शशि थरूर के पीए हिरासत में, सोने की तस्करी के आरोप में दिल्ली एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी*
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कांग्रेस नेता और केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से मौजूदा सांसद शशि थरूर के पर्सनल असिस्टेंट शिव कुमार को कस्टम विभाग ने गिरफ्तार किया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने थरूर के निजी सहायक को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने शिव कुमार से बड़ी मात्रा में सोना जब्त कर लिया। कस्टम को उनके पास से करीब 30 लाख कीमत का सोना बरामद हुआ है। बुधवार को दिल्‍ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आईजीआई) एयरपोर्ट से ग्रीन चैनल पर कस्‍टम की टीम ने उन्हें जांच के लिए रोका था। जांच के दौरान, उनके कब्‍जे से सोना बरामद किए जाने की बात कही गई है। आरोप है कि इस सोने के बाबत वह कोई हिसाब नहींं दे पाए हैं। सूत्रों के अनुसार, शिव प्रसाद देर शाम आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पहुंचे थे।चूंकि यह फ्लाइट सेंसिटिव सेक्‍टर में आती है, लिहाजा इस फ्लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों पर कस्‍टम के अधिकारियों ने अपनी नजर बना रखी थी। कस्‍टम की कोशिश थी कि इस फ्लाइट से आने वाले सभी मुसाफिरों की जांच की जाए। उन्‍होंने बताया कि इसी कवायद के दौरान, शिव प्रसाद को कस्‍टम के ग्रीन चैनल पर रोका गया। जांच के दौरान, उनके कब्‍जे से अवैध तरीक से लाया गया सोना बरामद किया गया। कस्‍टम के सूत्रों के अनुसार, शिव प्रसाद के कब्‍जे से बरामद सोने को कस्‍टम एक्‍ट की धारा 110 के तहत जब्‍त कर लिया गया है। मामले की जांच अभी जारी है। बता दें कि इससे पहले सोने की तस्करी के आरोप में कस्टम ने 5 उज्बेक नागरिकों को भी 22 मई को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इनके मुंबई से आने के बाद उन्हें आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर पहुंचने के बाद रोका गया था। सभी आरोपी दुबई से आ रहे थे। इन्होंने मुंबई एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल अराइवल से निकलने से बचाए यह दिल्ली पहुंचे। फिर डोमेस्टिक टर्मिनल से बाहर निकलना चाह रहे थे। ऐसा यह कस्टम की नजरों से बचने के लिए कर रहे थे। हालांकि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
आज शाम थम जाएगाअंतिम चरण के चुनाव का शोर, एक जून को होगा का मतदान
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देश मे 16 मार्च को लोकसभा चुनावों की घोषणा हुई थी। इसी के साथ देश भर में चुनावी शोर की शुरुआत हो गई थी। देश भर में पिछले ढाई महीने से जारी प्रचार का शोर आज शाम पांच बजे से थम जाएगा। इसके साथ लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार भी समाप्त हो जाएगा। बता दें कि अंतिम चरण के लिए एक जून को मतदान होना है। इस चरण में आठ राज्यों की 57 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। *अंतिम चरण में इन राज्यों में है चुनाव* अंतिम चरण में जिन राज्यों में एक जून को मतदान होगा, उनमें बिहार की आठ, हिमाचल प्रदेश की चार, झारखंड की तीन, ओडिशा की छह, पंजाब की 13, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की नौ और केंद्र शासित चंडीगढ़ की एक सीट शामिल है। *अंतिम चरण में मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल* अंतिम चरण के इस चुनाव में जिन प्रमुख सीटों पर मतदान है, उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी सीट भी शामिल है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट, जहां से ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी मैदान में है।इसके अलावा बिहार की पाटलिपुत्र सीट है, जहां से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती चुनाव मैदान में है। *राजनीतिक दलों नें झांकी ताकत* इस बीच सातवें और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के लिए बाकी बचे घंटों में प्रचार को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक रखी है। भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने अपने सभी स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार रखा है। अंतिम चरण का यह चुनाव वैसे भी भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन और कांग्रेस की अगुवाई में वाले आइएनडीआइए गठबंधन दोनों के लिए ही काफी अहम है। बता दें कि 2019 में आठ राज्यों की इन 57 सीटों में एनडीए ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि यूपीए ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी। बाकी सीटों पर दूसरे दलों ने जीत हासिल की थी। फिलहाल दोनों ही गठबंधनों ने इस बार अपनी जीत के आंकड़ों को बढ़ाने के लिए ताकत लगाए हुए है।
सामूहिक हत्याकांड से दहला एमपी, आदिवासी परिवार के 8 लोगों की कुल्‍हाड़ी से काटकर हत्या, फंदे से लटका मिला आरोपी मुखिया का शव

