मुख्यमंत्री योगी ने 1782 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को यहां लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उप्र लोकसेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और विद्युत सेवा आयोग के लिए 1782 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। मुख्यमंत्री ने चयनित युवाओं को शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मुझे प्रसन्नता है कि मिशन रोजगार के तहत प्रदेश के युवाओं को अलग-अलग विभागों में सेवा का अवसर प्रदान किया जा रहा है। युवा प्रतिभाओं को और उनके परिजनों को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार युवाओं को सुचिता एवं पारदर्शिता से नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले सात सालों में छह लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी गई है।

प्रदेश में नौकरी एवं रोजगार की नई संभावनाओं के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश की कानून व्यवस्था हम सबके सामने है। पहले यहां कोई निवेश नहीं करना चाहता था। पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में 10 लाख करोड़ से अधिक निवेश की परियोजनाओं का धरातल पर उतारा गया है। इससे लगभग 34 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। आज उप्र में हर क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री ने नवचयनित युवाओं से पूरी निष्ठा के साथ सरकारी सेवा के दौरान कार्य करने की सीख दी।

इस मौके पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, आयुश मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, दिनेश खटिक, रामकेश निषाद समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

कौशांबी में पटाखा फैक्ट्री मालिक के बेटे सहित छह की मौत, पथराव

लखनऊ । यूपी के कौशांबी में प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर कोखराज के पास भरवाई ईदगाह के सामने पटाखा फैक्ट्री में रविवार दोपहर अचानक आग लग गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय से ना पहुंचने पर ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा और पुलिस पर पथराव कर दिया। रोकने पर उनसे हाथापाई भी की। अब तक तीन लोगों की आग से जलकर मौत हो चुकी है। मृतकों में शिवनारायण पुत्र चौबेलाल (34), बल्लू पटेल (22), जनार्दन कुमार, मंगला प्रसाद और रेखा देवी हैं।

वहीं फैक्ट्री मालिक शराफत अली के बेटे शाहिद अली(35) की भी मौत हो गई। उसका दूसरा बेटा कौशर अली (32) गंभीर रूप से झुलस गया है, उसे इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज रेफर किया गया है। आग लगने के दौरान फैक्ट्री में 18 आदमी काम कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों में दिन्ना पटेल, अशोक पटेल़, बल्लू पटेल एवं कल्लू पटेल का पता नहीं चल रहा हैं। फैक्ट्री की आग पूरी तरह काबू होने पर ही अंदर उनकी तलाश का काम शुरू हो पाएगा। वहीं अब तक आठ गंभीर रूप से झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर हैं, आग बुझाने का प्रयास जारी है।

फ्लीट दुर्घटना में घायल लोगों का हाल जानने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को ट्रामा सेंटर पहुंचे और फ्लीट दुर्घटना में घायल लोगों का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने घायल लोगों के मेडिकल चेकअप की विस्तृत जानकारी ली और होश में आ गये लोगों से वार्ता भी की। घायल लोगों ने घटना के बारे में मुख्यमंत्री को बताया।

ट्रामा सेंटर में डाक्टरों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहद घायल लोगों को विशेष ध्यान रखें। कोई चिकित्सकीय सुविधा की कमी न हो। हर स्थिति में प्रत्येक घायल व्यक्ति को सुरक्षित करना है। घायल को भरपूर सेवा देने का प्रयास हो।

उल्लेखनीय है कि शनिवार की शाम को अर्जुनगंज क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फ्लीट में चल रहे वाहन अनियंत्रित हो कर आपस में टकरा गये थे। वाहनों के आपस में टकराने से सिपाहियों सहित कई घायल हो गये थे। समूचे घटना में ज्यादा घायल लोगों को सिविल अस्पताल से ट्रामा सेंटर भेजवाया गया था।

सीएम योगी के एंटी डेमो वाहन के सामने कुत्ता आने से वाहन अनियंत्रित, दो की मौत, कई घायल

