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Mar 28 2024, 17:50

मिट्ठू लाल महतो ने झारखंड आंदोलन को गतिमान बनाया, 29 मार्च मिट्ठू लाल महतो की पुण्यतिथि पर विशेष ,
डुमरी:अलग राज्य के आंदोलन को गतिमान बनाने में मिट्ठू लाल महतो का योगदान अतुल्य रहा है। आज गिरिडीह जिला में 29 मार्च 2024 को सच्चा झारखंड आंदोलनकारी पुत्र के रूप में मिट्ठू लाल महतो की पुण्यतिथि पर फ्रक के साथ याद किया जाता है। झारखंड के जन जन और कण कण  में मिट्ठू लाल महतो आज भी लोगों का अरमान बनकर जिंदा हैं.
16 अगस्त 1934 ई को जन्मे मिट्ठू लाल महतो  गिरिडीह जिला में झारखंड आंदोलन के अगुआ विनोद बिहारी महतो के साथ  मिलकर प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को 1972 में दिल्ली से गिरिडीह डुमरी आने के लिए विवश कर दिया था। यह वह वक्त था जब  विनोद बिहारी महतो को श्रीमती इंदिरा गांधी ने यह कह दिया था कि  किसने झारखंड अलग राज्य मांगने की हिम्मत की है इसी के विरोध स्वरूप गिरिडीह जिला न रेलखंड सहित लगभग हजारों हजारों की संख्या में झारखंड आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया था। 72 घंटे  जाम के क्रम  में ही प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी गिरिडीह आई और  विनोद बिहारी महतो शिबू सोरेन मिठू लाल महतो को हर पगड़ी पहनाकर सम्मानित की। अलग राज्य के आंदोलनकारियों के अगुआ लोगों से गंभीर चर्चा के बाद रांची होते दिल्ली वापस लौट गयी। मिट्ठू लाल महतो की गोलबंदी और प्रबंध  जबरदस्त देखते ही बनता था। मिट्ठू लाल महतो विनोद बिहारी महतो के सबसे करीबी और विश्वास पत्रों में एक थे विनोद बिहारी महतो  की आवाज को चहुंओर अनुगूंज बना देते थे। मिट्ठू लाल महतो के प्रति गिरिडीह जिला के आसपास सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में उनके प्रति जबरदस्त विश्वास था चाहे वह महतो हो, माझी हो या मियां हो। समाज के प्रत्येक वर्ग में मिट्ठू लाल महतो की गहरी पैठ थी। विनोद बिहारी महतो भी उनके ऊपर जबरदस्त विश्वास करते थे जो जिम्मेवारी  मिट्ठू लाल महतो को दी जाती वो बखूबी निभाते और अलग राज्य आंदोलन के मुद्दे को गतिमान करते थे। आज उनके आंदोलन के लिए संघर्ष व समर्पण  का ही फलाफल झारखंड अलग राज्य है। 29 मार्च 2024 मिट्ठू लाल महतो की 8 वीं पुण्यतिथि है। मिट्ठू लाल महतो को याद कर प्रत्येक झारखंड आंदोलनकारी गौरवांवित हैं।

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Mar 27 2024, 13:55

भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद,
डुमरी:डुमरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एफएसटी टीम को प्राप्त सूचना के आधार पर 25 मार्च को जीतकुंडी के खरखो मोड़ के पास स्थित अरविन्द डिशपॉजल स्टोर दुकान से एफएसटी टीम व डुमरी थाना प्रभारी प्रिनन एवं सशस्त्र बल द्वारा विधिवत छापामारी कर अवैध शराब को बरामद किया गया है।अरविन्द डिशपॉजल स्टोर दुकान में भारी मात्रा में अवैध शराब को बिना अनुज्ञप्ति के रखा गया था।इस संबंध में एफएसटी
टीम के कार्यपालक दंडाधिकारी सह एई डुमरी मुकेश कुमार सोनी ने अरविन्द डिशपॉजल स्टोर दुकान के मालिक एवं अन्य अज्ञात के विरूद्ध बिना अनुज्ञप्ति
के अपने दुकान में अवैध शराब को रखने और उसे खरीद-बिक्री करने एवं खुलेआम शराब को पिलाने से संबंधित दिये गये आवेदन के आधार पर डुमरी थाना में सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज किया गया है।इस दौरान विभिन्न प्रकार के 134 बोतल शराब को जब्त किया गया है।
फोटो:&&&&;( बरामद शराब)