मध्य प्रदेश में दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के थाना माहुलझिर अंतर्गत ग्राम बोदल कछार में एक आदिवासी परिवार में 8 लोगों की सामुहिक हत्या कर दी गई। आरोपी ने हत्या के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी भी कर ली। मरने वालों में आरोपी की पत्‍नी और परिवार के सदस्‍य शाम‍िल हैं। आरोपित ने भाई के एक बच्‍चे पर भी हमला किया था, लेकिन वह जान बचाकर भाग गया और पुलिस को जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, सभी लोग आसपास के घरों में ही रहते थे। पुलिस के अनुसार आरोपी मानसिक विक्षिप्‍त बताया जा रहा है। वह नशे का आदी तो नहीं था इसकी भी पड़ताल की जा रही है। घटना रात तीन बजे की बताई जा रही है। बताया जाता है कि आरोपित का पत्‍नी से विवाद था। विवाद के दौरान ही यह घटना हुई। वारदात के बाद घर में मारे गए लोगों के शव बिखरे पड़े हैं। पुलिस मौक पर पहुंचकर शवों को पोस्‍टमार्टम के लिए भेज रही है। घटना के बाद माहुलझिर पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। घटना रात्रि दो-तीन बजे की बताई जा रही है माहुलझिर पुलिस मौके पर पंहुच चुकी है। पुलिस ने पूरे गांव को सील कर दिया है। छिंदवाड़ा से पुलिस अधीक्षक मौके के लिए रवाना हुए।
हवा में बढ़ी देश की ताकत: भारत ने किया अपनी सुपर किलर RudraM-2 मिसाइल का सफल परीक्षण, हाइपरसोनिक स्पीड है कमाल

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने 29 मई 2024 की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे देश की सबसे शानदार मिसाइल का सफल फ्लाइट टेस्ट किया. RudraM-2 मिसाइल को Su-30MKI फाइटर जेट से लॉन्च किया गया. परीक्षण के दौरान मिसाइल के प्रोप्लशन सिस्टम, कंट्रोल एंड गाइडेंस सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम, राडार और टेलिमेट्री स्टेशंस की जांच की गई. फ्लाइट डेटा कई स्टेशनों पर तैनात राडार से मिलाया गया. यह ऐसी मिसाइल है, जो दुश्मन के किसी भी तरह के एसेट यानी हथियार, बंकर, जहाज, विमान, आयुध डिपो को उड़ा सकती है. आइए अब जानते हैं इस मिसाइल की ताकत. यह मिसाइल दुश्मन की तरफ 6791.4 km/hr की स्पीड से जाती है. यह हवा से सतह पर मार करने वाली हाइपरसोनिक मिसाइल (Air-To-Surface Hypersonic Missile) है. यह एक एंटी-रेडिएशन मिसाइल है. यानी ऐसी सैटेलाइट जिसे दुश्मन का कोई राडार सिस्टम, एयर डिफेंस सिस्टम, रेडियो फ्रिक्वेंसी यंत्र, या किसी भी तरह का संचार सिस्टम इसे पकड़ नहीं सकता. इस मिसाइल की तुलना रूस की खतरनाक मिसाइल Kh-31PD से की जा रही है. रूस ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए इस मिसाइल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया था. 18 फीट लंबी मिसाइल में 155 kg का हथियार RudraM-2 मिसाइल को DRDO ने डिजाइन किया है. इसे बनाया है भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और अडाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने मिलकर. इसकी लंबाई 18 फीट होती है. यह करीब 155 किलोग्राम वजन का हथियार लेकर उड़ान भर सकता है. इसमें प्री-फ्रैगमेंटेड वॉरहेड लगाया जाता है. 300 km रेंज, सटीकता 5 मीटर, हमला घातक रुद्रम-2 की रेंज 300 किलोमीटर है. यह अधिकतम 3 से 15 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है. सबसे खतरनाक तो इसकी गति है. यह ध्वनि की गति से पांच गुना ज्यादा स्पीड से उड़ान भरती है. इसमें आईएनएस और सैटनैव गाइडेंस सिस्टम लगा है. साथ में पैसिव राडार होमिंग सिस्टम है. इसकी सटीकता 5 मीटर है. यानी टारगेट से पांच मीटर दूर भी गिरती है, तो भी वह पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगा. इन फाइटर जेट्स में तैनात, इनकी तैयारी है भारतीय वायुसेना का प्लान है कि इसे तेजस फाइटर जेट, एएमसीए और टेडबीएफ फाइटर जेट में लगाया जाएगा. फिलहाल यह मिग-29, मिराज, जगुआर और सुखोई विमानों में तैनात होने लायक बनाई गई है. इस मिसाइल के मुख्य मकसद ही दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को बर्बाद कर देना. यह बेहद आराम से दुश्मन के बंकर, एयरबेस, हथियार डिपो, एयरक्राफ्ट हैंगर जैसे टारगेट को आसानी से बर्बाद कर सकती है.
ऐसी गर्मी पड़ी नहीं कभी! दिल्ली में पारा 52 के पार, पूरे देश का टूटा रिकॉर्ड, थमने का नाम नहीं ले रही भीषण गर्मी और हीटवेव का कहर