लखनऊ। यूपी की राजधानी के अर्जुनगंज में शनिवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट के सामने कुत्ता आ जाने से वाहन अनियंत्रित हो गए। अनियंत्रित वाहनों के आपस में टकराने से उसमें सवार आठ पुलिस कर्मी सहित कुल 11 लोग घायल हो गए।रविवार की सुबह इन घायलों में से दो की मौत हो गई। सिपाही विजय कुशवाहा की हालत बेहद गंभीर है। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

घटना की सूचना मिलती ही प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार घायलों का हालचाल लेने सिविल अस्पताल पहुंचे। इसके बादा ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर उपेंद्र कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी सहित तमाम भी अधिकारी सिविल अस्पताल पहुंच गए हैं। वहीं घायलावस्था में सिविल अस्पताल पहुंचाई गई तीन महिलाओं को ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है। सिविल अस्पताल के बाहर जुटी भीड़ को पुलिस प्रशासन द्वारा हटाया जा रहा है।ज्वाइंट सीपी उपेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि कुत्ते को बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ है।

रविवार को शाम करीब पौने आठ बजे सीएम का काफिला एयरपोर्ट से पांच कालिदास मार्ग आ रहा था। रूट को क्लियर कराने के लिए काफिले से करीब दो किमी आगे चल रही इंटरसेप्टर गाड़ी ने सड़क पर कुत्ता आने की जानकारी वायरलेस पर दी। सूचना मिलते ही इसके पीछे चल रहा एंटी डेमो वाहन(टाटा सूमो) का चालक सतर्क हुआ लेकिन फिर भी निकलते-निकलते उसका एक पहिया कुत्ते पर चढ़ गया। पहिया चढ़ते ही वाहन अनियंत्रित होकर तेजी से सड़क की दूसरी तरफ जाकर दो कारों से टकरा गया। एक कार में बैठा पूरा परिवार घायल हो गया। जबकि पास में खड़ी मां-बेटी, कैंट थाने का एक सिपाही व अन्य तीन लोग भी उसकी चपेट में आ गए। क्षेत्रीय लोगों की मदद से सभी घायलों को अन्य पुलिस वालों ने तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया। कुछ को ट्रामा तो कुछ को लोहिया अस्पताल रेफर किया गया। सभी का इलाज जारी है।

रविवार को उपचार के दौरान 14 साल की प्रिया और 35 वर्ष की नीलम ने इलाज के दौरान तोड़ दिया है। सिपाही विजय कुशवाहा की हालत बेहद गंभीर है। घायलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। चालक सिपाही राम सिंह,हेड कांस्टेबल अवध नारायण,सिपाही मोहम्मद सलीम,विजय प्रताप,शिवम यादव,विजय कुशवाहा इंस्पेक्टर कैंट का हमराही ,सुशीला अर्जुनगंज,प्रिया ,अस्फाश सिद्दीकी,हसनैन,खालिद आजम,कार्तिक त्रिपाठी,शहनाज,मुस्तकीम,एक अज्ञात महिला का अस्पताल में उपचार चल रहा है।

किराना दुकान पर बिकता मिला टाटा का नकली नमक ,दुबग्गा पुलिस और टाटा नमक की लीगल टीम ने संयुक्त रूप से की कार्रवाई

लखनऊ । खाद्य पदार्थो के साथ-साथ अब नमक में भी मिलावट शुरू हो गई है। राजधानी के दुबग्गा थानाक्षेत्र में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर पुलिस और कंपनी की लीगत टीम की संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक दुकान से बड़े पैमाने पर टाटा का नकली नमक बिकता पाया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने पकड़े गए नमक का नमूना भरने के बाद सील कर दिया गया है। साथ ही नकली नमक बेचने वाले दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

थानाक्षेत्र में टाटा कंपनी को काफी दिनों से नकली नमक बिकने की सूचना मिल रही थी। इसी के आधार पर पुलिस ने कंपनी की लीगल टीम के साथ मो. मिया के किराना स्टोर पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान टीम को टाटा का 12500 किलो डुप्लीकेट नमक बरामद किया। पुलिस ने नकली नमक के खेप को शील कर दिया गया है। नकली टाटा नमक बेचने और सप्लाई करने का काम करने वाले किराना स्टोर मालिक मो. मिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने कॉपी राइट एक्त के तहत मो. मिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है।

लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस ने कसी कमर

लखनऊ। लोकसभा सामान्य निर्वाचन को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके कराने को लेकर संयुक्त पुलिस आयुक्त, कानून एंव व्यवस्था द्धारा को विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाले केंद्रीय अर्धसैनिक बल, पीएसी, नागरिक पुलिस एवं होमगार्ड के जवानों के ठहरने से लेकर रात्रि विश्राम के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं को लेकर रिजर्व पुलिस लाइन में गोष्ठी का आयोजन किया गया।

संयुक्त पुलिस आयुक्त उपेंद्र अग्रवाल ने गोष्ठी के दौरान बताया की लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने के लिए लखनऊ को विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाले केंद्रीय अर्धसैनिक बल, पीएसी, नागरिक पुलिस एवं होमगार्ड के जवानों के ठहरने के लिए समस्त थाना क्षेत्र अन्तर्गत कुल 129 चिन्हित विद्यालयों, स्कूलो एवं धर्मशाला इत्यादि में मूलभूत सुविधा जैसे पानी, शौचालय,स्नानागार, विद्युत व्यवस्था, साफ सफाई, एवं जनरेटर व्यवस्था के सम्बन्ध में प्रत्येक स्थल के लिए नामित लाइजन पुलिस अधिकारियों (उपनिरीक्षका मु.आरक्षी आरक्षी) की संगोष्ठी संदन की मीटिंग में उपस्थित सभी लाइजन अधिकारी से प्रत्येक चिंन्हित विश्राम स्थल में उपलब्ध पानी, शौचालय, स्नानागार, विध्युत व्यवस्था, साफ सफाई, जनरेटर व्यवस्था इत्यादि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी और सभी को निर्देशित दिया गया कि भारत निर्वाचन आयोग एवं पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा केंद्रीय अर्धसैनिक बल व अन्य पुलिस बल की सुख-सुविधा में चिंन्हित किसी भी स्थल पर किसी प्रकार कमी न रहे।

जिन स्थानों पर उचित व्यवस्थाएं न हो तो सम्बन्धित विद्यालयों के प्रधानाचार्य व प्रबन्धकों से बात चीत कर समस्याओं का निस्तारण कराया जाये। इसके अतिरक्त समस्त लाइजन अधिकारियों को यह निर्देश दिया जाता है कि जिन स्थानों पर पुलिस बल ठहरने के लिए उपयोगी व्यवस्थाएं न हो उनके बारे में विभाग को तुरंत सूचित करें।

भारत निर्वाचन आयोग ने स्थानांतरण नीति को अक्षरशः लागू करने के दिए निर्देश

लखनऊ।भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जिन अधिकारियों को 3 वर्ष पूरे करने के बाद जिले से बाहर स्थानांतरित किया जाता है, उन्हें उसी संसदीय क्षेत्र के किसी अन्य जिले में तैनात नहीं किया जाए। उन मामलों में गंभीरता से लेते हुए, जिनमें राज्य सरकारों द्वारा अधिकारियों को एक ही संसदीय क्षेत्र के भीतर निकटवर्ती जिलों में स्थानांतरित/तैनात किया जा रहा है, आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी मौजूदा स्थानांतरण नीति को बिगाड़ने में सक्षम न हो सकें।

इस क्रम में, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उत्तर प्रदेश में अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया है कि दो संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को छोड़कर, सभी राज्य यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन अधिकारियों को जिले से बाहर स्थानांतरित किया गया है, उन्हें उसी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में तैनात नहीं किया जाए।

आयोग की स्थानांतरण नीति का अक्षरशः पालन किया जाए, न कि अनुपालन दिखाने के लिए इसे छुपाया जाए। यह नियम उन तबादलों और पोस्टिंग पर पूर्वव्यापी रूप से लागू होता है जिन्हें आयोग के पूर्व निर्देशों के अनुसार पहले ही लागू किया जा चुका है।ईसीआई नीति के अनुसार, उन सभी अधिकारियों को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है जो या तो अपने गृह जिले में तैनात थे या एक स्थान पर तीन वर्ष पूरे कर चुके हैं। इसमें वे अधिकारी शामिल हैं जो सीधे या पर्यवेक्षी क्षमता में किसी भी तरह से चुनाव कार्य से जुड़े हुए हैं।

