संचारी रोगों के नियंत्रण एवं अभियान को लेकर नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने की बैठक

मीरजापुर। नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत लालडिग्गी स्थित पालिका के प्रधान कार्यालय पर ईओ, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं सफाई नायको के साथ बैठक किया। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार के निर्देश पर सभी निकायों में संचारी रोग के रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

संचारी रोग में मच्छरों की वजह से डेंगू, मलेरिया आदि जैसे बीमारी होने का खतरा बना रहता है। इसलिए सफाई निरीक्षक एवं सफाई नायक नगर के सभी वार्डो में जागरूकता अभियान चलाने के साथ जलजमाव इलाको में को चिन्हित कर जलनिकासी कराएंगे। वार्डो में नियमित रूप से नालियो की सफाई, बढ़े हुये घासों की कटाई के साथ, मलिन बस्तियों में विशेष अभियान चलाकर साफ सफाई कराएं। नगर के वार्डो में फॉगिंग, एन्टी लार्वा एवं कीटनाशक का छिड़काव कराए।

उन्होंने नगर के लोगो से अपील करते हुए कहा है की अपने घरों के आसपास पानी का जमाव न होने दे, घरों में भी कूलर के पानी को सप्ताह में एक बार साफ करें, यदि कहीं मच्छरों के लार्वा पनपते हैं तो उन्हें तुरंत नष्ट कर दें। घर की खिड़कियों पर जाली लगाये पूरी आस्तीन के कपड़े पहने एवं पानी को उबाल कर पियें। इस मौके पर सफाई नायकों को आधुनिक कूड़ा निकालने वाला हैंड मशीन वितरण भी किया गया। बैठक में अधिशासी अधिकारी जी लाल, सफाई इंस्पेक्टर मनोज सेठ, सफाई निरीक्षक, सफाई नायक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 13 जुलाई को

महेश चंद्र गुप्ता ,बहराइच। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार 13 जुलाई 2024 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन प्रस्तावित है। यह जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बहराइच के सचिव विराट शिरोमणि ने आमजन से अपील की है कि लोक अदालत का अधिकाधिक लाभ उठायें।

सचिव श्री शिरोमणि ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय में लम्बित वादों यथा आपराधिक शमनीय वाद, धारा 138 परक्राम्य लिखित अधिनियम, बैंक/धन वसूली वादों, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाएं, श्रम वादों, विद्युत एवं जल बिल विवाद (चोरी से सम्बन्धित विवादों सहित), वैवाहिक वादों (तलाक सम्बन्धी मामलों को छोड़कर), भूमि अधिग्रहण वादों, सर्विस में वेतन एवं भत्तों सम्बन्धित विवाद, सेवानिवृतिक लाभों से सम्बन्धित विवाद, राजस्व वाद व अन्य सिविल वादों (किराया, सुखाधिकार, व्यादेश, विनिर्दिष्ट अनुपालन वाद इत्यादि), प्री-लिटिगेशन वाद बैंक वसूली, टेलीफोन बिल्स प्रकरणों, श्रम विवादों, विद्युत एवं जल बिल विवाद, वैवाहिक व भरण पोषण वाद, अन्य अपराधिक शमनीय वाद एवं अन्य सिविल वादों का अधिकाधिक संख्या में निस्तारण किया जायेगा।

मगरमच्छ ने नाले के पास चर रही बकरी को बनाया निवाला, गांव में दहशत, ग्रामीणों ने लाठी डंडे से मगरमच्छ को खदेडा

मिथिलेश कुमार तिवारी , हलिया, मीरजापुर। जिले के पहाड़ी अंचल हलिया में पानी का संकट गहराने के साथ ही जलीय जीव जंतुओं के जीवन पर भी खतरा मंडराने लगा है। खिसकते जलस्तर और सूखते नदी नाले, तालाब की वजह से जलीय जीव मगरमच्छ हिंसक हो आबादी की ओर भाग रहे हैं। मंगलवार को सुबह एक मगरमच्छ ने नाले के किनारे चर रही बकरियों पर हमला बोल कर एक बकरी को अपना निवाला बना लिया है।

