सदर विधायक ने पेयजल आपूर्ति में आ रही बाधा पर की पीएचडी विभाग के साथ समीक्षा बैठक

पूर्णिया

सदर विधायक विजय खेमका ने पूणिया प्रमंडल लोक स्वास्थ्य प्रमंडल कार्यालय में कार्यपालक अभियंता की टीम के साथ पूर्णिया में हर घर नल से जल की आपूर्ति, जगह जगह लगे सरकारी चापाकल से की जा रही पेयजल की आपूर्ति की समीक्षा की | विधायक ने विभाग के अधिकारी से गर्मी को देखते हुए ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में जहाँ तहां बंद पड़े पेय जल आपूर्ति को दो से तीन दिन के अन्दर चालु करने से को कहा | हीट वेव को देखते हुए PHED की आकस्मिक योजना के तहत सभी भीड़ भाड़ वाली जगहों पर नया चापाकल अविलम्ब अधिष्ठापित कर आम लोगों की सुविधा के लिए पेयजल आपूर्ति करने की व्यवस्था करने को कहा |

   श्री खेमका ने PHED के कार्यपालक अभियंता टीम के साथ शहर के बस स्टैंड, कचहरी, लाईन बाजार, मेडिकल कोलेज, कटिहार मोड़ पर चापाकल की स्थिति का निरिक्षण भी किया | विधायक ने शहरी क्षेत्र में विभाग द्वारा चार सौ लगे हुए चापाकल को 24 घंटे के अन्दर जनहित में अविलम्ब चालु करने को कहा तथा ग्रामीण क्षेत्र में पेय जल आपूर्ति हेतु तीन टाईम मोटर पम्प चलाने को कहा | विधायक ने विभाग के अधिकारी को इण्डिया मार्क चापाकल को चालू करने तथा दोनों वाटर जलदूत से शहर में पेयजल सेवा शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया |


     ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के सभी सरकारी विद्यालय में आँगनबाड़ी केंद्र के चापाकल को दुरुस्त करने को कहा | विधायक ने आम जनता से अपील करते हुए कहा इस बार मौसम काफी गर्म है | गर्मी से सावधानी बरतने की जरुरत है | पूर्णिया की जनता की सुविधा के लिए मेरा सतत प्रयास है | विधायक ने लोगों से आग्रह किया कि पेयजल आपूर्ति में कठिनाई होने से विभाग के टोल फ्री न 1800/1231/121/06454-242531 पर फोन कर शिकायत जरुर दर्ज करावें | विधायक के साथ संजय मोहन प्रभाकर संजय पटवा राजेश चौरसिया आदि उपस्थित थे |
नीट की परीक्षा में चार मुन्ना भाई पूर्णिया से गिरफ्तार

पूर्णिया

पूर्णिया में रविवार को हो रहे नीट की परीक्षा में चार मुन्ना भाई की गिरफ्तारी हुई है । यह गिरफ्तारी पूर्णिया के डी ए भी स्कूल सेंटर से हुई है । पकड़े गए चारों छात्र मेडिकल के विभिन्न वर्षो के स्टूडेंट हैं जिसमें एक राजस्थान तो तीन बिहार के सीतामढ़ी बेगूसराय और भोजपुर जिले के रहने वाले हैं ।


चारो मुन्ना भाई की गिरफ्तारी पूर्णिया के मधुबनी थाना क्षेत्र से की गई है । वहीं गिरफ्तार परीक्षार्थी ने बताया कि 5 लाख में दूसरे के बदले परीक्षा देने का डील फाइनल हुआ था जिसमें कुछ रकम उन्हें एडवांस के तौर पर मिली भी थी ।

पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि चारों अभियुक्त ने अपने अपराध को स्वीकार की भी कर लिया है । यह सभी आरोपी दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे जिसके लिए मोटी रकम ली गई थी । उन्होंने कहा कि जरूरी कानूनी प्रक्रिया कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ।
बिहार इंडस्ट्रीज एशोसिएशन द्वारा पूर्णिया क्षेत्र के उद्यमियों के साथ उद्योग संवाद कार्यक्रम का आयोजन
पूर्णिया

