बबीता डागर बनी सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष

विभू मिश्रा,गाजियाबाद। बबीता डागर को सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी महिला प्रकोष्ठ का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। ये घोषणा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव व सस्थापक सतेंद्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के अन्य पदाधिकारियों की भी घोषणा की गई।

श्यामवीर यादव को प्रदेश अध्यक्ष (व्यापार प्रकोष्ठ) नियुक्त किया गया, रोहित कसाना को प्रदेश सचिव (उत्तर प्रदेश), दिग्विजय सिंह कार्यवाहक जिला अध्यक्ष (गाजियाबाद) नियुक्त किया गया। इसके अलावा मुकेश शर्मा, गिरीश मिश्रा और महेश पांडेय को जिला उपाध्यक्ष (गाजियाबाद) के पद पर नियुक्त किए जाने की घोषणा की गई। रविंद्र कुमार को सचिव (साहिबाबाद विधानसभा) के पद पर नियुक्त किया गया।

प्रेस वार्ता के बाद पार्टी कार्यालय पर एक बैठक का भी आयोजन किया गया। जिसमें गाजियाबाद में होने वाले उपचुनाव के बारे में भी चर्चा की गई। अनिल सिन्हा, योगेंद्र राय, संतोष कुमार, रंजीत शर्मा, पवन सक्सैना, अनिल श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र पांडेय, अशोक शर्मा, अजय श्रीवास्तव, अनिल मिश्रा, सुजीत तिवारी, अवदेश कुमार, प्रभा शंकर सिंह, रामनरेश, दीपक प्रमुख, रजनीश द्विवेदी, पिंटू, यादव, कमल यादव, संजय पासवान, पन्ना लाल, गौरव कुमार, धीरेन्द्र सिंह भदौरिया, डी सी माथुर, अनिल दुबे, कन्हैया गिरी, आर पी शुक्ला, प्रमोद श्रीवास्तव, राधे श्याम, प्रदीप पाठक, राजेंद्र गौतम, दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव, अमित त्यागी, सिया राम यादव, श्यामवीर सिंह यादव, बी एल बत्रा, राजकुमारी, रमेश श्रीवास्तव, व्यास पांडेय, सुनील सिंह, रूपेश यादव, दीनानाथ मिश्रा, कृष्ण मोहन झा, सुशील राय, विजय सिंह, पी के सिंह, काशी नाथ, लक्ष्मण, सुबह गिरी, आर डी शर्मा सहित काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता इस दौरान उपस्थित रहे।

गाजियाबाद पुलिस की मुस्तैदी ने माहौल बिगड़ने से बचाया
विभू मिश्रा,गाजियाबाद । जनपद के मुरादनगर कस्बे की आदर्श कॉलोनी स्थित सुनहरी मस्जिद में एक धमकी भरा पत्र फेंके जाने से हड़कंप मच गया। नमाज के लिए मस्जिद पहुंचे लोगों ने यह पत्र देखा तो उनमें रोष फैल गया। कुछ ही देर में यह खबर पूरे कस्बे में फैल गई और मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने समझदारी से काम लेते हुए माहौल को बिगड़ने से बचा लिया। थाना प्रभारी मुकेश सोलंकी ने लोगों को जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत किया और तुंरत जांच में जुट गए।

पत्र में ‌लिखा हुआ कि मस्जिद से लाउड स्पीकर नहीं उतारे तो लाशें गिनने के लिए तैयार रहें। पत्र में किसी व्यक्ति या फिर संगठन का नाम नहीं दिया गया था। इसलिए आरोपी को तलाशना पुलिस के लिए मु‌श्किल टास्क था। लेकिन मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए पुलिस ने तत्काल मामले की जांच शुरू कर दी। मस्जिद के आसपास लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। आसपास रहने वालों लोगों से पूछताछ कर भी पर्चा फेंकने वाले का पता लगाने का प्रयास किया गया। अंततः सीसीटीवी फुटेज से ही मामले का समाधान निकल सका और पुलिस ने राहत की सांस ली।

एसीपी मसूरी नरेश कुमार ने बताया कि मुरादनगर थाना पुलिस ने एडवोकेट वसीम की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। मस्जिद के आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज से लक्ष्य त्यागी नाम के युवक की पहचान हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया लक्ष्य त्यागी मुरादनगर कस्बे का ही रहने वाला है।

*डीपीएस इंदिरापुरम में “करियर विस्ता” में जुटे विदेशी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि, साझा किए नई शिक्षा पर अपने विचार*

