उज्जैन में प्रसाद नहीं खरीदने पर वकील के परिवार को पीटा, 9 घायल, बच्चियों से की छेड़छाड़, 25 दुकानों पर चला बुलडोजर

उज्जैन में बाबा काल भैरव के दर्शन करने गए सुप्रीम कोर्ट के वकील अमरदीप और उनके परिवार पर मंदिर के बाहर गुंडों ने हमला कर दिया। इस हमले में वकील का सिर फोड़ दिया गया और उनके परिवार और बच्चियों से भी छेड़छाड़ की गई। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए 25 दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।

वकील अमरदीप के परिवार ने बताया कि जब वे बाबा काल भैरव मंदिर के बाहर पार्किंग में गाड़ी लगा रहे थे, तो फूल-प्रसादी बेचने वालों ने जबरदस्ती उन्हें प्रसाद लेने के लिए कहा। जब उन्होंने प्रसाद नहीं लिया तो गुंडों ने उन पर हमला कर दिया।

पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को बचाया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने 25 दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे अवैध रूप से कब्जा कर ली गई थीं।

बिहार में कांग्रेस को बड़ा झटका, सीट शेयरिंग से नाराज अनिल शर्मा ने दिया इस्तीफा*

डेस्क: लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रहे हैं। बिहार में महागठबंधन ने भी अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है, जिसे लेकर राजद और कांग्रेस में खींचतान सामने आ रही है। एक तरफ जहां पूर्णिया सीट को लेकर राजद और कांग्रेस में मनमुटाव की बातें सामने आ रही हैं तो वहीं सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। 

इस्तीफा देने के बाद अनिल शर्मा ने कहा कि सीट बंटवारे की वजह से पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है। कांग्रेस को ऐसी सीटें दी गई हैं, जहां जीतना मुश्किल है, जबकि आसानी से जीतने वाली सीटें पार्टी से छीन ली गई हैं। 

बिहार के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि - आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस को कमजोर सीटें दी हैं। यह उनकी सोची-समझी रणनीति है, ताकि कांग्रेस बिहार में हाशिए पर ही रहे। बता दें कि इससे पहले अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय के बाद पप्पू यादव पूर्णिया की सीट से चुनाव लड़ने की जिद पर अड़े हैं तो वहीं राजद ने जदयू से पार्टी में आईं बीमा भारती को चुनाव मैदान में उतार दिया है। अब पप्पू यादव इस जिद पर अड़े हैं कि पूर्णिया से ही चुनाव लड़ेंगे चाहे उन्हें निर्दलीय ही चुनाव क्यों ना लड़ना पड़े।

रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन की महारैली, जानें किस नेता ने क्या-क्या कहा


डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है और सभी दल अपने-अपने तरीकों से चुनाव प्रचार के अभियान में लगे हुए हैं। आज रविवार को विपक्षी दलों के I.N.D.I.A अलायंस द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में एक मेगा रैली का आयोजन किया गया है। इसमें विपक्षी दलों के कई प्रमुख नेता शामिल हुए हैं। विपक्षी गठबंधन ने इस रैली को 'लोकतंत्र बचाओ रैली' नाम दिया है। इस रैली में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी शामिल हुई हैं। 

ये नेता शामिल हुए

रामलीला मैदान की रैली में सोनिया गांधी (कांग्रेस), एम खड़गे (कांग्रेस), राहुल गांधी (कांग्रेस), शरद पवार (एनसीपी), उद्धव ठाकरे (यूबीटी), आदित्य ठाकरे (यूबीटी), अखिलेश यादव (सपा)तेजस्वी यादव (राजद), डेरेक ओ ब्रायन (टीएमसी), टी शिवा (डीएमके), फारूक अब्दुल्ला (नेकां), चंपई सोरेन (झामुमो), कल्पना सोरेन (झामुमो), सीताराम येचुरी (सीपीएम), डी राजा (सीपीआई), दीपंकर भट्टाचार्य (सीपीआई-एमएल), जी देवराजन (फॉरवर्ड ब्लॉक) शामिल होंगे। 

अखिलेश यादव क्या बोले?

