झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता हेमलाल मुर्मू ने बाबूलाल को भाजपा की पालकी ढोने को कहा, मुख्यमंत्री बनना उनके नसीब में नहीं

रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता हेमलाल मुर्मू ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के विश्वासमत हासिल करने कहा, यह इस राज्य की जनता की जीत है, साथ ही इंडिया गठबंधन के सभी विधायकों को धन्यवाद भी किया...

हेमलाल मुर्मू ने भाजपा बड़ी आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के कारण ही मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को कठिन कारावास में 5 महीना गुजरना पड़ा है। लेकिन हाइकोर्ट के फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा षड्यंत्र किया गया है। उन्होंने हेमंत सोरेन की तुलना सोने से करते हुए कहा जिस प्रकार सोना को जितना गलाया जाए वह उतना ही चमकता है, उसी प्रकार हेमन्त भी सोने की तरह तप कर,चमक रहे है। और इस राज्य को भी चमकाने का काम कर रहे है।

इस दौरान उन्होंने बाबूलाल को लेकर भी बड़ी बात कह डाली। उन्होंने कहा बाबूलाल मरांडी के नसीब में बीजेपी का पालकी ढोना ही है , मुख्यमंत्री बनना बाबूलाल के नसीब में नही है। राज्य के लोग फिर से इंडिया गठबंधन को बहुमत देकर पुनः सरकार बनवाएगी ...बीजेपी सत्ता से बाहर ही रहेगी ।

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के माध्यम से NIOS में करा सकेंगे नामांकन


15-18 आयुवर्ग के बाहर ड्राॅपआउट बच्चों को भी पढ़ाई का अवसर 

नामांकन कराने के लिए गूगल फॉर्म में कराना होगा रजिस्ट्रेशन, जाने क्या है प्रक्रिया

रांची : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के तहत समग्र शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के द्वारा आउट ऑफ़ स्कूल या ड्रॉपआउट हो चुके 15-18 आयुवर्ग के बच्चो को अपनी पढ़ाई NIOS (National Institute of Open Schooling) के माध्यम से जारी रखने का अवसर मिल रहा हैं। झारखंड शिक्षा परियोजना की पहल पर ऐसे बच्चे जो 15 से 18 आयुवर्ग के हैं और किन्ही कारणों से विद्यालय नहीं जा पाए हैं और ड्राप आउट हो चुके है। वैसे बच्चे 27 जुलाई, 2024 की शाम 5 बजे तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लिंक पर पंजीकरण करा सकते है।

 वे अपनी इच्छानुसार वर्ग 3/5/8/10/12 कक्षाओं की पढ़ाई पूरी करने के लिए पंजीकरण करवा सकेंगे। 

झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा उक्त आयुवर्ग के बच्चो की संख्या ज्ञात की जा रही है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक आदित्य रंजन ने ऐसे बच्चे और उनके अभिभावकों से अपील की है कि जो बच्चे विद्यालय से बाहर रह गए हैं या ड्रॉपआउट हैं वे पुनः अपनी पढ़ाई आरंभ करे और उसे उन्हें पूर्ण करे। निःशुल्क पंजीकरण कराने के लिए छात्रों को https://forms.gle/e3k8fyJGk5trYQ4L6 पर जाकर अपना विवरण जमा करना होगा।

हेमंत सोरेन की 3.0 कैबिनेट ने लिया फैसला, झारखंड में बनेगा विस्थापन आयोग


रांची : हेमंत सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही अपने सभी सहयोगी मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रोजेक्ट भवन मंत्रालय में पहली औपचारिक कैबिनेट बैठक की। कैबिनेट की बैठक में विस्थापन आयोग के गठन होने पर सहमति बनी है।

