दुमका : कई यादगार पलों के साथ हिजला मेला संपन्न, मेला में रची बसी है संप की संस्कृति - डीडीसी


दुमका : दुमका में आठ दिनों तक चली ऐतिहासिक राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव कई यादगार पलों को समेटने के साथ ही शुक्रवार को समाप्त हो गया।

मेला का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम, आतिशबाजी, घड़ा उतार प्रतियोगिता के साथ हुआ। दुमका के उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा ने कहा कि मेला में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी से कमोबेश यह प्रतीत हुआ कि हिजला सबके हृदय में जीता है। 

उन्होंने कहा कि राजकीय जनजातीय हिजला मेला के सफल आयोजन में जनसहयोग की भूमिका महत्वपूर्ण है। हिजला मेला यहां की संस्कृति की परिचायक है। यह मेला यहां की संस्कृति यहां की आत्मा को संजोए रखने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस परिकल्पना के साथ 1890 में इस मेले की शुरुआत की गई थी उसे आज तक बरकरार रखा गया है। यह मेला आदिवासी जीवन शैली यहां की संस्कृति को प्रस्तुत करता है।

 यहां की संस्कृति को मंच प्रदान करने का कार्य यह मेला करता है। उप विकास आयुक्त ने कहा कि मेले के सफल आयोजन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की गई थी।आमजनों को परेशानी नहीं हो इसे लेकर सुरक्षा के मानकों का विशेष ध्यान रखा गया।कहा कि आने वाले वर्षों में इस मेले को और भी भव्य रूप से आयोजन किया जाएगा। अनुमंडल पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि हिजला मेला में संथाल परगना के संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।इस मेले के सफल आयोजन के लिए सभी समिति, पदाधिकारी, कलाकारों एवं स्थानीय लोगों को धन्यवाद-आभार। 

कहा कि इस मेले की ख्याति देश विदेश तक जाए इसके लिए आने वाले वर्षों में और भी भव्य रूप से आयोजन किया जाएगा। मेला में सरकार के कल्याणकारी योजनाओं के स्टॉल भी लगाए गए थे जिससे लोगों को योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने में आसानी हो रही थी। कहा कि अगले वर्ष एक नयी ऊर्जा के साथ इस मेला का आयोजन और भी भव्य तरीके से किया जाएगा। इस दौरान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जरमुंडी, जामा, मसलिया, काठीकुंड द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। मानभूम सांस्कृतिक समिति सरायकेला द्वारा पाईका नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। रजत आनंद द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गयी।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में महिला वर्ग में आदिवासी अखाड़ा-मालभंडारो, अंगिता सोरेन ग्रुप-काठीकुंड, जोहन टुडू-बसमत्ता क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। पुरुष वर्ग में आयनेश टुडू ग्रुप-मसलिया, रामजीत टुडू ग्रुप-बाँसकुली रानेश्वर, देवेश चंद्र हेम्ब्रम जगदीशपुर रानेश्वर क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे।

घड़ा उतार प्रतियोगिता में चांदो पानी दुमका की टीम ने पहले ही प्रयास में घड़ा उतार कर पहला स्थान प्राप्त किया।

समापन समारोह में अतिथियों द्वारा हिजला मेला से संबंधित स्मारिका का विमोचन किया गया साथ ही इस दौरान डॉ धुनि सोरेन द्वारा लिखी पुस्तक "इंग्लैंड में एक संताल ग्रामीण की एक अप्रत्याशित कहानी" का भी विमोचन किया गया।

इससे पूर्व पारंपरिक रीति रिवाज से अतिथियों का स्वागत किया गया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : भाजपा का लाभार्थीसम्पर्क अभियान कार्यशाला,कार्यकर्ताओं के दम पर चुनाव जीतने का संकल्प


दुमका : भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह लाभार्थी सम्पर्क अभियान के प्रदेश संयोजक राकेश प्रसाद ने कहा कि कार्यकर्ताओं के दम पर ही पार्टी लोकसभा चुनाव जीत सकती हैं। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश लेकर एक मार्च से चार मार्च तक कार्यकर्ता सभी लाभार्थी के पास पहुचेंगे। लोकसभा चुनाव के आगाज में कुछ ही दिन बाकी है।

