सीएम धामी ने जंगल की आग पर काबू पाने के लिए चलाया अभियान, ‘पिरुल लाओ, पैसे पाओ’, ग्रामीणों की हो रही बढ़िया आमदनी

गत दिनों वर्षा से जंगलों में लगी आग पर काबू होने के बाद फिर से आग की घटनाएं सामने आने लगी हैं। लगातार सामने आ रही घटनाओं से प्रशासन से लेकर आम जनता तक परेशान है। एनडीआरएफ व वन विभाग की टीम आग पर काबू पाने में जुटी हुईं हैं। सीएम धामी भी जंगल की आग पर काबू पाने के लिए समय-समय पर सख्त निर्देश जारी कर रहे हैं। सीएम ने आग पर काबू पाने के लिए आमजन के साथ मिलकर एक अभियान भी चलाया है। सीएम के इस अभियान से वनाग्नि की घटनाएं काफी कम हो गई हैं साथ ही वन क्षेत्र के पास रहने वाले ग्रामीणों की आमदनी भी हो रही है। सीएम धामी ने एक्स पर लिखा, ‘जंगलों में आग लगने की घटनाओं का एक प्रमुख कारण पिरुल होता है। जिसके निस्तारण के लिए हम आमजन के साथ मिलकर अभियान चला रहे हैं। ‘पिरुल लाओ, पैसे पाओ’ अभियान के तहत बड़ी संख्या में लोग पिरुल को इकट्ठा कर ₹ 50/किलो की दर से सरकार को बेच रहे हैं। जिसका व्यापक असर भी देखने को मिल रहा है। इस अभियान से वर्तमान में वनाग्नि की घटनाएं काफी कम हो गई हैं साथ ही वन क्षेत्र के पास रहने वाले ग्रामीणों की आमदनी भी हो रही है।’ गुमांई व गंगोटी के जंगल भी प्रभावित मंगलवार को तमलाग गांव से सटे जंगलों में सुलगती आग से गुमांई व गंगोटी वन क्षेत्र भी कुछ हद तक प्रभावित हुआ। जंगल में लगी आग को बुझान के लिए एनडीआरएफ व वन विभाग की टीम जुटी रही। डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बताया कि अदवाणी नार्थ व साऊथ क्षेत्र में बीती देर सायं को सेटेलाइट डेटा के आधार पर आग की घटना की सूचना मिली। आग तमलाग के जंगलों में फैल गई तथा सिविल वन क्षेत्र से होते हुए आग बेकाबू होकर रिजर्व फारेस्ट की ओर बढ़ गई, जिससे कि गुमांई व गंगोटी के जंगल भी प्रभावित हो गए।
उत्तराखंड के सीएम बोले- विपक्षी पार्टियों ने बनाया परिवार बचाने का गठबंधन, राहुल ने मानी हार, दिल्ली में कई दावेदार

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरियाणा की रोहतक लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अरविंद शर्मा के समर्थन में चुनाव प्रचार किया. समरगोपालपुर गांव में उन्होंने इंडिया गठबंधन पर निशाना साधा. इसके अलावा उन्होंने हरियाणा कांग्रेस पर भी कटाक्ष किया. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी कांग्रेस एक परिवार से बाहर नहीं जा पाती. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा “इंडिया गठबंधन सरकार बनाने नहीं, बल्कि अपने परिवारों को बचाने और तुष्टिकरण की राजनीति करने का ठगबंधन है. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी पूरे देश को परिवार मानकर चलती है, जबकि इंडिया गठबंधन में शामिल दल सिर्फ अपने परिवार को प्रथम मानकर काम कर रहे हैं” हरियाणा और दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही हैं, जबकि पंजाब में एक दूसरे के खिलाफ. ये जनता को बेवकूफ बनाने वाली बात है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दोबारा जेल जाएंगे. पहले वो कहते थे कि अगर घोटाले के आरोप लगे तो तुरंत पद छोड़ देंगे, लेकिन अब जेल में रहकर भी मुख्यमंत्री का पद नहीं छोड़ा. अब आम आदमी पार्टी में भी मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हो गए हैं. इसलिए पार्टी में मारपीट हो रही है. इसके अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी परंपरागत सीट को छोड़कर साबित कर चुके हैं कि उन्होंने अपनी हार मान ली है. राहुल गांधी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में इसलिए नहीं पहुंचे, क्योंकि वो विशेष जाति के वोट बैंक को लुभाना चाहते थे. राम मंदिर आस्था का विषय है और इसे राजनीतिक विषय नहीं बनना चाहिए.
दिल्ली: ‘मैं हैरान हूं कि अरविंद केजरीवाल चुप क्यों हैं?’, स्वाति मालीवाल से मारपीट मामले पर बोलीं BJP नेता बांसुरी स्वराज

आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सांसद व दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीजेपी इस मामले को मुद्दा बनाने में जुट गई है। ताजा मामले में नई दिल्ली से बीजेपी की लोकसभा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने कहा, “मैं इस बात से हैरान हूं कि अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? अब तक आम आदमी पार्टी ने केवल घटना की निंदा की है, कोई कार्रवाई क्यों नहीं? अगर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी ही पार्टी की महिला सांसद की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो वह दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं?” मुख्यमंत्री आवास के बाहर भाजपा का प्रदर्शन दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के साथ सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार द्वारा मारपीट का मामला तूल पकड़ने लगा है। भाजपा नेता इसे लेकर बयानबाजी करने के बाद अब सड़क पर उतर गए हैं। भाजपा नेता व कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस को नहीं दी लिखित शिकायत बता दें कि मालीवाल ने सोमवार को पीसीआर पर कॉल कर विभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया था। वह सिविल लाइन पुलिस थाना भी गई थीं परंतु शिकायत दर्ज नहीं कराई। उसके बाद से पुलिस उनसे संपर्क नहीं कर सकी है। सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर मालीवाल के साथ हुई अभद्रता का पुष्टि करने के साथ कहा था कि विभव कुमार के खिलाफ पार्टी कार्रवाई करेगी। वहीं, भाजपा का कहना है कि मालीवाल पर चुप रहने के लिए मुख्यमंत्री व आप नेताओं द्वारा दबाव डाला जा रहा है। पुलिस को मालीवाल के पीसीआर कॉल व संजय सिंह के बयान के बाद मामला दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार करना चाहिए।
मध्यप्रदेश के इंदौर में भीषण सड़क हादसा, डंपर से टकराई कार, 8 लोगों की मौत

 इंदौर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर हुए भीषण सड़क हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई। बुधवार देर रात दो वाहनों की टक्कर के बाद आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक शख्स के घायल होने की खबर है। हादसे के बारे में मध्य प्रदेश पुलिस ने बताया कि इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर घाटाबिल्लौद के पास एक जीप की अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रूपेश कुमार द्विवेदी ने बताया, हादसे में आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल है।

जानकारी के मुताबिक दर्दनाक सड़क हादसा इंदौर अहमदाबाद रोड पर बेटमा के समीप हुआ है। इसमे एक MP 43 BD 1005 नंबर की कार रोड पर खड़े डंपर में जा घुसी। आशंका है कि डंपर रेती से भरा हुआ था, क्योंकि घटना स्थल पर रेती बिखरी हुई है। हादसे में कार में सवार आठ लोगो की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक वृद्ध घायल है, जिसका नाम भोगों पिता दलसिंह सामने आया है। जानकारी मिली है कि ये लोग बाग टांडा से गुना जा रहे थे, तभी हादसे का शिकार हो गए। 

घटना के बाद जिस वाहन से कार टकराई थी वो वाहन चालक भाग निकला। मृतक में शामिल एक शख्स कमलेश के पास से पुलिस का कार्ड भी मिला है। इसमें शिवपुरी में पोस्टिंग होने की बात सामने आई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी है। उन्होंने बताया कि घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। द्विवेदी ने बताया कि अज्ञात वाहन का चालक दुर्घटना के बाद घटनास्थल से फरार हो गया। आठ शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि सड़क हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है।