विस्थापन आयोग के तहत एक डाटा बेस तैयार किया जाएगा, ताकि खनन क्षेत्रों का एक दस्तावेज तैयार किया जा सके।इसमें इस बात का पूरा ब्योरा होगा कि झारखंड के लोगों को खनन गतिविधियों की वजह से क्या खोना पड़ता है। 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कैबिनेट में लिए इस फैसले को मीडिया के माध्यम से खुद राज्यवासियों को जानकारी देते हुए कहा कि सरकार का यह फैसला मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में माइनिंग गतिविधियां सबसे अधिक होती हैं। देश का 40% खनिज संपदा झारखंड में है लेकिन खनन से प्रभावित और विस्थापित होने वाले लोगों के लिये हमारी कोई नीति अब तक नहीं थी। इसलिए आज की कैबिनेट में हमने यह फैसला लिया है कि बहुत जल्द हम विस्थापन आयोग का गठन करेंगे। जो विस्थापित लोगों या निकट भविष्य में विस्थापन का दंश झेलने वाले लोगों का आर्थिक-सामाजिक सर्वे कर एक मसौदा और डाटा बेस तैयार करेगा।

11 मंत्रियों के साथ बनी हेमंत सोरेन 3.0 की सरकार,पूर्व सीएम चम्पई सोरेन को मिली कैबिनेट में जगह



रांची : झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन विश्वास मत के साथ ही आज मंत्रिमंडल का भी गठन हो गया है। हेमंत के कैबिनेट में 11 मंत्रियों ने आज शपथ ग्रहण किया। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को भी कैबिनेट में जगह मिली है। थोड़ी बहुत उलट फेर के साथ तीन नए मंत्री को इस हेमंत कैबिनेट में मंत्री पद का स्थान दिया गया है।

वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल में हेमंत सोरेन की यह दूसरी पारी होगी। हेमंत कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्रियों के बदलने की चर्चा थी। वहीं सीएम हेमंत सोरेन की इच्छा थी कि चंपाई सोरेन भी मंत्रिपरिषद का हिस्सा बनें, ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दे दी गई है वहीं तीन नए चेहरों की बात करें तो जामताड़ा के विधायक डा0 इरफान अंसारी है। लोकसभा में उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए शायद यह निर्णय लिया गया हो और पिछले सरकार में भी वह लगातार मंत्री पद के लिए प्रयास कर रहे थे। 

दूसरी वजह यह भी है कि आलमगीर आलम के बाद कांग्रेस कोटे से जगह खाली होने पर इरफान अंसारी जो अल्पसंख्यक से भी आते हैं उन्हें जगह दी गई है। मंत्री बनने के बाद इरफान अंसारी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ अपने आल्हा अधिकारियों का आभार जताया और उन्होंने कहा कि बेहतर काम करके दिखाएंगे। जनता के भरोसे पर खडा उतरने का प्रयास करेंगे।

कांग्रेस कोटे से ही दीपिका पांडे आती है जो महागामा विधानसभा से विधायक हैं इन्हें भी मंत्री पद दिया गया है। यह जगह उन्हे बादल पत्र लेख के स्थान पर दिया गया है। 

वहीं अगर झामुमो की बात कर तो विधायक बैजनाथ राम को भी हेमंत कैबिनेट में जगह मिला है। बैजनाथ राम को चंपई सोरेन की सरकार में भी मंत्री पद दिया जाना था लेकिन किन्हीं कारण वर्ष उनका नाम नहीं रखा गया लेकिन हेमंत के इस कैबिनेट में उन्हें जगह दे दी गई है। वही जमान से अन्य मंत्रियों की बात करें तो बेबी देवी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन, दीपक बिरूआ को मंत्री पद मिला है।

कांग्रेस में बन्ना गुप्ता, रामेश्वर उरांव फिर से मंत्री बने है वही राजद से सत्यानंद भोक्ता को भी मंत्री बनया गया है। अब देखने वाली बात होगी कि बचे हुए कार्यकाल में इन मंत्री जनता के लिए कितना कार्य करते हैं।

हेमंत 3.0 सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार, चंपाई सोरेन भी होंगे मंत्री, तीन नए चेहरे को मिला जगह, जाने 6-4-1 का क्या है फार्मूला