प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद शुक्रवार को पार्टी के दुमका लोकसभा प्रधान चुनाव कार्यालय में आयोजित लाभार्थी सम्पर्क अभियान कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। कार्यशाला की अध्यक्षता पार्टी जिलाध्यक्ष गौरव कांत की। राकेश प्रसाद ने कहा कि बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए एक-एक कार्यकर्ता को तैयार रहना होगा। 

सभी कार्यकर्ताओ को जीत सुनिश्चित के लिए संकल्प लेना होगा। कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में माहौल बदल रहा है। दुमका लोकसभा लाभार्थी संपर्क अभियान के तहत छह विधानसभा के 34 मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं को घर घर पहुंचकर केंद्र की योजनाओं के बारे में लोगों को बताना है।

दुमका सांसद सुनील सोरेन ने कहा कि करीब सभी घरों में केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी है। हमे उनसे संपर्क करने की आवश्यकता है।

सारठ विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि गांव गांव जाकर प्रधानमंत्री के संदेश को ईमानदारी से लाभार्थी तक पहुँचाना होगा। प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि दुमका लोकसभा में पुनः कमल खिलाना है। इसलिए सभी कार्यकर्ता अभी से लग जाय। कार्यशाला को अभियान के प्रदेश सह संयोजिका शोभा यादव, प्रदेश मंत्री रविकांत मिश्रा, लोकसभा सह संयोजक निवास मंडल , दुमका संगठन प्रभारी संजीव जजवाड़े, जामताड़ा जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सोमनाथ सिंह ने किया। मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष पारितोष सोरेन, सुरेश मुर्मू, जामताड़ा जिलापरिषद अध्यक्ष राधारानी सोरेन, लाभार्थी सम्पर्क अभियान के संयोजक सोमनाथ सिंह, सहसंयोजक जिला उपाध्यक्ष बबलु मंडल, मनोज पांडेय, आभा आर्या, विवेकानंद राय, दीपक स्वर्णकार, राम नारायण भगत, धर्मेंद्र सिंह, जवाहर मिश्रा, कामेश्वर गुप्ता, बीरेंद्र मंडल, संतन मिश्रा, रूपेश मंडल, पिंटू साह, बिमल मरांडी, नीतू झा, श्रीधर दास, मितेश साह, अभय सिंह, अंजुला मुर्मू, सोनी हेम्ब्रम, दीपक सिंह, मार्शल ऋषिराज टुडू, गोपीनाथ दत्ता, नलिन मंडल सहित अभियान के मंडल अध्यक्ष, मंडल संयोजक सह संयोजक सहित अन्य मौजूद थे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : हिजला मेला में फैशन शो का आयोजन, रैम्प पर प्रतिभागियों ने बिखेरा जलवा, देखिए तस्वीरें



दुमका : राजकीय जनजातीय हिजला मेला में बुधवार को आयोजित फैशन शो में आदिवासी युवक-युवतियों ने रैंप पर अपना जलवा दिखाया। फैशन शो में करीब 70 आदिवासी युवक-युवतियों ने भाग लिया। पारम्परिक वेशभूषा के साथ प्रतिभागियों ने रैंप वाक किया।

हिजला मेला में पिछले कई वर्षो से जनजातीय फैशन शो का आयेाजन होता रहा है। संताली परिधान पंची-परहान में सजे संताली युवतियां रैंप में शामिल हुई। युवतियों के साथ ही युवकों ने भी फैशन शो में भाग लिया।

 फैशन शो को देखने के लिए हिजला मेला में दर्शकों की भारी भीड़ जुटी थी। फैशन शो में भाग ले रहे युवाओं का हौसला अफजाई के लिए मंच पर संताली के कई प्रसिद्ध कलाकार भी मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

Breaking दुमका : एसीबी ने घूस लेते जरमुंडी थाना के एएसआई को किया गिरफ्तार, बिचौलिया भी धराया


दुमका : जरमुंडी थाना क्षेत्र के एक एएसआई राजकुमार सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है. इस मामले में एएसआई के एक सहयोगी स्वरूप सिन्हा को भी एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार किया है. 

इनके विरुद्ध एंटी करप्शन ब्यूरो के दुमका स्थित प्रमंडलीय कार्यालय में एक पीड़ित शख्स गरडी के अभिषेक कुमार ने शिकायत की थी। एसीबी के एसपी कैलाश करमाली ने ट्रैपिंग की पुष्टि की है.