हलिया थाना क्षेत्र के बस कुड़ियां नाला के पास हलिया निवासी रामसागर हरिजन की चर रही बकरियों को सुबह तकरीबन 9 बजे नाले के पास की झाड़ियों के बीच से होते हुए मगरमच्छ ने एक बकरी को घात लगा कर अपना निवाला बना लिया। बकरी की आवाज पर पहुंचे चरवाहों ने शोर मचाना शुरू किया तो मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने लाठी डंडे से मगरमच्छ पर हमला बोल दिया। तब जाकर मगरमच्छ बकरी को छोड़ते हुए नाले में छलांग लगा दिया। तब तक बकरी की मौत हो गई थी।

बकरी को मरा देख बकरी पालक का रो-रो कर बुराहाल हो उठा था। लोगों ने जहां बकरी पालन को मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है वहीं इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्रा ने बताया कि नाले में पानी था वहां पर मगरमच्छ का निवास होता है। जंगल में मवेशियों को लेकर लोगों को नहीं जाना चाहिए, ऐसे में पशुपालक को शासन से कोई लाभ नहीं दिया जा सकता है।

मिर्जापुर: पक्का घाट पर स्नान के दौरान युवक गंगा में समाया, मचा हड़कंप 

मिर्जापुर। शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत त्रिमुहानी स्थित पक्का घाट पर मंगलवार को प्रातः 6:00 बजे एक एक युवक गंगा स्नान के दौरान डूब गया। जानकारी होने पर घाट पर हड़कंप मच गया। जबतक उसकी तलाश होती तब तक वह नदी के गहरे पानी में जा चुका था। जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बड़ी माता गली निवासी 25 वर्षीय युवक उज्जवल तिवारी पुत्र चंद्रमा तिवारी अपने घर से मंगलवार की सुबह अपनी माता जी से यह कह कर घर से निकला था कि दरवाजा बंद कर लो, मैं जा रहा हूं उसके बाद नहाने के लिए गंगा घाट पर आ पहुंचा था। घाट पर मौजूद लोगों की मानें तो गंगा स्नान के दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा।

बचाने की युवक लगाता रहा गुहार,घाट पर मौजूद लोग देखते रहे

बताया जा रहा है कि युवक डूबने लगा तो बचाव के लिए लोगों की मदद की गुहार लगा रहा था, लेकिन किसी ने उसकी ओर ध्यान नहीं दिया वहीं एक होमगार्ड का जवान भी दिखाई दिया तो वह भी बचाव की बजाय चलते बना था। सूचना होने के तकरीबन एक घंटे तक पुलिस भी मौके पर नहीं पहुंची थी। उधर सूचना होते ही युवक के परिजन और आसपास के लोग गंगा घाट पर पहुंच रोने लगे थे। बाद में पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश में जुटी हुई रही है।


बताया गया कि  सूचना  पर लगे होमगार्ड जो लघुशंक के बहाने घाट पर आए और उनको जानकारी हुई वहीं डेढ़ घंटे तक समाचार लिखे जाने तक तक कोई भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा था बता दे की जब भी कोई लवर स्थानीय घाट पर आते हैं तो यहीं पर नशेड़ी किस्म के युवक जो हमेशा बताते हैं वह पुलिस को सूचना देकर अपनी पीठ पर हाथ रखने का कार्य करवाते हैं वही युवा के जो आज डूबने लगा उसको बचाने में कोई मदद नहीं की है चाहते तो वहां पर नाविक व अन्य युवक जबकि वह हाथ दिख रहा था बचा लेते किंतु ऐसा हो नहीं सकता और वह गंगा में समा गया।
क्राई ने बालिकाओं की 12वीं तक की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया राष्ट्रव्यापी अभियान


संतोष देव गिरि ,मिर्ज़ापुर। हर लड़की की 12वीं तक की शिक्षा सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता को संबोधित करते हुए, भारत में अग्रणी बाल अधिकार संगठन क्राई - चाइल्ड राइट्स एंड यू ने सोमवार को 'पूरी पढ़ाई देश की भलाई' अभियान शुरू किया।

