एग्जिट पोल 2024: नरेंद्र मोदी की हैट्रिक या कांग्रेस की वापसी ? पोलस्टर्स करेंगे अनुमान।

2024 के लोकसभा चुनावों के लिए उत्सुकता से प्रतीक्षित एग्जिट पोल परिणामों का करेंगे अनुमान। एग्जिट पोल के प्रकाशन पर चुनाव आयोग का प्रतिबंध, जो 19 अप्रैल, 2024 से लागू है, आज शाम 6:30 बजे हट जाएगा। इसके बाद, विभिन्न मीडिया संगठन अपने एग्जिट पोल के निष्कर्षों को तुरंत जारी करेंगे, जो इस उच्च-दांव वाले चुनावी युद्ध के संभावित परिणामों की प्रारंभिक झलक पेश करेंगे। एग्जिट पोल मतदाताओं के मतदान केंद्र से निकलने के तुरंत बाद किए जाने वाले सर्वेक्षण होते हैं। इन पोल का उद्देश्य आधिकारिक परिणाम आने से पहले चुनाव के परिणाम की भविष्यवाणी करना है।

कांग्रेस ने टेलीविजन चैनलों पर किसी भी लोकसभा एग्जिट पोल बहस में भाग नहीं लेने के अपने फैसले की घोषणा की है। कांग्रेस प्रवक्ता और मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने कहा कि मतदाताओं ने अपना वोट डाल दिया है और उनका फैसला सुरक्षित है, उन्होंने कहा कि पार्टी को “टीआरपी के लिए अटकलों और झगड़े में शामिल होने का कोई कारण नहीं दिखता है।” भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने दावा किया कि कांग्रेस का यह निर्णय इस बात की "स्पष्ट पुष्टि" है कि विपक्षी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में हार मान ली है। एक्स पर एक पोस्ट में, नड्डा ने मतदाताओं से शनिवार को मतदान के सातवें और अंतिम चरण में अपना वोट बर्बाद न करने का आग्रह किया, उन्होंने तर्क दिया कि कांग्रेस आमतौर पर तब बाहर हो जाती है जब उसे अनुकूल परिणामों की उम्मीद नहीं होती है, लेकिन अगर उसे लगता है कि उसके पास एक बाहरी मौका भी है, तो उसे चुनाव लड़ने में कोई संकोच नहीं होता।

भाजपा का चुनावी रुख 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के होशियारपुर में एक रैली के साथ अपने व्यापक लोकसभा अभियान का समापन किया। 16 मार्च को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से, मोदी ने 206 जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जो 2019 के चुनावों के दौरान उनके 145 कार्यक्रमों से अधिक है। 76-दिवसीय अभियान अवधि के दौरान, उन्होंने सभी पाँच दक्षिणी राज्यों का दौरा किया, जहाँ भाजपा की स्थिति को उन क्षेत्रों में सुधारने पर ध्यान केंद्रित किया गया जहाँ उसे पहले बहुत कम सफलता मिली थी। रैलियों, रोड शो और 80 मीडिया साक्षात्कारों के माध्यम से मोदी के अथक अभियान ने भाजपा के प्राथमिक वोट-प्राप्तकर्ता के रूप में उनकी भूमिका को उजागर किया। उनके प्रयासों का प्रभाव 4 जून को सामने आएगा, जब चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे।

कांग्रेस का चुनावी रुख 

लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए जोरदार अभियान के तहत, पार्टी नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने 100 से अधिक जनसंपर्क कार्यक्रमों में भाग लिया। राहुल गांधी ने सातवें चरण के मतदान के लिए प्रचार के अंतिम दिन पंजाब में प्रचार किया, जबकि प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में रोड शो का नेतृत्व किया। खड़गे ने 100 से अधिक रैलियों, 20 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस और 70 से अधिक मीडिया इंटरैक्शन में भाग लिया। राहुल गांधी ने 107 रैलियों और प्रमुख कार्यक्रमों में भाग लिया, और प्रियंका गांधी ने 108 सार्वजनिक बैठकों और रोड शो में भाग लिया, और कई मीडिया साक्षात्कार दिए। प्रियंका गांधी ने रायबरेली और अमेठी पर ध्यान केंद्रित किया क्योंकि उन्होंने 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में प्रचार किया। 