रांची : झारखण्ड में विश्वास मत के साथ ही आज मंत्रिमंडल का भी गठन हो गया है। 11 मंत्रियों ने आज शपथ ग्रहण किया। 

वर्तमान विधानसभा के कार्यकाल में हेमंत सोरेन की यह दूसरी पारी होगी। हेमंत कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्रियों के बदलने की चर्चा है। वहीं सीएम हेमंत सोरेन की इच्छा है कि चंपाई सोरेन भी मंत्रिपरिषद का हिस्सा बनें, ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल पर जगह दे दी गई है वहीं तीन नए चेहरों की बात करें तो इरफान अंसारी दीपिका पांडे और झामुमो के विधायक बैजनाथ राम को भी हेमंत कैबिनेट में जगह मिला है। 

आलमगीर आलम के बाद कांग्रेस कोटे से जगह खाली होने पर इरफान अंसारी जो अल्पसंख्यक से भी आते हैं उन्हें जगह दी गई है। वही बादल पत्र लेख जो कांग्रेस के विधायक है उनके जगह दीपिका पांडे को रखा गया है। और जमीन कोटे से बैजनाथ राम को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया।

अपडेट न्यूज़ :सदन में हेमंत सरकार को विश्वास मत हासिल करने के बाद, नेता विपक्ष ने अपने सम्बोधन में भ्रष्टाचार के साथ उठाया कानून व्यवस्था पर सवाल


रांची : सोमवार 8 जुलाई को झारखंड विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में हेमंत सोरेन की सरकार ने विश्वास मत जीत लिया। सरकार के पक्ष में 45 विधायकों ने वोट किया। विपक्ष में 0 वोट पड़े। विपक्ष ने सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आए। 

सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर बहस में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने भाग लिया। फिर हेमंत सोरेन ने उसका जवाब दिया। तब मतविभाजन कराया गया।

स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी को बहस की शुरुआत करने के लिए कहा. अमर बाउरी ने सरकार पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हेमंत सोरेन सरकार पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए। और राज्य में लचर कानून व्यवस्था पर भी सरकार को घेरा।

सदन की पूरी कार्रवाई के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आए। वही इस पर सबसे बड़ा सवाल यह उठा की महेश 3 महीने ही विधानसभा चुनाव के बचे हैं ऐसे में हेमंत सोरेन ने फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली आखिर ऐसा क्यों? क्या हेमंत सोरेन को कुर्सी का लालच आ गया या फिर 2024 विधानसभा चुनाव में जितने की तैयारी,,, इस पर भाजपा के विधायक विरींची नारायण ने कहा की हेमंत सोरेन सत्ता में आकर अपने पुराने सबूत को मिटाना चाहते हैं। एक ऐसा मुख्यमंत्री जो जेल गए और बिल में बाहर आए तो ऐसे मुख्यमंत्री का भाषण सुनने का कोई मतलब नहीं है इसलिए हम लोगों ने सदन का बहिष्कार करते हुए बाहर निकल आए।

 वही झामुमो के विधायक मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा पहले अपने घर को झांक ले हमारे घर में झांकने का कोई मतलब नहीं है। जहां तक जमानत की बात है तो कोर्ट ने साफ कह दिया है कि ईडी के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं है।

झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन पेश किया विश्वास प्रस्ताव, भाजपा सदन के बाहर किया हंगामा, कहा सोरेन परिवार सत्ता की भूखी है

 रांची : झारखंड विधानसभा का आज विशेष सत्र चल रहा है। सीएम हेमंत सोरेन ने विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश किया। इस पर सदन में चर्चा हो रही है। इसके बाद वोटिंग होगी।

सदन शुरू होने से पहले भाजपा ने सदन के बाहर जमकर बवाल काटा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के जमानत होने के बाद पुनः एक बार मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण को लेकर भाजपा ने कहा सोरेन परिवार को सत्ता की भूख लगी है। वही सत्ता पक्ष के विधायक ने कहा कि हमलोगो ने 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा था और जबकि अब वह जेल से बाहर आ गया है तो हम एक बार फिर अपने नेता हेमंत सोरेन को ही सत्ता में रखेंगे। 