विभू मिश्रा

गाज़ियाबाद- डीपीएस इंदिरापुरम ने शनिवार को “करियर विस्ता” का शानदार आयोजन किया गया। जो अभिभावकों और छात्रों के लिए शिक्षा विशेषज्ञों से व्यक्तिगत और गहन जानकारी प्राप्त करने का एक बेहतरीन मंच साबित हुआ। इस कार्यक्रम में भारत और विदेशों के 20 से अधिक प्रमुख विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें लंदन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, आयरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी और कनाडा आदि शामिल हुए।

माता-पिता और छात्रों ने सीधे प्रतिनिधियों से बातचीत की और इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स, फाइनेंस, डेटा साइंस, सूचना प्रौद्योगिकी, उद्यमिता, न्यूरोसाइंस आदि जैसे उभरते और नवीन अध्ययन क्षेत्रों के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीपीएस इंदिरापुरम की प्रिंसिपल श्रीमती प्रिया जॉन ने कहा, इस शानदार कार्यक्रम का आयोजन करना हमारे लिए गर्व की बात हैं। शीर्ष विश्वविद्यालयों को एक ही छत के नीचे लाना और हमारे छात्रों को अपने भविष्य को आकार देने के लिए ज्ञान और अवसर प्रदान करने में मददगार साबित हुआ है। इस कार्यक्रम में एक हज़ार से अधिक छात्रों और माता-पिता ने भाग लिया और व्यापक सेशन की सराहना की।

गाजियाबाद: संपति विवाद में दो युवकों की गोली मारकर हत्या
गाजियाबाद। नंदग्राम थाना क्षेत्र के सहानी इलाके में बृहस्पतिवार देर रात दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक विकास और नवीन दोनों रिश्ते में साढ़ू हैं। दोनों की हत्या उनके ही साढू अनुज ने अपने साथी कुलदीप के साथ मिलकर की। पुलिस का कहना है कि मामला संपति विवाद का है। पुलिस ने दोनों आरोपित अनुज और कुलदीप को पकड़ लिया है।

पुलिस के मुताबिक बुलंदशहर के औरंगाबाद निवासी नवीन पुत्र राकेश और विकास पुत्र तेजवीर बृहस्पतिवार रात अपनी ससुराल नंदग्राम थानाक्षेत्र के सिहानी रोड आए थे। दोनों रिश्ते में साढ़ू हैं। ससुराल में उनका संपति को लेकर अपनी साढ़ू अनुज चौधरी पुत्र ओमवीर के साथ विवाद हो गया। इसी बीच अनुज ने अपने साथी कुलदीप के साथ मिलकर विकास और नवीन के गोली मार दी। विकास के गोली सीने के पास मारी जबकि नवीन के कमर में गोली मारी गई है। दोनों को घायल अवस्था में यशोदा अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान नवीन और विकास की मृत्यु हो गई। एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह का कहना है कि मामला संपति विवाद का लग रहा है। आरोपित अनुज चौधरी, कुलदीप और अनुज के पिता ओमवीर को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

गाजियाबाद: मुठभेड़ में दिल्ली का लुटेरा घायल, गिरफ्तार, तीन चोरी की मोबाइल और एक बाइक किया बरामद

गाजियाबाद। शालीमार गार्डन थाना पुलिस ने मुठभेड़ में दिल्ली-गाजियाबाद में सक्रिय एक शातिर लुटेरा गाेली लगने से घायल हाे गया। घायल लुटेरे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके कब्जे से एक तमंचा एक मोटरसाइकिल तथा तीन चोरी के मोबाइल बरामद हुए हैं।

एसीपी सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि शुक्रवार की अलसुबह थाना शालीमार गार्डन पुलिस टीम अपराधिक घटनाओं के दृष्टिगत ईएसआई अस्पताल के सामने शालीमार गार्डन की तरफ से आने वाले रास्ते पर चेकिंग कर रही थी। तभी मोटरसाइकिल पर सवार एक युवक कान्हा काम्प्लेक्स की तरफ से आता दिखाई दिया। जिसको पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो वो नहीं रुका और अपनी मोटरसाइकिल को पीछे की तरफ मोड़कर तेजी से भागने लगा। शक होने पर पुलिस ने पीछा किया। पुलिस टीम को अपने पीछे आते देख भाग रहे बदमाश ने मोटरसाइकिल को तेजी से भगाने लगा। इस कारण मोटरसाइकिल प्रेम गली में फिसल गई और बदमाश ने पुलिस पार्टी पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया। पुलिस टीम ने भी जवाबी कार्रवाई की और गोली चलाई।

