हज़ारीबाग में दो अज्ञात अपराधियों ने मेला देख कर लौट रहे एक व्यक्ति की गोली मारकर कर दी हत्या,पुलिस कर रही मामले की जाँच

झारखंड डेस्क: झारखंड के हजारीबाग के केरेडारी थाना क्षेत्र में दो अज्ञात अपराधियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है। दरअसल, पूरा मामला कंडाबेर बरियातू की है। ज्ञान ज्योति स्कूल के समीप दो अपराधियों ने मेला देखकर लौट रहे एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना बुधवार शाम 6:30 बजे की है। मृतक का नाम योगेंद्र साव है। वारदात के समय मृतक अपने एक साथी के साथ बाइक पर सवार था। घटना के तुरंत बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के संबंध में मृतक के साथी साहेब कुमार ने बताया कि हम लोग हटरीयाटांड़ बेलतू मेला से अपनी बाइक टीवीएस राइडर से घर जा रहे थे। इसी दौरान ज्ञान ज्योति स्कूल के पास दो मोटरसाइकिल अज्ञात युवक ओवरटेक कर दो गोली चलाई। एक गोली पीछे बैठे साहेब कुमार की कनपटी से होते हुए गुजरी, जिससे वह बाल-बाल बच गया। इसके बाद अपराधियों ने दूसरी गोली चलायी जो सीधे बाइक चला रहे युवक योगेंद्र कुमार साव के छाती में लगी। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। घायल होने के बाद साहेब कुमार अपने संबंधी रामचंद्र साव को बुलाया। दोनों युवक गोली लगे युवक को बड़कागांव अस्पताल इलाज के लिए ले गये, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मृतक के परिजनों ने बताया कि योगेंद्र कुमार अपने पीछे पत्नी ममता देवी, 7 वर्षीय पुत्र अमित कुमार एवं 6 वर्षीय पुत्र मनु कुमार छोड़ गए। मृतक के परिजनों ने बताया कि योगेंद्र कुमार साव रांची में ढलाई का काम करता था। उसके पास छत ढालने वाली चार मशीन थी। वह अपने साथ कई मजदूरों को रोजगार दिया करता था। मृतक का बड़ा भाई छात्रधारी साहू भी मजदूरी करता था। पिता का ननक साव खेती बाड़ी करता है। घटना के बाद माता राधा देवी और पत्नी ममता देवी का रो-रो कर बुरा हाल है।
*झारखंड में 14 लोकसभा सीटों में से चार सीटों पर आज् गुरुवार से शुरु हुआ नामांकन ,धूप के थपेड़ो में शुरु होगी चुनावी दंगल*

झारखंड डेस्क झारखंड में लोकसभा की 14 सीटों में से चार सीटों पर गुरुवार से चुनावी दंगल शुरू होगा। इसके बाद इस क्षेत्र में क्षेत्र लू के थपेड़ों में भी सियासी पार तेज हो जाएगी । झारखंड में पहले चरण में चार संसदीय सीट सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू में चुनाव होगा इसके लिए गुरुवार को अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न दलों के प्रत्याशियों का नामांकन शुरू हो जाएगा। इनमें तीन सीटें सिंहभूम, खूंटी और लोहरदगा अनुसूचित जनजाति (एसटी) जबकि पलामू अनुसूचित जाति (एससी) के लिये आरक्षित है। *इन चार लोकसभा क्षेत्र में 25 अप्रैल तक होगा नामांकन* चुनाव आयोग द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार 25 अप्रैल तक नामांकन होगा। नामांकन पत्रों की जांच 26 अप्रैल को होगी। वहीं, 29 अप्रैल तक नामांकन वापस लिया जा सकेगा। इन चारों सीटों पर 13 मई को मतदान होगा। एनडीए और 'इंडिया' गठबंधन ने इन चार सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। *यहाँ इन लोगो के बीच होगा मुकाबला* खूंटी प्रमुख प्रत्याशी: अर्जुन मुंडा-भाजपा, कालीचरण मुंडा-कांग्रेस लोहरदगा प्रमुख प्रत्याशी: समीर उरांव-भाजपा, सुखदेव भगत-कांग्रेस पलामू प्रमुख प्रत्याशी: वीडी राम-भाजपा, ममता भुइयां-राजद सिंहभूम प्रमुख प्रत्याशी: गीता कोड़ा-भाजपा, जोबा *64 लाख वोटर करेंगे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला* ● 25 अप्रैल तक प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे ● 26 अप्रैल को उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच होगी ● 29 अप्रैल तक नामांकन वापस लेने का मौका होगा ● 13 मई को चारों सीटों पर वोटर करेंगे मताधिकार का प्रयोग ● 03 सीटें एसटी और एक सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित *पहले चरण की 102 सीटों पर थमा प्रचार* देश के 21 राज्यों और केंद्रीय शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव का पहला चरण होगा। इसके तहत 102 सीटों पर मतदान होगा। पहले चरण में आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले चरण के चुनावी दंगल में जुटे भाजपा और एनडीए के उम्मीदवारों को बुधवार को व्यक्तिगत तौर पर पत्र लिखकर कहा कि यह सामान्य चुनाव नहीं है। सभी का बेहतर जीवन सुनिश्चित करेगा।
गोड्डा लोकसभा सीट पर इस बार दो मज़बूत जनाधार वाले प्रत्याशी के बीच है कड़ा मुकाबला,*