भारत भर में लाखों लड़कियां अभी भी स्कूल से बाहर हैं, और कई माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच नहीं पा रही हैं। इस गतिशील सात सप्ताह के राष्ट्रव्यापी पहल का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा के प्रति जन जागरूकता और सामाजिक दृष्टिकोण में क्रांतिकारी बदलाव लाना है। हितधारकों को शामिल करके और लक्षित हस्तक्षेप लागू करके, क्राई का लक्ष्य शिक्षा की बाधाओं को दूर करना और लड़कियों के लिए एक उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना है।

उत्तर प्रदेश में यह अभियान राज्य के विभिन्न जिलों के साथ-साथ भारत के 20 राज्यों में क्राई के हस्तक्षेप परियोजनाओं में सोमवार को शुरू किया गया। इस राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत क्राई और उसके साथी संगठन जन जागरूकता रैलियां, हस्ताक्षर अभियान और विभिन्न आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करेंगे।

क्राई की मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूजा मारवाहा ने अभियान के अत्यंत महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा "बालिकाओं के लिए उच्च माध्यमिक शिक्षा सुनिश्चित करना न केवल उनके सशक्तिकरण के लिए अपरिहार्य है, बल्कि यह राष्ट्र के समग्र विकास का भी अनिवार्य अंग है। प्राथमिक शिक्षा से आगे बढ़कर, लड़कियों की शैक्षिक यात्रा को सुदृढ़ करने हेतु सुनियोजित लक्ष्यों और कार्य-योजनाओं के साथ लक्षित हस्तक्षेप अत्यावश्यक है।

इस दिशा में कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना होगा, जिनमें बालिका शिक्षा के लिए पर्याप्त सार्वजनिक संसाधन, वित्तीय प्रोत्साहन, उन्नत अधोसंरचना, सामुदायिक सहभागिता, एवं बाल विवाह निरोधक कानूनों का कठोर क्रियान्वयन प्रमुख हैं। परंतु, यह सब कुछ तभी साकार हो सकेगा जब बालिका शिक्षा के प्रति व्यापक जन-जागरूकता उत्पन्न हो और समाज में इसकी गहरी अनुगूँज हो।"

क्राई की क्षेत्रीय निदेशक सोहा मोइत्रा ने इस पहल की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, "2009 का नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम 14 वर्ष की आयु तक के भारतीय बच्चों के लिए सार्वभौमिक शिक्षा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम था। इस अप्रैल में जब हम इस अधिनियम की 15वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, तो हम मानते हैं कि कई लड़कियों की अभी भी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच नहीं है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 ने 18 वर्ष की आयु तक सार्वभौमिक, नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का विस्तार करने का मार्ग प्रशस्त किया, जो 2030 तक समान शिक्षा के लिए सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी लक्ष्य-4) के अनुरूप है।

हालांकि, नवीनतम यूडीआईएसई+ 2021-22 के आंकड़े बताते हैं कि भारत में केवल पांच में से तीन लड़कियां ही उच्च माध्यमिक स्तर तक पहुंचती हैं। इसका मतलब है कि वर्तमान में केवल 58.2% लड़कियां ही उच्च माध्यमिक शिक्षा में नामांकित हैं।"

क्राई द्वारा इसी डेटाबेस का गहन विश्लेषण करने पर और भी चिंताजनक तथ्य प्रकाश में आए हैं। एडजसटेड नेट एनरोलमेंट रेट (एएनईआर) के आधार पर की गई गणना दर्शाती है कि संबंधित आयु वर्ग की प्रत्येक तीन बालिकाओं में से एक (35%) माध्यमिक स्तर पर विद्यालय से बाहर है। इसके अतिरिक्त, इसी आयु वर्ग की प्रत्येक आठ छात्राओं में से एक (12.25%) अपनी शिक्षा अधूरी छोड़ देती है, परिणामस्वरूप वे माध्यमिक शिक्षा पूर्ण करने में असफल रहती हैं।

