एक बार फिर देश के सामने आई ‘तानाशाह‘ की असली सूरत, बीजेपी प्रत्याशी के निर्विरोध जीत पर राहुल गांधी का तंज
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लोकसभा चुनाव 2024 के तहत 7 मई को सूरत में वोटिंग होनी है। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी की एक चूक के चलते पार्टी ने बिना लड़े ही यह सीट गंवा दी। वहीं, बीजेपी के मुकेश दलाल इस सीट से निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इस नतीजे के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा प्रत्याशी की जीत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस जीत को “तानाशाही” बताते हुए तंज कसा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ''तानाशाह की असली 'सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है। जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं- यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है।''
वहीं, कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए सूरत में बीजेपी उम्मीदवार की निर्विरोध जीत के पीछे का क्रोनोलॉजी समझाया है। रमेश ने कहा है कि पहले सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी के नामांकन में खामियां गिनाते हुए उसे रद्द कर दिया। अधिकारी ने तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी बताया। कुछ इसी तरह से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को भी खारिज कर दिया गया। दो नामांकन खारिज होने के बाद कांग्रेस पार्टी यहां बिना उम्मीदवार के रह गई।
जयराम रमेश ने आगे कहा कि बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। 7 मई को होने वाले मतदान से करीब दो सप्ताह पहले ही बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध जिता दिया गया।उन्होंने कहा कि MSME मालिकों और व्यवसायियों की परेशानियों एवं गुस्से को देखते हुए बीजेपी इतनी डर गई है कि वह सूरत लोकसभा के मैच को फिक्स करने का प्रयास कर रही है।उन्होंने कहा कि सूरत की सीट बीजेपी 1984 के लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार जीतते आ रही है। मौजूदा वक्त में हमारे चुनाव, हमारा लोकतंत्र, बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान सब कुछ खतरे में हैं। इस बात को दोहरा रहा हूं कि यह हमारे जीवन काल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है।
अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर कांग्रेस के उम्मीदवार ने ऐसी क्या गलती कर दी जो बीजेपी के मुकेश दलाल की झोली में यह सीट बिना कुछ करे ही आ गई। दरअसल, गुजरात में सूरत सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी की दावेदारी रद्द कर दी गई है। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि जिला रिटर्निंग अधिकारी ने उनके नामांकन पर प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में कथित विसंगतियां पाई। इस निर्णय के कारण उसी सीट के लिए कांग्रेस के सब्स्टीट्यूट उम्मीदवार (स्थानापन्न) सुरेश पडसाला का नामांकन फॉर्म भी खारिज हो गया है।
खासबात यह है कि नीलेश कुंभानी के चुनावी दौड़ से बाहर होने के बाद चुनाव लड़ रहे अन्य विरोधी दल के उम्मीदवारों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया। ऐसे में अब बीजेपी के मुकेश दलाल के खिलाफ एक भी ऐसा प्रत्याशी नहीं है जो चुनाव लड़ रहा है। यही वजह है कि उनका चुनाव जीतना तय हो गया है। जब उनके विरोध में कोई दूसरा प्रत्याशी है ही नहीं तो ऐसे में सात जून को वोटिंग की प्रक्रिया को अंजाम नहीं दिया जाएगा।
Apr 23 2024, 10:02