झारखंड डेस्क गोड्डा लोकसभा सीटपर इस बार कांग्रेस ने दीपिका पांडेय सिंह को टिकट देकर निशिकांत दुबे को चुनोती देने की कोशिश की है। दीपिका निशिकांत के गढ़ में सेंध लगा पाती है, या फिर निशिकांत हैट्रिक लगा कर लोकसभा जाते हैं यह तो चुनाव परिणाम बताएगा लेकिन भाजपा थोड़ी टेंशन में जरूर आ गई है। इसका कारण है दीपिका के राजनीतिक पृष्टिभूमि। दीपिका का राजनीतिक प्रभाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दीपिका पहली बार महागामा विंधानसभा से 2019 में खड़ी हुई और जीत कर विधानसभा पहुंच गयी। इसका कारण है राजनीति में इनके पारिवारिक विरासत का प्रभाव इनके ससुर अवध बिहारी सिंह एकीकृत बिहार में चार बार विधायक और वर्ष 1983 से फरवरी 1990 तक पथ निर्माण मंत्री रह चुके हैं। अवध बिहारी सिंह वर्ष 1972 में पहली बार जनसंघ से विधायक बने थे। इसके बाद 1980 से लगातार 1995 तक तीन बार कांग्रेस से विधायक बने। 1995 में भाजपा से अशोक कुमार भगत ने उन्हें पराजित किया। वर्ष 2019 में दीपिका पांडेय सिंह ने अपने राजनीतिक विरासत को वापस ले लिया। इस कांग्रेस ने दीपिका पर इनके इसी पारिवारिक प्रभाव और साफ सुथरा छवि के कारण भरोसा कर गोड्डा लोकसभा से चुनावी जंग में उतारा है। दीपिका के पास सवर्ण जातियों का वोट भी है तो पिछडो का भी।जो निशिकांत दुबे के वोट बैंक पर चोट कर सकता है।दूसरी बात है लगातार 3 बार सासंद के रूप में चुन कर निशिकांत को लोकसभा भेजने वाले कुछ लोग परिवर्तन की सोच भी रखते हैं। ऐसे हालत में दीपिका से कांग्रेस को एक उम्मीद जगी और गोड्डा सीट पर उनके लिए रास्ता साफ हो गया। अब देखना ये है कि जनता किसे इस सीट पर मौका देती है। फिर निशिकांत को या दीपिका को...?
आज नवरात्र का अन्तिम दिवस है। आज माँ दुर्गा के नवम् स्वरुप, "माँ सिद्धिदात्री" की पूजा की जाएगी।

