पुलिस चौकी से चंदकदमों की दूरी पर शिव मंदिर को चोरों ने बनाया निशाना

कछवां, मीरजापुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के जमुआ पुलिस चौकी से महज 20 मीटर की दूरी पर स्थित ऐतिहासिक शिव मन्दिर में चोरी हो गयी। चोरों ने बाबा भोलेनाथ के छत्र, शेषनाग की चांदी जड़ित मुकुट चोरी कर लिया। चोरी की घटना को लेकर स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। 

जमुआ निवासी श्रीचरण ने बताया कि पुलिस चौकी के पास स्थित मंदिर से चोरो ने चोरी की घटना को अंजाम देकर कर पुलिस को भी चुनौती दे डाला है। वहीं चोरी की इस घटना से आसपास के लोग भयभीत हैं और अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। क्योंकि जब पुलिस चौकी के निकट चोरी हो सकती है तो अन्य इलाकों का क्या हाल होगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। लोगों ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा है कि यह नशेड़ियों का कारनामा हो सकता है। 

वहीं मंदिर में चोरी के संदर्भ में स्थानीय पुलिस का कहना है कि थाने पर कोई तहरीर नहीं दी गई है फिर भी पता लगाया जा रहा है।

नवगीतकार शुभम श्रीवास्तव 'ओम' का निधन

मिर्ज़ापुर। जनपद के प्रसिद्द नवगीतकार शुभम श्रीवास्तव ओम का एक मई को सुबह वाराणसी के अपेक्स हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह बीमार थे और 29 अप्रैल को अपेक्स में भर्ती हुए थे। उनका अंतिम संस्कार जनपद के चौबेघाट स्थित गंगातट पर किया गया। 30 वर्ष की अपनी छोटी सी उम्र में ही शुभम ने नवगीत विधा में विशेष कार्य कर सभी को प्रभावित किया था।

उनकी नवगीत की तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं- 1.गीत लड़ेंगे अंधियारों से 2. शोक गीतों के समय में 3. फिर उठेगा शोर एक दिन। कई महत्वपूर्ण नवगीत की पुस्तकों का शुभम ने संपादन किया है जिसमें 1- हम असहमत हैं समय से, 2- मैं चंदन हूँ, 3- हर सन्नाटा बोलेगा 4- शब्दों की शक्लों में 5- जो सूरज हमने ढूंढा है जैसी चर्चित नवगीत की पुस्तकें शामिल हैं।

वह मिर्ज़ापुर में राजस्व निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उनकी नवगीत की पुस्तक को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा हरिबंश राय बच्चन युवा गीतकार पुरस्कार-2017 से सम्मानित किया जा चुका है। उनको उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान का 'फिराक गोरखपुरी पुरस्कार-2019' और हिंदुस्तानी एकेडेमी प्रयागराज द्वारा हिंदुस्तानी एकेडेमी युवा सम्मान -2020 प्राप्त हो चुका है। शुभम श्रीवास्तव की रचनाएं देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर छपती रही हैं।

श्री शुभम श्रीवास्तव ओम के निधन पर साहित्यकारों में शोक व्याप्त हो गया। बड़ी संख्या में लोगों ने उनके निवास पर जाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और अंतिम यात्रा में शामिल हुए। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, डॉ अनुज प्रताप सिंह, गणेश गम्भीर, लल्लू तिवारी, प्रमोद कुमार सुमन, जफर मिर्जापुरी,डॉ रमाशंकर शुक्ल, भोलानाथ कुशवाहा, आनन्द केसरी, अरविंद अवस्थी, आनन्द अमित, केदार नाथ सविता, डॉ वंदना मिश्रा, डॉ सुधा सिंह, इला जायसवाल, नन्दिनी वर्मा, सारिका चौरसिया, पूजा यादव, इम्तियाज अहमद गुमनाम, श्याम अचल, डॉ अनुराधा ओस, लाल व्रत सिंह सुगम,खुर्शीद भारती, मुहिब मिर्जापुरी, अनिल यादव आदि प्रमुख हैंं।