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Mar 25 2024, 09:47

चिकित्सा के लापरवाही से महिला की हुई मौत, बंध्याकरण ऑपरेशन के दौरान पेशाब और पेखाने की नलिका को दिया था काट, धरना पर बैठे मृत्तिका के परिजन ,

ुमरी :- डुमरी रेफरल अस्पताल के एक चिकित्सक के लापरवाही के कारण बंध्याकरण का ऑपरेशन करा   चुकी डुमरी प्रखंड के चैनपुर पंचायत स्थित भेलवा टोंगरी गांव की एक महिला की मौत हो गई जिसके कारण मृतका के परिजनों द्वारा डुमरी रेफरल अस्पताल के मुख्य द्वार पर शव को रखकर लापरवाह चिकित्सक के विरुद्ध धरना में बैठ गए हैं।।

मृतिका का नाम शोभा कुमारी(27) पति दुलारचंद महतो बताया जाता है जो बीते 16 फरवरी को डुमरी रेफरल अस्पताल में बंध्याकरण ऑपरेशन करवाई थी .

इस दौरान चिकित्सक के लापरवाही से  पेशाब एवं पैखाने की नलिका कट गई थी । स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उक्त महिला को धनबाद पीएमसीएच रेफर करवा दिया गया था परंतु वहां भी स्थिति बिगड़ते देख पीएमसीएच के चिकित्सकों द्वारा रांची रिम्स रेफर कर दिया गया था जहां 24 मार्च की शाम महिला की मौत हो गई।

मौत के पश्चात मृतका के ससुराल वालों एवं उनके परिजनों द्वारा लापरवाह चिकित्सक के विरूध्द डुमरी रेफरल अस्पताल में मृतका के शव को रखकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है तथा मुआवजे की भी मांग की जा रही है।

मृतका के ससुर के अनुसार मृतका के तीन छोटे छोटे बच्चे है तथा इन देखभाल को लेकर कम से कम 30 लाख रुपये की मांग की जा रही है।

वही इस घटना को लेकर स्थानीय लोगो मे भी लापरवाह चिकित्सक के प्रति रोष है तथा उचित मवायजे की मांग को लेकर अस्पताल के मुख्य द्वार पर घरना पर बैठे है।

फ़िलहाल इस घरना में बैठे मृतिका के परिजनों से वार्ता करने रेफरल अस्पताल प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि नही आये है।

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Mar 24 2024, 20:16

अनुमंडल सभागार में शांति समिति सदस्यों की बैठक संपन्न,
डुमरी:रंगों का त्योहार होली शांति व सौहार्द वातावरण
में मनाने को लेकर रविवार को अनुमंडल कार्यालय के
सभागार में शांति समिति सदस्यों की बैठक सह होली
मिलन समारोह का आयोजन किया गया।एसडीएम शहजाद परवेज के अध्यक्षता एवं सीओ शशि भूषण  के संचालन में आयोजित इस बैठक में क्षेत्र के दर्जनों जनप्रतिनिधि,पंचायत प्रतिनिधि,प्रबुद्ध जन उपस्थित हुए।बैठक में रंगों के त्योहार को शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने का निर्णय लिया गया।उपस्थित
लोगों से एसडीएम शहजाद परवेज ने कहा कि किसी
भी समुदाय के लोगों को उनके मर्जी से ही गुलाल और रंग लगाएंगे।इससे सौहार्द बना रहेगा।साथ ही उन्होंने आमजनों खासकर युवाओं से शराब सेवन नहीं करने की अपील की साथ ही बताया कि त्योहार में पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी,सौहार्द बिगाड़ने एवं अफवाह फैलाने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।इस
दौरान उपस्थित अधिकारियों एवं अन्य लोगों ने एक दुसरे को मिठाई खिलाते हुए अबीर गुलाल लगाया एवं होली की शुभकामनाएं दी।बैठक सह होली मिलन समारोह में एसडीपीओ सुमित प्रसाद प्रमुख उषा देवी इंस्पेक्टर मनोज कुमार पीरटांड़ बीडीओ मनोज मरांडी डुमरी थाना प्रभारी प्रिनन निमियाघाट थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह उपप्रमुख उपेंद्र महतो डुमरी अनुमंडल सांसद प्रतिनिधि छक्कन महतो झामुमो नेता राजकुमार पाण्डेय जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष महेश भगत कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष नागेश्वर मंडल,युवा कांग्रेस जिला सचिव सरफराज अहमद गुड्डू मुखिया अर्जुन महतो,खेमलाल महतो,अजीत माथुर पंसस अखिलेश राणा
पूर्व जिप अध्यक्ष राकेश महतो बेरहा सूईयाडीह सुबोध यादव,
डुमरचंद महतो आदि उपस्थित थे।
फोटो:&&&&;( बैठक में उपस्थित अधिकारी व अन्य)

