सीएम योगी बोले- बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से हो ,आस्था का सम्मान करें, किसी नई परंपरा को प्रोत्साहन न दें
सीएम योगी बोले
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों को लेकर सुदृढ़ कानून-व्यवस्था व श्रद्धालुओं की सुविधाओं के संबंध में गुरुवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों से की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और व्यापक जनहित में दिशा-निर्देश दिए।उन्होंने सुशासन के लिए अधिकारियों से कहा कि संवाद, समन्वय और जनता का विश्वास जीतने का संकल्प लें और उसे अपनी कार्यशैली का हिस्सा बनाएं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मैंने जनता दर्शन कार्यक्रम पुनः प्रारंभ कर दिया है। जिलों से आ रहीं शिकायतों व आवेदनों की समीक्षा की जा रही है। जिस क्षेत्र से अधिक शिकायतें मिल रहीं हैं,उसी अनुसार वहां के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
*जनता दर्शन कार्यक्रम जिला, रेंज, ज़ोन स्तर तत्काल शुरू हो*
उन्होंने कहा कि जनता दर्शन कार्यक्रम जिला, रेंज, ज़ोन स्तर भी तत्काल शुरू हो जाए। कौन सा अधिकारी किस दिन जहां जनसुनवाई करेगा, इसके बारे में जनता के बीच पहले से ही पहले से प्रसारित की जाए। लोगों की समस्याएं, अपेक्षाएं सुनें और एक तय समय सीमा के भीतर निस्तारण करें। उन्हें लटकाएं नहीं, समाधान दें। कॉमन मैन की संतुष्टि ही आपके काम का मानक है। आम आदमी का विश्वास जीतें।
*गरीब, शोषित, पीड़ित और वंचित के हितों की रक्षा हमारी जिम्मेदारी*
उन्होंने कहा कि हमारी कार्रवाई माफिया के खिलाफ है, गरीब के खिलाफ नहीं। यह कार्रवाई और तेज की जाए। हर गरीब, शोषित, पीड़ित और वंचित के हितों की रक्षा, हमारी जिम्मेदारी है। भूमाफ़िया हो या कोई अन्य माफिया सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी।उन्होंने कहा कि आगामी 16 जून को गंगा दशहरा, 17 जून को बकरीद, 18 जून को ज्येष्ठ माह का मंगल का पर्व है और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन है,जबकि जुलाई माह में मोहर्रम और कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र कार्यक्रम होने हैं। स्वाभाविक रूप से यह समय कानून-व्यवस्था की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। उन्होंने शासन-प्रशासन को 24×7 एक्टिव मोड में रहने को कहा है।
अनावश्यक 'पॉवर कट' न हो
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 से 22 जून तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए। गंगा दशहरा के दृष्टिगत गंगा नदी के घाटों की साफ-सफाई और साज-सज्जा की जानी चाहिए। स्नान कहां करना है, यह सुनिश्चित हो। सतर्कता के दृष्टिगत गोताखोरों, पीएसी के फ्लड यूनिट तथा एनडीआएफ व एसडीआरएफ की तैनाती भी की जाए।
उन्होंने कहा कि इस समय भीषण गर्मी का समय है, साथ ही पर्व-त्योहारों का आयोजन भी होना है। ऐसे में गांव,नगर,महानगर, कहीं भी रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक 'पॉवर कट' न हो। ट्रांसफार्मर खराब होने अथवा फॉल्ट की समस्या का तेजी के साथ निस्तारण कराएं। आम जन की जरूरतों का ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व के अनुभव बताते हैं कि जहां स्थानीय प्रशासन ने संवादहीनता बनाए रखी, वहां अप्रिय घटना की स्थिति बनी। हमें इनसे सीख लेते हुए सतर्क रहना होगा। थाना,सर्किल,जिला,रेंज,जोन,मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं,समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक कर लें। मीडिया का सहयोग लें,ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।
बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से हो : योगी
उन्होंने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए। इसके अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी न हो। विवादित व संवेदनशील स्थलों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। हर जिले में कुर्बानी के उपरांत अपशिष्ट के निस्तारण की व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिए। नमाज परंपरानुसार एक निर्धारित स्थल पर ही हों। सड़क मार्ग अवरुद्ध कर नमाज की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। आस्था का सम्मान करें किंतु किसी नई परंपरा को प्रोत्साहन न दें। वीडियोग्राफी कराएं, ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए।
*कानून व्यवस्था हाथ लेने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई*
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। यदि कोई भी कानून हाथ में लेने का प्रयास करे,अराजक तत्वों पर नजर रखें, यदि कोई शांति व्यवस्था को खराब करने का प्रयास करता मिले तो उसके साथ पूरी कड़ाई की जाए।उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ माह के बड़ा मंगल पर भंडारा आयोजन की परंपरा रही है। आयोजकों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि प्रसाद खाकर अपशिष्ट सड़क किनारे न फेकें जाएं। डस्टबिन की उपलब्धता हर भंडारा स्थल पर होनी चाहिए। नगर निगम व नगर पालिका के माध्यम से अपशिष्ट का निस्तारण सुनिश्चित कराएं। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध कड़ाई से लागू करें। पर्व और त्योहारों को 'अवेयरनेस' का माध्यम बनाना चाहिए।
*ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो*
उन्होंने कहा कि ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए। सड़क आवागमन के लिए है, न कि अतिक्रमण के लिए।
*अवैध वसूली के जरिए आम आदमी का उत्पीड़न बंद हो*
यातायात विभाग के साथ-साथ परिवहन विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी अवैध वसूली न हो। आम आदमी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। ऐसी शिकायतें मिलीं तो कार्रवाई होनी तय है। नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को और सुदृढ़ करना होगा। स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का स्थायी समाधान करे। यह सुनिश्चित करें कि कोई तय स्थान के बाहर दुकान न लगाए।
*सरकारी, प्राइवेट वाहनों से प्रेशर हॉर्न तत्काल हटाया जाय*
उन्होंने निर्देश दिया कि वाहन सरकारी हो या कि प्राइवेट, प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर नहीं बजना चाहिए। जहां लगा हो, तत्काल उतरवाएं। वीआईपी फ्लीट में सबसे आगे की गाड़ी में एक तय ध्वनि सीमा के साथ ही हूटर बजे। अन्य किसी वाहन में नहीं। इसे स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए, कि यदि कहीं से भी प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर बजने की सूचना मिली तो संबंधित थाना पर कार्रवाई होनी तय है। वीआईपी कल्चर को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
Jun 14 2024, 19:47