बच्चों के लिए खतरनाक है सोशल मीडिया, अब एलन मस्क ने चेताया, कहा-हर हाल में रखें दूर

#elon_musk_warns_about_social_medias_impact_on_kids

आज सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोग अपने विचारों को एक-दूसरे के साथ साझा कर एक नई बौद्धिक दुनिया का निर्माण कर रहे हैं।अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र का एक अहम पहलू है। इस अधिकार के उपयोग के लिये सोशल मीडिया ने जो अवसर नागरिकों को दिये हैं, एक दशक पूर्व उनकी कल्पना भी किसी ने नहीं की होगी। हालांकि, ये माध्यम बच्चों को बूरी तरह से प्रभावित कर रहा है। अमेरिका के अरबपति व्यव्सायी एलन मस्क ने हाल ही में सोशल मीडिया का बच्चों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की है। मस्क ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा है कि सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग बच्चों के लिए हानिकारक है।

पेरिस में विवाटेक फेयर में एलन मस्क ने बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर बातें की। वर्चुअल इवेंट में एलन मस्क ने सोशल मीडिया के नुकसान के बारे में खास तौर पर बताया। उन्होंने कहा, 'मैं सभी पैरेंट्स से आग्रह करता हूं कि बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखें। बच्चे AI एल्गोरिदम के प्रति संवेदनशील होते हैं, जो डोपामाइन के स्तर को अधिकतम करके यूजर्स जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किए गए हैं।'

एलन मस्क ने इस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो भी एक्स पर शेयर किया है। एलन मस्क ने तर्क दिया है कि सोशल मीडिया कंपनियों की प्रतिस्पर्धी प्रकृति युवा दिमागों के लिए हानिकारक परिणामों का कारण बन रही है। उन्होंने कहा कि बच्चे खासतौर पर खतरे में हैं क्योंकि सोशल मीडिया कंपनियां लोगों को ज्यादा से ज्यादा देर तक ऐप इस्तेमाल करने के लिए खास तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करती हैं। ये तकनीक दिमाग में खुशी का एहसास पैदा करने वाला रसायन 'डोपामाइन' बढ़ा देती है। मस्क का कहना है कि 'मुझे लगता है कि माता-पिता को बच्चों को सोशल मीडिया कम देखने देना चाहिए क्योंकि उन्हें ऐसी तकनीक से प्रोग्राम किया जा रहा है जो सिर्फ खुशी का एहसास दिलाने पर ध्यान देती है।'

एलन मस्क का कहना है कि सोशल मीडिया कंपनियां लोगों का ध्यान खींचने के लिए आपस में लड़ती रहती हैं, जिसका बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है।

यह पहला मौका नहीं है जब एलन मस्क ने बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर कुछ कहा है। पहले भी कई बार वे बच्चों पर फेसबुक और इंस्टाग्राम के प्रभाव को लेकर चिंता जता चुके हैं। पिछले साल दुबई में हुए एक सम्मेलन में उन्होंने कहा था कि मैंने अपने बच्चों को कभी भी सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से नहीं रोका जो कि मेरी गलती थी।