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Mar 23 2024, 16:40

यदुवंशी सामाज  द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन,
डुमरी:बेरहा सूईयाडीह पंचायत मुखिया सुबोध यादव की डुमरी स्थित आवास में शनिवार को स्थानीय यादव सामाज के द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन हुआ।जिसकी अध्यक्षता पूर्व मुखिया ड़ालेश्वर यादव
ने किया।इस दौरान उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को अबीर लगाकर रंगोत्सव की बधाई दी।समारोह में
उपस्थित यदुवंशियों ने समाज की संगठनात्मक मजबूती पर अपना अपना विचार व्यक्त किया साथ ही सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अपने सामाज को सर्वांगीण विकास करने हेतु प्रखण्ड स्तरीय कमिटि का गठन किया जाए,सभी अपने-अपने स्तर से अपने क्षेत्र के लोगों से समन्वय कर आगामी बैठक की जानकारी
देंगे जो 31 मार्च को रखी गई है।इस दौरान विजय कुमार यादव,दीपक यादव,दिनेश प्रसाद यादव,महेश प्रसाद यादव,कामेश्वर यादव,सुरेंद्र यादव,भुनेश्वर यादव, बालदेव यादव,झारखंडी यादव,भीमलाल यादव,सहदेव कुमार,गिरधारी यादव,दिनेश यादव,मुरलीधर यादव,
अर्जुन यादव,नागेश्वर यादव,अरूण आजाद आदि उपस्थित थे।
फोटो:&&&&;( समारोह में उपस्थित यादव समाज के सदस्य)

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Mar 22 2024, 19:58

सड़क दुर्घटना में युवक की मौत,

डुमरी:मधुबन थाना क्षेत्र के लटकटो के समीप टर्निंग में शुक्रवार को एक अज्ञात वाहन के चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई है.जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि
खगेन्द्र मंडल का पुत्र शैलेंद्र मंडल अपने बाइक से सुबह पीरटांड़ से तगादा करने गया हुआ था,लौटने के क्रम में टर्निंग में अज्ञात वाहन के चपेट में आकर घटना स्थल में बुरी तरह घायल हो गया था जिसे स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से डुमरी रेफरल अस्पताल मे 108 एंबुलेंस से लाया गया जहां डाक्टर ने व्यक्ति को मृतक घोषित कर दिया बताया जा रहा है की मृतक किताब दुकान चला कर परिवार का भर पोषण करता था।वही डुमरी पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया
बताया जाता है मृतक अपने पिछे माता ,पिता, भाई, पत्नी व तीन बच्चे छोड़ गया है जिसका घटना के बाद रो रो कर बुरा हाल है वही घटना की खबर सुनकर भाजपा डुमरी विधानसभा प्रभारी प्रदीप साहु, पुर्व प्रमुख भोला साव, पसस रिकी जयसवाल,आजसु विधानसभा प्रभारी यशोदा देवी अस्पताल पहूंच घटना की जानकारी लिया और परिजनों को ढांढस बंधाया