इससे पहले मुख्यमंत्री खुद ड्राइव कर विधानसभा पहुंचे, उनके साथ उनकी पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी सदन पहुंचीं। विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नेचा प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने बेरोजगारी और अपराध के मुद्दे को उठाया। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज चौथी बार विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। इससे पहले उन्होंने सितंबर 2010 और जुलाई 2013 में बतौर उपमुख्यमंत्री और सितंबर 2022 में बतौर सीएम सदन में विश्वास प्रस्ताव जीता था।

इस शक्ति परीक्षण के दौरान सदन में तीन विधायक भाजपा विधायक जेपी पटेल, झामुमो से निष्कासित लोबिन हेंब्रम और निलंबित चमरा लिंडा किसका साथ देंगे इस पर सबकी निगाह रहेगी।

ब्रेकिंग:रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र में निवर्तमान पार्षद वेद प्रकाश पर अपराधियों ने चलाई गोली,अस्पताल में चल रहा इलाज,समर्थकों ने किया सड़क जाम


रांची : झारखंड की राजधानी रांची में रविवार देर शाम अपराधियों ने पूर्व पार्षद वेद प्रकाश सिंह को गोली मार दी। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार वेद प्रकाश हर दिन की तरह शाम में अपने सहयोगियों के साथ धुर्वा बस स्टैंड के निकट स्थित चाय की दुकान में बैठे थे। इसी दौरान दो-तीन युवक पहुंचे और वेद प्रकाश के ऊपर फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने ही वेद प्रकाश अपनी कुर्सी से गिर गए। इसके बाद उन्हें अनाएनडीएफ आनंद में पारस हॉस्पिटल ले जाया गया जहां अभी उनके इलाज चल रही है और स्थिति गंभीर बताई जा रहा है। 

एक ओर जहां आज धुर्वा इलाके में ही प्रसिद्ध रथ यात्रा मैं लोग खुशियां मना रहे थे वहीं दूसरी और अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया अब पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बन गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामले में सभी बिन्दुओं को ध्यान में रखकर पुलिस जांच कर रही है। वहीं आसपास के लगे सीसीटवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। अपराधी एक पिस्टल भी छोड़कर फरार हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि पुरानी रंजिश में इस वारदात को अंजाम दिया गया।

घटना के बाद बड़ी संख्या में आसपास के लोग एचईसी पारस अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए। आक्रोशित लोगों ने टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

हेमंत सोरेन 8 जुलाई को करेंगे विश्वास प्रस्ताव, इसी दिन हेमंत कैबिनेट का विस्तार हो सकता है, दो नए चेहरे भी होंगे मंत्रिमंडल में

रांची : सीएम हेमंत सोरेन 8 जुलाई सोमवार को चौथी बार झारखंड विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव हासिल करेंगे। वे अब तक कुल तीन बार यानी दो बार उपमुख्यमंत्री और एक बार मुख्यमंत्री के रूप में विश्वास प्रस्ताव ला चुके हैं। इससे पहले सियासी उथल-पुथल के बीच उन्होंने पांच सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री रहते विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर विश्वास मत हासिल किया था। झारखंड विधानसभा में अब तक लाए गए विश्वास प्रस्ताव की बात करें, तो अब तक यहां 12 बार अविश्वास प्रस्ताव आ चुका है। इस तरह सबसे अधिक बार विश्वास प्रस्ताव लाने का श्रेय हेमंत सोरेन के नाम है।

आठ जुलाई को विधानसभा में विश्वास मत हाशिल करने के बाद कैबिनेट का विस्तार किया जाना लगभग तय माना जा रहा है। ऐसे में पुराने चेहरे के साथ मंत्रिमंडल में दो नए चेहरे शामिल करने की चर्चा है। मंत्रिमंडल विस्तार में सभी विधायकों को खुश रखना भी एक चुनौती रहेगी हेमंत सोरेन के लिए। जिस तरह पूर्व में चंपई सोरेन की सरकार में कई विधायको की नाराजगी देखने को मिली थी। ऐसे में अब हेमंत सोरेन वापस से सत्ता में आए है तो देखना है कि आखिर कौन कौन पुराने चेहरे और कौन नए शामिल होंगे।