एग्जिट पोल कितने सटीक साबित हुए। 

एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए, और हाल के वर्षों में गलत भविष्यवाणियों के उल्लेखनीय उदाहरण सामने आए हैं। हालांकि, 2019 और 2014 के भारतीय आम चुनावों के एग्जिट पोल ने समग्र भावना को लगभग सटीक रूप से पकड़ लिया।

2019 में, एग्जिट पोल ने एनडीए के लिए औसतन 306 सीटें और यूपीए के लिए 120 सीटों की भविष्यवाणी की। एनडीए के लिए वास्तविक परिणाम काफी अधिक थे, जिसने 352 सीटें जीतीं (जिसमें अकेले भाजपा ने 303 सीटें हासिल कीं), जबकि यूपीए ने केवल 93 सीटें जीतीं (जिसमें कांग्रेस को 52 सीटें मिलीं)। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए 352 सीटों की भविष्यवाणी की थी, जबकि न्यूज 24-टुडेज चाणक्य ने भी भाजपा की बड़ी जीत की भविष्यवाणी की थी।

2019 के लोकसभा चुनावों में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303 सीटें जीतीं, जो 2014 की तुलना में 21 ज़्यादा थीं, जबकि कांग्रेस पार्टी 52 सीटों पर सिमट गई। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम और वाईएसआरसीपी ने 23-23 सीटें जीतीं, उसके बाद ममता बनर्जी की टीएमसी ने 22, शिवसेना ने 18, जेडी(यू) ने 16, बीजेडी ने 12, बीएसपी ने 10, एसपी ने 5, एनसीपी ने 5 और सीपीआई(एम) ने 3 सीटें जीतीं।

इस बार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के लिए 400 से ज़्यादा सीटों का लक्ष्य रखा है, जबकि भाजपा का लक्ष्य 370 से ज़्यादा सीटें जीतना है।

अगले 24 घंटे में देश के 6 राज्यों में होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने दी जानकारी

डेस्क : दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। इस बीच मौसम विभाग ने देश के छह राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। केरल के कई हिस्सों में गुरुवार को झमाझम बारिश भी हुई। मौसम विभाग ने बताया कि अगले तीन दिन केरल, माहे, उप-हिमालय पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। इन राज्यों में 115.5 से 204.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा सकती है। 30 मई से लेकर 2 जून तक पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।

आंधी के साथ यहां हो सकती है बारिश

इसके अलावा नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी आंधी के साथ हल्की से मध्यम स्तर तक बारिश की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, 30 मई से 3 जून तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में, 30 और 31 मई को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में गरज के साथ छिटपुट हल्की वर्षा होने की संभावना है।

राजस्थान और गुजरात में चलेंगी तेज हवाएं

30 मई से 3 जून तक उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में बहुत हल्की बारिश होने की संभावना है। 31 मई से 3 जून तक राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। गुजरात में तेज सतही हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चलने की भी संभावना है। 

इन राज्यों में अभी गर्मी से नहीं मिलेगी राहत

मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड और ओडिशा में एक जून तक भीषण गर्मी देखने को मिलेगी। इस दौरान लू भी चलेगी। इन राज्यों में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग ने बताया कि इन जगहों पर अधिकतम तापमान 45-50 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की संभावना है। यहां पर लगभग इतना तापमान रोजाना दर्ज किया जा रहा है। लू और तपती गर्मी से लोग परेशान हैं। दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को हल्की बारिश से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली।

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप नेता INDIA गठबंधन की बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचे

डेस्क: लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के मतदान के बीच आज INDIA गठबंधन की बैठक है। बता दें कि इस बैठक में शामिल होने के लिए गठबंधन के नेताओं का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। AAP पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप नेता INDIA गठबंधन की बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंच गए हैं।

इस बैठक में शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, एमके स्टालिन समेत विपक्ष के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हो रही है। 

आपको बता दें कि विपक्षी INDIA ब्लॉक के घटक दलों के नेता लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन का आकलन करने के साथ-साथ चुनाव नतीजों के बाद की अपनी रणनीति बनाने के लिए आज एक बैठक करने जा रहे हैं.

अमेरिकी वैज्ञानिकों का दावा- 2014 में पृथ्वी से टकराया था एलियन ऑब्जेक्ट, इससे एलियन मिलने की संभावना बढ़ी

डेस्क : दुनिया भर के वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी के अलावा भी ब्रह्मांड में कहीं और जीवन हो सकता है। वैसे तो आज तक इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है, लेकिन अमेरिकी वैज्ञानिकों ने हाल ही में चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि 2014 में पृथ्वी से जो उल्कापिंड टकराया था, वो हमारे सौरमंडल का नहीं था।

अमेरिकी स्पेस एजेंसी यूएस स्पेस कमांड (USSC) ने पिछले हफ्ते ही एक ट्वीट में यह जानकारी दी है। हावर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक आमिर सिराज और अब्राहम लोएब का दावा है कि जनवरी 2014 में धरती से टकराने वाला उल्कापिंड किसी दूसरे सौरमंडल से आया था। उन्हें इस बात पर 99.999% विश्वास है। USSC के मुताबिक, ये पत्थर सच में एक इंटरस्टेलर ऑब्जेक्ट ही था।

2.1 लाख किमी की रफ्तार से टकराया था पत्थर

पृथ्वी से टकराने वाले उल्कापिंड का साइज 1.5 फीट था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पत्थर 1,30,000 मील प्रति घंटे या 2,10,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती से टकराया था। हमारे ग्रह में प्रवेश करते समय इसे पापुआ न्यू गिनी देश के आसमान में टूटते तारे के समान चमकता हुआ देखा गया था। माना जाता है कि यह पत्थर ध्वस्त होकर प्रशांत महासागर में जा गिरा था। यदि इसके टुकड़े मिल जाते हैं तो वैज्ञानिक इसकी उत्पत्ति के बारे में और बेहतर रिसर्च कर पाएंगे।

पहले भी पाया जा चुका है एलियन ऑब्जेक्ट

अब तक ओउमुआमुआ नाम के ऑब्जेक्ट के ही एलियन होने की पुष्टि हुई है। यह सितंबर 2017 में सूर्य के पास से गुजरा था। पृथ्वी से इसकी दूरी 21 मिलियन मील या 33 मिलियन किलोमीटर थी। ये एक पत्थर था या एलियंस की टेक्नोलॉजी का हिस्सा, वैज्ञानिकों को इस बात का कोई अंदाजा नहीं है।

हर एक दशक में पृथ्वी से टकराते हैं एलियन ऑब्जेक्ट

रिसर्चर्स सिराज और लोएब का कहना है कि लगभग हर 10 साल में पृथ्वी से एलियन ऑब्जेक्ट टकराते हैं। इसका मतलब, धरती के अब तक के जीवन में उससे 450 मिलियन एलियन पत्थर टकरा चुके हैं। वैज्ञानिकों का तो यह भी मानना है कि इन पत्थरों में हमें एलियंस के जीवन से जुड़े सबूत मिल सकते हैं।

तुर्की ने सीरिया में किया घातक ड्रोन हमला, एयरस्ट्राइक में अमेरिका समर्थित चार लड़ाके ढेर

