नरेंद्र मोदी जिंदाबाद बोलने पर विपक्ष ने किया हंगामा
अतुल गर्ग वापस लौटे और "डॉक्टर हेडगेवार जिंदाबाद" बोल दिया ! विपक्ष वाले हंगामा करते रहे

अस्पताल में आतिशी से मिले सपा प्रमुख अखिलेश, कहा- बीजेपी कर रही सीबीआई का गलत इस्तेमाल, केजरीवाल के साथ हो रहा भेदभाव

 दिल्ली के लिए पर्याप्त पानी की मांग को लेकर अनशन पर बैठी जल मंत्री आतिशी की तबीयत खराब होने के बाद उनको दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज दूसरे दिन उनका हाल-चाल लेने के लिए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव अस्पताल गए. कल आतिशी को इमरजेंसी आईसीयू में भर्ती कराया गया था. अब हालत में सुधार हो रहा है.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव आज अस्पताल में भर्ती दिल्ली की जल मंत्री से मिलने पहुंचे. उनके साथ सांसद संजय सिंह समेत अन्य आप नेता भी मौजूद रहे. मुलाकात के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है मुख्यमंत्रियों की तकलीफ बढ़ी है, परेशानियां बढ़ी है. दिल्ली (केंद्र सरकार) सरकार से जो सहयोग और मदद मिलनी चाहिए उसे भी सरकार ने पूरा नहीं किया.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा भेदभाव अगर किसी के साथ किया है तो वो दिल्ली सरकार के साथ और खासकर अरविंद केजरीवाल के साथ किया है. केंद्र सरकार लगातार उनको तकलीफ परेशानी पहुंचा रही है. जब उन्हें हर जगह से राहत मिलने का काम शुरू हो गया, वे जेल से निकल ना पाएं सरकार ना चला पाएं इसलिए फिर उन पर ना जाने कौन सा मुकदमा लगाकर उनको फंसा दिया गया. सीबीआई के लोग लगातार लोगों को फंसाते हैं और उनको फंसाते हैं जिनसे भाजपा को खतरा है. भाजपा सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है. इस बार भाजपा बच गई नहीं तो सफाया हो गया होता.

बता दें कि दिल्ली में पानी की कमी को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने 21 जून को अनशन शुरू किया था. उन्होंने कहा था यह अनशन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा, लेकिन चार दिन बाद ही उनकी तबीयत खराब होने पर अनशन समाप्त हो गया है.

बधाई के साथ अखिलेश ने स्पीकर को “भेंट” की नसीहतें, जानें क्या-क्या कहा

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18वीं लोकसभा का पहला सत्र चल रहा है। सत्र के तीसरे दिन बुधवार को ओम बिरला को सदन का अध्यक्ष चुना गया। इसके बाद लोकसभा के सदस्यों ने ओम बिरला को शुभकामनाएं दी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी और सदन के अन्य सदस्यों ने भी ओम बिरला को स्पीकर चुने जाने की बधाई दी। इस दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बधाई के साथ-साथ स्पीकर को कई सारी नसीहतें भी दी।

सभी सांसदों और हर दल को बोलने का मौका देंगे-अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्पीकर को बधाई देते हुए कहा, 'लोकसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। आप इस सदन के स्पीकर दोबारा चुने गए हैं। आपके पास पांच साल का अनुभव रहा है, वहीं पुराने और नए सदन का भी अनुभव रहा है। मैं अपनी तरफ से और साथी सांसदों की तरफ से बधाई देता हूं। जिस पद पर आप बैठे हैं, इससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं। हम सब यही मानते हैं कि लोकसभा की कार्यवाही बिना किसी भेदभाव के आगे बढ़ेगी और लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में आप सभी सांसदों और हर दल को बोलने का मौका देंगे।

निष्कासन जैसी चीजें हमें ठेस ना पहुंचाई जाए-अखिलेश

सपा प्रमुख और कन्नौज से सांसद अखिलेश यदव ने कहा कि आप लोकतांत्रिक न्याय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में बैठे हैं आपसे आशा है कि किसी जनप्रतिनिधि की आवाज को दबाई नहीं जाए और न ही निष्कासन जैसी चीजें हमें ठेस पहुंचाए। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता है ही लेकिन आपका अंकुश सत्ता पक्ष पर भी रहे, आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा न हो। हम आपके हर न्याय संगत फैसले के साथ खड़े हैं। 

