कम नहीं हो रही हैं केजरीवाल की मुश्किलें, ईडी की चार्जशीट पर कोर्ट ने लिया संज्ञान, प्रोडक्शन वारंट जारी

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फिर मुसीबत बढ़ने वाली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर सप्लीमेंटरी चार्जशीट पर संज्ञान लिया है।कोर्ट ने सीएम केजरीवाल को 12 जुलाई को पेशी का वारंट जारी किया है। राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के खिलाफ दायर सातवीं चार्जशीट पर संज्ञान लिया है।

दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ ईडी द्वारा दायर ताजा आरोपपत्र पर संज्ञान लिया। स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को 12 जुलाई के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया है। अदालत ने मंगलवार को उत्पाद शुल्क नीति के संबंध में दायर सातवें पूरक आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी किया। 

कोर्ट ने ईडी द्वारा विनोद चौहान के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र पर भी संज्ञान लिया और 12 जुलाई को कोर्ट के समक्ष उनकी उपस्थिति के लिए प्रोडक्शन वारंट भी जारी किया। ईडी ने इस चार्जशीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया था। विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा ने आरोपपत्रों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए रिकॉर्ड पर पर्याप्त सामग्री है और मामले को 12 जुलाई को सूचीबद्ध किया गया, जब सभी आरोपियों को अदालत के सामने पेश किया जाएगा।

बता दें कि सीएम केजरीवाल शराब नीति मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें हाल ही में सीबीआई ने भी दिल्ली की तिहाड़ जेल से गिरफ्तार करके पूछताछ की थी। सीबीआई ने तिहाड़ जेल में केजरीवाल से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। यह दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा पीएमएलए मामले में उन्हें दी गई जमानत पर रोक लगाने के कुछ घंटों बाद हुआ।

अदालत की अनुमति के बाद, सीबीआई ने 26 जून को कोर्ट में केजरीवाल से पूछताछ की और फिर मामले में उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल ने सीबीआई द्वारा की गई अपनी गिरफ्तारी और तीन दिन की पुलिस हिरासत को दिल्ली हाई कोर्ट में चुनौती दी है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में जमानत के लिए याचिका भी दायर की है। दोनों मामलों की सुनवाई 17 जुलाई को तय की गई है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को रास नहीं आई मोदी-पुतिन मुलाकात, बोले- घोर निराशा हुई
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय रूस यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने मोदी-पुतिन की मुलाकात पर नाराजागी जताई है और इस यात्रा को निराशाजनक और चिंताजनक बताया।जेलेंस्की ने पीएम मोदी की मॉस्को यात्रा की आलोचना करते हुए इसे शांति प्रयासों के लिए बड़ा झटका बताया है।इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बयान भी जारी किया है।

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी को गले लगाते हुए देखना निराशाजक है। ये शांति प्रयासों के लिए भी झटका है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रूस पहुंचे थे, तभी खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन के 5 शहरों पर 40 से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेन का दावा है कि सोमवार को रूस ने कीव में बच्चों के अस्पताल पर हमला किया जिसमें 41 लोग मारे गए। ये सब उस वक्त हुआ जब मोदी रूस दौरे पर रवाना हो चुके थे। अमेरिकी न्यूज चैनल CNN के मुताबिक हमले के बाद अस्पताल से 600 से ज्यादा मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। हमले के कुछ ही देर बात अस्पताल की इमारत गिर गई। पुलिस ने बताया कि 3 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी घायलों का इलाज किया जा रहा है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यह हमला ऐसे समय में किया गया जब अस्पताल में भीड़ ज्यादा थी।

बता दें कि यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने कभी भी हमले का समर्थन नहीं किया, जबकि हमेशा बातचीत से हल करने की बात कही।वहीं, अपने रूस दौरे पर भी भारतीय प्रधानमंत्री ने वही बात दोहराई है।इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर अपना महत्वपूर्ण संदेश दोहराया कि 'यह युद्ध का समय नहीं है।' सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पीएम मोदी ने यूक्रेन युद्ध का कूटनीतिक हल निकालने पर जोर दिया और रूसी राष्ट्रपति से कहा कि 'युद्ध के मैदान में समाधान नहीं ढूढ़ा जा सकता है।' भारत का यह रुख क्षेत्र में शांति और स्थिरता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है और आग्रह करता है कि संघर्ष के बजाय बातचीत से समाधान निकालना चाहिए।

वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने निजी मुलाकात में रूसी सेना के लिए यूक्रेन में लड़ रहे भारतीयों का मुद्दा भी उठाया, जिसके बाद रूस ने सभी भारतीयों को जंग से बाहर करने का फैसला किया है। पीएम मोदी की यात्रा की यह बड़ी सफलता है।
“खोखले भाषणों और झूठे वादों से कुछ नहीं होगा....” कठुवा अतंकी हमले के बाद राहुल गांधी का सरकार पर जोरदार प्रहार
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पिछले कुछ समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले बढ़े हैं। सोमवार को जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए जबकि 5 घायल हुए। घात लगाए बैठे आतंकियों ने सेना के वाहन पर पहले तो ग्रेनेड फेंका और फिर अचानक से गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले की नेता विपक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं ने निंदा की है।लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आतंकवादी हमलों पर अब खोखले भाषण और झूठे वादों से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है।

राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ‘जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारतीय सेना के वाहन पर हुए आतंकी हमले का समाचार अत्यंत दुखद है। मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर करने वाले शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों को अपनी गहन संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। घायल जवानों के शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

कांग्रेस सांसद ने आगे कहा, ‘हमारी सेना पर ये कायरतापूर्ण हमले अत्यधिक निंदनीय हैं। एक महीने के अंदर पांचवा आतंकी हमला देश की सुरक्षा और हमारे जवानों के जीवन पर भयंकर आघात है। लगातार हो रहे आतंकी हमलों का हल कठोर कार्रवाई से होगा, न कि खोखले भाषणों और झूठे वादों से। इस दुख की घड़ी में हम मजबूती से देश के साथ खड़े हैं।’

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आतंकी हमले की निंदा की और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस केंद्र शासित प्रदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक त्रासदी बनी हुई है। खरगे ने एक्स पर पोस्ट किया, जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में हमारे चार बहादुर जवानों की शहादत पर गहरा दुख हुआ। 6 जवान घायल भी हैं। हम सेना पर हुए इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक महीने में यह पांचवां आतंकी हमला है।
कठुआ हमले पर फारूक अब्दुल्ला का बड़ा बयान, बोले-ऐसा ना हो कि युद्ध हो जाए

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जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया। आतंकियों ने सेना के गश्ती वाहन को निशाना बनाया जिसमें पांच सैनिक शहीद हुए। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू के कठुआ में पांच जवानों के शहीद होने पर मंगवाल को बड़ा बयान दिया है।आतंकियों की इस हरकत पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है।

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कठुआ हमले पर कहा, सारी दुनिया में इसकी निंदा हो रही है। ये गलत है। दुनिया का कोई देश आतंकवाद को कबूल करने के लिए तैयार नहीं है। ये आतंकवाद उन्हें (पाकिस्तान) बर्बाद कर देगा। जब आतंकवाद बंद होगा तब बातचीत शुरू होगी। दोनों चीजें एक साथ नहीं चल सकती। उन्हें इस बारे में सख़्त कदम उठाने चाहिए।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी वारदातों से कहीं ऐसा न हो कि भारत के लोगों का लावा इतना बढ़ जाए कि उन्हें लड़ाई पर करनी पड़ जाए। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान पहले ही बर्बाद हो चुका है ऐसे में उसे यह सोचना चाहिए। इसके आगे उन्होंने कहा कि लड़ाई से दोनों ही मुल्कों में सिर्फ और सिर्फ तबाही ही मचेगी इससे ज्यादा और कुछ नहीं होगा। उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना बंद करना चाहिए. जो पाकिस्तान कर रहा है वह पूरी तरह से गलत है।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने कठुआ में सोमवार को भारतीय सेना की गाड़ी पर गोलीबारी और ग्रेनेड हमले की सख्त निंदा की थी। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की है। गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में सेना के वाहन पर हुए आतंकी हमले में पांच जवानों की शहादत और छह जवानों के घायल होने की खबर बेहद दुखद और निंदनीय है। जम्मू प्रांत में आतंकवाद का बढ़ना बेहद चिंताजनक है। हमारी संवेदनाएं घायल जवानों और उनके परिवारों के साथ है। सरकार को आतंकवाद से निपटने और जनता की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.