माँ दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्र-पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इस दिन शास्त्रीय विधि-विधान और पूर्ण निष्ठा के साथ साधना करने वाले साधक को सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है। सृष्टि में कुछ भी उसके लिए अगम्य नहीं रह जाता है। ब्रह्मांड पर पूर्ण विजय प्राप्त करने की सामर्थ्य उसमें आ जाती है।

सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।

सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।।

मार्कण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व- ये आठ सिद्धियाँ होती हैं।

माँ सिद्धिदात्री भक्तों और साधकों को ये सभी सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। देवीपुराण के अनुसार भगवान शिव ने इनकी कृपा से ही इन सिद्धियों को प्राप्त किया था। इनकी अनुकम्पा से ही भगवान शिव का आधा शरीर देवी का हुआ था। इसी कारण वे लोक में 'अर्द्धनारीश्वर' नाम से प्रसिद्ध हुए।

माँ सिद्धिदात्री चार भुजाओं वाली हैं। इनका वाहन सिंह है। ये कमल पुष्प पर भी आसीन होती हैं। इनकी दाहिनी तरफ के नीचे वाले हाथ में कमलपुष्प है।

प्रत्येक मनुष्य का यह कर्तव्य है, कि वह माँ सिद्धिदात्री की कृपा प्राप्त करने का निरंतर प्रयत्न करे। उनकी आराधना की ओर अग्रसर हो। इनकी कृपा से अनंत दुख रूप संसार से निर्लिप्त रहकर सारे सुखों का भोग करता हुआ वह मोक्ष को प्राप्त कर सकता है।

नवदुर्गाओं में माँ सिद्धिदात्री अंतिम हैं। अन्य आठ दुर्गाओं की पूजा उपासना शास्त्रीय विधि-विधान के अनुसार करते हुए भक्त दुर्गा पूजा के नौवें दिन इनकी उपासना में प्रवत्त होते हैं।

इन सिद्धिदात्री माँ की उपासना पूर्ण कर लेने के बाद भक्तों और साधकों की लौकिक,पारलौकिक सभी प्रकार की कामनाओं की पूर्ति हो जाती है। सिद्धिदात्री माँ के कृपापात्र भक्त के भीतर कोई ऐसी कामना शेष बचती ही नहीं है, जिसे वह पूर्ण करना चाहे।

वह सभी सांसारिक इच्छाओं, आवश्यकताओं और स्पृहाओं से ऊपर उठकर मानसिक रूप से माँ भगवती के दिव्य लोकों में विचरण करता हुआ उनके कृपा-रस-पीयूष का निरंतर पान करता हुआ, विषय-भोग-शून्य हो जाता है। माँ भगवती का परम सान्निध्य ही उसका सर्वस्व हो जाता है। इस परम पद को पाने के बाद उसे अन्य किसी भी वस्तु की आवश्यकता नहीं रह जाती।

माँ के चरणों का यह सान्निध्य प्राप्त करने के लिए भक्त को निरंतर नियमनिष्ठ रहकर उनकी उपासना करने का नियम कहा गया है। ऐसा माना गया है कि माँ भगवती का स्मरण, ध्यान, पूजन, हमें इस संसार की असारता का बोध कराते हुए वास्तविक परम शांतिदायक अमृत पद की ओर ले जाने वाला है। विश्वास किया जाता है कि, इनकी आराधना से भक्त को अणिमा, लधिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, महिमा, ईशित्व, सर्वकामावसायिता, दूर श्रवण, परकामा प्रवेश, वाकसिद्ध, अमरत्व भावना सिद्धि आदि समस्त सिद्धियों नव निधियों की प्राप्ति होती है।

ऐसा कहा गया है कि, यदि कोई इतना कठिन तप न कर सके, तो अपनी शक्तिनुसार जप, तप, पूजा-अर्चना कर माँ की कृपा का पात्र बन सकता ही है। माँ की आराधना के लिए इस श्लोक का प्रयोग होता है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में नवमी के दिन इसका जाप करने का नियम है...