अखिलेश यादव ने कहा कि रैली के आयोजन के लिए आप के नेताओं का धन्यवाद। आज हम दिल्ली आए है और दिल्ली वाले बाहर गए हैं। ये समझ लेना हमसब एक साथ आ रहे हैं और दिल्ली वाले हमेशा के लिए बाहर जा रहे हैं। अगर 400 सीट आ रही है तो आप से घबराहट क्यों है, क्यों केजरीवाल और सोरेन को जेल भेजा है। हम अगर आने वाले का स्वागत करते हैं तो धूम-धाम से विदाई भी करते है ,पूरी दुनिया में भारत का नाम खराब किया है।

भाजपा पर बरसे राहुल गांधी

रैली में राहुल गांधी ने कहा कि आज केजरीवाल जी और सोरेन जी का नही नाम लेना चाहता हूं, क्यूंकि हम दिल से साथ मे हैं। राहुल ने कहा कि हमारे सारे एकाउंट बैन कर दिए गए, नेताओं को खरीदा जाता है, नेताओं को जेल में डाल जाता है। ये मैच फिक्सिंग मोदी जी अकेले नहीं कर रहे हैं जिनके साथ 2-3 अरबपति भी है। जनता के हाथ से अधिकार छीनने के ये किया जा रहा है, जिस दिन संविधान खत्म हो जाएगा उस दिन देश नहीं बचेगा। अगर हिंदुस्तान में मैच फिक्सिंग के चुनाव बीजेपी जीती और संविधान बदला तो पूरा देश जल जाएगा। ये देश बचाने वाला चुनाव है। 

देश में मिली-जुली सरकार की जरूरत- उद्धव ठाकरे

दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई विपक्षी गठबंधन की रैली में शिवसेना यूबीटी के चीफ उद्धव ठाकरे गठबंधन सरकार पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि एक व्यक्ति और पार्टी की सरकार नहीं चल सकती है। मिली जुली सरकार हमें बनानी ही पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पूरा देश कल्पना सोरेन और सुनीता केजरीवाल के साथ है। भाजपा को लग रहा होगा कि अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करने से लोग डर जाएंगे लेकिन उन्होंने अपने देशवासियों को कभी पहचाना नहीं। 

सुनीता केजरीवाल ने दिया अरविंद का संदेश

अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने रैली में दिल्ली सीएम का संदेश पढ़ा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को ज्यादा दिन तक जेल में नहीं रखा जा सकता, वह शेर हैं। बीजेपी वाले कह रहे हैं केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए,आप बताइए कि क्या केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए? उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जेल से ही गठबंधन के की तरफ से 6 गारंटी दी है- पूरे देश को 24 घंटे फ्री बिजली देने की गारंटी, देश के हर जिले में मोहल्ला क्लीनिक, दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा, किसानों को एमएसपी और सभी मोहल्ले में अच्छे स्कूल की गारंटी। 

भगवान राम के आदर्शों से सीख लेनी चाहिए- कल्पना सोरेन

हम आदिवासियों की कहानी लंबी लड़ाई की कहानी है। लोकतंत्र को खत्म करने के लिए कोशिश की गई है, उसको समाप्त करने के आप लोग आए है। आज संविधान की गारंटी को खत्म किया जा रहा है। इनकी गारंटी की गारंटी कौन लेगा। देश मे कोई नेता बड़ा नहीं हो सकता। देश की जनता सबसे बड़ी होती है। अपना देश बचाना है तो इंडिया गठबंधन का साथ देना होगा। कल्पना ने कहा कि आज से ठीक 2 महीने पहले हेमंत जी को गिरफ्तार किया गया था और केजरीवाल जी को 10 दिन पहले बिना सबूत के। आज हम सबको भगवान राम के आदर्शों से सीख लेनी चाहिए। झारखंड झुकेगा नहीं , इंडिया झुकेगा नहीं।

तेजस्वी यादव ने क्या कहा?

तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस हिसाब से देश को बांटने का काम किया जा रहा है, इसलिए हम सब एक साथ आये हैं। अब की बार 400 पर नारा लगाने वाले का अपना मुंह है कुछ भी बोलेंगे। ये जनता तय करेगी। ऐसा लगता है कि पहले से ही EVM सेट हो रखा है। देश मे अघोषित इमरजेंसी लागू हो गया है। किसी को गाली देना नहीं है, लेकिन सत्ता से सवाल पूछना हमारा काम है।

देश बहुत मुश्किल हालात से गुजर रहा- महबूबा मुफ्ती

INDIA गठबंधन की 'महारैली' को संबोधित करते हुए PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आज देश बहुत मुश्किल हालात से गुजर रहा है। ऐसा हाल है, ना कोई वकील, ना कोई दलील, ना कोई कार्रवाई, सीधा जेल। शायद कलयुग का अमृतकाल इसी को कहते हैं कि आप बिना कुछ पूछे लोगों को जेल में डाल देते हैं... मैं आपके चुने हुए नुमाइंदों की बात कर रही हूं जिन्हें आप वोट देकर विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री, मंत्री बनाते हैं। कैसे उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर बिना कोई वकालत और कार्रवाई के जेल में डाला जाता है... हमने जम्मू-कश्मीर में पिछले 5 साल तक यही देखा है।

पीएम मोदी ने उठाया 'कच्चाथीवू' द्वीप का मुद्दा, भारत के इस द्वीप पर क्यों है अब श्रीलंका का शासन

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला किया है। पीएम ने कच्चाथीवू द्वीप का जिक्र किया है जिसे दशकों पहले भारत सरकार ने श्रीलंका सरकार को सौंप दिया था। कच्चाथीवू एक भारत और श्रीलंका के बीच में एक छोटा, निर्जन द्वीप है लेकिन मछुआरों के लिए इसका महत्व काफी ज्यादा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करने का आरोप लगाया है। आइए समझते हैं कि क्या है ये पूरा विवाद।

क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी X पर ट्वीट करते हुए कहा कि नए तथ्यों से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस ने बेरहमी से कच्चाथीवू को छोड़ दिया। इससे हर भारतीय नाराज है और लोगों के मन में यह बात बैठ गई है कि हम कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं कर सकते। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना 75 वर्षों से कांग्रेस का काम करने का तरीका रहा है।

क्या है कच्चाथीवू द्वीप विवाद?

भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मैं पूरे देश को याद दिलाना चाहूंगा कि यह 1975 तक कच्चाथीवू भारत का था और यह तमिलनाडु में भारतीय तट से सिर्फ 25 किमी दूर है। पहले भारतीय मछुआरे वहां जाते थे लेकिन इंदिरा गांधी के शासनकाल के दौरान तत्कालीन सरकार ने इसे श्रीलंका को सौंप दिया। उस समझौते में यह भी कहा गया था कि कोई भी भारतीय मछुआरा वहां नहीं जा सकता। इस वजह से कई मछुआरों को पकड़कर जेल में डाल दिया गया और अत्याचार सहना पड़ा। न तो डीएमके इस मुद्दे को उठाती है और न ही कांग्रेस यह मुद्दा उठाती है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने पूछा कि वह इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं और उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि न केवल उनकी पार्टी बल्कि उनका परिवार भी इसके लिए जिम्मेदार है। 