राहुल बोले – ‘मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक', बीजेपी ने कहा – मणिपुर का जिक्र करते हुए देश को भारतीय संघ कहना हानिकारक

डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मणिपुर का दौरा किया. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने मणिपुर की त्रासदी को ‘‘भयंकर’’ करार देते हुए कहा कि पिछले साल मई में हिंसा शुरू होने के बाद से यह राज्य की उनकी तीसरी यात्रा है, लेकिन उन्हें ‘‘स्थिति में कोई सुधार नहीं दिख रहा है.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि वह हिंसा प्रभावित लोगों की पीड़ा सुनने और उनमें विश्वास जगाने के लिए राज्य के दौरे पर आए हैं. ‘‘हम मणिपुर में शांति लाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे... विपक्ष में होने के नाते मैं सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा हूं.’’ मेहनतकश मजदूरों को अधिकार, सुरक्षा और सम्मान दिलाना मेरा संकल्प: राहुल गांधी.


प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जब पत्रकारों ने सवाल पूछे तो राहुल गांधी ने कहा, "...मैं जो कह रहा हूं, उसका सम्मान करें. मैं यहां एक स्पष्ट संदेश देने आया हूं, मैं ऐसे सवालों का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता जो मुद्दे को भटकाने के लिए बनाए गए हों...मैंने अपना बयान दे दिया है." उन्होंने आगे कहा, "मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है."


मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक'

उन्होंने कहा कि कृपया मेरी बात का सम्मान करें। मैं यहां एक स्पष्ट संदेश देने आया हूं, मैं ऐसे सवालों का जवाब देने में दिलचस्पी नहीं रखता जो मुद्दे को भटकाने के लिए बनाए गए हैं। मैंने अपना बयान दे दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर भारतीय संघ के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है।


इसपर बीजेपी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है जिसमें यह कहा गया है कि "मणिपुर का जिक्र करते हुए इंडिया या भारत को भारतीय संघ कहना भ्रामक और हानिकारक है। यूरोपीय संघ के विपरीत, हमारे राज्य संप्रभु नहीं हैं" "राहुल गांधी का दृष्टिकोण हमारी राष्ट्रीय अखंडता के लिए बहुत खतरनाक है" ।
भारत और रूस के बीच दशकों से अनोखा रिश्ता..., भारतीयों के बीच मॉस्को में क्या-क्या बोले पीएम मोदी
#pm_narendra_modi_addresses_indian_diaspora_in_russia
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के मॉस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित किया।मॉस्को में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं अकेला नहीं आया हूं। मैं अपने साथ हिंदुस्तान की मिट्टी की महक लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं। उनकी शुभकामनाएं आपके लिए लेकर आया हूं और यह बहुत सुखद है कि तीसरी बार सरकार में आने के बाद इंडियन डायसपोरा से मेरा पहला संवाद यहां मॉस्को में आपके साथ हो रहा है।

*भारत चांद पर वहां पहुंचा जहां कोई नहीं पहुंचा- पीएम मोदी*
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज का भारत जो लक्ष्य ठान लेता है, वो पूरा करके ही रहता है। आज भारत वो देश है, जो चंद्रयान-3 चंद्रमा पर वहां पहुंचाता है, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच सकता। आज भारत वो देश है जो डिजिटल ट्रांजेक्शन का सबसे रिलायबल मॉडल दुनिया को दे रहा है। आज भारत वो देश है जो सोशल सेक्टर की बेहतरीन पॉलिसी से अपने नागरिकों को सशक्त कर रहा है। आज भारत वो देश है जहां दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है।

*दुनिया भी अब कहती है कि भारत बदल रहा है- पीएम मोदी*
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि जब भारत जी20 का सफल आयोजन करता है तो दुनिया कह उठती है कि अरे भारत तो बदल रहा है। जब भारत केवल 10 साल में 40 हजार किलोमीटर से अधिक रेल लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन कर देता है तो दुनिया को भी भारत के पावर का एहसास होता है। उनको लगता है कि देश बदल रहा है। आज जब भारत डिजिटल पेमेंट के नए रिकॉर्ड बना रहा है, आज जब भारत एल1 प्वाइंट से सूरज की परिक्रमा पूरी करता है, आज जब भारत दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बनाता है, आज जब भारत दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू बनाता है तो दुनिया कहती है कि वाकई भारत बदल रहा है। जब पीएम मोदी ने कहा कि भारत कैसे बदल रहा है।