पूर्णिया औद्योगिक परिक्षेत्र बियाडा मरंगा में बिहार इंडस्ट्रीज एशोसिएशन द्वारा पूर्णिया क्षेत्र के उद्यमियों के साथ उद्योग संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस मौके पर पूर्णिया किसनगंज कटिहार अररिया के साथ साथ पटना और सिल्लीगोड़ी के उद्यमी उपस्थित थे । वही विभिन्न बैंको के अधिकारी भी मौजूद थे । इस कार्यक्रम में उद्योग लगाने में आ रही बाधाओ और सरकार से एन ओ सी को लेकर हो रही समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई । मौके पर बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएसकेसी ने कहा कि उद्यमियों के साथ संवाद कार्यक्रम लगातार विभिन्न जिलों में चल रहा है जिसका उद्देश्य उद्यमी और सरकार के बीच विभिन्न मुद्दों पर आ रही बाधाओं को दूर करना है । उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कुछ ऐसे नियम बनाए गए हैं जिसे जमीन पर उतरने में काफी कठिनाई हो रही है लिहाजा स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर उद्योग लगाने में आ रही बढ़ाओ को दूर करने का भी प्रयास किया जा रहा है । बाईट -- केपीएसकेसी, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष
किलकारी के समर कैम्प में कथा चित्र के माध्यम से बयां की गई बिहोला विषहरी की दास्तां

पूर्णिया

लोक कला के संवर्धन के लिए सजग है पूर्णिया के बच्चे । वैसे तो गर्मी की छुट्टियों में बच्चे आमतौर पर घर में आराम करना चाहते हैं या फिर किसी हिल स्टेशन की सैर करने के लिए जाना चाहते हैं, लेकिन इन दोनों पूर्णिया में सेकड़ों बच्चे अपनी छुट्टी के साथ प्रयोग करते हुए समर कैम्प में हिस्सा ले रहे हैं और एक से बढ़कर एक हुनर दिखा रहे हैं। यही नहीं बिहुला विषहरी के कथा चित्र के माध्यम से अपनी अंगभूमि की सभ्यता और संस्कृति को दस्तावेज का रूप देने में जुट गए हैं, यह अपने आप में एक अनूठी पहल है ।

दरअसल किलकारी, बिहार बाल भवन, पूर्णिया के द्वारा इन दिनों अपने सिलेबस के मुताबिक, विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी व्यापक स्तर पर समर कैम्प का आयोजन किया गया है और इस समर कैंम्प में एक से बढ़कर एक कई विधा में बच्चों के बीच प्रशिक्षण कार्य चल रहा है जिससे इनकी छिपी हुई प्रतिभा लगातार सामने आ रही है । खाश तौर पर यह बच्चे इस समर कैम्प में अपनी माटी की सभ्यता और संस्कृति को भी खूब संरक्षित कर रहे हैं। हमारे संस्कृतिऔर सभ्यता को दर्शाती हुई एक हम कल है, मंजूषा कला ! इस कला विद्या में यहां खाश तौर पर बच्चों को प्रशिक्षित किया जा रहा है । इसके लिए भागलपुर सेइस मंजुषा कला के विशेषज्ञ मनोज कुमार पंडित को बुलवाया गया है, जो मंजूषा गुरु सम्मान और बिहार कला सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं और उनके कुशल संरक्षण में, पूर्णिया के बच्चे लगातार अपने अंग की धरती की पौराणिक सभ्यता और संस्कृति को सहेजने में जुटे हुए हैं ।

