रिबोर के नाम पर निकाले लाखों रूपये फिर भी पानी नही दे रहे हैंडपम्प
शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) विकास खंड सकरन की कई ग्राम पंचायतों में विगत कई वर्षों से खराब पडे है इंडिया मार्का हैंडपम्प रिबोर व मरम्मत के नाम पर निकाल लिए गये लाखों रूपये हैंडपम्प खराब होने के चलते पानी को तरस रहे ग्रामीण |विकास खंड की ग्राम पंचायत सकरन, उमराखुर्द, उमराकलां, लखनियापुर, चिल्हिया, दुगाना,लखुआबेहड,काजीपुर आदि कई ग्राम पंचायतों में आधा सैकडा से ऊपर लगे इंडिया मार्का हैंडपम्प वर्षों से खराब पडे है जब कि खराब पडे हैंडपम्पों की मरम्मत के नाम पर प्रधान व सचिव ने लाखों रूपये निकाल लिए उसके बाद भी खराब हैंडपम्पों की मरम्मत नही करवायी गयी।
जिसके चलते इस भीषण गर्मी में ग्रामीण बूंद बूंद पानी को तरस रहे है अकेले ग्राम पंचायत सकरन व उसके मजरा मिश्रपुर,लालूपुरवा,गयादीनपुरवा,गुलरबोझा में कुल 65 इंडिया मार्का हैंड पम्प लगे है जिनमें से 16 हैंडपम्प विगत तीन वर्षों से खराब पडे है जब कि ग्राम प्रधान व सचिव द्वारा हैडपम्प रिबोर व मरम्मत के नाम पर वर्ष 2020 से वर्ष 2023 तक 50 लाख 15 हजार रूपये निकाल लिए गये इतनी अधिक धनराशि निकाले जाने के बाद भी अधिकतर हैंडपम्प खराब पडे हुए है कस्बे के मेन चौराह पर लगा हैंडपम्प विगत तीन वर्षों से खराब है सुमरावा मार्ग के किनारे लगा हैंडपम्प प्रथमिक विद्यालय के पास,लालूपुरवा गांव के पास,कांजीहाउस के पास लगे हैंडपम्प विगत कई वर्षों से पानी नही दे रहे है ।
एक हैंडपम्प मिस्त्री ने बताया कि एक नये नल को लगवाने में सरकार से 26 से 29 हजार रूपये आता है इस हिसाब से अगर देखा जाये तो मात्र बीस लाख में 65 नये नल लगाये जा सकते थे मगर यहां उनकी मरम्मत व रिबोर के नाम पर 50 लाख रूपये निकाल लिए गये मामले को लेकर ग्रामीण रामचन्द्र,विकास,सरबजीत,हुसैन आदि ने मुख्य विकास अधिकारी व डीएम को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच करवाये जाने की मांग की है |खंड विकास अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया मामले की जांच करवायी जायेगी जांच में दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्यवाही की जायेगी |
Jun 07 2024, 18:15