मुठभेड़ में बदमाश के पैर में गाेली लगी और वह घायल हो गया। घायल बदमाश की पहचान दिल्ली के दिलशाद गार्डन निवासी रवि के रूप में हुई है। उसके खिलाफ दिल्ली और गाजियाबाद के विभिन्न थाना में कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई।

*20 साल बाद सबूतों के अभाव में हाईकोर्ट के पूर्व स्टेनो बरी, जज बनकर प्रोटोकॉल लेने का था आरोप*

विभू मिश्रा

गाजियाबाद- जिला कोर्ट ने 20 साल पुराने मुकदमे में इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर स्टेनो को बरी कर दिया। इस मुकदमे के दूसरे नामजद आरोपी हाईकोर्ट के वकील की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। आरोप था कि इन दोनों ने हाईकोर्ट के जज की सूचना पुलिस को देकर गाजियाबाद में सरकारी प्रोटोकॉल लिया और आलीशान होटल में दो दिन रुककर मौज उड़ाई। हालांकि पुलिस इससे जुड़ा एक भी सुबूत कोर्ट को नहीं दे पाई। जिसके बाद कोर्ट ने 5 जुलाई को अपना फैसला सुनाया।

वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश भारद्वाज ने बताया कि साल-2004 में गाजियाबाद नगर कोतवाली के इंस्पेक्टर ने आईपीसी सेक्शन-420, 170 में मदनलाल राय और सूर्यबली सिंह के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई। इंस्पेक्टर के मुताबिक, इन दोनों व्यक्ति ने उन्हें कॉल करके कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस गाजियाबाद आ रहे हैं। उनके ठहरने की व्यवस्था की जाए और सरकारी प्रोटोकॉल दिया जाए। रिपोर्ट में लिखवाया गया कि ये दोनों व्यक्ति गाजियाबाद के शिप्रा होटल में दो दिन तक रुके। गलत तरीके से सरकारी प्रोटोकॉल लिया, जबकि ये दोनों जज नहीं थे। इस तरह दोनों ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया।

पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में मदनलाल राय और सूर्यबली सिंह के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेश की। मदनलाल राय उस वक्त हाईकोर्ट में वकील थे और सूर्यबली सिंह स्टेनो थे। मुकदमा ट्रायल के दौरान करीब 10 साल पहले मदनलाल राय की मृत्यु हो गई। कोर्ट में करीब 16 साल तक ट्रायल चला। 5 जुलाई 2024 को इस केस में आखिरी तारीख थी।

गाजियाबाद न्यायालय के एसीजेएम-6 पवन कुमार चौरसिया ने सुबूतों के अभाव में सूर्यबली सिंह को बरी कर दिया है। अधिवक्ता उमेश भारद्वाज ने बताया कि पुलिस इस केस में कोई सुबूत पेश नहीं कर सकी। उदाहरण के तौर पर पुलिस ने जिस शिप्रा होटल में सूर्यबली सिंह के 2 दिन रुकने की बात कही है, उस होटल की सीसीटीवी फुटेज नहीं थी। यहां तक एंट्री रजिस्टर में सूर्यबली सिंह का नाम भी नहीं था। पुलिस को ऐसा कोई गवाह भी नहीं मिला, जो मुकदमे में नामजद सूर्यबली सिंह को पहचान सके। इन सब आधार पर कोर्ट ने 68 साल के सूर्यबली सिंह को बरी कर दिया है।

जीडीए वीसी ‘अतुल वत्स’ का गड़बड़झाले पर बड़ा वार, नियम विरुद्ध आवंटित 20 करोड़ के 8 भूखंड किए निरस्त

विभू मिश्रा,गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी अतुल वत्स का भ्रष्टाचार, अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ एक्शन लगातार जारी है। इसी कड़ी में बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्होंने इंदिरापुरम के उन 8 भूखंडों के आवंटन को निरस्त कर दिया है जिनका आवंटन नियमों का उल्लंघन करते हुए किया गया था। माना जा रहा है कि इस कार्रवाई से जीडीए को करीब 20 करोड़ रुपए का फायदा होगा।

यह कार्रवाई उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के समक्ष दायर जनहित याचिका संख्या- 41773/2012 और प्रमुख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ द्वारा आयोजित बैठक के निर्देशों के अनुपालन में की गई है।