अंदर खाने से खबर यह आ रही है कि हेमंत कैबिनेट में दो नए चेहरे को शामिल किया जा सकता है। कांग्रेस कोटे से एक और झामुमो कोटे से एक विधायक को शामिल किया जा सकता है। झामुमो कोटे से लातेहार विधायक बैद्धनाथ राम का नाम तय माना जा रहा है। सीनियर विधायक के साथ साथ काम का भी अनुभव है। पूर्व में मंत्री रह चुके है। इसके अलावा कांग्रेस से आलमगीर आलम के जगह इरफान अंसारी के नाम पर मुहर लग सकती है। वह अल्पसंख्यक कोटे से भी आते हैं।

रांची के जगन्नाथपुर से आज निकलेगा रथ यात्रा, भाई बलभद्र बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर जायेंगे मौसीबाड़ी

रांची : राजधानी रांची के ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में भगवान जगन्नाथ का विधि विधान के साथ नेत्रदान अनुष्ठान शनिवार को संपन्न हो गया। आज 8 जुलाई भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ भव्य रथ में सवार होकर अपने मौसी के घर जाएंगे। 

7 जुलाई को सुबह 4 बजे से ही भक्त भगवान की पूजा व दर्शन करने के लिए कतारबद्ध होकर मुख्य मंदिर पहुंचे। दोपहर 2 बजे के बाद भगवान जगन्नाथ, भैया बलभद्र और बहन सुभद्रा को बारी-बारी से रथ पर बैठाया जाएगा। रथ पर ही भगवान के सभी विग्रहों का शृंगार होगा। इस दौरान विष्णु सहस्रनाम अर्चना और मंगल आरती होगी। जिसके बाद शाम 5 बजे भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी रांची के जगन्नाथ मंदिर में आयोजित रथयात्रा में शामिल होने की संभावना है।

रथ यात्रा शुरू होते ही सभी भक्त रथ की रस्सी खींचकर रथ को मौसीबाड़ी तक ले जाएंगे। मौसीबाड़ी में महिलाएं रथ पर भगवान की पूजा करेंगी। शाम 7 बजे तक सभी विग्रहों को मौसीबाड़ी में रखा जायेगा। आरती और भोग निवेदन किया जायेगा। रात आठ बजे भगवान का पट बंद कर दिया जायेगा।

रांची के जगन्नाथपुर मंदिर का पुरी से जुड़ी क्या है रहस्य

रांची का जगन्नाथपुर मंदिर पुरी की तरह ही रथ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है। जगन्नाथपुर मंदिर की स्थापना 1691 में बड़कागढ़ में नागवंशी राजा ठाकुर एनीनाथ शाहदेव ने रांची में धुर्वा के पास भगवान जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया था। बताया जाता है कि ठाकुर एनीनाथ शाहदेव अपने नौकर के साथ पुरी गये थे। उनका नौकर भगवान जगन्नाथ का भक्त था। एक रात्रि वह भूख से व्याकुल हो उठा। उसकी भूख मिटाने के लिए भगवान जगन्नाथ ने रूप बदल कर अपनी भोगवाली थाली में खाना लाकर उसे खिलाय। नौकर ने यह घटना ठाकुर साहब को सुनायी। उसी रात भगवान ने ठाकुर को स्वप्न में आए और कहा कि यहां से लौटकर मेरे विग्रह की स्थापना कर पूजा-अर्चना करो। पुरी से लौटने के बाद एनीनाथ ने पुरी मंदिर की तर्ज पर रांची में मंदिर की स्थापना की थी। इसके बाद से पुरी के तर्ज पर ही यहां पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है।