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।

अर्थात्.... हे माँ! सर्वत्र विराजमान और माँ सिद्धिदात्री के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे अपनी कृपा का पात्र बनाओ।

अनुपमा को इंडी गठबंधन का धनबाद से प्रत्याशी बनने से अब इस लोकसभा में होगा कड़ा टक्कर,कांग्रेसियों में खुशी की लहर

झारखंड डेस्क

बेरमो के युवा विधायक कुमार जय मंगल उर्फ अनूप सिंह की की धर्म पत्नी अनुपमा सिंह को धनबाद संसदीय लोकसभा से कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया।राजनीति में सक्रिय होने के साथ पहली बार ऊंची छलांग लगाते हुए वे लोकसभा की प्रत्याशी बनी। इसके पहले आम आदमी इनका नाम तक नही जानता था।इनको प्रत्याशी बनाये जाने से धनबाद सहित बोकारो एवं बेरमो के लोगों में काफी खुशी है।

अनुपमा के पारिवारिक पृष्ठिभूमि


 अनुपमा की पारिवारिक पृष्ठिभूमी की बात करें तो एक ऐसे परिवार की बहू हैं जिनका राजनीतिक बैकग्राउंड काफी मजबूत रहा।ससुर राजेन्द्र प्रसाद सिंह कोयलांचल के जाने माने नेता रहे।मज़दूर आंदोलन पर पकड़ मजबूत होने के कारण उनका पूरे कोयलांचल, धनबाद,बोकारो में काफी अच्छा जनाधार रहा है।वे सयुंक्त बिहार और फिर झारखंड सरकार में मंत्री रहे।उन्हें मज़दूरों का मसीहा भी कहा जाता था।ऑटो मोबाइल सेक्टर और कोल मज़दूरों के नेता रहे। राजेन्द्र सिंह के निधन के बाद उनके पति जयमंगल सिंह विधायक बने।वर्तमान में वे कांग्रेस के बेरमो से विधायक हैं।

पहली बार राहुल के न्याय यात्रा में वे जनता के बीच आयी।


हाल में राहुल गांधी की न्याय यात्रा में अनुपमा शामिल हुई थी और राहुल के साथ खुली जीप में अपने देवर कुमार गौरव के साथ सवार थी। अनुपमा ने पूरा मोर्चा संभाल रखी थीं इस न्याय यात्रा में विधायक अनूप सिंह शामिल नहीं हो पाए थे।लेकिन अनुपमा ने बहुत प्रभाव शाली ढंग से इस मोर्चा को संभाल रखा था।

राजनीति में नई लेकिन फिर भी रहेगी प्रभावी


 यूँ तो वे राजनीति में बिल्कु नयी है। उन्हें बहुत ज्यादा अनुभव नहीं है मगर पति अनूप सिंह का पूरा समर्थन उनको मिलेगा। साथ ही जिस परिवार में वह रही है उस परिवार से उन्हें विरासत में बहुत कुछ सीखने को मिला। 

 अब धनबाद लोकसभा का टक्कर होगा संघर्षपूर्ण


कांग्रेस ने बहुत ही सोच समझ कर अनुपमा को टिकट दिया।बोकारो क्षेत्र में राजेंद्र सिंह परिवार का मज़बूत जनाधार माना जाता है।कोल इंडिया में भी इंटक का यूनियन है।जिसका वोट अनुपमा को मिल सकता है। दूसरी तरफ कोयलांचल में अगर देखें तो अभ समीकरण कुछ उस तरह हो गया है कि कड़ा मुकाबला भाजपा को करना पड़ेगा।

कांग्रेसियों का दावा अनुपमा जीतेगी


 चंद्रपुरा प्रखंड कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रभु दयाल सिंह, कृष्णा सिंह, मोहम्मद सलीम आदि ने अनुपमा को प्रत्याशी बनाए जाने का स्वागत किया है और दावा किया है कि धनबाद क्षेत्र में इस बार कांग्रेस का परचम लहराएगा। और अनुपमा सांसद बनकर दिल्ली जाएगी।

जानिए इंडिया' एलायंस की कांग्रेस पार्टी ने झारखंड में अपने हिस्से के बाकी 4 सीटों में से 3 सीटों पर किसे उतारा लोकसभा के मैदान में ...?