स्वाति मालीवाल विवाद के बीच केजरीवाल संग दिखे बिभव कुमार, बीजेपी ने तस्वीर शेयर कर बोला हमला

#swati_maliwal_assault_case_bibhav_kumar_seen_with_kejriwal 

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल संग मारपीट के आरोपों में घिरे बिभव कुमार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ देखा गया है। स्वाति मालीवाल विवाद के बीच बिभव कुमार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ देखे जानें के बाद बीजेपी को एक और मुद्दा मिल गया है। भाजपा ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया मंच एक्स पर शेयर किया है और इसे लेकर हमला बोला है। विभव कुमार के ऊपर आरोप है कि उन्‍होंने आम आदमी पार्टी की सांसद स्‍वाति मालीवाल के साथ सीएम आवास में मारपीट की है। 

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद और डीसीडब्ल्यू की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर कथित हमले के आरोपों में घिरे निजी सहायक बिभव कुमार लखनऊ एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ दिखाई दिए। तिहाड़ जेल में 51 दिन बिताने के बाद बाहर आए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार की रात लखनऊ पहुंच चुके हैं। इस बीच, उनके एयरपोर्ट पर पहुंचने का वीडियो और फोटो शेयर कर बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल पर हमला बोला है। 

दिल्‍ली बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लखनऊ एयरपोर्ट का फोटो शेयर किया है। इसमें उन्‍होंने लिखा है- लखनऊ एयरपोर्ट की कल रात की ये फोटो। काली शर्ट में विभव हैं जिसने स्वाति मालीवाल को मारा। साथ में संजय सिंह जिन्होंने बताया कि बिभव ने बहुत गलत किया, केजरीवाल नाराज हैं। तीसरे खुद केजरीवाल जिन पर स्वाति को पिटवाने का आरोप।

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि कल रात लखनऊ एयरपोर्ट पर अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और विभव एक साथ देखे गए। जिस व्यक्ति पर स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट का आरोप लगा है, वह उनके साथ घूम रहा है। यह है आम आदमी पार्टी का असली चेहरा जो महिला विरोधी है और जो महिलाओं का अपमान करता है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने गुरुवार को दावा किया कि तस्वीर से अब सबकुछ स्पष्ट हो गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने निजी सहायक बिभव कुमार को बचा रहे हैं। पूनावाला ने गुरुवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से लखनऊ हवाई अड्डे पर आप नेताओं की एक तस्वीर साझा की। इसमें पार्टी प्रमुख केजरीवाल, संजय सिंह और बिभव कुमार साथ में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने लिखा कि 72 घंटे में विभव कुमार पर कोई एफआईआर नहीं हुई, केजरीवाल बचा रहे हैं। बिभव को साथ घूम रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि मालीवाल पर हमला केजरीवाल के इशारे पर किया गया और उनके साथ हिंसा की गई।

क्या है जमात-ए-इस्लामी? केन्द्र ने लगाया है प्रतिबंध, अब उमर अब्दुल्ला ने की बैन हटाने की मांग*
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नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित से जमात-ए-इस्लामी से प्रतिबंध हटाने की मांग की है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र को जमात-ए-इस्लामी पर से प्रतिबंध हटा देना चाहिए ताकि संगठन जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में हिस्सा ले सके। इससे पहले दिन में, संगठन के पूर्व प्रमुख गुलाम कादिर वानी ने कहा था कि अगर केंद्र 2019 में संगठन पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लेता है तो उनका संगठन विधानसभा चुनाव में भाग लेगा। उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले के टंगमर्ग में चुनाव प्रचार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वो केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करते हैं कि जमात-ए-इस्लामी पर से फौरन प्रतिबंध को हटा लिया जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी जो वो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से दूसरी पार्टियों या उम्मीदवारों के लिए काम करती है उसे भी चाहिए कि वो चुनावी मैदान में वह अपने उम्मीदवार उतारकर अपनी किस्मत आमाए। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मरकज से उनकी गुजारिश है कि जमात-ए-इस्लामी पर जो प्रतिबंध लगाया गया है उसे हटा देना चाहिए ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव जो जुलाई-अगस्त में होने हैं उसमें इस संगठन की तरफ से उनके अपने उम्मीदवार खड़े हो सकें। उन्होंने कहा कि कई बार खबरें ऐसी खबरें सामने आई हैं कि जमात-ए-इस्लामी ने कई उम्मीदवारों की या पार्टियों की मदद की है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जमात को आगे होवे वाले चुनावों में पूरे जोर के साथ हिस्सा लेना चाहिए। इससे पहले जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर के पूर्व प्रमुख गुलाम कादिर वानी ने भी बुधवार को कहा कि अगर केंद्र सरकार 2019 में संगठन पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा देती है तो उनका संगठन आगामी विधानसभा चुनावों में भाग ले सकता है। श्रीनगर लोकसभा सीट पर बीते सोमवार को मतदान करने बाद वानी ने कहा था कि उनका संगठन लोकतांत्रिक प्रक्रिया में यकीन रखता है, और पहले हुए चुनावों में भी हिस्सा ले चुका है।
भारत चांद पर पहुंच गया, हमारे बच्चे गटर में गिरकर मर रहे', पाकिस्तानी सांसद का झलका दर्द