*2014 से पहले हम निराशा की गर्त में डूब चुके थे- पीएम मोदी*
उन्होंने कहा कि भारत में बदलाव सिर्फ सिस्टम और इंफ्रास्ट्रक्चर का ही नहीं है, बल्कि ये बदलाव देश के हर नागरिक के, हर नौजवान के आत्मविश्वास में भी दिख रहा है। 2014 से पहले हम निराशा की गर्त में डूब चुके थे, लेकिन आज देश आत्मविश्वास से भरा हुआ है। आपने भी हाल ही में T20 वर्ल्ड कप में भारत की विजय को सेलिब्रेट किया होगा। वर्ल्ड कप को जीतने की असली स्टोरी, जीत की यात्रा भी है। आज का युवा और आज का युवा भारत आखिरी बॉल और आखिरी पल तक हार नहीं मानता है। विजय उन्हीं के चरण चूमती है, जो हार मानने को तैयार नहीं होते हैं।

*भारत-रूस की दोस्ती हमेशा प्लस में-पीएम मोदी*
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘रूस शब्द सुनते ही हर भारतीय के मन में पहला शब्द आता है… भारत के सुख-दुख का साथी, भारत का भरोसेमंद दोस्त। रूस में सर्दी के मौसम में टेंपरेचर कितना ही माइनस में नीचे क्यों न चला जाए… भारत-रूस की दोस्ती हमेशा प्लस में रही है, गर्मजोशी भरी रही है। ये रिश्ता म्यूच्यूअल ट्रस्ट और म्यूच्यूअल रिस्पेक्ट की मजबूत नींव पर बना है।

*पुतिन के लीडरशिप की तारीफ*
उन्होंने कहा कि भारत-रूस की दोस्ती के लिए मैं विशेष रूप से अपने मित्र पुतिन की लीडरशिप की भी सराहना करूंगा। उन्होंने दो दशक से ज्यादा समय तक इस पार्टनरशिप को मजबूती देने के लिए शानदार काम किया है। बीते 10 सालों में मैं छठी बार रूस आया हूं और इन सालों में हम एक-दूसरे से 17 बार मिले हैं। ये सारी मीटिंग ट्रस्ट और रिस्पेक्ट बढ़ाने वाली रही हैं। जब हमारे छात्र संघर्ष के बीच फंसे थे, तो राष्ट्रपति पुतिन ने उन्हें वापस भारत पहुंचाने में हमारी मदद की थी। मैं रूस के लोगों का, मेरे मित्र पुतिन का इसके लिए भी फिर से आभार व्यक्त करता हूं।
रूस दौरे पर PM मोदी ने दिखाया दम, रूसी सेना में शामिल भारतीयों की होगी वापसी, लिए गए ये बड़े फैसले



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 साल बाद रूस के 2 दिन के दौरे पर हैं. रूस दौरे का आज दूसरा दिन है. इससे पहले कल राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी के लिए अपने आवास पर प्राइवेट डिनर रखा. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई, जिसमें बड़ा फैसला लिया गया है. दरअसल, रूस की सेना में भारतीयों की भर्ती के मामले पर डिनर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी और पुतिन ने बातचीत की है. पुतिन ने सभी भारतीयों को सेना से रिलीज करने पर सहमति दे दी है.

रूस की सेना में शामिल भारतीयों की जानकारी और डेटा को लेकर दोनों देश मिलकर काम करेंगे. करीब 200 लोग एजेंट के झांसे की वजह से रूस-यूक्रेन वॉर जोन में फंसे हैं. नौकरी के लालच में उन्हें रूस जाने पर युद्धक्षेत्र में भेज दिया गया है. दो भारतीय व्यक्ति की युद्ध में मौत हो चुकी है. वहीं, जब पीएम मोदी मॉस्को के वनुकोवो-2 इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे तो रेड कार्पेट वेलकम किया गया. रूसी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर पीएम मोदी का स्वागत किया, फिर पीएम मोदी कार्लटन होटल पहुंचे जहां भारतीयों ने मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगाकर पीएम मोदी का स्वागत किया. बाद में पुतिन के प्राइवेट आवास पर दोनों नेताओं की मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों के बीच चाय पर चर्चा हुई. पुतिन ने पीएम मोदी को अपने आवास का भ्रमण कराया.


