Thought of the day
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अचानक दिल्ली में रेहड़ी-पटरी वालों के बीच पहुंचे राहुल गांधी, दीवार की चिनाई करते आए नजर

#congress_leader_rahul_gandhi_meets_labours_workers_in_delhi

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज दिल्ली के जीटीबी नगर में रेहड़ी-पटरी वाले दिहाड़ी मजदूरों और श्रमिकों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि राहुल दिल्ली के किंग्सवे कैंप गए। जहां वे मजदूरों से मिले। किंग्सवे कैंप के लेबर चौक पर राहुल गांधी ने मजदूरों से बातचीत की। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में राहुल मजदूरों के बीच में बैठे दिखाई दे रहे हैं। यही नहीं, यहां पर उन्होंने दिहाड़ी श्रमिकों के साथ फावड़ा उठाकर काम किया।राहुल इस दौरान सीमेंट-ईंट लेकर दीवार की चिनाई भी करते नजर आए।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को अचानक जीटीबी नगर में रेहड़ी-पटरी वाले दिहाड़ी मजदूरों से मुलाकात की। कांग्रेस पार्टी ने इसकी जानकारी दी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कुछ फोटो भी शेयर किए। कांग्रेस ने राहुल गांधी की फोटो शेयर करते हुए लिखा, ''आज नेता विपक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के जीटीबी नगर में श्रमिकों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। ये मेहनती मजदूर हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इनके जीवन को सरल और भविष्य को सुरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है।''

फोटो में देखा जा सकता है कि राहुल गांधी लेबर चौक और एक कंन्स्ट्रक्शन साइट पर कुछ श्रमिकों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुन रहे हैं। वहीं, दूसरी फोटो में राहुल गांधी मजदूरों के साथ फावड़ा से सीमेंट मिलाते नजर आ रहे हैं और दीवार की चिनाई भी करते दिख रहे हैं।

बताया जा रहा है कि एक घंटे से ज्यादा की मुलाकात में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मजदूरों से उनके जीवन की कठिनाइयों और रोजगार से जुड़ी समस्याओं को लेकर बात की। साथ ही मजदूरों को समस्‍याओं के समाधान का भी भरोसा दिलाया।

बस यहीं तक था साथ...दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की गुंजाइश नहीं
#congress_says_no_scope_for_alliance_with_aap_in_delhi_haryana_punjab_assembly_election विपक्षी गठबंधन की एकता सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की राह एक बार फिर जुदा होती दिख रही है। दिल्ली और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अलग होकर चुनाव लड़ने वाली हैं। ये बात खुद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कही है।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि हरियाणा और दिल्ली में विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।हालांकि महाराष्ट्र एवं झारखंड के विधानसभा चुनावों में ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) बरकरार रहेगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। हालांकि महाराष्ट्र एवं झारखंड के विधानसभा चुनावों में ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) बरकरार रहेगा। रमेश ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में यह भी कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस एवं सहयोगी दलों के नेता चाहेंगे वहां यह गठबंधन बरकरार रहेगा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग अलग मैदान में उतरे थे। महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा में इसी साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी विधानसभा चुनावों में भी ‘इंडिया’ गठबंधन बरकरार रहेगा, रमेश ने कहा, ‘‘यह झारखंड के विधानसभा चुनाव के लिए बरकरार रहेगा, महाराष्ट् के विधानसभा चुनाव के लिए बरकरार रहेगा। पंजाब में ‘इंडिया जनबंधन’ नहीं है। उनका कहना था कि दिल्ली में तो आम आदमी पार्टी की ओर से बयान आ गया है कि विधानसभा चुनाव के लिए ‘इंडिया जनबंधन’ नहीं होगा। रमेश ने कहा कि मैंने पश्चिम बंगाल के संदर्भ में कहा था कि ‘इंडिया जनबंधन’ लोकसभा चुनाव के लिए है। जिन जिन राज्यों में हमारे नेता और दूसरी पार्टियों के नेता चाहते हैं कि गठबंधन हो, वहां गठबंधन रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपर) के साथ गठबंधन है। झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के साथ गठबंधन है। यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होगा तो रमेश का कहना था, ‘‘बहुत गुंजाइश नहीं लगती है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के भतीजे ने उड़ाया संविधान का मजाक, वीड‍ियो वायरल