निरस्त किए गए भूखंडों का विवरण:
1. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/161, इन्दिरापुरम: इस भूखंड को तत्कालीन सचिव श्याम सिंह के पारिवारिक सदस्य को आवंटित किया गया था।
2. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/192, इन्दिरापुरम: इस भूखंड के आवंटी ने प्राधिकरण को धोखा देकर भवन और भूखंड दोनों की रजिस्ट्री अपने नाम कराने की कोशिश की थी।
3. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/194, इन्दिरापुरम: इस भूखंड को हस्तिनापुरम आवासीय योजना से अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दिया गया था, लेकिन बाद में इसका परिवर्तन कर दिया गया था।
4. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/195, इन्दिरापुरम: इस भूखंड को भी हस्तिनापुरम आवासीय योजना से निरस्त कर दिया गया था और इसका परिवर्तन भी अनियमित तरीके से किया गया था।
5. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/196, इन्दिरापुरम: इस भूखंड के आवंटी की मृत्यु के बाद, उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को पेश करते हुए फर्जी तरीके से पंजीकरण कराया गया था।
6. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/197, इन्दिरापुरम: इस भूखंड का परिवर्तन कर्पूरीपुरम आवासीय योजना के समाप्त होने के 14 साल बाद किया गया था।
7. भूखंड संख्या-जी0के0-।।/200, इन्दिरापुरम: इस भूखंड के आवंटी ने भी प्राधिकरण को धोखा देकर भवन और भूखंड दोनों की रजिस्ट्री अपने नाम कराने की कोशिश की थी।
8. एक अन्य भूखंड संख्या-जी0के0-।।/193, इन्दिरापुरम, गाजियाबाद मा0 उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में विचाराधीन है।
बता दें कि जीडीए वीसी अतुल वत्स चार्ज संभालने के बाद से ही एक्शन मोड में हैं। उम्मीद की जा रही है कि जीडीए की इस कार्रवाई से भविष्य में इस तरह की अनियमितताओं पर रोक लगेगी और प्राधिकरण को इसका वित्तीय लाभ भी होगा
पुलिस की गोलियों से गूंजा गाजियाबाद, दो मुठभेड़ों में तीन बदमाश घायल

विभू मिश्रा,गाजियाबाद। जिले में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात में पुलिस बदमाशों पर कहर बनकर टूटी। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस की गोलियां बदमाशों पर जमकर गरजी। थाना मुरादनगर और थाना कौशांबी क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच हुई इन मुठभेड़ों में हो गई पुलिस की गोली से तीन बदमाश लंगड़े हो गए।

पुलिस ने इनके पास से लूट के जेवर, नगदी, कारतूस और बाइक बरामद की हैं।

एसीपी मसूरी नरेश कुमार ने बताया कि थाना मुरादनगर पुलिस को चेकिंग के दौरान सूचना प्राप्त हुई कि दो लुटेरे, जिनके पास अवैध असलहें हैं, वे आ रहे है। पुलिस टीम बैरियर लगाकर चेकिंग कर रही थी, तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक आते हुए दिखाई दिए। दोनों मोटरसाइकिल सवार युवकों को टार्च की रोशनी लगाकर रूकने का इशारा किया गया। तो वे पुलिस को देखकर मोटर साइकिल भगाने लगे।

तभी उनकी मोटर साइकिल हड़बड़ाहट में फिसलकर गिर गई। बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग की पुलिस पार्टी ने इनका पीछा किया तो इन्होंने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। पुलिस टीम ने भी अपने आत्म रक्षार्थ फायर किया गया। जिसमें दोनों बदमाश घायल हो गए। बदमाश द्वारा की गई फायरिंग में एक उपनिरीक्षक भी घायल हो गए। घायल बदमाश ने मौके पर ही संक्षिप्त पूछताछ में अपना नाम फैसल और रिहान बताया।

दूसरी मुठभेड़ थाना कौशांबी क्षेत्र में हुई। एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह ने बताया की रूटीन चेकिंग में टीम बनाकर सै- 2/5 की पुलिया वैशाली पर संदिग्ध वाहन और व्यक्तियों की संघन चेकिंग की जा रही थी।

तभी कुछ देर बाद इन्दिरापुरम की तरफ से मोटर साइकिल पर एक व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया। जिसे पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया, लेकिन वह नहीं रुका। बल्कि एलीवेटेड के नीचे यूपी गेट की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते की तरफ भागने लगा। जिसका पुलिस टीम ने पीछा किया। कुछ दूर आगे चलकर उसने अपने आप को पुलिस टीम से घिरता देख पुलिस पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया और भागने लगा। पुलिस टीम द्वारा की गई आत्मरक्षार्थ और जवाबी कार्यवाही में बदमाश के बाएं पैर में गोली लगी। जिसको घायल अवस्था में गिरफ्तार कर उपचार हेतु अस्पताल भेज दिया गया है।