अमित शाह ने भी किया हमला

कच्चाथीवू विवाद पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी कांग्रेस पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कच्चाथीवू को छोड़ दिया और इसके लिए उन्हें कोई अफसोस भी नहीं है। गृह मंत्री ने कहा कि कभी कांग्रेस का कोई सांसद देश को बांटने की बात करता है तो कभी भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बदनाम करता है। इससे पता चलता है कि वे भारत की एकता और अखंडता के खिलाफ हैं। वे केवल हमारे देश को बांटना या तोड़ना चाहते हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने क्यों कहा–“भारत का चिप मैन्युफैक्चरिंग में पड़ना एक विनाशकारी दौड़”

डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने लिंक्डइन पर एक नोट जारी किया है। उन्होंने इसमें एक न्यूज एजेंसी को दिये हालिया इंटरव्यू के बारे में आ रहे कमेंट्स पर प्रतिक्रिया दी है। राजन ने कहा कि हायर एजुकेशन के लिए सालाना बजट की तुलना में चिप मैन्युफैक्चरिंग के लिए सब्सिडी पर अधिक खर्च करने की भारत की पॉलिसी सही नहीं है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में फाइनेंस के प्रोफेसर राजन ने लिखा, 'यह निश्चित रूप से विकसित देश बनने का तरीका नहीं है। चाहे मेरे ट्रोल मित्र कुछ भी कहें।'

चिप मैन्युफैक्चरिंग में पड़ना एक विनाशकारी दौड़

राजन ने स्पष्ट किया कि ऐसा नहीं है कि भारत को कभी चिप्स नहीं बनाना चाहिए, लेकिन हर देश ऐसा करने की कोशिश कर रहा है। अब इसमें शामिल होना एक विनाशकारी दौड़ होगी। राजन ने हाल ही में ब्लूमबर्ग को एक इंटरव्यू दिया था, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इस इंटरव्यू में उन्होंने एजुकेशन सिस्टम को ठीक करने के बजाय चिप मैन्युफैक्चरिंग (chip manufacturing) जैसे हाई प्रोफाइल प्रोजेक्ट्स पर फोकस करने के लिए सरकार की आलोचना की थी।

76,000 करोड़ रुपये की चिप सब्सिडी

भारत ने पिछले महीने ही अपनी 76,000 करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) की चिप सब्सिडी स्कीम के तहत 3 सेमीकंडक्टर प्लांट्स को मंजूरी दी थी। इन तीन फैसिलिटीज में कुल 1.26 लाख करोड़ रुपये के निवेश में से अनुमानित 48,000 करोड़ रुपये (5.8 अरब डॉलर) केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दिये जाएंगे।

चिप फैक्ट्रियों की कई जनरेशंस को देनी होगी सब्सिडी

राजन ने लिखा, 'वास्तविकता यह है कि चिप सब्सिडी कैपिटल सब्सिडीज है। इसका एडवांस पेमेंट किया जाना है, न कि यह उत्पादन पर आधारित (पीएलआई के विपरीत) है। यदि सरकार का यह दावा कि भारत जल्द ही चिप्स बनाएगा, विश्वसनीय है, तो कैपिटल सब्सिडी बहुत जल्द दी जाएगी। केवल भोले-भाले लोग ही सोचेंगे कि सब्सिडी यहां बंद हो जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो हमें जो मिलेगा, वह है 28 nm चिप्स। 

आधुनिक सेल फोन में अत्याधुनिक 3 nm चिप्स (अधिक परिष्कृत चिप्स का एनएम कम होता है) हैं। अगर हमें एक वैश्विक चिप मैन्युफैक्चरर बनना है, तो हमें इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए चिप कारखानों की कुछ पीढ़ियों तक को सब्सिडी देनी होगी और सब्सिडी का आकार बढ़ता रहेगा, क्योंकि अधिक परिष्कृत चिप्स बनाने में लगने वाली आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजीज बहुत अधिक महंगी होंगी।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम में हुआ बड़ा बदलाव, शाहीन आफरीदी की हुई छुट्टी, ये दिग्गज बना कप्तान

 पाकिस्तान क्रिकेट जगत से एक बड़ी खबर सामने आई है. बाबर आजम को फिर से पाकिस्तान टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है. बाबर टी20 और वनडे फॉर्मेट में पाकिस्तान टीम की कमान संभालेंगे. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने चयन समिति की सिफारिश के बाद बाबर को ये जिम्मेदारी दी है.