उत्तर प्रदेश में क्राई के जमीनी अनुभवों से पता चलता है कि सामाजिक-आर्थिक चुनौतियां, सांस्कृतिक मान्यताएं, लिंग भेदभाव, बाल विवाह, अपर्याप्त स्कूल सुविधाएं, स्कूल दूर होना और सुरक्षा संबंधी चिंताएं लड़कियों की शैक्षिक यात्रा में बाधा डालती हैं, जो उच्च माध्यमिक शिक्षा पूरी करने में महत्वपूर्ण बाधाएं पैदा करती हैं। ये बाधाएं उच्च ड्रॉपआउट दर का कारण बनती हैं और लड़कियों को बाल श्रम, कम उम्र में विवाह, किशोरावस्था में गर्भधारण, दुर्व्यवहार, शोषण और यहां तक कि बाल तस्करी के प्रति अधिक असुरक्षित बनाती हैं।

इन बाधाओं के परिणामस्वरूप न केवल स्कूल ड्रॉपआउट की दर को बढ़ाती है, अपितु ये छात्राओं को अन्य गंभीर खतरों के प्रति भी अतिसंवेदनशील बना देती हैं। इनमें बाल श्रम, अल्पवयस्क आयु मे विवाह, किशोरावस्था में गर्भधारण, दुर्व्यवहार, शोषण एवं बाल तस्करी जैसी ज्वलंत समस्याएँ सम्मिलित हैं।

इन मुद्दों से सीधे निपटने के लिए, क्राई ने 'पूरी पढ़ाई देश की भलाई' अभियान शुरू किया है, जो 24 जून से शुरू होकर 15 अगस्त, भारत के स्वतंत्रता दिवस तक चलेगा। यह अभियान शिक्षा में लैंगिक असमानताओं को दूर करने के लिए सभी हितधारकों को शामिल करने का प्रयास करता है।

क्राई और उसके साझेदार संगठन अपने परिचालन क्षेत्रों में प्राथमिक, उच्च-प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा में लड़कियों के नामांकन और प्रतिधारण को बढ़ाने का प्रयास करेंगे। क्राई का लक्ष्य बच्चों और उनके परिवारों, शिक्षकों, समुदाय के सदस्यों, प्रभावशाली व्यक्तियों, राज्य अधिकारियों, विभिन्न शैक्षिक स्तरों के छात्रों, मीडिया हाउस, कॉरपोरेट्स और आम जनता के साथ जुड़कर व्यापक जागरूकता पैदा करना है। इन मुद्दों से सीधे निपटने के लिए, क्राई ने 'पूरी पढ़ाई देश की भलाई' अभियान शुरू किया है, जो 24 जून से शुरू होकर 15 अगस्त, भारत के स्वतंत्रता दिवस तक चलेगा। यह अभियान शिक्षा में लैंगिक असमानताओं को दूर करने के लिए सभी हितधारकों को शामिल करने का प्रयास करता है।

क्राई और उसके साथी संगठन अपने परिचालन क्षेत्रों में प्राथमिक, उच्च-प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा में लड़कियों के नामांकन और रिटेन्शन को बढ़ाने का प्रयास करेंगे। क्राई का लक्ष्य बच्चों और उनके परिवारों, शिक्षकों, समुदाय के सदस्यों, प्रभावशाली व्यक्तियों, राज्य अधिकारियों, विभिन्न शैक्षिक स्तरों के छात्रों, मीडिया हाउस, कॉरपोरेट्स और आम जनता के साथ जुड़कर व्यापक जागरूकता पैदा करना है।

सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ करना पड़ा महंगा, मिजार्पुर के युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