झारखंड डेस्क

इंडिया' एलायंस की कांग्रेस पार्टी ने झारखंड में लोकसभा चुनाव के लिए ' तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। 

कांग्रेस ने गोड्डा, चतरा और धनबाद लोकसभा सीट के लिए अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान किया है। मंगलवार की शाम पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है। सूत्रों के मुताबिक, झारखंड की 14 सीटों में इंडिया गठबंधन की कांग्रेस पार्टी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।दीपिका पांडेय सिंह को गोड्डा से कृष्णानंद त्रिपाठी चतरा से तथा अनुपमा सिंह को धनबाद से प्रत्याशी बनाया गया है।

इन नामों की घोषणा केंद्रीय चुनाव समिति के मंजूरी के बाद की गई है । 

गोड्डा में दीपिका का मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद निशिकांत दुबे के साथ होगा। वहीं कांग्रेस ने चतरा से कृष्णा नंद त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। कृष्णा नंद त्रिपाठी का चतरा में बीजेपी प्रत्याशी कालीचरण सिंह है।

झारखंड की धनबाद सीट से लोकसभा के 'रण' में कांग्रेस ने अनुपमा सिंह को मैदान में उतारा है। अनुपमा सिंह, विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह की पत्नी हैं। पहले कहा जा रहा था कि धनबाद से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को टिकट दे सकती है। अब धनबाद में अनुपमा सिंह का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी विधायक ढुल्लू महतो से हैं। यहां से निर्दलीय विधायक सरयू राय भी चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। इसका संकेत सरयू राय ने पहले ही दे दिया था।

आईआईटी-आईएसएम धनबाद का रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि, उनके 23 आविष्कारों को मिला पेटेंट


झारखंड डेस्क

आईआईटी-आईएसएम धनबाद ने सत्र 2018-19 से 2022-23 के बीच रिसर्च एंड डेवलपमेंट के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस अवधि में संस्थान के 23 आविष्कारों को पेटेंट मिला, जबकि पेटेंट के 46 आवेदनों का पेपर प्रकाशित किया चुका है। जानकारों के अनुसार, अगले चरण में उन्हें पेटेंट मिलने की संभावना है। बताते चलें कि इस अवधि में आईआईटी आईएसएम की ओर से 110 आविष्कारों के पेटेंट के लिए आवेदन दिये गये थे। इनमें से 41 आविष्कार अभी भी प्रतीक्षारत हैं। सबसे अधिक पेटेंट इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षकों के आविष्कारों को मिला है। इसके अलावा पर्यावरण इंजीनियरिंग विज्ञान, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग के साथ केमेस्ट्री विभाग भी इस उपलब्धि में शामिल है।

 2018 से 2023 के बीच संस्थान को मिले 22 पेटेंट में से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो प्रदीप कुमार साधु के 14 आविष्कारों को पेटेंट मिला हैं।इनमें 10 आविष्कार उन्होंने अकेले किया है, जबकि चार आविष्कार उन्होंने टीम के साथ मिल कर किया है।

प्रो प्रदीप साधु के आविष्कार, जिनका पेटेंट मिला

-हाइ फ्रीक्वेंसी फुल ब्रिज सीरीज रेजोनेंट इन वाटर विद इनपुट सोर्स

-फोटोवॉलेटिक थर्मो इलेक्ट्रिक फोटो वोल्टिक (पीवी-टीइ-टीवी) मल्टीलेयर डिवाइस फॉर एनहांसिंग सोलर इलेक्ट्रिक पावर जेनरेशन विद रिड्यूस्ड एरिया रिक्वायरमेंट

-सोलर इंडक्शन हीटिंग सिस्टम यूजिंग हाइ फ्रीक्वेंसी हाइब्रिड रेजोनेंट इन वाटर अंडर वीएसआइ मोड

-ए सिस्टम का फोटो इलेक्ट्रिक इंटीग्रेटेड सोलर इंडक्शन हीटिंग एंड सोलर थर्मल हीटिंग.