कांग्रेसियों ने केक काटकर मनाया राहुल गांधी का जन्मदिन
गाजियाबाद। महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय गाजियाबाद पर महानगर अध्यक्ष विजय चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सांसद राहुल गांधी का जन्मदिन धूमधाम से केक काटकर मनाया।

जन्मदिन के अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज, पूर्व मंत्री सतीश शर्मा, पूर्व प्रदेश सचिव नसीम खान, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अजय वर्मा, विजयपाल चौधरी, त्रिलोक सिंह, पार्षद कुलभूषण मोनू आदि मौजूद रहे। इस अवसर पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाए।

महानगर अध्यक्ष विजय चौधरी ने इस मौके पर कहा कि देश में जहा आज धार्मिक और जातीय राजनीति का बोलबाला है ऐसे समय में सिर्फ राहुल गांधी देश में अकेले नेता है जो धार्मिक और जातीय राजनीति को दरकिनार करते हुए मुद्दो की बात कर रहे है।
इसी कारण राहुल गांधी जी प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा जैसी सांप्रदायिक पार्टी को नकारते हुए गठबंधन को आधी से अधिक सीट दी है।

पूर्व महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज ने कहा कि राहुल गांधी जल्द देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। पूर्व मंत्री सतीश शर्मा ने राहुल गांधी जी की लंबी आयु की प्रार्थना करते हुए कहा कि हमे सबको मिलकर अब राहुल गांधी को मजबूत करना चाहिए। पूर्व प्रदेश सचिव नसीम खान ने कहा कि राहुल गांधी देश के अकेले ऐसे नेता है जिन्हे बच्चे, युवा,  बूढ़े और सभी धर्म और जातियों के लोग प्यार और पसंद करते है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से कांग्रेस नेता संजय सिरोही, बाबू राम शर्मा, दिवाकर, सिराजुद्दीन, बलराज सिंह चावड़ा, अमित यादव, प्यारा चौधरी, कपिल यादव, आशिफ सिद्दीकी, सलमान डासना, सलमान मंसूरी एनएसयूआई जिलाध्यक्ष, कासिम प्रधान, महेंद्र गौतम, हुमायूं मिर्जा, हाजी खुर्शीद रंगरेज, राम शर्मा, प्रेम प्रकाश चीनी, विक्रांत चौधरी, एडवोकेट विक्रांत प्रसार, लक्ष्मण, कृष्ण गौतम, अमजद इदरीसी, सचिन यादव, प्रशांत शर्मा, पवन शर्मा, अजीज सैफी, आशु, जफर , शमसुद्दीन सूफी आदि शामिल रहे।
कार व्यवसायी से रंगदारी मांगने के आरोपी की मौत, जेल में बिगड़ गई थी हालत

विभू मिश्रा,गाजियाबाद। डासना जेल में पौने दो साल से रंगदारी के आरोप में बंद संपूर्णानंद उर्फ काले अनेजा की बुधवार को मौत हो गई। उसे मंगलवार की देर रात डासना जेल के अस्पताल से संजय नगर स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत की सही वजह अभी पता नहीं चल सकी है। शव की वीडियोग्राफी कराते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

डासना जेल के वरिष्ठ अधीक्षक ने बताया- अनेजा को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत पर 15 जून को जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देर रात उसकी हालत बिगड़ी तो उसे जेल अस्पताल से संजयनगर के संयुक्त जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया। यहां आज सुबह साढ़े 5 बजे उसकी मौत हो गई।

22 सितंबर 2022 को सिहानी गेट थाना पुलिस ने लाल क्वार्टर निवासी काले अनेजा को गिरफ्तार किया था। उस पर प्रमुख कार व्यवसायी से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का आरोप था। संपूर्णानंद उर्फ काले अनेजा के कई बीजेपी नेताओं से निकट संबंध थे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसकी सबसे ज्यादा फोटो पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं गाजियाबाद के पूर्व सांसद वीके सिंह के साथ थे। इतना ही नहीं, एक पोस्टर में उसने मंत्री का भी फोटो लगाकर  खुद के पार्षदी का चुनाव लड़ने का संदेश भी दिया था। हालांकि बाद में जनरल वीके सिंह के पीए कुलदीप चौहान ने इन फोटो को लेकर सफाई दी थी।

दूसरी तरफ परिजनों का आरोप है कि शहर के एक प्रमुख राजनीतिक परिवार की आपसी रंजिश का शिकार काले अनेजा बना है। इस परिवार के एक पक्ष के साथ काले के घनिष्ठ संबंध थे। उसी के चलते काले को फर्जी मामले में फंसा कर जेल भेजा गया था।