संतोष देव गिरी,मिजार्पुर। यदि आप सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और किसी की छवि के साथ खिलवाड़ करने की कुचेष्टा करने की कोशिश करते हैं तो आप सीधे हवालात जा सकते हैं। जैसा की मीरजापुर के लालगंज में हुआ है। यहां फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को तोड़ मरोड़कर एवं आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में लालगंज निवासी एक युवक को एसडीएम गुलाबचंद्र ने सोमवार को चौदह दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक लालगंज थाने की पुलिस ने सोशल मीडिया फेसबुक पर पोस्ट के जरिए कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छवि खराब करने का जान बूझकर प्रयास करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ 151 में मामला दर्ज किया है। लालगंज थाने के नवागत थाना प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि लालगंज निवासी आरोपी मेराज पुत्र मदार फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट के बारे में रविवार की रात में मिली शिकायत के आधार पर गिरफ्तार कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान कर दिया गया। आरोपी को जमानत के लिए तहसील पर एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत होने पर एसडीएम गुलाबचंद्र ने प्रधानमंत्री पर आपत्ति जनक टिप्पणी के आरोपी युवक को न्यायिक हिरासत में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।

रेलवे स्टेशन पर मंदिर गिराए जाने से आक्रोश, बताया गया दूसरे स्थान पर किया गया है नवनिर्मित

मीरजापुर। रेलवे स्टेशन परिसर में मौजूद वर्षो पुराना शिव मंदिर ध्वस्त कर दिया गया। इसको लेकर आक्रोश बढ़ गया है। हालांकि इसे नव निर्माण के चलते गिराया जाना बताकर पल्ला झाड़ लिया गया है। बताते चलें कि मीरजापुर रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर वर्षों पुराना शिव मंदिर स्थापित रहा है। जिसे बीती रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन से गिराया दिया गया है। जेसीबी से मन्दिर गिराने से हिंदू समाज में भारी नाराजगी देखी जा रही है। लोग बोले कि आस्था पर चोट की गई है।

लोगों ने मंदिर के पुजारी पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। वहीं मामले पर रेलवे ने सफाई दी है। स्टेशन अधीक्षक रविंद्र कुमार का बयान है कि मंदिर को दूसरी जगह स्थापित की कर मूर्ति को भी उसी मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। नवनिर्मित मन्दिर में मूर्ति की स्थापना कराकर कराई गई है प्राण प्रतिष्ठा। फिलहाल मामले को लेकर प्रबुद्ध जन समझाने बुझाने में जुटे हुए थे।

मिजार्पुर के शास्त्री सेतु पर आवागमन बाधित होते ही लगा जाम, कई राज्यों से आने वाले वाहनों का लगा लंबा रेल

मीरजापुर। बीती रात्रि बालू लदे ट्रक से टूटे शास्त्री सेतु के पाथ-वे को देखते हुए सोमवार को दोपहर बाद से आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिए जाने को लेकर जहां लोगों को परेशान देखा गया वही दोनों तरफ वाहनों का लंबा कतार भी लग गया था। यूपी और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों को जोड़ने में अहम भूमिका अदा करने वाला शास्त्री सेतु पर पुल बंद होने की खबर से लोग हलकान हो उठे थे। बाद में नगर विधायक की पहल पर बाइक और छोटे वाहनों के लिए आवागमन प्रारंभ कराया गया है। 

जब तक फूल की मरम्मत नहीं हो जाती है बड़े वाहनों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहेगा। बताते चलें कि शास्त्री पुल का पाथ-वे क्षतिग्रस्त होने पर अवागमन पर लगे रोक के बाद पुल पर भीषण जाम लग गया था, पुल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। भीषण जाम की सूचना पर शास्त्री पुल पर पहुंचे नगर विधायक, नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने सेतु निगम के अधिकारियों से बात करने के बाद आवागमन चालू करवाया है। छोटी गाड़ी, चार पहिया वाहनों के लिऐ चालू कराया गया पुल जबकि सभी बड़े वाहनों को रोक दिया गया है। इससे लोगों की समस्याओं में एक बार फिर से इजाफा हो गया है।

रेलवे स्टेशन पर मंदिर गिराए जाने से आक्रोश, बताया गया दूसरे स्थान पर किया गया है नवनिर्मित