डेस्क: उत्तरी सीरिया में तुर्की ने घातक ड्रोन हमला किया है। तुर्की ने यह हमला शुक्रवार शाम को किया। इस ड्रोन हमले में अमेरिका समर्थित चार लड़ाके मारे गए हैं। जबकि 11 नागरिक घायल हो गये। घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। कुर्द की अगुवाई वाले बल ने यह जानकारी दी। 

अमेरिका समर्थित एवं कुर्द की अगुवाई वाले ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ)’ पर इस हमले से एक दिन पहले ही तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा था कि कुर्द की अगुवाई वाले समूह यदि स्थानीय चुनाव कराने की अपनी योजना पर आगे बढ़ते हैं तो उनकी सरकार उन पर कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी ।

अमेरिकी लड़ाकों की मौत से वाशिंगटन भी हरकत में आ गया है। तुर्की की सरकार का आरोप है कि इन समूहों का तुर्किये में प्रतिबंधित कुर्द उग्रवादियों के साथ संबंध है। एसडीएफ ने कहा कि ड्रोन ने कामिशली और उसके आसपास उसके परिसरों तथा आम लोगों के मकानों एवं वाहनों पर आठ बार प्रहार किया। उत्तरी सीरिया में तुर्की के ऐसे हमले असामान्य नहीं हैं। ‘

एंबुलेंस पर भी हमला

कुर्दिश रेड क्रीसेंट’ ने कहा कि जब उसके अर्धचिकित्साकर्मी हमले वाले क्षेत्रों में पहुंचने की कोशिश कर रहे थे तब भी तुर्की ने उसकी एक एंबुलेंस को निशाना बनाया। उसने कहा कि यह हमला कामिशली के पश्चिम अमौदा शहर के समीप हुआ। अभी तुर्की की ओर से तत्काल कोई बयान नहीं आया है। सीरिया के उत्तरी एवं पूर्वी हिस्सों पर काबिज कुर्द के नेतृत्व वाले स्वायत्त प्रशासन ने 11 जून को निगम चुनाव कराने की घोषणा की है।

चुनावी नतीजों से पहले साजिश का खुलासा! इजरायली कंपनी AI की मदद से चला रही थी BJP के खिलाफ एजेंडा*

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण के लिए वोटिंग कल शाम पूरी हो जाएगी. जबकि, 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे भी सामने आ जाएंगे. इस बीच एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. जिसमें अमेरिकी कंपनी ओपन एआई ने दावा किया है कि उसने उन खुफिया अभियानों को विफल कर दिया है, जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल का इस्तेमाल कर लोकसभा चुनाव के नतीजे प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये खुलासा लोकसभा चुनावों के रिजल्ट घोषित होने से ठीक 4 दिन पहले हुआ है. ओपन एआई की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एक इजरायली कंपनी ने “भारत पर केंद्रित टिप्पणियां तैयार करना शुरू कर दिया, जिसमें सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी पार्टी की आलोचना की गई और विपक्षी कांग्रेस पार्टी की प्रशंसा की गई. वहीं, "जीरो ज़ेनो" नाम के गुप्त ऑपरेशन में कनाडा, अमेरिका, इजरा/ल और घाना सहित कई क्षेत्रों में जनता की राय को प्रभावित करने के लिए फर्म द्वारा किए गए एक बड़े प्रयास का हिस्सा था. लोकसभा चुनावों में बाधा डालने की हो रही थी कोशिश वहीं, रिपोर्ट में पता चला है कि लोकसभा चुनावों पर केन्द्रित गतिविधि की मई में सूचना दी गई थी, और नेटवर्क का संचालन इजरायल की एक राजनीतिक अभियान प्रबंधन फर्म STOIC की ओर से किया जा रहा था. ओपन एआई की रिपोर्ट में ऐसे अभियानों का हवाला दिया गया है जिनमें खुफिया कामों के लिए एआई का इस्तेमाल किया गया था, जिनका उपयोग जनता की राय में हेरफेर करने या राजनीतिक परिणामों को प्रभावित करने के लिए किया गया था. AI की मदद से चलाया गया बीजेपी विरोधी एजेंडा इजरायल से संचालित कई अकाउंट का इस्तेमाल खुफिया अभियानों के लिए कंटेंट बनाने और एडिटिंग करने के लिए किया गया था. यह कंटेंट एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वेबसाइट और यूट्यूब पर शेयर किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया कि मई की शुरुआत में इस नेटवर्क ने अंग्रेजी भाषा के कंटेंट के साथ भारत में दर्शकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. देश के लोकतंत्र के लिए खतरनाक खतरा- राजीव चंद्रशेखर इंडिया टुडे की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ये बिल्कुल स्पष्ट और प्रत्यक्ष है कि बीजेपी कुछ भारतीय राजनीतिक दलों की ओर से फैलाई जा रही गलत सूचना और विदेशी हस्तक्षेप का निशाना थी. केंद्रीय मंत्री ने इसे देश के लोकतंत्र के लिए "खतरनाक खतरा" बताया है. उन्होंने कहा कि ये साफ है कि भारत और बाहर निहित स्वार्थी तत्व इसके पीछे हैं और इसकी गहन जांच कर पर्दाफाश किए जाने की आवश्यकता है. राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि इस समय मेरा विचार यह है कि इन प्लेटफार्मों को इसे बहुत पहले जारी करना चाहिए था और चुनाव खत्म होने में इतनी देर नहीं करनी चाहिए थी.
कांग्रेस ने एग्जिट पोल से किया किनारा तो अमित शाह ने कसा तंज, बोले-डटकर हार का सामना करें