मीरजापुर : बहन की विदाई करा कर घर लौट रहे जीजा-साले की सड़क दुर्घटना में मौत, घायल भतीजे का अस्पताल में चल रहा उपचार

मीरजापुर। संतनगर थाना क्षेत्र में रविवार को शाम ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार जीजा-साले की मौत हो गई और भतीजे को उपचार के लिए ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर किया गया।हलिया थाना क्षेत्र के हथेड़ा गांव निवासी राजेश सोनकर की बहन अनीता की तीन दिन पूर्व शादी हुई थी। शादी के बाद अनीता अपने ससुराल घोरावल चली गई। रविवार को राजेश सोनकर (35) अपने साले पुदुल (45) निवासी बसही कोतवाली कटरा तथा भतीजे विनोद (35) निवासी बरी थाना हलिया के साथ घोरावल बहन की विदाई कराने गए थे। घोरावल से बहन की विदाई कराकर बाइक से तीनों घर लौट रहे थे। बहन अनीता कार से परिवार के बाकी सदस्यों के साथ लौट रही थी।

मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

संतनगर थाना क्षेत्र के लालगंज-कलवारी संपर्क मार्ग पर पटेहरा कला गांव के पास लालगंज की ओर से आ रही तेजरफ्तार अनियंत्रित ट्रक बाइक में टक्कर मारते हुए सड़क किनारे लगे बिजली के पोल से टकरा गई। हादसे में तीनों बाइक सवार गम्भीर रूप से घायल हो गए। वहीं दुर्घटना के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया।सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को पीएचसी पटेहरा पहुंचाया, जहां से तीनों को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। ट्रामा सेंटर पर परीक्षण के दौरान चिकित्सक ने राजेश सोनकर और पुदुल को मृत घोषित कर दिया। जबकि घायल विनोद का उपचार चल रहा है।थानाध्यक्ष संतनगर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रक की टक्कर से बाइक सवार तीन लोग घायल हुए थे। ट्रामा सेंटर में चिकित्सक ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए ट्रक को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

विंध्याचल रेलवे स्टेशन मार्ग चौड़ीकरण में अब तक 18 भूस्वामियों का सत्यापन

विंध्याचल, मीरजापुर। रेलवे स्टेशन से पुरानी विशिष्ठ मार्ग को जोड़ने वाली योजना के अंतर्गत दो दिनों में अट्ठारह संपत्ति स्वामियों का सत्यापन किया गया। विन्ध्य कोरिडोर योजना के अंतर्गत तमाम गलियों सड़कों का चौड़ीकरण किया जाना है।

इसमें रेलवे स्टेशन से स्टेटबैंक चौराहा होते हुए पुरानी विशिष्ठ मार्ग को जोड़ने वाला पारित प्रस्ताव वाले मार्ग के दायरे में आने वाले संपत्ति स्वामियों का सत्यापन आरंभ हो चुका है। इस योजना के अंतर्गत प्रभावित होने वाले लगभग पचहत्तर संपत्ति स्वामी है। मुआवजे की रकम सही व्यक्ति को पहुंचे इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा राजस्व विभाग तथा लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम निर्धारित की गई है।

दो दिनों में संपत्ति स्वामियों द्वारा प्रस्तुत किए गए कागजातों में से अट्ठारह लोगों का सत्यापन मौके पर जाकर टीम द्वारा किया गया। इसकी जानकारी अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रवीण चौहान ने दी। सम्पूर्ण सत्यापन के पश्चात पर्यटन विभाग द्वारा रजिस्ट्री प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी।

ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार दो की मौत, एक घायल ट्रक चालक फरार

मीरजापुर। जिले के संतनगर थाना अंतर्गत लालगंज-कलवारी रोड के पटेहरा में रविवार को चार बजे ट्रक और बाइक की टक्कर से बाइक सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनमें से दो की मौत हो गई है जबकि एक को रेफर कर दिया गया है। दुर्घटना के बाद ट्रक चालक फरार हो गया था।