दोनों देशों के बीच की केमिस्ट्री उन मुल्कों को परेशान करत सकती है जो भारत की विश्व पटल में बढ़ती धाक से परेशान हैं. एयरपोर्ट से लेकर होटल, फिर पुतिन के रेसिडेंस नोवो-ओगारेवो तक पीएम मोदी जिस ऑरस लिमोजिन कार से पहुंचे उसका इस्तेमाल खुद रूस के राष्ट्रपति पुतिन भी करते हैं. पुतिन को घोड़ों का शौकीन भी माना जाता है, लिहाजा वो पीएम मोदी को अपने अस्तबल भी ले गए. दोनों ने कुछ पल यहां भी बिताया. पुतिन घोड़ों को पुचकारते नजर आए.

भारत और रूस के बीच आज अहम मुद्दों पर समझौता हो सकता है. इसमें सैन्य उपकरण से लेकर व्यापार के पहलुओं पर मुहर लग सकती है. रूस की यात्रा पर जाने से पहले पीएम मोदी कह चुके हैं कि वो पुतिन के साथ मिलकर द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे. दोनों नेता पारस्परिक हितों को देखते हुए क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी अपने विचार रखेंगे, लेकिन सबसे अहम बात दो मुल्कों के बीच होने वाले संभावित मसौदों की है.


यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सुखोई से लेकर एंटी टैंक गोले की फैक्ट्री जैसे कई अहम सौदे हो सकते हैं, जिसमें फाइटर जेट SU-57, एंटी टैंक गोले की फैक्ट्री, मैंगो आर्मर-पियर्सिंग टैंक राउंड की फैक्ट्री, मिलिट्री लॉजिस्टिक्स मसौदे शामिल हैं. पीएम पुतिन के साथ रक्षा, तेल और गैस, द्विपक्षीय संबंध, व्यापार और ऊर्जा जैसे अहम क्षेत्रों पर बात करेंगे. खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर कह चुके हैं कि पीएम मोदी की ये यात्रा राष्ट्रपति पुतिन के साथ व्यापार पर सीधी बातचीत करने का शानदार अवसर है.


22वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में रूस पर प्रतिबंधों के चलते भुगतान से जुड़े मुद्दे का हल करना, डिफेंस हार्डवेयर की आपूर्ति के साथ साथ यूक्रेन में रूस की ओर से लड़ रहे भारतीयों के संवेदनशील मुद्दे पर भी बातचीत संभव है. मोदी-पुतिन मुलाकात के बीच यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी चर्चा में है. इस मुलाकात पर यूरोप और अमेरिका की पैनी नजर है क्योंकि दोनों मानते हैं कि यूक्रेन में हो रहे हमलों की वजह से ही यूरोप में उथल-पुथल मची है. हालांकि क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने अपनी ब्रीफिंग इस बात का कहीं जिक्र नहीं किया है कि दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन को लेकर कोई चर्चा होगी. ये बात इसलिए अहम है क्योंकि अमेरिका और यूरोप के कई देश रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा चुके हैं इसके बावजूद भारत ने रूस के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाए रखा है.
विराट कोहली के रेस्टोरेंट पर बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने दर्ज की FIR, देर रात तक हो रहा था ये काम


विराट कोहली इस वक्त लंदन में है. वह T20 वर्ल्ड कप जीत का जश्न खत्म होने वाली रात ही लंदन के लिए रवाना हो गए थे क्योंकि उनकी बीवी और बच्चे वहीं हैं. लेकिन, इधर भारत में उनके रेस्टोरेंट के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. ये मामला बेंगलुरु स्थित विराट कोहली के One8 Commune रेस्टोरेंट से जुड़ा है, जिसे लेकर बेंगलुरु पुलिस ने मामला दर्ज किया है.

सवाल है क्यों बेंगलुरू पुलिस ने उनके शहर के MG रोड स्थित रेस्तरां के खिलाफ FIR दर्ज की? तो इसका जवाब वहां देर रात हो रही एक ऐसी चीज से जुड़ा है, जिसके बाद मजबूरन पुलिस को कदम उठाना पड़ा है. विराट कोहली के बेंगलुरु स्थित रेस्टोरेंट के बारे में कार्रवाई की जानकारी शहर के DCP सेंट्रल ने दी है.