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Mar 22 2024, 18:21

निमियाघाट थाना परिसर में शांति समिति की बैठक सम्पन्न,
डुमरी: होली शांति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण से मनाने  को ले निमियाघाट थाना परिसर में शुक्रवार को शांति समिति की बैठक हुई। प्रखंड प्रमुख उषा देवी की अध्यक्षता एवं  थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह के संचालन में आयोजित बैठक में क्षेत्र के दर्जनों जनप्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि व प्रबुद्ध जन उपस्थित हुए। बैठक में रंगों के त्योहार को शांतिपूर्ण  और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने का निर्णय लिया गया। उपस्थित  जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवीओं से थाना प्रभारी ने कहा कि रंगों के इस त्योहार  हेतु शांति समिति की बैठक नहीं करना पड़े इस दिशा में समाज के सभी वर्गों को गंभीर होना होगा। वहीं उन्होंने बताया कि किसी भी समुदाय के लोगों को उनके मर्जी से ही गुलाल ओर रंग लगाएंगे।इससे सौहार्द बना रहेगा।साथ ही उन्होंने आमजनों खासकर युवाओं से शराब सेवन नहीं करने की अपील की साथ ही बताया कि त्योहार में पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रहेगी, सौहार्द बिगाड़ने एवं अफवाह फैलाने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।बैठक में मुखिया जागेश्वर यादव,अर्जुन महतो,जितेंद्र दास,पंसस नेहा देवी,मौजी लाल महतो,जितेंद्र यादव,
समाज सेवी डालो राम महतो,ममताज अंसारी दीपक कुमार,जयराम महतो,सुनील महतो,नीलकंठ तुरी,मो शौकत अली,सहदेव साव,जमाल अंसारी,नारायण रविदास मोतीलाल महतो आदि मौजूद रहे।

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Mar 21 2024, 21:29

चुनाव दौर में दल-बदल लोकतंत्र के लिए घातक,
डुमरी:चुनाव के समय दल-बदल लोकतंत्र के लिए घातक बताते हुए क्षेत्र के शिक्षाविद प्रो मोहनलाल प्रसाद ने कहा कि चुनाव आते ही दल-बदल का ऐसा दांव-पेंच शुरू हो जाता है कि जिसे देखकर जनता का विश्वास इन नेताओं से उठ जाता है।अपनी पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर खुद को पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता मात्र कहने वाले ये नेता पार्टी, संविधान और जनता की उम्मीदों पर पानी फेर कर दूसरी पार्टी में शामिल होने में तनिक भी नहीं हिचकिचाते।दल-बदल का यह तरीका भारत जैसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया में हास्यास्पद बनाता है।आचार-संहिता लगने के बाद जब सभी विकास कार्य तक रुक जाते हैं तो फिर दल बदल के इस खेल पर रोक क्यों नहीं,राजनीति सेवा क्षेत्र है न कि व्यवसाय कि अपने आर्थिक लाभ और वर्चस्व के लिए कभी भी पाला बदल लिया।जिस पार्टी के बैनर-तले ये नेता जनता की भलाई का संकल्प लेते हैं उसे छोड़कर वे जनता को भी भ्रम में डाल देते हैं कि उनकी भलाई के लिए वो नेता अच्छा है या वह पार्टी। अभी जिस प्रकार सभी राज्यों में दल-बदल और दल विलय का सिलसिला चल रहा है वह बड़ा हास्यास्पद लगता है।झारखंड में शिबू सोरेन की पुत्रवधु भाजपा में शामिल हो गई तो जेपी पटेल कांग्रेस में शामिल हो गये।इसी तरह का खेल सभी राज्यों में जारी है।पार्टी संविधान भी लचीला है और दल-बदल कानून भी। इसमें जनता ठगी जाती है।वोटों की बर्बादी भी इसका ही परिणाम है जिससे किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता।जनता का पार्टियों और नेताओं से मोहभंग हो जाता है और मतदान पर से विश्वास टूटने लगता है।ये लोकतंत्र को खोखला बनाता है।दल-बदल का कानून भी सख्त होना चाहिए और नेताओं को अपने नैतिक आचरण में सुधार की आवश्यकता है।
फोटो:&&&;( प्रो मोहनलाल प्रसाद की)