-ए सिस्टम का फोटो इलेक्ट्रिक इंटीग्रेटेड सोलर इंडक्शन हीटिंग एंड सोलर थर्मल हीटिंग यूजिंग हाइ फ्रीक्वेंसी फुल ब्रिज सीरीज

-हाइ फ्रीक्वेंसी हाइब्रिड रेजोनेंट इनवर्टर का इनपुट सोर्स

-ए इंटीग्रेटेड सिस्टम फॉर हीटिंग मैटेलिक अप्लायंसेज

-एमिशन कंट्रोल डिवाइस का डीजल इंजन टू रिड्यूस पार्टिकुलर मैटर में एग्जास्ट गैसेस

-सोलर इंडक्शन हीटिंग सिस्टम यूजिंग हाई फ्रीक्वेंसी मोडिफाइड हाफ ब्रिज सीरीज

-पेसमेकर बैटरी रिचार्जर

प्रो पीके साधु और उनकी टीम को मिले पेटेंट -प्रो प्रदीप कुमार साधु, प्रो अरिजीत बैराल और डॉ निताई पाल :

 हाइब्रिड पार्टिकुलेट मैटर एमिशन कंट्रोल डिवाइस के लिए पेटेंट.

-प्रो प्रदीप कुमार साधु और डॉ निताई पाल : 

ए सिस्टम फॉर इंडक्शन हीटेड स्टेरलाइजेशन ऑफ सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट .

-प्रो प्रदीप कुमार साधु और डॉ निताई पाल : 

ए सिस्टम फॉर इंडक्शन हीटेड स्टेरलाइजेशन ऑफ सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट

-प्रो प्रदीप कुमार साधु, प्रो अरिजीत बैराल और डॉ प्रो निताई पाल : 

हाफ ब्रिज रिजोनेंट इनवर्टर विथ एसी इनपुट सोर्स

-प्रो संजय मंडल (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) : ब्रेथ एनालिसिस डिवाइस फॉर हेल्थ असेसमेंट

-प्रो आलोक सिन्हा (एनवायरमेंट साइंस इंजीनियरिंग) :

 नोबल सिस्टम का रिजेनरेटिंग एंड रीयूजिंग एनजेडवीआइ/जेडवीआइ पार्टिकल्स इन वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट

-प्रो एसके गुप्ता (एनवायरमेंट साइंस इंजीनियरिंग) : अपरेटस फॉर रैपिड ट्रीटमेंट का सॉलिड ऑर्गेनिक वेस्ट

-प्रो तन्मय मैती (माइनिंग मशीनरी इंजीनियरिंग) : 

अरेंजमेंट्स फॉर रिप्लेसमेंट को बाईपास डायोड के रिले इन सोलर फोटोवॉल्टिक सिस्टम

-प्रो सागर पाल (केमेस्ट्री) को डिवाइस : 

रिडक्शन ऑफ पोल्यूटेंट कंटेंट फ्रॉम माइंस प्रोसेस वाटर

-प्रोफेसर एसआर समादर (इंवायरमेंट साइंस इंजीनियरिंग) :

 ए प्रोसेस फॉर द प्रिपरेशन ऑफ़ बायोगुलेंट यूजिंग मोरिंगा ओलिफेरा सीड

-प्रो वीपी शर्मा और प्रो विकास महतो ( पेट्रोलियम इंजीनियरिंग) : 

इफेक्टिवेनेस का सॉर्बिट ऑन मोनोओलिएट ऑन इंडियन वैक्सि क्रूड ऑयल

-प्रो विकास महतो (पेट्रोलियम इंजीनियरिंग) :

 सोया लैटिन क्वांटम डॉट एज एंटी एगलोमेरैंट एंड मेथाडोलॉजी का प्रिपेयरिंग

-प्रो. पंकज कुमार जैन (फ्यूल मिनीरल एंड मेटलर्जी इंजीनियरिंग) : 

ए मेथड एंड डिवाइस फॉर कंसंट्रेशन ऑफ सोलर रेडिएशन एंड ऑब्टेनिंग कंसंट्रेट प्लेन बीम