भीषण गर्मी और हीटवेव का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली में बुधवार को ऐसी गर्मी पड़ी कि पूरे देश का रिकॉर्ड टूट गया। इतिहास में पहली बार पारा 52 के पार चला गया। दिल्ली के मुंगेशपुर में अधिकतम तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा कई अन्य इलाकों में तापमान 50 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया है। हालांकि, कुछ देर बाद ही मौसम ने करवट ली और आसमान में बादल छा गए, जिससे दिल्ली-एनसीआर के लोगों के राहत की सांस ली। मुंगेशपुर उत्तरी पूर्वी दिल्ली इलाके में है, जहां अब तक की सबसे भीषण गर्मी पड़ी। यह दिल्ली के बाहरी इलाके में स्थित गांव है जो दिल्ली के केंद्र कनॉट प्लेस से करीब 50 किलोमीटर दूर है। यहां जवाहर नवोदय विद्यालय में स्थित मौसम केंद्र में यह तापमान रिकॉर्ड किया गया। दोपहर 2:30 मिनट पर यह तापमान दर्ज किया गया। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, यह ना सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे देश में अब तक रिकॉर्ड किया गया सर्वाधिक तापमान है। अब तक राजस्थान के नाम था रिकॉर्ड सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड अब तक राजस्थान के नाम था। राजस्थान के फलौदी में 2016 में 51 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जोकि देश का अब तक का सबसे ऊंचा तापमान था। इससे पहले राजस्थान के अलवर में 1956 में 50.6 तक पारा पहुंचा था। इन इलाकों में सबसे ज्यादा गर्मी वैसे तो दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में लोगों को प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन दिल्ली के मुंगेशपुर, नजफगढ़, नरेला, जाफरपुर, पूसा, आयानगर जैसे इलाकों में स्थिति बेहद गंभीर है। मंगलवार को भी इन इलाकों में तापमान 50 के बेहद करीब था। गर्मी इतनी अधिक है कि लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
क्या है लाहौर समझौता, जिसे लेकर 25 साल बाद नवाज शरीफ ने मानी गलती
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 25 साल बाद स्वीकार किया कि उनके देश ने भारत के साथ किए गए 1999 के शांति समझौते का उल्लंघन किया था।नवाज शरीफ ने मंगलवार को पाकिस्तान और भारत के बीच लाहौर समझौते को तोड़ने की जिम्मेदारी स्वीकार की। उन्होंने स्वीकार किया कि उनके और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा हस्ताक्षरित भारत के साथ समझौते का 'उल्लंघन' किया था।