मीरजापुर। रेलवे स्टेशन परिसर में मौजूद वर्षो पुराना शिव मंदिर ध्वस्त कर दिया गया। इसको लेकर आक्रोश बढ़ गया है। हालांकि इसे नव निर्माण के चलते गिराया जाना बताकर पल्ला झाड़ लिया गया है। बताते चलें कि मीरजापुर रेलवे स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर वर्षों पुराना शिव मंदिर स्थापित रहा है। जिसे बीती रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन से गिराया दिया गया है। जेसीबी से मन्दिर गिराने से हिंदू समाज में भारी नाराजगी देखी जा रही है। लोग बोले कि आस्था पर चोट की गई है।

लोगों ने मंदिर के पुजारी पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। वहीं मामले पर रेलवे ने सफाई दी है। स्टेशन अधीक्षक रविंद्र कुमार का बयान है कि मंदिर को दूसरी जगह स्थापित की कर मूर्ति को भी उसी मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। नवनिर्मित मन्दिर में मूर्ति की स्थापना कराकर कराई गई है प्राण प्रतिष्ठा। फिलहाल मामले को लेकर प्रबुद्ध जन समझाने बुझाने में जुटे हुए थे।

MIRZAPUR : भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके शास्त्री सेतु का पाथ-वे ट्रक चढ़ने से टूटा, हो सकता है बड़ा हादसा

संतोष देव गिरि ,मीरजापुर। दुद्धि-लुम्बिनी मार्ग को जोड़़ने वाले गंगा नदी पर बने मिर्जापुर का शास्त्री पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़़ कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। शास्त्री सेतु पुल एक बार फिर किनारे से टूट गया है। बीती रात बालू लदे ओवरलोड ट्रक मिर्ज़ापुर की ओर से जाते समय पाथ-वे पर चढ़ गया जिससे वह टूट कर गड्ढे का रूप ले लिया है।

पुल के टूटे पाथ-वे की का अभी तक मरम्मत कार्य भी नहीं हो पाया है। बताते चलें कि वर्ष 2020 से 3 बार करोड़ो की लागत लगाकर पुल का मरम्मत कराया जा चुका है। ओवर लोड बालू के ट्रक चढ़ने से पथवे का हिस्सा किनारे से टूटा है। 6 महीने पहले ही मरम्मत कराकर शास्त्री सेतु पुल को बड़े वाहनों के लिए चालू किया गया था। 45 साल पुराना बने पुल पर हर वर्ष मरम्मत का खेल होता है। पूर्व में मुंबई की कंपनी में आरएंडएम इंटरनेशनल को मरम्मत का ठेका दिया गया था। जर्जर पुल पर हर दिन हजारों वाहन गुजरते है। मिर्जापुर का शास्त्री सेतु पुल दुद्धि-लुम्बिनी मार्ग को जोड़ता है। 1अगस्त 1976 को तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने इस सेतु का उद्घाटन किया था।

बदलते ज़माने के साथ ही पुल पर न केवल आवागमन बढ़ा है बल्कि वाहनों की खेप भी बढ़ी है ऐसे में क्षमता से अधिक भार बढ़ने से पुल पर जहां असर पड़ा है वहीं रखरखाव में जमकर लापरवाही भी बरती गई है। जिसका खामियाजा यह हुआ है कि पुल के किनारे लगी लोहे की सरिया सड़-गल चुकी है। जगह-जगह दरार और जर्जर सरिया पुल के कमजोर होने की ओर इसारा करते हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल भी मरम्मत के नाम पर खर्च हुए रुपये के जांच के लिए पत्र लिख चुकी हैं। गौर करें तो वर्ष 2020 में 8 करोड़, 2021- 22 में 5.64 करोड़ और 2023 में 7.48 करोड़ मरम्मत के नाम पर खर्च हो चुके है। मरम्मत के नाम पर शास्त्री सेतु में करोड़ो का खेल होना बताया जा रहा है। फिलहाल शास्त्री सेतु पुल का टूटा हुआ पाथ-वे बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहा टूटा है।