चुनावों में समान अवसर में खलल डालने के खिलाफ आयोग की जीरो टॉलरेंस नीति रही है। हर स्मरण रहे कि हाल ही में हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों में, आयोग ने विभिन्न अधिकारियों, यहां तक कि राज्य में वरिष्ठ स्तर के पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण का आदेश दिया था।

*यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द, सीएम योगी ने छह महीने में दोबारा परी कराए जाने का दिया भरोसा*

#up_ police_ recruitment_ exam _ cancelled

उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को शनिवार को रद्द कर दिया गया है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि छह माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। बता दें कि 17 व 18 फरवरी को पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने तथा आगामी छह माह के भीतर ही पुन: परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।

यूपी सरकार के गृह विभाग की ओर से बताया गया कि पुलिस भर्ती परीक्षा के संबंध में तथ्यों की जांच परख के बाद पारदर्शिता के उच्च मापदंडों को ध्यान रखते हुए भर्ती को निरस्त करने का फैसला लिया गया है। सरकार ने भर्ती बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। साथ ही साथ कानूनी कार्रवाई की जाए।

बता दें कि कथित उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती मामले में भर्ती बोर्ड ने इंटरनल जांच के लिए एक जांच कमेटी की गठन कर दिया गया है। एडीजी रैंक के अधिकारी इस जांच कमेटी को हेड कर रहे हैं और भर्ती बोर्ड के पास अब तक तकरीबन 1500 शिकायतें अभ्यर्थियों के द्वारा e mail से भेजी गई हैं। इंटरनल समिति इन्हीं शिकायत की जांच करके पता लगाएंगे कि वाकई में एग्जाम से पहले पेपर लीक हुए थे या नहीं? 

परीक्षा के दौरान कृष्णानगर स्थित एक स्कूल में परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार के पास मिली सवालों के जवाब की पर्ची से पेपर लीक होने की आशंका जताई जा गई थी। एफआईआर दर्ज कराने वाले इंस्पेक्टर ने भी तहरीर में सुनियोजित तरीके से पेपर लीक होने की बात लिखी थी। बता दें कि पेपर लीक कराने वाले एसटीएफ की रडार पर हैं और अबतक कई बड़ी गिरफ्तारियां हो चुकी हैं । जिसके बाद परीक्षा रद्द किए जाने की मांग हो रही थी। जिसके बाद सरकार ने परीक्षा रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है।

श्रद्धालुओं भरी ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरी, बीस की मौत

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ है। यहां पर पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर सुबह करीब 10 बजे श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरी। तालाब में जाकर ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई। जिसमें ज्यादातर श्रद्धालु दब गए। इस हादसे में 20 से अधिक लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर-ट्राली में कुल चालीस लोग सवार थे। फिलहाल मौके पर बुलडोर से रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है।

मृतकों में आठ महिलाएं और साथ बच्चे शामिल हैं। कई गंभीर घायल श्रद्धालुओं का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है और कुछ को रेफर किया गया है। घटनास्थल से लेकर जिला अस्पताल तक अफरा तफरी का महौल बना हुआ है। डीएम, एसपी सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। परिवारों में चीत्कार मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि सभी लोग एटा के जैथरा के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार लोग माघी पूर्णिमा पर ट्रैक्टर-ट्राली से कासगंज स्थित कादरगंज घाट पर गंगा स्थान करने जा रहे थे। तभी रियावगंज परियारी मार्ग पर गढ़र्ठ गांव के पास यह भीषण हादसा हो गया।

मृतकों में एक एक परिवार के कई कई लोग शामिल हैं। प्रशासन के द्वारा अब तक 20 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि सात बच्चे और आठ महिला पटियाली के सीएचसी पर मृतक घोषित किए गए हैं। इसके साथ ही पांच और को मृत घोषित कर दिया गया। एंबुलेंस से जो अन्य घायल जिला अस्पताल लाए गए हैं उनका परीक्षण चल रहा है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका बनी हुई है। स्थिति अधिक गंभीर है।

