सांसद और विधायक ऐसे,जनता ने वोट का किया बहिष्कार
अमेठी। जिले की जनता अब तक मतदान मे भागेदारी बढ चढ कर रही। मतदान भी लगभग 100% करते थे। वर्ष 1984 से 1989 तक प्रधानमंत्री राजीव गाँधी अमेठी का प्रतिनिधित्व किया ।
लोगो को सुविधाओ के लिए सरकार ढूंढती थी। अब वक्त ऐसा है कि महिलाओ को मतदाताओ ने सांसद और विधायक बना दिए। अब आने जाने के लिए मतदाताओ ने " सडक नही तो वोट नही " का जनता ने वोर्ड लगा दिए। ऐसे सांसद और विधायको से क्या लेना देना है।
मतदाताओ के बीच जाना पसंद नही करते है। तो मतदाताओ ने भी " सडक नही तो वोट " का बोर्ड लगाकर सांसद और विधायक को बेनकाब कर दिए। क्रास वोटिंग नही अब मतदाताओ ने धडाम वोटिंग का खेल शुरु कर दी। अब सरकार को साध लिया। तो मतदाताओ को साधने मे लोहे के चने चबाने पड रहे है। लोकतंत्र मजबूत है। नेताओ के परखने की नजरिया क्या है। धर्म और जाति की राजनीति के नुमाइदो को जनता चुनाव मे कसकर तमाचा जड रही है ।
सरकार की छबि खराब होने से रोक नही सकते है। लोकतंत्र को किसी का सहारा काम नही आता है। जनमत का लोगो को सम्मान करना चाहिए। तभी लोकतंत्र जिन्दा रहेगा। राजनीति नही अब तो कूटनीति पर पानी फिरता नजर आ रहा है। ग्राम पंचायत संग्रामपुर के ग्राम भवानीपुर के अनुसूचित जाति और पिछडे वर्ग के मतदाताओ ने मतदान का बहिष्कार करके लोकतंत्र को शर्मशार कर दिया। पिछडे और दलितो की सुनवाई नही हो रही है। पंचायत का हाल बेहाल है। शिकायत ग्रामीणो की प्रशासन और शासन गम्भीर नही लगता है। जनता की सहूलियत अब इलाके मे नूर नजर आती है।
Mar 04 2024, 14:36