बच्चों के लिए खतरनाक है सोशल मीडिया, अब एलन मस्क ने चेताया, कहा-हर हाल में रखें दूर
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आज सोशल मीडिया हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोग अपने विचारों को एक-दूसरे के साथ साझा कर एक नई बौद्धिक दुनिया का निर्माण कर रहे हैं।अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र का एक अहम पहलू है। इस अधिकार के उपयोग के लिये सोशल मीडिया ने जो अवसर नागरिकों को दिये हैं, एक दशक पूर्व उनकी कल्पना भी किसी ने नहीं की होगी। हालांकि, ये माध्यम बच्चों को बूरी तरह से प्रभावित कर रहा है। अमेरिका के अरबपति व्यव्सायी एलन मस्क ने हाल ही में सोशल मीडिया का बच्चों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की है। मस्क ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा है कि सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग बच्चों के लिए हानिकारक है। पेरिस में विवाटेक फेयर में एलन मस्क ने बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर बातें की। वर्चुअल इवेंट में एलन मस्क ने सोशल मीडिया के नुकसान के बारे में खास तौर पर बताया। उन्होंने कहा, 'मैं सभी पैरेंट्स से आग्रह करता हूं कि बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखें। बच्चे AI एल्गोरिदम के प्रति संवेदनशील होते हैं, जो डोपामाइन के स्तर को अधिकतम करके यूजर्स जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किए गए हैं।' एलन मस्क ने इस कॉन्फ्रेंस का एक वीडियो भी एक्स पर शेयर किया है। एलन मस्क ने तर्क दिया है कि सोशल मीडिया कंपनियों की प्रतिस्पर्धी प्रकृति युवा दिमागों के लिए हानिकारक परिणामों का कारण बन रही है। उन्होंने कहा कि बच्चे खासतौर पर खतरे में हैं क्योंकि सोशल मीडिया कंपनियां लोगों को ज्यादा से ज्यादा देर तक ऐप इस्तेमाल करने के लिए खास तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करती हैं। ये तकनीक दिमाग में खुशी का एहसास पैदा करने वाला रसायन 'डोपामाइन' बढ़ा देती है। मस्क का कहना है कि 'मुझे लगता है कि माता-पिता को बच्चों को सोशल मीडिया कम देखने देना चाहिए क्योंकि उन्हें ऐसी तकनीक से प्रोग्राम किया जा रहा है जो सिर्फ खुशी का एहसास दिलाने पर ध्यान देती है।' एलन मस्क का कहना है कि सोशल मीडिया कंपनियां लोगों का ध्यान खींचने के लिए आपस में लड़ती रहती हैं, जिसका बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। यह पहला मौका नहीं है जब एलन मस्क ने बच्चों पर सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर कुछ कहा है। पहले भी कई बार वे बच्चों पर फेसबुक और इंस्टाग्राम के प्रभाव को लेकर चिंता जता चुके हैं। पिछले साल दुबई में हुए एक सम्मेलन में उन्होंने कहा था कि मैंने अपने बच्चों को कभी भी सोशल मीडिया इस्तेमाल करने से नहीं रोका जो कि मेरी गलती थी।
नासा ने जून तक बढ़ाया बोइंग स्टारलाइनर परीक्षण की अवधि

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरुवार को घोषणा की कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स द्वारा संचालित बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान का पहला चालक दल प्रक्षेपण अब 1 जून को लक्षित किया जा रहा है।

अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा, नासा, बोइंग और यूएलए (यूनाइटेड लॉन्च एलायंस) के मिशन प्रबंधक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए बोइंग क्रू फ्लाइट टेस्ट (सीएफटी) लॉन्च करने की दिशा में आगे बढ़ने के मार्ग का मूल्यांकन करना जारी रखते हैं। टीमें अब दोपहर 12:25 बजे लॉन्च अवसर की दिशा में काम कर रही हैं। शनिवार, 1 जून को ईटी, 2 जून, 5 जून और 6 जून को अतिरिक्त अवसरों के साथ।

स्टारलाइनर के सेवा मॉड्यूल पर हीलियम रिसाव के कारण अंतरिक्ष यान के मनुष्यों को ले जाने वाले पहले मिशन में देरी हुई थी, जिसे शुरू में 7 मई के लिए योजनाबद्ध किया गया था, लेकिन लगातार देरी के साथ इसे पीछे धकेल दिया गया।

बोइंग के स्टालिनर अंतरिक्ष यान को अंतिम परीक्षण के हिस्से के रूप में सुनीता 'सुनी' विलियम्स और साथी नासा अंतरिक्ष यात्री बैरी 'बुच' विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इससे पहले कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी आईएसएस से नियमित मिशन के लिए स्टारलाइनर को प्रमाणित कर सके। स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से रॉकेट कंपनी यूनाइटेड लॉन्च अलायंस (ULA) के एटलस 5 रॉकेट पर अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।

पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका में पृथ्वी पर लौटने से पहले नए अंतरिक्ष यान और उसके सिस्टम का मूल्यांकन करने के लिए दोनों लगभग दो सप्ताह तक परिक्रमा प्रयोगशाला में रुकेंगे।

प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा, "सेंटूर सेल्फ रेगुलेटिंग वाल्व को बदलने और स्टारलाइनर सर्विस मॉड्यूल हीलियम मैनिफोल्ड लीक का निवारण करने के लिए संयुक्त नासा, बोइंग और यूएलए टीमों द्वारा पिछले दो हफ्तों में असाधारण विश्लेषण और परीक्षण किया गया है।" अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि हम स्टारलाइनर प्रणोदन प्रणाली की अनावश्यक क्षमताओं और हमारे अंतरिम मानव रेटिंग प्रमाणन पर किसी भी प्रभाव सहित प्रत्येक मुद्दे की सभी जटिलताओं को समझने में अपना समय लें।"