जितना सत्ता पक्ष को मौका देंगे उतना ही विपक्ष को भी-अखिलेश

अखिलेश ने आगे मजाकिया लहजे में कहा कि मैं इस नए सदन में पहली बार आया हूं मुझे लगा कि स्पीकर की कुर्सी बहुत ऊंची है, मैं जिस सदन को छोड़कर आया हूं वहां कुर्सी और ऊंची है, नया सदन में पत्थर तो ठीक लगा है। मुझे उम्मीद है कि आप जितना सत्ता पक्ष को मौका देंगे उतना ही विपक्ष को भी मौका देंगे।

नई शराब नीति का आइडिया मेरा नहीं, मनीष सिसोदिया का था' ,अरविंद केजरीवाल को लेकर CBI ने किया यह दावा

 शराब घोटाले मामले में बुधवार को CBI ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है. इस बीच CBI ने दिल्ली की शराब नीति तथा इसमें केजरीवाल की भूमिका को लेकर अदालत में कई दावे किए हैं. CBI ने अदालत में कहा कि 16 मार्च 2021 को एक शराब कारोबारी से संपर्क किया गया. सीएम केजरीवाल ने शराब नीति को लेकर उससे मुलाकात की. केजरीवाल ने 16 मार्च को सचिवालय में मगुंटा रेड्डी से पहली बार मुलाकात की. वह सांसद हैं तथा दक्षिण में बड़ा नाम हैं. उन्होंने केजरीवाल से मुलाकात की एवं शराब दिल्ली नीति को लेकर सपोर्ट मांगा. इस पर केजरीवाल ने मदद का आश्वासन दिया किन्तु उनसे AAP को फंड देने को कहा.

CBI ने कहा कि मंगुटा रेड्डी से के.कविता से बात करने को कहा गया था. 19 मार्च 2021 को कविता ने रेड्डी से संपर्क किया तथा उनसे हैदराबाद में मिलने को कहा. हैदराबाद में कविता ने रेड्डी से 50 करोड़ की मांग की. रेड्डी को बताया गया कि वे पहले से ही नई शराब नीति पर काम कर रहे हैं तथा उनसे इस पॉलिसी पर साथ मिलकर काम करने को कहा गया. ये सब सीएम केजरीवाल की जानकारी तथा उनके निर्देश पर हुआ. 

CBI ने कहा कि केजरीवाल ने कहा कि विजय नायर ने उनके साथ काम नहीं किया बल्कि उसने आतिशी एवं सौरभ भारद्वाज के तहत काम किया था. CBI का दावा है कि इस प्रकार केजरीवाल ने दिल्ली एक्साइज पॉलिसी की पूरी जिम्मेदारी मनीष सिसोदिया पर डाल दी. केजरीवाल ने कहा कि एक्साइज पॉलिसी का आइडिया उनका नहीं बल्कि मनीष सिसोदिया का था. CBI का दावा है कि हमें केजरीवाल से हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता है. वह ये भी नहीं बता रहे हैं कि विजय नायर उनके अधीन काम कर रहे थे. उनका कहना है कि वह आतिशी मार्लेना एवं सौरभ भारद्वाज के अधीन काम कर रहे थे. उन्होंने सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डालते हुए कहा कि उन्हें आबकारी नीति के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

राहुल गांधी को मिला बड़ा पद, पहली बार संभाला कोई संसदीय पद, गांधी परिवार के बने तीसरे सदस्य, जानिए कितनी बढ़ी ताकत

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया. कांग्रेस के सांसद केसी वेणुगोपाल ने यह जानकारी दी. मीडिया से वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को खत लिखकर सूचित किया है कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता होंगे.

राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने वाले गांधी परिवार के तीसरे सदस्य होंगे. उनसे पहले उनके माता-पिता सोनिया और राजीव गांधी इस पद पर रह चुके हैं. हालांकि राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक करियर में पहली बार कोई संसदीय पद ग्रहण किया है. 9 जून को कांग्रेस की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया था. CWC की बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें फैसला लेने से पहले इस पर विचार करने के लिए कुछ वक्त चाहिए. इसके साथ ही कांग्रेस ने विपक्ष के नेता का पद फिर से अपने नाम कर लिया है.

कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपनी सीटों की संख्या लगभग दोगुनी करके 2019 में 52 से 99 कर ली है. 2014 के चुनावों में पार्टी सिर्फ़ 44 सीटें ही जीत पाई थी. 2014 और 2019 में भाजपा के बाद संसद में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद, कांग्रेस सदन में मुख्य विपक्षी दल के रूप में स्थापित होने के मानदंडों को पूरा नहीं कर पाई. 

जिस पार्टी के पास 10 प्रतिशत से कम सीटें हैं, वह निचले सदन में विपक्ष के नेता के पद का दावा नहीं कर सकती. इससे पहले दिन में राहुल गांधी ने लोकसभा में सांसद के रूप में शपथ ली. शपथ लेने के बाद राहुल गांधी ने संविधान की एक प्रति हाथ में लेकर "जय हिंद, जय संविधान" कहा. बीते दो दिनों में संसद में सभी सांसदों को शपथ दिलाई गई.

कोर्ट रूम में बिगड़ी CM अरविंद केजरीवाल की तबीयत, सुनवाई रोककर दूसरे रूम में ले जाया गया, लो हुआ शुगर लेवल

 दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के बाद तबीयत बिगड़ने की खबर आई है। जानकारी के मुताबिक कोर्ट से ही सीबीआई ने उनको गिरफ्तार किया और इसके बाद उनका शुगर लेवल सामान्य से कम हो गया, जिसके बाद उन्हें कोर्ट रूम से बाहर लाया गया और चाय व बिस्किट खिलाई गई। राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई ने कोर्ट से केजरीवाल की रिमांड की मांग की। जांच एजेंसी ने कहा कि हमें केजरीवाल को हिरासत में ले जाकर पूछताछ करने की इजाजत दी जाए। 

केजरीवाल की बिगड़ती तबीयत को देखकर सुनवाई रोक दी गई और उन्हें अलग रूम में शिफ्ट किया गया। बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी केजरीवाल को आज सुबह तिहाड़ जेल से लेकर राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंची। अवकाशकालीन बेंच के जस्टिस अमिताभ रावत के समक्ष केजरीवाल को पेश किया गया। सीबीआई ने कोर्ट से उनकी कस्टडी की मांग की। 

CBI ने 25 जून को रात 9 बजे तिहाड़ जाकर शराब नीति में भ्रष्टाचार को लेकर केजरीवाल से पूछताछ की थी। इससे पहले, शराब नीति में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ED ने 21 मार्च को उन्हें गिरफ्तार किया था। वे पिछले 87 दिनों से तिहाड़ में बंद हैं। सीबीआई के वकील ने अदालत में दलील पेश करते हुए कहा कि केजरीवाल के वकील के आरोप गलत हैं। खुद आम आदमी पार्टी ने पॉलिसी डॉक्यूमेंट तैयार किए, वही नीति इन्होंने लागू की। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हर बार जांच एजेंसी पर आरोप लगाया जाता है और इस परीक्षा को हम पार करते हैं।

मुझे उम्मीद है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने देंगे', लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से बोले राहुल गांधी

 ओम बिरला को लोकसभा का नया स्पीकर चुन लिया गया है. इससे पहले सदन की कार्यवाही आरम्भ होते ही प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका राजनाथ सिंह और ललन सिंह ने समर्थन किया. बुधवार को लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव का गवाह बनी जो 1976 के पश्चात् इस प्रकार का पहला मौका है. स्वतंत्र भारत में लोकसभा स्पीकर पद के लिए सिर्फ 3 बार 1952, 1967 तथा 1976 में चुनाव हुए. 

सपा के मुखिया एवं सांसद अखिलेश यादव ने ओम बिरला को लोकसभा का अध्यक्ष बनने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि इस पद से बहुत सारी गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं तथा हम यही मानते हैं कि बिना पक्षपात के सदन आगे बढ़ेगा. अध्यक्ष के रूप में आप हर सांसद और दल को बराबरी का अवसर देंगे. हमारी अपेक्षा है कि किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज दबाई न जाए तथा न ही निष्काशन जैसी कार्रवाई से सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाएं.

वही लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीकर को बधाई देते हुए कहा कि विपक्ष भारत की आवाज है. मुझे उम्मीद है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने देंगे. विपक्ष की आवाज को दबाना अलोकतांत्रिक होता है. उसको चुप कराकर संसद नहीं चला सकते हैं. विपक्ष सरकार के साथ सहयोग करना चाहता है. हमें बोलने का मौका मिलना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि आप जिस तरह से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है.