ANI से बातचीत में DCP सेंट्रल ने बताया कि उन्होंने बेंगलुरु के 3-4 पब के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनके खिलाफ उन्हें शिकायत मिली थी कि वो रात के डेढ़ बजे तक खुले रहते हैं. हमें वहां से तेज म्यूजिक बजने की शिकायत मिली थी. शहर में पब्स के खुले रहने का समय केवल रात के 1 बजे तक ही है, उसके बाद नहीं. विराट कोहली के रेस्टोरेंट और पब की चेन One8 Commune के नाम से देश के कई शहरों में हैं. बेंगलुरु और मुंबई के अलावा पिछले साल ही विराट ने गुरुग्राम में भी एक रेस्टोरेंट इस नाम से खोला है.
हाथरस भगदड़ हादसे में योगी सरकार ने लिया बड़ा एक्शन, SIT रिपोर्ट के बाद हुई बड़ी कार्रवाई


उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को साकार विश्व हरि के सत्संग में मची भगदड़ में एसआईटी रिपोर्ट के बाद योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। हादसे के 7 दिन बाद यूपी सरकार ने SDM, CO, इंस्पेक्टर समेत 6 अफसरों को सस्पेंड कर दिया है।

सरकार ने SIT की रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की। SIT ने सोमवार रात सीएम योगी को 900 पेज की रिपोर्ट सौंपी थी। एसआईटी ने अपनी 900 पेज की रिपोर्ट में इन अधिकारियों की लापरवाही बताई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएम योगी ने 6 अफसरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।


एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में 125 लोगों के बयान दर्ज किए थे। इनमें हाथरस के डीएम आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल से लेकर सत्संग की अनुमति देने वाले एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ और दो जुलाई को सत्संग की ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल थे। इस रिपोर्ट में सत्संग का आयोजन करने वाली कमेटी पर निशाना साधा गया था, जबकि इसमें सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि का नाम ही नहीं था।

एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में इस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक मुख्य जिम्मेदार बताया और कहा कि आयोजकों की लापरवाही से ही यह हादसा हुआ, जबकि स्थानीय प्रशासन की भी जवाबदेही तय करने की बात कही थी। रिपोर्ट में साजिश से इनकार नहीं किया गया है और कहा गया है कि इस मामले में गहन जांच की जरूरत है।


रिपोर्ट में कहा गया कि भीड़ को आमंत्रण देकर सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए. इसके साथ ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया। जानकारी के लिए आपको बता दें इस हादसे में 121 लोगों की मौत हो चुकी है।
सिहंस्थ 2028 को लेकर MP सरकार का बड़ा फैसला, अब भोपाल से नहीं उज्जैन से संचालित होगा धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग



मध्य प्रदेश सरकार ने साल 2028 में होने वाले सिंहस्थ से पहले बड़ा फैसला लिया है. धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग को मोहन यादव सरकार ने राजधानी भोपाल से 'महाकाल की नगरी' उज्जैन शिफ्ट करने का फैसला लिया है. इसके लिए सरकार ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. सिंहस्थ से पहले यह सीएम मोहन यादव का बड़ा फैसला माना जा रहा है. साथ ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना संचालक को भी उज्जैन स्थानांतरित करने का फैसला लिया है.

वर्तमान में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग राजधानी भोपाल स्थित संचालनालय सतपुड़ा भवन से संचालित किया जा रहा है. किन्तु, अब यह विभाग भोपाल से संचालित नहीं होगा. धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग अब उज्जैन स्थित सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के भवन से संचालित किया जाएगा. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार का धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग प्रदेश में वृद्ध लोगों को तीर्थ दर्शन कराने के साथ-साथ विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक मेले का आयोजन करता है. इसी विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का संचालन भी किया जा रहा है. जिसके चलते सीएम मोहन यादव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना संचालक को भी उज्जैन स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है.


सरकार के इस फैसले के बाद धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग मुख्यालय के संचालक समेत पूरा स्टाफ उज्जैन में भी बैठेगा. इसके चलते राज्य के धार्मिक आयोजन उज्जैन से ही तय किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त सिंहस्थ की तैयारियों की रूपरेखा भी यहीं से तय होगी. 2028 के सिंहस्थ के आयोजन को लेकर सीएम मोहन यादव ने बड़ा निर्णय लिया है.