उन्होंने कहा, "आगामी डेल्टा एजेंसी फ़्लाइट टेस्ट रेडीनेस रिव्यू में पूरे समुदाय द्वारा टीमों की प्रगति और उड़ान तर्क की समीक्षा करने के बाद हम इस परीक्षण मिशन पर बुच और सुनी को लॉन्च करेंगे।"

अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर दोनों स्टारलाइनर सिमुलेटर में अभ्यास करना जारी रखते हैं और जो दल पृथक-वास में है, वह नई लॉन्च तिथि के करीब फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर के लिए उड़ान भरेगा।

बोइंग स्टारलाइनर की क्रूड टेस्ट फ्लाइट (सीएफटी) के मिशन प्रबंधकों ने एटलस 5 रॉकेट के ऊपरी चरण में वाल्व की गड़बड़ी के कारण निर्धारित लॉन्च से सिर्फ दो घंटे पहले 7 मई को मिशन बंद कर दिया। बोइंग ने अपने बयान में कहा कि वाल्व को 11 मई को सफलतापूर्वक बदल दिया गया और यह पुष्टि करने के लिए परीक्षण किया गया कि यह ठीक से काम कर रहा है।

बाद में 14 मई को, नासा ने घोषणा की कि 17 मई के लिए निर्धारित सीएफटी मिशन को अंतरिक्ष यान के सेवा मॉड्यूल में "छोटे हीलियम रिसाव" के कारण 21 मई से आगे बढ़ा दिया गया है। 17 मई को अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि प्रक्षेपण को आगे बढ़ाकर 25 मई कर दिया गया। मानव दल के साथ बोइंग के पहले स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान मिशन को चिह्नित करने वाली उड़ान, नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम का हिस्सा है, जो अमेरिकी धरती से अमेरिकी रॉकेट और अंतरिक्ष यान पर अंतरिक्ष यात्रियों को लॉन्च करने के लिए सार्वजनिक-निजी साझेदारी के माध्यम से अमेरिकी एयरोस्पेस उद्योग के साथ काम कर रही है।

नासा ने संयुक्त राज्य अमेरिका से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक चालक दल को ले जाने के लिए सितंबर 2014 में बोइंग और स्पेसएक्स को चुना। ये एकीकृत अंतरिक्ष यान, रॉकेट और संबंधित प्रणालियाँ नासा मिशनों पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएंगी, और परिक्रमा प्रयोगशाला पर वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए समर्पित समय को अधिकतम करने के लिए सात अंतरिक्ष स्टेशन के चालक दल को बनाए रखेंगी।

दिसंबर 2019 में एक असफल प्रयास के बाद, बोइंग ने 2022 में एक सफल अनक्रूड ऑर्बिटल फ्लाइट टेस्ट 2 (ओएफटी-2) आयोजित किया। एयरोस्पेस कंपनी के अनुसार, इसके स्टारलाइनर को छह महीने के टर्नअराउंड समय के भीतर दस मिशनों के लिए पुन: प्रयोज्य होने की उम्मीद है। एलोन मस्क के स्वामित्व वाली स्पेसएक्स कंपनी के क्रू ड्रैगन ने 30 मई, 2020 को अपने पहले लॉन्च के बाद से 12 क्रू मिशनों को अंजाम दिया है। स्टारलाइनर को विकसित करने के लिए बोइंग को अमेरिकी संघीय निधि से 4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक प्राप्त हुए, जबकि स्पेसएक्स को लगभग 2.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्राप्त हुए।

