समारोह पूर्वक किलकारी के समर कैम्प का हुआ समापन
पूर्णिया
समारोह पूर्वक किलकारी के समर कैम्प का हुआ समापन... मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी ने बच्चों का किया उत्साहवर्धन.... किलकारी, बिहार बालभवन, पूर्णिया के द्वारा आयोजित अठ्ठारह दिवसीय समर कैम्प 'चक धूम धूम' का समापन, समारोह पूर्वक बुधवार को हो गया। विगत 28 अप्रैल से 15 अप्रैल2024 तक चले इस समर कैम्प के समापन समारोह में, मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने शिरकत किया,
वहीं विशिष्ट अतिथि के रुप मे जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया, भ उपस्थित रहे ! अतिथियों का स्वागत किलकारी परिवार की ओर से, किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण कुमार उर्फ मुकुल ने किया । सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के आगमन पर शंख ध्वनी, नगाड़ा और वैदिक मंत्र के उच्चारण के साथ मुख्य अतिथि को मंच पर आसन ग्रहण करवाया गया । तत्पश्चात मुख्य अतिथि समेत सभी अतिथियों को बुके, मंजूषा पेंटिंग ,पर्यावरण का प्रतीक एक पौधा और इस समर कैम्प में निर्मित ब्लैक पॉटरी की एक कलाकृति उपहार स्वरूप भेंट की गई ।साथ ही इस अवासर पर किलकारी के प्रति सहयोग पूर्ण भावना से, किलकारी क साथ आवश्यकता अनुसार कदम से कदम मिलाकर चलने वाले चार अलग-अलग क्षेत्र से संबंध रखने वाले विशिष्ट व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया , जिनमे, विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक,
राजेश मिश्रा, सेंट पीटर हिंदी मीडियम स्कूल की प्रधान अध्यापिका, सिस्टर वन्दिता, मध्य विद्यालय,उफ्रैल की प्रधानाध्यापिका, अर्चना एवं इनारिका कंप्यूटर सेंटर के निदेशक, रविंद्र कुमार साह के नाम शामिल है। मौके पर अतिथियों का सम्मान करते हुए किलकारी पूर्णिया के प्रमंडल समन्वयक रवि भूषण ने कहा कि, हमने किलकारी पूर्णिया के तीन वर्षों के सफर में, जो भी उपलब्धियां हासिल की है,उसमें किलकारी के सभी बच्चों और उनके अभिभावकों का सहयोग अगर हमें नहीं मिल पाता तो, हम निरंतर यह प्रगति नहीं कर पाते, क्योंकि अगर यह बच्चे नहीं होते तो,किलकारी अपने स्वरूप के अनुकूल यहां कार्य ही नहीं कर पाती, मैं आभार व्यक्त करता हूं पूर्णिया के जिलाधिकारी महोदय का एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी महोदय का, आप श्रीमान ने अपने व्यस्त समय से समय निकालकर यहां आकर इन बच्चों के साथ-साथ हमारा भी उत्सवर्धन किया है । अगर श्रीमान का सहयोग हमें इसी तरह मिलता रहा तो भविष्य में भी हम छात्रों के सर्वांगिक विकास के लिए और भी आगे बढ़कर काम कर पाएंगे । जिलाधिकारी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि, किलकारी, बिहार बालभवन, पूर्णिया में जिस रूप में कार्य कर रहा है, उससे यह प्रतीत होता है कि,यह अपने उद्देश्य के अनुरूप पूर्णिया में कार्य करते हुए बिहार के दूसरे जगह के लिए एक संदेश प्रसारित कर रही है, जिस तरह से यहां आयोजित समर कैम्प में बच्चों ने खेल, कला और विज्ञान से जुड़े विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त किया और
अपने अंदर छुपी प्रतिभा को सामने लाया है, मैं इस मंच से कह रहा हूं, कि इनमे ऐसी संभावना दिखती कि यह बच्चे भविष्य में अपने लिए वह जगह बना बनाने में कामयाब होंगे, जिससे इन्हें एक नई पहचान मिल पाएगी । मैं इन सभी छात्र-छात्रओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं और किलकारी परिवार को बधाई देता हूं ,किलकारी परिवार ने बेहतरीन वातावरण में उत्कृष्ट कार्यक्रम का आयोजन कर गर्मी की छुट्टियों का सदुपयोग किया है। वहीं मौजूद सभी विशिष्ट कतिथियों ने भी अपने संबोधन में बच्चों का संबोधित करते हुए उन्हें उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी । मंच के उद्घाटन सत्र की समाप्ति के बाद सभी अतिथि, अतिथि दीर्घा में आकर बैठ गए। फिर मंच पर शुरू हुआ कार्यक्रम का दौरा, जिसमें सर्वप्रथम छोटे बच्चों के द्वारा सोना रे सोना गीत पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति हुई । उसके उपरांत एक के बाद एक रविंद्र शास्त्रीय गायन, भजन की प्रस्तुति ने सभी उपस्थित जनों को मुग्ध कर दिया । उसके उपरांत, छोटे-छोटे बच्चों ने परंपरिक खेल आधारित नृत्य, हूला छुप की प्रस्तुति की,जो सभी को गुदगुदा गया। फिर एक अंदाज में मंजूषा पेंटिंग को हाथ में लेकर प्रतिभागियों ने रैंप वॉक किया, उसके उपरांत ट्रैक म्यूजिक पर जब बच्चे झूमे तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों का मान भी झूमने लगा । अपनी लोक परंपरा को दर्शाती हुई पारंपरिक नागपुरी नृत्य की प्रस्तुति नृत्य विधा के प्रतिभागियों के द्वारा की गई जो एक उत्कृष्ट प्रकृति के रूप में उभरी । वहीं उदय शंकर स्टाइल में मां गंगे को नमन करते हुए 'गंगा नृत्य'की प्रस्तुति भी मनभावन रही । किलकारी के द्वारा लांच किए गए बच्चा बैंड के प्रतिभागियों के छात्र समूह के द्वारा वेस्टर्न म्यूजिक की भी प्रस्तुति हुई । साथ ही लोक संगीत सजी गीतों की भी प्रस्तुति हुई! जिससे संगीत की दो अलग-अलग धाराओं को एक ही मंच पर दर्शकों ने महसूस किया और तारीफ भी की और अंत में किलकारी पूर्णिया के बच्चों के द्वारा, मौजूदा समय पर व्यंग करते हुए भारतेंदु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित नाटक अंधेर नगरी चौपट राजा का मंचन किया गया, जो काफी सराहनीय रहा । कार्यक्रम में मंच संचालन ..... ने किया। कार्यक्रम की समाप्ति पर धन्यवाद ज्ञापन किलकारी पूर्णिया के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी त्रिदीप शील ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सी.पी.सी रुचि कुमारी व संगीत गुरु पंडित अमरनाथ झा का अभी अहम योगदान रहा । जबकि किलकारी के अन्य सभी स्थानीय प्रशिक्षक भी जुटे रहे ।
May 17 2024, 18:33