जानकारी के अनुसार बाइक सवार कलवारी से बहन की बिदाई कराने के बाद बाइक पर सवार होकर हलिया जा रहे थे

कि संतनगर थाना क्षेत्र के पटेहरा में बाइक सवार लालगंज से कलवारी की तरफ जा रही ट्रक के चपेट में आ गए। तीनो बाइक सवार सड़क के किनारे कराह रहे थे। सूचना पर पहुंची थाना संतनगर की पुलिस प्राइवेट वाहन से पीएचसी पटेहरा ले आए जहां डाक्टर ने देखते ही कटरा कोतवाली क्षेत्र के बसही निवासी 33 वर्षीय पुदुल उर्फ दिनेश सोनकर को मृत घोषित कर दिया तथा हलिया थानांतर्गत हथेड़ा निवासी 31 वर्षीय राजेश सोनकर पुत्र मनीराम, बरी निवासी 25 वर्षीय विनोद सोनकर पुत्र मोहन को एंबुलेंस से मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया।

घटना के कुछ ही देर बाद बहन अनिता भी विदा होकर हॉस्पिटल पीएचसी पटेहरा पहुंची जहां रो-रो कर उसका बुरा हाल हो गया था।

राजेश की बहन अनिता की शादी 25 अप्रैल को घोरावल हुई थी जिसका रस्म रिवाज लेकर राजेश अपने रिश्तेदार परिवार के साथ घोरावल गए थे विदाई के बाद घर वापसी में ट्रक दुर्घटना के शिकार हो गए। थानाध्यक्ष संतनगर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रक और बाइक टकराने से तीन लोग घायल हुए थे जिसमें से बसही निवासी पुदूल की मौके पर ही मौत हो गई है। पुदुल का शव लेकर संतनगर की पुलिस अंत्यपरीक्षण हेतु ले गई।

मृतक पुदुल राजेश के साले थे शेष दो लोग मंडलीय अस्पताल एंबुलेंश से रेफर हुए है। बीच रास्ते में राजेश सोनकर की भी मौत हो गई है जबकि विनोद की हालत गंभीर बनी हुई है जिसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है। दुर्घटना के बाद ट्रक विद्युत पोल तोड़ते हुए पटरी पर धंस कर खड़ी हो गई और चालक फरार हो गया। दूसरी ओर लालगंज कलवारी रोड पर रविवार को चार बजे ट्रक से बाइक दुर्घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल होकर कराह रहे थे। ग्रामीणों द्वारा काफी देर तक एंबुलेंश की मदद हेतु फोन किया किंतु समय से एंबुलेंश नही पहुंचने पर एक की मौत हो गई दो लोगों को थाना संतनगर की पुलिस निजी वाहन से पीएचसी पटेहरा ले गई जहा एंबुलेंश से दो लोग मंडलीय अस्पताल रेफर हुए दोनों की हालत गंभीर बनी हुई थी।

खुशी गम में बदली बहन का रो-रो कर हुआ बुराहाल

बहन अनीता को कहा पता था कि उसकी विदाई ही अपने भाई राजेश और साले पुदुल के मौत का कारण बन कर कलंक के रूप में आएगा। ट्रक और बाइक दुर्घटना से रिश्तेदार की मौत और भाई का दुर्घटना ग्रस्त होने से खुशी गम में बदल गई।

सड़क पर बांस का पेड़ बना जानलेवा

लालगंज-कलवारी रोड के पटेहरा में सड़क पर बांस का पेड़ जानलेवा हो गया है। इसके पूर्व भी इसी स्थल पर दुर्घटना हुआ था जिसमे एक लोग घायल हुए थे।

*सोनभद्र:एनटीपीसी रिहंद प्लांट में फटा ऑक्सीजन सिलेंडर, एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी*