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : शिकारीपाड़ा में प्रस्तावित कोल ब्लॉक के खिलाफ ग्रामीणों का मुखर होता आंदोलन, अब अधिकारियों के प्रवेश पर भी आफत

दुमका : जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के भिलाईटांड, डिंबादाहा, लताकांदर समेत कई गांवो में प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की 'एंट्री' अब आसान नहीं होगी। इन गांवो में एंट्री से पहले प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को संबंधित गाँव के ग्राम प्रधान एवं मुखिया को सूचना देनी होगी चाहे अधिकारी सरकारी काम के सिलसिले में या फिर किसी अन्य काम के गाँव जाना चाहते हो।

दरअसल शिकारीपाड़ा में प्रस्तावित कोल ब्लॉक और कोल डंपिंग यार्ड के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा और आंदोलन मुखर होता जा रहा है और ग्रामीणों के आक्रोश का इस बात से ही सहज अंदाजा लगाया जा है कि गाँव में डुगडुगी बजते ही कुछ ही समय में ग्रामीणों की भीड़ तय स्थल पर जुट जाती है। 

मंगलवार को शिकारीपाड़ा के लताकांदर, भिलाईटांड समेत अन्य गांवो में आंगनबाडी केंद्र का निरीक्षण और अन्य विकास योजनाओं का जायजा लेने पहुंची प्रशिक्षु आइएएस प्रांजल ढाढा, शिकारीपाड़ा के अंचल अधिकारी कपिलदेव ठाकुर और थाना प्रभारी गणेश पासवान को ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा और प्रस्तावित कोल ब्लॉक और कोल डंपिंग यार्ड का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने अधिकारियों को गाँव में उस वक्त तक बैठाये रखा जब तक एक लिखित करार नहीं हुआ। प्रशासन और ग्रामीणों के बीच लिखित करार का ही यह पार्ट है कि बिना ग्रामसभा की सहमति और ग्राम प्रधान को सूचना दिए बिना गाँव में किसी भी व्यक्ति चाहे वो अधिकारी हो या पुलिस किसी की प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। 

अधिकारियों और पुलिस को संबंधित गाँव में ग्रामीणों द्वारा रोक कर रखे जाने की सूचना मिलने के बाद हड़कंप सा मच गया। पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार शिकारीपाड़ा थाना में मौजूद रहकर पल पल की सूचना लेकर जरुरी दिशा निर्देश रहे थे तो वहीं एसडीओ कौशल कुमार, डीएसपी इकुड डूंगडूंग, एसडीपीओ विजय महतो एवं बीडीओ एजाज अहमद दल बल के साथ गाँव पहुँचे। अधिकारियों द्वारा काफी समझाने-बुझाने और एक लिखित करार के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और फिर सुरक्षित सभी अधिकारी शिकारीपाड़ा थाना पहुँचे। नाम नहीं छापने के शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि गाँव में अधिकारी आँगनबाड़ी केंद्र और अन्य विकास योजनाओं का जायजा लेने गये थे। आँगनबाड़ी केंद्र में बच्चों से अधिकारी मिले भी और बात भी की। जब दूसरे गाँव का अधिकारी रुख करने लगे तो रास्ते में ग्रामीणों ने रोक लिया। ग्रामीणों को कुछ दूसरी आशंका थी और गलतफहमी में ही अधिकारियों को रोककर रखा लेकिन बाद में समझाने बुझाने के बाद ग्रामीण मान गये।

गौरतलब है कि बीते दिनों शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के गंधर्वपुर गाँव में प्रस्तावित कोल ब्लॉक का सर्वे करने गई पांच सदस्यीय टीम को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था और एक लिखित करार के बाद ही टीम को छोड़ा था।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जयंती पर याद किये गये छत्रपति शिवाजी


 

दुमका : छत्रपति शिवाजी महाराज के अवतरण दिवस पर सोमवार को सरदार पटेल चौक पर पटेल सेवा संघ और सिविल सोसायटी द्वारा माल्यार्पण व श्रद्धासुमन अर्पण किया गया। 

कार्यक्रम का नेतृत्व सचिव संदीप कुमार जय बमबम ने किया। 

मौके पर राधेश्याम वर्मा, प्रेम केशरी, डॉ०शंभु कुमार सिंह, जितेन्द्र साह, बिनोद सिंह, रघुनंदन चौधरी, संदीप कुमार, रविकान्त राऊत, विक्रम कुमार, रविकांत साह आदि उपस्थित थे।  

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका:मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना,20 फरवरी से स्पेशल कैम्प,50 वर्ष से ऊपर की महिला व पुरुष कर सकते है आवेदन