#congress_mp_imran_masood_nephew_hamza_made_fun_of_constitution

संविधान को लेकर इन दिनों देश की सियासत काफी गर्म है। इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में भी संविधान को बचाने का मुद्दा छाया रहा। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों का आरोप है कि बीजेपी संविधान बदलने पर तुली ही है। यही नहीं, कांग्रेस ने संविधान बचाने के मुद्दे को इस चुनाव में जोर शोर से उठाया है। इस बीच कांग्रेस के ही एक सांसद के परिवार से संविधान का माखौल बनाया जा रहा है।

यूपी की सहारनपुर सीट से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के भतीजे हमजा मसूद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वो हाथ में संविधान की प्रति लेकर शपथ लेते आ रहा है। हंसते हुए शपथ ले रहे हमजा को ये कहते हुए सुना जा सकता है ‘मैं कुछ-कुछ करके अक्षुण्ण रखूंगा’। मैं वचन लेता हूं और मेरा वचन ही है शासन’। इस दौरान देखा सकता है कि एक युवती इस वीडियो रिकॉर्ड कर रही है।

इतना ही नहीं वे हंसते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। हमजा मसूद इमरान मसूद के जुड़वा भाई नौमान मसूद का बेटा है। हमजा मसूद के चाचा इमरान मसूद इस बार सहारनपुर से सांसद चुने गए हैं।

बीजेपी नेता संबित पात्रा ने अपने एक्स अकाउंट पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है-“संविधान का अपमान, यही है इंडी गठबंधन की पहचान। संविधान को हाथ में लेकर उसका मजाक बनाते हुए, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के भतीजे का यह वीडियो अत्यंत आपत्तिजनक और शर्मनाक है।”

बता दें कि इमरान करीब ढाई दशक से राजनीति में हैं। साल 2006 में उन्होंने चुनावी राजनीति की शुरूआत नगर पालिका से की थी। इसमें वो जीते और सहारनपुर नगर पालिका परिषद के चेयरमैन बने थे। इसके बाद अगले ही साल वो विधानसभा चुनाव में निर्दलीय ही कूद पड़े। इसमें वो मुजफ्फराबाद विधानसभा सीट से प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे जगरीश राणा को हराया।इस दौरान उन्हें उत्तर प्रदेश विधान सभा की विशेषाधिकार समिति में सदस्य बनाया गया था। 2012 में विधानसभा चुनाव वो कांग्रेस के टिकट पर नकुड़ विधानसभा सीट से लड़े. इसमें वह बसपा के डा. धर्म सिंह सैनी से हार गए थे। 2014 के चुनावों में कांग्रेस ने उन्हें सहारनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका दिया, लेकिन मोदी लहर में वह बीजेपी के राघव लखनपाल के सामने बुरी तरह से हार गए थे।

अंतरिक्ष से पहले मणिपुर जाएं गैर-जैविक प्रधानमंत्री’, इसरो प्रमुख के बयान पर जयराम रमेश का पीएम मोदी पर तंज

#pm_should_go_to_manipur_before_going_to_space_jairam_ramesh_taunts 

हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष डॉ. एस सोमनाथ ने एक साक्षात्कार में कहा कि यदि एजेंसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अंतरिक्ष में ले जाती है तो उन्हें और पूरे देश को बहुत गर्व होगा।एस सोमनाथ का ये बयान कांग्रेस को नागवार गुजरी है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए एक पोस्ट साझा की है। जयराम रमेश ने इसको लेकर पीएम पर निशाना साथा है। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष में जाने से पहले गैर-जैविक प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना चाहिए। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए ये बातें लिखी।

दरअसल, हाल ही में इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी अगर भारत के पहले मानव मिशन गगनयान के तहत अंतरिक्ष जाना चाहते हैं तो उन्हें बेहद खुशी होगी।

गगनयान को साल 2025 में लॉन्च किया जाना है। इसरो चीफ से पूछा गया कि क्या अगर प्रधानमंत्री मोदी इसरो के मानव मिशन के तहत अंतरिक्ष में जाना चाहें तो क्या उन्हें खुशी होगी? इसके जवाब में एस सोमनाथ ने कहा कि 'बेशक उन्हें इससे खुशी होगी, लेकिन उनके पास (पीएम मोदी) कई अन्य अहम जिम्मेदारियां हैं। जिन्हें पूरा करना उनकी पहली प्राथमिकता है। लेकिन यह ऐसी क्षमता है, जिसें हम हासिल करना चाहते हैं कि अंतरिक्ष में इंसानों को भेजने की क्षमता को इतना विकसित किया जाए यह बेहद सुरक्षित हो जाए और हम इसे हासिल करने की प्रक्रिया में हैं।'

