भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफल विद्यार्थी हुए पुरस्कृत
अमेठी।युगतीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों का सम्मान समारोह श्री शिव प्रताप इंटर कॉलेज अमेठी में आयोजित किया गया।कार्यक्रम के संयोजक राधेश्याम तिवारी ने बताया कि अक्टूबर २०२३ में आयोजित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में सफल हुए विद्यार्थियों को पुरस्कृत करने का कार्यक्रम सभी तहसीलों में होना है ।
गुरुवार को अमेठी तहसील का कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें अमेठी तहसील के अंर्तगत कक्षा ६ से कक्षा १२ तक के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया व प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि
विचार ठीक हो जाएं तो सब कुछ ठीक हो जाएगा, विचार ठीक होने चिंतन ठीक होता है और हम धीरे-धीरे सुसंस्कृत व्यक्तित्व बनते हैं । भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा नई पीढ़ी में विचार परिवर्तन की आधार है ।
राधेशयाम तिवारी ने कहा कि आत्म बोध व तत्त्व बोध की साधना व्यक्ति के विचारों में परिवर्तन करके तनाव मुक्त जीवन बनाती है । आप जीवन में कुछ भी करें, तनाव मुक्त होकर करें ।
डॉ० अर्जुन पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृति और सभ्यता से पहले संस्कार आते हैं । केवल नाम रह जाता है इसलिए दुनियां में कुछ ऐसा करें कि आपका नाम हो । दूसरे को देखने वाला कहीं नहीं दिखता और खुद को देखने वाला हर जगह दिखता है ।
रामशंकर पाठक ने बताया कि इस परीक्षा के माध्यम से बच्चों को भारत की महान संस्कृति से परिचित कराने के साथ-साथ आचरण में उतारने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों के माध्यम से ही भारत के विश्वगुरु बनने के सपने को साकार किया जा सकता है ।
Mar 14 2024, 16:50