#don_t_run_away_face_defeat_amit_shah_mocks_congress

आज शाम आखिरी चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद एग्जिट पोल आने वाले हैं। चुनाव से पहले परिणाम की दिसा जानने के इच्छुक वोटर्स एग्जिट पोल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने एग्जिट पोल को लेकर होने वाली चाबा डिबेट्स में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है। कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस TRP के खेल का हिस्सा नहीं बनना चाहती। खेड़ा ने आगे कहा कि मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं। 4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। इसके बाद कांग्रेस पार्टी TV डिबेट्स में शामिल होगी। कांग्रेस के इस फैसले पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तंज कसा है और हार का डटकर सामना करने की अपील की है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को दावा किया कि टेलीविजन चैनलों पर एक्जिट पोल की बहसों में भाग नहीं लेने का कांग्रेस का फैसला 'स्पष्ट पुष्टि' है कि विपक्षी दल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में हार मान ली है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए शाह ने एक बयान में कहा कि जब से उन्होंने कांग्रेस के मामलों में अहम भूमिका निभानी शुरू की है, तब से कांग्रेस ‘डिनायल मोड’ में है। सुप्रीम कोर्ट से कोई अनुकूल जजमेंट नहीं आता है, तो न्यायिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर देना, इलेक्शन कमीशन की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर देना, ईवीएम पर सवाल खड़े कर देना, संसद में बहस करने की जगह संसद को छोड़कर भाग जाना, संवैधानिक पदों की अवहेलना करना, मिमिक्री करना और एजेंसियों पर सवाल खड़ा करना इनकी आदत बन चुकी है।

उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि राहुल गांधी के कांग्रेस में मुख्य व्यवस्था में आने के बाद से ही कांग्रेस देश की सभी प्रकार की संस्थाओं चाहे मीडिया हो, न्यायिक व्यवस्था हो, पार्लियामेंट हो, संवैधानिक पद पर बैठे हुए लोग हों, एजेंसियां हों, सबके सामने डिनायल मोड में आ चुकी है। इसी का परिणाम है कि ये कल के एग्ज़िट पोल का बहिष्कार कर रहे हैं।