दुमका :- मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ अब 50 वर्ष से ऊपर की महिला और पुरुष भी उठा सकते है। लाभुकों की उम्र सीमा 60 वर्ष से घटाकर 50 वर्ष कर दी गयी है। इस पेंशन योजना के अन्तर्गत राज्य की महिला तथा अनुसूचित जनजाति (ST) एवं अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के 50-60 वर्ष आयुवर्ग के पुरुषो को मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा।

योजना का लाभ अधिक से अधिक लाभुकों तक पहुंचाने के लिए 20 फरवरी से 22 फरवरी तक दुमका जिले के सभी प्रखंड के सभी पंचायतों एवं शहरी क्षेत्रों के वार्डों में शिविर लगाकर आवेदन पत्र लिया जाएगा।

उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। उपायुक्त ए0 दोड्डे ने कहा कि मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना में पेंशन लाभुकों की उम्र सीमा 60 वर्ष से घटाकर 50 वर्ष की गई है। 

अनुसूचित जनजाति (ST) एवं अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के 50-60 वर्ष आयुवर्ग के पुरुषों के लिए आवेदन पत्र के साथ जाति प्रमाण संलग्न करना अनिवार्य होगा। कहा कि 50-60 वर्ष आयुवर्ग के महिलाओं, अनुसूचित जनजाति (ST) तथा अनुसूचित्त जाति (SC) के योग्य लाभुकों को शत-प्रतिशत योजना से आच्छादित किया जाना है। इसे लेकर सभी पंचायत व वार्ड में शिविर का आयोजन कर लाभुकों को लाभ पहुँचाया जाना है। 

शिविर का समय 12:00 बजे मध्याहन से 04:00 बजे अपराहन तक किया जाएगा। लोगों को इस योजना की जानकारी पहुँचाने के लिए वृहत पैमाने पर जिला व प्रखंड स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। कहा कि शिविर के सफल संचालन एवं देख रेख के लिए जिला स्तर से वरीय पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति किया गया है। 

शहरी क्षेत्र में 20 फरवरी से 22 फरवरी तक इन्डोर स्टेडियम, मंदिर परिसर पोखरा चौक एवं Health Wellness Center शिव पहाड़ मंदिर के निकट शिविर का आयोजन किया जाएगा।

इससे पूर्व उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी के साथ मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन से संबंधित बैठक की। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि 20 फरवरी से 22 फरवरी तक कैम्प लगाकर सभी पंचायतों से आवेदन प्राप्त किये जायेंगे।निदेश दिया कि सभी कैम्प पर पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर ऑपरेटर की प्रतिनियुक्ति की जाय ताकि आवेदनों का ऑनलाइन एंट्री ऑन द स्पॉट किया जा सके।

साथ ही सभी आवेदकों को आवेदन जमा करने के बाद पावती रशीद निश्चित रूप से उपलब्ध कराएं ताकि भविष्य में उनके आवेदन की ट्रैकिंग की जा सके। उपायुक्त ने कहा कि पंचायत स्तर पर प्राप्त आवेदनों का सत्यापन मुखिया एवं पंचायत सचिव द्वारा किया जाएगा एवं शहरी क्षेत्र में राजस्व कर्मचारी एवं पूर्व वार्ड पार्षद आवेदन का सत्यापन करेंगे। 

प्रखंड के वरीय पदाधिकारी अपने अपने प्रखंड के पंचायतों का निरीक्षण करेंगे। कहा कि वैसे लाभुक जिनका बैंक खाता नहीं है वैसे लाभुकों का बैंक खाता खुलवाने का कार्य बीडीओ सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के पुरुषों का अगर जाति प्रमाण पत्र नहीं है तो जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन पंचायत स्तर पर लगे कैम्प के माध्यम से की जाय। कहा कि वैसी महिला जिनके पति को किसी सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने का बाद पेंशन मिल रहा हो अथवा वैसे पुरुष जिनकी पत्नी को सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त होने का बाद पेंशन मिल रहा हो वे इस योजना के लाभुक नहीं होंगे। 

इस दौरान उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को अबुआ आवास योजना के लाभुकों का शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करने का निदेश दिया है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : जातीय जनगणना के फैसले का ओबीसी संघर्ष मोर्चा ने किया स्वागत, कहा - आबादी के अनुरूप मिले आरक्षण