सोनभद्र- एनटीपीसी रिहन्द परियोजना में तीन नम्बर वॉच टावर के पास शनिवार दोपहर ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया। टावर पर तैनात सीआईएसएफ सुरक्षा बल के जवानों ने तत्काल घायल युवक को निजी वाहन से परियोजना के धन्वन्तरि हॉस्पिटल पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गम्भीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए बैढ़न ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। 

हॉस्पिटल से आये पुलिस को मेमो सूचना के अनुसार वाहन चालक रमेश कुमार पुत्र हंसलाल 40 निवासी नेमना थाना बीजपुर पिकप नम्बर U.P.64 AT- 7432 मेसर्स ममता ट्रेडर्स बीजपुर पुनर्वास प्रथम से 40 आक्सीजन सिलेंडर लोड कर रिहन्द परियोजना प्लांट के बिभिन्न कम्पनियों में उतारने गया था। बताया गया कि वाहन चालक रमेश कुमार पिकप के ऊपर से सिलेंडर नीचे गिरा रहा था कि इसी बीच दूसरे सिलेंडर से टक्कर होने पर एक सिलेंडर ब्लास्ट कर गया। जिससे मौके पर मौजूद रमेश कुमार के आंख मुंह सिर में गम्भीर चोट आयी है। मौके पर खून से लथपथ घायल को हॉस्पिटल पहुंचाया गया, लेकिन उसकी हालत गम्भीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बैढ़न ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। उधर ट्रामा सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार घायल की गम्भीर स्थित को देखते हुए युवक रमेश कुमार को हीरावती हॉस्पिटल रेफर दिया गया है जहां उसकी हालत चिंता जनक बनी हुई है। 

कहा जा रहा है कि सुरक्षा को ताक पर रख कर प्लांट में धंधा होता है। धंधेबाज सुरक्षा मानक को ताक पर रख कर धड़ल्ले से धंधे को अंजाम देने में लगे हुए हैं। प्लांट में सुरक्षा के नाम पर केवल कोरम पूर्ण किया जाता है। निजी स्वार्थ में सिलेंडरों की समय समय पर मानक की जांच तक नही कराई जाती, बल्कि जांच सम्बन्धित कागजी कोरम पूर्ण कर लिया जाता है और एक्सपायर सिलेंडर धंधे में उपयोग किया जाता है। जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हुई प्रबन्धन ने क्या कहा यह भी देखे, एनटीपीसी रिहन्द प्रबन्धन से सन्तोष उपाध्याय ने कहा कि सिलेंडर का नोजल निकल गया था इस लिए वह ब्लास्ट कर गया। सम्बन्धित गैस सप्लायर को बुलाया गया है घायल का इलाज बैढ़न में किया जा रहा है। फिलहाल सुरक्षा मानक में कहां चूक हुई जांच के बाद ही पता चलेगा।

*मां विंध्यवासिनी दरबार में श्रद्धालुओं को मिलेगी बड़ी राहत, विविप द्वारा स्थाई मैट बिछाने का लिया गया निर्णय*

मिर्जापुर- मां विंध्यवासिनी दरबार में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को आजकल तेज धूप से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंदिर जाने वाले चारों प्रमुख मार्गो पर कुछ दूरी तक स्थाई रूप से मैट बिछाने का निर्णय लिया है।

इस विषय में नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह ने बताया की विन्ध्य विकास परिषद के कोष से चारों मार्गो पर बिछाए जाने के लिए आवश्यक मैट खरीदा जायेगा। चारों मार्गो कोतवाली, पक्का घाट, न्यू व्हीआईपी तथा पुरानी व्हीआईपी पर लगभग सौ सौ फीट जूट के मैट बिछाए जायेंगे। जिसपर थोड़े थोड़े समय पर पानी का छिड़काव किया जाएगा।

काशी विश्वनाथ मंदिर में भी यही व्यवस्था भक्तों के लिए की गई है। उसी तर्ज पर आम दर्शनार्थियों की सुविधाओं के दृष्टिगत यह व्यवस्था की जायेगी। इस व्यवस्था से जलते हुए पत्थरों पर नंगे पांव आने जाने वाले दर्शनार्थियों को राहत मिलेगी।