केदारनाथ में टला बड़ा हादसा, श्रद्धालुओं के लेकर जा रहे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग
#kedarnath_dham_helicopter_emergency_landing उत्तराखंड के बाबा केदारनाथ धाम में आज सुबह सुबह एक बड़ा हादसा होने से बच गया।केदारनाथ धाम में यात्रियों से भरे हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई है। दरअसल, केदारनाथ धाम के लिए जारी हेली सेवा में लोगों के ले जा रहे हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। हालांकि राहत की बात रही कि किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। जानकारी के मुताबिक, हेलिकॉप्टर का रूडल खराब हो गया था। इसके कारण हेलिकॉप्टर को दूर तक नहीं ले जाया जा सकता था। हालांकि, पास में ही हेलीपैड था। फिर, पायलट ने सुझबूझ दिखाते हुए खाली जगह की तलाश की। फिर वहां पर हेलिकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग कराई। हालांकि, थोड़ी ही दूरी पर ही खाई थी। इस दौरान हेलिकॉप्टर में बैठे श्रद्धालु भगवान से सलामती की दुआ मांगते रहे। दरअसल, क्रिस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर में अचानक खराबी आ गयी और पायलट ने किसी तरह इंमरजेंसी लैंडिंग करायी, जिससे पायलट सहित छह लोगों की जिंदगी बाल-बाल बच गयी। हेलीकॉप्टर यात्रियों को लेकर सिरसी हेलीपैड से श्री केदारनाथ धाम आ रहे केस्ट्रेल एविएशन कंपनी के हेली को कुछ तकनीकी समस्या के कारण श्री केदारनाथ धाम के हेलीपैड से लगभग 100 मीटर पहले आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। वहीं पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू है। हालांकि, चार धाम यात्रा के लिए 31 मई तक ऑफ लाइन पंजीकरण पर रोक है, जिसके चलते हजारों श्रद्धालु ऐसे हैं, जो हफ्तों से ऋषिकेश-हरिद्वार में अपने पंजीकरण का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनका पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि हफ्तों से इस आस में थे कि बाबा केदारनाथ का दर्शन होगा, लेकिन यह आस टूटती जा रही है। फिलहाल हर दिन धाम में 25 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं को धाम तक पहुंचाने के लिए 9 हेलिकॉप्टर कंपनियां लगातार लगी हैं।
क्या हनीट्रैप के शिकार हुए बांग्लादेशी सांसद, जानें क्या है पूरा मामला

#bangladesh_mp_honey_trapped_before_murder_in_kolkata 

बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या मामले की सीआईडी जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार हत्याकांड में हनी ट्रैप का मामला सामने आया है। पुलिस का मानना है कि शायद बांग्लादेशी सांसद अनवारुल हनी ट्रैप के शिकार हुए होंगे। पश्चिम बंगाल सीआईडी के अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी है।

पश्चिम बंगाल सीआईडी की मुताबिक जांच से पता चलता है कि एक महिला ने उन्हें अपने जाल में फंसा लिया। न्यू टाउन के जिस फ्लैट में वो रुके हुए थे, वहां जाने के लिए इसी महिला ने कहा था। यह महिला सांसद के दोस्त की जानने वाली व करीबी भी थी। वहां पहुंचते ही उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस को शक है कि भाड़े के हत्यारों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई होगी।

वहीं, गुरुवार को इस मामले में एक शख्स को मुंबई से हिरासत में लिया गया। पुलिस का कहना है कि इस शख्स ने मुख्य आरोपियों में से एक से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि यह शख्स पश्चिम बंगाल के उस इलाके का रहने वाला है, जो बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ है। उसने क्यों मुलाकात की थी और इस दौरान क्या बातचीत हुई, इसकी जांच की जा रही है।

बता दें कि बांग्लादेशी सांसद की हत्या के लिए करीब पांच करोड़ रुपये की सुपारी दी गई थी। आखिरी बार बांग्लादेशी सांसद को कोलकाता के न्यू टाउन इलाके के एक फ्लैट में जाते हुए देखा गया। यह फ्लैट उसके ऑनर ने सांसद को दोस्त को रेंट पर दिया था। इस फ्लैट का ऑनर एक्साइज डिपार्टमेंट में काम करता है।

तीन बार के बांग्लादेशी सांसद अनवारुल के लिए 12 मई को कोलकाता पहुंचे थे। कोलकाता पहुंचने के बाद वह नॉर्थ कोलकाता के बारानगर में अपने फैमिली फ्रेंड गोपाल विश्वास के घर पर ठहरे थे। 13 मई को अनवारुल अनवर डॉक्टर से मिलने के लिए बिस्वास के घर से निकल गए। 17 मई से वह संपर्क में नहीं थे। इसके बाद गोपाल बिस्वास ने उनकी (सांसद) गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।

लोकसभा चुनाव के बीच पीओके को भारत में मिलाने की चर्चा तेज, क्या तीसरी बार बीजेपी की वापसी से निकलेगा कोई हल