कांग्रेस पर निशाना साधते हए शाह ने कहा, ‘कांग्रेस ने यह सोच कर चुनाव प्रचार किया कि उसे बहुमत मिलने वाला है लेकिन अब उसे वास्तविकता का एहसास हो गया है और वह जानती है कि कल चुनाव के बाद प्रसारित होने वाले एग्जिट पोल में उसे करारी हार का सामना करना पड़ेगा।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास मीडिया के सवालों का जवाब देने का साहस नहीं है इसलिए वह एग्जिट पोल की पूरी प्रक्रिया को खारिज कर रही है और दावा कर रही है कि इसका कोई मतलब नहीं है।

शाह ने आगे तंज करते हुए कहा कि वे कांग्रेस के नेताओं को कहना चाहते हैं कि शुतुरमुर्ग की तरह की आदत से कभी किसी का फायदा नहीं होता हैय़ डटकर हार का सामना करना चाहिए, आत्मचिंतन करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिएय़ भाजपा ने भी कई चुनाव हारे, लेकिन कभी मीडिया या एग्जिट पोल का बहिष्कार नहीं किया। उन्हें पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों के एग्जिट पोल भाजपा के 400 पार के नारे को धरातल पर उतारने वाले नतीजे लेकर आएगा।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री के भाई शालिग्राम फिर विवादों में घिरे, घर में घुसकर महिलाओं से की मारपीट, बालिकाओं के फाड़े कपड़े!

 पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिग्राम एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं, इस बार धीरेंद्र शास्त्री के भाई पर महिलाओं के साथ मारपीट करने का गंभीर आरोप लगा है। मिली जानकारी के अनुसार, शालिग्राम ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तिवारी परिवार पर हमला बोल दिया और लाठी डंडों से मारपीट की। इस दौरान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

बताया जा रहा है कि मामले में FIR भी दर्ज हो चुकी है। यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिग्राम गर्ग विवादों की वजह से चर्चाओं में रह चुके हैं, लेकिन इस बार उन्होंने अपने ही साथी जीतू तिवारी के घर अचानक हमला कर दिया जिसमें घर में मौजूद महिलाओं के साथ मारपीट की गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान मारपीट में कई महिलाओं को गंभीर चोटे भी आई है। 

बताया जा रहा है कि बालिकाओं के साथ में भी मारपीट की गई है और उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। शालिग्राम कुछ समय पहले टोल प्लाजा पर कर्मचारियों के साथ मारपीट को लेकर भी विवादों में रहे हैं। लेकिन इस बार उनकी दबंगई का वीडियो काफी वायरल हो रहा है।धीरेन्द्र शास्त्री के भाई पर आरोप है कि उसने अपने ही दोस्त जीतू तिवारी के घर घुसकर उससे मारपीट की है। पीड़ित जीतू तिवारी ने बताया कि शालिग्राम गर्ग ने उसके मां, बहन और भांजी के साथ मारपीट की है। 

उन्होंने यह भी बताया कि दोनों दोस्त हैं। शालिग्राम कहता है कि जो हम करते हैं तुम भी वही करो। वह गलत काम करता है। नशा करता है। लेकिन मैं उसके साथ नहीं रहता इस वजह से उसने घर आकर मेरे परिवार के सदस्यों से मारपीट की है। पीड़ित ने आगे बताया कि धीरेन्द्र शास्त्री के भाई शालिग्राम ने मेरे घर घुसकर मां को मारा, पिता को मारा, बहन के साथ बदतमीजी की। नबालिग भांजी का हाथ तोड़ दिया। उसके कपड़े फाड़ दिए। उसने यह भी कहा कि पुलिस ने मामूली गाली गलौच का मामला लिख दिया है। चाहे मेरी जान चली जाए लेकिन मैं इस शालिग्राम को नहीं छोड़ूंगा।

मुंबई एयरपोर्ट पर मचा हड़कंप, Indigo की फ्लाइट में मिली बम की धमकी, 200 से ज्यादा पैसेंजर्स थे सवार