*धड़ल्ले से दौड़ रहे ओवरलोड बालू लदे वाहन, सड़क का निकल रहा कचूमर, जानें बिचौलिए और दलालों के साथ मिलकर कौन कर रहा खेल*

सोनभद्र- जिले के ओबरा तहसील स्थित ओबरा थर्मल पॉवर प्लांट अन्तर्गत दुसान कंपनी के ओबरा सी तापीय परियोजना के निर्माण कार्य में लाये जा रहे मटैरियल सप्लाई की आड़ में धड़ल्ले से अवैध ओवरलोड वाहनों के जरिए बालू इत्यादि का परिवहन किया जा रहा है। इससे इलाके की सड़कों का जहां कचूमर निकल जा रहा है तो वहीं सरकारी राजस्व को भी जमकर चपत लगाई जा रही है। यह सबकुछ बिचौलिए और दलालों के सह पर धड़ल्ले से होता आ रहा है। जिन्हें न तो शासन-प्रशासन का भय है और ना ही कायदे कानून का खौफ सबकुछ बिना किसी डर भय के होता हुआ आ रहा है।

ओबरा नगर के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने इस दिशा में शासन-प्रशासन का दरवाजा खटखटाने का मन बनाया है। लोगों का कहना है कि ओवरलोड बालू लदे वाहनों से आवागमन में जहां भय बना रहता है तो वहीं बालू इत्यादि के चलते लोगों को परेशानी भी हो रही है। राज्य में अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों का परिवहन प्रतिबंधित होने के बावजूद सीएम के आदेश को धता बताते हुए अवैध ओवरलोड वाहनो का संचालक बद्दस्तूर जारी है। जिला प्रशासन ओवरलोडिंग रोकने के लाख दावे करें किन्तु प्रशासन के इस दावे की हवा ओबरा सी परियोजना में जा रहे अवैध बालू लदे ओवरलोड वाहनों से ही निकल जा रही है। इस हकीकत को परियोजना के अंदर जाने वाले मार्ग और गेट के बाहर आसानी से देखा जा सकता है जो प्रशासन के सारे दावे की पोल खोल कर रख दें रहें हैं।

मजे की बात है कि इलाके में अचार संहिता को लेकर प्रशासन द्वारा जगह जगह पर चेकिंग के कड़े इंतजाम किये गए हैं बावजूद इसके ओवरलोड वाहनों का प्रवेश कैसे हो जा रहा है या ओवरलोडिंग का यह सबकुछ खेल किसके इशारे पर हो रहा है? यक्ष प्रश्न बना हुआ है। आश्चर्य की बात है कि परिवहन विभाग (आरटीओ) व जिला प्रशासन द्वारा हर माह लाखों रुपए के चालान भी किए जा रहे हैं। फिर भी प्रशासन व ओवरलोडिंग वाहन को लेकर चल रहा लुका-छीपी का खेल थमने के बजाए बदस्तूर जारी है।

बताते चलें कि ओबरा सी तापीय परियोजना के निर्माण कार्य में आने वाले अवैध बालू लदे वहनो में निर्धारित मानक से अधिक बालू लादकर परिवहन किया जा रहा है। इतना ही नहीं ओवरलोड वाहनों में कई वाहनों के नंबर प्लेट तक भी गायब हैं। जिसमें अंदेशा जताया जा रहा है कि बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों से अवैध बालू का परिवहन भी किया जा रहा है। कुछ महीने पूर्व बिना नंबर प्लेट वाले ओवरलोड वाहनों से बालू परिवहन की शिकायत मिलने पर मौके पर पहुंची ओबरा पुलिस और वन विभाग की टीम ने ओबरा सी तापीय परियोजना में बालू लादकर जा रहे वाहनों की जांच शुरु कर दी थी। जांच शुरु होने की खबर मिलते ही कई वाहन चालक अपने वाहनों को जहां तहां छोड़कर मौके से भाग खड़े हुए थे। ऐसे में पुलिस ने कई घंटे तक जांच के दौरान कुछ वाहनों को पकड़कर ओबरा कोतवाली भी ले आई थी।