एसपी अपर्णा कौशिक भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जानकारी ली और बचाव कार्य में जुट गई। उनके द्वारा बताया गया कि तालाब से ज्यादातार लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। फिलहाल अभी तलाश जारी है। हादसे के पीछे बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर-ट्राली चालक तेज स्पीड से चला रहा था। जिसकी वजह से अनियंत्रित होकर तालाब में चली गई।

प्रत्येक छोटी सी छोटी घटना को गम्भीरता से लेकर करें कार्रवाई: डीजीपी


लखनऊ। पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार द्वारा शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के माध्यम से समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक व पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत आगामी त्यौहार एवं लोक सभा चुनाव के सम्बन्ध में दिशा निर्देश दिये गये। डीजीपी ने कहा कि

आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत परिष्ठ अधिकारियों द्वारा जनपद के थानों के त्यौहार रजिस्टरों का अवलोकन कर लिया जाये तथा पूर्व में अंकित विवादित प्रकरणों का समय से निस्तारण करा लिया जाये।

वरिष्ठ अधिकारी स्तर पर पीस कमेटी के पदाधिकारियों तथा व्यापारिक संगठनों के

साथ गोष्ठी कर लिया जाय तथा गोष्ठी में उठाये गये महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जिला प्रशासन के सहयोग से समय से निराकरण कर लिया जाये। महत्वपूर्ण व्यापारिक प्रतिष्ठानों एवं बाजारों के आस-पास वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित फुट पेट्रोलिंग की जाये। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के दृष्टिगत नियमित सतर्क दृष्टि रखी जाये एवं संवेदनशील मार्गों व स्थलों पर आवश्यकतानुसार पुलिस बल तथा यूपी-112 के वाहनों का व्यवस्थापन किया जाये।

सूचना तंत्र को और अधिक सक्रिय किया जाये तथा प्रत्येक छोटी सी छोटी घटना को गम्भीरता से लेते हुये तत्परतापूर्वक यथोचित विधिक कार्यवाही की जाये। वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर इसकी समुचित मॉनीटरिंग की जाये। अराजक तत्वों को चिन्हित कर उनकी समीक्षा कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्मों की मानिटरिंग की जाये तथा सतर्क दृष्टि रखी जाये।

भ्रामक व आपत्तिजनक पोस्टी एवं अफवाहों का तत्काल संज्ञान लेते हुये वैधानिक कार्रवाई की जाये तथा अफवाहों का खण्डन किया जाये। संवेदनशील स्थानों, मिश्रित आबादी वाले क्षेत्री, जुलूस के मार्गों एवं हॉट स्पाट्स पर पर्याप्त व सृदृढ़ पुलिस प्रबन्ध, सीसीटीवी कैमरा व मोबाइल पेट्रोलिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। पूर्व से गठित शान्ति समितियों, नागरिक सुरक्षा समितियों आदि से वार्ता कर सम्रान्त नागरिकों, शान्ति समिति व नागरिक सुरक्षा समिति के सदस्यों, डिजिटल वालिटियर्स आदि का अपेक्षित एवं सकारात्मक सहयोग प्राप्त किया जाये।

यूपी बोर्ड आदि परीक्षाओं के दृष्टिगत सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर प्रभावी पुलिस प्रबका सुनिश्चित किया जाये। किसानों के धरना व विरोध प्रदर्शन के दृष्टिगत सतर्क दृष्टि रखी जाये। आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत पूर्व में चुनाव सम्बन्धी घटित घटनाओं का अवलोकन कर सतर्क दृष्टि रखते हुए आवश्यकतानुसार निरोधात्मक कार्रवाई की जाये।

चुनाव के दृष्टिगत मुख्यालय स्तर से निर्गत निदेर्शों का अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए प्रभावी पुलिस प्रबन्ध किये जायें। इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन, अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना, अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक, अपर पुलिस महानिदेशक लॉजिस्टिक, अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना, अपर पुलिस महानिदेशक महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (1090) सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।