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Mar 21 2024, 21:29

चुनाव दौर में दल-बदल लोकतंत्र के लिए घातक,
डुमरी:चुनाव के समय दल-बदल लोकतंत्र के लिए घातक बताते हुए क्षेत्र के शिक्षाविद प्रो मोहनलाल प्रसाद ने कहा कि चुनाव आते ही दल-बदल का ऐसा दांव-पेंच शुरू हो जाता है कि जिसे देखकर जनता का विश्वास इन नेताओं से उठ जाता है।अपनी पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर खुद को पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता मात्र कहने वाले ये नेता पार्टी, संविधान और जनता की उम्मीदों पर पानी फेर कर दूसरी पार्टी में शामिल होने में तनिक भी नहीं हिचकिचाते।दल-बदल का यह तरीका भारत जैसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया में हास्यास्पद बनाता है।आचार-संहिता लगने के बाद जब सभी विकास कार्य तक रुक जाते हैं तो फिर दल बदल के इस खेल पर रोक क्यों नहीं,राजनीति सेवा क्षेत्र है न कि व्यवसाय कि अपने आर्थिक लाभ और वर्चस्व के लिए कभी भी पाला बदल लिया।जिस पार्टी के बैनर-तले ये नेता जनता की भलाई का संकल्प लेते हैं उसे छोड़कर वे जनता को भी भ्रम में डाल देते हैं कि उनकी भलाई के लिए वो नेता अच्छा है या वह पार्टी। अभी जिस प्रकार सभी राज्यों में दल-बदल और दल विलय का सिलसिला चल रहा है वह बड़ा हास्यास्पद लगता है।झारखंड में शिबू सोरेन की पुत्रवधु भाजपा में शामिल हो गई तो जेपी पटेल कांग्रेस में शामिल हो गये।इसी तरह का खेल सभी राज्यों में जारी है।पार्टी संविधान भी लचीला है और दल-बदल कानून भी। इसमें जनता ठगी जाती है।वोटों की बर्बादी भी इसका ही परिणाम है जिससे किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता।जनता का पार्टियों और नेताओं से मोहभंग हो जाता है और मतदान पर से विश्वास टूटने लगता है।ये लोकतंत्र को खोखला बनाता है।दल-बदल का कानून भी सख्त होना चाहिए और नेताओं को अपने नैतिक आचरण में सुधार की आवश्यकता है।
फोटो:&&&;( प्रो मोहनलाल प्रसाद की)

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Mar 21 2024, 21:29

चुनाव दौर में दल-बदल लोकतंत्र के लिए घातक,
डुमरी:चुनाव के समय दल-बदल लोकतंत्र के लिए घातक बताते हुए क्षेत्र के शिक्षाविद प्रो मोहनलाल प्रसाद ने कहा कि चुनाव आते ही दल-बदल का ऐसा दांव-पेंच शुरू हो जाता है कि जिसे देखकर जनता का विश्वास इन नेताओं से उठ जाता है।अपनी पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर खुद को पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता मात्र कहने वाले ये नेता पार्टी, संविधान और जनता की उम्मीदों पर पानी फेर कर दूसरी पार्टी में शामिल होने में तनिक भी नहीं हिचकिचाते।दल-बदल का यह तरीका भारत जैसे बड़े लोकतंत्र को दुनिया में हास्यास्पद बनाता है।आचार-संहिता लगने के बाद जब सभी विकास कार्य तक रुक जाते हैं तो फिर दल बदल के इस खेल पर रोक क्यों नहीं,राजनीति सेवा क्षेत्र है न कि व्यवसाय कि अपने आर्थिक लाभ और वर्चस्व के लिए कभी भी पाला बदल लिया।जिस पार्टी के बैनर-तले ये नेता जनता की भलाई का संकल्प लेते हैं उसे छोड़कर वे जनता को भी भ्रम में डाल देते हैं कि उनकी भलाई के लिए वो नेता अच्छा है या वह पार्टी। अभी जिस प्रकार सभी राज्यों में दल-बदल और दल विलय का सिलसिला चल रहा है वह बड़ा हास्यास्पद लगता है।झारखंड में शिबू सोरेन की पुत्रवधु भाजपा में शामिल हो गई तो जेपी पटेल कांग्रेस में शामिल हो गये।इसी तरह का खेल सभी राज्यों में जारी है।पार्टी संविधान भी लचीला है और दल-बदल कानून भी। इसमें जनता ठगी जाती है।वोटों की बर्बादी भी इसका ही परिणाम है जिससे किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता।जनता का पार्टियों और नेताओं से मोहभंग हो जाता है और मतदान पर से विश्वास टूटने लगता है।ये लोकतंत्र को खोखला बनाता है।दल-बदल का कानून भी सख्त होना चाहिए और नेताओं को अपने नैतिक आचरण में सुधार की आवश्यकता है।
फोटो:&&&;( प्रो मोहनलाल प्रसाद की)