Jul 03 2024, 10:15
कहां है हाथरस में “मौत का सत्संग” करने वाला बाबा? भगदड़ से तबाही के बाद एफआईआर दर्ज, लेकिन फरार बाबा का नाम नहीं
#hathras_satsang_incident_fir_filed_but_not_baba_name
यूपी के हाथरस में मंगलवार को हाहाकार मच गया। सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। भगदड़ ऐसी कि देखते ही देखते लाशों का अंबार लग गया। हाथरस कांड में 121 लोग मर गए। सभी भोले बाबा का प्रवचन सुनने सत्संग में आए थे। हाथरस की इस घटना से सबको झकझोर दिया। अस्पताल के बाहर लाशों के ढेर पड़े हैं। पुलिस-प्रशासन और सरकार जख्मों रोते-बिलखते परिजनों के जख्मों पर मरहम लगाने में जुट गई है। अगर कोई नजर नहीं आ रहा है तो वो है हाथरस में “मौत का सत्संग” कराने वाला बाबा और उसके सेवादार।
देश को सदमे में डालने वाली इस घटना में 'भोले बाबा' के नाम से मशहूर आध्यात्मिक नेता नारायण साकार हरि फरार है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस में सत्संग आयोजित करने वाले 'भोले बाबा' की तलाश तेज कर दी है। मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया। जहां भगदड़ मच गई जिसमें 121 लोगों की जान चली गई। मैनपुरी के डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने कहा, हमें परिसर के अंदर बाबा नहीं मिले, वे यहां नहीं हैं। ऐसी जानकारी है कि हादसे के बाद भोले बाबा मैनपुरी स्थित अपने आश्रम में पहुंचे थे। यूपी पुलिस हादसे की बाद भोले बाबा की तालाश में आश्रम में सर्च ऑपरेशन चलाया, बाबा वहां नहीं मिले। बाबा अब आश्रम से फरार हो गए हैं।
वहीं, 116 लोगों की मौत के बाद इस मामले में पुलिस ने मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। लेकिन पुलिस की इस एफआईआर पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इसमें सत्संग करने वाले भोले बाबा का नाम शामिल नहीं है।
इस बीच, आगरा प्रशासन ने भोले बाबा के सत्संग पर रोक लगा दी है। यह सत्संग 4 जुलाई को होना था। आयोजकों ने इसकी तैयारी भी कर ली थी। उप जिलाधिकारी की ओर से अनुमति भी ले ली गई थी। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
Jul 03 2024, 10:15