रांची लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय कांग्रेस को कितना दिलाएगी यश
क्या रांची को मिल सकता है पहला महिला सांसद
रांची लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार का इंतजार खत्म हुआ। कांग्रेस ने नई लिस्ट जारी करते हुए रांची से यशवस्वनी सहाय को बनाया अपना उम्मीदवार। लोगों के मन में यह दुविधा है कि आखिर कौन है यशस्वनी? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत और रेखा सहाय की इकलौती बेटी है।यशस्वी की रूचि सोशल वर्क के साथ साथ थियेटर में भी रही है।
बता दे कि प्रारंभ में सुबोधकांत सहाय, टिकट की रेस में आगे चल रहे थे। पार्टी में ही उनकी उम्र और हेल्थ को लेकर सवाल उठने लगे थे। जिसके बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा शुरू हुई। भाजपा से कांग्रेस में आए पूर्व सांसद रामटहल चौधरी भी इस रेस में शामिल थे।
अपनी खराब स्वास्थ्य को देखते हुए पांच दशक तक एक्टिव पॉलिटिक्स में रहे सुबोधकांत सहाय ने अपनी जगह बेटी यशस्विनी के नाम को आगे बढ़ा दिया। उनकी ओर से तर्क दिया गया कि कांग्रेस पार्टी की ओर से अब तक एक भी कायस्थ जाति के उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने उनकी बेटी को उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला ले लिया। अब इस फैसले से यह बात भी सामने आ रही है कि यशस्विनी अगर जीत हासिल करती है तो रांची को पहला महिला सांसद मिल सकता है।
इधर, रांची से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में पांच बार लोकसभा चुनाव जीत चुके रामटहल चौधरी ने भी टिकट की आस में ही कांग्रेस की सदस्यता ली थी। लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि उन्हें पहले ही बता दिया गया था कि इस बार उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन उन्हें पार्टी में मान-सम्मान मिलेगा। साथ ही चुनाव के बाद उन्हें सरकार-संगठन में एडजस्ट करने का भरोसा दिलाया गया है।
Apr 23 2024, 16:35