मुश्किलों में घिरे कथावाचक प्रदीप मिश्रा, महापंचायत के बाद संत समाज ने दिया 3 दिनों का अल्टीमेटम, कहा- माफी मांगें वरना...

कथावाचक प्रदीप मिश्रा के राधा रानी को लेकर दिए गए बयान से संत समाज नाराज है. बरसाना में हुई महापंचायत में फैसला लिया गया कि अगर प्रदीप मिश्रा 3 दिन के अंदर माफी नहीं मांगते हैं तो उनको बरसाना के राधा रानी मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. इसके अलावा ब्रज चौरासी कोस के सभी मंदिरों में भी उनका प्रवेश वर्जित कर दिया जाएगा. साधु-संतों ने यह भी फैसला लिया है कि अगर प्रदीप मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तो पुलिस प्रशासन का घेराव किया जाएगा. फिल्म महाराज का भी बहिष्कार किया गया है. राधा रानी को लेकर कथावाचक प्रदीप मिश्रा द्वारा दिए गए बयान से संत समाज आहत है. वैसे प्रदीप मिश्रा के इस बयान को लेकर प्रेमानंद जी महाराज कई बार अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं वहीं इस पर प्रदीप मिश्रा का बयान भी आ चुका है. हालांकि संत समाज का कहना है कि उन्हें राधारानी को लेकर दिए गए अपने बयान के लिए मथुरा के बरसाना आकर माफी मांगनी होगी. साधु-संतों की ओर से यह फैसला बरसाना में हुई महापंचायत में लिया गया है. दरअसल, मथुरा के बरसाना में इस बाबत सोमवार को महापंचायत में यह फैसला किया गया कि अगर प्रदीप मिश्रा 3 दिन के अंदर सोशल मीडिया के माध्यम से यह कहते हुए कि ''मेरी मति मारी गई थी मैंने इसलिए यह सब कहा, नहीं कहते हैं और उसके बाद बरसाना के राधा रानी मंदिर में आकर माफी नहीं मांगते हैं तो उनका बरसाना के राधा रानी मंदिर में घुसने और ब्रज चौरासी कोस के सभी मंदिरों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा''. मथुरा के बरसाना में हुई साधू संत धर्माचार्य ने एक जुट होकर कथावाचक प्रदीप मिश्रा और यशराज फिल्म महाराज का विरोध किया. विरोध में प्रस्ताव पास कर यह फैसला लिया गया है कि वे माफी मांगें वरना पूरे देश में आंदोलन होगा. पंचायत ने फैसला लिया है कि ब्रज के पूरे इलाके में कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने माफी नहीं मांगी तो हाइवे जाम कर और रेल रोको आंदोलन करेंगे. संतों ने कहा, ''प्रदीप मिश्रा के खिलाफ उनका बहिष्कार किया जायेगा. उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जायेगा.'' साधू संतों ने अपने फैसले में कहा कि मुकदमा दर्ज नहीं होगा तो पुलिस प्रशासन का घेराव होगा. फिल्म महाराज का भी बहिष्कार किया गया. लोगों से अपील की कि उस फिल्म को नहीं देखें इसमें एक धर्म को बदनाम किया है.
लोकसभा में आपातकाल को लेकर हंगामा, जानें अध्यक्ष ओम बिरला ने इमरजेंसी पर क्या-क्या कहा?

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18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही जारी है। आज बुधवार को लोकसभा में ध्वनिमत से बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान पीएम मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी परंपरा के अनुसार आसन तक लेकर गए। ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अपने पहले संबोधन में आपातकाल को याद किया।लोकसभा अध्यक्ष का अध्यक्ष चुने जाने के बाद ओम बिरला ने साल 1975 में लगाई गई इमरजेंसी की कड़े शब्दों में निंदा की और कांग्रेस पर जमकर बरसे. साथ ही साथ सदन में दो मिनट का मौन रखा गया। इस बीच विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।हंगामे को देखते हुए स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही कल तक स्थगित कर दी। 

आज लोकसभा में आपातकाल पर पेश किए गए प्रस्ताव पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, 'ये सदन 1975 में देश में आपातकाल(इमरजेंसी) लगाने के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इसके साथ ही हम, उन सभी लोगों की संकल्पशक्ति की सराहना करते हैं, जिन्होंने इमरजेंसी का पुरजोर विरोध किया, अभूतपूर्व संघर्ष किया और भारत के लोकतंत्र की रक्षा का दायित्व निभाया।

उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में 25 जून 1975 के उस दिन को हमेशा एक काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा। इसी दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई और बाबा साहब आंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान पर प्रचंड प्रहार किया था। भारत की पहचान पूरी दुनिया में लोकतंत्र की जननी के तौर पर है। भारत में हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों और वाद-संवाद का संवर्धन हुआ, हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों की सुरक्षा की गई, उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया गया। ऐसे भारत पर इंदिरा गांधी द्वारा तानाशाही थोप दी गई, भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया और अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंट दिया गया।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान भारत के नागरिकों के अधिकार नष्ट कर दिए गए, नागरिकों से उनकी आजादी छीन ली गई। ये वो दौर था जब विपक्ष के नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया, पूरे देश को जेलखाना बना दिया गया था। तब की तानाशाही सरकार ने मीडिया पर अनेक पाबंदियां लगा दी थीं और न्यायपालिका की स्वायत्तता पर भी अंकुश लगा दिया था। इमरजेंसी का वो समय हमारे देश के इतिहास में एक अन्याय काल था, एक काला कालखंड था। आपातकाल लगाने के बाद उस समय की कांग्रेस सरकार ने कई ऐसे निर्णय किए, जिन्होंने हमारे संविधान की भावना को कुचलने का काम किया।

स्पीकर के आपातकाल पर दिए संबोधन और कल गुजरी आपातकाल की बरसीं पर मौन रखा गया। इस पर विपक्ष ने जमकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे को देखते हुए स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही कल तक स्थगित कर दी।

ओम बिरला चुने गए लोकसभा के अध्यक्ष, पीएम मोदी ने कहा- आपसे बहुत कुछ सीखने योग्य

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लोकसभा में स्पीकर का पद एनडीए के हिस्से आ गया है। ओम बिरला स्पीकर पद के लिए चुन लिए गए हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार अपनी पहली अग्निपरीक्षा में पास हो गई है।सत्ता पक्ष और विपक्ष में इस पद को लेकर तनातनी चलती रही और फैसला एनडीए के हिस्से आया है।बीजेपी से लगातार दूसरी बार एक ही व्यक्ति का स्पीकर चुने जाने का ये पहला मौका है।

आज सदन में एनडीए की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम बिड़ला के नाम का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गजों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया।इसके बाद प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाते हुए प्रस्ताव का सभी के सामने रखा। ध्वनिमत के आधार पर उन्होंने ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने के लिए आमंत्रित किया। 

इस दौरान खास बात यह भी रही कि आम बिरला को आसन तक ले जाने के लिए पीएम मोदी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी साथ आए। राहुल को बीती रात ही कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष घोषित किया है।

आपसे युवा सांसदों को प्रेरणा मिलेगी-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘आप (ओम बिरला) जिस प्रकार से एक सांसद के रूप में कार्य करते हैं, वह भी जानने योग्य है और बहुत कुछ सीखने योग्य है। मुझे विश्वास है कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली हमारे फर्स्ट टाइमर और युवा सांसदों को जरूर प्रेरणा देगी। 18वीं लोकसभा में स्पीकर का कार्यभार दूसरी बार आपने संभाला है, ये अपने आप में एक नया रिकॉर्ड बनते हुए हम देख रहे हैं। श्रीमान बलराम जाखड़ जी ऐसे पहले अध्यक्ष थे, जिन्हें 5 साल का कार्यकाल पूरा करके, फिर दोबारा स्पीकर बनने का अवसर मिला था। उनके बाद आप हैं, जिन्हें 5 साल पूर्ण करने के बाद दोबारा इस पद पर आसीन होने का अवसर मिला है। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष के रूप में एक बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। हम सबको विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सब का मार्गदर्शन करेंगे और देश की आशाओं-अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए ये सदन जो दायित्व निभाएगा, उसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका रहेगी।’

राहुल गांधी ने ओम बिरला को दी बधाई, कहा- विपक्ष देश की आवाज

पीएम मोदी के संबोधन के बाद राहुल गांधी ने सदन को संबोधित किया। सबसे पहले राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बधाई दी। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष देश की आवाज है। सरकार के पास ताकत है तो विपक्ष के पास देश की आवाज। उम्मीद है कि हमारी आवाज को सदन में नहीं दबाया जाएगा।हमें बोलने की आजादी मिलेगी।