एक बार फिर ओबरा सी तापीय परियोजना में ओवरलोड बालू लदे वाहनों का संचालन लगातार जारी है। जिससे प्रशासन की ओवरलोडिंग के खिलाफ चलाए गए अभियान को भी पलीता लगता हुआ प्रतीत होने लगा है। दूसरी ओर ओबरा सी परियोजना में मैटेरियल्स सप्लाई की आड़ में बालू और गिट्टी का सालों से ओवरलोडिंग परिवहन की भी जांच करायें जाने को लेकर आवाज उठने लगी है। बताते चलें कि पूर्व में स्थानीय लोगों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की थी जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यवाही भी की, लेकिन पुनः ओबरा सी तापीय परियोजना में बालू व गिट्टी का अवैध ओवरलोडिंग मैटैरियल्स सप्लाई का खेल बदस्तूर जारी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक ओवरलोड वाहनों की वजह से नगर की सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं जिन पर चलना लोगों के लिए दूभर हो चुका है। बताया गया है कि जिला प्रशासन की पहल पर शारदा मंदिर चौराहे से लेकर विप चौराहे तक करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई सीसी रोड सड़क के क्षतिग्रस्त होने का खतरा मंडराने लगा है।

सूत्रों की माने तो बिचौलिए और दलालों के साथ-साथ कुछ तथा कथित पत्रकार मिलकर इस ओवरलोडिंग के अवैध गोरख धंधे में कंपनी के लिए 'कंधा' बनकर मैनेजमेंट (कार्रवाई की दशा में मामला सलटाने हेतु) का कार्य कर रहे हैं। जिससे ओबरा सी परियोजना के अंदर प्रतिदिन ओवरलोड बालू लदे ट्रकों का खेल जारी है। मजे की बात है कि परियोजना के अधिकारियों की मिली भगत से ओवरलोड का खेल जारी है जिस पर वह भी चुप्पी साध रखें हैं।

ओवरलोडिंग से बिगड़ रही हैं सोनभद्र के सड़कों की सेहत

सोनभद्र में ओवरलोडिंग का खेल किसके इशारे से हो रहा है इस पर जहां कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने से कतराता है वहीं सोनभद्र की सड़के बनते देर नहीं कि ओवरलोड के कारण गढ़ों में तब्दील होने को मजबूर हो रही हैं। एक तरफ सरकार बेहतर सड़कों का जाल बिछाने, बनाने में लगी हुई है तो दूसरी तरफ खननकर्ता छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के रास्ते सोनभद्र में प्रवेश कर ओवरलोडिंग बड़े वाहनों के जरिए इसे बर्बाद करने में लगी हुई हैं।

*दुस्साहस: पुलिस बूथ से चंदकदमों पर तड़तड़ाई गोली, चार घायल*

जौनपुर- लंबे समय से शांत चल रहे केराकत कस्बे की आबोहवा में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट की गूंज ने हलचल मचा दी है। शनिवार को तड़के एक नवनिर्मित मकान में गोली चलने की घटना में जहां चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, वहीं पुलिस चौकी से महज चंद कदमों की दूरी पर दिनदहाड़े गोली चलने की घटना से कस्बे में सनसनी फ़ैल गई है। गोली लगने से घायलों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के पश्चात चिकित्सक ने सभी को बेहतर उपचार के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है।

