिस्तीन का झंडा लहराए जाने का मामला सामने आया था। ऐसे में पुलिस अलर्ट मोड़ में है। अपर पुलिस अधीक्षक डॉ तेजवीर सिंह ने बताया कि अवांछनीय तत्वों पर विशेष नजर रखी जा रही है। अगर किसी तरह से माहौल बिगाड़ने का प्रयास हुआ तो सख्ती की जाएगी।
*कल से चार महीने योगनिद्रा में जाएंगे भगवान विष्णु, नहीं होंगे मांगलिक कार्य* *बुधवार को देवशयनी एकादशी,तुलसी लगाने से यमदूत का भव्य होगा खत्म*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।हिंदू धर्म शास्त्रों में व्रत - त्यौहार का बहुत बड़ा महत्व है। इन्हीं से एक है हरिशयनी या देवशयनी एकादशी इस साल देवशयनी एकादशी 17 जुलाई यानी कल मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा में चले जाते हैं। जिससे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। इस दिन घर में तुलसी का पौधा लगाने से यमदूत का भव्य खत्म हो जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार हर माह की एकादशी तिथि के लिए दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। इसमें आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस तिथि को देवशयनी, हरिशयनी और एकादशी के रूप में मनाने की परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। देवशयनी एकादशी के बाद से समस्त मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है। भगवान अब कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर जागेंगे। इन चार महीनों में शादी,सगाई और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक काम नहीं होते हैं। सिर्फ पूजा - पाठ, उपासना और साधना ही की जाती है। देवयानी एकादशी के दिन विशेष व्रत उपवास रखकर भगवान विष्णु की प्रार्थना की जाती है। इस व्रत से विशेष फल की प्राप्त होता।



आचार्य शरद पांडेय ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 16 जुलाई यानी आज रात 8 बजकर 35 मिनट पर लगेंगी,जो 17 जुलाई यानी कल रात में 9 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। एकादशी को अनुराधा नक्षत्र यानी आज आधी रात के पश्चात 2 बजकर 14 मिनट से 17 जुलाई यानी कल आधी रात बाद तीन बजकर 13 मिनट तक रहेगा। एकादशी का व्रत कल रखा जाएगा। चातुर्मास की अवधि चार महीने होती है। इसी दिन चातुर्मास के यम नियम तथा संयम प्रारंभ होते हैं।
*न कूड़ा छांटा जा रहा न ही बन रही खाद* *एम‌आर‌एफ सेंटर सात में से पांच निकायों में बने हैं शोपीस,सभी निकायों को मिलाकर रोज निकल रहा 90 टन कूड़ा*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।अधिकारियों की अनभिज्ञता के चलते निकाय में बने मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर शोपीस बनकर रह गए हैं। जिले की सात निकायों में केवल एक निकाय में इसका इस्तेमाल हो पा रहा है। शेष किसी भी सेंटर पर न तो कूड़े अलग अलग किए जा रहे हैं और न ही खाद बनाने का काम हो रहा है। सातों निकायों में 90 टन कूड़ा योजना निकालता है। नगर से निकलने वाले कूड़ा योजना निकलता है।‌ नगर से निकलने वाले कूड़े निस्तारण के लिए निकायों में एम‌आर‌एफ सेंटर बनाए हैं। Street buzz News की टीम ने जिले की सातों निकायों में न‌ई बाजार को छोड़कर बनें एम‌आर‌एफ सेंटर की पड़ताल की। यहां की हकीकत अधिकारियों के दावों के वितरित है। सेंटरों पर कूड़े का ढेर जरूर लगा हुआ था, लेकिन कूड़ो को कितना अलग किया गया और कितनी खाद बनाई गई,यह बताने वाला कोई नहीं दिखा। एम‌आर‌एफ सेंटर पर सूखे व गीले कचरे एक ही स्थान पर डंप किए जा रहे हैं। गोपीगंज को छोड़ दिया जाए तो किसी भी सेंटर पर केयर टेकर तक नहीं दिखे। जिले की सात निकायों में भदोही और गोपीगंज नगर पालिका है। सुरियावां, ज्ञानपुर,घोसिया, खमरियां और न‌ई बाजार नगर पंचायत है। टीम 11.20 बजे गोपीगंज के गोपपुर में सेंटर पर पहुंची। मौके पर केयर टेकर अमित मिला। संचालन के बारे में पूछने पर बताया कि केवल कचरा अलग किया जाता है। घोसिया सेंटर पर 12 बजे तो खमरिया पर 2 बजे टीम पहुंची। एम‌आर‌एफ सेंटर पर अभी तक खाद बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। यहां केवल गीला सूखा कचरा अलग किया जाता है। घोसिया के ईओ कुमार गौरव ने बताया कि जमीन विवाद के चलते खाद निकालने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई गई थीं। यहां हाल खमरिया का है। ज्ञानपुर के सेंटर पर टीम एक बजे पहुंची यहां प्लास्टिक अलग करके रखा गया था। ईओ राजेन्द्र दूबे ने बताया कि सेंटर चल रहा है। सफाई कर्मचारियों को नाली सफाई करने व अन्य काम को लेकर बुलाया गया है।




ईओ का दावा ,चल रहे सेंटर



एम‌आर‌एफ सेंटर को लेकर सभी ईओ का दावा है कि सेंटर चल रहे हैं, लेकिन पड़ताल में हकीकत इससे विपरीत दिखी। भदोही का एम‌आर‌एफ सेंटर संचालित है। यहां करीब 50 कूंतल सूखा कचरा अलग किया गया है। ईओ धर्मराज सिंह ने बताया कि कोटेशन तैयार किया गया है। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया कर नीलामी की जाएगी। प्लास्टिक के बाॅटल, लोहा,कापर ,कापूस अलग-अलग रखे गए हैं। सुरियावां के ईओ शशिकांत तिवारी ने बताया कि एम‌आर एफ सेंटर चालू है। पांच सफाईकर्मी की ड्यूटी रोजाना लगाई गई है। पांच कुंतल कचर की छंटाई की जाती है। इसकी नीलामी की जाएगी। इसके अलावा खाद बनाने की प्रक्रिया अभी रुकी है। इसके लिए अभी गढ्ढे की खोदाई होनी है।
*पुरानी पेंशन बहाल को लेकर कलेक्ट्रेट पर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बुलंद की आवाज, डीएम को सौपा ज्ञापन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ।पुरानी पेंशन बहाल को लेकर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी व सदस्यों ने आज कलेक्ट्रेट पर अपनी मांग को लेकर आवाज बुलंद किया। कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला अधिकारी को सौपा। पुरानी पेंशन बहाल को लेकर कर्मचारियों ने आज मुख्यालय पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद किया और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग किया। इस दौरान कर्मचारियों द्वारा प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिए गए। जिसमें बताया गया कि पुरानी पेंशन को लेकर समस्त राज्य का कर्मचारी लगातार आंदोलन रत है। जिसके तहत प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक विभिन्न कार्यक्रम के तहत कर्मचारियों ने विरोध जताया। किंतु आज तक कर्मचारियों के हित में सरकार द्वारा कोई फैसला नहीं लिया गया। जिससे कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं । जिला अध्यक्ष धर्मराज यादव ने कहा कि लगातार कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाल को लेकर आंदोलन रत हैं और आगे भी रहेंगे। इस अवसर पर जिले के समस्त राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पदाधिकारी कार्यकर्ता एवं कर्मचारी गण मौजूद रहे।