दुमका : राज्य सरकार द्वारा जातीय जनगणना कराने के फैसले का संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने स्वागत किया है। ओबीसी संघर्ष मोर्चा ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार का यह निर्णय ऐतिहासिक है। 

जाति का जनगणना होने से आबादी के अनुरूप आरक्षण देने की हमारी मांग भी पूरी हो सकती है।

गौरतलब है कि बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी जातीय जनगणना कराने के लिए मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने शनिवार को मंजूरी दे दी है। 

सीएम ने कार्मिक विभाग को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। चम्पाई सरकार के इस निर्णय के बाद ओबीसी संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों की एक बैठक केंद्रीय अध्यक्ष असीम मंडल के अध्यक्षता में रविवार को दुमका परिसदन भवन में संपन्न हुई। 

बैठक में असीम मंडल ने कहा कि सरकार का यह ऐतिहासिक निर्णय है। मोर्चा इसका स्वागत करती है। ओबीसी संघर्ष मोर्चा के जातीय जनगणना की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रही थी। 

उन्होंने कहा कि आंदोलन को मुकाम तक पहुंचाने के लिए क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन की रूपरेखा तय करेंगे।   

प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने कहा है कि अखंड विहार में पिछड़ों को 27 % आरक्षण मिलता था लेकिन झारखंड गठन के बाद से ही राज्य की पूर्ववर्ती बाबूलाल सरकार ने पिछड़ों का आरक्षण शून्य कर दिया था। 

राज्य स्तर पर 14% आरक्षण दिया गया है लेकिन दुमका सहित 7 ऐसे जिले हैं जहाँ आरक्षण शून्य को सुनने कर दिया गया है। हेमंत सरकार ने जातिगत जनगणना कराने का घोषणा किया था।

मौजूदा चम्पाई सरकार ने जातिगत जनगणना कराने की स्वीकृति देते हुए कार्मिक विभाग को एसओपी बना कर जनगणना कराने का निर्देश जारी कर दिया है। मोर्चा सरकार को भी इसके लिए सहयोग करने का काम करेंगे। महासचिव रंजीत जायसवाल ने कहा कि ट्रिपल टेस्ट करने के बाद ही नगर निकाय का चुनाव कराया जाना चाहिए। कोषाध्यक्ष अजीत मांझी ने कहा कि पिछड़ों के साथ हमेशा भेदभाव हुआ है उसे आबादी के अनुरूप आरक्षण मिलना चाहिए उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार द्वारा पिछड़ा आरक्षण बिल को स्वीकृति देने के लिए राज्यपाल से आग्रह किया जाएगा। 

बुद्धिजीवी मंच के बिहारी यादव ने कहा कि सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है। पिछड़ी जातियों के 50 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को वृद्धावस्था पेंशन देने की घोषणा भी सराहनीय है। मौके पर कंचन यादव, अरुण कुमार पंजियारा और शंकर यादव सहित अन्य लोग मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)।

दुमका : जय माता दी समिति की 13 अप्रैल को विशाल भगवती जागरण


दुमका : जय माता दी समिति द्वारा 13 अप्रैल को विशाल भगवती जागरण का आयोजन किया जाएगा।

रविवार को स्थानीय बक्शी बांध स्थित समिति के निर्माणाधीन मंदिर सह धर्मशाला के प्रांगण में जय माता दी सेवा समिति की हुई बैठक में उक्त निर्णय लिया गया। बैठक में समिति सदस्यों ने भगवती जागरण को लेकर अपना-अपना विचार रखा और कार्यक्रम को सफल एवं    भव्य बनाने पर चर्चा की। साथ ही भव्य मंदिर बनाने पर भी चर्चा की गयी। 

समिति ने मंदिर के निर्माण कार्य को और बेहतरीन ढंग से करने के लिए सदस्यों से अपील की।

बैठक मे समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार राउत, कोषाध्यक्ष अरुण केसरी, संजीव कुमार पीकू, परमेंद्र कुमार साह, अजय गुप्ता, संजीव कुमार बबलू , दिनेश मंडल, सूरज केसरी, अनुज केशरी, सूरज केसरी, श्याम केसरी, उदय नदी, जितेंद्र साह, कैलाश केसरी, अमृत केसरी, शम्भु साह, प्रमोद गुप्ता आदि उपस्थित थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : ओबीसी मोर्चा का वनभोज सह विचार गोष्ठी, बिना ट्रिपल टेस्ट के नगर निकाय व पंचायत चुनाव ओबीसी के अधिकारों का हनन - असीम