पीएमएल-एन की एक बैठक में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण की 26वीं वर्षगांठ के मौके पर लोगों को संबोधित उन्होंने कहा कि 28 मई 1998 को पाकिस्तान ने पांच परमाणु परीक्षण किए। उसके बाद वाजपेयी साहब यहां आए और हमारे साथ एक समझौता किया। लेकिन हमने उस समझौते का उल्लंघन किया...यह हमारी गलती थी।

*शरीफ ने जनरल परवेज मुशर्रफ को कोसा*
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने माना इस्लामाबाद ने भारत के साथ 1999 में शांति समझौते का “उल्लंघन” किया। इसके लिए नवाज शरीफ ने जनरल परवेज मुशर्रफ को कोसा, जिन्होंने तब शरीफ को सैन्य तख्तापलट के बाद पीएम की कुर्सी से हटाकर खुद देश के प्रमुख बन गए थे। लाहौर समझौते पर साइन होने के कुछ दिनों बाद ही पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया। पाकिस्तान के तब आर्मी चीफ रहे परवेज मुशर्रफ के आदेश पर पाकिस्तानी सेना ने मार्च 1999 में जम्मू कश्मीर के कारगिल जिले में घुसपैठ शुरू कर दी। कारगिल युद्ध में दोनों देश 80 से ज्यादा दिनों तक आमने-सामने रहे। अंत में भारत ने पाकिस्तान सैनिकों को सीमा के बाहर खदेड़ दिया और सभी जगहों को फिर से अपने कब्जे में लेकर विजयी हुआ।

*क्या था लाहौर समझौता 1999?*
भारत ने 1999 में पाकिस्तान के साथ आपसी शांति के लिए लाहौर घोषणापत्र पर साइन किया था। लाहौर समझौते में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के अलावा भारत और पाकिस्तान के बीच पीपुल-टू-पीपुल कॉन्टेक्ट को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया था। यह स्वीकार किया गया कि मैत्रीपूर्ण सहयोग से दोनों देशों के लोगों के महत्वपूर्ण हितों की पूर्ति होगी, जिससे वो अपनी ऊर्जा एक बेहतर भविष्य में लगा सकेंगे। लाहौर समझौते में परमाणु शक्ति अहम मुद्दा था। 1998 में ही दोनों पड़ोसी देशों ने परमाणु परीक्षण किया था। इसके चलते लाहौर समझौते में भारत-पाकिस्तान ने माना कि परमाणु शक्ति संपन्न होने की वजह से ये उन दोनों की जिम्मेदारी है कि वे आपसी संघर्ष से बचने की कोशिश करेंगे। यह भी सहमति बनी कि दोनों देश तुरंत ऐसे कदम उठाएंगे जिससे परमाणु हथियारों के गलती से या अनाधिकृत इस्तेमाल होने की आशंका कम से कम हो।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी बिताएंगे 45 घंटे, सुरक्षा के लिए तैनात होंगे दो हजार पुलिसकर्मी



सातवें चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के कन्याकुमारी में प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान करेंगे। वे यहां 30 मई को पहुंचेंगे और पूरे दिन एवं रात यहीं बिताएंगे। पीएम मोदी के आगमन से पहले यहां सुरक्षा समेत अन्य व्यवस्थाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। उनकी सुरक्षा के लिए 2000 पुलिसकर्मियों के साथ कई सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया जा रहा है। माना जाता है कि यहां विवेकानंद को 'भारत माता' के बारे में दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई थी। प्रधानमंत्री ने 2019 के चुनाव अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में इसी तरह का ध्यान लगाया था।


भाजपा नेताओं ने बताया कि पीएम मोदी 30 मई की शाम से एक जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे। पीएम मोदी के दौरे से पहले यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। तिरुनेलवेली रेंज के डीआइजी प्रवेश कुमार ने पुलिस अधीक्षक ई. सुंदरवथनम के साथ रॉक मेमोरियल , बोट जेटी , हेलीपैड और राज्य अतिथि गृह में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। पीएम मोदी की कोर सुरक्षा टीम भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंच चुकी है। पीएम मोदी के 30 मई की दोपहर के बाद कन्याकुमारी पहुंचने की संभावना है। इसके बाद वे स्मारक के लिए प्रस्थान करेंगे। वे एक जून को दोपहर के तीन बजे तक विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ही रहेंगे। हालांकि पीएम मोदी यहां 45 घंटे रुकेंगे , इसलिए तटीय सुरक्षा ग्रुप , भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना समुद्री सीमाओं पर निगरानी बनाए रखेंगे। भाजपा नेता ने बताया कि उसी स्थान पर ध्यान करना स्वामी जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण को जीवन में लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस स्थान को पवित्र ग्रंथों में भगवान शिव के लिए देवी पार्वती के ध्यान के स्थल के रूप में भी जाना जाता है। यह स्थान भारत का सबसे दक्षिणी छोर है। प्रधानमंत्री तीसरी बार भी सत्ता में आने का दावा कर चुके हैं। अंकित करने वाली बात है कि एक मई को लोकसभा चुनाव का सातवां और आखिरी चरण है।