भारत की मेजबानी में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद बाबर आजम ने तीन फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ दी थी. फिर टी20 में शाहीन शाह आफरीदी को कप्तान बनाया गया. जबकि टेस्ट में शान मसूद को कमान सौंपी गई. हालांकि कप्तान बदलने के बाद भी पाकिस्तान टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था.

पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप 2023 में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी. उसने 9 में से सिर्फ 4 ही मैच जीते थे और वो पॉइंट्स टेबल में पांचवें नंबर पर रही थी. बाबर खुद भी बैटिंग में खास कमाल नहीं दिखा सके थे. कई दिग्गजों और फैन्स ने उनकी जमकर आलोचना की थी. ऐसे में बाबर ने 15 नवंबर 2023 को पाकिस्तान टीम की कप्तानी छोड़ दी थी.

हालांकि अब पीसीबी के नए अध्यक्ष ने उन्हें फिर से कप्तानी सौंपने का फैसला किया. बाबर आजम ने अब तक 134 इंटरनेशनल मैचों में पाकिस्तान टीम की कप्तानी की है. इस दौरान टीम को 78 मुकाबलों में जीत मिली है. जबकि 44 मैचों में हार का सामना करना पड़ा. 1992 के वर्ल्ड कप विजेता इमरान खान के बाद बाबर दूसरे सबसे सफल पाकिस्तानी कप्तान हैं.

सैलानियों के लिए एक अप्रैल को खुलेंगे उत्तराखंड के गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट, यहां होता है दुर्लभ जीवोंं का दीदार

 विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट 1 अप्रैल को पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे। जिसके बाद पर्यटक गर्तांगली, नेलांग और गोमुख तपोवन की सैर कर सकें। भले ही गंगोत्री और गोमुख के बीच कई स्थानों पर हिमखंड के कारण ट्रैक अवरुद्ध है। हिमखंड की बर्फ हटाने और पिघलने में अभी समय लगेगा। ऐसे में केवल पर्वतारोही पर्यटकों को ही गोमुख तपोवन जाने की अनुमति मिल सकती है। आम पर्यटकों को गोमुख-तपोवन की ट्रैकिंग के लिए इंतजार करना पड़ेगा।

गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में गंगोत्री ग्लेशियर, हिमालय की प्रसिद्ध चोटियां, गंगा का उद्गम स्थल गोमुख, केदारताल, भारत चीन सीमा पर स्थित नेलांग घाटी और ऐतिहासिक गर्तांगली व अन्य कई पर्यटक स्थल हैं। 1553 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला गंगोत्री नेशनल पार्क हिम तेंदुआ के लिए खास पहचान रखता है।

इसके अलावा पार्क में भूरा भालू, काला भालू, भरल, अगराली भेड़, लाल लोमड़ी सहित कई वन्यजीव विचरण करते हैं। दुनिया के पर्वतारोही भी गंगोत्री नेशनल पार्क में स्थित विश्व प्रसिद्ध चोटियों के आरोहण के लिए आते हैं। शीतकाल में 1 दिसंबर से लेकर 31 मार्च तक पार्क के गेट पर्वतारोही और सैलानियों के लिए बंद रहते हैं।

गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन आगामी 1 अप्रैल को पार्क के गेट खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। पार्क के गेट खुलने पर पर्यटक गर्तांगली की सैर भी कर सकेंगे। गर्तांगली गेट पर भी पार्क की ओर से तैयारी की गई है।

लोकसभा चुनाव : लाभार्थी संपर्क से चुनावी राह सुगम करेगी भाजपा, दिल्ली के 13 हजार से अधिक बूथ पर चलेगा अभियान