बताते चलें कि केराकत कोतवाली क्षेत्र के सरायबीरु गांव निवासी दिवाकर सिंह का सरायबीरु चौराहे के समीप पहलवान बाबा मंदिर के पास मकान का निर्माण कार्य चल रहा है जहां टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ी को लेकर उनके बेटे से मिस्त्री से विवाद हो गया। आरोप है कि विवाद गहराने पर मिस्त्री ने फोन कर अपने गांव से काफी संख्या में लोगों को बुला लिया था। जो मौके पर पहुंचते ही ईंट पत्थर चलाने लगे थे। जब-तक लोग माजरा कुछ समझ पाते कि तड़ातड़ गोली चलने के साथ ही भगदड़ मच गई। मौके पर नवीन सिंह 21वर्ष पुत्र दिवाकर सिंह उर्फ गुड्डू, गौरव सिंह 26 पुत्र योगेश सिंह, अभिषेक सिंह पुत्र दिवाकर 25, पेट में गोली लगी है। सभी सरायबीरू निवासी गंभीर रूप से गोली लगने से ख़ून से लथपथ पड़े हुए थे। समीप में मिस्त्री अजय यादव पुत्र शंकर यादव 25 निवासी सुरहूरपुर भी पेट में गोली लगने से घायल पड़ा हुआ था। आनन फानन में सभी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से सभी की हालत गंभीर देखते हुए तत्काल ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है।

पुलिस बूथ के समीप घटित इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। नवीन सिंह को सिर में गोली लगी है जबकि अन्य को पेट में गोली लगी है। बताया जा रहा है कि गौरव सिंह यहां अपने ननिहाल में रहते हैं उन्हें भी गोली लगी है। गोली चलने के बाद मौके पर केराकत कोतवाली प्रभारी, क्षेत्राधिकारी केराकत ने मयफोर्स पहुंच कर हमलावरों के धरपकड़ की दिशा में क़दम बढ़ाने के साथ ही जगह-जगह नाकेबंदी भी शुरू कर दिया था। घटना के बाद जिला मुख्यालय से आईं फोरेंसिक जांच टीम ने मौके का मौका मुआयना करते हुए जांच पड़ताल की है।

टाइल्स लगाने को लेकर उपजा विवाद

निर्माणाधीन मकान में टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ी घटना का कारण बनी है। चर्चा है कि ग़लत टाइल्स लगाने को लेकर कहासुनी होने पर बात बढ़ने लगी थी। इतने में मिस्त्री ने अपने गांव घर के लोगों को फोन कर कमरे में बंद किए जाने की बात बताते हुए फौरन मौके पर बुला लिया था। जिसपर कुछ ही देर में दर्जनों की संख्या में लोग जुट गए थे और देखते ही देखते ईट पत्थर के बाद गोलियां चलाने लगें थे। जिससे आसपास के लोग भी भयवश इधर-उधर दुबक लिए थे।

शो-पीस बनकर रह गया है पुलिस बूथ

केराकत कोतवाली क्षेत्र का सरायबीरु चौराहा कस्बे का महत्वपूर्ण चौराहा है जहां कई गांवों से होकर लोगों का आवागमन होता है तो वहीं आजमगढ़ जनपद के देवगांव, लालगंज सहित आजमगढ़ जाने के लिए इसी मार्ग से जाना पड़ता है। व्यस्ततम स्थल होने के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से भी यह काफी चुनौतीपूर्ण चौराहा है। गौर करें तो तकरीबन दो दशक पूर्व सरायबीरु चौराहा और पहलवान बाबा मंदिर के निकट ही गोली चलने की घटना घटित हो चुकी है जिसमें एक मौत हो गई थी जबकि एक को बदमाशों ने चेतावनी स्वरूप पैर में गोली मारकर चलते बने थे। इन दोनों घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय बाद सरायबीरु चौराहा पर पुलिस बूथ खोला गया था ताकि सुरक्षा के साथ ही साथ निगरानी भी होती रहे। लेकिन देखा जाए तो यह पुलिस बूथ पुरी तरह से शो-पीस बनकर रह गया है। ज्यादातर यहां दलालों का ही जमावड़ा देखने को मिला करता है।

आंगनबाड़ी व प्राथमिक स्कूलों को भी योजना से किया जाए आच्छादित

मीरजापुर। सचिव नमामि गंगे ता ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उप्र शासन, प्रबन्ध निदेशक, जल जीवन निगम ग्रामीण, उत्तर प्रदेश डां राजशेखर ने आयुक्त कार्यालय सभागार में मण्डलायुक्त डा मुथुकुमार स्वामी बी एवं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के साथ जन जीवन मिशन के सम्बंधित अधिकारी की बैठक कर परियोजना वार कार्य प्रगति की जानकारी ली।