#pakistan_lawmaker_syed_mustafa_kamal_praise_india

भारत लगातार विकास की सीढ़ियां चढ़ रहा है। वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान के खस्ताहाल से हर कोई वाकिफ है। एक तरफ दुनियाभर में भारत की जय-जयकार हो रही है, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान में हालात का रोना रोया जा रहा है। इस बीच पाकिस्तान के एक सांसद सैयद मुस्तफा कमाल ने भारत की दिल खोलकर तारीफ की है। साथ ही अपने देश को आईना दिखाने का काम किया है। 

पाकिस्तानी संसद में एक सांसद ने कहा है कि भारत चांद पर लैंड कर गया है, जबकि उनके बच्चे गटर में गिरकर मर जा रहे हैं। मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) पार्टी के सांसद सैयद मुस्तफा कमाल ने बुधवार को पाकिस्तान की भारत के साथ तुलना करते हुए कराची में सुविधाओं की कमी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक तरफ उनके देश के सबसे बड़े शहर में खुले गटर बच्चों की जान ले रहे हैं। जबकि दूसरी ओर भारत ने पहले ही सफलतापूर्वक मून मिशन को अंजाम दे दिया है। उन्होंने भारत के चंद्रयान-3 की सफलता के संदर्भ में यह बात कही है।

पाकिस्तानी सांसद ने कहा कि आज जब दुनिया चांद की तरफ जा रही है, हमारे बच्चे अभी भी कराची में गटर में गिरकर मर रहे हैं। हमारे टीवी स्क्रीन पर जब हम खबरें देखते हैं कि भारत चांद पर पहुंच गया और उसके दो सेकेंड बाद ही खबर आती है कि कराची में खुले गटर में गिरकर बच्चे की मौत हो गई।

सांसद सैयद मुस्तफा ने कराची में ताजे पानी की कमी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कराची में 70 लाख और पाकिस्तान में 2.6 करोड़ से अधिक बच्चे हैं, जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। सैयद ने कहा कि वैसे तो कराची पाकिस्तान का राजस्व इंजन है, लेकिन अब उसे साफ पानी तक नसीब नहीं है। पाक सांसद ने आगे कहा कि अपनी स्थापना के बाद से पाकिस्तान में दो बंदरगाह चालू हैं और दोनों कराची में हैं। कराची पूरे पाकिस्तान, मध्य एशिया से लेकर अफगानिस्तान तक का प्रवेश द्वार हैं। 15 वर्षों से कराची को थोड़ा सा भी ताजा पानी नहीं मिल रहा है, यहां तक कि जो पानी आता है उसे भी टैंकर माफिया जमा कर लेते है और बेचने लगते हैं।

सैयद मुस्तफा कमाल का यह बयान पाकिस्तान के ही एक अन्य वरिष्ठ नेता मौलाना फजलुर रहमान के उस बयान के बाद सामने आई है, जिसमें मौलाना फजलुर रहमान ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान साथ आजाद हुए थे, लेकिन आज वे (भारत) महाशक्ति बनने का ख्वाब देख रहे हैं और हम दिवालियापन से बचने के लिए भीख मांग रहे हैं।