बता दें कि केंद्र सरकार को पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में मई 2023 में शुरू हुई जातीय हिंसा को लेकर भारतीय ब्लॉक के विपक्षी सांसदों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। पिछले सत्र में विप7 ने पीएम मोदी से इस मामले में सदन में चर्चा की मांग की थी। जिसके बाद पूरा सदन हंगामे की भेंट चढ़ गया था। हालांकि, 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राज्यसभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर में स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास कर रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सरकार मणिपुर में स्थिति सामान्य करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। 11,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार कम हो रही हैं।" 

उन्होंने आगे कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें शांति बहाल करने के लिए सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रही हैं। उन्होंने कहा, "आज राज्य में स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और अन्य संस्थान खुले हैं। केंद्र और राज्य सरकारें शांति बहाल करने के लिए सभी हितधारकों से बात कर रही हैं।" इससे पहले मंगलवार को जब प्रधानमंत्री लोकसभा को संबोधित कर रहे थे तो उन्हें मणिपुर पर विपक्ष की लगातार नारेबाजी का सामना करना पड़ा।

शपथ लेते समय पर संसद में नहीं लगेंगे नारे, नियमों में हुआ बदलाव

#mps_will_no_longer_be_able_to_raise_slogans_during_oath 

लोकसभा में शपथ लेते समय अब कोई भी संसद सदस्य नारे नहीं लगा पाएगा। दरअसल, 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान कुछ सांसदों ने शपथ लेते समय ‘जय फिलिस्तीन’, ‘जय हिंदू राष्ट्र’ जैसे नारे लगाए थे। इस पर जमकर हंगामा हुआ था। इसको देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने नियमों में कुछ संशोधन किया है। 

नए नियम के मुताबिक, अब भविष्य में शपथ लेने वाले निर्वाचित सांसदों को संविधान के अंतर्गत शपथ के प्रारूप के अनुसार ही शपथ लेना होगा। अब सांसद शपथ लेते समय ना तो नारे लगा पाएंगे और ना ही अपने शपथ में कोई और शब्द जोड़ पाएंगे।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देशों पर हुए संशोधन (दसवां संस्करण) में कहा गया है कि लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों (सत्रहवें संस्करण) के नियम 389 के अनुसरण में, अध्यक्ष ने निर्देशों में ये संशोधन किया है-‘एक सदस्य, जैसा भी मामला हो, भारत के संविधान की तीसरी अनुसूची में इस उद्देश्य के लिए निर्धारित प्रपत्र के अनुसार शपथ लेगा या प्रतिज्ञान करेगा और उस पर हस्ताक्षर करेगा। शपथ या प्रतिज्ञान के रूप में (उपसर्ग या प्रत्यय के रूप में) किसी भी शब्द या अभिव्यक्ति का उपयोग नहीं करेगा या कोई टिप्पणी नहीं करेगा।’

दरअसल, 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन असदुद्दीन ओवैसी ने 'जय फिलिस्तीन' का नारा लगाया था। इस पर बाकी सांसदों ने आपत्ति जताई थी। वहीं, राहुल गांधी ने शपथ के बाद 'जय हिंद' और 'जय संविधान' का नारा लगाया था। इसके अलावा बरेली से बीजेपी सांसद छत्रपाल गंगवार ने 'हिंदू राष्ट्र की जय' का नारा लगाया था। सपा सांसद अवधेश राय ने शपथ ली तो 'जय अयोध्या', 'जय अवधेश' के नारे लगाए थे। हेमा मालिनी ने शपथ की शुरुआत 'राधे-राधे' से की थी। इन नारों को लेकर आरोप लगाया गया था कि सांसद शपथ ग्रहण के जरिए अपना-अपना सियासी संदेश भेज रहे हैं।

हर फरमाइश हो पूरी, वरना इस बार निशाना नहीं चूकेगा', लॉरेंस के खास शूटर की गैंग ने जेल अधीक्षक को दी जान से मारने की धमकी

 झारखंड की पलामू जेल से 13 दिन पहले गिरिडीह जेल शिफ्ट हुए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के विशेष शूटर अमन साहू की गुंडागर्दी आरम्भ हो गई है. उसके गुर्गे अब जेल अधीक्षक को धमका रहे हैं. अमन साहू गैंग के मयंक सिंह ने गिरिडीह सेंट्रल जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया को धमकी दी है. इसमें अमन साहू से गिरिडीह जेल में उसे मनचाही सुविधा देने की मांग की गई है. सुविधाएं नहीं प्राप्त होने पर जेल अधीक्षक को गोली मारने की धमकी दी गई है.