#pok_will_part_of_india_bjp_claims

भारत सरकार ने जिस तरह आर्टिकल 370 निरस्त कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बनाए, उसी तरह अब अगले कदम में पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) को भारत में मिलाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। खासकर लोकसभा चुनाव के इस माहौल में बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने इसको लेकर बयान दिया है। 

हाल ही में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और हम इसे लेकर रहेंगे।विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर यानी पीओकेभारत का हिस्सा है और हमेशा रहेगा। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हिमंता बिस्वा जैसे नेता भी पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर पर लगातार बयान दे रहे हैं।अब तो पाकिस्तान को पाक अधिकृत कश्मीर को बचाना मुश्किल हो रहा है।आप देखना चुनाव के बाद मोदी जी को तीसरा बार प्रधानमंत्री बनने दीजिए, अगले छह महीने के अंदर आप देखेंगे कि पाक अधिकृत कश्मीर भी भारत का हिस्सा होगा।

बीजेपी नेताओं की ओर से की जा रही इन बयानबाजियों के बाद सवाल ये उठ रहे हैं कि भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत में मिलाने के लिए क्या कदम उठाया है। देश की नरेन्द्र मोदी सरकार ने इस दिशा में अपनी कोशिशें शुरू कर दी हैं। भारत की संसद में इस पर प्रस्ताव रखा जा चुका है। 2014 के पहले की कांग्रेस सरकारों ने भले ही इस पर चुप्पी साध रखी हो लेकिन आज की मोदी सरकार इसे लेकर पिछले 10 सालों से लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। यही वजह है कि पीएम मोदी के साथ उनके सारे नेता एक सुर में 'अबकी बार 400 पार का नारा... POK हमारा' का नारा लगाकर अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं।

वहीं, पीओके को लेकर भविष्य में सरकार की ओर से कार्रवाई को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहले ही अपनी बात रख चुके हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से खास बातचीत में इस सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा था, पीओके हमारा था, है और रहेगा। मुझे लगता है कि आगे उसकी नौबत नहीं आएगी। पीओके के लोग सामने आकर खुद मांग करेंगे कि हम भारत के साथ जाना चाहते हैं। जिस तरीके से जम्मू-कश्मीर का विकास हो रहा है और जिस तरीके से अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का कद ऊंचा हुआ है, भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है और हमारे देश की अर्थव्यवस्था जितनी तेजी से आगे बढ़ रही है, आज हम दुनिया के देशों में टॉप पांच में पहुंच गए हैं, जो पहले 11वें स्थान पर थे।

राजनाथ सिंह का ये बयान तक आया, जब पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं।दरअसल पाकिस्तान से ही आवाज उठ रही है कि कश्मीर कभी पाकिस्तान नहीं बनना चाहता।बलूचिस्तान के लोगों के साथ ही पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की जनता भी खुद की आजादी की मांग कर रही है। बीते 10 सालों में वहां के लोग पाकिस्तानी फौज और पुलिस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। आतंकवादी कैंपों के चलते पहले लोग कम मुखर थे। लेकिन भारत ने जब सीमापार के कैंप तबाह किए तो वहां के लोगों का हौसला बढ़ा है। अब हालात ये हैं कि पीओके में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश और गुस्सा चरम पर है।पीओके में जारी हिंसक प्रदर्शनों से पाकिस्तान सरकार हिल गई है।

छत्तीसगढ़ में फिर नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, एनकाउंटर में 7 ढेर

#seven_naxalites_killed_in_encounter

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में गुरुवार को सुरक्षाबलों ने बड़े नक्सली हमले को नाकाम कर दिया। जिले के नारायणपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों की नक्सलियों से भीषण मुठभेड़ हुई जिसमें सात नक्सलियों के मारे जाने की खबर है।

नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रभात कुमार ने कहा कि मुठभेड़ सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। उन्होंने बताया कि खुद को घिरा देख नक्सली रुक-रुक कर गोलीबारी करने लगे। जवाबी कार्रवाई में सात नक्सली मारे गए।प्रभात कुमार ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। ऑपरेशन में दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर जिलों के जिला रिजर्व गार्ड, बस्तर फाइटर्स और स्पेशल टास्क फोर्स, राज्य पुलिस शामिल थे। मुठभेड़ स्थल से अब तक सात नक्सलियों के शव और हथियार बरामद किए गए हैं। 

