गर्मी में पेयजल की समस्या ना हो इसको लेकर जिलाधिकारी ने की पदाधिकारियों के साथ बैठक, दिए यह निर्देश
गया। जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में इस गर्मी में संभावित होने वाले पेयजल संकट से निपटारा के लिये सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी मुखिया जी, सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, सभी टी०ए०, सभी अनुमंडल पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक किया साथ ही समाहरणालय सभागार में पीएचईडी नगर/ शेरघाटी के कार्यपालक अभियंता/ सहायक अभियंता एव कनीय अभियंता के साथ साथ सभी संवेदक के साथ डीएम ने बैठक किया।
डीएम ने पीएचईडी नगर/ शेरघाटी के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि प्रखंड वार संवेदक की सूची मोबाइल नंबर सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को उपलब्ध करवाए। जिस टोले/ वार्ड में नल जल योजना बंद की सूचना प्राप्त होते ही अगले 24 घंटे में मरामती करवाते हुए पेयजल बहाल करवाये। वतर्मान समय मे ज़िले में 3125 नल जल की योजना पंचायत राज विभाग की हैं, उनमें से 665 योजना बंद/ खराब है। उन बंद सभी योजनाओं को पूरी जिम्मेदारी के साथ अगले 7 दिनों के अंदर तेजी से चालू करवाये।
डीएम ने विशेष कर वजीरगंज के फतेर मंगरावा, लुटुआ, पतलुका, जयगीर, बोधगया के अतिया, खिजरसराय, परैया के बगाही इत्यादि पंचायत के वार्डो को प्राथमिकता से पेयजल आपूर्ति बहाल करवाने को कहा। चापाकल मरामती की समीक्षा में बताया गया कि सभी प्रखंडों के टी०ए० के माध्यम से सर्वेक्षण करवाया गया उसमे 4824 सार्वजनिक चापाकलों को मरामती की आवश्यकता है। उसमें अब तक 955 चापाकलों को ठीक करवाया गया है। डीएम ने कहा कि रोस्टर के अनुसार मरामती करवाये, मरामती दल जब भी फील्ड में जाये तो संबंधित मुखिया जी से हर हाल में संपर्क करते हुए मरम्मत करे।
डीएम ने पीएचईडी के सभी अभियंताओं को निर्देश दिया कि प्रायः फ़ोन नही उठाने की शिकायत प्राप्त होती है। अगले कुछ माह जब तक संभवित जल संकट की समस्या समाप्त नही होती हर हाल में आने वाले सभी कॉल्स का अटेंड करते हुए समस्याओं का समाधान करवाएंगे। वर्तमान समय मे जहां जल संकट है/ नल जल योजना बंद है, वहा प्राथमिकता से चापाकलों की मरामती करवाये। डीएम ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी के के यादव को निर्देश दिया कि जिला नियंत्रण कक्ष में एक अलग से पेयजल संकट संबंधित कॉल सेन्टर बनाये साथ ही एक समेकित दूरभाष नंबर को प्रदर्शित करवाये, ताकि आम जन को जहां भी नल जल योजना बंद है, उसकी सूचना देंगे, और यहां से संबंधित विभाग से समन्वय कर पेयजल बहाल करवाएंगे।
इसके पश्चत ज़िले के सभी मतदान केंद्रों पर आधारभूत व्यवस्था यथा रैम्प, पेयजल, टॉयलेट, पहुच पथ, शेड, विद्युत एव रौशनी, फर्नीचर, मोबाइल नेटवर्क एव चार्जिंग पॉइंट की उपलब्धता की समीक्षा किया। डीएम ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अंतिम रूप से 30 मार्च तक उक्त सभी व्यवस्था को बहाल करवाये। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बूथ में आस पास के विद्यालयों के फर्नीचर को बूथ पर उपलब्ध रखवाए।
उसके लिये अभी से ही बूथ वार टैग कर ले। डीएम ने सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को कहा कि माइक्रो लेवल पर मोनिटरिंग करने की आवश्यकता है। सभी बूथों की पूरी तरह सफाई करवाये। बड़े बूथों पर अतिरिक्त मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था करवाये। बैठक में नगर आयुक्त गया नगर निगम, उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता राजस्व, निदेशक डीआरडीए, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Mar 23 2024, 19:58