भारत चांद पर पहुंच गया, हमारे बच्चे गटर में गिरकर मर रहे', पाकिस्तानी सांसद का झलका दर्द*
#pakistan_lawmaker_syed_mustafa_kamal_praise_india *
भारत लगातार विकास की सीढ़ियां चढ़ रहा है। वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान के खस्ताहाल से हर कोई वाकिफ है। एक तरफ दुनियाभर में भारत की जय-जयकार हो रही है, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान में हालात का रोना रोया जा रहा है। इस बीच पाकिस्तान के एक सांसद सैयद मुस्तफा कमाल ने भारत की दिल खोलकर तारीफ की है। साथ ही अपने देश को आईना दिखाने का काम किया है। पाकिस्तानी संसद में एक सांसद ने कहा है कि भारत चांद पर लैंड कर गया है, जबकि उनके बच्चे गटर में गिरकर मर जा रहे हैं। मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) पार्टी के सांसद सैयद मुस्तफा कमाल ने बुधवार को पाकिस्तान की भारत के साथ तुलना करते हुए कराची में सुविधाओं की कमी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक तरफ उनके देश के सबसे बड़े शहर में खुले गटर बच्चों की जान ले रहे हैं। जबकि दूसरी ओर भारत ने पहले ही सफलतापूर्वक मून मिशन को अंजाम दे दिया है। उन्होंने भारत के चंद्रयान-3 की सफलता के संदर्भ में यह बात कही है। पाकिस्तानी सांसद ने कहा कि आज जब दुनिया चांद की तरफ जा रही है, हमारे बच्चे अभी भी कराची में गटर में गिरकर मर रहे हैं। हमारे टीवी स्क्रीन पर जब हम खबरें देखते हैं कि भारत चांद पर पहुंच गया और उसके दो सेकेंड बाद ही खबर आती है कि कराची में खुले गटर में गिरकर बच्चे की मौत हो गई। सांसद सैयद मुस्तफा ने कराची में ताजे पानी की कमी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कराची में 70 लाख और पाकिस्तान में 2.6 करोड़ से अधिक बच्चे हैं, जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। सैयद ने कहा कि वैसे तो कराची पाकिस्तान का राजस्व इंजन है, लेकिन अब उसे साफ पानी तक नसीब नहीं है। पाक सांसद ने आगे कहा कि अपनी स्थापना के बाद से पाकिस्तान में दो बंदरगाह चालू हैं और दोनों कराची में हैं। कराची पूरे पाकिस्तान, मध्य एशिया से लेकर अफगानिस्तान तक का प्रवेश द्वार हैं। 15 वर्षों से कराची को थोड़ा सा भी ताजा पानी नहीं मिल रहा है, यहां तक कि जो पानी आता है उसे भी टैंकर माफिया जमा कर लेते है और बेचने लगते हैं। सैयद मुस्तफा कमाल का यह बयान पाकिस्तान के ही एक अन्य वरिष्ठ नेता मौलाना फजलुर रहमान के उस बयान के बाद सामने आई है, जिसमें मौलाना फजलुर रहमान ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान साथ आजाद हुए थे, लेकिन आज वे (भारत) महाशक्ति बनने का ख्वाब देख रहे हैं और हम दिवालियापन से बचने के लिए भीख मांग रहे हैं।
पीएम मोदी के बाद कौन करेगा बीजेपी की अगुवाई?*
#who_will_lead_bjp_after_pm_modi
तिहाड़ जेल से छूटते ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लाख टके का सवाल उठाया है।केजरीवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल सितंबर में 75 साल के हो जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ने ही यह नियम बनाया था कि 75 साल के ऊपर के लोगों को रिटायर किया जाएगा। इसी के तहत लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और सुमित्रा महाजन जैसे नेताओं को रिटायर किया गया। केजरीवाल ने ये भी कहा कि नरेन्द्र मोदी के बाद अमित शाह प्रधानमंत्री बनेंगे। केजरीवाल के इस सवाल के बाद बड़ा प्रश्न ये उठता है कि क्या नरेन्द्र मोदी के बाद अमित शाह बीजेपी की अगुवाई कर सकेंगे? ये सवाल इसलिए क्योंकि आज के समय में 'मोदी' बीजेपी से भी बड़ा नाम है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बीजेपी पर अपना संपूर्ण वर्चस्व स्थापित किया। बेशक बीजेपी का अपना परंपरिक वोटर भी है। लेकिन एक बहुत बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो मोदी के नाम पर बीजेपी को वोट देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे वर्ग, समाज, जातियों आदि में बीजेपी की पैठ बनाई है, जो हमेशा से बीजेपी से दूर हुआ करते थे। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत की विदेश नीति को नए आयाम दिए हैं। इसमें उन देशों के साथ रिश्ते बनाना जो अब तक अनछुए रहे या फिर ताकतवर देशों के साथ आंखों में आंखें डालकर बात करना, मोदी सरकार ने विदेश नीति में उदारता और कठोरता, दोनों का जबर्दस्त सामंजस्य लाया है। हाल के सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार अपने मजबूती का प्रदर्शन कर रही है। दुनिया भी आज भारतीय अर्थवस्था की ताकत को मान रही है। वर्ष 2014 में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की दसवीं बड़ी अर्थव्यवस्था थी, जो पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।बीजेपी का दावा है कि पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि बीजेपी में ऐसा कौन सा चेहरा है जो नरेन्द्र मोदी की नीतियों को आगे बढ़ा सकेगा? क्या अमित शाह उन नामों में शामिल हैं जो देश के नेतृत्व की एक मिसाल कायम करेगा?
सीएए के तहत 300 शरणार्थियों को मिली भारतीय नागरिकता, 14 लोगों को दिए गए नागरिकता प्रमाण पत्र