इस घटना के साथ ही इस साल राज्य में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में अब तक 112 नक्सली मारे जा चुके हैं। इससे पहले 10 मई को बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 12 नक्सली मारे गए थे। वहीं, 30 अप्रैल को नारायणपुर और कांकेर जिले की सीमा पर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन महिलाओं सहित 10 नक्सली मारे गए थे। इसके अलावा, सुरक्षाबलों ने 16 अप्रैल को कांकेर जिले में मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था।

महाराष्ट्र के डोंबिवली में फैक्टरी में विस्फोट से लगी भीषण आग, चार लोगों की मौत, 56 घायल

#thanechemicalfactory_blast

महाराष्ट्र में डोंबिवली में स्थित एक फैक्टरी में बॉयलर फटने से विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है। 

बॉयलर का विस्फोट इतना तेज था कि आस-पास की बिल्डिंग और बाहर खड़े वाहनों के कांच में दरारें आ गईं। विस्फोट और आगजनी में अब तक 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं और छह लोगों की मौत हो गई है।

यह विस्फोट ठाणे के एमआईडीसी इलाके के फेज 2 में स्थित ओमेगा कैमिकल फैक्ट्री में हुआ है। फैक्ट्री के अंदर विस्फोट उस वक्त हुआ है जब कई कर्मचारी फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे थे। बॉयलर में तकनीकि खराबी की वजह से विस्फोट होने की बात बताई जा रही है। वहीं इतने भीषण विस्फोट और आग लगने कीइ खबर तुरंत दमकल और पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस और दमकल कर्मी पहुंचे हैं।कई लोगों के अभी भी फैक्ट्री के अंदर फंसे होने की आशंका है।फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है।

आठ लोग सस्‍पेंड

इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिल्‍ली में दी। फडणवीस इस वक्‍त दिल्‍ली में लोकसभा चुनाव प्रचार में व्‍यस्‍त हैं। उन्‍होंने कहा, “डोंबिवली एमआईडीसी में अमुदान केमिकल कंपनी में बॉयलर विस्फोट की घटना दुखद है। 8 लोगों को निलंबित कर दिया गया है। घायलों के इलाज के लिए व्यवस्था की गई है और एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमों को भी तैयार रखा गया है।”

प्रशांत किशोर का भाजपा को लेकर दावा,जानें कितनी सीटें जीतने की कही बात

#prashantkishoron_bjp

देश में जारी लोकसभा चुनाव में पांच चरणों की वोटिंग खत्म हो चुकी है।अब और दो फेज के लिए वोट डाले जाने हैं। चुनाव के बीच बीजेपी की सीटों को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं। इस बीच चुनाव विश्लेषक प्रशांत किशोर के बयान चर्चा में है। प्रशांत कई समाचार चैनलों को साक्षात्कार दे रहे हैं, जिनमें उनके कई दावे ट्रेंड कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार फिर से भाजपा केंद्र की सत्ता पर काबिज होगी। उन्होंने ये भी दावा किया है कि बीजेपी कितनी सीटें जीत रही ह।

कितनी सीटें जीत रही बीजेपी

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की ओर से यह कहा गया है कि बीजेपी 370 तो नहीं पहुंचेगी लेकिन 303 के ऊपर ही सीटों का आंकड़ा रहेगा। इसके पीछे उन्होंने कारण बताते हुए कहा था कि पीएम मोदी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर नहीं है। 

वहीं राजनीतिक विश्लेषक योगेंद्र यादव ने पीके का दावा काटते हुए कहा कि यह कतई संभव नहीं है। योगेंद्र यादव ने कहा कि मैं अपने 35 साल के तजुर्बे से कह रहा हूं कि बीजेपी को बहुमत नहीं मिलेगा और कम से कम 50 से अधिक सीटों का नुकसान होगा।

प्रशांत किशोर ने ट्रोलर्स को दिया जवाब

भाजपा की जीत की भविष्यवाणी करने के बाद से प्रशांत किशोर को ट्रोल किया जा रहा है।

हालांकि अब प्रशांत किशोर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्रोलर्स को करारा जवाब दिया है। प्रशांत किशोर ने एक्स पर लिखा, पानी पीना अचछा है, क्योंकि यह दिमाग और शरीर दोनों को ही हाइड्रेट रखता है। जो लोग इस चुनाव के नतीजों के मेरे आंकलन से परेशान हैं। उन्हें 4 जून को अपने पास खूब सारा पानी रखना चाहिए।"अपने पोस्ट के अंत में प्रशांत किशोर ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की भविष्यवाणी की भी याद दिलाई। उन्होंने लिखा, याद रखें, 2 मई 2021 और पश्चिम बंगाल।