दुमका : संताल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा ने शुक्रवार को शिकारीपाड़ा के गमरा पुल के निकट मैदान में आयोजित वनभोज सह मिलन समारोह में एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने का निर्णय लिया।

केंद्रीय अध्यक्ष असीम मंडल के नेतृत्व में समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अनाथ मल्लिक ने किया जबकि संचालन केन्द्रीय प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष असीम मंडल ने कहा कि दुमका जिला में झारखंड गठन के बाद पिछड़ों का आरक्षण शून्य कर दिया गया है, विद्यार्थियों को स्कोलरशिप नहीं मिल रहा है।

ओबीसी की लड़ाई को धारदार बनाना है और जितनी जिसकी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी तय होना चाहिए। कहा कि बिना ट्रिपल टेस्ट के नगर निकाय और पंचायत चुनाव करना ओबीसी के अधिकारों का हनन है। 

प्रधान महासचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए पिछड़ा वर्ग को आबादी के अनुरूप आरक्षण मिलनी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार को बिहार की तर्ज पर जातिगत जनगणना अविलंब करानी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के दौर में अच्छी शिक्षा के बिना कामयाबी और अधिकार नहीं मिल सकता है। पहले आरक्षण 27 प्रतिशत मिलता था अब शून्य कर दिया है। आपसी मतभेद को भुला कर नए सिरे से संगठित होने की आवश्यकता है। 

प्रो शम्भू सिंह ने कहा कि सफलता के लिए शिक्षा आवश्यक है। संगठित होकर आंदोलन करने से सरकार को पिछड़ों की मांग को माननी पड़ेगी।

प्रो विनोद शर्मा ने कहा कि आरक्षण पिछड़ों का संवैधानिक अधिकार है। 90 की दशक में अखंड में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के अथक प्रयास से ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण मिला था। 

हर जगह साजिश कर ओबीसी के प्रतिभा को दबाने का काम किया जा रहा है। शिक्षाविद शिवनारायण दर्वे ने कहा कि अपना अधिकार लेने के वृहद जनजागरूकता अभियान की आवश्यकता है। 

दुमका में पिछड़ों वर्ग के लिए हॉस्टल की व्यवस्था नहीं है। जिससे गरीब छात्रों को पढ़ने में काफी समस्या होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत में हाई स्कूल और प्रखंडों में डिग्री कॉलेज का निर्माण कराया जाना चाहिए। कोषाध्यक्ष अजित मांझी ने कहा कि आंदोलन को सफल बनाने के जनभागीदारी और बढ़ानी होगी।

विष्णु मांझी ने कहा कि मंदिर के नाम पर भाजपा ने सत्ता हासिल किया। पुनः वोट मांगने कोई नेता आये तो जनता को पूछना चाहिए हमारे लिए क्या काम किये हैं। हर गांव से 10 लड़कों का टीम बनाकर काम करना पड़ेगा। मदन गुप्ता ने कहा कि आंदोलन को मुकाम तक ले जाने के लिए हर तरह का सहयोग करेंगे। 

दल गत भावना से ऊपर उठने की जरूरत है। इसके अलावा कार्यक्रम को बिहारी यादव, पूर्व मुखिया प्रमोद मंडल, जयकांत कुमार, घनश्याम लायक, पवित्र कुमार मंडल, नारायण बैध, सुबोध मंडल, प्रदीप चंद्र मंडल, हिमांशु मल्लिक, मृत्युंजय पंजियारा, अमित पांगीयारा, जयप्रकाश पंजियारा, प्रफुल्ल मांझी, फटिक चंद्र गोराई, आनंद मल्लिक, मंगल मंडल आदि ने संबोधित किया। 

कार्यक्रम में अरुण पंजियारा, शंकर यादव, जगबंधु मंडल, जियाधर मंडल, रूपेश मांझी, शांति देवी, मालती देवी, रंजू देवी, नमिता देवी, निरंजन मलिक, तारकेश्वर राय, अरुण गोराई, मल्लिका कुमारी, कुसुम कुमारी, सरस्वती देवी, राधिका कुमारी, दीप्ति कुमारी, जमुना देवी, प्रीति कुमारी, राजकुमार राय, गौरीशंकर राय, शिवनाथ शाह, अकाल भंडारी सहित कई महिला व पुरूष मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)