भीषण गर्मी से लोगों का जीना मुहाल,
डुमरी:क्षेत्र में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी से ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है श।शहरी क्षेत्रों में आर्थिक रूप से सम्पन्न लोग एसी,कुलर का उपयोग कर गरमी को बहुत हद तक मात दे देते हैं जबकि मध्यम वर्गीय परिवार एवं ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों के लिए यह गरमी मानों एक अभिशाप बन जाता है वहीं रही-सही कसर बिजली रानी की आंख मिचौनी का खेल पूरी कर देती है।जबकि सबसे अधिक परेशानी उन्हें झेलनी पड़ती है जो अस्थायी रूप से सार्वजनिक स्थानों या चौक चौराहों में दुकान चलाते हैं या फिर मजदूरी करते हैं।क्षेत्र में कहीं भी अबतक पनशाला की व्यवस्था नहीं होने से राहगीरों,यात्रियों को पेयजल की उपलब्धता में झेलनी पड़ती है,और उन्हें मजबूरी में 20 रूपये लीटर बोतलबंद पानी खरीदनी पड़ती हैं जो सभी के लिए संभव नहीं क्योंकि दैनिक मजदूरी करके अपने परिवार का जीवनयापन करने वाले लोग पाने खरीदेंगे या फिर पेट भरने के लिए अनाज।गरमी का असर ऐसा है कि सुबह 11 बजे के बाद दोपहर 4 बजे तक रोड में सन्नाटा छाया रहता है,लगता है मानों क्षेत्र में अघोषित कर्फ्यू लगा हुआ हो।इधर गरमी के कारण लोगों में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती है जिसपर चिकित्सकों का आमजनों के लिए सलाह है कि पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें,पर्याप्त पानी पिये,जितने बार संभव हो पानी पियें,भले ही प्यास नहीं लगी हो,हल्के,हल्के रंग के ढीले और छिद्रयुक्त सूती कपड़े ही पहनें,धूप में बाहर जाते समय सुरक्षात्मक चश्मे,छाता/टोपी,चप्पल का प्रयोग करें,जब बाहर का तापमान अधिक हो,तब बाहरी गतिविधियों से बचें,यात्रा करते समय अपने साथ पानी अवश्य रखें,शराब,चाय,कॉफी व कार्बोनेटेड शीतल पेय पीने से बचें,वह शरीर को निर्जलित करता हैं।कोई भी दवा बिना चिकित्सक की सलाह के खाली पेट नहीं खायें,उच्च प्रोटीन वाले भोजन यथा मांस,मुर्गा व अंडा,मसालेदार खाना,फास्टफुड आदि से बचें,बासी भोजन नहीं करें,यदि आप बाहर काम करते हैं,तो टोपी या छाते का उपयोग करें,अपने सिर,गर्दन,चेहरे व अन्य अंगों पर एक कपड़े का भी उपयोग करें।पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को नहीं छोड़ें। यदि आप बेहोश या बीमार महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें,ओआरएस,घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी),नींबू पानी,छाछ आदि का उपयोग करें जो शरीर को पुनः हाइड्रेट करने में मदद करता है,अपने घर को ठंडा रखें।पर्दे,शटर या मनशेड का उपयोग करें और रात में खिड़कियां खुली रखें,पंखें का प्रयोग करें,मच्छरदानी का उपयोग करें,गीले कपडे नहीं पहने और बार-बार ठंडे पानी से स्नान करें।टेंशन से दूर रहे,खाली पेट ज्यादा देर नहीं रहें और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर डाक्टर से परामर्श अवश्य लें।
May 06 2024, 19:59