प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी

दरअसल इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा था कि बंगाल में भाजपा दहाई के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाएगी। बता दें कि प्रशांत किशोर देश के जाने-माने चुनावी रणनीतिकार है। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रणनीति को संभालने का जिम्मा भी प्रशांत किशोर ने संभाला था। इसके बाद वह जदयू के उपाध्यक्ष बनें। कभी समाजवादी पार्टी तो कभी बंगाल में ममता बनर्जी के लिए वो काम कर चुके हैं। फिलहाल प्रशांत किशोर बिहार में पैदल यात्रा कर रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल वो राजनीति में कदम नहीं रखेंगे। बिहार में हो रही पैदल यात्रा के बाद लोगों से बातचीत करने के बाद किसी फैसले पर वो पहुंचेंगे।

गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 303 सीटें जीतीं थी और एनडीए ने 350 का आंकड़ा पार कर लिया था। बीजेपी के नेता लगातार 400 पार सीट आने की बात कर रहे हैं।

ताइवान की सीमा को चारों ओर चीन ने घेरा, जहाज, एयरक्राफ्ट और सैनिकों का जमावड़ा
#china_again_gave_tension_to_taiwan
ताइवान में नए राष्ट्रपति के शपथ लेते ही चीन ने द्वीप देश की टेंशन बढ़ाना शुरू कर दिया है। अब चीन की सेना ने बृहस्पतिवार को ताइवान के चारों तरफ घेराव शुरू कर दिया है। चीन ने ताइवान के समुद्री सीमा और एयर स्पेस के पास अपना दो दिवसीय युद्धाभ्यास शुरू किया है। इससे ताइवान में हलचल मच गई है। इस दंड अभ्यास में उसकी सेना, नौसेना, वायु सेना और रॉकेट बल भाग ले रहे हैं। चीन ने यह अभ्यास ऐसे वक्त में किया है जब स्व-शासित द्वीप ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते ने देश पर चीन की संप्रभुता के दावे को अस्वीकार किया है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, चीन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्वी थिएटर कमान ने बृहस्पतिवार सुबह 7:45 बजे ताइवान द्वीप के आसपास संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया।चीनी सेना की ओर से यह अभ्यास ताइवान जलडमरूमध्य, ताइवान द्वीप के उत्तर, दक्षिण और पूर्व के साथ-साथ किनमेन, मात्सु, वुकिउ और डोंगयिन द्वीपों के आसपास के क्षेत्रों में किया जा रहा है। इससे ताइवान में खलबली मच गई है। चीन का मानना है कि ताइवान को मुख्य भूमि के साथ जोड़ा जाना चाहिए भले ही इसके लिए बल प्रयोग करना पड़े। पीएलए ईस्टर्न थिएटर कमान के प्रवक्ता ली शी ने कहा, ‘‘यह अभ्यास ‘ताइवान स्वतंत्रता’ बलों के अलगाववादी कृत्यों के लिए एक कड़ी सजा और बाहरी ताकतों द्वारा हस्तक्षेप और उकसावे के खिलाफ एक कड़ी चेतावनी जैसा है। वहीं, ताइवान ने अपनी सीमा क्षेत्र के नजदीक युद्धाभ्यास करने पर चीन का कड़ा विरोध जताया है। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, चीन अपने ऊपर नियंत्रण रखे, ताइवान की सीमा में फेरबदल की कोशिश ना करे। इसके अलावा बयान में ये भी कहा गाया है कि ताइवान चीन के दबाव में नहीं आएगा, ताइवान स्ट्रेट में यथास्थिति बिगाड़ने की कोशिश न कि जाए। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट में शांति और स्थिरता बनाए रखना, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सहमति है। ताइवान स्ट्रेट पर हो रहे चीन के अभ्यास पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय नजर रखे हुए है। चीन बार बार ताइवान के लोकतंत्र को धमकी दे रहा है और एकतरफा तरीके से ताइवान सागर और इंडो-पैसिफिक शांति और स्थिरता को कमजोर कर रहा है। ताइवान ताइवान स्ट्रेट में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और चीन से खुद पर कंट्रोल करने का आह्वान करता है।