नरेन्द्र मोदी सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से भाजपा को इस लोकसभा चुनाव में बड़ी उम्मीद है। वह उनसे संपर्क कर अपनी बात पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए पिछले कई माह से अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

अब बड़े स्तर पर संपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। सभी मतदान केंद्रों को इस अभियान में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। इसकी तैयारी चल रही है और पार्टी का प्रयास अगले सप्ताह तक इसे शुरू करने की है।

पहले चरण में 1.27 लाख लाभार्थियों की सूची

भाजपा नेताओं का कहना है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत में लाभार्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। इसे ध्यान में रखकर लोकसभा चुनाव में भी इन्हें अपने साथ जोड़ने की कोशिश हो रही है।

इसके लिए लाभार्थी मेला, सम्मेलन, जनसंपर्क सहित कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। दिल्ली में 1.27 लाख लाभार्थियों की सूची तैयार की गई थी और लगभग 40 हजार से संपर्क किया जा चुका है। नेताओं का कहना है कि लाभार्थियों की संख्या इससे बहुत अधिक है। उनकी पहचान करने के लिए अगले कुछ दिनों में अभियान शुरू किया जाएगा।

INDIA’ गठबंधन की रैली में शामिल होंगी अरविंद केजरीवाल की पत्नी, दिल्ली सीएम का संदेश पढ़ेंगी सुनीता


लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में ‘INDIA’ गठबंधन की आज रैली हो रही है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल रामलीला मैदान में रैली में शामिल होंगी। रैली में सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सीएम केजरीवाल का संदेश पढ़ेंगी। आप पार्टी ने दावा किया है कि ईडी कस्टडी से अरविंद केजरीवाल ने देश के लिए संदेश दिया है। जिसको उनकी पत्नी पूरे देश के सामने पढ़ेंगी।

आप मंत्री आतिशी ने कहा, ‘सुबह के 10 बजे हैं और लोग पहले से ही बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए हैं। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर से लोग आ गए हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि अरविंद केजरीवाल ने उनकी जिंदगी बदल दी है। वे गिरफ्तार हैं, फिर भी उन्हें दिल्ली की चिंता है और उनके लिए संदेश भेज रहे हैं।’

आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ”हम दिल्ली की सड़कों पर निकले और हमने देखा कि लोगों में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ गुस्सा है। लोगों को ये पसंद नहीं आया कि एक सीएम को जेल हो। दिल्ली के रामलीला मैदान में आज अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ महारैली का आयोजन किया जा रहा है। INDIA गठबंधन की सभी पार्टियां और उनके नेता इसमें हिस्सा लेंगे। देश में एक बड़ा संदेश जाएगा और यह भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।’

आप नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। जो भी भाजपा सरकार के खिलाफ बोलता है या देश में विकल्प की बात करता है, उसे किसी भी फर्जी मामले में गिरफ्तार कर लिया जा रहा है। पूरा देश इसके खिलाफ इकट्ठा हुआ है। हम सब यह बताने के लिए इकट्ठा हुए हैं कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा, न कि ‘वसूली गैंग’ के हिसाब से।

दिल्ली सरकार को लगा दोहरा झटका, डिटेल में जानिए, जल बोर्ड और शराब घोटाले से जुड़ा है मामला


 आबकारी नीति घोटाला मामले में ईडी ने शनिवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से पांच घंटे तक पूछताछ की। उनसे ईडी मुख्यालय में पूछताछ की गई। ईडी ने कुछ दिन पहले गहलोत को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा था।

नजफगढ़ से आप के विधायक गहलोत दिल्ली सरकार में परिवहन, गृह और कानून मंत्री हैं। आबकारी नीति घोटाले में ईडी ने हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया है। गहलोत तय समय पर सुबह 11.30 बजे ईडी मुख्यालय पहुंच गए थे। सूत्रों के मुताबिक उनसे 50 से अधिक सवाल पूछे गए। दोबारा भी जल्द पूछताछ की जाएगी। उन्हें कुछ दस्तावेज मुहैया कराने को कहा गया है।