सुरंग में अचानक मिट्टी धंसने से आदिवासी महिलाओं की मौत

झारखंड से एक दर्दनाक घटना सामने आई है यहाँ एक दुर्घटना में दो आदिवासी महिलाओं की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि झारखंड के धनबाद जिले में मिट्टी खोदते वक़्त मिट्टी का ढेर धंसने से दो आदिवासी महिलाओं की मौत हो गई।

मृतक लोगों की पहचान पेटिसन देवी (30) एवं शांति देवी (25) के रूप में की गई है। मनियाडीह थाना प्रभारी शिव कुमार ने कहा कि घटना सोमवार शाम लगभग 5 बजे हुई। पेटिसन देवी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शांति देवी ने सोमवार की रात शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) धनबाद में उपचार के चलते दम तोड़ दिया।

पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के परिवार पर टिप्पणी के विरुद्ध बाबूलाल मरांडी पर दर्ज मुकदमा में हाईकोर्ट से बाबूलाल को मिली राहत


झारखंड डेस्क

रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ बयान देने के मामले में सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है।

 अदालत ने इस मामले में उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी है और प्रतिवादी को नोटिस कर जवाब मांगा है।

बताते चलें कि, बाबूलाल ने एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्‍यू में हेमंत सोरेन परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। इसे लेकर 25 अगस्‍त, 2023 को सिमडेगा थाना में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हाई कोर्ट के न्‍यायाधीश एके चौधरी की अदालत में आज मामले की सुनवाई हुई। उनकी तरफ से वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता अजित कुमार और प्रशांत पल्‍लव ने कोर्ट में बहस की।

आज पीएमएलए मामले के विशेष न्यायाधीश राजीव रंजन की अदालत में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के जमानत याचिका पर हुई सुनवाई

ईडी ने जवाब दाखिल करने के लिए मांगा एक हफ्ते का समय ,अगली सुनवाई अब होगी 23 अप्रैल को

कल सोमबार को दाखिल की गई पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर आज सुनवाई हुई।

 सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से मामले में जवाब दाखिल करने के लिए समय की मांगा गया। जिस पर ईडी की विशेष अदालत ने एक हफ्ते का समय दिया है। 

अब एक हफ्ते के अंदर ईडी को जवाब दाखिल करना होगा। इस मामले पर अगली सुनवाई 23 अप्रैल को निर्धारित की गई है। 

एक हफ्ते में ईडी को करना होगा जवाब दाखिल

इस पुरे प्रकरण मे हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर ईडी को जवाब दाखिल करना होगा ।उसके बाद 23 अप्रैल को इस पर सुनवाई होगी।

गौरतलब है कि कथित जमीन घोटाले में जेल में बंद राज्य के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने जमानत के लिए सोमवार को अर्जी दाखिल की थी। इस पर पीएमएलए मामले के विशेष न्यायाधीश राजीव रंजन की अदालत में आज मंगलवार को सुनवाई हुई। यह मामला बड़गाईं अंचल की 8.86 एकड़ जमीन के घोटाले से जुड़ा है। अपनी गिरफ्तारी के 75 दिनों के बाद हेमंत सोरेन ने जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की है।

वहीं मंगलवार को इस मामले में रिम्स कर्मी अफसर अली को भी ईडी ने पुलिस रिमांड पर ले लिया है। अफसर अली से ईडी 6 दिनों तक करेगी पूछताछ। सद्दाम एवं अफसर अली को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ किया जाएगा।

मालूम हो कि जमीन घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 31 जनवरी 2024 को पूछताछ के बाद देर रात मुख्यमंत्री आवास से हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था।

 इसके बाद अगले दिन एक फरवरी को अदालत में पेश किया था। वहां मामले की सुनवाई के बाद उन्हें अदालत ने होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया गया था। उस समय से वे जेल में ही हैं। पूरे मामले की जांच पूरी करते हुए ईडी ने 30 मार्च को हेमंत के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इस पर कोर्ट ने संज्ञान भी ले लिया है।