इंटरनेशनल कॉल और मैसेज के माध्यम से गैंगस्टर मयंक ने कहा- पिछली बार निशाना चूक गया था. तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार इसमें बाल-बाल बच निकले थे. किन्तु इस बार का निशाना चूकेगा नहीं. गैंगस्टर ने जेल अधीक्षक को ये भी धमकी दी है कि उसके निशाने पर उनका पूरा परिवार भी है. इसलिए अमन साहू जेल में जो सुविधा चाहता है उसे पूरा करें. इतना ही नहीं दो दिन पहले जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया के फ़ोन पर भेजे गए मैसेज में मयंक ने कहा- वो अभी तुरंत अमन साहू से मुलाकात करें. अमन से पूछें कि उसे क्या-क्या सुविधाएं चाहिए. वह जो भी फरमाइश करता है उसे त्वरित पूरा करें. अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें.

वही इसने पहले भी यहां के जेलर प्रमोद कुमार पर जानलेवा हमला किया गया था. जिसमें वो बाल-बाल बचे थे. किन्तु इन सबके बाद भी जेल आइजी सुदर्शन मंडल ने गिरिडीह जिला प्रशासन की रिपोर्ट को नजरअंदाज कर गैंगस्टर अमन साहू को मेदनीनगर से गिरिडीह सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने की अनुमति दे दी. धमकी प्राप्त होने पर जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया ने कहा है कि वो किसी की धमकी से डरती नहीं है. गिरिडीह जेल के सारे कैदियों को जो सुविधाएं प्राप्त होती हैं. वही अमन साहू को भी मिलेगी. उसे कोई विशिष्ट सत्कार नहीं प्राप्त होगा. धमकी से जुड़े सारे ऑडियो, मैसेज सहित अन्य तथ्यों से उन्होंने गिरिडीह के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक व जेल आइजी सुदर्शन मंडल को अवगत करा दिया है. एसपी इस मामले में त्वरित संज्ञान लिया गया है. पुलिस हर पहलुओं पर जांच की जा रही है. इस पर लीगल कार्रवाई की जा रही है. इसके अतिरिक्त नितन्तर जेल का निरीक्षण भी किया जा रहा है.

पीएम मोदी ने विश्व विजेता टीम इंडिया की मुलाकात, वीडियो आया सामने

#indian_cricket_team_meets_pm_modi 

टी20 विश्व कप जीतकर बारबाडोस से दिल्ली लौटी भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इसका वीडियो सामने आया है।इसमें विश्व विजेता टीम को प्रधानमंत्री के साथ जीत का जश्न मनाते देखा जा रहा है। इस दौरान पीएम ने भारतीय खिलाड़ियों के साथ विश्व कप ट्रॉफी के साथ पोज भी दिया।

वीडियो में दिख रहा है कि कप्तान रोहित शर्मा, बैट्समैन विराट कोहली, ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या, सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत सहित सभी 15 खिलाड़ी और कोच राहुल द्रविड पीएम मोदी से उनके आवास पर मिले हैं। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय क्रिकेट टीम से बात करते हुए काफी खुश दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से पूछा कि उनका फाइनल मैच और आखिरी ओवर में कैसा अनुभव था। इस दौरान विश्व कप ट्रॉफी भी पीएम मोदी ने अपने हाथ में ली।

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद टीम इंडिया दिल्ली एयरपोर्ट के लिए निकल चुकी है। कुछ देर में रोहित शर्मा की सेना मुंबई के लिए रवाना होगी।जहां बीसीसीआई ने नरीमन प्वाइंट से वानखेड़े तक एक किलोमीटर की विजय परेड की व्यवस्था की है। इसके बाद, विजेता टीम को वानखेड़े स्टेडियम में सम्मानित भी किया जाएगा।

बता दें कि टीम इंडिया ने बारबाडोस में खेले गए फाइनल में साउथ अफ्रीका को 7 रन से हराकर टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम किया। इस तरह 17 साल बाद टीम इंडिया इस फॉर्मेट में वर्ल्ड चैंपियन बनी है।

इंटरनेट पर वायरल हुआ NEET पीजी एग्जाम डेट का Fake नोटिस, बोर्ड ने बताया कैसे करें असली की पहचान

NEET UG पेपर लीक विवाद के चलते पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम मतलब नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET PG) 2024 भी रद्द कर दिया गया था. नीट पीजी 23 जून को होना था, किन्तु परीक्षा ठीक पहले इसे रद्द कर दिया गया था. मेडिकल के विद्यार्थियों को नीट पीजी की नई दिनांक की बेसब्री से प्रतीक्षा है. सोशल मीडिया पर इस बीच एक फेक सर्कुलर वायरल हो रहा है, जिसमें बताया गया है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा - स्नातकोत्तर (NEET PG) परीक्षा 25 अगस्त को आयोजित की जाएगी.

नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने एक नोटिस जारी कर विद्यार्थियों को सतर्क किया है. कथित तौर पर NBEMS द्वारा जारी किए गए वायरल सर्कुलर में बताया गया है कि नीट पीजी 25 अगस्त को आयोजित की जाएगी, एडमिट कार्ड 20 अगस्त को जारी किए जाएंगे तथा नतीजे 1 सितंबर को घोषित किए जाएंगे. हालांकि NBE ने अभी तक कोई नई परीक्षा दिनांक जारी नहीं की है. फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) समेत कई मेडिकल एसोसिएशन ने वायरल अधिसूचना को फेक बताया है.

ऐसे करें NBE द्वारा जारी असली नोटिस की पहचान

NBE द्वारा जारी एक आधिकारिक नोटिस में विद्यार्थियों को सतर्क करते हुए बताया गया है कि सोशल मीडिया पर चल रहा नीट पीजी की नई दिनांक का नोटिस फेक है. NBE ने लिखा, 'NBEMS के संज्ञान में आया है कि कुछ बेईमान एजेंट/दलाल अभ्यर्थियों को फंसाने के लिए फर्जी दावे कर रहे हैं और NBEMS के नाम का उपयोग करके जाली सूचनाएं, ईमेल, एसएमएस या सोशल मीडिया पर कंटेंट बना रहे हैं. साथ ही, सोशल मीडिया पर NEET-PG 2024 की परीक्षा तिथि में परिवर्तन से संबंधित कुछ फर्जी सूचनाएं भी साझा कर रहे हैं. जुलाई 2020 से जारी NBEMS के सभी नोटिसों में एक QR कोड होता है. QR कोड को स्कैन करने पर यूजर्स को NBEMS की वेबसाइट पर उसी सूचना पर भेज दिया जाएगा.'

किसी भी जानकारी की पुष्टि के लिए इन वेबसाइट्स को देखें

NBEMS की ऑफिशियल वेबसाइटें https://natboard.edu.in एवं https://nbe.edu.in हैं. NBEMS का 'X' सहित किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई ऑफिशियल हैंडल/चैनल नहीं है. अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे NBEMS द्वारा आयोजित परीक्षाओं के बारे में किसी भी जानकारी के लिए सिर्फ इन वेबसाइट लिंक्स के जरिए ही देखें.

यूपी के हाथरस हादसे पर आई 'नारायण साकार हरि' की पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?

 उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मचने से 121 श्रद्धालुओं की जान चली गई. वहीं कई लोग अब भी चोटिल अवस्था में चिकित्सालय में भर्ती हैं. इस बीच पहली बार घटना को लेकर भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का बयान सामने आया है. भोले बाबा ने बयान जारी करते हुए घटना को लेकर दुख जताया है तथा दावा किया कि असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाई गई तथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से बयान जारी करते हुए कहा कि हम मृतक लोगों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताते हैं तथा परमात्मा से घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ एपी सिंह को भगदड़ मचाने वाले असमाजिक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए अधिकृत किया गया है. मैं 2 जुलाई को गांव फुलारी, सिकंदराराऊ, हाथरस आयोजित सत्संग से बहुत वक़्त पहले ही निकल चुका था. बता दें कि हाथरस भगदड़ मामले में यूपी पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. आरोप है कि इस सम्मोह में 80 हजार लोगों के जुटने की अनुमति थी, किन्तु ढाई लाख लोगों को जुटाया गया. 

हालांकि, FIR में भोले बाबा का नाम दर्ज नहीं है. FIR में इल्जाम लगाया गया है कि आयोजकों ने अनुमति मांगते वक़्त सत्संग में आने वाले श्रद्धालुओं की असल संख्या छिपाई, ट्रैफिक मैनेजमेंट में सहायता नहीं की तथा भगदड़ के पश्चात् सबूत छिपाए. मामले में सिंकदराराउ पुलिस थाने में बाबा के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. FIR में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या), 110 (गैर-इरादतन हत्या की कोशिश), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (सरकारी आदेश की अवज्ञा), 238 (सबूतों को छिपाना) के तहत आरोप लगाए गए हैं.