मुश्किल में एक और मंत्री

इस घोटाले में नाम आने से अब गहलोत की भी मुश्किलें बढ़ सकती है। 2021-2022 में जब नई आबकारी नीति बनी थी तब गहलोत तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मंत्रियों के समूह (जीओएम) का हिस्सा थे।

ईडी का आरोप है कि आबकारी नीति साउथ ग्रुप शराब लाबी को लीक की गई थी, जिसमें भारत राष्ट्र समिति पार्टी की नेता के. कविता भी शामिल थीं। साउथ ग्रुप पर आप और उसके नेताओं को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है।

 

मोबाइल सेट का आइएमईआइ नंबर तीन बार बदला

ईडी का आरोप है कि कैलाश गहलोत ने सिम नंबर तो एक ही रखा, लेकिन मोबाइल का आइएमईआइ (अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान) नंबर तीन बार बदला गया। आइएमईआइ नंबर का उपयोग फोन के चोरी या खोने की स्थिति में ट्रैक करने के लिए किया जाता है।

यह है मामला 

2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की आबकारी नीति को तैयार करने और क्रियान्वित करने में कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है, जिसे बाद में रद कर दिया गया।

दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश की। इसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया।

घोटाले का पैसा चुनावी फंड में दिया गया: ईडी

ईडी ने दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शनिवार को अदालत में आरोपपत्र दायर कर दिया। करीब 8,000 पेज का यह आरोपपत्र मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में दायर किया गया। ईडी ने आरोपितों पर पीएमएलए के तहत मुकदमा चलाने की इजाजत मांगी है। अदालत ने आरोपपत्र पर संज्ञान लेने के लिए एक अप्रैल की तारीख तय की है।

ईडी ने आरोप लगाया है कि जल बोर्ड द्वारा जारी एक ठेके में भ्रष्टाचार से मिला पैसा आम आदमी पार्टी को चुनावी फंड के रूप में दिया गया था। आरोपपत्र में चार व्यक्तियों और एक कंपनी को आरोपित बनाया गया है। इनमें डीजेबी के पूर्व मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा, ठेकेदार अनिल कुमार अग्रवाल, एनबीसीसी के पूर्व महाप्रबंधक डीके मित्तल, तेजिंदर सिंह और एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड शामिल हैं।

ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी बुलाया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इसके बाद एजेंसी ने केजरीवाल को 21 मार्च को आबकारी नीति घोटाला से जुड़े मामले में गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले ईडी ने फरवरी में जांच के तहत केजरीवाल के निजी सहायक विभव कुमार, आप के राज्यसभा सदस्य और कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता, पूर्व डीजेबी सदस्य शलभ कुमार, चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज मंगल और कुछ अन्य के परिसरों पर छापेमारी की थी।

अरोड़ा और अग्रवाल को 31 जनवरी को किया था गिरफ्तार

ईडी के मामले का आधार सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआइआर है। इसमें जगदीश कुमार अरोड़ा पर एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 38 करोड़ रुपये का ठेका देने का आरोप लगाया गया है। कंपनी तकनीकी पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करती थी। इसके बावजूद उसे ठेका दिया गया। ईडी ने मामले में अरोड़ा और अग्रवाल को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था।

एजेंसी ने दावा किया है कि एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर ने जाली दस्तावेज जमा करके अनुबंध हासिल किया और अरोड़ा को इस तथ्य की जानकारी थी कि कंपनी तकनीकी पात्रता को पूरा नहीं करती है। ईडी ने एक बयान में आरोप लगाया है कि एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर को ठेका देने के बाद अरोड़ा ने नकद और बैंक खातों में रिश्वत ली और डीजेबी मामलों का प्रबंधन करने वाले विभिन्न लोगों को पैसा दिया। इसमें आम आदमी पार्टी से जुड़े लोग भी शामिल थे।