#citizenship_under_caa_got_14_people_union_home_secretary_handed_over_certificates

सरकार ने 11 मार्च को सीएए पर अधिसूचना जारी किया था। नागरिकता (संशोधन) कानून, 2024 की अधिसूचना जारी होने के बाद पहली बार नागरिकता प्रमाणपत्रों का वितरण किया गया।बुधवार को पहली बार 300 लोगों को भारतीय नागरिकता दे दी गई। मंत्रालय ने 14 शरणार्थियों को सर्टिफिकेट भी सौंप दिए हैं।ये शरणार्थी पिछले कई साल से भारत की नागरिकता पाने की जद्दोजहद में लगे हुए थे।

गृह मंत्रालय ने सभी को ऑनलाइन माध्यम से प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए। हालांकि प्रतीकात्मक तौर पर सर्टिफिकेट सौंपने के लिए 14 लोगों को दिल्ली भी बुलाया गया। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने 14 आवेदकों को प्रमाण पत्र सौंपने के साथ ही उन्हें बधाई दी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि जनगणना संचालन निदेशक की अध्यक्षता में अधिकार प्राप्त समिति ने उचित जांच के बाद 14 आवेदकों को नागरिकता देने का फैसला किया है। इसके बाद जनगणना संचालन निदेशक ने इन आवेदकों को प्रमाण पत्र दिए। 

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) इस साल 11 मार्च को देश में लागू हो गया था। नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को संसद द्वारा पारित किया गया था। बाद में इस विधेयक को राष्ट्रपति का अनुमोदन मिल गया था। सीएए के जरिए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों से संबंधित अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता लेने में आसानी होगी। 

सीएए के तहत भारतीय नागरिकता पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है, इसके लिए सबसे पहले भारत में आने की तारीख बतानी होगी। दस्तावेजों के जन्म प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, तीनों पड़ोसी मुल्कों का कोई भी सरकारी प्रमाण पत्र चाहे वो लाइसेंस हो या शैक्षणिक। इसके अलावा आवेदक को एक पात्रता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा, जो यह पुष्टि करे कि आवेदक हिंदू, सिख, बौद्ध, पारसी, ईसाई या जैन समुदाय का हो। शर्त यह है कि आवेदन लेने वाला 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत का शरणार्थी बन चुका हो।