  भाजपा नेताओं ने कहा कि यह वह जगह है जहां पूर्वी और पश्चिमी तट रेखाएं मिलती हैं। यह हिंद महासागर , बंगाल की खाड़ी और अरब सागर का मिलन बिंदु भी है। एक नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कन्याकुमारी जाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश दे रहे हैं। यह तमिलनाडु के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और स्नेह को भी दर्शाता है।
2 हजार रुपए फाइन, जल संकट रोकने के लिए दिल्ली सरकार का पानी पर बड़ा ऐलान; जानिए, क्या-क्या हैं नियम

जल संकट के बीच दिल्ली सरकार ने पानी की बर्बादी रोकने के लिए बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली में अब यदि कोई पानी को बर्बाद करता हुआ पाया गया तो उससे 2000 रुपए जुर्माना वसूल किया जाएगा। जुर्माना वसूली के लिए गुरुवार 30 मई से 200 टीमों को तैनात किया जाएगा। आम आदमी पार्टी की सरकार ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है जब राजधानी पानी की किल्लत का सामना कर रही है और सरकार ने एक ही टाइम आपूर्ति की घोषणा की है। यदि आप पाइप से कार धोते पाए गए या टंकी से पानी ओवरफ्लो करता दिखा तो 2 हजार रुपए जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसके अलावा निर्माण कार्यों के लिए घरेलू वाटर सप्लाई और व्यावसायिक गतिविधि के लिए घरेलू कनेक्शन के इस्तेमाल पर रोक रहेगी। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ को खत लिख कर दिल्ली में पानी की बर्बादी रोकने के लिए 200 टीमें बनाने के निर्देश दिए हैं। आतिशी ने जल बोर्ड के सीईओ को निर्देश दिए हैं कि वो पूरी दिल्ली में 200 टीमों की तैनाती करें जो अलग-अलग इलाकों में जाकर जांच करेंगी। मंत्री आतिशी की ओर से कहा गया है कि दिल्ली में हीट वेव की स्थिति और हरियाणा की ओर से यमुना में पानी नहीं छोडने की वजह से पानी आपूर्ति में कमी है। इस परिस्थिति में पानी को बचाना बहुत महत्वपूर्ण है। हालांकि, दिल्ली के कई इलाकों में पानी की बर्बादी दिखती है। घरेलू इस्तेमाल के लिए दिए गए कनेक्शन का इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन साइट्स पर और व्यावासायिक प्रतिष्ठानों के लिए भी किया जा रहा है। इसलिए पानी की बर्बादी रोकने की आवश्यकता है। एक दिन पहले ही उन्होंने कहा था कि जिन इलाकों में दिन में दो बार पानी आता है वहां अब एक टाइम ही आपूर्ति की जाएगी और बचे हुए पानी को उन इलाकों में दिया जाएगा जहां एक बार फिर पानी नहीं आ पा रहा है।
PM मोदी के लिए उज्जैन के शिप्रा तट पर हो रहा बड़ा अनुष्ठान, लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए हो रही साधना



देशभर में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है और लोग रिजल्ट के लिए 4 जून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तब पीएम नरेंद्र मोदी के लिए उज्जैन में एक बड़े अनुष्ठान की तैयारी चल रही है। इस अनुष्ठान में पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाच मुक्तेश्वर महादेव की आराधना की जा रही है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन कराने के लिए यह विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है।