 मुंबई एयरपोर्ट पर इंडिगो की फ्लाइट में बम होने की धमकी मिली है, यह जानकारी सामने आने के बाद प्लेन में सवार पैसेंजरों में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि, बम की धमकी मिलने के बाद फ़ौरन इसकी जानकारी क्रू मेंबर्स ने मुंबई एयरपोर्ट अधिकारियों को दी। साथ ही मुंबई एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लागू कर दी गई। बम की खबर फैलते ही एयरपोर्ट के अंदर मौजूद लोगों में भी डर का माहौल पैदा हो गया। 

लेकिन स्थिति में नियंत्रण में रखने के लिए एयरपोर्ट के अंदर मौजूद लोगों को भी बाहर नहीं जाने दिया गया। सिक्योरिटी गार्ड, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और पुलिस विभाग के आला अधिकारी तुरंत रनवे पर पहुंचे। इसके बाद पूरी सावधानी के साथ प्लेन में मौजूद सभी पैसेंजरों को इमरजेंसी गेट से निकालकर चेकिंग की गई। 

सुचना पर पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची और सामान की चेकिंग की। इतना ही नहीं बम और डॉग स्कवाड के साथ प्लेन का कोना-कोना खंगाला गया, लेकिन कुछ नहीं मिला। मुंबई पुलिस का कहना है कि बम की सूचना अफवाह हो सकती है, लेकिन मामले की गहन जांच की जाएगी। अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

चारधाम यात्रा 2024: आज से ऑफलाइन पंजीकरण शुरू, एक दिन में 3000 को अनुमति, हरिद्वार में उमड़ी भारी भीड़

 चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार के ट्रांजिट कैंप में काउंटर पर ऑफलाइन पंजीकरण आज एक जून से शुरू हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने भी बैठक कर भीड़ नियंत्रित करने की योजना बनाई। धामों में भीड़ बढ़ने से प्रशासन ने 13 मई को ट्रांजिट कैंप में ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक लगा दी थी।

इसके बाद 15-16 मई को पंजीकरण पर रोक जारी रही। बाद में यह तिथि 19 मई फिर 31 मई तक बढ़ा दी गई। इससे तीर्थयात्रियों को ऋषिकेश स्थित ट्रांजिट कैंप में पंजीकरण के लिए 12-12 दिन इंतजार करना पड़ा। कई तीर्थयात्री अपने घरों को लौट गए थे।

23 मई से प्रशासन ने अस्थायी पंजीकरण की व्यवस्था की है। अस्थायी पंजीकरण का कोटा 1,000 से कई बार में बढ़ाकर वर्तमान में 4,500 है। शुक्रवार को भी तीर्थयात्रियों से अस्थायी पंजीकरण के फॉर्म जमा करवाए गए। उधर, चार धाम यात्रा प्रशासन के ओएसडी नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने बताया, शनिवार से ट्रांजिट कैंप में चारधाम की यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों का काउंटर पर ऑफलाइन पंजीकरण किया जाएगा।

प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन खोल दिए हैं। शनिवार से एक दिन में 3000 श्रद्धालुओं के ऑफलाइन पंजीकरण होंगे। सरकार ने यह निर्णय गढ़वाल आयुक्त और आईजी गढ़वाल के स्थलीय निरीक्षण के बाद लिया है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए राज्य सरकार ने ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की थी।

शुरुआत में ऋषिकेश में 1000 और हरिद्वार में 500 श्रद्धालुओं के ऑफलाइन पंजीकरण किए गए। लेकिन धामों पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने से सरकार को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगानी पड़ी। रोक की अवधि को 31 मई तक बढ़ाया गया। साथ ही गढ़वाल आयुक्त और आईजी गढ़वाल को निर्देश दिए गए कि वे वास्तविक स्थिति का निरीक्षण करने के बाद बताएं कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन खोले जाएं या नहीं। उनकी रिपोर्ट पर शनिवार से हरिद्वार और ऋषिकेश में प्रतिदिन 1500-1500 ऑफलाइन पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।