बेहोला बिषहरी की कथा को कथा चित्र के माध्यम से अपनी संस्कृति का दस्तावेजीकरण कर रहे हैं । ... क्या है मंजुषा कला और कैसे हुई उत्पत्ति ? बताया जाता है कि चौदह.सौ वर्ष पूर्व से इस मंजुषा कला का अस्तित्व रहा है, लेकिन कालांतर में यह विलचप्त हो गई थी ,फिर सन 1971 में जब अंग प्रदेश धरोहर की खोज में पुरातत्व विभाग की ओर से खुदाई हुई तो यह बात सामने आई कि, अंग प्रदेश के चंपा में चौदह सौ साल पुरानी इस सभ्यता संस्कृति से जुड़ी कलाकृति हुआ करती थी और यह कलाकृति मंजूषा कला के नाम से आज जानी जाती थी । इस खुदाई में लगभग पन्द्रह किलो वजन वाली दो मूर्तियां प्राप्त हुई थी जिसका स्वरूप नाग नागिन की तरह था लेकिन खास बात यह थी कि, नाग नागिन के स्वरूप में आदमी का स्वरूप भी समाहित था । फिर इस भित्ति चित्र पर कई शोध हुए और आज मंजूषा कला को पूरी दुनिया में एक स्थान मिल चुका है। बिहार के बाहर जब मंजूषा कला की काफी चर्चा होने लगी तब बिहार में भी इसके लिए प्रमुख रूप से कार्य होना शुरू हुआ और आज प्रमुखता के साथ इस कला के संवर्धन और संरक्षण के लिए बिहार में कार्य किया जा रहा है । इसी कड़ी में इस समर कैम्प के बच्चों को भी मंजुषा कला के लिए प्रशिक्षित किया गया और बच्चों ने अपनी तूलिका से बिहुला विषहरी की कथा को कथा चित्र के माध्यम से प्रदर्शित कर सबों का ध्यान अपनी ओर खींचा! हमने अन्य.सभी प्रशिक्षण के साथ मंजुषा कला के बारे में बारिकी से जानकारी लेते हुए बच्चों से यह जाना कि इसमें कितने बॉर्डर होते हैं और कितने प्रकार के रंग भरे जाते हैं। बच्चों ने हमारे इस प्रश्न का उत्तर देते हुए यह बताया कि , इस कला के पेन्टिंग में पांच बॉर्डर होते हैं और तीन तरह के निर्धारित रंग गुलाबी, हरा व पिला का ही इस्तेमाल होता हैं । निश्चित तौर पर पूर्णिया के बच्चों के द्वारा अंग प्रदेश की महत्वपूर्ण कला को सहेजने और समेटने के लिए इस समर कैम्प में जो प्रयास किए जा रहे हैं ,वह सराहनीय हैं और इस कार्य में लगभग 150 छात्र-छात्राएं शामिल हैं । सभी बच्चों की तूलिका कमाल कर रही है । सभी एक से बढ़कर एक मंजूषा पेंटिंग बना रहे हैं। इससे यह प्रलक्षित होता है कि पूर्णिया के बच्चे अपनी सभ्यता और संस्कृति को सहेजने के लिए सचेष्ट हैं और लोक कला का भविष्य यहां उज्जवल है ।
अररिया में चुनाव प्रचार थमा, मंगलवार को होगा मतदान
अररिया

अररिया संसदीय क्षेत्र के लिए मंगलवार को होने वाले लोकसभा चुनाव का मतदान को लेकर की गयी तैयारियों की जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम इनायत ख़ान ने कहा कि आज शाम से चुनाव प्रचार बंद हो चुका है. अब केवल डोर टू डोर प्रचार की इजाजत होगी.

राजनीतिक दलों की सभाएं व रैलियों की अनुमति नहीं होगी. चुनाव के लिए सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गयी है. क्रिटिकल लोकेशन पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. अपने कार्यालय कक्ष में मीडिया कर्मियों को जानकारी देते हुए डीएम इनायत ख़ान ने जहां चुनाव के लिए बनाये गये मतदान केंद्रों सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दीं. वहीं कहा कि जिले में होने वाले चुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम/वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल होगा।

जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि समाहरणालय के आत्मन कक्ष में विधानसभा वार जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित हो चुका है. चुनाव के मद्दे नजर आज शाम से भारत नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील कर दी गयी है. जबकि अंतर जिला सीमा पर सोमवार से बैरियर लगा कर सख्त चेकिंग अभियान चलाया जायेगा. ताकि असामाजिक तत्व जिले की सीमा में प्रवेश न कर सकें. चिन्हित क्रीटिकल लोकेशन की जानकारी देते हुए डीएम ने बताया कि क्रीटिकल बूथों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती रहेगी.