उज्जैन के शिप्रा तट पर श्मशान भूमि शोध संस्थान उज्जैन के तत्वावधान में यह अनुष्ठान किया जा रहा है। उज्जैन के 84 महादेव में से 68 वें महादेव पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को अनुष्ठान शुरु हुआ। इसके अंतर्गत पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाचों को मुक्ति प्रदान करनेवाले महादेव की विशेष पूजा की जा रही है।


अनुष्ठान के संयोजक पंडित रामनरेश शुक्ला बताते हैं कि बीजेपी की पूर्ण बहुमत से सरकार बने और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें, इस भावना के साथ पिशाच मुक्तेश्वर महादेव साधना की जा रही है। देश के चहुंमुखी विकास के लिए यह अनुष्ठान शुरु किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह तक इस संकल्प के निमित्त विशेष पूजा की जाएगी।


गौरतलब है कि उज्जैन में शिप्रा तट रामघाट पर पिशाच मुक्तेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर है। उज्जैन के 84 महादेव में ये 68वें स्थान पर हैं। मंदिर में काले पाषाण का शिवलिंग है। मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से मौत के बाद पिशाच योनि नहीं मिलती है। पिशाच मुक्तेश्वर महादेव की पूजा अर्चना करने पर जो पितृ नर्क की यातना भोग रहे हों, वे भी पिशाच की योनि से मुक्त हो जाते हैं।


रामघाट पर पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर शिप्रा आरती द्वार के पास धर्मराज मंदिर के सामने स्थित है। रामघाट पर पिंड विसर्जन के पूर्व पिशाच मुक्तेश्वर के दर्शन करवाने लाए जाते हैं, ताकि पितरों को पिशाच की योनि न मिले। स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में पिशाच मुक्तेश्वर का उल्लेख है।
दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से तगड़ा झटका, 2 जून को फिर जाना होगा जेल, दायर याचिका खारिज



दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. उन्होंने अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जो खारिज हो गई है. कोर्ट की रजिस्ट्री ने केजरीवाल की अर्जी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. चूंकि केजरीवाल को नियमित जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट जाने की स्वतंत्रता दी गई है. ऐसे में केजरीवाल की अर्जी सुनवाई योग्य नहीं है. सीएम केजरीवाल को अब 2 जून को सरेंडर करना होगा.

केजरीवाल को 10 मई को जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता से अंतरिम जमानत मिल गई थी और उन्हें 2 जून को तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था. पीठ ने 17 मई को पीएमएलए मामले में ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी की वैधता को चुनौती देने पर फैसला सुरक्षित रख लिया था. मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की एक अन्य बेंच ने भी केजरीवाल की अर्जी पर सुनवाई करने से इनकार करते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ के पास जाने को कहा था.


अरविंद केजरीवाल ने अचानक अपना वजन 6 से 7 किलोग्राम कम हो जाने के कारण कई चिकित्सकीय जांच कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत की अवधि सात दिन बढ़ाने का अनुरोध किया था. केजरीवाल ने 26 मई को दायर अपनी याचिका में कहा था कि वह जेल लौटने के लिए न्यायालय द्वारा निर्धारित की गई तारीख 2 जून के बजाय 9 जून को आत्मसमर्पण करना चाहते हैं.


याचिका में कहा गया था कि उनका वजन 6 से 7 किलोग्राम कम हो गया है और उनका कीटोन स्तर बहुत अधिक है, जो गुर्दा (किडनी), हृदय की गंभीर बीमारी और यहां तक कि कैंसर का संभावित संकेतक है. याचिका में कहा गया कि मुख्यमंत्री को पैट-सीटी स्कैन सहित कुछ मेडिकल जांच कराने की जरूरत है. पैट-सीटी स्कैन यानी पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी-कंप्यूटेड टोमोग्राफी जांच के जरिए शरीर के अंगों एवं ऊतकों की विस्तृत तस्वीरें ली जाती हैं.


शीर्ष अदालत ने 10 मई को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल को प्रचार करने के लिए एक जून तक यानी 21 दिन की अंतरिम जमानत दी थी, जिसके अनुसार उन्हें दो जून को जेल लौटना है. केजरीवाल को आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. न्यायालय ने निर्देश दिया था कि केजरीवाल दो जून को आत्मसमर्पण करेंगे. इसके एक दिन पहले, सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान होना है.