इसके पूर्व मडलायुक्त व जिलाधिकारी द्वारा मोमेन्टों प्रदान का स्वागत व अभिनन्दन किया गया। बैठक में जनपद में कार्यरत मेघा एजेंसी के आंशिक जलापूर्ति पाया गया, उक्त् एजेंसी के द्वारा गलत रिपोर्टिग व उनके कार्यो में लापरवाही बरतने पर कार्यवाई के निर्देश दिये। बैठक में परियोजनावार इंटेकवेल, एसटीपी, पाइप बिछाने का कार्य, हाउस कनेक्शन, जलापूर्ति आदि कार्यो के बारे में बिन्दुवार जानकारी प्राप्त की। बैठक में इंटेकवेल में बांधो, डैम से लिये जाने वाले पानी की उपलब्धत एवं मांग के बारे में जानकारी ली गयी। इस दौरान बताया कि पयेजल हेतु 90 दिनों के लिये पानी डैम, बांधों में उपलब्ध है परन्तु सिंचाई के लिये पर्याप्त नहीं है। कार्यवाई संस्थाओं द्वारा ग्रामों में हाउस कनेक्शन एवं जलापूर्ति के बार में भी जानकारी प्राप्त की गयी।

इस दौरान प्रबन्ध निदेशक ने कहा ऐसे गांवों की सूची बनाई जाए जहां पर 20 घर, परिवार से वाले एवं 20 घर, परिवार से कम वाले मजरे दूरी अथवा किन्हीं अन्य कारणों से आच्छादित नहीं हा पा रहे हैं उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए, ताकि वहां पर भी जलापूर्ति हेतु कार्ययोजना बनाकर आच्छादित की जा सके। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत ग्रामों में स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों को भी आच्छादित किया जाए, वहां पर बनाये गये टंकी से पाइप लाइन को जोड़ा जाएं।

अधिकांश परियोजनाओं पर कार्यदाई संस्थाओं द्वारा बताया गया कि विद्युत आपूर्ति व बोल्टेज की समस्या के बारण परेशनियां आ रही है जिनके कारण मोटर ठीक से संचालित नहीं हो पा रही है। बताया गया कि यदि परियोजनाओं के लिये ही केवल व्यक्तिगत विद्युत फीडर, ट्रांसफार्मर दिया जाए ठीक से संचालित हो सकती है। इस दौरान विद्यत विभाग द्वारा बताया गया कि कुछ स्थानों पर व्यक्तिगत लाइन के लिये आवेदन किया गया था वहां दिया गया। शेष स्थानों पर कामन लाइन से जोडा गया है, वहां पर बोज्टेज सही करने के लिये ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जा रही है। मेघा एजेंसी की सीडब्लूआर (भेडी) की जांच आख्या पर गलत रिपोर्टिंग पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्यवाई के निर्देश दिये गये।

प्रबन्ध निदेशक द्वारा इस अवसर पर विशुन्दरपु में निर्माणाधीन एसटीपी का निरीक्षण कर कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। इसी प्रकार अपर खजुरी पहुॅचकर पानी का लेबल एवं उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश हर घर को पानी उपलब्ध कराना हैं जहां पर अभी परियोजना से पानी नहीं जा पा रहा है वहां पर टैक्रों के द्वारा पानी उपलब्ध कराई जाए ताकि गर्मी के दिनों में पेयजल की दिक्कत न होने पाएं। उन्होंने पशुओं, जीव जन्तुओं के लिये भी तालााबों, पोखरों को भरने का निर्देश दिया।

इस दौरान जिलाधिकारी पिंयंका निरंजन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आलोक कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, सहित अधिषासी अभियन्ता जल निगम, सिंचाई, विद्युत सहित अन्य एजेसी के अधिकारी उपस्थित रहे।