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीएम ने मतदान के लिए आवश्यक वैकल्पिक दस्तावेजों के साथ साथ प्रत्याशियों के लिए वाहनों की अनुमति आदि की भी जानकारी दी. वही, अररिया डीएम ने बताया कि लोकसभा चुनाव में भीषण गर्मी की संभावना को देखते हुए मतदान केंद्रों पर तैनात मतदान कर्मी व सुरक्षा कर्मियों के स्वास्थ्य का समुचित ध्यान रखने के लिए विशेष इंतजाम किए गए है. मतदान केंद्रों पर सभी के लिए स्वच्छ पेयजल सहित अन्य जरूरी इंतजाम उपलब्ध रहेंगे. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी इनायत खान ने इसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये हैं. मतदान के निर्धारित तिथि के पूर्व से जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड है. प्रत्येक मतदान केंद्र पर मेडिकल सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मी की टैगिंग की गयी है. प्रत्येक मतदान दल को एक मेडिकल किट उपलब्ध कराया जायेगा. इसमें ओआरएस के साथ-साथ अन्य सामान्य दवाइयां उपलब्ध रहेगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।
अररिया में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सिंह के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला
अररिया
लोकसभा चुनाव के चलते बिहार का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। पक्ष-विपक्ष एक-दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहा हैं। इस बीच अररिया में भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सिंह के पक्ष में प्रचार करने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पहुंचे और उन्होंने अररिया में एक बार फिर इंडिया गठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। वही, उन्होंने कहा कि यह लोग कभी MY समीकरण बनाते हैं, तो कभी भूरा बाल साफ करने का नारा देते हैं। वे लोग अपने खानदान को आगे बढ़ाने की बात करते हैं। जबकि भाजपा देश के विकास और राष्ट्र निर्माण की बात करती है।

उन्होंने सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग NDA के पक्ष में मतदान करें और फिर से एक बार पीएम मोदी को प्रधानमंत्री बनाएं। उन्होंने कहा कि पिछले 26 अप्रैल को जो अररिया में मोदी जी यात्रा हुई थी, सचमुच में लोगों के अन्दर जो कंफ्यूजन होगा और कन्फ्यूजन लगभग समाप्त हो गया होगा।

   साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि देश में विकास के नाम पर वोट होगा और मोदी ने एक लंबे अर्से के बाद अगर अटल को छोड़ दिया जाए तो कांग्रेस का शासन इस देश में रहा। अटल बिहारी वाजपेई गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री पहले ऐसे थे, जिन्होंने देश की धारा को बदलने का प्रयास किया है। उन्हीं के पद चीनों पर चलते हुए मोदी जी ने चार चांद लगाने का काम किया है।
पूर्णिया में मौसम का बदला मिजाज, गर्मी से लोगों को मिल रही है राहत
मिनी दार्जिलिंग के नाम से मशहूर पूर्णिया की धरती पिछले एक महीने से आग उगल रही थी । चिलचिलाती धूप में लोगों की जिंदगी हलकान थी । दिन उठते ही तापमान में इस कदर बढ़ोतरी हो जाती थी कि घर से निकलना तो दूर घर में जीना भी मुश्किल हो जाता था । लिहाजा मौसम विभाग ने भी जिले में येलो अलर्ट जारी कर दिया था । लेकिन रविवार को एकाएक मौसम में आई तबदिली  से लोगों को राहत मिली है वही दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है ।  पूर्वा हवा के चलने के कारण जनजीवन आसान हो गया है । मौसम विभाग की माने तो पूर्णिया और आसपास के जिलों में अगले कुछ दिनों तक इसी तरह के मौसम रहने के आसार हैं ।